गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज को मिलेगा एम्स भोपाल और गोरखपुर का साथ

गोरखपुर,। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के निदेशक एवं एम्स गोरखपुर के कार्यवाहक निदेशक प्रो. अजय सिंह ने गुरुवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम गोरखपुर का भ्रमण एवं निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खास तौर पर गुरु गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज) की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया और उपलब्ध सुविधाओं को उत्कृष्ट बताया। प्रो. अजय सिंह ने कहा कि एम्स भोपाल और गोरखपुर इस मेडिकल कॉलेज के साथ मिलकर पूर्वांचल के मरीजों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।

एम्स भोपाल के निदेशक महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के परिसर और कार्य संस्कृति को देखकर काफी प्रभावित हुए और मुक्त कंठ से इसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करना नई उपलब्धियों को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा। उन्होंने कहा कि एम्स भोपाल और गोरखपुर के द्वारा गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज को लाइव आसीयू सेवाएं दी जाएंगी। गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं को देखकर प्रो. सिंह ने खुशी जताते हुए कहा कि एम्स भोपाल, गोरखपुर और इस मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल के साझा प्रयास से मरीजों को और भी उत्कृष्ट सुविधाएं दी जा सकती हैं। 

प्रो. सिंह ने कहा कि आने वाले समय में एम्स भोपाल व गोरखपुर गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज के मेडिकल, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ व विद्यार्थियों को नई तकनीकों का प्रशिक्षण उपलब्ध कराएंगे। प्रशिक्षण के बाद इसका लाभ सीधे तौर ओर मरीजों को मिलेगा।

एम्स निदेशक के निरीक्षण के दौरान महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह ने उन्हें बताया कि लाइव आसीयू सेवा के लिए मेदांता हॉस्पिटल भी गोरखनाथ मेडिकल कॉलेज से जुड़ चुका है। इस मेडिकल कालेज में क्रिटिकल मरीजों के उपचार प्रारंभ है। साथ ही 24 घंटे सर्जरी इमरजेंसी भी संचालित है। कुलपति ने बताया कि बीते कुछ दिनों में यहां जटिल कैंसर की दो सर्जरी भी सफलतापूर्वक की जा चुकी है। इसके साथ ही यहां 18 बेड की डायलिसिस यूनिट भी संचालित है। 

एम्स निदेशक प्रो. सिंह के आगमन पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अरविंद सिंह कुशवाहा और आयुर्वेद कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. गिरिधर वेदांतम ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर नर्सिंग व पैरामेडिकल संकाय की अधिष्ठाता डॉ. डीएस अजीथा, संबद्ध स्वास्थ विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. सुनील कुमार सिंह, कृषि विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विमल कुमार दुबे, पैरामेडिकल के विभागाध्यक्ष डॉ. रोहित कुमार श्रीवास्तव, फार्मेसी विभाग के हेड डॉ. शशिकांत सिंह, कॉमर्स के विभागाध्यक्ष डॉ. तरुण श्याम आदि मौजूद रहे।

प्रभात पांडे के दाह संस्कार के समय ही भिड़े भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता

गोरखपुर। प्रदर्शन के दौरान मृत कांग्रेस कार्यकर्ता के अंतिम संस्कार में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पहुंचे। कांग्रेस का आरोप है कि पुलिस ने जगह-जगह उनको रोकने का प्रयास किया, लेकिन कार्यकर्ता कई रास्तों को जानते थे, इस कारण रास्ता बदल-बदल कर गोरखपुर पहुंच गये। उधर अंतिम संस्कार पर पहुंचे भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गये और एक-दूसरे पर हत्या का आरोप लगाकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद दोनों को किसी तरह अलग किया। गोरखपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने अजय राय का रास्ता भी रोक दिया, लेकिन कांग्रेसियों ने दूसरे रास्ते से शव तक पहुंचा दिया। इस दौरान दोनों पार्टी के कार्यकर्ता काफी देर तक आपस में उलझ गये। इसके लिए पुलिस काफी मशक्कत करनी पड़ी।

कांग्रेसी हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे

देईपार निवासी 28 वर्षीय प्रभात पांडे बुधवार को लखनऊ में कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में शामिल होने गए थे। इस दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी। इसको लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी और सुबह ही कांग्रेस कार्यालय पर पहुंच गयी। कांग्रेसी हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को मृतक प्रभात पांडे का शव दाह संस्कार के लिए गोरखपुर के कालेश्वर मोक्षधाम पर लाया गया। शव पहुंचते ही बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जुट गए। भाजपा कार्यकर्ताओं को देखकर कांग्रेसी भड़क गए और आमने-सामने होकर एक दूसरे पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी करने लगे।इस दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय भी पहुंच गए।

अजय राय को देखते ही भाजपा कार्यकर्ता आक्रोशित

अजय राय को देखते ही भाजपा के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और नारेबाजी करते हुए ‘ अजय राय, वापस जाओ’ का नारा लगाने लगे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता भी भाजपाइयों से भिड़ गए और मामला बढ़ते देख पुलिस दोनों के बीच में आकर समझने की कोशिश करने लगी। तभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने दूसरे रास्ते से प्रदेश अध्यक्ष को शव के पास श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचा दिया। फिर से दोनों कार्यकर्ताओं में धक्का मुक्की होने लगी लेकिन पुलिस ने किसी तरह से मामले को संभालते हुए दोनों पक्षों को शांत कराया। दाह संस्कार के दौरान मोक्ष धाम पर काफी गहमा गहमी रही और अधिक संख्या में पुलिस के जवान मौजूद रहे। मुखाग्नि पिता दीपक पांडे ने दी।

अजय राय जनेऊ दिखा बोले- 24 कैरट ब्राह्मण हूं

राजधानी लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत पर सियासत गर्मा रही है। गुरुवार को गोरखपुर में प्रभात का अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी पहुंचे। यहां पर वह भड़क गए। अपना जनेऊ दिखाते हुए कहा कि 'यह देख लो, हम 24 कैरट ब्राह्मण हैं, झूठे नहीं हैं, महादेव के भक्त हैं'। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मृतक प्रभात पांडेय के परिवार को 10 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। साथ ही न्याय दिलाने के लिए हमेशा साथ खड़े रहने की बात कही।

प्रभात के मौत पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर किया प्रदर्शन

लखनऊ में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान एक कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत को लेकर बृहस्पतिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया। उन्होंने पार्टी कार्यालय के मुख्य द्वार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला जलाया। एनएसयूआई का कार्यकर्ता अक्षत सिंह आग की चपेट में आ गया और झुलस गया।कांग्रेसियों ने पार्टी मुख्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। शोक सभा में राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पाण्डे, पूर्व सांसद एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय -पूर्व मंत्री सहित, सांसद, विधायक एवं नेता कार्यकर्ता शामिल हुए।

अनियंत्रित आॅटो आपस में टकराए घायलों को इलाज के लिए भेजा गया

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के खजनी गोरखपुर मार्ग पर दो अनियंत्रित आॅटो रेक्शानारा गांव के पास आपस में टकरा गए, घटना में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। जिसमें दो गंभीर रूप से घायलों हमिदुन्नीशा 60 वर्ष और यूसुफ 20 वर्ष को इलाज के लिए जिले पर भेज दिया गया, जबकि अन्य घायलों को खजनी पीएचसी से प्राथमिक इलाज के बाद घर भेज दिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार खजनी गोरखपुर मुख्य मार्ग पर अपराह्न लगभग 3 बजे दो आॅटो चालक अनियंत्रित होकर आपस में भिड़ गए हादसे में एक आॅटो पलट गया जबकि दूसरा मौके से फरार हो गया सड़क पर पलटे क्षतिग्रस्त आॅटो को कब्जे में लेकर पुलिस उसे थाने में ले आई।

थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने बताया कि घायलों को इलाज के लिए भेज दिया गया, अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

*इमामबाड़ा मुस्लिम गर्ल्स इण्टर कालेज में जलसा मिलादुन्नबी का हुआ आयोजन*

गोरखपुर। इमामबाड़ा मुस्लिम गर्ल्स इण्टर कालेज में जलसा मिलादुन्नबी आयोजित किया गया । कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती गज़ाला शाह रही। प्रधानाचार्या श्रीमती आयशा हक एवं गाइड की कलर पार्टी द्वारा अपने विशेष अतिथि का शानदार स्वागत किया गया। किरअत से मीलाद का आगाज़ हुआ।

विद्यालय की छात्राओं और शिक्षिकाओं ने बढ़ चढ़ कर भागीदारी निभाई, सलाम और दुआ के बाद मीलाद खत्म हुई। आखिर में छात्राओं और मेहमानो ने विद्यालय की छात्राओं द्वारा लगाए गये स्टाल पर खाने की चटपटी वस्तुओं का स्वाद लिया। प्रधानाचार्या श्रीमती आयशा हक ने कहा कि प्रोग्राम को आयोजित करने के पीछे मकसद है कि दुनियावी तालीम के साथ दीनी तालीम में भी छात्राएं दिलचस्पी ले और दीन की रोशनी में अपने मुस्तकबिल को बेहतर बनाएं।

*युवक के पोखरी में डूबने की सूचना पर हलकान हुई पुलिस, गुमशुदगी दर्ज*

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के पड़ियापार गांव में एक युवक के पोखरी में डूबने की सूचना पर पहुंची पुलिस उसकी तलाश में घंटों तक हलकान हुई।

सबेरे लगभग 9 बजे थाने में पुलिस को सूचना दी गई कि पड़ियापार गांव के निवासी

मोहन पुत्र रामप्रीत उम्र लगभग 40 वर्ष गांव के पोखरी में डूब गए हैं। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने देखा तो पोखरी जलकुंभियों से भरी मिली और किनारे पर सिर्फ घुटनों तक पानी था। घटना की सूचना एसडीआरएफ को दी गई किंतु जलकुंभी के कारण पोखरी में प्रवेश करना मुश्किल था। आखिरकार जलकुंभी की सफाई के लिए मजदूरों को लगाया गया।

पुलिस ने युवक के गायब होने की सूचना पर खजनी थाने में गुमशुदगी दर्ज कर ली है और जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

मातृछाया संस्था के पांचवें वर्षगांठ पर भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष ने की काटकर संस्था के सदस्यों को दी बधाई

गोरखपुर। "मातृछाया" रुग्ण मानसिक मान्दत निराश्रित महिलाओ के पुनर्वास हेतु संकाल्पत सामाजिक संस्था की स्थापना दिवस को पाँचवी वर्ष गांठ पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ गोरक्षप्रान्त्र के प्रान्त्र प्रचारक रमेश जी, विभाग प्रचारक अजय नारायण जी, भारतीय जनता पार्टी गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानन्द राय, भारतीय सशस्त्र सीमा बाल के डीआईजी मनोज कुमार चन्द, गोरखपुर विश्वविद्यालय में शिक्षाशास्त्र की प्रोफेसर डॉ. सुषमा पाण्डेय, महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यदक्ष आस्मता चन्द, श्रीमती रेनू सिर, जिला प्रोबेशन अधिकारी समर बहादुर सिंह, जिला दिव्यांग जनसशक्तिकरण अधिकारी कमलेश वर्मा, समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ट नारायण स्टिं मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ अमित शाही डॉ. दान पाल सिंह, डॉ सुधांशु शेखर सिहं पूर्व महान‌गर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव, गोरखपुर विश्वविद्यालय के महामंत्री नीरज शाही डॉ नवीन चन्द, डॉ रीता सिट आदि समेत बढने सख्या मे महानगर के सम्म्रान्त्र नागरिक ज्यास्थत थे।

कार्यक्रम को अध्यक्षता इतिवसकार डॉ दान पाल सिंह ने किया। विशिष्ट अतिथि प्रो० सुषमा पाण्डेय, डी. आई जो सराख सीमा बल श्री गनोज कुमार, श्रीमती आस्मता चड, समाज कल्याण अधिकार वारीष्ट-नारायण सिंह, जिला दिव्यांग कल्याण अधिकार कमनेश वर्मा, 'पहल' संस्था के निदेशक डॉ.वो. के. श्रीवास्रव, श्रीमती रेनू सिंह आदि ने उपाणित नागरिको को सम्बोधित किया तथा संस्था द्वारा मानसिक मन्दित, रुग्ण बेसहारा व विशिघ्र महिलाओं को दी जा रही सराहनीय एवं उत्कृष्ठ सेवन की प्रशंसा

को।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानन्द राय ने कहा कि मानवता की सेवा ईश्वरोप कार्य है। यह संस्था बड़ी हो निष्ठा, मनोयोग, ईमानदारी और समर्पण से समाज सेवा, का उत्कृष्ट कार्य कर रही है। देश में वीमारी लाचारी विशेष रूप से मानसिक विकारो से ग्रसित स्त्रियो की सेवा का महनीय गर्म करने वाली अनू‌ठी संस्था है। जो देश के नागरिको विषशेषकर नई पीढ़ी को मानवता सेवा कल्याण और उद्‌घार को प्रेरणा देती है। आज देश के हर नगर कस्बे और शहर में ऐसी ही संस्था में आवश्यकता हैअध्यसोप उद्‌बोधन देते हुए डॉ दान पाल सिंह ने कहा कि वर्तमान समय मे दुनिया मशीनीकरण के दौर से गुजर रही है, मशीनीकरण ने लोगो के जीवन में विकास के साथ साथ अनेक विकृतियां और विकार जी पैरा किए। मानसिक मदता, रुग्णता, असंतुलन, विक्षिप्तता सदृश मनोरोग का जनक है। यह संस्था न केवल चिकिरसा और मनोविज्ञान वाल्डे अप्रतिम नात्सल्य के साथ ऐसो निराश्रित और समाज की त्याज्य मातृ‌शक्ति में उत्कृष्ठ एवं समर्पित सेवा से उनके जीवन में नव प्रकाश भरती है

गैसंख्या को प्रसिद्धि और सेवा के शिखर पर देखने की अभिलाषा के साथ साथ नई पीढ़ी के मानव सेवा ईश्वर सेवा की- प्रेरणा देने के लिए रोम रोम से अनुग्रहीत हूं।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. विनय सिह जे. आर. एक एवं अनिधि परिचय व धन्यवाद चापन संस्था के डायरेक्टर आलोक मणि त्रिपाठी ने किया ।

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत,अजय राय पहुंचे सिविल अस्पताल

लखनऊ । यूपी विधानसभा घेराव के लिए बुधवार को किए गए प्रदर्शन में कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। कार्यकर्ता प्रभात पांडेय पुत्र दीपक पांडेय प्रदर्शन में शामिल होने के लिए लखनऊ आया था। उसके शव को सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां कुछ देर बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता की मौत नहीं, हत्या है। वहीं, विधानसभा का घेराव करने के लिए लखनऊ कूच की तैयारी में लगे कांग्रेस नेताओं को बुधवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ही रोक लिया गया और वरिष्ठ नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर पहुंचे कांग्रेसियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और ईको गार्डेन में जाकर छोड़ दिया। वहीं, जिन नेताओं ने भी विधान भवन पहुंचने का प्रयास किया पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया। घेराव करने जा रहे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। धक्का-मुक्की के दौरान वो कुछ देर के लिए वह बेहोश हो गए। प्रदर्शन से लौटने के बाद अजय राय सिविल अस्पताल पहुंचे। पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि दीपक पांडेय को कांग्रेस कार्यालय से बेहोशी हालत में अस्पताल लाया गया जहां उनकी मौत हो गई है। डॉक्टर के अनुसार शरीर पर कोई चोट नहीं पायी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक गोरखपुर का रहने वाला था।

*आबकारी विभाग की टीम ने अमृतानी में अवैध कच्ची शराब के ठिकाने पर दी दबिश*


गोरखपुर। अवैध कच्ची शराब का कारोबार करने वालों के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है कुटीर उद्योग के रूप में पनप रहे इस व्यापार को समाप्त करने के लिए समय-समय पर आबकारी विभाग द्वारा कार्रवाई भी की जाती है लेकिन अवैध कारोबार में संलिप्त लोग महिलाओं को आगे करके कारोबार को फल फूल रहे हैं आज आबकारी विभाग की टीम ने राजघाट थाना क्षेत्र के अमृतानी में अवैध कच्ची शराब के ठिकाने पर दबिश दी तो हड़कंप मच गया टीम ने मौके से 25 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद करते हुए आबकारी अधिनियम के तहत सुसंगत धाराओं में एक मुकदमा दी पंजीकृत कराया है ।

अवैध शराब के निर्माण/बिक्री/परिवहन /भंडारण के विरुद्ध चलाये जा रहे प्रवर्तन अभियान के अंतर्गत उप आबकारी आयुक्त गोरखपुर प्रभार, के आदेश के अनुपालन में बुधवार को ज़िला आबकारी अधिकारी गोरखपुर के निर्देश के क्रम में आबकारी निरीक्षक क्षेत्र -2,एस.एन.वर्मा व क्षेत्र -7, सुधीर कुमार द्वारा मयस्टाफ थाना राजघाट के ग्राम- अमरुतानी में दबिश दी गयी| दबिश के दौरान 25 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद करते हुए आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में 01अभियोग पंजीकृत किया गया।

चन्द्रकान्ति रमावती देवी आर्य महिला पी.जी. कालेज के बी.एड्. विभाग द्वारा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन

गोरखपुर- चन्द्रकान्ति रमावती देवी आर्य महिला पी.जी. कालेज, गोरखपुर के बी.एड्. विभाग द्वारा आधुनिक युग में नारी सशक्तिकरण की विराट प्रतिमूर्ति अहिल्याबाई होल्कर, विषय पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दीन दयाल उपाध्याय, गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग की आचार्य प्रो. सुषमा पाण्डेय ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभागियों/छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि अहिल्याबाई होल्कर ने नारी सशक्तिकरण की दिशा में विशेष प्रयास किया तथा उनकी शिक्षा एवं उत्थान के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। भारत की महिलाओं ने इतिहास में वह स्थान अर्जित किया है जिससे देवता भी वंचित रहे हैं। महारानी अहिल्याबाई होलकर का व्यक्तित्व व कृतित्व उन्हें विश्व की श्रेष्ठतम महिलाओं की पंक्ति में अग्रणी बनाता है। भारत के इतिहास और जनमानस पर उनका विशेष प्रभाव रहा है। विश्व का सबसे बड़ा महिला संगठन राष्ट्र सेविका समिति कर्तृत्व के आदर्श के रूप में लोकमाता अहिल्याबाई होलकर का अनुसरण करती है। रानी न्याय करते समय अपने पराये में जरा भी भेद नहीं करती थी. व्यक्ति से लेकर पशुओं तक के दर्द को समझती थी. एक बार क्रूरता के मामले में बेटे के दोषी पाये जाने पर अहिल्याबाई होलकर बेटे को रथ के नीचे कुचलकर मारने के लिए निकल गई। राजर्माता अहिल्याबाई होलकर, मालवा साम्राज्य की होलकर रानी थीं। उन्हें भारत की सबसे दूरदर्शी महिला शासकों में से एक माना जाता है। 18वीं शताब्दी में, मालवा की महारानी के रूप में, धर्म का संदेश फैलाने में और औद्योगीकरण के प्रचार-प्रसार में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा था। देवी अहिल्याबाई होलकर के 300वें जयंती वर्ष को पूरे देश में मनाने के लिए 'लोकमाता अहिल्याबाई होलकर देशभर के प्रख्यात कलाकार, शिक्षाविद्, साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। अतिथि स्वागत कालेज प्रबंधक डा. विजयलक्ष्मी मिश्रा जी ने किया।

कार्यक्रम के अन्तर्गत महाविद्यालय की 21 छात्राओं ने भाषण प्रतियोगिता के अन्तर्गत उत्साह से प्रतिभाग किया। निर्णायक मंडल के रूप में डा. वीरेन्द्र कुमार गुप्ता जी तथा डा. अमिता अग्रवाल जी ने अपना सहयोग दिया।

भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान गरिमा मिश्रा, द्वितीय स्थान सम्पूर्णा पांडेय, तृतीय स्थान हुमा बानो तथा सांत्वना पुरुस्कार खुशी शर्मा, रिजवाना अंसारी, सोनम वर्मा को प्राप्त हुआ।

कार्यक्रम संचालन बी.एड. विभागाध्यक्ष डा. अपर्णा मिश्रा ने किया। तथा धन्यवाद ज्ञापन एम.एड. विभागाध्यक्ष डा. रेखा श्रीवास्तव ने किया, इस अवसर पर प्राचार्य डा. सुमन सिंह तथा महाविद्यालय के समस्त शिक्षक उपस्थित रहे।

शोधपीठ में योग कार्यशाला के दूसरे दिन आनलाईन व्याख्यान के साथ आयोजित हुआ योग प्रशिक्षण कार्यक्रम


योग सिर्फ आसन नहीं है बल्कि उसका एक भाग है – डॉ. संजय कुमार तिवारी

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय स्थित महायोगी गुरु श्रीगोरक्षनाथ शोधपीठ द्वारा कुलपति प्रो. पूनम टण्डन के संरक्षण में चल रहे सप्तदिवसीय शीतकालीन योग कार्यशाला विषय ’योग एवं दर्शन’ दिनांक 18 दिसम्बर को योग प्रशिक्षण के दूसरे दिन भी प्रतिभागियों की काफी संख्या रही। योग प्रशिक्षण डा. विनय कुमार मल्ल के द्वारा दिया गया। ध्यान सहित योग प्रशिक्षण में लगभग 30 लोगों ने भाग लिया। इसमें स्नातक, परास्नातक, शोध छात्र आदि विद्यार्थी एवं अन्य लोग सम्मिलित हुए।

अपरान्ह 1 बजे आनलाइन माध्यम से योग दर्शन विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के स्वागत के साथ शोधपीठ के सहायक निदेशक डॉ. सोनल सिंह के द्वारा हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. संजय कुमार तिवारी, सहायक आचार्य, दर्शनशास्त्र विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय रहे। उन्होंने योग दर्शन की उत्पत्ति की चर्चा करते हुए कहा कि योग भारतीय संस्कृति जितनी प्राचीन है। पतंजलि ने योग दर्शन को एक व्यवस्थित दार्शनिक प्रणाली के रूप में विकसित किया है। उन्होंने चित्त, चित्त की भूमियों, अंतरंग साधन, ध्यान, समाधि, परिकर्म, अष्टांग योग के बारे में प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि योग सिर्फ आसन नहीं है बल्कि उसका एक भाग है। योग के अधिकारी हम तभी होते है जब हम यम का पालन करते है।

इस आनलाइन व्याख्यान में कार्यक्रम का संचालन शोधपीठ के रिसर्च एसोसिएट डॉ. सुनील कुमार द्वारा किया गया। शोधपीठ के उप निदेशक डॉ. कुशलनाथ मिश्र जी द्वारा मुख्य वक्ता एवं समस्त श्रोताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। शोधपीठ के सहायक ग्रन्थालयी डॉ. मनोज कुमार द्विवेदी, वरिष्ठ शोध अध्येता डॉ. हर्षवर्धन सिंह, चिन्मयानन्द मल्ल आदि उपस्थित रहे। डॉ. झरना रानी आदि ने प्रश्न भी पूछा जिसका वक्ता ने उत्तर दिया। विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षकों के साथ ही विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के आचार्य सहित डॉ. श्रीनिवास मिश्र, डॉ. निरंकार राम त्रिपाठी, डॉ. मनोज कुमार यादव आदि जुड़े रहे।