मल्लिकार्जुन खरगे ने अमित शाह के बयान की निंदा की, कहा - ये लोग संविधान को नहीं मानते।
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि कल अमित शाह जी ने जो बात कही वो निंदनीय है. मुझे मजबूरन कहना पड़ता है ये लोग संविधान को नहीं मानते. स्वर्ग और नर्क की बात करने वाले मनुस्मृति को मानते हैं. इनके गुरु गोलवरकर भी यही भाषा बोलते थे, उसी स्कूल से शिक्षित हैं, वही ये भी बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार को नीचा दिखाने के लिए बोलते थे. फिर वही बात बोला. टीवी पर बातें लाइव चल रही है. उन्होंने कहा कि जिस बात को अंबडेकर कभी नहीं मानते हैं. उन बातों को लेकर उनके गृह मंत्री बात करते है. मोदी साहब उनका बचाव करने के लिए छह ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि अमित शाह ने गलत बयान दिया. पीएम ने उन्हें बचाया.
खरगे ने कहा कि बहस हो रही थी. किसी ने संविधान के बारे में अच्छा बोला, तो किसी ने तंज कसते हुए बोला था. वे लोग चाहते थे कि संविधान बारे में उत्सव मनाकर देश के सभी नवयुवकों को समझाना चाहिए. जो स्वतंत्रता के बाद पैदा हुए. युवा पीढ़ी गांधी, नेहरू, अंबडेकर के बारे में नहीं जानते थे. उस वक्त संविधान सभा में घटनाएं घटी है और सभी सदस्य ने अपनी सलाह रखी. इसका एक चिंतन हो जाए और मंथन हो जाए. देश की सभी जनता को इस बारे में मालूम हो जाए.
खरगे ने अमित शाह के बयान को बताया निंदनीय
खरगे ने कहा कि कल अमित शाह ने एक बात कही, जो बहुत ही निंदनीय है. यह देश का दुर्भाग्य है कि किसी भी एक दलित नायक को, जो सभी के लिए पूजनीय है, उनको अपमान करने की, उनके बारे में तंज कसने की और विपक्षी पार्टी की ओर देखकर बयान दिया. यह बहुत ही निंदनीय है.
खरगे ने कहा कि ये लोग संविधान को नहीं मानते हैं. स्वर्ग और नरक की बात करते हैं तो मनुस्मृति की बात करते हैं. इसमें ही लिखा है कि क्या स्वर्ग है. यह मानसिकता मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री और मोदी साहेब को भी है.
खरगे ने पीएम मोदी से की ये मांग
उन्होंने कहा कि बार-बार आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस ने उनका अपमान किया है. वे कांग्रेस, नेहरू और गांधी परिवार को नीचा दिखाने का बात करते थे. उसी तरह की बात कही.
खरगे ने कहा कि जिस आदर्श को अंबेडकर नहीं मानते हैं कि उन बातों को लेकर गृह मंत्री बात करते हैं. मोदी साहेब उनका बचाव करने के लिए ट्वीट किया. उन्होंने सवाल किया कि क्या जरूरत थी. यदि कोई बाबा साहेब के बारे में गलत बोलता है तो उसे कैबिनेट से निकाल देना चाहिए था. उन्होंने कहा कि अमित शाह का राजीनामा देना चाहिए और पीएम मोदी को अंबडेकर के बारे में श्रद्धा है कि उन्हें निकाल देना चाहिए. अंबेडकर का अपमान करने वालों का कैबिनेट में रहने का कोई अधिकार नहीं है.
Dec 18 2024, 19:27