विकास की राह देख रहा चिल्लूपार कच्छरांचल बाढ़ग्रस्त गांव
गोरखपुरI विकास खण्ड बड़हलगंज, चिल्लूपार के कच्छरांचल ग्रामसभा सिधेगौर में गोहना, बेल्थर व सिधेगौर राजस्व ग्राम है । रामजानकी मार्ग से गोहना तक जाने वाली सड़क बुरी हालत में है। इस सड़क की मरम्मत के लिए फण्ड स्वीकृत होने के बाद भी मरम्मत का कार्य आज तक नहीं हो पाया है.। चिल्लूपार कच्छरांचल छोर रामजानकी मार्ग सिधेगौर से गोहना तक जाने के सड़क की हालत बहुत ख़राब है , सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल है। जगह-जगह सड़क पर गड्ढे बने हुए हैं और सड़क खाई में तब्दील हो गई है । जिसमें दोपहिया-चारपहिया वाहनों को मुश्किलों का सामना तो करना ही पड़ रहा है, पैदल चलने वाले राहगीर भी आए दिन गिरकर घायल हो रहे हैं।सड़क मरम्मत के लिए बजट जारी किया जा चुका है। सम्बंधित विभाग के खाते में धन आ भी चुका है लेकिन अभी तक मरम्मत कार्य पूर्ण नहीं हो सका है।
इस सम्बन्ध में ग्रामीणों ने क्या कहा ?
ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान गुरुचरन यादव ने कहा कि राजस्व ग्राम सिधेगौर, गोहना, बेल्थर में पुलिया का निर्माण कराया जाना अति आवश्यक है क्योंकि बाढ़ के दिनों में नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण सड़कों का कटान होता रहता है जिसके कारण सड़क कट कर बह जाती है अगर जगह-जगह पुलिया का निर्माण हो जाता तो पानी पुलिया के रास्ते बह जाता जिससे सड़क सुरक्षित बची रहती ।
ग्राम प्रधान ने बताया कि सीधेगौर में पुलिया का निर्माण लगभग एक वर्ष से हो रहा है कार्य की गति धीमी होने के कारण अभी तक पूर्ण नहीं हो पाया है ।
बांध का निर्माण होने से मिलता कटान की समस्या से निजाद
ग्रामीणों का कहना है कि भले ही सरकार की तरफ से गांव में विकास की गंगा बहाने की बात कही जा रही हो, लेकिन चिल्लूपार के दक्षिणांचल के कच्छरांचल में विकास आज भी अधूरा है। साल 2024 में बगहा गांव कच्छारांचल अपना वजूद खोने की कगार पर था। सरयू नदी के कटान के कारण आसपास के गांव में काफी नुक्सान हुआ था। गांव के पश्चिम की तरफ डुमरी से गोहना तक बड़ा बांध का निर्माण हो जाता तो कटान की समस्या से निजात मिलती.
बांध के संबंध में स्थानीय विधायक व राजस्व अधिकारियों से चर्चा की गई लेकिन इस पर अभी तक कोई सकारात्मक कार्य नहीं किया गया । राजस्व कर्मी इस संबंध में केवल टाल मटोल कर अपना पड़ला झाड़ देते हैं ।
सरकारी योजनाओं (प्रधानमंत्री आवास योजना) से वंचित कच्छरांचल के ग्रामीण
ग्राम सभा सीधेगौर के राजस्व ग्राम बेल्थर में बसे ग्रामीणवासियों का कहना है कि सरयू नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण हमारा गांव कटकर नदी में विलीन हो गया , जिससे शासन द्वारा हमें बेल्थर गांव में बसाया गया है । लोगों ने कहा कि इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी हमें किसी प्रकार की सरकारी योजनाओं( प्रधानमंत्री आवास योजना) का लाभ नहीं मिला झोपड़ियों व टाट में रहकर हमें गुजर बसर करना पड़ रहा है तथा किसी प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ हमें नहीं मिल रहा ।
‼️इस प्रकरण के संबंध में उपजिलाधिकारी गोला राजू कुमार ने कहा कि आप मीडिया कर्मियों द्वारा मामले की जानकारी हुई है , मौके का निरीक्षण कर निस्तारण कराया जाएगा ।
Dec 17 2024, 21:22