छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : विपक्ष माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की धोखाधड़ी पर लाया स्थगन, आसंदी ने किया अग्राह्य…

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की धोखाधड़ी पर स्थगन प्रस्ताव लाते हुए चर्चा कराए जाने की मांग की. आसंदी ने विपक्ष के स्थगन को अग्राह्य कर दिया. 

विपक्ष ने माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की धोखाधड़ी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि महिला समूहों से ठगी की जा रही है. लोन वसूली के नाम पर महिलाओं को आधी रात को प्रताड़ित किया जा रहा है. नक्सल क्षेत्रों में भी ग्रामीणों से ठगी हो रही है. सरकार मामले में जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रही है. मामले में विपक्ष के स्थगन पर चर्चा कराए जाने की मांग को आसंदी ने अग्राह्य कर दिया.

कांग्रेस के पूर्व विधायक पर फड़ प्रभारी से गाली-गलौज और मारपीट का आरोप, एफआईआर दर्ज
रायगढ़-    रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक और उनके समर्थकों पर धान खरीदी केंद्र में शासकीय कार्य में बाधा डालने, गाली-गलौज और मारपीट करने का आरोप लगा है. फड़ प्रभारी शिशुपाल भोय ने मामले की शिकायत पुलिस से की है. शिकायत के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है. यह घटना पुसौर ब्लॉक के ग्राम छिछोर उमरिया के धान खरीदी केंद्र की है.

यह है मामला

शिकायत के मुताबिक, सोमवार दोपहर ग्राम छिछोर उमरिया धान खरीदी केंद्र में जाकर पूर्व विधायक प्रकाश नायक, सुखसागर गुप्ता, बजरंग गुप्ता, संहित पटेल, कैलाश गुप्ता, रेशम गुप्ता, उत्तम सिदार और अन्य उनके 10-12 समर्थकों ने कम धान तौल करने को लेकर हंगामा किया. आरोप है कि शराब के नशे में उन्होंने शासकीय कार्य कर रहे फड़ प्रभारी शिशुपाल भोय सहित अन्य कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज और मारपीट की. जिसको लेकर रायगढ़ जिला सहकारी कर्मचारी संघ के सदस्यों ने पुसौर थाने सहित पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल से मिलकर लिखित शिकायत की और आरोपियों के विरूद्ध उचित कार्रवाई की मांग की.

मामले की शिकायत के बाद पुसौर पुलिस ने पूर्व कांग्रेसी विधायक प्रकाश नायक सहित अन्य आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है. सभी पर सरकारी काम में बाधा डालने समेत गंभीर धाराओं के तहत गैर जमानती मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : कांग्रेस ने उठाया अस्पतालों को भुगतान का मुद्दा, स्वास्थ्य मंत्री ने किया पलटवार, कहा –

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन ध्यानाकर्षण के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अस्पतालों का भुगतान लंबित होने से इलाज नहीं होने का मुद्दा उठाया. इस पर स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि आपकी सरकार के समय की देनदारी है, उसे हम दे रहे हैं. जल्दी ही सभी भुगतान को कर दिया जाएगा. 

कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने ध्यानाकर्षण में आयुष्मान योजना में इलाज और अस्पतालों को भुगतान का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि भुगतान लंबित होने की वजह से मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने कहा कि 838 करोड़ का भुगतान लंबित है. टीपीए के जरिए क्लेम का भुगतान किया जाता है. भ्रष्टाचार रोकने हमने 75 अस्पताल की जांच की, वहीं 11 अस्पतालों पर 151 लाख का फाइन किया. अस्पतालों को भुगतान किया जा रहा है. 300 करोड़ राशि का प्रावधान अभी किया गया है.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि 1400 करोड़ का भुगतान रुका है. छोटे-छोटे अस्पताल बंद हो गए हैं. इलाज नहीं हो रहा है. कब तक भुगतान होगा? इस पर स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने कहा कि आपकी सरकार के समय की देनदारी है, उसे हम दे रहे हैं. जल्दी ही सभी भुगतान को कर दिया जाएगा.

पंचायत चुनाव 2024-25 की आरक्षण प्रक्रिया को निरस्त किए जाने पर विधायक चंद्राकर का बयान, कहा- निश्चित समय में होगा चुनाव

रायपुर-   छत्तीसगढ़ सरकार ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2024-25 की आरक्षण प्रक्रिया को निरस्त कर दिया है. पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव तारन प्रकाश सिन्हा ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. जिसमें अपरिहार्य कारणों का हवाला दिया गया है. अब इस पूरे मामले पर दिग्गज भाजपा विधायक अजय चंद्राकर का बयान सामने आया है.

पंचायत चुनाव के वार्डो के आरक्षण पर लगाई गई रोक को लेकर भाजपा के विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि जरूर कोई विषय रहा होगा, स्थानीय संस्थानों के चुनाव निश्चित समय में कराए जाने है, चुनाव थोड़ा बहुत आगे-पीछे हो सकता है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : दूसरे दिन भी उठा जल जीवन मिशन में अनियमितता का मुद्दा

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी जल जीवन मिशन में अनियमितता का मुद्दा उठा. भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने प्रश्नकाल में सवाल किया कि अनितमितता की शिकायत पर ठेकेदारों का टेंडर क्यों निरस्त नहीं किया गया.

भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने प्रश्नकाल में सवाल किया कि जल जीवन मिशन में अनियमितता करने वाले ठेकेदारों को नोटिस जारी किए गए हैं, उसमें क्या शिकायतें थी. कब-कब शिकायतें प्राप्त हुई हैं. जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर कार्रवाई तो हुई, लेकिन शिकायत सही पाए जाने के बाद भी उनका टेंडर निरस्त क्यों किया गया?

मंत्री अरुण साव ने जवाब में कहा कि जो-जो शिकायतें मिली उस पर कार्रवाई हुई है. ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट भी किया गया है. 700 से ज्यादा शिकायते मिली थी. इस पर धरमलाल कौशिक ने कहा कि फर्जी अनुभव की शिकायत पर 100 करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी की क्या ईडी से जांच कराएंगे? इस पर मंत्री साव ने कहा कि जांच हो रही है, उसके आधार पर कार्रवाई होगी. जरूरत हुई तो एफआईआर भी करेंगें, कठोर कार्रवाई होगी.

बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टीएस सिंहदेव ने उठाया सवाल, अजय चंद्राकर का पलटवार- यही है कांग्रेस का असली चरित्र…

रायपुर-  बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के पांच सदस्यीय संविधान पीठ के फैसले पर अबकी बार पूर्व उप मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने सवाल उठाया है, जिस पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि यही कांग्रेस का असली चरित्र है. 

पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव वायरल वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर छत्तीसगढ़ भाजपा ने शेयर किया है. जिसमें सिंहदेव यह कहते नजर आ रहे हैं कि जब बाबरी मस्जिद के समय जो फैसला सुनाया गया, उस फैसले में किसी भी जज के हस्ताक्षर नहीं है. यह फैसला वह फैसला है, देश में जो विषम परिस्थिति बन गई थी, उसे खत्म करने के लिए पांच जज के बेंच ने यह फैसला किया.

पूर्व उप मुख्यमंत्री कहते सुनाई दे रहे हैं कि देश में विद्यमान नियम-कानून के खिलाफ, जितने संविधान के प्रावधान है, उसके खिलाफ यह फैसला सुनाया गया. एक बाबरी मस्जिद के बाद आज 40 हजार स्थान देश में ऐसे हैं, जहां गड़े मुर्दे उखाड़े जा सकते हैं. एक बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के जजों ने क्यों ऐसा फैसला लिया, जिसमें सही और गलत को आधार नहीं बनाया.

टीएस सिंहदेव के इस वायरल वीडियो पर पलटवार करते हुए अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस का असली चरित्र यही है, जो टीएस सिंहदेव ने कहा है. संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करना कांग्रेस की फितरत है. यह सीधे-सीधे संवैधानिक संस्था न्यायपालिका अपमान है. सर्वोच्च न्यायालय इस मामले में सिंहदेव के खिलाफ कार्रवाई करे.

राजधानी समेत कई जिलों में कड़ाके की ठंड, फिर लुढ़का रात का पारा, स्कूलों का बदला गया समय, जानिए कैसा रहेगा आज का मौसम…

राजधानी समेत कई शहरों में बढ़ी ठंड

मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों में ठंड में और वृद्धि दर्ज की गई. राजधानी रायपुर में न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि रायपुर के नजदीकी माना क्षेत्र में तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो सामान्य से 5.8 डिग्री कम है. इसके अतिरिक्त, बिलासपुर में पारा 10.6 डिग्री, पेंड्रारोड में 6.6 डिग्री, अंबिकापुर में 4.0 डिग्री, जगदलपुर में 8.5 डिग्री, दुर्ग में 7.2 डिग्री और राजनांदगांव में 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

तापमान में हल्की वृद्धि की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 24 घंटों में प्रदेश में न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि हो सकती है, हालांकि इस दौरान कोई विशेष बदलाव होने की उम्मीद नहीं है. अगले कुछ दिनों में तापमान में 3 से 5 डिग्री तक की क्रमिक वृद्धि होने की संभावना जताई गई है. राज्य में अब तक सबसे कम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस बलरामपुर में दर्ज किया गया है.

बदलेगा मौसम का मिजाज

मौसम विभाग ने यह भी बताया कि दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इस चक्रवाती परिसंचरण का प्रभाव औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है. अगले दो दिनों के दौरान इसका असर और अधिक बढ़ सकता है और यह पश्चिम-उत्तर पश्चिम की दिशा में तमिलनाडु के तट की ओर बढ़ने की संभावना है.

रायपुर में ऐसा रहेगा मौसम

रायपुर में अगले 24 घंटों के दौरान आकाश आंशिक रूप से मेघमय रहने की संभावना है. ऐसे में, प्रदेशवासियों को ठंड से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण पर भाजपा विधायक ने मंत्री को घेरा…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरा दिन सत्ता पक्ष के विधायकों ने राजधानी रायपुर के प्रसिद्ध बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण पर नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव को सदन में घेरा.

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव से सवाल किया कि बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण में किस-किस मद से राशि खर्च हुई है. इसके जवाब में मंत्री अरुण साव ने बताया कि सभी कार्य स्मार्ट सिटी से हुआ है. इस पर अजय चंद्राकर ने कहा कि पर्यटन मंडल, नगर निगम और स्मार्ट की राशि खर्च हुई है. इस मामले की जांच कराई जाए. इस पर मंत्री ने परीक्षण कराने की बात कही.

भाजपा विधायक राजेश मूणत ने भी मुद्दे पर मंत्री को घेरते हुए कहा कि तीन-तीन एजेंसियों ने काम किया है. 6 करोड़ का फाउंटेन लगाया, लेकिन बंद पड़ा हुआ है. सौंदर्यीकरण के कार्यों की जाँच होनी चाहिए.

नगर पंचायत गठन के 3 माह बाद भी क्रियान्वयन सुस्त, 870 जॉब कार्ड धारी मजदूर और 580 आवासहीन हितग्राही संकट में
गरियाबंद-    जिले में 21 अगस्त 2024 को देवभोग को नगर पंचायत बना दिया गया था, लेकिन तीन महीने बाद भी नगर पंचायत के क्रियान्वयन मोड में आने में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई है. प्रशासन ने 15 दिन पहले संचालन समिति का गठन किया था और यह राज पत्र में प्रकाशित भी हो चुका है, लेकिन आदेश स्थानीय प्रशासन को अब तक नहीं प्राप्त हुए हैं. इसके कारण 870 जॉब कार्ड धारी मजदूर और 580 आवासहीन हितग्राही योजनाओं के लाभ से वंचित हैं.

नगर पंचायत का वार्ड विभाजन और सीएमओ की नियुक्ति
देवभोग नगर पंचायत का वार्ड विभाजन पहले ही कर लिया गया था और सप्ताह भर पहले सीएमओ के रूप में संतोष स्वर्णकारण की नियुक्ति भी की गई थी. नगर पंचायत परिषद के संचालन के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया गया था, लेकिन अभी तक इस समिति के कामकाजी आदेश, शपथ ग्रहण और अन्य गतिविधियों के लिए कोई निर्देश स्थानीय प्रशासन को प्राप्त नहीं हुए हैं. हालांकि, नए सीएमओ ने नगर पंचायत को स्वरूप देने के लिए प्रारंभिक कार्य शुरू किया है.

एसडीएम का बयान: आदेश का इंतजार
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए एसडीएम तुलसी दास मरकाम ने कहा कि संचालन समिति को लेकर अब तक जिला या शासन से कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, “मार्गदर्शन लेकर जल्द ही नगर पंचायतवासियों के हित से जुड़ी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाएगा.”

पीएम आवास योजना 2 में देरी, 580 हितग्राही संकट में
देवभोग नगर पंचायत में पीएम आवास योजना 2 का सर्वे कार्य जोर-शोर से चल रहा है, लेकिन अचार संहिता के कारण यह 15 नवंबर को बंद हो जाएगा. अगले वित्तीय वर्ष में इसी सर्वे के आधार पर आवास की राशि आबंटित होगी, लेकिन देवभोग नगर पंचायत में यह काम सुस्त पड़ा हुआ है. जनपद रिकॉर्ड के अनुसार, देवभोग में 387, झराबहाल में 64 और सोनामुंदी में 29 हितग्राही आवास सूची में शामिल थे. इन हितग्राहियों को अब पंचायती योजना से अलग कर दिया गया है, और उन्हें नगरीय निकाय की योजना से आवास की उम्मीद है.

870 जॉब कार्ड धारी मजदूर भी इंतजार में
देवभोग नगर पंचायत में 870 जॉब कार्ड धारी मजदूर भी नगरीय निकाय की योजनाओं का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इन मजदूरों के लिए भी नगर पंचायत की योजनाओं में कोई विशेष प्रगति नहीं हो पाई है, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में असमर्थ हैं.

समिति पदाधिकारियों का स्वागत
नगर पंचायत क्रियान्वयन समिति के गठन के बाद आज सभी नव नियुक्त पदाधिकारियों का जोशीला स्वागत किया गया. राज पत्र में प्रकाशित सूचना के मुताबिक, सात सदस्यीय समिति में अनिल बेहेरा को अध्यक्ष, मुनू राम पांडे को उपाध्यक्ष और सुशील यादव, शिवलाल निषाद, कुंज बिहारी यादव, अमरचंद पांडे और हीराराम यादव को सदस्य नियुक्त किया गया है. इन पदाधिकारियों का स्वागत पूर्व विधायक डमरूधर पुजारी के आवास पर किया गया.

वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर पूर्वी साजापहाड़ इलाके में 6 दिनों से घूम रही बाघिन का किया गया सफल रेस्क्यू

रायपुर-     वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देशन में कोरिया वनमंडल के अंतर्गत आने वाले नगर निगम चिरमिरी के रिहायशी इलाकों में बीते एक सप्ताह से विचरण कर रही बाघिन को ट्रैंकुलाइज करने के बाद सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।

सरगुजा से वन संरक्षक (वन्यप्राणी) केआर बढ़ई की अगुवाई में बाघिन को रेस्क्यू करने कानन पेंडारी से डॉ. पीके चंदन, तमोर पिंगला एलीफेंट रेस्क्यू सेंटर से डॉ. अजीत पांडेय व जंगल सफारी रायपुर से डॉ. वर्मा पहुंचे थे। उनकी निगरानी में आज शाम 4 बजे बाघिन को रेस्क्यू कर सुरक्षित ले जाया गया। मादा बाघ को नगर निगम चिरमिरी के हल्दीबाड़ी बघनच्चा दफाई के पास जंगल में ट्रैंकुलाइज किया गया। फिर उसे ग्रीन नेट से ढंककर पिंजरे में डाला गया। इसके बाद वन विभाग के ट्रक में लोड कर ले जाया गया। इस दौरान बाघिन को देखने बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। वन मुख्यालय रायपुर से निर्देश मिलने पर बाघिन को किसी टाइगर रिजर्व छोड़ा जाएगा।

गौरतलब है कि बीते एक सप्ताह से कोरिया वनमण्डल बैकुण्ठपुर के पूर्वी साजापहाड़ बीट में बाघिन के विचरण के प्रमाण मिलने के बाद से ही वन विभाग का अमला पूरी तरह से अलर्ट रहकर लगातार निगरानी बनाए हुए था। बाघिन के विचरण क्षेत्र में वनों के चारों ओर गांव बसे हुए हैं, इसको ध्यान में रखते हुए विशेष सावधानी बरती जा रही थी। वन मंडलाधिकारी ने बाघिन के रेस्क्यू और उसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ने के लिए छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य वनसंरक्षक वन्यप्राणी को पत्र लिखकर ट्रैंकुलाईजेशन और परिवहन की अनुमति भी मांगी थी।

वन मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि इस बाघिन के विचरण की पुष्टि ट्रैप कैमरा एवं प्रत्यक्ष रूप से हुई थी। इसके बाद वन विभाग का अमला सक्रिय होकर ग्रामीणों और चरवाहों को सावधानी बरतने तथा जंगल ने जाने की लगातार हिदायत दे रहा था। यह बाघिन आज नगर निगम चिरमिरी के वार्ड क्रमांक 15 एवं 6 नम्बर गोलाई (बगनचा) में एक बाड़ी में घुस गई थी। गश्ती दल बाघिन के मूव्हमेंट पर चौबीसों घंटे निगरानी रख रहा था। बाघिन ने 2 मवेशी का शिकार भी किया था।