अमृतसर में फिर से धमाका, इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन के पास सुनी गई तेज आवाज
पंजाब के अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन के पास आज तड़के तेज संदिग्ध धमाके की आवाज सुनी गई. बताया जा रहा है कि सुबह करीब 3 बजे इस धमाके की आवाज इलाके के लोगों ने सुनी, जिसके बाद इलाके के लोग दहशत में आ गए. थाना इस्लामाबाद के पुलिस अधिकारी जसबीर सिंह ने कहा कि हमने भी आवाज सुनी, लेकिन थाने में कोई विस्फोट नहीं हुआ. ये पता लगाया जा रहा है कि विस्फोट कहां हुआ?
इस ब्लास्ट की जिम्मेदारी गैंगस्टर जीवन फौजी ने ली है. स्थानीय लोगों का कहना है कि विस्फोट करीब तीन बजे हुआ. विस्फोट इतना तेज था कि घर के अंदर दीवार पर लगी तस्वीर भी गिर गई.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा गैंगस्टर का पोस्ट
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन में हुए विस्फोट की जिम्मेदारी गैंगस्टर जीवन फौजी ने ली है. हालांकि टीवी9 इसकी पुष्टि नहीं करता है. पोस्ट में लिखा है कि आज मैं अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन पर फेंके गए ग्रेनेड की जिम्मेदारी लेता हूं, ये सब पुलिस को बताने के लिए किया गया है, जो उन्होंने 1984 से सरकारों के साथ मिलकर सिखों और उनके परिवारों के साथ किया है. अगर आगे ऐसा करेंगे तो जवाब मिलेगा.
इससे पहले अमृतसर के मजीठा थाने में बुधवार रात करीब 10 बजे थाने के अंदर धमाका हुआ था. धमाका इतना जोरदार था कि पुलिस स्टेशन की खिड़कियां टूट गई थीं. इस धमाके के बाद इलाके में दहशत फैल गई. यह विस्फोट पुलिस स्टेशन गेट के पास एक खुले क्षेत्र में हुआ ता. घटना के बाद थाने के गेट बंद कर दिए गए थे.
अमृतसर पुलिस कमिश्नर ने क्या कहा?
अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर भी पुलिस स्टेशन पहुंचे. उन्होंने कहा कि हम थाने के अंदर हैं. थाने के अंदर कोई ब्लास्ट नहीं हुआ है, लेकिन हम जांच कर रहे हैं. धमाके की आवाज जरूर आज सुबह सुनी गई है. हमने हाल ही में 10 लोगों को UAPA के तहत गिरफ्तार करके एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था, जो इस प्रकार की अपराधी गतिविधियों में शामिल था. ऐसा लग रहा है कि हताशा में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए ये लोग इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. हम जल्दी बाकी बचे लोगों को भी गिरफ्तार कर लेंगे.
NIA ने पंजाब पुलिस को किया था अलर्ट
वहीं, बीते दिन राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) ने पंजाब पुलिस के साथ एक रिपोर्ट शेयर की थी, जिसमें दावा किया गया था कि पंजाब को दहलाने की साजिश रची जा रही है. इसमें सबसे पहला निशाना पंजाब के पुलिस थाने होंगे क्योंकि इससे पहले भी पंजाब में करीब पांच पुलिस स्टेशनों पर ग्रेनेड और आईईडी हमले हो चुके हैं. ऐसी आशंका के बाद एनआईए पंजाब पर नजर रख रही थी. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि खालिस्तानी आतंकवादी 1984 में इस्तेमाल किए गए डेड ड्रॉप मॉडल की तर्ज पर हमले कर रहे हैं, जिसके बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं.
Dec 17 2024, 11:11