*दिलों में जलती रहे जाबांजों के पराक्रम की मशाल*
गोरखपुर। हाथ में मशाल और दिलों में अमर बलिदानियों की यादों तथा भारतीय सेना के जाबांजों के पराक्रम की दीप्ति। वीरों को समर्पित आकाश का सीना भेदते उच्चघोषीय नारे। जोश और जुनून से लबरेज यह नजारा सोमवार शाम शहर की सड़कों पर सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहा था। अवसर था गुरुकृपा संस्थान एवं अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित भारतीय सेना की शौर्यता को समर्पित मशाल जुलूस-शौर्य चेतना यात्रा का।
पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक बृजेश राम त्रिपाठी के नेतृत्व में विगत 15 वर्षों से शौर्यता, वीरता को समेटे परंपरागत ढंग से निकाली जाने वाली यह मशाल यात्रा हरिओम नगर तिराहे पर स्थित पंडित बिस्मिल की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन करने के पश्चात जिला परिषद रोड, कलेक्ट्री कचहरी, गणेश चौक होकर गोलघर काली मंदिर के सामने सरदार पटेल की मूर्ति तक आने के बाद के सांकेतिक सभा में तब्दील हो गई।
यात्रा के दौरान पूरे रास्ते दृश्य बड़ा ही रोमांचकारी और नयनाभिराम था। घोड़ों पर सवार युवा, ढोल नगाड़ों के थापों के बीच एसएसबी के जवान और एसएसबी बैंड, एनसीसी कैडेट्स के हाथों में तिरंगा, अन्य बैंड की धुन, क्रांतिवीरों के नाम की बनी पोस्टर पर आधारित आतिशबाजी, गाड़ी पर बनी तोप से शहरवासियों पर पुष्पवर्षा से स्वागत, अपने हाथों में जलती मशाल और ‘ये दीवाने कहां चले-जेल चले भाई जेल चले’ का स्लोगन लिखी हुई तख्तियां लिए सेवानिवृत सेना के जवान, छात्र छात्राएं, शिक्षक, प्रोफेसर प्रधानाचार्य, अधिवक्ता, व्यापारी, बुद्धिजीवी, किसान, युवा, महिला सहित समाज का हर तबका मशाल जुलूस-शौर्य चेतना यात्रा में शामिल होकर अपने भीतर के देशप्रेम और भावनाओं के ज्वार को बढ़ा रहा था।
यात्रा के समापन पर बृजेश राम त्रिपाठी ने कहा कि मां भारती की आन, बान और शान में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों पुण्य स्मृति को संजोना तथा सेना के जाबांजों के प्रति कृतज्ञता का भाव रखना हर भारतीय की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि बिस्मिल बलिदानी मेला के निहित उद्देश्य को जन जन तक पहुंचाकर देशप्रेम के जज्बे को अपरिमित ऊंचाई दी जाए। आज के आयोजन में प्रमुख रूप से एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट जे पी आर्या, उप निदेशक प्राणी उद्यान डा योगेश प्रताप सिंह, डा आर पी शुक्ला, प्रोफेसर अजय शुक्ला, अखिलेश ओझा डिविजनल वार्डेन सिविल डिफेंस, चंद्रेश्वर सिंह, हरि नारायण धर दूबे जिलाध्यक्ष पतंजलि योग समिति, दिवाकर चतुर्वेदी, राहुल मिश्रा, विशाल मिश्रा, अभिषेक त्रिपाठी संध्या त्रिपाठी, चंदा सिन्हा, रमा पांडेय, सरिता सिंह, रमा उपाध्याय, राजेश्वरी, बबीता, सत्येंद्र त्रिपाठी, रमेश चंद्र त्रिपाठी, राजेश्वरी, बीरु दूबे, जुगुनू शुक्ला, शंकर शरण दूबे,श्रद्धानंद त्रिपाठी, दीपक जायसवाल, समेत हजारों संख्या में देशप्रेमियों की सहभागिता रही।
Dec 16 2024, 20:16