अमित शाह पहुंचे अमर वाटिका, शहीद जवानों के लिए लिखा संदेश “सर्वोच्च बलिदान के चलते आज बस्तर नक्सली मुक्ति की राह पर”

रायपुर-    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने बस्तर प्रवास के दूसरे दिन आज जगदलपुर स्थित अमर शहीद वाटिका पहुंचकर अमर जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अमर जवान स्तम्भ में पुष्प चक्र अर्पित कर नक्सल अभियान के दौरान शहीद जवानों की शहादत को नमन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा उपस्थित थे।

इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने एक पेड़ शहीदों के नाम अभियान अंतर्गत वृक्षारोपण किया। उन्होंने परिसर में पीपल का पौधा रोपा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी परिसर में शहीदों की स्मृति में रुद्राक्ष का पौधा लगाया।

केंद्रीय गृह मंत्री ने विजिटर बुक में व्यक्त किए अपने विचार

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज अमर वाटिका में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के उपरांत विजिटर बुक में अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने लिखा कि सुरक्षाबलों के जवानों की शहादत के लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा।

विधानसभा शीतकालीन सत्र : नेता प्रतिपक्ष महंत के बारदाना खरीदी में भ्रष्टाचार के आरोप को खाद्य मंत्री ने किया खारिज, नाराज विपक्ष ने किया वॉकआउट

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने बारदाना खरीदी में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए विधानसभा की कमेटी से जांच कराने की मांग की. खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल के जांच की मांग को खारिज करने से नाराज कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया.

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने बारदाना खरीदी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि 17 करोड़ से अधिक बारदाने एक हजार करोड़ से क्रय किए जा रहे हैं. इन बारदानों का वजन स्टैंडर्ड बारदाने से 100 ग्राम तक कम है. निजी जूट मिलों को फायदा पहुंचाने की कोशिश हो रही है.

इस पर खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि गौरीशंकर जूट मिल के बारदानों में शिकायत मिली थी. जिला प्रशासन ने इसकी जांच की, जिसमें बारदाने अमानक नहीं पाए गए. निजी जूट मिलों को फायदा पहुंचाने का आरोप गलत है. बारदानों को लेकर कहीं भी किसान परेशान नहीं हैं.

नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा कि बारदाना का वजन 580 ग्राम होता है. लेकिन जो बारदाना केंद्रों तक पहुंचा है, उसका वजन 480 ग्राम है. इस पर मंत्री ने कहा कि जूट मिल कमिश्नर परीक्षण के पश्चात् बारदाना भेजते हैं. नेता प्रतिपक्ष तरेंगा सोसाइटी जाकर आरोप लगाए थे. वहां जिला प्रशासन के अधिकारियों ने जांच की, जिसमें बारदाना अमानक नहीं मिले. बारदाना का वजन नमी के कम हो जाता है. उसके बाद बारदाना का वजन 545 ग्राम है.

नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा कि इस मामले में बड़ा भ्रष्टाचार दिखाई दे रहा है. इसकी जांच विधानसभा की कमेटी से कराएं. इस पर मंत्री दयाल दास बघेल ने कहा कि जांच की आवश्यकता नहीं है. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया.

छत्तीसगढ़ विधानसभा : जल जीवन मिशन में अनियमितता पर घिरे पीएचई मंत्री, बताया 994 टंकियों को बनाने के बाद अब हो रही है जल स्त्रोत की व्यवस्था…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ध्यानाकर्षण पर चर्चा के दौरान जल जीवन मिशन में अनियमितता का मुद्दा उठा. पीएचई मंत्री अरुण साव ने बताया कि पहले जल स्त्रोत की व्यवस्था करने के बाद ढांचा बनाए जाने के नियम है. लेकिन प्रदेश में 994 टंकियां बनाने के बाद अब जल स्त्रोत की व्यवस्था की जा रही है. 

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने ध्यानाकर्षण पर चर्चा के दौरान जल जीवन मिशन में अनियमितता का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि धमतरी जिले के कई गांवों में गड़बड़ी की गई. ग्रामीणों को नल कनेक्शन नहीं मिला. इस पर पीएचई मंत्री अरुण साव ने कहा कि कोविड के कारण योजना के क्रियान्वयन में विलंब हुआ. योजना के तहत अब तक 39 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन दिया गया है.

इस पर अजय चंद्राकर ने पलटवार करते हुए कहा कि भारत सरकार की वेबसाइट और आपके द्वारा दिए आंकड़े में अंतर है. पहले जल स्त्रोत की व्यवस्था करनी चाहिए थी, या टंकी ढांचा का निर्माण करना था. इसके साथ ही उन्होंने इस संदर्भ में भारत सरकार की गाइडलाइन जानकारी मांगी. मंत्री अरुण साव ने कहा कि पहले जल स्त्रोत की व्यवस्था करने के बाद ढांचा बनाए जाने के नियम है.

अजय चंद्राकर ने कहा कि कितने गांव में टंकी ढांचा, बिना जल स्त्रोत के तैयार हुए हैं. मंत्री ने कहा कि 994 टंकियां तैयार हैं, इनमें जल स्त्रोत की व्यवस्था की जा रही है. भाजपा विधायक भावना बोहरा और कांग्रेस विधायक अंबिका मरकाम ने भी ध्यानाकर्षण में जल जीवन मिशन में गड़बड़ियों का मुद्दा उठाया.

शातिर ठगों ने LIC अधिकारी को बनाया ठगी का शिकार, बैंक खाते से उड़ा दिए 26 लाख रुपए, क्रेडिट कार्ड से भी की शॉपिंग

बिलासपुर-   न्यायधानी में लाखों की सायबर ठगी का मामला सामने आया है. शातिर ठगों ने एलआईसी अधिकारी को सायबर ठगी का शिकार बनाकर लाखों रुपए पार कर दिए. बैंक खाते में केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर ठगों ने एटीएम कार्ड, पेन कार्ड नंबर के साथ ओटीपी की जानकारी ले ली. जिसके बाद एलआईसी अधिकारी के बैंक खाते से 26 लाख से अधिक रुपए निकाल लिया गया. साथ ही क्रेडिट कार्ड से भी शॉपिंग की गई है.

बताया जा रहा है कि जॉनसन एक्का एलआईसी ऑफिस बिलासपुर में प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. 7 दिसंबर दोपहर को जब जॉनसन एक्का अपने नेचर सिटी कॉलोनी स्थित घर पर थे, उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आया. कॉल पर बात कर रहे युवक ने खुद को एक्सिस बैंक व्यापार विहार बिलासपुर अधिकारी बताया और अकाउंट का केवाईसी अपडेट कराने के लिए बैंक बुलाया. आगे कहा कि अगर आप बैंक नहीं आना चाहते तो केवाईसी ऑनलाइन भी हो जाएगा.

जिसके बाद ठग ने अधिकारी से एटीएम कार्ड, पैन कार्ड के साथ ओटीपी की जानकारी मांग ली. फिर दोपहर तक अपडेट होने की बात कहकर कॉल काट दिया. LIC अफसर ने 10 दिसंबर को उसी नंबर पर कॉल कर के पूछा तो आरोपी ने केवाईसी अपडेट होने और बैंक में आकार पता करने के लिए कहा. लेकिन जब अधिकारी एक्सिस बैंक व्यपार विहार पहुंचा तो उसके होश उड़ गए. बैंक स्टेटमेंट में पता चला कि 7 से 10 दिसंबर के बीच अलग – अलग किस्तों में 26 लाख 74 हजार 701 रूपये निकाला गया. साथ ही क्रेडिट कार्ड के माध्यम से शॉपिंग भी की गई. पीड़ित अफसर ने मामले की शिकायत सकरी थाने में की है, पुलिस अज्ञात आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर जांच कर रही है.

पटवारी आज से कर रहे ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार, बीते छह महीने से कर रहे हैं तकनीकी संसाधन की मांग…
रायपुर- राजस्व विभाग के मैदानी कामकाज में आज में संकट गहरा सकता है. आश्वासनों के बावजूद बीत छह माह से पटवारी कार्यालयों में तकनीकी संसाधन मुहैया नहीं कराए जाने के खिलाफ ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार शुरू हो गया है. राजस्व पटवारी संघ ने इसके लिए पहले ही अल्टीमेटम सौंप चुका है. 

तकनीकी संसाधनों के अभाव में प्रदेश भर के पटवारी आज से ऑनलाइन कार्यों का बायकॉट करेंगे. इससे विभागीय कामकाज पर सीध असर पड़ना तय है. दूसरी तरफ मौजूदा धान खरीदी के सीजन में किसानों के खाते में किसी तरह की त्रुटि हुई, तो इसमें सुधार तक संभव नहीं हो पाएगा. इससे धान संकट के हालात भी खरीदी में तकनीकी पैदा होंगे.

राजस्व पटवारी संघ ने ऑनलाइन कार्यों के बहिष्कार को लेकर राजस्व मंत्री और राजस्य सचिव समेत आला अफसरों को पहले ही अल्टीमेटम सौंप दिया है. इधर बहिष्कार की स्थिति में प्रदेश में रजिस्ट्री के कार्यों पर असर पड़ेगा. इसके अलावा भुईयां के कार्यों से लेकर भूमि सुधार जैसे काम पूरी तरह ठप पड़ सकते हैं.

दूसरी तरफ किसानों को अपने खातों में सुधार के लिए पटवारियों पर ही निर्भर रहना पड़ता है. ऐसी स्थिति में किसानों को भटकना पड़ सकता है. भुईयां के जरिए ऑनलाइन किए गए राजस्व से संबंधित कार्यों में कृषि संगणना और फसल कटाई प्रयोग से संबंधित कार्य होते हैं. इनमें ज्यादातर कार्य कम्प्यूटर या ऑनलाइन एप के जरिए ही किए जाते हैं. यह सभी कार्य पटवारियों के जरिए ही संभव हो पाता है.

शासकीय वाट्सएप ग्रुप का बहिष्कार

पटवारियों ने 15 दिसंबर तक संसाधन मुहैया नहीं बहिष्कार का अल्टीमेटम दिया था, यह मियाद कल खत्म हो गई है. पटवारियों ने 9 दिसंबर से काली प‌ट्टी लगाकर चरणबद्ध आंदोलन का आगाज किया था. अब आज से ही सभी शासकीय वॉट्सएप ग्रुप का भी बायकॉट किया जाएगा.

छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : प्रश्नकाल में उठा सरकारी जमीन की अफरा-तफरी का मुद्दा, राजस्व मंत्री ने कही कलेक्टर से जांच की बात…
रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पहले दिन प्रश्नकाल के दौरान सरकारी जमीन की अफरा-तफरी का मुद्दा सदस्यों ने उठाया. राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने शिकायतों की जांच कलेक्टर से कराने की आश्वासन दिया. 
 
प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने बिलासपुर जिले में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा का मुद्दा उठाया. कहा कि जिले के कई जगहों पर भूमि पर अवैध कब्जा हुआ है. इस पर राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने बताया कि 2021 से 2024 सरकारी भूमि पर कब्जे की 563 शिकायतें प्राप्त हुई.
 
इस पर सदस्य ने सवाल किया कि कितने अफसरों पर कार्यवाही हुई. इस पर मंत्री ने कहा कि अभी पट्टा वितरण नहीं हुआ. पिछली सरकार में गलत ढंग से गलत पट्टा बंटा हो तो उसकी जांच कराएंगे. विधायक धरमजीत सिंह ने कहा कि सरकारी जमीन की अफरा-तफरी हुई है. इस पर राजस्व मंत्री टंक राम ने कहा कि शिकायतों की जांच कलेक्टर से कराएंगे.
धान खरीदी पर गरमाया सदन, विपक्ष ने की सदन में चर्चा की मांग, सत्ता पक्ष की आपत्ति पर मचा हंगामा…
रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा में शून्यकाल के दौरान विपक्ष ने उठाया प्रदेश में धान खरीदी का मुद्दा उठाया. विपक्ष की मांग पर सत्ता पक्ष ने आपत्ति जताई. इसके साथ ही विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए हंगामा मचाना शुरू कर दिया. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने हस्ताक्षेप करते हुए हंगामा को शांत कराया. 

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान खरीदी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि धान खरीदी में ऑनलाइन और ऑफलाइन के चक्कर में किसान परेशान हैं. 16 दिसम्बर हो गया है, लेकिन अब तक एक-तिहाई धान नहीं खरीदा गया. धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था है. प्रदेश में बहुत सारे धान खरीदी केंद्र ऐसे हैं, जहां खरीदी नहीं हो रही है.

भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में किसानों को बारदाने की व्यवस्था नहीं हो रही है. राइस मिलर का पेमेंट नहीं मिल रहा है. इसके साथ ही उन्होंने धान खरीदी में किसानों की परेशानी पर सदन में चर्चा कराने की मांग की. विपक्ष के आरोपों पर सत्ता पक्ष से अजय चंद्राकर ने कहा कि राइस मिलर का भुगतान कांग्रेस शासनकाल से अटका हुआ है.

भाजपा विधायक से कराया छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति का अनावरण!, गुस्साई महिलाओं ने किया चक्का जाम
बिलासपुर-  तखतपुर क्षेत्र के गनियारी गांव में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति अनावरण को लेकर नाराज महिलाओं ने चक्का जाम कर दिया. महिला समूह ने चंदा इकठ्ठा कर मूर्ति का निर्माण कराया था, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में मूर्ति का अनावरण कर दिया गया. इससे नाराज महिलाओं ने चक्का जाम कर दिया. पुलिस और प्रशासन की समझाइश के बाद महिलाओं का गुस्सा शांत हुआ और चक्का जाम समाप्त किया गया.


दरअसल, तखतपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत गनियारी में ग्राम पंचायत भवन का उद्घाटन कार्यक्रम था, जिसमें करने क्षेत्र के विधायक धर्मजीत सिंह पहुंचे थे. इस दौरान गांव में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम भी आयोजित था. इसी बीच ग्रामीणों ने मूर्ति का अनावरण कर दिया. जिससे नाराज महिलाओं ने चक्का जाम कर दिया.

बताया जा रहा है कि मूर्ति का निर्माण समूह की महिलाओं ने आपस में चंदा करके कराया था, मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में उन्हें भी शामिल होना था. लेकिन मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में उनको शामिल नहीं किया गया. जिससे नाराज महिलाओं का गुस्सा फूटा और विधायक धर्मजीत सिंह व स्थानीय सरपंच जितेंद्र राज के खिलाफ नारेबाजी करती हुई महिलाएं सड़क पर उतर आई और बिलासपुर कोटा मार्ग पर चक्का जाम कर दिया.

प्रदर्शन कर रही महिलाओं की मांग थी कि विधायक और सरपंच उनसे माफी मांगे साथ ही मूर्ति और इस कार्यक्रम में हुए खर्च की भरपाई करें. चक्काजाम की वजह से करीब 2 घंटे तक लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. अफसरों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ. इधर पुलिस ने चक्का जाम करने वालों के ऊपर उचित कार्रवाई करने की बात कही है.

बिना हमारी उपस्थित और जानकारी के मूर्ति का किया गया अनावरण – प्रदर्शनकारी महिला

गनियारी पंचायत की महिला ने बताया कि सरपंच जितेंद्र राज और विधायक धर्मजीत सिंह ठाकुर किसी अन्य निर्माण कार्य के उद्घाटन के लिए गनियारी पहुंचे थे. लेकिन महिला समूह की महिलाओं के द्वारा निर्माण करवाए गए छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को बिना हमारी उपस्थित और जानकारी के अनावरण कर दिया जिससे हम सभी महिलाओं में आक्रोश है. और ऐसे कृत्य के लिए सरपंच और विधायक को माफी मांगना चाहिए और हम सभी महिला इसी मांग को लेकर चक्काजाम किए है.

3 साल से पाई-पाई इकट्ठा कर महिलाएं मूर्ति के निर्माण करने के लिए कर रही थी कड़ी मेहनत

बिना सूर्यवंशी ने बताया कि ग्राम पंचायत गनियारी की महिलाएं पिछले 3 साल से पाई-पाई इकट्ठा करके छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति के निर्माण करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे और आज छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति पूरी तरह बनके तैयार भी थी जिसका अनावरण हम महिलाओं के द्वारा किया जाना था. लेकिन हमारे तीन वर्षों के इस मेहनत को एक झटके में सरपंच और विधायक के द्वारा चूर-चूर कर दिया और बिन बुलाए ही आकर हमारे महतारी की मूर्ति का अनावरण कर दिया जो एक प्रकार से हम महिलाओं के सम्मान काफी ठेस पहुंची है जिससे नाराज होकर हम चक्काजाम किए है और सरपंच और विधायक माफी मांगे और मुआवजा दे

विधायक और सरपंच माफी मांगे – प्रदर्शनकारी महिला

लक्ष्मी सूर्यवंशी ने बताया कि महिलाओं के द्वारा बहुत प्रयास के बाद आज छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति निर्माण कार्य पूर्ण करवाया गया था जिसका आज अनावरण कार्यक्रम हम महिलाओं के द्वारा रखा गया था. उसी कड़ी में हम सभी महिलाओं के द्वारा रैली निकाला गया था रैली के बाद कार्यक्रम स्थान में सांस्कृतिक कार्यक्रम ओर भोजन की व्यवस्था की गई थी. जिसके बाद छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति का अनावरण हमारे महिलाओं के द्वारा किया जान था लेकिन हमारे रैली से वापस आने से पहले ही सरपंच और विधायक के उपस्थिति में मूर्ति का अनावरण कर दिया गया था, जबकि हमारे द्वारा किसी नेता को अनावरण के लिए नहीं बुलाया गया था. इस घटना के लिए विधायक और सरपंच माफी मांगे और जो भी हमारा खर्चा हुआ है उसकी भरपाई करे.

समझाइश के बाद खुला मार्ग

एडिशनल एसपी ग्रामीण अर्चना झा ने बताया कि ग्राम पंचायत गनियारी में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति अनावरण को लेकर विवाद के कारण महिलाओं और ग्रामीणों के द्वारा कोटा बिलासपुर मुख्य मार्ग पर चक्का जाम किया गया था. जिसके बाद महिलाओं को समझाइश दी गई, समझाइश के बाद ग्रामीणों के द्वारा चक्का जाम खोला गया.

रायगढ़ के 6 राइस मिलों में जिला प्रशासन व खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने दी दबिश, दो मिलों को किया सील…
रायगढ़- अनुबंध के बाद भी धान उठाव करने में रुचि नहीं दिखा रहे राइस मिलर्स पर अब सरकार ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. इस कड़ी में प्रदेश के अन्य जिलों की तरह रायगढ़ जिले में भी खाद्य विभाग के साथ जिला प्रशासन के संयुक्त दल ने छह राइस मिलों का औचक निरीक्षण किया. अनियमितता और नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर खरसिया के दो राइस मिल्स, आनंदी और नारायण राइस मिल को सील करने का निर्देश दिया. 

जिला प्रशासन व खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने डोंगीतराई स्थित सत्यम बालाजी राइस मिल सहदेवपाली, व्योम राइस मिल, एनएस राइस इंडस्ट्रीज और जीएस राइस इंडस्ट्रीज के अलावा खरसिया स्थित आनंदी और नारायण राइस मिल की जांच की.

जिला खाद्य अधिकारी खुमेश्वर सिंह ने बताया कि संयुक्त जांच टीम द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2023- 24 के कस्टम मिलिंग के बाद चावल जमा का स्टॉक वेरिफिकेशन किया जा रहा है. खरसिया के आनंदी राइस मिल में बीते वर्ष के धान कस्टम मिलिंग के स्टॉक का मिलान किया जा रहा है. प्रारंभिक जांच में स्टॉक में अंतर मिलने पर जांच प्रक्रिया पूरी होने तक आनंदी राइस मिल को सील कर नियमानुसार अग्रिम कार्रवाई की जा रही है.

वहीं खरसिया के नारायण राइस मिल में बीते वर्ष के कस्टम मिलिंग के लेखों की जांच की जा रही है, साथ ही इस वर्ष कस्टम मिलिंग में रुचि नहीं लेने के चलते जांच की प्रक्रियाधीन कार्रवाई पूरी होने तक नारायण राइस मिल को भी सील किया गया है.

जिला खाद्य अधिकारी ने आगे बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में कस्टम मिलिंग के लिए कई मिलर्स ने पंजीयन नहीं कराया है, वहीं कई मिलर्स पंजीयन कराने के पश्चात भी अनुमति एवं अनुबंध का निष्पादन नहीं करते हुए शासकीय धान के उठाव में रुचि कम दिखा रहा है. यह छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 का उल्लंघन है. कायदे से मिलर को मिलिंग क्षमता के 50 प्रतिशत का शासकीय धान का कस्टम मिलिंग करना अनिवार्य है.

इस कड़ी में राइस मिलों में जांच टीम ने दबिश देते हुए नियमानुसार जांच में जुटी है. वहीं मिलर को पंजीयन कराने और बैंक गारंटी व एफडीआर करवा कर धान का उठाव करने और कस्टम मिलिंग भी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. खाद्य विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा आगामी समय में प्रतिदिन आंकड़ों के आधार पर इस स्थिति पर नजर रखी जाएगी और समय- समय पर आवश्यकतानुसार युक्तियुक्त कार्रवाई की जाएगी.

विश्व विख्यात तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर मुख्यमंत्री साय ने जताया शोक, कहा- ‘संगीत की दुनिया में अपूरणीय क्षति’

रायपुर-  विश्व विख्यात तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में निधन हो गया है. अमेरिका में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. उन्होंने सेन फ्रांसिसको में अंतिम सांस ली. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन एक प्रसिद्ध तबला वादक थे, जिनका भारतीय संगीत जगत में अमूल्य योगदान रहा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके निधन से संगीत की दुनिया में अपूरणीय क्षति हुई है. श्री साय ने दिवंगत आत्मा को शांति और उनके परिवार को इस कठिन समय में संबल देने की कामना की है.

फैंस और बॉलीवुड में भी शोक की लहर

गौरतलब है कि उस्ताद जाकिर हुसैन ने अपने करियर में तीन ग्रैमी अवॉर्ड ही नहीं जीते थे, बल्कि उन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से भी नवाजा गया था. जाकिर को पिछले हफ्ते हार्ट से जुड़ी समस्या हुई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनके निधन की खबर सुनकर न केवल फैंस बल्कि, बॉलीवुड में भी शोक की लहर है. वहीं सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है.