तबादले पर दारोगा की फूल माला पहनाकर विदाई

खजनी गोरखपुर। थाने के दारोगा विवेक चतुवेर्दी का तबादला जिले के रामगढ़ ताल थाने में होने पर आज थाना परिसर में उन्हें फूल माला पहनाकर विदाई दी गई। थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित एक सादे समारोह में दारोगा की विदाई के दौरान खजनी कस्बे के व्यापारियों आसपास के गांवों के ग्रामप्रधानों समेत दर्जनों की संख्या में संभ्रांतजन और थाने के पुलिसकर्मी मौजूद रहे।

लोगों ने फूल माला पहनाकर स्वागत करते हुए विवेक चतुवेर्दी के द्वारा क्षेत्र में बनाए गए शांति सुरक्षा के माहौल और विभागीय कार्यों में उनकी निपुणता की प्रशंसा करते हुए उनको विदाई दी।

इस अवसर पर एडवोकेट अरविंद राम त्रिपाठी, केशव राय, सुरेश शुक्ला,राम सागर त्रिपाठी, आदर्श राम त्रिपाठी, अर्जुन जायसवाल, राजेश जायसवाल, अंबिका शुक्ला, अनिल वर्मा, अमन कुमार, एसआई राहुल मिश्रा, राजेश सिंह समेत थाने के सभी पुलिसकर्मी आदि मौजूद रहे।

गोरखनाथ में रक्तदान शिविर का आयोजन, पुलिस और जनता ने बढ़-चढ़कर लिया भाग

गोरखपुर।गोरखनाथ क्षेत्र में आज रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस के जवानों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस शिविर में रक्तदान के साथ-साथ शुगर और हीमोग्लोबिन की जांच भी की गई।

शिविर का उद्देश्य रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाना और जरूरतमंदों को समय पर रक्त उपलब्ध कराना था। आयोजन के दौरान विशेषज्ञों ने रक्तदान के फायदे बताते हुए लोगों को नियमित रूप से रक्तदान के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर उपस्थित पुलिस अधिकारियों ने कहा कि रक्तदान एक महान कार्य है, जो किसी की जान बचाने में सहायक हो सकता है। शिविर में शामिल लोगों ने इसे एक सराहनीय पहल बताया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों में भाग लेने की प्रतिबद्धता जताई।

*ठंड बढ़ते ही बढ़ी मरीजों की संख्या*

खजनी गोरखपुर।पारा लुढ़कते ही इलाके में ठंड बढ़ गई है। सुबह शाम गलन ठिठुरन से इलाके में लोग तेजी से बीमार हो रहे हैं।

प्रदेश शासन के निर्देशानुसार महीने के प्रत्येक रविवार को लगने वाले मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में इलाज कराने के लिए पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। आज उप स्वास्थ्य केंद्र बन्हैता और भैंसा बाजार में आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में इलाज के लिए कुल 280 मरीज पहुंचे जिनका निदान डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया। ज्यादातर रोगी सर्दी, जुखाम, खांसी, बुखार, दमा, वायरल ब्रोंकाइटिस, गठिया और वात रोगों से पीड़ित पाए गए। वहीं कुछ मरीज चर्मरोग दाद, खाज, खुजली आंखों की समस्याओं से भी पीड़ित मिले सभी का परीक्षण इलाज के साथ ही उन्हें मुफ्त प्रतिरोधक दवाएं दी गईं।

मिली जानकारी के अनुसार आज बन्हैता उप स्वास्थ्य केंद्र में 146 तथा भैंसा बाजार में 134 मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे।

डॉक्टर त्रिवेणी कुमार द्विवेदी, डॉक्टर रामदास फार्मासिस्ट सुभाष यादव, अर्चना रस्तोगी आॅप्टोमेटिस्ट जितेंद्र मौर्य स्टाॅफ नर्स वंदना चौरसिया और सुमित्रा आदि ने सभी मरीजों की स्वास्थ्य जांच करते हुए उन्हें ठंड से बचाव के उपाय बताए और बचाव के लिए दवाएं दीं।

समुदाय के लिए वरदान बना आयुष्मान आरोग्य मंदिर कालेपुर

गोरखपुर, महानगर का सिविल लाइन स्थित कालेपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर समुदाय के लिए वरदान साबित हो रहा है। महंगे निजी अस्पतालों के बीच स्थित इस सरकारी केंद्र पर स्वास्थ्य संबंधी सभी प्राथमिक जांच, परामर्श और इलाज की सुविधा सरकारी खर्चे पर उपलब्ध है। सीमित मानव संसाधन के साथ केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ राजश्री प्रवीन प्रतिदिन औसतन तीस से चालीस मरीजों को सेवाएं देकर अन्य केंद्रों के लिए अनुकरणीय भूमिका निभा रही हैं। इस केंद्र पर सभी बीमारियों की ओपीडी, संचारी व गैर संचारी बीमारियों की स्क्रीनिंग, प्रसव पूर्व जांच, टेलीकंसल्टेशन, परिवार नियोजन के साधन, हेल्थ एटीएम और मेडिकल मेथड ऑफ अबार्शन की सुविधा उपलब्ध है।

कालेपुर निवासी 62 वर्षीय महानंद चौहान का कहना है कि इस केंद्र के खुल जाने से ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच एवं बुखार होने पर जांच व दवा की सुविधा स्थानीय स्तर पर ही मिल जाती है। इसकी वजह से लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्या होने पर निजी अस्पतालों के महंगे व खर्चीले परामर्श एवं जांच की जरूरत नहीं पड़ती है। वह कहते हैं कि उन्हें केंद्र पर इतना भरोसा है कि गैर जनपद के अपने रिश्तेदारों का भी यहां इलाज करा चुके हैं। उनका मानना है कि सरकार की आयुष्मान आरोग्य मंदिर की योजना जरूरतमंदों के लिए वरदान है।

केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ राजश्री प्रवीन (45) ने दिसम्बर दो हजार बाइस में योगदान देना शुरू किया। वह बताती हैं कि शुरूआत में मुश्किल से पांच से सात लोग इलाज के लिए आते थे। धीरे धीरे सुविधाएं बढ़ीं और लोगों के बीच प्रचार प्रसार हुआ तो मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी। अब तो कई दूसरे क्षेत्रों और जिलों के मरीज भी केंद्र पर इलाज के लिए आने लगे हैं। माह के चौथे शनिवार को इस क्षेत्र के बच्चों के नियमित टीकाकरण का सत्र भी केंद्र पर ही लगता है। साथ ही अंतिम शुक्रवार को आयुष्मान आरोग्य शिविर लगा कर अधिकाधिक लोगों को जांच और इलाज की सुविधा दी जा रही है। डॉ प्रवीन केंद्र पर मरीज देखने के साथ साथ टेलीकंसल्टेशन के जरिये दूरस्थ बैठे मरीजों को भी परामर्श देती हैं। अप्रैल दो हजार तेईस से लेकर अभी तक उन्होंने तेरह हजार नौ सौ चौरानव्वे मरीजों को यह सेवा दी है।

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीन ने मेडिकल मेथड ऑफ अबार्शन का प्रशिक्षण भी ले रखा है। इसकी वजह से इस केंद्र पर दो माह के गर्भ के सुरक्षित समापन की सुविधा भी उपलब्ध है। परिवार नियोजन के प्रमुख अस्थायी साधन जैसे कंडोम, माला एन, साप्ताहिक गोली छाया आदि इस केंद्र पर मौजूद हैं। त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन की इच्छुक लाभार्थी को नजदीकी इंदिरानगर शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर किया जाता है। मरीजों को परामर्श और दवा के साथ साथ योगासन भी सिखाया जा रहा है।

हेल्थ एटीएम से हो रही स्क्रीनिंग

कालेपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर हेल्थ एटीएम के जरिये बीपी, शुगर, विजन, हीमोग्लोबिन समेत दर्जनों प्रकार की जांचे की जाती हैं। साथ ही उन जांचों का परिणाम तुरंत प्रिंट करके पर्चे के साथ लगा दिया जाता है। यहां पर ओरल कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग भी की जा रही है।

सहयोगी स्टॉफ करते हैं मदद

कालेपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर अभी स्टॉफ नर्स और एएनएम की तैनाती नहीं हुई है। ऐसे में परामर्श के साथ साथ दवा भी चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में दी जाती है। डॉ प्रवीन सपोर्टिंग स्टॉफ की मदद से न केवल अस्पताल का बखूबी संचालन कर रही हैं, बल्कि वहां स्वच्छता का भी विशेष ख्याल रखती हैं। उनका सहयोगी स्टॉफ डाक्यूमेंटेशन के कार्य में दक्ष है और उनकी मदद करता है।

शहर में संचालित हैं 48 आयुष्मान आरोग्य मंदिर

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 48 आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित किये जा रहे हैं जहां प्राथमिक जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है। प्रत्येक केंद्र पंद्रह से बीस हजार की आबादी को सेवा प्रदान कर रहा है। कालेपुर, शक्तिनगर समेत कई केंद्र इस समय मरीजों की पहली पसंद हैं। इन केंद्रों को और भी सुदृढ़ किया जा रहा है। नोडल अधिकारी डॉ एके चौधरी और शहरी स्वास्थ्य मिशन समन्वयक सुरेश सिंह चौहान को निर्देश है कि वह समय समय पर इन केंद्रों के कार्यों की समीक्षा करें और समुदाय को बेहतर सेवा दिलवाना सुनिश्चित कराएं।

आग लगाकर भाइयों_ पत्नियों बच्चों को मारने की कोशिश

गोरखपुर।बड़े भाई की साजिश से शुक्रवार को छोटे भाइयों पत्नी-बच्चे समेत पांच झुलस गए थे जिन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है सनकी बेचन को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम गठित कर दी गई हैं क्षेत्राधिकारी कैंपियरगंज गौरव तिवारी मजनू चौकी प्रभारी अमित चौधरी के साथ बेचन की पत्नी शांति निषाद की फुआ के गांव बंजरहा में धर की तलाशी लिया गया।

बेचन अपने भाइयों बच्चों भाइयों की पत्नियों के मारने की नीयत से अपने साथ में थिनर लेकर आया था दरवाजे के नीचे से थिनर अंदर डाल कर आग लगा दिया बाहर रखे सिलेंडर के पाइप को अंदर कर गैस खोल दिया जिससे आग विकराल रूप धारण कर ली घर में रखें फ्रिज का गैस लीक होने से जबरदस्त विस्फोट हुआ विस्फोट होने से बाहरी दीवार भर भरा कर गिर गया जिसकी वजह से पति-पत्नी दो बच्चों की जान किसी तरह बच सकी लेकिन गंभीर रूप से झुलस गए बगल के कमरे में छोटा भाई अपने पत्नी के साथ सो रहा था उस कमरे में भी थिनर डालकर आग लगा दिया और दोनों कमरों में ताला बंद कर दिया ।

छत पर सो रहे पिता को भी मारने की नीयत से सीढ़ी पर ताला बंद कर दिया और वहां भी आग लगा दिया रिश्तेदारों ने बताया कि बेचन हैदराबाद में रहकर कमाता था वहां भी एक व्यक्ति की हत्या करके फरार हो गया है जो अपने ससुराल में एक साल से रहता है दो दिन पहले अपने घर आया था छोटे भाई की शादी 4 अक्दुबर हुआ था शादी में बेचन को पिता मुन्नी लाल नहीं बालाएं थे इसके आदतों से लेकिन मुन्नीलाल अपने घर पर रह कर घर की रखवाली कर रहा है दो बेटा दो नाती दो बहू मेडिकल कॉलेज में जिंदगी मौत की सांस ले रहे हैं। बेचन घर आकर अपने दो भाइयों भाई की पत्नियों बच्चों की हत्या करना चाहता था लेकिन ऊपर वाले ने बचा लिया बेचन को गिरफ्तार करने के लिए एसपी नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव टिम गठित कर दिए हैं जिसे गिरफ्तार करने के लिए टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं । गिरफ्तार होने के बाद ही पता चलेगा कि भाइयों उनकी पत्नियों बच्चों को जला कर मारने के पीछे बेचन की क्या मनसा थी।

15 हजार का इनामियां वांछित अभियुक्त गिरफ्तार

खजनी गोरखपुर।कूटरचित नकली दस्तावेज तैयार करके जमीन बैनामा करा लेने का आरोपित 15 हजार रूपए के इनामियां वांछित अभियुक्त राजेश सिंह पुत्र हरिद्वार सिंह उम्र 56 वर्ष निवासी पिड़िया बाजार थाना महुली जनपद संतकबीरनगर

को खजनी पुलिस ने 4 साल बाद पंजाब के लुधियाना पचहत्तर नगर से गिरफ्तार कर लिया, तथा उसे ट्रांजिट रिमांड पर गोरखपुर खजनी थाने में ले आई।

जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी डाॅक्टर गौरव ग्रोवर द्वारा वांछित अभियुक्त पर 15 हजार रूपए का इनाम घोषित किया गया था। आरोपित बीते वर्ष 2021 से ही लगातार पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था। उसके खिलाफ खजनी थाने में मुकदमा अपराध संख्या 30/2021 की धाराओं 419, 420, 467, 468, 471 और 120बी तथा मुकदमा अपराध संख्या 31/2021की धारा 419,420,467,468, 471,120बी दर्ज था। साथ ही अन्य थानों में भी केस दर्ज होने की सूचना मिली है। पुलिस लंबे समय से वांछित की तलाश में लगी हुई थी। थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने बताया कि अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद अग्रिम विधिक कार्यवाही के बाद न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया गया है।

गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में चौकी इंचार्ज उनवल राजीव तिवारी चौकी इंचार्ज महुआडाबर अभिषेक सिंह तथा कांस्टेबल अतुल कुमार शामिल रहे।

15 दिवसीय मंडल स्तरीय खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष के हाथों हुआ समापन

गोरखपुर। 15 दिवसीय मण्डल स्तरीय खादी तथा ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का समापन मुख्य अतिथि चारू चैधरी, मा0 उपाध्यक्ष, राज्य महिला आयोग, के कर कमलों द्वारा श्री लल्लन तिवारी पूर्व विधायक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के साथ विशिष्ट अतिथिगणों ने सभी स्टालो पर भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने स्टाल धारकों से उनके उत्पाद के बारे में पुछा। भ्रमण के उपरान्त पूज्य बापू की प्रतिमा पर सूत की माला से माल्यार्पण किया गया। मंचासीन मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों को परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी, ए0के0 पाल ने पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र, मोमेन्टो तथा गाँधी टोपी पहनाकर स्वागत किया गया। महेन्द्र यादव, सहायक लेखाधिकारी, उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड-लखनऊ ने अपने स्वागत उदबोधन में मुख्य अतिथि समेत सभी विशिष्ठ अतिथियों अभिवादन किया गया। श्री यादव ने अपने उदबोधन में खादी तथा ग्रामोद्योग विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं व उ0प्र0 माटीकला बोर्ड में चल रही योजना के बारे मे विस्तारपूर्वक बताया और प्रदर्शनी में आये स्टाल धारकों को उनके उज्जव भविष्य के लिए शुभकामना व्यक्त की गयी। प्रदर्शनी स्थल पर राज्य ससकार द्वारा संचालित मण्डल स्तरीय उद्यमी पुरस्कार वितरण समारोह में चारू चैधरी, उपाध्यक्ष महोदया द्वारा पुरस्कार विजेता ज्योति, जनपद-गोरखपुर को प्रथम पुरस्कार रू0 15000.00 (पन्द्रह हजार मात्र) अमित कुमार सिंह, ग्रा-बिरवा, जनपद-देवरिया द्वितीय पुरस्कार रू0 12000.00 (बारह हजार मात्र) तथा रामानन्द सिंह, जनपद-कुशीनगर को तृतीय पुरस्कार रू0 10000.00 (दस हजार मात्र) का चेक, अंग वस्त्र, मोमेन्टों व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में खादी सेक्टर में बिक्री के आधार पर प्रदर्शनी मंे अच्छा प्रदर्शन व अधिक बिक्री के आधार पर खादी ग्रामोद्योग सेवा संस्थान, सपहा, फाजिलनगर-कुशीनगर को प्रथम पुरस्कार, क्षेत्रीय श्री गाँधी आश्रम, गोरखपुर को द्वितीय पुरस्कार एवं मे0 सेवा निकेतन, मानिक नगर, दरगहिया, पो0-कुड़ाघाट-गोरखपुर को तृतीय पुरस्कार तथा ग्रामोद्योगी सेक्टर में जय बद्री ग्रामोद्योग, रूढ़की, हरिद्वार-उत्तराखंड को प्रथम पुरस्कार आर0के0 लेदर, कानपुर को द्वितीय पुरस्कार तथाधर्मेन्द्र कुमार भारती (डी0 के0 इन्टरप्राईजेज) तारामण्डल-गोरखपुर को तृतीय पुरस्कार के साथ मोमेन्टो व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया एवं इन सभी पुरस्कार विजेताओं को इनके उज्जलव भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इसके पश्चात् विशिष्ट अतिथि रमाशंकर शुक्ला, अध्यक्ष, रेडीमेड गारमेन्ट्स ने अपने उदबोधन में खादी के विशेषताओं साथ ही साथ ओ0 डी0 ओ0 पी0 के बारे में विस्तार से बताया। एम0के0 श्रीवास्तव, जिला अग्रणी प्रबन्धक, भारतीय स्टेट बैंक ने अपने उदबोधन में कहा कि आप खादी ग्रामोद्योग से बैंको से ऋण लेकर अपने रोजगार को आगे बढ़ा सकते हैं, जिसमें बैंक आपकी पूरी मदद करेगी। तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लल्लन तिवारी जी, पूर्व विधायक/पुर्व सदस्य खादी बोर्ड ने उद्बोधन में प्रदर्शनी की सजावट, साफ-सफाई एवं खादी के वस्त्रों के विषय में बहुत विस्तार से चर्चा व प्रदर्शनी आयोजन की सरहाना की गयी, जिसमें उन्होंने खादी ग्रामोद्योगी उत्पादों पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया। राजमणी वर्मा, जिला विकास अधिकारी ने भी अपने उदबोधन में प्रदर्शनी आयोजन की सराहना करते हुए स्टाल धारकों का उत्साह वर्धन किया गया तथा प्रशासन की तरफ से हर प्रकार भविष्य में भी सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया गया। इस 15 दिवसीय प्रदर्शनी में कुल लगभग बिक्री 01.37 करोड़ रही। कार्यक्रम का संचालन नवीन पाण्डेय ने किया। सहायक लेखाधिकारी, महेन्द्र यादव ने सभी अतिथगण को अपना बहुमुल्य समय देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। प्रदर्शनी में आये हुए सभी स्टाल घारकों एवं जनपदवासियों को प्रदर्शनी में पधारने के लिए सभी पुरस्कार विजेताओ का परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी, ए0के0 पाल ने आभार व्यक्त किया।

*समाधान दिवस में पहुंचे आधा दर्जन फरियादी*

गोरखपुर- दिसंबर माह के दूसरे शनिवार को खजनी थाने में आयोजित माह के पहले समाधान दिवस की अध्यक्षता कर रहे तहसीलदार खजनी कृष्ण गोपाल तिवारी के समक्ष कुल 6 फरियादी अपनी विवादित समस्याओं के प्रभावी समाधान के लिए पहुंचे। जिसमें एक प्रार्थनापत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर ही उसका समाधान करा दिया गया। शेष मामलों में लेखपाल एवं पुलिस की संयुक्त टीम को मौके पर पहुंचकर जांच कराने और समाधान कराने हेतु निर्देशित किया गया।

एक समस्या पुलिस विभाग से संबंधित पाई गई किन्तु शेष सभी राजस्व विभाग से संबंधित मामले मिले। दिवस प्रभारी थानाध्यक्ष सदानंद सिन्हा ने तहसीलदार के साथ सभी फरियादियों की समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए उनके प्रभावी निस्तारण हेतु टीम बनाने में सहयोग किया। इस दौरान पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी और राजस्व लेखपालों सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।

*लखनऊ में आयोजित हुई एसएलक्यूएसी की अहम बैठक, डीडीयूजीयू की कुलपति ने लिया हिस्सा*

लखनऊ- उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की अध्यक्षता में स्टेट लेवल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (SLQAC) की एक महत्वपूर्ण बैठक आज लखनऊ में आयोजित हुई। बैठक का संचालन उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव श्री एम.पी. अग्रवाल ने किया।

दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयूजीयू) की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बैठक में भाग लिया। वह एसएलक्यूएसी की सदस्य बनने वाली उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों की एकमात्र कुलपति हैं। डीडीयूजीयू उत्तर प्रदेश का सबसे उच्च-ग्रेड एनएएसी-मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है।

एसएलक्यूएसी का उद्देश्य राज्य के शैक्षणिक संस्थानों को राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों के अनुरूप बनाकर शैक्षणिक उत्कृष्टता और नेतृत्व को बढ़ावा देना है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के सरकारी, अनुदानित और स्ववित्तपोषित कॉलेजों को एनएएसी (राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद) और एनआईआरएफ (राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क) जैसे प्रत्यायन और रैंकिंग प्रक्रियाओं में भाग लेने के लिए तैयार करना और प्रोत्साहित करना था।

बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय:

1.क्षेत्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आरक्यूएसी) की स्थापना: विश्वविद्यालय क्षेत्रीय उच्च शिक्षा कार्यालय (आरएचईओ) के समन्वय से आरक्यूएसी का गठन करेंगे, जो संबद्ध कॉलेजों को प्रत्यायन और रैंकिंग प्रक्रियाओं में मार्गदर्शन प्रदान करेगा।

2. क्षमता निर्माण कार्यशालाएँ: एनएएसी और एनआईआरएफ प्रत्यायन के लिए कॉलेजों की तैयारी बढ़ाने हेतु नियमित कार्यशालाएँ आयोजित की जाएंगी।

3. प्रत्यायन और रैंकिंग के लिए प्रोत्साहन: प्रत्यायन और रैंकिंग अपनाने वाले कॉलेजों को वित्तीय और अन्य प्रोत्साहन दिए जाएंगे।

4. फैकल्टी के लिए समान अवसर: एनएएसी-प्रत्यायित या एनआईआरएफ-रैंक प्राप्त स्ववित्तपोषित कॉलेजों के प्राध्यापकों को पीएचडी सुपरविजन और परीक्षक जैसे दायित्वों के लिए वही अधिकार मिलेंगे, जो सरकारी और अनुदानित कॉलेजों के प्राध्यापकों को प्राप्त हैं। ऐसे प्राध्यापक राज्य सरकार की अनुसंधान और विकास अनुदान, संगोष्ठी अनुदान और अन्य पहल के लिए पात्र होंगे। एनएएसी-मान्यता प्राप्त और एनआईआरएफ-रैंक वाले सरकारी और अनुदानित कॉलेजों को भी अतिरिक्त लाभ प्रदान किए जाएंगे।

5. अनुदान आवेदन सामर्थ पोर्टल के माध्यम से: राज्य संगोष्ठी अनुदान, अनुसंधान और विकास अनुदान, और संबंधित प्रोत्साहनों के लिए सभी आवेदन सामर्थ पोर्टल के माध्यम से स्वीकार किए जाएंगे।

6. 2027 तक प्रत्यायन अनिवार्य: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने 30 जून 2027 तक सभी संस्थानों के लिए एनएएसी/एनआईआरएफ प्रत्यायन को अनिवार्य कर दिया है। यह 12बी दर्जा प्राप्त करने की शर्त है, जो उन्हें पीएम-उषा जैसी केंद्रीय सरकारी योजनाओं के लिए पात्र बनाता है।

प्रो. पूनम टंडन ने इन पहलों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “आज की बैठक में प्रस्तावित उपायों से उत्तर प्रदेश के कॉलेज शैक्षणिक उत्कृष्टता प्राप्त कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनेंगे। इससे न केवल उनकी पहचान बढ़ेगी, बल्कि उन्हें अधिक वित्तीय और सहयोगी अवसर भी मिलेंगे।”

बैठक में राज्य के उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए गुणवत्ता आश्वासन और नेतृत्व ढांचे को मजबूत करने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। एसएलक्यूएसी-यूपी का लक्ष्य सरकारी, अनुदानित और स्ववित्तपोषित कॉलेजों और प्राध्यापकों के लिए 100% एनएएसी प्रत्यायन और एनआईआरएफ रैंकिंग प्राप्त करने हेतु वित्तीय प्रोत्साहन और रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करना है।

*कृषि विभाग की ओर से गांवों में किसान पाठशाला का आयोजन*

गोरखपुर- केंद्र एवं प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए उनकी कृषि योग्य भूमि का पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) आधार कार्ड से किया जा रहा है। अभियान को सफल बनाने के लिए गांवों में किसान पाठशाला का आयोजन करते हुए किसानों को जागरूक किया जा रहा है।

शनिवार को खजनी ब्लॉक क्षेत्र के कुंईंकोल गांव में कृषि विभाग द्वारा किसान पाठशाला का आयोजन किया गया जिसमें मास्टर ट्रेनर रणधीर राय ने कृषि विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं और तकनीकी पर आधारित खेती करने की जानकारियां दी गईं।इस दौरान फार्मर रजिस्ट्रेशन कैंप का आयोजन भी किया गया, जिसमें किसानों की खेती की जमीनों को उनके आधार कार्ड से जोड़ने (लिंक करने) की जानकारी दी गई। साथ ही गांव के कुल 10 कृषकों की फॉर्मर रजिस्ट्रेशन भी किया गया।

किसानों को बताया गया कि सभी जन सेवा केंद्रों पर भी आॅनलाइन फार्मर रजिस्ट्रेशन का कार्य किया जा रहा है। अतः सभी किसान अपने निकट स्थित जन सेवा केंद्र से भी फार्मर रजिस्ट्रेशन करा लें जिन किसानों का आधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन नहीं होगा उन्हें पीएम किसान सम्मान निधि की अगली किस्त नहीं मिल पाएगी साथ ही खाद, बीज और कृषि उपकरणों की सरकारी सब्सिडी भी नहीं मिल पाएगी। किसान पाठशाला में गांव के दर्जनों किसान और कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।