समुदाय के लिए वरदान बना आयुष्मान आरोग्य मंदिर कालेपुर
गोरखपुर, महानगर का सिविल लाइन स्थित कालेपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर समुदाय के लिए वरदान साबित हो रहा है। महंगे निजी अस्पतालों के बीच स्थित इस सरकारी केंद्र पर स्वास्थ्य संबंधी सभी प्राथमिक जांच, परामर्श और इलाज की सुविधा सरकारी खर्चे पर उपलब्ध है। सीमित मानव संसाधन के साथ केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ राजश्री प्रवीन प्रतिदिन औसतन तीस से चालीस मरीजों को सेवाएं देकर अन्य केंद्रों के लिए अनुकरणीय भूमिका निभा रही हैं। इस केंद्र पर सभी बीमारियों की ओपीडी, संचारी व गैर संचारी बीमारियों की स्क्रीनिंग, प्रसव पूर्व जांच, टेलीकंसल्टेशन, परिवार नियोजन के साधन, हेल्थ एटीएम और मेडिकल मेथड ऑफ अबार्शन की सुविधा उपलब्ध है।
कालेपुर निवासी 62 वर्षीय महानंद चौहान का कहना है कि इस केंद्र के खुल जाने से ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच एवं बुखार होने पर जांच व दवा की सुविधा स्थानीय स्तर पर ही मिल जाती है। इसकी वजह से लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्या होने पर निजी अस्पतालों के महंगे व खर्चीले परामर्श एवं जांच की जरूरत नहीं पड़ती है। वह कहते हैं कि उन्हें केंद्र पर इतना भरोसा है कि गैर जनपद के अपने रिश्तेदारों का भी यहां इलाज करा चुके हैं। उनका मानना है कि सरकार की आयुष्मान आरोग्य मंदिर की योजना जरूरतमंदों के लिए वरदान है।
केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ राजश्री प्रवीन (45) ने दिसम्बर दो हजार बाइस में योगदान देना शुरू किया। वह बताती हैं कि शुरूआत में मुश्किल से पांच से सात लोग इलाज के लिए आते थे। धीरे धीरे सुविधाएं बढ़ीं और लोगों के बीच प्रचार प्रसार हुआ तो मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी। अब तो कई दूसरे क्षेत्रों और जिलों के मरीज भी केंद्र पर इलाज के लिए आने लगे हैं। माह के चौथे शनिवार को इस क्षेत्र के बच्चों के नियमित टीकाकरण का सत्र भी केंद्र पर ही लगता है। साथ ही अंतिम शुक्रवार को आयुष्मान आरोग्य शिविर लगा कर अधिकाधिक लोगों को जांच और इलाज की सुविधा दी जा रही है। डॉ प्रवीन केंद्र पर मरीज देखने के साथ साथ टेलीकंसल्टेशन के जरिये दूरस्थ बैठे मरीजों को भी परामर्श देती हैं। अप्रैल दो हजार तेईस से लेकर अभी तक उन्होंने तेरह हजार नौ सौ चौरानव्वे मरीजों को यह सेवा दी है।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीन ने मेडिकल मेथड ऑफ अबार्शन का प्रशिक्षण भी ले रखा है। इसकी वजह से इस केंद्र पर दो माह के गर्भ के सुरक्षित समापन की सुविधा भी उपलब्ध है। परिवार नियोजन के प्रमुख अस्थायी साधन जैसे कंडोम, माला एन, साप्ताहिक गोली छाया आदि इस केंद्र पर मौजूद हैं। त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन की इच्छुक लाभार्थी को नजदीकी इंदिरानगर शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर किया जाता है। मरीजों को परामर्श और दवा के साथ साथ योगासन भी सिखाया जा रहा है।
हेल्थ एटीएम से हो रही स्क्रीनिंग
कालेपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर हेल्थ एटीएम के जरिये बीपी, शुगर, विजन, हीमोग्लोबिन समेत दर्जनों प्रकार की जांचे की जाती हैं। साथ ही उन जांचों का परिणाम तुरंत प्रिंट करके पर्चे के साथ लगा दिया जाता है। यहां पर ओरल कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग भी की जा रही है।
सहयोगी स्टॉफ करते हैं मदद
कालेपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर अभी स्टॉफ नर्स और एएनएम की तैनाती नहीं हुई है। ऐसे में परामर्श के साथ साथ दवा भी चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में दी जाती है। डॉ प्रवीन सपोर्टिंग स्टॉफ की मदद से न केवल अस्पताल का बखूबी संचालन कर रही हैं, बल्कि वहां स्वच्छता का भी विशेष ख्याल रखती हैं। उनका सहयोगी स्टॉफ डाक्यूमेंटेशन के कार्य में दक्ष है और उनकी मदद करता है।
शहर में संचालित हैं 48 आयुष्मान आरोग्य मंदिर
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 48 आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित किये जा रहे हैं जहां प्राथमिक जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है। प्रत्येक केंद्र पंद्रह से बीस हजार की आबादी को सेवा प्रदान कर रहा है। कालेपुर, शक्तिनगर समेत कई केंद्र इस समय मरीजों की पहली पसंद हैं। इन केंद्रों को और भी सुदृढ़ किया जा रहा है। नोडल अधिकारी डॉ एके चौधरी और शहरी स्वास्थ्य मिशन समन्वयक सुरेश सिंह चौहान को निर्देश है कि वह समय समय पर इन केंद्रों के कार्यों की समीक्षा करें और समुदाय को बेहतर सेवा दिलवाना सुनिश्चित कराएं।
Dec 15 2024, 18:51