छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड, पत्तों पर जमी बर्फ की चादर, रात का पारा 3 डिग्री से नीचे गिरा, 12 जिलों में शीतलहर का यलो अलर्ट…
रायपुर-   छत्तीसगढ़ में उत्तर से आ रही शुष्क और ठंडी हवा के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है. प्रदेश के कई जिलों में शीतलहर के हालात बन गए हैं. राजधानी रायपुर समेत सभी जिलों में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव जला रहे हैं. सबसे ज्यादा ठंड सरगुजा संभाग में पड़ रही है. बलरामपुर में न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है.  मौसम विभाग ने दुर्ग सहित 12 जिलों में अगले तीन दिनों के लिए कोल्ड वेव (शीतलहर) का यलो अलर्ट जारी किया है. वहीं, बस्तर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की भी संभावना जताई गई है.

बीते दिन प्रदेश का मौसम ऐसा रहा:

सरगुजा संभाग में शीतलहर के कारण मौसम और ठंडा हो गया है. बलरामपुर में रात का तापमान 3 डिग्री से भी नीचे गिरा, जो इस मौसम में सबसे कम था. वहीं, सरगुजा में न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री, सूरजपुर में 7.5 डिग्री, कोरिया में 7.4 डिग्री और जशपुर में 10.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.

वहीं राजधानी रायपुर में भी रात का तापमान सामान्य से कम होकर 13.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. दिन में भी हल्की ठंड महसूस हुई और अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. नगर निगम ने ठंड से बचाव के लिए शहर में अलाव जलाना शुरू कर दिया है, विशेष रूप से आउटर वार्डों में यह व्यवस्था की गई है.

शीतलहर का अलर्ट जारी 

मौसम विभाग ने 16 और 17 दिसंबर को राज्य के विभिन्न जिलों में शीतलहर की स्थिति बनी रहने की संभावना जताई है. 16 दिसंबर को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरबा, मुंगेली, दुर्ग, खैरागढ़-छुइखदान-गंडई, कबीधाम, जशपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, सरगुजा और बलरामपुर में शीतलहर का अलर्ट रहेगा. 17 दिसंबर को, खासकर गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, जशपुर, सरगुजा और बलरामपुर जिलों में शीतलहर की संभावना है.

बस्तर में हल्की बारिश की संभावना

मौसम विभाग के मुताबिक, 15 दिसंबर के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिसका असर बस्तर संभाग में दिख सकता है. 17 और 18 दिसंबर की रात से बस्तर में बादल छाए रहेंगे और यहां कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. दंतेवाड़ा जिले में रात का तापमान 12.6 डिग्री, बस्तर में 13.8 डिग्री और बीजापुर में 13.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जो यहां के सबसे ठंडे इलाके हैं.

निर्माणाधीन मकान की तीसरी मंजिल में काम कर रहा मजदूर पैर फिसलने से नीचे गिरा, मौके पर हुई मौत…

कोरबा-  निर्माणाधीन मकान में बिना सुरक्षा उपकरणों के काम रहा मजदूर तीसरी मंजिल से सीधे नीचे जा गिरा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंची पाली पुलिस जांच में जुट गई है. 

जानकारी के अनुसार, पाली थाना के पास निर्माणाधीन तीन मंजिला मकान के ऊपरी हिस्से में ग्राम सैला निवासी 40 वर्षीय पंचराम रोहिदास, माखनपुर निवासी 56 वर्षीय आत्मा राम और मंगल सिंह प्लास्टर लगाने का काम कर रहे थे.

इस दौरान पंचराम रोहिदास पैर फिसल जाने की वजह से सीधे जमीन पर जा गिरा. सिर के बल गिरने से मिस्त्री की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की सूचना पर पहुंची पाली पुलिस पंचनामा तैयार करने के साथ आगे की कार्रवाई कर रही है.

दहेज प्रताड़ना मामला : कोर्ट ने 2 साल बाद सुनाया फैसला, पत्नी ने पति के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत …

बिलासपुर-    अतुल सुभाष सुसाइड केस के बीच बिलासपुर जिला न्यायालय ने दहेज प्रताड़ना के मामले मेंं बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने महिला के सभी आरोपों को संदेहास्पद और झूठा पाया है. पति समेत अन्य आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया है. पूरा मामला साल 2022 का है.

दरअसल, 9 नवंबर 2022 को महिला ने अपने पति और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसके एक महीने बाद कोर्ट में चार्जशीट पेश की गई. मामलें में दो साल बाद कोर्ट ने महिला के तमाम आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. वहीं पति समेत सभी आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया है.

जानकारी के मुताबिक, प्रार्थीया और अभियुक्त दोनों की दूसरी शादी हुई थी, पति की पहली पत्नी से एक पुत्री है. पहली पत्नी की मौत के बाद पति ने दूसरी शादी रचाई थी. अभियुक्त की बेटी को दूसरी पत्नी लगातार प्रताड़ित किया करती थी. इससे परेशान होकर नाबालिक पुत्री ने फिनाइल पी लिया था, जिसकी शिकायत भी की गई थी. इस अपराध से बचने के लिए प्रार्थिया ने रिश्तेदारों और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना की झूठी शिकायत दर्ज की गई थी.

पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 8 नक्सलियों को किया गिरफ्तार, विस्फोटक सामग्री बरामद

सुकमा-   सुरक्षा बल के जवानों को नक्सलियों के खिलाफ आज एक और बड़ी सफलता मिली है. जगरगुण्डा पुलिस एवं 201 कोबरा, 150 वाहिनी सीआरपीरएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए जगरगुण्डा क्षेत्र से 7 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. सभी नक्सली थाना जगरगुण्डा और चिंतलनार क्षेत्र के रहने वाले हैं. नक्सलियों के पास से विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है.

वहीं बीजापुर में अन्य कार्रवाई में फोर्स ने तर्रेम थाने से एक नक्सली को अरेस्ट किया है. नक्सली रवि ऊर्फ संतोष जन मिलिशिया सदस्य है. तर्रेम थाने में नक्सली रवि के विरुद्ध चार मामले दर्ज हैं. नक्सली रवि ने पूर्व सरपंच सुखराम अवलम की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था.

नेशनल लोक अदालत: छत्तीसगढ़ में आज 22 लाख से अधिक प्रकरणों का हुआ रिकार्ड निराकरण, 842 करोड़ का अवार्ड किया गया पारित

रायपुर-  नेशनल लोक अदालत के माध्यम से आज छत्तीसगढ़ राज्य में 22 लाख 59 हजार से अधिक प्रकरणों का रिकार्ड निराकरण हुआ। नेशनल लोक अदालत के माध्यम से कुल 842 करोड़ रूपए से अधिक का अवार्ड पारित किया गया। यहां यह उल्लेखनीय है कि आज 14 दिसम्बर को उच्च न्यायालय से लेकर तालुका स्तर न्यायालयों के साथ-साथ राजस्व न्यायालयों में लोक अदालतों का आयोजन हुआ। हाईकोर्ट बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश ने नेशनल लोक अदालत के तहत खण्डपीठों का वर्चुअल निरीक्षण किया गया। यहां यह उल्लेखनीय है कि यह इस वर्ष की चतुर्थ एवं अंतिम नेशलन लोक अदालत थी।

मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा रायपुर व दुर्ग के लोक अदालत की कार्यवाहियों का निरीक्षण कर वहां के प्रधान जिला न्यायाधीशों से चर्चा की गई और उन्हें अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया। इससे लोक अदालत के पीठासीन अधिकारियों, सदस्यों व पक्षकारों को प्रोत्साहन मिला और पक्षकारों में विश्वास सृजित हुआ है। लोक अदालत की विश्वसनीयता और प्रमाणिकता बढ़ी है। नेशनल लोक अदालत में तकनीकी का उपयोग करते हुए जहां पक्षकार नहीं आ सके, उन्हें वर्चुअल माध्यम से भी जोड़कर तथा मोबाईल वेन के माध्यम से लोक अदालत में प्रकरणों का निराकरण किया गया।

गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा नेशनल लोक अदालत की तैयारियों और अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण के संबंध में सभी जिले के प्रधान जिला न्यायाधीशों के साथ बैठक कर सतत् पर्यवेक्षण करते हुए मार्गदर्शन दिया जाता रहा है। मुख्य न्यायाधीश सिन्हा के छत्तीसगढ उच्च न्यायालय में पदभार ग्रहण करने के उपरांत से छत्तीसगढ में शीघ्र सुलभ व सस्ता न्याय की अवधारणा को साकार करते हुए लोगों को लोक अदालत के माध्यम से त्वरित न्याय प्रदान किया जाना सुनिश्चित हो पा रहा है।

मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा कार्यपालक अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल को प्रकरणों के निराकरण में उनके सतत् मार्गदर्शन व प्रयास के लिए विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया गया। मुख्य न्यायाधीश सिन्हा द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में गठित लोक अदालत की दोनों खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारी माननीय न्यायमूर्तिगण व सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापित किया है। मुख्य न्यायाधिपति द्वारा राज्य के सभी सम्मानित प्रधान जिला न्यायाधीशगणों और नेशनल लोक अदालत के संबंध में राज्य में गठित सभी खण्डपीठों के पीठासीन अधिकारियों और खण्डपीठ के सदस्यों, राजस्व अधिकारियों, पुलिस प्रशासन, सभी न्यायालयीन कर्मचारियों के साथ-साथ सभी पैरालीगल वालेण्टियर, अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों तथा पक्षकारों तथा अन्य सभी लोगों, जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस नेशनल लोक अदालत को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने में योगदान दिया है, को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

मुख्य न्यायाधिपति द्वारा प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भी धन्यवाद ज्ञापित किया गया है, जिन्होंने इस नेशनल लोक अदालत के प्रचार-प्रसार व लोगों के मध्य जागरूकता फैलाने में विशेष योगदान दिया।

आदर्श विद्यालय देवेंद्र नगर ने धूमधाम से मनाई स्वर्ण जयंती
रायपुर- रायपुर केरला समाजम् द्वारा 1974 में स्थापित आदर्श विद्यालय देवेंद्र नगर ने अपनी स्वर्ण जयंती के अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में भव्य आयोजन किया। इस समारोह ने 50 वर्षों की गौरवमयी यात्रा का उत्सव मनाते हुए शिक्षा, संस्कार और साक्षरता के प्रति विद्यालय की प्रतिबद्धता को दोहराया।

बता दें कि आदर्श विद्यालय की स्वर्ण जयंती पर आयोजित यह विशेष कार्यक्रम दो सत्रों में विभाजित था। सुबह 10 बजे आयोजित पहले सत्र “मिलाप” में 1986 से 2023 तक के पूर्व छात्रों का पुनर्मिलन हुआ। इस दौरान छात्रों ने अपने गुरुओं के प्रति सम्मान प्रकट किया और छात्र जीवन की यादें साझा कीं।

द्वितीय सत्र: “स्वर्णिमा” महोत्सव का शुभारंभ

द्वितीय सत्र शाम 5:00 बजे “स्वर्णिमा” महोत्सव का आरंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और सुमधुर सरस्वती वंदना के साथ हुआ। महोत्सव के मुख्य अतिथि गिरीश चंदेल (चांसलर, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय) और विशिष्ट अतिथि डॉ. विजय खंडेलवाल (जिला शिक्षा अधिकारी, रायपुर) रहे। रायपुर केरला समाजम् के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अन्य विशेष अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर सम्मान संस्था की प्राचार्या सुमन शानबाग और उनकी टीम ने किया।

“आदर्शिका” स्मारिका का विमोचन और छात्रों का सम्मान

समारोह के दौरान विद्यालय के 50 वर्षों की उपलब्धियों, स्मृतियों, और शैक्षिक योगदान को दर्शाती स्मारिका “आदर्शिका” का विमोचन किया गया। इसके बाद कक्षा 10वीं और 12वीं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को उनके माता-पिता की उपस्थिति में प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। खेलकूद और अन्य सह-शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि गिरीश चंदेल ने अपने उद्बोधन में विद्यालय की शिक्षा और संस्कार की परंपरा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आदर्श विद्यालय ने 50 वर्षों तक अपनी श्रेष्ठ पहचान बनाए रखी है। विशिष्ट अतिथि डॉ. विजय खंडेलवाल ने शिक्षकों के योगदान की सराहना की और कहा कि आधुनिक और पारंपरिक शिक्षण पद्धतियों का संयोजन विद्यालय की सफलता का मुख्य आधार है। रायपुर केरला समाजम् के अध्यक्ष विनोद पिल्लई ने विद्यालय की सफलता का श्रेय संस्थापक सदस्यों, शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों को दिया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम रहे आकर्षण

विद्यालय की प्राचार्या सुमन शानबाग ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें विद्यालय की शैक्षिक, सांस्कृतिक और खेल उपलब्धियों का उल्लेख किया गया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

- “गोल्डन जुबली जर्नी स्किट” ने 1974 से 2024 तक की विद्यालय यात्रा को जीवंत किया।

- “मी एंड मॉम” में नर्सरी के बच्चों ने माता-पिता के प्रेम और त्याग को प्रस्तुत किया।

- “रिदम ऑफ़ केरला” और “भारत दर्शन” जैसे कार्यक्रमों ने भारतीय संस्कृति और विविधता को शानदार तरीके से प्रदर्शित किया।

- “गणेश वंदना” और “शिव स्तुति” ने पारंपरिक भारतीय नृत्य और संगीत की झलक पेश की।

- “वुमेन एम्पावरमेंट” ने नारी सशक्तिकरण का संदेश दिया, जबकि कक्षा 12वीं के छात्रों के जोशीले “भांगड़ा” नृत्य ने दर्शकों का दिल जीत लिया।

गौरतलब है कि प्रथम सत्र में धन्यवाद ज्ञापन मिनी फिलिप ने किया, जबकि पूरे महोत्सव का समापन संस्था के उपप्राचार्य के.के. उन्नीकृष्णन नायर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह : आत्मसमर्पित नक्सली प्रमिला और टिकेश्वर ने लिए सात फेरे, नक्सल संगठन के सदस्यों से कहा –

गरियाबंद-  जिले में आज मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया गया, जिसमें जीवनभर साथ निभाने का संकल्प लेते हुए आत्मसमर्पित नक्सली प्रमिला एवं टिकेश्वर ने भी अग्नि के सात फेरे लिए. नवदंपती ने नक्सल संगठन के सभी सदस्यों से कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाते हुए समाज के मुख्य धाराओं से जुड़े और अपने खुशहाल जीवन जिए.

टिकेश्वर और प्रमिला ने बताया कि हम दोनों नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे, जहां पर विवाह करने एवं परिवार के बंधन में बंधने की इजाजत नहीं थी. छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति के तहत पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने के बाद हम दोनों ने अधिकारियों के पास शादी करने की इच्छा जताई. इस बात को ध्यान में रखते हुए गरियाबंद पुलिस ने आज मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत कार्यक्रम में शादी कराकर पूरे पुलिस परिवार ने आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दी. छत्तीसगढ़ शासन और गरियाबंद पुलिस का धन्यवाद करते हुए प्रमिला और टिकेश ने नक्सली संगठन के सभी सदस्यों से कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाते हुए समाज के मुख्य धाराओं से जुड़े और अपने खुशहाल जीवन जिएं.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया मीडिया क्रिकेट लीग का शुभारंभ

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर के न्यू राजेंद्र नगर स्थित द्रोणाचार्य स्कूल में 2 दिवसीय मीडिया क्रिकेट लीग का शुभारंभ किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह आयोजन खेल प्रेमियों और मीडिया के खिलाड़ियों के लिए एक विशेष अवसर है। मीडिया के साथी अब तक खबरों की दौड़ में आगे निकलने के लिए आपस में प्रतियोगिता करते रहे हैं, लेकिन खेल के मैदान में खेल भावना के साथ आपस में प्रतियोगिता करते हुए देखना रोमांचकारी अनुभव है। उन्होंने इस आयोजन के लिए सभी आयोजकों और प्रेस क्लब के साथियों सहित प्रतिभागी के रूप में शामिल हो रहे मीडिया के सभी साथियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने उद्बोधन में खिलाड़ियों के मध्य खेल भावना की प्रशंसा करते हुए आयोजन की सराहना की। इस अवसर पर विधायक पुरन्दर मिश्रा, प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर, कार्यक्रम संयोजक अमित चिमनानी सहित बड़ी संख्या में क्रिकेट प्रेमी व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

बस्तर में कमजोर हो रहा नक्सली संगठन : अबूझमाड़ में सालभर में मारे गए 130 से ज्यादा मावोआदी, मुठभेड़ में ढेर 7 नक्सलियों की हुई पहचान
नारायणपुर-  अबूझमाड़ क्षेत्र के जंगल में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच कई घंटों तक चली मुठभेड़ में 5 पुरूष और 2 महिला समेत कुल 7 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी मारे गए. सभी का शव बरामद कर शिनाख्ती कर ली गई है. मृत माओवादियों की पहचान 25 लाख के इनामी नक्सली एससीएम कार्तिक उर्फ दसरू, 5 लाख के इनामी एसीएम रैनी उर्फ रमिला मडकम सहित सोमारी ओयाम, गुडसा कुच्चा, रैनू पोयाम, कमलेश उर्फ कोहला एव सोमारु उर्फ मोटू सभी पीएम मेम्बर के रूप में हुई है. पुलिस ने इस मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सलियों के घायल होने की संभावना जताई है. बता दें कि सालभर में अबूझमाड़ में ही नक्सल विरोधी अभियान के दौरान 130 से ज्यादा माओवादी मारे जा चुके हैं.

पुलिस ने मृत नक्सलियों के पास से 02 नग 303 रायफल, 02 नग बीजीएल लांचर , 02 नग 12 बोर रायफल एवं 02 नग भरमार बंदूक सहित भारी मात्रा में अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद की है. बता दें कि दक्षिण माड़ डिवीजन, पीएलजीए प्लाटून नम्बर 16, इंद्रावती एरिया कमिटी, इत्यादि के शीर्ष नक्सलियों की सूचना पर संयुक्त टीम निकली थी. इस संयुक्त अभियान में नारायणपुर डीआरजी, दंतेवाड़ा डीआरजी, जगदलपुर डीआरजी, कोण्डागांव डीआरजी और एसटीएफ व सीआरपीएफ शामिल थे. नक्सल विरोधी सर्च अभियान में 10 दिसंबर को नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, कोंडागांव जिले की डीआरजी के साथ एसटीएफ और सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी शीर्ष माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर दक्षिण अबूझमाड़ क्षेत्र में रवाना हुई थी.

अभियान के दौरान 12 दिसंबर को लगभग प्रातः 3ः00 बजे दक्षिण अबूझमाड़ कलहाजा – डोंड़रबेड़ा के जंगल, पहाड़ में पुलिस पार्टी एवं माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो देर तक लगातार चलती रही. फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों ने अपने-अपने दिए गए टॉस्क क्षेत्र में सर्चिंग की. इस दौरान घटना स्थल के अलग-अलग स्थानों से 05 पुरूष एवं 02 महिला कुल 07 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादी का शव बरामद किया गया. मारे गए माओवादियों में कार्तिक उर्फ दसरू 25 लाख इनामी, रैनी उर्फ रमिला मडकम 05 लाख इनामी सहित अन्य सोमारी ओयाम, गुडसा कुच्चा, रैनू पोयाम, कमलेश उर्फ कोहला एव सोमारु उर्फ मोटू 2-2 लाख ईनामी नक्सली शामिल थे. घटना स्थल पर और भी खून के धब्बे दिखाई दिए, जिससे इस मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य माओवादियों के घायल अथवा मारे जाने की संभावना जताई जा रही है.

मारे गये नक्सलियों के नाम व पद

1. रामचन्द्र उर्फ कार्तिक उर्फ दसरू उर्फ जीवन – एस. सी. एम. ओडिसा स्टेट कमेटी सदस्य , सचिव पश्चिम ब्यूरो

2. रैनी उर्फ रमिला मडकम – एसीएम पश्चिम बस्तर

3. सोमारी ओयाम – पीएम

4. गुडसा कुच्चा – पीएम

5. रैनू पोयाम – पीएम

6. कमलेश उर्फ कोहला – पीएम

7. सोमारु उर्फ मोटू – पीएम

पुलिस ने कहा – मुख्यधारा में लौटें नहीं तो परिणाम भुगतने तैयार रहें

अबूझमाड़ माओवादियों का गढ़ है और माओवादी इन्हें अपना सुरक्षित ठिकाना मनाते हैं. इस क्षेत्र में जिला नारायणपुर, दन्तेवाड़ा, कोण्डागांव और कांकेर द्वारा संयुक्त रूप से संचालित नक्सल विरोधी अभियान के दौरान विगत एक साल में 130 से ज्यादा माओवादी मारे जा चुके हैं. सिर्फ नारायणपुर जिले में पिछले एक साल में 56 नक्सली मारे जा चुके हैं. ये आंकड़े अबूझमाड़ में नक्सलियों के विरूद्ध सुरक्षा बलो के प्रहार और सफलता को दर्शाता है. प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं कुशल रणनीति के साथ काम करने के परिणामस्वरूप यह एक सफल ऑपरेशन रहा. प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है, इसलिए माओवादी संगठन से पुलिस ने अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़े अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें.

साई कॉलेज में आयोजित हुई फ्लावर रंगोली और फ्लावर पॉट डेकोरेशन प्रतियोगिता, फूलों की रंगोली में दिखी काशी की काया और मथुरा की छाया

अम्बिकापुर- काशी काया, मथुरा की माया और संगम की छाया तीनों शनिवार को श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रांगण में फूलों की रंगोली खूशबू बिखेरती नजर आयी। क्रिएटिव क्लब के तत्वावधान में आयोजित फ् लावर रंगोली में मथुरा की रंगीनियत, गोकुल का बचपन, श्रीकृष्ण की रासलीला परिलक्षित हुई तो काशी के घाटों का सौन्दर्य नयनाभिराम रहा। फूलों की रंगोली में संगम की पवित्रता के साथ प्रतिभागी डुबकी लगाते रहे। देवाधिदेव, प्रथम पुज्य भगवान श्रीगणेश कई छवियों में आकर्षण का केन्द्र बने रहे। बाल गणेश, ढोलक के साथ गणेश, लड्डूओं के साथ गणेश दीपावली का आशीर्वाद दे रहे थे। विद्यार्थियों ने फूलों की रंगोली को देव दीपावली जैसा सजाया जो सभी के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा। जहां छत्तीसगढ़ की हरितिमा दिखी तो मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदान एक पर्व बन कर उभरा। रंगोली के माध्यम से मतदान का आह्वान किया गया। ज्ञात हो कि इस रंगोली प्रतियोगिता महाविद्यालय सभी संकायों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।

वहीं गुलदस्ता सजाओ प्रतियोगिता में जहां फूलों का संयोजन, रंगों की विविधता नजर आयी तो वहीं वाटर कॅलर, आयल कलर के साथ फ्लावर पाट पर मीनाकारी आकर्षण का केन्द्र बनी रही। ग्लास कलर के साथ बोतल पर पत्तियों के साथ फूलों का संयोजन बेहद खास रहा।

इस प्रतियोगिता में 40 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
सभी प्रतियोगियोंं को प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने प्रेरित किया। क्रिएटिव क्लब की प्रभारी सहायक वंदना पांडेय के साथ रीता सरकार, डॉ. दीपश्री बराइक, विभा तिवारी, दीपा तिवारी ने सहायोग किया।

दिव्यांग के कौशल से सभी हुए अभिभूत
फूलों का गुलदस्ता हमेशा हाथों की सक्षमता का पर्याय होता है लेकिन बीए प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी दिव्यांग महेश अपने पैरों से गुलदस्ता बनाया। उसके हौसले और गुलदस्ता के सौन्दर्य को देख कर सभी तारीफ करते नजर आये। प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने उसे विशेष पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की।