अंकोरहा के पूर्व पैक्स अध्यक्ष की हत्या में शामिल दो अभियुक्तों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, बताया चुनावी रंजीश में हुई थी हत्या
औरंगाबाद : पुलिस ने नबीनगर व्यापार मंडल अध्यक्ष सह अंकोरहा के पूर्व पैक्स अध्यक्ष संजय कुमार सिंह की हत्या मामले में नामजद बने अभियुक्तों में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है।
इस आशय की जानकारी सोमवार को समाहरणालय कक्ष में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान औरंगाबाद के एसपी अंबरीश राहुल ने दी है।
एसपी ने बताया कि 30 नवंबर की शाम 7:00 बजे माली थानाध्यक्ष को यह सूचना मिली थी कि सोनोरा पुल के पास दो मोटरसाइकिल पर सवार अपराध कर्मियों के द्वारा अंकोरहा पंचायत के पूर्व पैक्स अध्यक्ष सह नबीनगर व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय कुमार सिंह की औरंगाबाद से लौट के क्रम में गोली मारकर हत्या कर दी गई है।
सूचना मिलते ही मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के द्वारा तत्काल माली, एनटीपीसी खैरा, बारुण एवं कुटुंबा थाना को घटनास्थल पर भेजा गया था। FSL टीम द्वारा रात्रि में ही घटनास्थल पर मौजूद मृतक के गाड़ी से साक्ष्य संकलन कर कार्रवाई की गई थी।
मृतक के पुत्र आकाश सिंह के फर्द बयान पर माली थाना कांड संख्या 222/24 दर्ज कर सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर कांड की गंभीरता को देखते हुए सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वन संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एक SIT टीम का गठन कर कांड के उद्भेदन की जिम्मेवारी सौंपी गई।
गठित SIT टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन, आसूचना संकलन, ह्यूमन इंटेलिजेंस एवं तकनीकी अनुसंधान के आधार पर कांड का उद्वेदन करते हुए कांड में सम्मिलित दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपना-अपना अपराध स्वीकार किया एवं बताया कि पूरी घटना का मास्टरमाइंड राकेश गिरी एवं संजय गिरी है।
अपराधियों ने पुलिस को बताया कि 25 नवंबर 2024 की संध्या में गाड़ी हटाने को लेकर मृतक संजय कुमार सिंह के लोगों के साथ संजय गिरी, राकेश गिरी, मंटू यादव, पिंटू गिरी, विक्की गिरि एवं अन्य के साथ लड़ाई हुई थी। जिसमें पिंटू गिरी और सोनू गिरी जख्मी हो गए थे। इस लड़ाई तथा चुनावी हार का बदला लेने के लिए संजय गिरी ने राकेश गिरी को संजय कुमार सिंह को मारने के कार्य को सौंपा था।
28 नवंबर को राकेश गिरी ने एक मीटिंग रखी जिसमें मंटू यादव, विक्की गिरी, सत्यजीत गिरी उर्फ बाबू सत्या, कर्मेंद्र सिंह एवं तीन अज्ञात लोग शामिल हुए और हत्या करने की पूरी योजना बनाई गई। 29 नवंबर को भी संजय कुमार सिंह की हत्या का प्रयास किया गया। लेकिन मंटू यादव द्वारा ठीक से लोकेशन ना देने के कारण प्रयास सफल नहीं हो सका। उसी दिन रात में सभी लोग संजय गिरी के यहां रात्रि का भोजन किया और इस कांड के मास्टरमाइंड राकेश गिरी द्वारा तय किया गया कि किसी भी तरह 30 नवंबर को संजय गिरी की हत्या कर दी जाएगी। इस संदर्भ में 30 नवंबर की सुबह में संतोष यादव द्वारा अंकोरहा गांव से एवं कर्मेंद्र सिंह द्वारा धुजा गांव से लोकेशन दिया गया। परंतु योजना सफल नहीं हो पाई। फिर सभी लोग राकेश गिरी के साथ खंभा ग्राम में सत्यजीत गिरी उर्फ बाबू सत्या के पोखर पर मिलकर मृतक के लौटते समय उसकी हत्या करने की योजना बनाई। मृतक अपने साथियों के साथ करीब शाम 5:00 बजे न्यायालय से अंकोरहा लौट रहे थे। लौटने के क्रम में सत्यजीत गिरी उर्फ बाबू सत्या द्वारा चतरा मोड़ पर मृतक का लोकेशन राकेश गिरी एवं उनके साथियों को दी गई।
पुनः सोनोरा बाजार के पास कर्मेंद्र सिंह ने मृतक का लोकेशन दिया। तत्पश्चात सोनोरा पुल के पास दो मोटरसाइकिल पर सवार कल 6 लोगों के द्वारा घेरकर इस कांड को अंजाम दिया गया।
एसपी ने बताया कि शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी शीघ्र कर ली जाएगी। गिरफ्तार अभियुक्त में माली थाना के खंभा गांव निवासी राधेश्याम गिरी के पुत्र सत्यजीत गिरी उर्फ बाबू सत्या तथा एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के घुझा गांव के कर्मेंद्र सिंह है। इनके पास से पुलिस ने दो मोबाइल फोन एवं एक मोटरसाइकिल बरामद किया है।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Dec 13 2024, 16:13