अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का होगा पुनर्विकास, एयरपोर्ट जैसी होगी सुविधाएं

अहमदाबाद के लोगों को एक बड़ी सौगात मिलने वाली है. कालूपुर रेलवे स्टेशन के नाम से मशहूर अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास होने जा रहा है. इस स्टेशन को बनाने के लिए 24 हजार करोड़ की लागत आएगी. इस रेलवे स्टेशन के बन जाने के बाद यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों की कैपेसिटी 3 लाख तक बढ़ जाएगी. इस रेलवे स्टेशन पर 3 हजार गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था होगी. इस प्रोजेक्ट को 36 महीने में पूरा करने का टारगेट रखा गया है यानी ये रेलवे स्टेशन साल 2027 तक बनकर तैयार होगा. इसके बाद लोग इस वर्ल्ड क्लास सुविधा का आनंद ले सकेंगे.

कालूपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम शुरू कर दिया गया है. प्रोजेक्ट का मकसद स्टेशन को वर्ल्ड क्लास मल्टी-मॉडल ट्रांजिट हब में बदलना है. यह 35 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा. इस स्टेशन का काम ट्रेन संचालन को बाधित किए बिना ही अलग-अलग चरणों में किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की खास बात ये है कि इसका डिजाइन और स्ट्रक्चर न्यूयॉर्क की हडसन हाई लाइन से प्रेरित होकर किया गया है.

सभी सुविधाएं होंगी शामिल

इस स्टेशन में बुलेट ट्रेनों के लिए अपर लेवल, पारंपरिक ट्रेनों के लिए ग्राउंड लेवल और सबवे के लिए अंडरग्राउंड लेवल शामिल हैं. मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब स्टेशन पर 16 मंजिला मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनाया जाएगा, जिसमें पार्किंग, ऑफिस, होटल, गार्डन और मॉल जैसी कई सुविधाएं शामिल होंगी. पुनर्विकास में कालूपुर ब्रिज और सारंगपुर ब्रिज को जोड़ने वाला एक ग्रीन एरिया और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए एक ऊंचा ब्रिज शामिल होगा.

एयरपोर्ट जैसा रेलवे स्टेशन

इस प्रोजेक्ट के बाद रोज सफर करने वाले यात्रियों की संख्या को बढ़ाया जाएगा, जो 3 लाख तक हो जाएगी. इसके साथ ही इसे एक मॉडर्न और ईको फ्रेंडली सेंटर में भी बदल देगा. स्टेशन की कई फिक्शनल इमेज सामने आई हैं, जिसमें अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पुनर्विकसित होने के बाद कैसे दिखेगा. रेलवे स्टेशन की जो तस्वीरें सामने आई हैं. वह किसी रेलवे स्टेशन नहीं बल्कि एक एयरपोर्ट के जैसी लग रही हैं, जो मल्टी-मॉडल ट्रांजिट हब को दर्शाती हैं. यह डिजाइन अहमदाबाद की सांस्कृतिक विरासत को शामिल करते हुए इसे एक वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के नजरिए से प्रेरित है.

7 नेताओं से मुलाकात, दीं अलग-अलग मूर्तियां…CM बनने के बाद फडणवीस का पहला दिल्ली दौरा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली के दौरे पर हैं. सीएम पद की शपथ लेने के बाद फडणवीस का ये पहला दिल्ली दौरा है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत 7 नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने 5 अलग-अलग मूर्तियां देकर महाराष्ट्र की संस्कृति का चित्रण दर्शाया. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सीएम फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री से आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को गतिशील बनाए रखना जरूरी है. ये महत्वपूर्ण राज्य है.

फडणवीस ने महाराष्ट्र की संस्कृति-परंपरा से दिल्ली को कैसे जोड़ा…

मुख्यमंत्री बनने के बाद पहला दिल्ली दौरा

कुल 7 नेताओं से की मुलाकात

5 अलग-अलग मूर्तियां देकर महाराष्ट्र की संस्कृति का चित्रण दर्शाया

राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को दी गई विट्ठल-रुख्मिणी की मूर्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छत्रपति शिवाजी की मूर्ति

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को वीर सावरकर की प्रतिमा

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को गाय-बछड़े की मूर्ति

राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी को सिद्धिविनायक की मूर्त्ति

PM से मुलाकात के बाद फडणवीस क्या बोले?

सीएम फडणवीस ने कहा, पीएम से मुलाकात हुई. उनका आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र को गतिशील बनाए रखना जरूरी है. महत्वपूर्ण राज्य है. केंद्र सरकार पूरी तरह से महाराष्ट्र के साथ खड़ी है. सीएम ने कहा कि मैंने पार्टी के सभी बड़े नेताओं से मुलाकात की है. पीएम मोदी हमारे पिता समान हैं. उनकी भूमिका अभिभावक की है.

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अमित शाह से मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा हुई है. विस्तार में कोई दिक्कत नहीं है. मेरी पार्टी में मंत्री कौन बनेगा ये संसदीय बोर्ड तय करेगा.

अतुल सुभाष और निकिता सिंघानिया की WhatsApp चैट आई सामने, जानें क्या हुआ खुलासा

देश के बहुचर्चित अतुल सुभाष सुसाइड केस में एक के बाद एक ऐसी जानकारियां सामने आ रही हैं, जो कि सच में हैरान कर देने वाली हैं. 24 पन्नों के सुसाइड नोट, वीडियो, घर में लटके लेटर के बाद अब अतुल और पत्नी निकिता सिंघानिया की WhatsApp चैट सामने आई है. इमें अतुल अपनी बीवी निकिता से बेटे व्योम के बारे में बात करते दिखे. लेकिन निकिता ने पहले तो अतुल को कोई रिप्लाई नहीं दिया. फिर बाद में सिर्फ एक रिप्लाई दिया, वो भी ऐसा जिससे पता चलता है कि वो अतुल को उसके बेटे से बात तक नहीं करने दिया जाता था.

WhatsApp चैट 2021 की है. उस समय निकिता अपने बेटे व्योम के साथ जौनपुर में थी. अतुल ने आरोप लगाया था कि साढ़े तीन साल तक निकिता ने उसे बेटे से बात नहीं करने दी. न ही उसका चेहरा दिखाया. चैट में अतुल ने हर बार यही लिखा- फ्री हो तो बाबू के साथ कॉल करवा दो. रोज-रोज अतुल मैसेज करते लेकिन निकिता उन्हें रिप्लाई नहीं करती. फिर एक दिन 26 जून को निकिता ने लिखा- नहीं कराएंगे वीडियो कॉल.

अतुल ने इस बारे में बेटे व्योम को जो लेटर लिखा है, उसमें भी जिक्र किया है. अतुल ने कहा- मैं अपने बेटे की शक्ल तक देखने के लिए तरसता रहा. मैं उसकी शक्ल तक भूल गया हूं. फोटो देखता हूं तभी उसका चेहरा याद आता है. बेटे को औजार बनाकर निकिता और उसके घर वाले मुझसे पैसे ऐंठ रहे हैं. लेकिन जब मैं रहूंगा ही नहीं तो कौन उन्हें पैसे देगा. जब मैं मर जाऊंगा तो न ही पैसे देने की जरूरत पड़ेगी. न ही वो लोग मेरे मम्मी पापा को परेशान कर पाएंगे.

बेटे के नाम एक खत

इसके साथ ही अतुल ने बेटे को लिखा- बेटा एक न एक दिन अपने पापा को जरूर समझोगे. तुम किसी पर भी भरोसा मत करना. सभी तुम्हारा इस्तेमाल कर रहे हैं. मैं तुम्हें एक गिफ्ट दे रहा हूं. लेकिन इसे तभी खोलना जब साल 2038 आएगा. अतुल ने तो बेटे के लिए कार खरीदने के लिए पैसे भी जोड़ने शुरू कर दिए थे. सुसाइड नोट के मुताबिक, अतुल इस हद तक टूट गया था कि उसे मौत को गले लगाना ही एक सॉल्यूशन लगा.

बेटे को देखने के लिए तरस गए

अतुल के भाई विकास सुभाष ने भी बताया कि अतुल की शादी 2019 में हुई थी. उनकी पत्नी और उसके पूरे परिवार ने उन्हें कई संगीन झूठे मामलों में फंसाया था. साल 2021 में ही भाभी निकिता अपने बेटे अपने साथ लेकर चली गई थी. उसके बाद से अतुल ने कभी अपने बेटे को नहीं देखा. अंतिम समय तक वो बेटे से मिलने के लिए तरसता रहा. इससे अतुल बहुत परेशान रहने लगे थे.

डिप्रेशन की वजह से ही उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म कर ली. पुलिस ने अतुल के परिवार की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है. जब पुलिस निकिता के घर पहुंची तो उसका परिवार फरार था. बताया जा रहा है कि निकिता दिल्ली में है. जल्द ही सभी आरोपियों को अरेस्ट कर लिया जाएगा. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है, उनमें निकिता, उसकी मां निशा, भाई अनुराग और चाचा सुनील शामिल हैं.

गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ छत्तीसगढ़ का यह पहाड़, जानिए क्या है खास

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में स्थित मधेश्वर पहाड़ को शिवलिंग की विश्व की सबसे बड़ी प्राकृतिक प्रतिकृति के रूप में मान्यता मिली है. इस ऐतिहासिक उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में स्थान मिला है. रिकॉर्ड बुक में ‘लार्जेस्ट नेचुरल फैक्सिमिली ऑफ शिवलिंग’ के रूप में मधेश्वर पहाड़ को दर्ज किया गया है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए इसे प्रदेश के पर्यटन की उपलब्धियों में एक नया आयाम बताया.

गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि श्रीमती हेमल शर्मा और अमित सोनी ने मुख्यमंत्री साय से मंत्रालय स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट सौंपा. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, वन मंत्री केदार कश्यप, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े उपस्थित थे.

जशपुर जिले के लिए बड़ी उपलब्धि

उल्लेखनीय है कि हाल ही में पर्यटकों के बीच लोकप्रिय पर्यटन वेबसाइट (https://www.easemytrip.com) में जशपुर जिले को शामिल किया गया है. इसके बाद जिले के लिए यह एक और बड़ी उपलब्धि है. इस वेबसाइट में शामिल होने वाला जशपुर छत्तीसगढ़ का पहला जिला है.

वेबसाइट से पर्यटन प्रेमियों को जशपुर के नैसर्गिक स्थलों की जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी और पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए इसे प्रदेश के पर्यटन की उपलब्धियों में एक नया आयाम बताया.

मधेश्वर पहाड़: प्रकृति और आस्था का संगम

जशपुर जिले के कुनकुरी ब्लॉक में मयाली गांव से 35 किलोमीटर दूर स्थित मधेश्वर पहाड़, शिवलिंग के आकार की अपनी अद्भुत प्राकृतिक संरचना के लिए प्रसिद्ध है. यह स्थान लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र है, जहां स्थानीय ग्रामीण इसे विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग के रूप में पूजते हैं.

पर्यटन और रोमांच का केंद्र

मधेश्वर पहाड़ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्वतारोहण और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए भी लोकप्रिय होता जा रहा है. यहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और प्रकृति के साथ जुड़ने का अनुभव करते हैं. जशपुर जिले में पर्यटन और रोमांचक खेलों के विकास की असीम संभावनाएं मौजूद हैं.

एसबीआई बैंक मैनेजर ने 12 लाख रुपये लोन दिलाने के नाम पर किसान से की धोखाधड़ी,खा गया 39000 रुपये के मुर्गे

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक एसबीआई बैंक मैनेजर ने एक किसान को 12 लाख रुपये लोन दिलाने के नाम पर उसके साथ धोखाधड़ी की. उसने किसान को यह विश्वास दिलाया कि वह उसे लोन दिला देंगे. इसके बदले में मैनेजर ने 10 प्रतिशत कमीशन की बात भी कही. किसान ने पैसा इकट्ठा किया और मैनेजर को दे दिया. ऐसे में मैनेजर लोन देने के नाम पर किसान से हर शनिवार को एक देसी मुर्गा मांगता था. इस तरह उसने 900 मुर्गे किसान से ले लिए, जिनकी कीमत तकरीबन 39 हजार थी.

यह मामला बिलासपुर के मस्तूरी कस्बे से सामने आया है, जहां मस्तूरी कस्बे के रहने वाले किसान रूपचंद मनहर का मुर्गी फार्म है. अपने कारोबार को और आगे बढ़ाने की चाहत में किसान ने लोकल SBI बैंक मैनेजर से संपर्क किया और 12 लाख रुपये का लोन मांगा. इस पर मैनेजर ने कहा कि उन्हें लोन मिल जाएगा. मैनेजर ने किसान से कहा कि मुझे चिकन करी बहुत पसंद है और उसे लाने के लिए.

मैनेजर ने 900 मुर्गे खा लिए

लोन मिलने की उम्मीद में मनहर रोज बैंक मैनेजर के लिए चिकन लाता रहा. फिर बैंक मैनेजर ने हर शनिवार को एक देसी मुर्गा लाने के लिए कहा. हर इस तरह मैनेजर ने 39 हजार रुपये के 900 गुर्गे खा लिए लेकिन इतना करने पर भी जब बैंक मैनेजर ने लोन देने में देरी की, तो किसान को लगा कि बैंक मैनेजर उसे ऋण नहीं देना चाहता है और उसे एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है.

आत्महत्या की दी धमकी

इसके बाद किसान ने मैनेजर से परेशान होकर पुलिस से मैनेजर की शिकायत की. किसान ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इसके साथ ही धमकी देकर कहा कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो मैं एसबीआई बैंक के सामने ही अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आत्महत्या कर लूंगा. उन्होंने पुलिस को मैनेजर को दिए गए चिकन के बिल भी दिखाए. पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है.

बेटे व्योम को कार गिफ्ट करने वाला था अतुल सुभाष, रुला देगी लेटर में लिखी हर लाइन

बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष केस में पत्नी समेत चारों आरोपी फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. रातोरात निकिता का परिवार जौनपुर में अपना घर छोड़कर कहीं भाग गया है. अतुल ने मौत से पहले अपने बेटे (Son Vyom) के नाम जो खत लिखा वो रुला देने वाला है. इसकी हर एक लाइन में पिता का दर्द साफ-साफ दिख रहा है. हर एक शब्द दिल को कचोट देने वाला है. मासूम को तो शायद पता ही नहीं होगा कि उसके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं, जो उस पर अपनी जान छिड़कते थे.

अतुल ने अपने साढ़े चार साल के बेटे व्योम के लिए पत्र में लिखा- बेटा मुझे उम्मीद है कि एक दिन तुम मुझे जरूर समझोगे. पहली बार जब मैंने तुम्हें देखा तो सोचा कि तुम्हारे लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं. अपनी जान तक दे सकता हूं. लेकिन दुख की बात है कि यह बात सच हो गई. मैं अब तुम्हारी वजह से अपनी जान दे रहा हूं. तुम्हें इतने साल से देखा नहीं, इसलिए फोटो देखकर ही तुम्हारा चेहरा याद आता है. मैं अब ऐसा हो गया हूं कि तुम्हारे बारे में कुछ भी मुझे फील नहीं होता. बस एक दर्द सा महसूस होता है. तुम्हारा इस्तेमाल मेरे खिलाफ एक औजार की तरह किया जा रहा है.

व्योम के लिए अतुल ने आगे लिखा- मुझे अब तुम एक गलती की तरह महसूस होते हो. ये शर्मनाक व्यवस्था एक बच्चे को उसके पिता के लिए बोझ बना देती है. जब तक मैं जिंदा हूं और पैसे कमाता हूं, तुम्हारी मम्मी (निकिता सिंघानिया) मेरा इस्तेमाल करती रहेंगी. लेकिन ऐसा मैं होने नहीं दूंगा. मैं तुम्हारे लिए खुद को 1000 बार कुर्बान कर सकता हूं. मुझे यकीन है कि तुम कभी न कभी यह समझ पाओगे कि पिता क्या होता है.

कोई भी भरोसे के लायक नहीं

अतुल ने बेटे के लिए आगे लिखा- मेरे जाने के बाद कोई पैसा नहीं रहेगा. एक दिन तुम अपनी मां और उसके लालची परिवार का असली चेहरा जरूर जान पाओगे. मुझे अक्सर हंसी आती है जब याद करता हूं कि मैंने तुम्हारी खातिर एक कार खरीदने का भी सोचा था. उसके लिए मैंने पैसे भी जोड़ना शुरू कर दिया था. कितनी मूर्खता थी मेरी. बेटे, न समाज पर भरोसा करना, न व्यवस्था पर. क्योंकि ये दोनों तुमसे अपना पेट भरना चाहती है.’

बेटे की नहीं देखी सूरत

अतुल के भाई विकास सुभाष ने बताया कि अतुल की शादी 2019 में हुई थी. उसकी पत्नी और उसके पूरे परिवार ने उन्हें कई संगीन झूठे मामलों में फंसाया था. साल 2021 में ही भाभी निकिता अपने बेटे अपने साथ लेकर चली गई थी. उसके बाद से अतुल ने कभी अपने बेटे को नहीं देखा. अंतिम समय तक वो बेटे से मिलने के लिए तरसता रहा. इससे अतुल बहुत परेशान रहने लगे थे. डिप्रेशन की वजह से ही उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म कर ली.

पुलिस ने अतुल के परिवार की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है. जब पुलिस निकिता के घर पहुंची तो उसका परिवार फरार था. बताया जा रहा है कि निकिता दिल्ली में है. जल्द ही सभी आरोपियों को अरेस्ट कर लिया जाएगा. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है, उनमें निकिता, उसकी मां निशा, भाई अनुराग और चाचा शामिल हैं.

राहुल गांधी हाथरस रवाना, 2020 रेप पीड़िता के परिवार से मिलेंगे,डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया हमला

कांग्रेस नेता राहुल गांधी हाथरस रेप पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस के लिए रवाना हो गए हैं. कुछ समय बाद राहुल पीड़िता के परिवार से मुलाकात करेंगे. पीड़िता के परिवार के तरफ से ही राहुल गांधी से मिलने की इच्छा जताई गई थी. जिसके बाद आज राहुल गांधी मुलाकात करने जा रहे हैं. राहुल के हाथरस दौरे पर उत्तरप्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि राहुल गांधी लोगों को भड़काना चाहते हैं.

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के आज हाथरस जाने पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, राहुल गांधी, आपमें निराशा की भावना है, आप हताशा के शिकार हैं. आपको यह भी नहीं पता कि हाथरस मामले की जांच सीबीआई ने कर दी है. मामला कोर्ट में चल रहा है. आज उत्तर प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में, कानून व्यवस्था के मामले में नंबर 1 राज्य बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. पूरे देश में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की चर्चा होती है.

डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि आज हम कह सकते हैं. उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्रांति आ रही है, जबकि आप उत्तर प्रदेश को अराजकता की आग में, दंगों की आग में झोंकना चाहते हैं,लोगों को भड़काना चाहते हैं. कृपया ऐसा न करें, मेरा आपसे अनुरोध है कि उत्तर प्रदेश पूरे देश में नंबर 1 राज्य बनने के लिए तैयार हो रहा है. आप पहले मनन करें, अध्ययन करें,विपासना करें और सोचे की क्या करना है. आए दिन आपकी ऊल जलूल हरकतों से जनता तं आ चुकी है.

राहुल के दौरे पर प्रशासन अलर्ट

हाथरस के बूलगढी़ गांव में राहुल गांधी पहुंच रहे हैं. इसी गांव की एक दलित युवती के साथ सितंबर 2020 के महीने में दरिंदगी हुई थी और फिर दिल्ली के एक अस्पताल में इस युवती की मौत हो गई थी. तब यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था. उस दौरान भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने परिवार से मुलाकात की थी. राहुल के इस दौरे को लेकर सुबह से ही प्रशासन काफी सतर्क है.

क्या है केस का अपडेट?

हाथरस की घटना के बाद पूरे देश में विरोध देखने को मिला था. विरोध के कारण उस समय प्रदेश सरकार एसपी और सीओ सहित पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया था. जिसके बाद पूरे मामले की जांच सीबीआई ने की थी. CBI ने 18 दिसंबर 2020 अपनी चार्जशीट पेश की थी. लेकिन पर्याप्त सबूत न होने के कारण आरोपियों को बरी कर दिया गया था.

राजस्थान के दौसा में बोरवेल में गिरे 5 साल के आर्यन की मौत

राजस्थान के दौसा में 5 साल के आर्यन को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है. 9 दिसंबर को लगभग 3.30से 4 बजे शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन 11 दिसंबर को देर रात खत्म हो गया. सरकारी जिला अस्पताल दौसा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि रेस्क्यू किए गए आर्यन की मौत हो गई है. बच्चे को यहां इसलिए लाया गया था ताकि, अगर संभव हो तो हम उसे बेहतर इलाज दे सकें. हमने दो बार ईसीजी किया, जिसमें बच्चा मृत पाया गया.

5 साल के आर्यन को बोरवेल में गिरे हुए 50 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका था. उसे बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें आर्यन तक पहुंचाने के लिए एक सुरंग बना रही थीं. मौके पर मौजूद अधिकारियों के मुताबिक, बीती रात के बाद से कमरे में आर्यन की तरफ से किसी भी तरह की हरकत को नहीं देखा गया था.

खराब हो गई थी मशीन

पहले पीईलिंग मशीन खराब होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी देरी हो गई थी. पीईलिंग मशीन में तकनीकी खराबी के कारण करीब 5 घंटे तक गड्डढा खुदाई और रेस्क्यू ऑपरेशन का काम रुक गया था. दौसा के जिला कलेक्टर ने कहा कि आर्यन को बचाने के लिए हर तरह संभव कोशिश की जा रही थी. दौसा कलेक्टर देवेंद्र यादव ने पीटीआई से बातचीत के दौरान बताया कि बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं है. डॉक्टर उसका इलाज कर रहे.

बोरवेल में कैसे गिरा आर्यन?

आर्यन दौड़ते हुए कहीं जा रहा था, अचानक से उसका पैर फिसल गया और बोरवेल में गिर गया. सामने से आ रही एक महिला ने उसे बोरवेल में गिरते हुए देखा तो वो जोर से चीखने लगी. महिला ने जल्दी से इसकी सूचना आर्यन के घरवालों को दी. उसके बाद आर्यन के रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएएफ की टीमों को मौके पर बुलाया गया

वॉट्सऐप स्टोरेज की टेंशन खत्म, ये ट्रिक आएगी काम

इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप अब ज्यादातर लोगों के फोन में मिल जाता है. ऑफिस हो या स्कूल सब काम इसके जरिए पूरे होते हैं. इस पर दिन रात इतनी चैट होती है कि स्टोरेज इशू आना लाजमी है. फोटो-वीडियो शेयरिंग में और चैट्स में हर चीज के लिए स्टोरेज की जरूरत पड़ती है. ऐसे में अगर स्टोरेज खत्म हो जाए तो क्या करें? इस के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना होगा. हम आपको जो ट्रिक्स बता रहे हैं इन्हें स्टेप बाय स्टेप फॉलो करें. इसके बाद मजे से वॉट्सऐप यूज कर सकेंगे.

इन स्टेप्स को करें फॉलो

इसके लिए सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में वॉट्सऐप ओपन करें. एंड्रॉयड और आईफोन दोनों के लिए सेम प्रोसेस है. दोनों फोन में स्टोरेज क्लीयर करने के लिए, ये तरीके अपनाएं.

अपने वॉट्सऐप की सेटिंग के ऑप्शन में जाएं. इसके बाद स्टोरेज और डेटा पर क्लिक करें. स्टोरेज मैनेज करें के ऑप्शन पर क्लिक करें. डेटा को सॉर्ट करे, फिल्टर और हटाएं.

कोई चैट या चैनल सलेक्ट करें. इसके बाद आइटम डिलीट करें पर क्लिक करें. अगर किसी फोटो-वीडियो की कई सारी कॉपी हैं, तो स्पेस बनाने के लिए सभी कॉपी डिलीट करें.

वॉट्सऐप से बिना जरूरत की मीडिया फाइल डिलीट करें. ये ऑप्शन आपको फोन गैलरी में मिल जाएगा. इसके अलावा आप इसे गैलरी से भी हमेशा के लिए डिलीट कर सकते हैं.

चैट हिस्ट्री करें डिलीट

वॉट्सऐप स्टोरेज क्लीयर करने के लिए आप चैट हिस्ट्री डिलीट कर सकते हैं. इसके लिए रिलेटेड चैट ओपन करें. ऊपर दिए गए थ्री डॉट या चैट में सेटिंग्स के ऑप्शन पर क्लिक करें. मोर पर क्लिक करें. ‘क्लियर चैट हिस्ट्री’ का ऑप्शन शो होगा. चैट हिस्ट्री डिलीट कर दें. ज्यादातर स्पेस ग्रूप चैट्स का होता है. आप अपने ऑफिस ग्रूप और फ्रेंड्स ग्रूप की चैट को टाइम टू टाइम डिलीट कर सकते हैं.

मोहन बाबू के मैनेजर वेंकट किरण कुमार गिरफ्तार, CCTV फुटेज को लेकर लगाया आरोप

मांचू परिवार में चल रहा विवाद एक नए मोड़ पर पहुंच गया है, जब मोहन बाबू के मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने अब इस मामले में मोहन बाबू के मैनेजर, वेंकट किरण कुमार कंडुला को गिरफ्तार कर लिया है. मोहन बाबू के बेटे मनोज ने कंडुला पर हमला करने और CCTV फुटेज को लेकर आरोप लगाए हैं. वहीं पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. माना जा रहा है पुलिस की जांच में नए खुलासे हो सकते हैं.

ये पूरा मामला मोहन बाबू और उनके बेटे मनोज के बीच बढ़ते मतभेदों के बाद सामने आया है. रविवार को परिवार में गंभीर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद मनोज ने शिकायत की कि दस लोगों ने उन पर हमला किया. मोहन बाबू ने भी आरोप लगाया कि उनकी जान को खतरा था और यह सब उनके बेटे और बहू के कारण हुआ.

मनोज के खिलाफ मोहन बाबू का ऑडियो वायरल

इसके बाद सोमवार को मनोज को अस्पताल में भर्ती किया गया, जिससे स्थिति और साफ हो गई. मनोज के खिलाफ मोहन बाबू का एक ऑडियो भी वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि मनोज ने अपनी पत्नी की बात मानी और शराब की लत में डूब गए हैं. ऑडियो में मोहन बाबू की आवाज सुनाई दे रही थी, जिसमें उन्होंने अपने बेटे को जिम्मेदार ठहराया.

मीडिया से भिड़ गए थे मोहन बाबू

मनोज के अस्पताल जाने के बाद परिवार के अन्य सदस्य भी विवाद में कूद पड़े. वहीं, मंगलवार रात को मोहन बाबू के घर पर फिर से विवाद हुआ, जब मनोज ने घर में जाने कोशिश की तो इस दौरान उनका एक झगड़ा हुआ, जिसमें मनोज का कपड़ा फट गया और मीडिया से भिड़ने के बाद मोहन बाबू अस्पताल में भर्ती हो गए.