आज बदलते परिवेश मे देश में भाषायी भेदभाव बढ़ा है जो भारत की एकता एवं अखण्डता के लिए घातक है। : जलेश्वर
* झा. डेस्क धनबाद : रवि महतो स्मारक बीएड कॉलेज के सभागार में बुधवार को भाषाओ के माध्यम से एकता विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का शुभारंभ कॉलेज के संस्थापक सह पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो, विद्यालय के प्रशासक मधुसुधन महतो एवं कॉलेज के प्राचार्य डा राजेश कुमार यादव द्वारा सरस्वती प्रतिमा के समीप दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जलेश्वर महतो ने कहा कि आज बदलते परिवेश मे देश में भाषायी भेदभाव बढ़ा है जो भारत की एकता एवं अखण्डता के लिए घातक है। उन्होने कहा कि भौगौलिक दृष्टिकोण से भाषा में परिवर्तन होता है। इस परिवर्तन में भी भाषाओं की नैतिकता पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश कुमार यादव ने कहा कि आज देश के विघटनकारी तत्वों में भाषा का भी प्रमुख स्थान है। भाषा विचारो एवं भावो का प्रकटीकरण है। भारत मे भाषायी विविधता है। इसमे किसी प्रकार के भेदभाव से बचने की आवश्यकता हैं। ज्यादा से ज्यादा भाषाओं का ज्ञान अर्जित करना चाहिए तथा अपनी भाषा मे सरलता, सहजता एवं मधुरता लाना शिक्षक का प्रमुक उत्तरदायित्व है। इस संसार मे सभी प्राणी एवं जीव जन्तुओं की अपनी भाषा होती है। उसको समझने की आवश्यकता है। संगोष्ठी में बीएड सत्र 2024-26 के छात्र छात्राओं ने भी अपने अपने विचार प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन शिवानंद एवं अजीत ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डीएलएड के विभागाध्यक्ष डॉ.नवीन मंडल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रशासक मधुसुधन महतो, डॉ सजल बनर्जी, विजय कुमार महतो, डॉ मंजु कुमारी, रविकांत पाडेय, सविता कुमारी, त्रिलोकीनाथ बिन्द, मोहन लाल महतो आदि का सराहनीय योगदान रहा।
Dec 12 2024, 15:43