सड़कों के निर्माण को लेकर भ्रम फैला रही वर्तमान बेलागंज की विधायिका: विश्वनाथ यादव

गया। 26 अक्टूबर 2024 से पहले हमारे पिता सह तत्कालीन बेलागंज विधायक डा. सुरेन्द्र प्रसाद यादव द्वारा बेलागंन में कुल 76 सड़कों को पास कराया गया था। इन 76 सड़कों में 26 नई सड़क तथा 50 सड़क जीर्णोद्धार के लिए शामिल है। इन सभी सड़कों का डीपीआर तक तैयार हो चुका था।

लेकिन आचार संहिता के कारण टैंडर प्रक्रिया में नहीं आ सका। हाल के दिनों में कई माध्य से ज्ञात हुआ कि अब इन 76 सड़कों की योजना को काटकर दूसरी जगह ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। ये सभी सड़कें स्थानीय लोगों की बुनियादी जरूरतों को समझते हुए पास कराया गया था। अब इन सभी सड़कों को बेलागंज की वर्तमान विधायिका श्रेय लेना चाह रही हैं। वह सरासर जनता को भ्रमित करने की बात है। उक्त बातें रविवार को अपने आवास पर बेलागंज विधानसभा के पूर्व राजद उम्मीदवार विश्वनाथ कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान कही।

उन्होंने बेलागंज के वर्तमान विधायिका को नसीहत देते हुए कहा कि बेलागंज के विकास के लिए झूठा क्रेडिट ना लें। इन सभी 76 सड़कों को छोड़कर नये सड़कों के लिए प्रपोजल रखें। मैं उन्हें जीत की बधाई देते हुए कहना चाहता हूँ कि बेलागंज के विकास के लिए हमारा उनको पूरा सहयोग रहेगा। बेलागंज की विकास में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होना चाहिए।

क्योंकि बेलागंज का विकास हमारी प्राथमिकता में शामिल है। विश्वनाथ यादव ने कहा कि जिन सड़कों का श्रेय वर्तमान विधायिका लेना चाहती हैं उन सड़कों में से कुछका काम भी शुरू हो गया था। शिलापट्ट भी लगाया जा चुका है। लेकिन आचार सहिता के कारण कार्य रूक गया। फल स्वरूप इन सभी शिलापट्ट को तोड़ दिया गया। जिनमें पथरौरा, नैली, प्रताप नगर आदि शामिल है। जहाँ शिलापट्ट तोड़ा गया। यहां तक कि ठेकेदारों का भी कार्य करने से रोक कर दिया गया, ताकि आने वाले समय में इसका श्रेय ले सके। जिन सड़कों का डीपीआर के बाद कार्य शुरू हुआ उनमें घुटिया, पीएमजीएसवाई रोड से चंदौती, कटारी, चंदौती पीडब्ल्यूडी रोड से गांधी नगर शामिल है। वहीं, श्री यादव ने मैट्रो रेल को बेलागंज तक ले जाने को बात को भी सिरस खारिज करते हुए कहा कि वह सब झूठी टीआरपी लेने की बात है। यदि सही है तो बतायें कि इसको कब शुरूआत होगी। 

विश्वनाथ यादव ने अपनी हार पर कहा कि चुनाव के दौरान पूरा प्रशासन तंत्र हमें हराने के लिए लगा था। हमारे कार्यकर्ताओं को जबरन बिना किसी कारण के थाना में बंद कर रखा गया ताकि हमारे वोटरों बूथ तक नहीं पहुंच सके। इस मौके पर राजद जिलाध्यक्ष मो. मुर्शीद आलम उर्फ निजाम भाई आदि मौजूद थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

किसना डायमंड एंड गोल्ड ज्वेलरी ने गया में किया अपने एक्सक्लूसिव शोरूम का भव्य उद्घाटन

गया। किसना डायमंड एंड गोल्ड ज्वेलरी ने ज्वेलरी क्षेत्र में सफलता का आगाज करते हुए गया के स्वराजपुरी रोड स्थित अपने नए शोरूम का शानदार शुभारंभ किया जो पूरे देश में 59वां शोरूम है। किसना डायमंड एंड गोल्ड ज्वेलरी का गया स्थित यह बिहार का पांचवा शोरूम है।

इस शोरूम का उद्घाटन मुख्य अतिथि केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी, विशिष्ट अतिथि हरि कृष्णा ग्रुप के संस्थापक और प्रबंध निदेशक घनश्याम ढोलकिया, निदेशक पराग शाह एवं गया के फ्रैंचाइज़ पार्टनर नीलेश कुमार व अभय कुमार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि किसना डायमंड एंड गोल्ड ज्वेलरी के नए शोरूम के उद्घाटन के लिए आज यहां उपस्थित होकर मुझे खुशी हो रही है।

मुझे विश्वास है कि ग्राहक किसना डायमंड एंड गोल्ड ज्वेलरी का गर्मजोशी से स्वागत करेंगे, साथ ही वे इन नए शोरूम पर खरीदारी का शानदार अनुभव लेंगे और कंपनी द्वारा पेश किए गए आभूषण संग्रह की विविध रेंज का आनंद उठाएंगे। शोरूम के भव्य उद्घाटन समारोह के अवसर पर ग्राहकों के लिये किसना द्वारा डायमंड ज्वेलरी पर 100 प्रतिशत तक मेकिंग चार्ज की छूट दी जा रही है वहीं गोल्ड ज्वेलरी के मेकिंग चार्ज पर 15 प्रतिशत तक की भारी छूट मिल रही है। ग्राहकों के उत्साह को और बढ़ाते हुए किसना ने अबकी बार ग्राहकों के लिए शॉप एंड विन ए कार जैसे आकर्षक कैंपेन ऑफर लाएं हैं जिसमें 100 से अधिक कारों में से जीतने का मौका दिया गया है। ग्राहक 20 हजार या इससे अधिक कीमत वाले डायमंड, प्लेटिनम या सॉलिटेयर ज्वेलरी या 50 हजार या इससे अधिक कीमत वाले गोल्ड ज्वेलरी खरीदकर इसमें भाग ले सकते हैं।

इस अवसर पर हरि कृष्णा ग्रुप के संस्थापक और प्रबंध निदेशक, घनश्याम ढोलकिया ने कहा कि गया हमारी सफलता के सफर में एक खास स्थान रखता है। यह नया शोरूम बिहार के उपभोक्ताओं को बेजोड़ आभूषण और अनोखा अनुभव प्रदान करने के प्रति हमारे प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह विस्तार, हर घर किसना के हमारे विजन के अनुरूप किया गया है जहां हमारा उद्देश्य डायमंड ज्वेलरी के लिये हर महिला के सपने को साकार करते हुए भारत का तेजी से बढ़ता ज्वेलरी ब्रांड बनना है।

इस मौके पर किसना डायमंड एंड गोल्ड ज्वैलरी के निदेशक पराग शाह ने कहा कि शादी और त्योहारों के इस सीजन में हमें अपना पांचवां शोरूम लांच करते हुए बेहद खुशी हो रही। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य अपने महत्वपूर्ण उपभोक्ताओं को उत्तम आभूषण संकलन के जरिये खुशी प्रदान करना है।

वहीं, किसना के फ्रैंचाइज़ पार्टनर नीलेश कुमार एवं अभय कुमार* ने उत्साहित होकर कहा कि किसना के साथ साझेदारी हमारे लिये गर्व का अनुभव रहा है। किसना का त्योहार के लिये आभूषण संग्रह, त्योहार की चमक को और भी बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है। हमें इस शुभ अवसर पर स्थानीय लोगों के लिये इस खूबसूरत पेशकश को पेश करने की खुशी है। गौरतलब है कि समाज के लिये ब्रांड की अपनी प्रतिबद्धता के तहत उद्घाटन कार्यक्रम में पर्यावरण की सुरक्षा के लिये वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके साथ ही किसना द्वारा जरूरतमंदों के बीच भोजन का भी वितरण किया गया।

वज़ीरगंज में पूर्व मंत्री अवधेश सिंह ने किया सृष्टि लाइब्रेरी का उद्घाटन

गया/वजीरगंज। पुस्तकालय वह स्थान है,जहां पढ़ने की आदत को प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे छात्रों की आत्मनिर्भरता बढ़ती है और पढ़ने की चाह रखने वाले छात्रों को एक बेहतर साधन उपलब्ध कराता है। इसे ध्यान में रखते हुए वज़ीरगंज में प्रखंड क्षेत्र के छात्रों के बढ़ने, सीखने, कौशल बढ़ाने एवं खुद को बेहतर बनाने के उद्देश्य से भदानी गली रोड के पास सृष्टि लाइब्रेरी खोला गया है।

जिसका विधिवत उद्घाटन पूर्व पशुपालन मंत्री अवधेश कुमार सिंह, वज़ीरगंज जिला पार्षद डॉ पिंकी कुमारी, पुर्व मुखिया शम्भू शरण शर्मा आदि ने रविवार को संयुक्त रूप से फीता काटकर किया | लाइब्रेरी के निदेशक आदित्य शरण ने बताया कि यह एक पब्लिक ई-लाइब्रेरी है। अभी के परिवेश में खासकर वज़ीरगंज क्षेत्र में शिक्षा को लेकर लोग जागरुक है परंतु आधुनिक सुविधाओं के अभाव में लोग बेहतर शिक्षा नहीं पा सकते हैं, जिसको लेकर यह लाइब्रेरी खोला गया है।

जिसमें छात्र-छात्राओं के लिए फ्री वाई-फाई, मोबाइल एवं लैपटॉप चार्जिंग की व्यवस्था, न्यूजपेपर, ऐतिहासिक पुस्तक, कानूनी पुस्तक एवं पूरा केंपस पूर्ण रूप से सीसीटीवी कैमरा से लैस होने के साथ ही छात्र-छात्राओं के लिए बेहतर माहौल के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध है।

इस दौरान मौके पर मुख्य पार्षद प्रतिनिधि अमर शंकर उर्फ़ काका ज़ी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामाश्रय सिंह, सतीश कुमार सिंह, तपेश्वर पुरी, अरविंद शर्मा, ई शुभेद्र कुमार सुरेन्द्र कुमार सिंह, मधु सिंह, स्नेही सिंह सहित कई प्रबुद्धजन व छात्र छात्राएं मौजूद थे।

प्रकाश मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर जेपी सिंह नई दिल्ली में "राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान" से सम्मानित किया गया

गया। गया जिले के जाने-माने जनरल और लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. जेपी सिंह को उनके चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए “राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रसिद्ध अभिनेता और महाभारत महाकाव्य में युधिष्ठिर की भूमिका निभाने वाले गजेंद्र चौहान द्वारा प्रदान किया गया।

यह आयोजन गोल्डन स्पैरो टीम द्वारा किया गया, जिसमें भारत के सभी राज्यों से लगभग 50 प्रतिभाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। चिकित्सा क्षेत्र में बिहार के गया से केवल डॉ. जेपी सिंह को यह सम्मान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर डॉक्टर, पत्रकार, वैज्ञानिक, लेखक, इंजीनियर, कलाकार, शिक्षक, अर्थशास्त्री और समाजसेवी जैसे विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित थे।

डॉ. जेपी सिंह वर्तमान में अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल और प्रकाश मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, गया में कार्यरत हैं। डॉ. सिंह ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण सर्जिकल प्रक्रियाएं सफलतापूर्वक पूरी की हैं, उन्होंने आधुनिक चिकित्सा तकनीकों और रोगियों की सेवा के प्रति अपने समर्पण के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

समारोह के दौरान गजेंद्र चौहान ने कहा, “डॉ. जेपी सिंह जैसे समर्पित चिकित्सक हमारे समाज के सच्चे नायक हैं। उनका योगदान न केवल चिकित्सा क्षेत्र में बल्कि सामाजिक बदलाव लाने में भी अद्वितीय है।

डॉ. सिंह ने यह सम्मान प्राप्त करते हुए इसे अपनी टीम, परिवार और सभी सहयोगियों को समर्पित किया। उन्होंने कहा, “यह सम्मान मेरे लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण है। मैं मानवता की सेवा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहूंगा और मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का प्रयास करता रहूंगा। यह आयोजन समाज में योगदान देने वाले विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान और सराहना करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण था।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

बिहार में बहार है, 2025 में फिर से नीतीश कुमार हैं, युवा जदयू तैयार है- कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा

गयाः जनता दल (यूनाईटेड) के कार्यकर्ता सम्मेलन में गया पहुंचे ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी का युवा जदयू के जिलाध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा के नेतृत्व में सैकड़ो युवा जदयू के कार्यकर्ताओं ने गाजे बाजे के साथ शहर के मानपुर स्थित सिटी पब्लिक स्कूल के समीप भव्य स्वागत किया। युवा जदयू के कार्यकर्ताओं सहित युवा अध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने कार्यक्रम स्थल पर मंत्री अशोक चौधरी को जदयू का सिंबॉल तीर देकर उन्हें सम्मानित किया। 

युवा जदयू गया जिलाध्यक्ष द्वारा दिए गए तीर पर लिखा हुआ था- बिहार में बहार है, 2025 में फिर से नीतीश कुमार हैं, इसके लिए युवा जदयू गया जिला तैयार है। श्री गौरव ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार सूबे में लगातार काम कर रही है यह किसी को कहने की जरुरत नहीं है।

सूबे में रोजगार देने से लेकर सभी जाति-धर्म के लिए अनेकों योजनाएं चलाकर हर वर्ग का विकास किया जा रहा है। अगले विधानसभा चुनाव में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काम पर जनता वोट करेगी और एकबार फिर से बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनेगी। इस मौके पर सांसद कौशलेंद्र, बेलागंज विधायक मनोरमा देवी, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह सहित हजारों की संख्या में जदयू एवं युवा जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में मौजूद रहे।

अनूठा गांव है गया का चिरियावां, 100 घरों की बस्ती हर-हर में है फौजी, जब तक फौज में नहीं जाएंगे तब तक विवाह नहीं करेंगे

गया। बिहार के गया का चिरियावा गांव अनोखा है. इस गांव को फौजियों का गांव के नाम से जाना जाता है. यहां फौज की तैयारी करने वाले युवा सौगंध लेकर आगे बढ़ते हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं. जो भी युवक फौज की तैयारी शुरू करते हैं, तो शपथ लेते हैं, कि जब तक वह फौज में नहीं जाएंगे.. तब तक विवाह नहीं करेंगे. देवी माता का मंदिर इस गांव के लिए चमत्कार से कम नहीं है. कहते हैं इस मंदिर में माता को प्रणाम कर जो भी आर्मी की तैयारी करता है, वह सफल हो ही जाता है.

गया का चिरियावां गांव एकदम से अनोखा है. प्राकृतिक छटा इस गांव की खूबसूरती को जहां बढ़ाती है, वही देश के प्रति जज्बा और जुनून इस खूबसूरती को चार चांद लगा देता है. चिरियावां गांव में एक- दो नहीं बल्कि 100 से अधिक लोग फौज में है. यहां के युवकों का अटल निश्चय भी काफी प्रसिद्ध है. युवा देश के प्रति इतने समर्पित हैं, कि फौज में जाने के लिए शपथ तक लेते हैं. जब फौज में जाने की तैयारी को जुुटते हैं, तो शपथ लेते हैं, कि जब तक वह फौज में नहीं जाएंगे, विवाह नहीं करेंगे. यह शपथ यहां के युवाओं की दृढ निश्चय और लक्ष्य पाने के प्रति गंभीरता को दर्शाता है. वही, देश के लिए कुछ कर गुजरने के जुनून को भी बताता है.

राजपूतों के इस गांव में हर घर में फौजी

चिरियावां गांव चारों ओर से पहाड़ों से घिरा हुआ है. पहाड़ की गोद में बसे इस गांव की अनोखी कहानी है. इस गांव में फौज में जाने का जज्बा हर युवकों में दिखता है. अब तो यहां की लड़कियां भी आगे आने लगी है. यहां लोग या तो फौजी हैं या फिर किसान. करीब 100 घरों की बस्ती है, थोङी कुछ अन्य जातियां भी है, लेकिन 90 फीसदी आबादी राजपूतों की ही है. इन राजपूतानों के हर घर से फौजी हैं. कहीं किसी घर में तो तीन चार पीढियां से फौजी बन रहे हैं. यहां कोई बेकार या बेरोजगार नहीं दिखता, या तो वह फौज में है, या फिर जो फौज में नहीं जा पाए, वे किसान बन गए. सबसे बड़ी बात यह है, कि यहां पुरुष ही नहीं, बल्कि लड़कियां भी फौज में अपने किस्मत आजमाने को अब ठाने रहती हैं. फौजियों के गांव कहे जाने वाले चिरियावा गांंव अतरी विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है.

मेहनती है इस गांव की युवा पीढ़ी

इस गांव की युवा पीढ़ी काफी मेहनती है. मेहनत के बल पर अपना भविष्य संवारते हैं. बात चाहे ग्राउंड में पसीने बहाने की हो, या किसानी की, अपनी मेहनत से दोनों ही क्षेत्र में यहां के लोग अपनी तकदीर को सुनहरा बनाने का कोई अवसर नहीं छोड़ते हैं. यहां हर घर से फौजी निकलते हैं. यह गया ही नहीं, बल्कि बिहार और देश के लिए एक बड़े खूबसूरत गांव की तस्वीर के रूप में चिरियावां को दर्शाता है.

देवी माता के आशीर्वाद से ही संभव 

फिलहाल में फौज में जाने की तैयारी करने वाले मोनू कुमार बताते हैं, कि हम लोगों के पीछे माता का आशीर्वाद है. यहां देवी माता का मंदिर है. देवी माता मंदिर में सातों बहनिया है. भैरव बाबा है. जहां पर माता का मंदिर स्थित है, वहीं पर हमारा ग्राउंड है. माता के मंदिर की ही महिमा है, कि इस ग्राउंड में जो भी दौड़ा, वह फौजी बनकर निकला. हम लोग दौड़ लगाने से पहले माता के सामने नत मस्तक होकर उनका आशीर्वाद लेते हैं और फिर अपनी फौज में जाने की प्रैक्टिस जारी रखते हैं. यह तय है कि इस ग्राउंड में माता का मंदिर का आशीर्वाद लेकर जो भी दौड़ा, वह सफल होता चला गया है. हम युवा शपथ लेकर फौज में जाने की ठानते हैं. शपथ यह लेते हैं कि जब तक फौज में नहीं जाएंगें, तब तक विवाह नहीं करेंगे. इस सौगंध के साथ हम अपना भविष्य संंवारते हैं और अब तक सफल होते रहे हैं.

माता का आशीर्वाद और शपथ लेकर तैयारी की, अग्नि वीर में बहाली हुई है 

अग्नि वीर में चयनित हुए आलोक रंजन बताते हैं, कि उन्हें माता का आशीर्वाद मिला, जो सौगंध ली थी, वह पूरा हुआ. बताते हैं, कि आज वह अग्नि वीर में है. पिछले साल सफल हुए. जम्मू कश्मीर के बारामूला में उसकी पोस्टिंग है. उन्हें बड़ी खुशी होती है, कि वह फौज में है. इस गांव में रहकर जो सपना देखा था, वह पूरा हो गया. इससे बड़ी बात जीवन में हम लोगों के लिए कुछ नहीं हो सकती है. हमारा पूरा गांव फौजी है. हर घर से एक- दो, एक- दो फौजी मिल ही जाएंगे. कई पीढियां से फौज में जाने की जो परंपरा चली, वह अब भी जारी है, और फौजियों के इस गांव में से फौजी हमेशा निकालते रहेंगे.

किसी शादी समारोह में जुटते हैं तो बटालियन बन जाती है 

वही, फौजी से योगदान देकर लेफ्टिनेंट पद से रिटायर हुए शिव शंकर सिंह बताते हैं, कि चिरियावां फौजियों का गांव है. जब किसी शादी समारोह या बड़े अवसरों पर पूरे गांव के फौजी यहां इकट्ठे होते हैं, तो लगता है कि बटालियन बन गई है. क्योंकि इतनी तादाद में हमारे यहां गांव से फौजी निकले, कि उनकी अब गिनती करना भी मुश्किल है. बताते हैं कि फौजी से लेकर ऑफिसर तक हमारे गांव से हुए, इतना ही नहीं नेवी और एयरफोर्स में भी हमारे गांव से चयनित हुए हैं और सेना में बड़े-बड़े पदों पर हमारे गांव से लोग पहुंचे हैं. होने वाली परीक्षाओं से भी एयरफोर्स में कई गए हैं. यहां से युवक फौजी से लेकर लेफ्टिनेंट और कर्नल तक बने हैं और रिटायर किए हुए हैं. यहां रिटायर फौजियों की भी काफी तादाद है. यहां माता का मंदिर है और उनके आशीर्वाद से ही फौजियों की तादाद इतनी ज्यादा है. देश के लिए कुछ कर गुजरने का माद्दा हमारे गांव के युवकों पर है.

गया में मेट्रो रेल परियोजना के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण पूरा, दो मुख्य कॉरिडोर का खाका तैयार, कुल लंबाई होगी 36 किमी, लिए गए सुझाव

गया। गया में मेट्रो ट्रेन सेवा की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। राइट्स (रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस) कंपनी ने गया में मेट्रो रेल परियोजना के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। इसके बाद शहर में दो मुख्य कॉरिडोर का खाका तैयार किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य शहर को आधुनिक परिवहन सुविधा से लैस करना और यातायात की भीड़ को कम करना है। 

गया में मेट्रो सेवा के लिए दो मुख्य कॉरिडोर प्रस्तावित किए गए हैं।

1. उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (कॉरिडोर -1): यह कॉरिडोर

गया शहर के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों को जोड़ेगा। इसमें आईआईएम गया, मगध विश्वविद्यालय, महाबोधि मंदिर, गया हवाई अड्डा, बस स्टैंड और गया रेलवे जंक्शन जैसे 

प्रमुख स्थान शामिल होंगे।

लंबाई: 22.5 किमी

स्टेशनों की संख्या: 18

डिपो की जगह: आईआईएम गया के पास जिंदापुर में 20 हेक्टेयर भूमि पर डिपो की योजना। यह रूट बोधगया को भी जोड़ेगा, जिससे महाबोधि मंदिर

आने वाले पर्यटकों को सुविधा होगी।

2. पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर (कॉरिडोर-2): यह कॉरिडोर गया के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ेगा।

लंबाई: 13.5 किमी

स्टेशनों की संख्या: 10

डिपो की जगह: लखनपुर में 12 हेक्टेयर भूमि पर डिपो प्रस्तावित।

यह रूट बीआईपीएआरडी (बिहार इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट) और विष्णुपद मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को कनेक्ट करेगा। सर्वेक्षण में शामिल प्रमुख पहलू राइट्स ने मेट्रो के रूट के लिए 21 से 23 अगस्त 2024 तक विस्तृत सर्वे किया। इसमें शहर के सभी प्रमुख यात्रा गलियारों का अध्ययन किया गया। 

संरेखण के लिए ध्यान में रखे गए बिंदु

• सड़क की चौड़ाई और मौजूदा बुनियादी ढांचा।

• फ्लाईओवर और रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी)।

•मेट्रो डिपो और टर्मिनलों के लिए उपयुक्त स्थान।

• यातायात घनत्व और जनसंख्या का विश्लेषण।

सर्वेक्षण में पाया गया कि शहर की सड़कें संकरी (6-12 मीटर) हैं। प्रमुख सड़कों पर डिवाइडर नहीं हैं, जिससे कुछ क्षेत्रों में चुनौतीपूर्ण भूमि अधिग्रहण की जरूरत होगी।

संरेखण विकल्प और चुनौतियां

• गया-नवादा रोड : इस रूट पर बाजार क्षेत्र के कारण ज्यादा संपत्ति अधिग्रहण की आवश्यकता है। इसलिए इसे छोड़ दिया गया।

मानपुर रोड:पुराने और भीड़भाड़ वाले इलाके होने के

कारण इसे भी व्यवहार्य नहीं माना गया। 

• तकनीकी विशेषज्ञता के साथ रूट तय

राइट्स ने गया-डोभी रोड और पटना-गया रोड को

प्राथमिकता दी। इससे यात्री इंटरचेंज और सीमित ट्रैक कनेक्टिविटी के लिए अनुकूल मार्ग चुना गया।

• परियोजना से संभावित लाभ

• शहर में यातायात की भीड़भाड़ कम होगी।

• स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए सफर आसान होगा।

• महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों तक कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

क्षेत्रीय विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा।

स्थानीय प्रशासन की भूमिका।

प्रदेश के वन मंत्री डॉ प्रेम कुमार, बेलागंज की विधायक

मनोरमा देवी, बोधगगया के विधायक कुमार सर्वजीत, डीएम त्यागराजन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मेट्रो के इस प्रारूप पर विस्तृत चर्चा की। स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों के सुझाव भी लिए गये। 

वहीं पूर्व डिप्टी मोहन श्रीवास्तव ने सीताकुंड के किनारे से मानपुर तक कॉरिडोर को निकालने की बात कही। इस पर राइट्स की टीम ने कहा कि अभी इस पर विचार किया जा रहा है। यह फाइनल नही है। 

पूरी तरह एलिवेटेड मेट्रो का प्रस्ताव

गया मेट्रो परियोजना की कुल लंबाई 36 किमी होगी, जो पूरी तरह एलिवेटेड होगी। यह परियोजना भविष्य में गया शहर के विकास और कनेक्टिविटी को एक नई दिशा देगी। इसका मतलब यह है कि मेट्रो ट्रेन जमीन पर नहीं बल्कि सड़क के ऊपर बनाए गए मेट्रो पुल के ऊपर चलेगी। मेट्रो ट्रेन केवल अपने स्टेशन पर ही जमीन पर उतरेगी।

गया को स्मार्ट सिटी बनाने की ओर यह बड़ा कदम माना जा रहा है। अगर सबकुछ योजना के अनुसार चला, तो 2028 तक गया शहर में मेट्रो का सपना साकार हो सकता है। मेट्रो की कुल लागत 76 करोड़ से ऊपर की है।

मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के संबंध में योजनाओं के बारे में की गई विचार विमर्श, सरकार के कई मंत्री रहे शामिल, यह हुए चर्चा

गया। बिहार सरकार के मंत्री पर्यटन विभाग एवं उद्योग विभाग सह गया जिला का प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में गया जिले के सभी नगर निकाय क्षेत्र के समुचित विकास के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार सरकार द्वारा मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना हेतु मंत्री प्रेम कुमार, मंत्री संतोष कुमार सुमन एवं गया जिला के तमाम विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधि के साथ मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के संबंध में योजनाओं के बारे में विचार विमर्श की गई।

मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के सफल एवं त्वरित क्रियान्वयन हेतु योजना की प्राथमिकता का निर्धारण जिला स्तरीय संचालन समिति द्वारा किया जाना है, जिसमें अध्यक्ष जिले के प्रभारी मंत्री होंगे। सदस्य- स्थानीय विधायक, सदस्य- जिला के सभी विधान पार्षद, सदस्य सचिव- जिला पदाधिकारी, सदस्य- पुलिस अधीक्षक, सदस्य- जिले के अवस्थित सभी नगर पालिका के नगर आयुक्त-नगर कार्यपालक पदाधिकारी सदस्य होंगे। बुडको के कार्यपालक अभियंता भी सदस्य होंगे। जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने आगत से भी अतिथियों का बैठक में स्वागत करते हुए कहा कि शहरों के सर्वांगीण एवं त्वरित विकास हेतु एक नई योजना की परिकल्पना मुख्यमंत्री बिहार द्वारा की गई है। जिसके अंतर्गत हर नगर निकाय में उन क्षेत्र की बड़ी योजनाओं को प्राथमिकता पर चयन करना जरूरी है, इसके लिए योजना का क्रियान्वयन एजेंसी बुडको द्वारा किया जाना है।

जिसमे विशेष कर बड़े नल का निर्माण, बड़े पथ/सड़क का निर्माण जो सीधे नेशनल हाईवे या स्टेट हाईवे से जुड़ेगी या उस क्षेत्र में बड़े पार्क का निर्माण इत्यादि शामिल है। इस योजना के तहत प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान करने की शक्ति का प्रत्यय योजन एवं योजनाओं की प्राथमिकता के निर्धारण हेतु जिला स्तरीय संचालन समिति का पुनरनिर्धारित किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि सड़कों के चयन करते समय पर्यटन स्थलों, शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों इत्यादि का विशेष ध्यान रखा जाना है। प्रस्तावक सड़क के यात्री वाहनों तथा बस टैक्सी इत्यादि के ठहराव के लिए प्रावधान रहेगा। सड़क जाम समस्या का निराकरण करते हुए विभिन्न सड़कों पर से यातायात के बढ़ते दबाव को कम करना तथा यातायात संचालक को सुगम बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। अपने क्षेत्र के जल जमाव की समस्या को निराकरण एवं प्रदूषण नियंत्रण पर कार्य करना होगा।

नागरिक सुविधा अंतर्गत तालाब, घाट, पार्क इत्यादि का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यकरण किया जाएगा। प्रभारी मंत्री जिला नीतीश मिश्रा ने सभी विधायक एवं विधान पार्षद को कहां की आप अपने नगर निकाय अंतर्गत शहरी क्षेत्र के और बेहतर सर्वांगीण विकास के लिए प्राथमिकता के आधार पर योजना का चयन करें ताकि उसे क्षेत्र का विकास की गति और तेजी से बढ़ सके। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने सभी विधायक एवं विधान पार्षद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से उनके नगर निकाय क्षेत्र के योजनाओं का निर्माण एवं प्राथमिकता के आधार पर निर्माण के लिए सूची प्राप्त किया है।

जिसके आधार पर मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के गया जिले के प्रभारी मंत्री इस गया जिले के लिए क्रियान्वित योजना के लिए अध्यक्ष के रूप में नामित है जो अंतिम रूप से प्राथमिकता सूची का अनुमोदन करेंगे इसके पश्चात कार्यकारी एजेंसी बुडको को द्वारा क्रियान्वित की जाएगी। बैठक में मंत्री प्रेम कुमार, मंत्री संतोष कुमार सुमन, विधायक टिकारी/ बोधगया/ बाराचट्टी/ वजीरगंज, बेलागंज उपस्थित थे। इसके अलावा गया जिला अंतर्गत सभी 9 नगर निकाय के नगर आयुक्त /कार्यपालक पदाधिकारी उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

ऑनलाइन गेम में हार के बाद बेटा ने बनाया खुद का अपहरण का प्लानिंग, दोस्तों के साथ मिलकर पिता से मांगे थे फिरौती, पुलिस ने किया खुलासा

गया। बिहार के गया में एक बेटा ने ही अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुद का अपहरण का नाटक कर पिता से लाखों की फिरौती के मांग करने का मामला सामने आया है। दोस्तों से कर्ज लेकर ऑनलाइन गेम खेला और हार होने के बाद कर्ज हुआ तो बेटा ने खुद को अपहरण का प्लानिंग बनाया।

दरअसल, विष्णुपद थाना क्षेत्र में पिता ने अपने पुत्र के अपहरण कर फिरौती की मांग करने का लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। लेकिन पुलिस ने अपहृत युवक को सकुशल बरामद किया तो अपहरण के जगह उल्टा ही निकला। 

बता दे कि बेटा ऑनलाइन गेम खेलता था और वह दोस्तों से कर्ज लेकर ऑनलाइन गेम में हार गया जिसके बाद दोस्तों के साथ मिलकर खुद को अपहरण का साजिश रचा और पिता से ही फिरौती की मांग करने लगा। बेटा ने अपने अकाउंट पर पिता से 95 हजार मंगवा लिए जिसमें 50 हजार एटीएम से निकासी कर अपने दोस्तों को रखने के लिए दे दिया। 

इसकी खुलासा शुक्रवार को गया के एएसपी पीएन साहू ने की है। गया के एएसपी पीएन साहू ने बताया कि अपहरण के मामले में अपहृत युवक को सकुशल बरामद किया गय। सिविल लाइन थाना क्षेत्र के V2 माॅल के पास से बरामद किया है। 3 दिसंबर को विष्णुपद थाने में पिता ने लिखित आवेदन दिया गया था कि उनके पुत्र को माड़नपुर पेट्रोल पंप से कुछ अज्ञात के लोगों के द्वारा अपहरण कर 1 लाख 5 हजार फिरौती की मांग किया जा रहा है।

फिरौती की रकम नहीं दिए जाने पर जान से मार देने की धमकी दी जा रही है। लिखित आवेदन के आधार पर विष्णुपद थाना में मामला को दर्ज करते हुए अनुसंधान प्रारंभ की गई और सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया। इसी दौरान गठित टीम के द्वारा 36 घंटे के अंदर अपहरण के मामले में अपहृत युवक को सकुशल बरामद किया गया। अपहृत युवक ने पूछताछ में पूरी प्लानिंग की बताया है। अपहृत युवक अपने दोस्तों के साथ पंतनगर स्थित किराए के मकान में रहकर पढ़ाई करता हैं। अपहृत युवक की निशानदेही पर पंतनगर स्थित एक मकान में छापेमारी कर एक विधि विरुद्ध बालक को निरूदृ किया गया।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तैयारी में जुटा लोजपा (रा0), कार्यकर्ताओं के साथ की गई बैठक

गया। गया शहर के पुलिस लाइन स्थित लोजपा (रा) कार्यालय में गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ तैयारी को लेकर बैठक की गई।

इस बैठक की अध्यक्षता लोजपा (रा0) के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह ने किया। इस बैठक में जमुई के सांसद अरुण भारती भी शामिल हुए। बैठक में चर्चा किया गया कि एनडीए 243 सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 

सभी सीटों पर एनडीए को जीत दिलाने के लिए तैयारी किस तरह से हो, इसको लेकर चर्चाएं की गई और 9 सदस्यीय टीम का गठन किया गया। इसके साथ ही प्रभारी टीम जिन जिलों में जा रही हैं उनका फिर से क्रियान्वयन सुचारू ठग से कैसे हो, इसके लिए समीक्षा क्रियान्वयन समिति का भी गठन किया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का मानना है कि लोजपा (रा0) अपनी सीटों पर ही नहीं बल्कि एनडीए के जितने भी घटक दल के कहीं से भी चुनाव लड़ेगे, उनको जीतने का भरपूर प्रयास करना है।