ग्रिजली कॉलेज ऑफ एजुकेशन में उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
ग्रिजली कॉलेज ऑफ एजुकेशन में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में उन्मुखीकरण कार्यक्रम का अद्भुत आयोजन किया गया। *कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया गया।* तत्पश्चात सभी प्रमुख यशस्वी अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। महाविद्यालय के *बी. एड. सत्र 2023-25 के प्रशिक्षु अनामिका -सोनाली ग्रुप द्वारा स्वागत नृत्य से सभी के मन विभोर किया* तत्पश्चात महाविद्यालय के *प्राचार्या डॉ. मृदुला भगत द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत कर सभी आगंतुकों का स्वागत किया गया।* *शैक्षणिक समन्वयक सौरभ शर्मा ने महाविद्यालय द्वारा प्राप्त विभिन्न उपलब्धियों एवं निरंतर आयोजित क्रियाकलापों को पी. पी. टी. द्वारा प्रस्तुत किया गया।* ग्रिजली विद्यालय के ननिहालों द्वारा भव्य योगा नृत्य प्रस्तुत कर राष्ट्र के संस्कृति से जुड़े रहने की अपील की गई। महाविद्यालय के बी. एड. सत्र 2022-24 के प्रशिक्षु सह *एलुमनी सदस्य ज्योति प्रसाद, उमेश दांगी, शम्मा प्रवीण, खुशबू रानी एवं आयुष रंजन ने महाविद्यालय के विभिन्न गतिविधि एवं क्रियाकलापों से संबंधित अपनी अनुभव साझा किए।* बी. एड. सत्र 2024- 26 के नवीन प्रशिक्षुओं का प्रस्तावना करवाई गई। *कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. अनिल कुमार महतो एवं सम्मानित अतिथि डॉ स्नेह प्रभा महतो सहित डॉ. बीरेंद्र कुमार गुप्ता द्वारा बी. एड. सत्र 2022- 24 के प्रशिक्षुओं को उनके उपलब्धियों पर पुरस्कार स्वरूप प्रमाण पत्र एवं उपहार भेंट किया गया।* *बचपन प्ले स्कूल अ यूनिट ऑफ ग्रिजली पब्लिक स्कूल के नन्हीं छात्रा काश्मी ने अपने मनमोहक भाषण से सभी को ऊर्जावान किया।* *मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि एवं सम्मानित अतिथियों द्वारा महाविद्यालय के बी. एड. सत्र 2022-24 के प्रशिक्षुओं को बेस्ट एन एस एस वालंटियर्स हेतू प्रमाण पत्र एवं उपहार भेंट करते हुए उन्हें जीवन में सदैव उन्मुख होने हेतू शुभकामना दिया गया।* महाविद्यालय प्रशिक्षु विकास कुमार द्वारा रमणीय सोलो सॉन्ग ने कार्यक्रम को आकर्षक बनाया। महाविद्यालय प्रशिक्षु अनामिका एवं नूतन कुमारी द्वारा युगल नृत्य ने सदन को अभिभूत किया। *इस अवसर पर महाविद्यालय के सचिव अविनाश कुमार सेठ ने सदन में उपस्थित प्रमुख अतिथियों, महाविद्यालय के सभी सम्मानित सदस्यों, प्रशिक्षु एवं उनके सम्मानित अभिभवकों को उनके गरिमामयी उपस्थिति एवं महाविद्यालय की स्थापना दिवस सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम की हार्दिक बधाई देते हुए प्रशिक्षुओं से इंग्लिश कम्युनिकेशन पर विशेष ध्यान आकृष्ट करने पर बल दिया।* तत्पश्चात *बी. एड. सत्र 2022- 24 के प्रशिक्षुओं को शत प्रतिशत शिक्षण अभ्यास कार्य करने हेतु सभी सम्मानित अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।* महाविद्यालय द्वारा *गोद लिए गांव इंदरवाटांड के बालिकाओं ने झारखंड लोक नृत्य के माध्यम से झारखंड की संस्कृति एवं सभ्यता से सराबोर किया।* *महाविद्यालय के उप निदेशिका डॉ संजीता कुमारी द्वारा गोद लिए गांव इंदरवाटांड़ के बालिकाओं को उनके प्रफुलित प्रयास को उत्साहवर्धित कर पुरस्कृत किया।* *कार्यक्रम में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड एकेडमिक काउंसिल के चेयरमैन डॉ. अनिल कुमार महतो ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि शिक्षा मानव जीवन को सामान्य से विशिष्ट की ओर अग्रसर करता है, शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं, राष्ट्र निर्माण एवं विकास में इनकी भूमिका अति महत्वपूर्ण होती है। शिक्षकों को अपनी कार्य का निर्वहन निष्ठापूर्वक करने की आवश्यकता है।* *महाविद्यालय के अध्यक्ष मान्यवर मनीष कपसीमे ने सभी अतिथियों एवं अभिभावकों को स्वागत करते हुए महाविद्यालय के सभी सदस्यों एवं प्रशिक्षुओं को उनके निरंतर उत्तम प्रयास एवं बेहतर कार्यों की सराहना किए।* महाविद्यालय के चेयरमैन मनीष कपसीमे, सचिव अविनाश कुमार सेठ, उप निदेशिका डॉ संजीता कुमारी, प्राचार्य डॉ मृदुला भगत एवं मुख्य परिचालन अधिकारी तनिष्क सेठ द्वारा सभी प्रमुख अतिथियों को शॉल, स्मृति चिन्ह एवं पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर *कार्यक्रम में महाविद्यालय के निदेशिका सुनिता सेठ, सुभा कपसीमे, बैजनाथ प्रसाद स्नेही शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भूपेंद्र ठाकुर, ग्रिजली विद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश गुप्ता, ग्रिजली विद्यालय के प्रचार्य अंजना मैम, ग्रिजली पब्लिक स्कूल के प्रचार्य नीरजा मैम, सामाजिक कार्यकर्ता संजय अग्रवाल,स्वाति अग्रवाल एवं अन्य उपस्थित रहे।* इस पावन अवसर पर कार्यक्रम के *सम्मानित अतिथि डॉ. बीरेंद्र कुमार गुप्ता ने अपने आशीर्वचन में कहा कि उन्मुखीकरण कार्यक्रम नवीन प्रशिक्षुओं का स्वागत करती है साथ ही उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं को महाविद्यालय से निरंतर संयोजित करने में मिल का पत्थर साबित होता है जो उनके भविष्य को उत्कृष्टता की ओर अग्रसर करता है।* महाविद्यालय के बी.एड. - 22- 24 के सभी एलुमनी सदस्य एवं बी. एड. सत्र 23-25 के प्रशिक्षु सहित बी. एड. सत्र 2024- 26 के नवीन प्रशिक्षु एवं महाविद्यालय के सभी सहायक प्राध्यापक डॉ मनीष कुमार पासवान, डॉ पुजा कुमारी, मनीष कुमार सिन्हा, मनीष कुमार सिंह, खुशबू कुमारी सिन्हा, संजीत कुमार अनिल दास, सीताराम यादव एवं चुन्नु कुमार सहित सभी शिक्षेकेतर कर्मचारी सुचित कुमार, दीपक कुमार पाण्डेय, मुख्तार आलम, सुधीर साव, विवेक कुमार एवं ओंकार कुमार आदि उक्त अवसर पर उपस्थित रहे। *कार्यक्रम का सूत्र संचालन महाविद्यालय के बी. एड. सत्र 23-25 की प्रशिक्षु नेहा कुमारी एवं सोनाली कुमारी एवं कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के उप निदेशिका डॉ संजीता कुमारी ने किया।*
बाल विवाह एवं महिला हिंसा रोकथाम को लेकर कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन
बाल विवाह कानून दंडनीय अपराध- अरुण ओझा
कोडरमा- जिले के छतरबर पंचायत के बाल मित्र ग्राम चेचाई में जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के संयुक्त तत्वधान में बाल विवाह एवं महिला हिंसा पर कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ जिला विधिक सेवा प्राधिकार के लीगल ऐड डिफेन्स कॉउंसिल के अधिवक्ता अरुण कुमार ओझा, नवल किशोर, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के परियोजना पदाधिकारी मो आरिफ़ अंसारी, बाल नेता बिन्दिया कुमारी व अन्य के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया। क़ानूनी जागरूकता शिविर में शामिल लोगों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के डिफेन्स कॉउंसिल( अधिवक्ता) अरुण कुमार ओझा ने संबोधित करते हुए कहा कि बाल विवाह कानूनन दंडनीय अपराध है, इसकी रोकथाम करना हम सब की नैतिक जिम्मेवारी है। बाल विवाह की रोकथाम के लिए बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के तहत इसके दोषियों को दो साल तक कि सजा एवं एक लाख रुपये तक का जुर्माना है। इसकी रोकथाम के लिए ग्राम पंचायत, शिक्षक, आंगनवाड़ी सेविकाएं, बाल संरक्षण समिती सहित बाल विवाह निषेध पदाधिकारी की जवाबदेही सुनिश्चित की गयी है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह की सूचना ग्राम पंचायत, पुलिस प्रशासन, बाल विवाह निषेध पदाधिकारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार को कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि टॉल फ्री नम्बर 1098 पर कर मौखिक शिकायत कर सकते हैं। शिविर में शामिल अधिवक्ता नवल किशोर ने कहा कि बाल विवाह महिला हिंसा का एक बड़ा उदाहरण हैं जो घरेलू हिंसा को भी बढ़ावा देता है। महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिये कई कानून बनाएंगे गए हैं। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के मो आरिफ अंसारी ने कहा कि विगत कई वर्षों से बाल मित्र ग्राम विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से गांवों को बाल श्रम एवं बाल विवाह मुक्त बनाने का कार्य कीया जा रहा है। बाल विवाह की रोकथाम में कानूनी जागरुकता बहुत ही आवश्यक है इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए यह कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में बालमित्र ग्राम बलरोंटाँड़,बुच्चीटाँड़, श्रमटाँड़, मलियाई, चेचाई, नौवाडीह, रतनपुर एवं पहरीडीह के साइको महिला , पुरुष एवं छात्र-छात्राएं शामिल हुए। क़ानूनी जागरूकता शिविर का संचालन सुबोध कुमार एवं धनवाद ज्ञापन बिंदिया कुमारी ने किया।
योग प्रशिक्षण शिविर मे स्वस्थ समाज के लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन
  झुमरी तिलैया जिला स्वास्थ्य समिति, द्वारा शहर के होटल सेलिब्रेशन में स्वयं और समाज के लिए योग विषय पर तीन दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य व्यक्तियों को योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और समाज में स्वास्थ्य का संदेश फैलाना था।इस प्रशिक्षण में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने भाग लिया। प्रशिक्षक नीरज कुमार सिंह और योग प्रशिक्षिका स्मृति वर्मा ने प्रतिभागियों को विभिन्न योगासन, प्राणायाम और ध्यान की तकनीकों को सिखाया। शिविर की शुरुआत ओम उच्चारण और गायत्री मंत्र के साथ हुई। प्रतिभागियों को ताड़ासन, त्रिकोणासन, वृक्षासन, मंडूकासन, सिंहासन, मकरासन, धनुरासन सहित कई योगासन कराए गए। इसके अलावा नाड़ी शोधन, शीतली और उजयि प्राणायाम के माध्यम से शारीरिक और मानसिक शांति प्राप्त करने के महत्व को भी समझाया गया। सूर्य नमस्कार का विशेष प्रशिक्षण दिया गया और इसके लाभों पर प्रकाश डाला गया। प्रशिक्षकों ने बताया कि योग केवल बीमारियों से लड़ने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह जीवन में सकारात्मकता और अनुशासन लाने का एक साधन भी है। प्रतिभागियों ने इसे अपने दैनिक जीवन में अपनाने और समाज में योग का प्रसार करने का संकल्प लिया। समापन समारोह में मुख्य अतिथि सदर अस्पताल के डॉ. रंजीत कुमार ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा कि योग हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है और यह समाज को स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कार्यक्रम के संयोजक जिला परियोजना समन्वयक डॉ. अनिल कुमार और व्यवस्थापक पंकज कुमार ने इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। इस अवसर पर स्मृति वर्मा , नीरज कुमार सिंह, अखिलेश कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य पदाधिकारी उपस्थित थे। प्रतिभागियों ने पूरे उत्साह और ऊर्जा के साथ प्रशिक्षण में भाग लिया और इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाने का वादा किया।
भारतीय संस्कृति और नैतिक शिक्षा का संदेश लेकर स्कूलों तक पहुंचा गायत्री परिवार रोटी, कपड़ा और मकान के साथ नैतिक उत्थान भी समाज की प्राथमिकता होन
झुमरी तिलैया के शिवतारा सरस्वती शिशु मंदिर मे देव संस्कृति विश्व विद्यालय हरिद्वार की शिक्षिकाए व उपस्थित छात्र झुमरी तिलैया अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण और राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार से इंटर्नशिप के लिए आईं चार छात्राएं - जाह्नवी पांडे, अंजलि पटेल, राधिका त्रिपाठी और सुमन कुमारी - कोडरमा जिले के विद्यालयों और महाविद्यालयों में जाकर छात्रों को योग, प्राणायाम और नैतिक शिक्षा का महत्व समझा रही हैं।छात्राओं ने विद्यालयों में बच्चों को मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से होने वाले नुकसान, साइबर क्राइम से बचाव, समय प्रबंधन और नशा मुक्त जीवन का महत्व बताया। साथ ही, उन्होंने छात्रों से जीवन में कभी नशा न करने का संकल्प दिलाया। गायत्री परिवार के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता नकुल देव प्रसाद ने भी कोडरमा के विभिन्न विद्यालयों मे जैसे विवेकानंद कॉन्वेंट स्कूल, चाणक्य पब्लिक स्कूल, बीआर इंटरनेशनल स्कूल, मॉडर्न पब्लिक स्कूल, और सरस्वती शिशु मंदिर - में जाकर भारतीय संस्कृति और सभ्यता के दिव्य सूत्रों पर छात्रों से संवाद किया। उन्होंने कहा विद्या के बिना मनुष्य का संपूर्ण विकास संभव नहीं है। शिक्षा हमें बड़ा आदमी बनाती है, लेकिन विद्या हमें अच्छा इंसान बनाती है। विद्या धर्म और अधर्म में अंतर करना सिखाती है और व्यक्ति को जागरूक, संवेदनशील और धर्म के मार्ग पर अग्रसर करती है।उन्होंने शिक्षा और विद्या के अंतर को रेखांकित करते हुए कहा कि विद्या व्यक्ति को स्वार्थ से ऊपर उठाकर परमार्थी बनाती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा के साथ विद्या का होना आवश्यक है, तभी समाज में शांति और स्थिरता लाई जा सकती है। कार्यक्रम के अंत में देव कन्याओं द्वारा नकुल देव प्रसाद ने अपने संदेश में कहा, "रोटी, कपड़ा और मकान के साथ नैतिक उत्थान भी समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए।" इस अभियान से विद्यार्थियों और समाज में नैतिक जागरूकता का विस्तार हो रहा है।मौके पर संगीता शर्मा, अनिल कुमार, ओमप्रकाश राय, प्रो अजय कुमार पाठक, मुन्ना यादव, अरविन्द चौधरी, गायत्री शक्ति पीठ के मुख्य ट्रस्टी ईश्वर साव, ट्रस्टी सारिका भदानी, कार्यक्रम संयोजक संतोष वर्णवाल, मृतुन्जय भास्कर, कविता आर्या, वीणा बरनवाल, कुमकुम कुमारी,रेखा बरनवाल
युवा सीरीज में कोडरमा के 5 खिलाड़ियों का चयन, हुए रवाना
कोडरमा जिला कबड्डी संघ के खिलाड़ियों ने कोडरमा जिले में एक बार फिर से नई इतिहास रच दिया है। भारत में प्रो कबड्डी के बाद दूसरे पायदान कर आने वाले कबड्डी युवा सीरीज में कोडरमा जिले के 5 खिलाड़ियों का चयन हुआ है। बता दें कि कबड्डी खिलाड़ियों के लिए प्रो कबड्डी एवं अंतरराष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिताओं में जाने के लिए युवा सीरीज बहुत हीं बेहतरीन मंच है। इस मंच पर खेलने के लिए कबड्डी खिलाड़ियों को कई प्रकार के प्रतियोगिताओं एवं परीक्षाओं में से गुजरना पड़ता है। बता दें कि कोडरमंजिला कबड्डी संघ के नवाज दिलशान, गौतम कुमार,विल्सन पॉल, शुभम कुमार, बिट्टू कुमार का चयन हुआ ये सभी खिलाड़ी कोडरमा जिला कबड्डी संघ के अंतर्गत प्रशिक्षण लेते आ रहें हैं एवं अपनी कड़ी मेहनत से उक्त प्रतियोगिता के लिए चयनित हुए हैं। कोडरमा जिला कबड्डी संघ के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। ये सभी खिलाड़ी कम सुविधाओं में हीं अच्छे प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि यह प्रतियोगिता कई ऑनलाइन ऐप एवं कई देशों में अंतराष्ट्रीय प्लेटफार्म पर लाइव प्रसारित किया जाता है। कोडरमा जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष संदीप कुमार सिन्हा, सचिव धर्मेंद्र कुमार सिंह, उपाध्यक्ष तौफिक हुसैन, विकाश कुमार, सह सचिव विजय कुमार साहू जय गोपाल शर्मा, कोषाध्यक्ष विशाल सिंह, टेक्निकल सदस्य कुंदन कुमार राणा, सुनील कुमार साव, प्रवीण कुमार, राजीव रंजन सिन्हा समेत अन्य सभी सदस्यों ने उक्त खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी।
ग्रिजली कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्रशिक्षुओं ने जिले में लहराया परचम
झारखंड अधिविध परिषद् , रांची द्वारा आयोजित झारखण्ड प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण के शैक्षणिक सत्र 2022-24 का परीक्षाफल दिनांक 2 दिसंबर, सोमवार को घोषित किया गया जिसमें ग्रिजली कॉलेज ऑफ एजुकेशन के डी.एल.एड. प्रशिक्षुओं ने जिला में अव्वल स्थान प्राप्त कर (प्रथम, तृतीय, छठा, सातवां,आठवां, नौवां एवं दशवाँ ) महाविद्यालय का परचम पुरे जिले में लहराया। जिससे महाविद्यालय में अत्यंत हर्ष का माहौल बना है। आयुष कृष्णन ने प्रथम 85.57% तब्बसुम प्रवीण ने तृतीय 84.55% , मो.आरिफ आलम ने छठा 83.57% ,सत्यवीर सुमन ने सातवां 83.21% , सुजीत कुमार झा ने आठवां 82.92% ,रिशव राज ने नौवां 82.85% एवं अशद आलम ने 82.78% अंकों के साथ जिले में दशवाँ स्थान प्राप्त कर महाविद्यालय को गौरवान्वित किया। *इस अवसर पर महाविद्यालय के चेयरमैन मनीष कपसीमे, सचिव अविनाश कुमार सेठ, उप निदेशिका डॉ संजीता कुमारी, मुख्य परिचालन अधिकारी तनिष्क सेठ, प्राचार्य डॉ मृदुला भगत, शैक्षणिक समन्वयक सौरभ शर्मा, आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ मनीष कुमार पासवान, डी.एल.एड. विभागाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह, समन्वयक खुशबू कुमारी सिन्हा सहित सभी सहायक प्राध्यापक एवं सभी शिक्षेकेतर कर्मचारियों ने खुशी व्यक्त करते हुए प्रशिक्षुओं को उनके उम्दा प्रदर्शन की बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना किए।*
वित्तीय शिक्षक व समावेशन संबंधित जागरूकता कार्यक्रम
भारतीय रिजर्व बैंक देश के केंद्रीय बैंक के रूप में देश की वित्तीय और मौद्रिक व्यवस्था को विनियमित करने के साथ-साथ वित्तीय शिक्षण, वित्तीय समावेशन व वित्तीय जनजागरण के प्रसार जैसी बुनियादी जिम्मेदारियां के लिए भी प्रतिबद्ध है। भारतीय रिजर्व बैंक, रांची कार्यालय ने बैंक के 90वें वर्ष के उपलक्ष्य में राज्य के 90 विद्यालयों व महाविद्यालय में वित्तीय शिक्षक व समावेशन संबंधित जागरूकता कार्यक्रम करने का निश्चय किया है। जिसमें विशेष योग्यता वाले बच्चों के स्कूल भी शामिल रहेंगे। इसी क्रम में शनिवार को चारडीह स्थित बी आर इंटरनेशनल स्कूल में वित्तीय जागरूकता का कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री प्रेम रंजन प्रसाद सिंह, क्षेत्रीय निदेशक, भारतीय रिजर्व बैंक रांची ने प्रतिभागियों को संबोधित करके किया। उन्होंने छात्रों को वित्तीय साक्षरता के प्रसार का महत्व समझाया। उन्होंने वर्तमान परिदृश्य में डिजिटल बैंकिंग में सतर्कता और वित्तीय जन जागरूकता के महत्व पर छात्रों को जागरूक किया। शिक्षक केदार साव ने अतिथियों का परिचय कराया। वहीं विद्यालय के निदेशक अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किये।वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम के दौरान छात्रों के लिए प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया गया और प्रश्नोत्तर के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया।मौके पर बी आर इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक ओम प्रकाश राय, प्रशासक सुनील कुमार उपप्राचार्य नवलकिशोर और अन्य बैंक कर्मी मौजूद रहे।
बस एवं छोटी गाड़ियों से तीर्थ यात्रा के लिए निकले श्रद्धालु
झुमरीतिलैया आज चांडक कंपलेक्स से 121 श्रद्धालु भक्त जन जैन धर्म का सर्वोच्च तीर्थ सम्मेदशिखर पारसनाथ पर्वत की वंदना के लिए प्रस्थान किए दो बस एवं छोटी गाड़ियों से तीर्थ यात्रा के लिए निकले श्रद्धालु भक्त जनों को पार्षद पिंकी जैन एवं समाज के पदाधिकारी ने जैन धर्म का झंडा दिखाकर गाड़ी को रवाना किया समाज के मंत्री नरेंद्र झाझंरी सहमंत्री राज छाबड़ा कोषाध्यक्ष सुरेंद्र काला पूर्व मंत्री ललित सेठी समाजसेवी सुरेश झाझंरी पार्षद पिंकी जैन ने इस धार्मिक यात्रा के पुण्यार्जक कैलाश चंद गुनमाला अनिल शोभा रौनक आशिका चिराग चहक कासलीवाल परिवार की सराहना की और कहा कि मुक्त हस्त से दान और धर्म को बढ़ावा देकर ही संस्कृति की रक्षा की जा सकती है पिंकी जैन ने कहा कि युवाओं के कंधे पर ही धर्म और संस्कृति टिकी हुई है तीर्थ क्षेत्र धर्म क्षेत्र की यात्रा अच्छे संस्कारों से ही प्राप्त होता है जैन समाज के 121 श्रद्धालु भक्तजन 27 किलोमीटर पर्वत की पैदल यात्रा रात्रि में 2:00 बजे प्रारंभ करेंगे महिलाएं केसरिया वस्त्र और पुरुष श्वेत वस्त्र में हाथों में टॉर्च लाठी पूजन सामग्री लेकर जैन धर्म के जयकारों के साथ 27 किलोमीटर पहाड़ की चढ़ाई को पूरा करेंगे परम पूज्य तपस्वी जैन संत मुनि श्री 108 सुयश सागर जी महाराज सम्मेद शिखर में भक्त जनों के साथ पैदल पहाड़ की परिक्रमा यात्रा करेंगे उनके आशीर्वाद से यह कठिन यात्रा मंगल और सुगम यात्रा बन जाएगी महावंदना ग्रुप झुमरी तिलैया में मुख्य रूप से लोकेश पाटोदी, सुमित सेठी, रौनक कासलीवाल, राजीव छाबड़ा, मनीष गंगवाल, इशान सेठी अमित सेठी, अमित गंगवाल, प्रशम सेठी, आनंद पांड्या, ईशान कासलीवाल, ऋषभ काला, अक्षय गंगवाल, कुणाल ठोलिया संजय ठोलिया अक्षय सेठी, अंकित ठोलिया आयुष जैन, पंडित अभिषेक जैन, आशिका कासलीवाल, नेहा गंगवाल , करिश्मा छाबड़ा, प्रिया छाबड़ा, प्रिया पांड्या, सोना गंगवाल इस यात्रा को सफल बनाने में लगे हुए हैं,। सभी की सकुशल यात्रा के लिए समाज के पदाधिकारी एवं मीडिया प्रभारी नवीन जैन एवं राजकुमार अजमेरा ने मंगल कामना की
फिरौती के लिए अपहरण किए जाने के आरोपी को आजीवन कारावास
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम गुलाम हैदर की आदालत ने सुनाई सजा 30,000 र जुर्माना भी लगाया जुर्माना की राशि नहीं देने पर 2 वर्ष अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी

कोडरमा- कोडरमा जिला उद्यान विभाग में डीप सिंचाई योजना के तहत कार्य कराने वाले रमेश सिंह वाराणसी निवासी को फिरौती के लिए अपहरण कर हत्या किए जाने के एक मामले की सुनवाई करते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम के न्यायाधीश गुलाम हैदर की अदालत ने कांड के आरोपी पंकज कुमार सिंह, पिता- कृष्ण देव सिंह, 43 वर्ष, रजौली, नवादा निवासी को 364-A आईपीसी के तहत दोषी पाते हुए सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई साथ ही ₹30000 जुर्माना लगाया । जुर्माना की राशि नहीं देने पर 2 वर्ष अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। वहीं न्यायालय ने 386 आईपीसी के तहत दोषी पाते हुए 9 वर्ष की सजा सुनाई साथ ही ₹10000 जुर्माना लगाया जुर्माना की राशि नहीं देने पर 6 माह अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। सभी सजाऐ साथ-साथ चलेगी। बताते चलें कि मृतक रमेश सिंह की पत्नी शीला सिंह के लिखित आवेदन पर तिलैया थाना में थाना कांड संख्या 59/ 2014 दर्ज किया गया था। थाना को दिए आवेदन में शीला सिंह वाराणसी निवासी ने कहा था कि 2 फरवरी 2014 को कोडरमा के किसानों का फाइल देने के बहाने एक व्यक्ति द्वारा फोन कर मेरे पति को बुलाया गया। वहां जाने के बाद उनसे हमारी बात हुई थी । उन्होंने कहा था कि सिंह साहब बता रहे हैं कि रात में गांव से जाना ठीक नहीं रहेगा, इसलिए मैं इसी गांव में रुक जाता हूं। फिर रात्रि करीब 4:00 बजे उनका फोन आया और रोते हुए कहे कि मैं यहां फऺस गया हूं मुझे किसी भी तरह बचा लीजिए। उसी वक्त किसी ने उनसे फोन लेकर कहा कि डेढ़ करोड़ रूपया लाकर दो नहीं तो तुम्हारे पति को जान से मार दूंगा। और यह किसी को बताना नहीं, पुलिस को भी सूचना नहीं देना, नहीं तो तुम्हारा पति जान से मार दिया जाएगा। तब मैंने कहा कि मेरे पास उतना पैसा नहीं है । मेरे पास जो गहना है उसे बेचकर मैं 5 लाख रुपया तक दे पाऊंगी। वह लोग मान गए और पैसा लेकर गया बुलाए। फिर वहां से रजौली बुलाए जहां 5 लाख रुपए एक युवक जो उन लोगों द्वारा भेजा गया था को मेरे द्वारा दे दिया गया। एसटी- 01 /2015 के मामले में अभियोजन का संचालक लोक अभियोजक शिव शंकर राम ने किया। इस दौरान सभी गवाहों का परीक्षण कराया गया । लोक अभियोजक ने कार्रवाई के दौरान न्यायालय से अभियुक्तों को ही फांसी की सजा देने का आग्रह किया। वहीं बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता अनवर हुसैन ने दलीलें पेश करते हुए बचाव किया। अदालत ने सभी गवाहों और साक्षयो का अवलोकन करने के उपरांत अभियुक्त को दोषी पाते हुए सजा मुकर्रर की और जुर्माना लगाया।
फिरौती के लिए अपहरण किए जाने के आरोपी को आजीवन कारावास
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम गुलाम हैदर की आदालत ने सुनाई सजा 30,000 र जुर्माना भी लगाया जुर्माना की राशि नहीं देने पर 2 वर्ष अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी

कोडरमा- कोडरमा जिला उद्यान विभाग में डीप सिंचाई योजना के तहत कार्य कराने वाले रमेश सिंह वाराणसी निवासी को फिरौती के लिए अपहरण कर हत्या किए जाने के एक मामले की सुनवाई करते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम के न्यायाधीश गुलाम हैदर की अदालत ने कांड के आरोपी पंकज कुमार सिंह, पिता- कृष्ण देव सिंह, 43 वर्ष, रजौली, नवादा निवासी को 364-A आईपीसी के तहत दोषी पाते हुए सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई साथ ही ₹30000 जुर्माना लगाया । जुर्माना की राशि नहीं देने पर 2 वर्ष अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। वहीं न्यायालय ने 386 आईपीसी के तहत दोषी पाते हुए 9 वर्ष की सजा सुनाई साथ ही ₹10000 जुर्माना लगाया जुर्माना की राशि नहीं देने पर 6 माह अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। सभी सजाऐ साथ-साथ चलेगी। बताते चलें कि मृतक रमेश सिंह की पत्नी शीला सिंह के लिखित आवेदन पर तिलैया थाना में थाना कांड संख्या 59/ 2014 दर्ज किया गया था। थाना को दिए आवेदन में शीला सिंह वाराणसी निवासी ने कहा था कि 2 फरवरी 2014 को कोडरमा के किसानों का फाइल देने के बहाने एक व्यक्ति द्वारा फोन कर मेरे पति को बुलाया गया। वहां जाने के बाद उनसे हमारी बात हुई थी । उन्होंने कहा था कि सिंह साहब बता रहे हैं कि रात में गांव से जाना ठीक नहीं रहेगा, इसलिए मैं इसी गांव में रुक जाता हूं। फिर रात्रि करीब 4:00 बजे उनका फोन आया और रोते हुए कहे कि मैं यहां फऺस गया हूं मुझे किसी भी तरह बचा लीजिए। उसी वक्त किसी ने उनसे फोन लेकर कहा कि डेढ़ करोड़ रूपया लाकर दो नहीं तो तुम्हारे पति को जान से मार दूंगा। और यह किसी को बताना नहीं, पुलिस को भी सूचना नहीं देना, नहीं तो तुम्हारा पति जान से मार दिया जाएगा। तब मैंने कहा कि मेरे पास उतना पैसा नहीं है । मेरे पास जो गहना है उसे बेचकर मैं 5 लाख रुपया तक दे पाऊंगी। वह लोग मान गए और पैसा लेकर गया बुलाए। फिर वहां से रजौली बुलाए जहां 5 लाख रुपए एक युवक जो उन लोगों द्वारा भेजा गया था को मेरे द्वारा दे दिया गया। एसटी- 01 /2015 के मामले में अभियोजन का संचालक लोक अभियोजक शिव शंकर राम ने किया। इस दौरान सभी गवाहों का परीक्षण कराया गया । लोक अभियोजक ने कार्रवाई के दौरान न्यायालय से अभियुक्तों को ही फांसी की सजा देने का आग्रह किया। वहीं बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता अनवर हुसैन ने दलीलें पेश करते हुए बचाव किया। अदालत ने सभी गवाहों और साक्षयो का अवलोकन करने के उपरांत अभियुक्त को दोषी पाते हुए सजा मुकर्रर की और जुर्माना लगाया।