अगर आपके पास भी आ रही हैं फेक कॉल्स? तुरंत फॉलो करें सरकार की ये गाइडलाइन

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने जनता को धोखाधड़ी कॉल्स और संदेशों के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है. हाल के दिनों में ट्राई के नाम पर फर्जी कॉल्स और संदेश भेजने की घटनाएं सामने आई हैं. इन कॉल्स और संदेशों में ग्राहकों को बताया जा रहा है कि उनके मोबाइल नंबर बंद किए जा सकते हैं, क्योंकि उनका उपयोग अवैध गतिविधियों में किया जा रहा है.

क्या है मामला?

इन फर्जी कॉल्स में यह दावा किया जा रहा है कि जनता के आधार नंबरों का उपयोग सिम कार्ड प्राप्त करने और गैर-कानूनी गतिविधियों में किया गया है. धोखेबाजों द्वारा लोगों को डराने के लिए वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म, जैसे स्काइप, पर कॉल करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है. ट्राई ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई भी गतिविधि धोखाधड़ी है और इनका नियामक प्राधिकरण से कोई संबंध नहीं है.

ट्राई ने जनता को सूचित किया है कि वह किसी भी व्यक्तिगत ग्राहक के मोबाइल नंबर को बंद करने या ब्लॉक करने का कार्य नहीं करता है. साथ ही, वह न तो ऐसे किसी संदेश को भेजता है और न ही किसी तीसरी एजेंसी को ग्राहकों से संपर्क करने का अधिकार देता है.

ट्राई ने क्या कहा?

ट्राई ने स्पष्ट किया है कि ऐसे कॉल्स और संदेश अवैध हैं और इनसे सतर्क रहना चाहिए. जनता को सलाह दी गई है कि ट्राई से संबंधित होने का दावा करने वाले किसी भी कॉल या संदेश को धोखाधड़ी माना जाए और उसकी जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दी जाए.

ऐसी घटनाओं का शिकार हुए लोग सीधे सेवा प्रदाताओं से संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा, वे राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल [cybercrime.gov.in](https://cybercrime.gov.in) पर या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. स्थानीय पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज कराना एक विकल्प है.

ट्राई ने शुरू किया ये पहल

जनता को जागरूक करने और साइबर धोखाधड़ी से बचाने के लिए ट्राई ने एक व्हाट्सएप चैनल भी शुरू किया है. इस चैनल के माध्यम से ट्राई जनता तक महत्वपूर्ण सूचनाएं और निर्देश पहुंचाएगा. ट्राई ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनाधिकृत कॉल्स या संदेशों से सतर्क रहें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें. ट्राई का यह कदम साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित रखना है.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले जारी, इस्कॉन मंदिर पर आगजनी, रफीकुल इस्लाम मदनी ने की इस्कॉन पर बैन लगाने की मांग

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले जारी हैं. शनिवार की सुबह ढाका में इस्कॉन मंदिर में कुछ लोगों ने आग लगा दी. आग लगाये जाने से एक मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई और पर्दे जल गए. इस्कॉन बांग्लादेश का कहना है कि यह एक इस्कॉन भक्त का “पारिवारिक मंदिर” था, जबकि कोलकाता इस्कॉन की ओर से दावा किया गया है कि इस्कॉन नमहट्टा सेंटर” को निशाना बनाया गया. बांग्लादेश में इस्कॉन नमहट्टा सेंटर को जला दिया गया. दूसरी ओर, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा को लेकर पूरे देश में रोष है. कोलकाता सहित देश के विभिन्न शहरों में हिंसा और अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं.

दूसरी ओर, बांग्लादेशी मुस्लिम नेता रफीकुल इस्लाम मदनी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें उन्होंने कहा कि इस्कॉन को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए. यह धार्मिक अभ्यास का समय नहीं है. यह इस्कॉन से लड़ने का समय है.

इस्कॉन के उपाध्यक्ष कोलकाता राधारमण दास ने टीवी9 भारतवर्ष से बात की. उन्होंने कहा कि हमने सोचा था कि अल्पसंख्यक नेता के साथ उनकी बैठक के बाद यूनुस सरकार हमें सुरक्षा प्रदान करेगी, लेकिन इस्कॉन पर ताजा हमला हमारी मुख्य चिंता है

बांग्लादेश में हिंसा पर इस्कॉन ने जताई चिंता

उन्होंने कहा कि जिस तरह से युवा मौलवी नफरत फैलाने वाले भाषणों का प्रचार कर रहे हैं, उससे बांग्लादेश में हमारा भविष्य दांव पर है और हम चिंतित हैं. बांग्लादेश में इस्कॉन को बंद करना कोई समाधान नहीं है क्योंकि इस्कॉन एक चेतना है. इस्कॉन एक समुदाय है, जो लोग बांग्लादेश में इस्कॉन के उपासक हैं, उनका क्या होगा? इस्कॉन सिर्फ मंदिर नहीं है.

टीएमसी के महासचिव कुणाल घोष ने इस्कॉन पर हमले को लेकर कहा कि हमने पहले भी कहा है कि बांग्लादेश में इस्कॉन और हिंदुओं पर हमला स्वीकार्य नहीं है, लेकिन हम इसके आगे कुछ नहीं बोल सकते हैं. उनलोगों ने बांग्लादेश में शांति सेना बहाल करने की मांग की है. ममता बनर्जी ने इसकी मांग की है, लेकिन इसके अलावा हम कुछ नहीं बोल सकते क्योंकि यह विदेश का मामला है. हमें भारत सरकार के बयान के अनुसार चलना होगा. किसी भी धर्म पर हमला स्वीकार्य नहीं है.

मोहम्मद यूनुस से नोबेल पुरस्कार वापस लेने की मांग

भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू खतरे में हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं की बेरहमी से हत्या की जा रही है. भारत सरकार का इस मामले पर पूरी नजर है. इस्कॉन जो एक शांति और धार्मिक संगठन है, उसे ढाका में निशाना बनाया जा रहा है. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक खतरे में हैं. मोहम्मद यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार मिला है. उनका पुरस्कार तुरंत वापस किया जाना चाहिए.

भोपाल में इलेक्ट्रिक रॉड से करंट लगने से महिला की मौत, पानी गर्म करने के दौरान हुई दर्दनाक घटना

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक महिला की इलेक्ट्रिक रॉड से दर्दनाक मौत हो गई. महिला पानी गर्म करने के लिए रॉड लेकर आई थी, लेकिन वो पानी गर्म होने के बाद स्विच बंद करना भूल गई. पानी से रॉड निकालने के दौरान महिला करंट लग गया और उसकी मौत हो गई. जिस वक्त ये घटना हुई उस वक्त महिला घर पर अकेली थी. पिरजनों को जैसे ही जानकारी मिली तो वो मौके पर पहुंचे और उसे अस्पताल ले गए.

जानकारी के मुताबिक भोपाल के हनुमान थाना क्षेत्र मे रहने वाली एक महिला की इलेक्ट्रिक रॉड से करंट लगने से मौत हो गई. दरअसल, सर्दी के दिनों में हर कोई गर्म पानी से नहाना चाहता है यहां तक की वो अपने कामों को भी गर्म पानी से करना चाहता है. लेकिन कौन जानता है कि पानी गर्म करना उनके लिए जानलेवा हो सकता है. सर्दियों में पानी गर्म करने के लिए लोग अलग-अलग तरह के इलेक्ट्रिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं.

इलेक्ट्रिक रॉड से लगा करंट

हनुमान थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला अपने घर पर इलेक्ट्रिक रॉड से पानी को गर्म कर रही थी. वहीं पानी गर्म होने के बाद महिला ने रॉड को बाहर निकाल लिया लेकिन वो स्विच बंद करना भूल गई. रॉड निकालते वक्त महिला के करंट लग गया जिससे वो जमीन पर गिर गई और करंट लगने की वजह से उसकी मौत हो गई. वहीं जब बेटी स्कूल से घर आई तो आवाज देने पर दरवाजा नहीं खुला. उसके बाद पड़ोसियों ने आवाज दी जब घर के अंदर से कोई रिप्लाई नहीं मिला तो पड़ोसियों ने महिला के पति को सूचना दी.

आनन-फानन में ले गए अस्पताल

महिला के पति आने पर पड़ोसियों समेत सभी घर के पिछले दरवाजे से अंदर गए तो देखा कि महिला जमीन पर बेहोश पड़ी हुई थी. जिसके बाद उसे आनन-फानन में अस्पताल ले गए. लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया. वहीं सूचना के बाद पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

खान ग्लोबल स्टडीज’ के एक्स हैंडल ने फैलाई अफवाह, अब पुलिस करेगी कार्रवाई

बिहार पुलिस ने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों को सिरे से नकारा है, जिसमें दावा किया जा रहा था कि प्रसिद्ध शिक्षक और यूट्यूबर खान सर की गिरफ्तारी हो गई है. पुलिस ने शनिवार को इस मामले में स्पष्टता दी और कहा है कि खान सर ने अपनी इच्छा से पटना में पुलिस थाने जाकर प्रदर्शनकारियों के समर्थन में अपनी एकजुटता दिखाई थी. वह इससे पहले बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के कार्यालय के पास अवैध प्रदर्शन कर रहे थे.

सचिवालय-एक की अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) अनु कुमारी ने बताया, खान सर की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाए गए झूठे दावों के खिलाफ ‘खान ग्लोबल स्टडीज’ सोशल मीडिया हैंडल पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने पुलिस पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं. खान सर को गिरफ्तार नहीं किया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर लोग लगातार खान सर की रिहाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस प्रकार की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है.

खान सर के कहने पर छोड़ने गई पुलिस

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि शुक्रवार शाम को खान सर धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों से मिलने के बाद गर्दनीबाग थाने पहुंचे थे. एसडीपीओ ने कहा, खान सर को बार-बार थाने से जाने के लिए कहा गया, और बाद में उन्होंने खुद पुलिस से अनुरोध किया कि उन्हें अटल पथ तक छोड़ा जाए, जहां उनकी निजी कार खड़ी थी. इसके बाद उन्हें पुलिस वाहन में अटल पथ तक छोड़ा गया.

खुलकर किया समर्थन

खान सर ने शुक्रवार को पटना में बीपीएससी के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के बाद उनका खुलकर समर्थन किया था. वे प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए पटना के गर्दनीबाग इलाके में धरने पर बैठे थे. इन अभ्यर्थियों का कहना था कि 13 दिसंबर को होने वाली बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में बदलाव को वापस लिया जाए, हालांकि बीपीएससी ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि परीक्षा प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया था. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि इस दौरान दो या तीन अभ्यर्थी घायल हो गए, लेकिन अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि किसी प्रदर्शनकारी को चोट नहीं आई.

बिहार बोर्ड ने जारी की डीएलएड और सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 की डेट, जानें पूरी जानकारी

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की ओर से डीएलएड और सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 की डेट जारी कर दी गई है. साथ बीएसईबी ने औद्योगिक प्रशिक्षण उच्चतर माध्यमिक स्तरीय भाषा परीक्षा 2025 की तारीख भी जारी की है. एग्जाम डेट से साथ बोर्ड ने रजिस्ट्रेशन शेड्यूल भी जारी कर दिया है. आइए जानते हैं कि इन परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया कब शुरू होगी और एग्जाम का आयोजन कब किया जाएगा.

बिहार बोर्ड ने आज, 7 दिसंबर को मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 की डेटशीट भी जारी कर दी है. 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 1 फरवरी से और 10वीं परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होंगी. सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 का नोटिफिकेशन 15 अप्रैल को जारी किया जाएगा. अधिसूचना जारी होने के साथ ही आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. अप्लाई करने की लास्ट डेट 2 मई 2025 हैं.

सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 डेट

सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा 2025 का आयोजन 20 मई को राज्य में निर्धारित केंद्रों पर किया जाएगा. एग्जाम में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को एमडिट कार्ड 14 मई को जारी किया जाएगा. प्रवेश परीक्षा के नतीजे जुलाई 2025 में घोषित किए जाएंगे. 2026 के लिए सिमुलतला आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा कक्षा-6 के लिए आवेदन प्रक्रिया 9 अगस्त से शुरू होगी और 19 अगस्त तक चलेगी. एग्जाम 17 अक्टूबर को होग और एडमिट कार्ड 4 अक्टूबर को जारी किए जाएंगे.

बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा 2025 डेट

बिहार डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2025 का आयोजन 27 फरवरी को किया जाएगा. वहीं परीक्षा की प्रोविजनल आंसर-की पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए अभ्यर्थियों को 25 मार्च से 30 मार्च तक का समय दिया जाएगा. रिजल्ट 15 अप्रैल को घोषित किया जाएगा. वहीं एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन एवं शुल्क जमा करने का नोटिफिकेशन 21 अप्रैल को जारी किया जाएगा. वहीं औद्योगिक प्रशिक्षण उच्चतर माध्यमिक स्तरीय भाषा परीक्षा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 1 जनवरी से शुरू होकर 25 जनवरी तक चलेगी. एग्जाम 25 अप्रैल से 26 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा.

बिहार डीपीएड परीक्षा 2025 शेड्यूल

डीपीएड 2025 के लिए एप्लीकेशन प्रोसेस 3 अप्रैल से शुरू होकर 22 अप्रैल तक चलेगा. एडमिट कार्ड 10 जुलाई को जारी किए जाएंगे. इस सभी परीक्षाओं के संबंधित अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी एग्जाम शेड्यूल को चेक कर सकते हैं.

गूगल मैप्स की गलती से कर्नाटक के जंगल में फंसा बिहार का परिवार, पुलिस और ग्रामीणों ने जीपीएस लोकेशन का उपयोग करके सुरक्षित निकाला बाहर

बिहार के रंजीत दास और उनका परिवार गोवा छुट्टी मनाने जा रहे थे, लेकिन गूगल मैप्स के निर्देशों पर चलते हुए वे कर्नाटक के बेलगावी जिले के भिमगढ़ जंगल में फंस गए. यह घटना 4 दिसंबर की रात हुई.

गूगल मैप्स ने शिरोली और हेम्मडागा क्षेत्रों के रास्ते को सुझाया, जो उन्हें घने जंगल के 7-8 किलोमीटर अंदर ले गया. मोबाइल नेटवर्क न होने के कारण परिवार मदद नहीं मांग सका और रात भर गाड़ी में ही बितानी पड़ी.

अगले दिन, रंजीत दास लगभग चार किलोमीटर पैदल चलकर मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र तक पहुंचे. 112 हेल्पलाइन पर कॉल करके उन्होंने सहायता मांगी. खानापुर पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जीपीएस लोकेशन का उपयोग करते हुए परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला.

खानापुर के पुलिस इंस्पेक्टर मंजूनाथ नायक ने बताया कि यह इलाका जंगली जानवरों से भरा हुआ है, हाल ही में एक किसान पर भालू का हमला भी हुआ था. परिवार के लिए यह राहत की बात थी कि उन्हें नेटवर्क मिल गया.

यह पहली बार नहीं है जब गूगल मैप्स को गलत जानकारी के लिए आलोचना झेलनी पड़ी हो. नवंबर 2024 में, उत्तर प्रदेश में गूगल मैप्स की वजह से तीन लोगों की जान चली गई थी, जब उनकी गाड़ी अधूरे पुल से नदी में गिर गई.

गीता जयंती 2024: जानें इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं

हिन्दू धर्म में गीता जयंती का बहुत अधिक महत्व है.मोक्षदा एकादशी इस बार 11 दिंसबर को है. मोक्षदा एकादशी पर ही गीता जंयती भी मनाई जाती है. कथाओं के अनुसार, मोक्षदा एकादशी पर ही महाभारत काल के दौरान भगवान कृष्ण ने अर्जुन को कुरुक्षेत्र में गीता का उपदेश दिया था. गीता में सभी वेद उपनिषद और पुराणों का सार समाया हुआ है. मोक्षदा एकादशी पर भगवान कृष्ण के अर्जुन को गीता का उपदेश देने के कारण ही इस दिन गीता जयंती मनाई जाती है.

गीता जयंती का धार्मिक और अध्यातमिक दोनों महत्व है. हम आज बताने जा रहे हैं कि गीता जंयती के अवसर पर आपको घर में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, ताकि इस दिन आपसे किसी प्रकार की कोई भूल न हो और जीवन में किसी प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े.

गीता जयंती के दिन क्या करें

गीता जयंती के दिन आप मोक्षदा एकादशी का व्रत करें. ये व्रत करने से आपके पितरों को मोक्ष प्राप्त होगा. साथ ही घर में सुख-शांति का वास होगा.

गीता जयंती के दिन घर को साफ सुथरा रखें. साथ ही पूजा वाली जगह को साफ करके भगवान श्री कृष्ण का ध्यान लगाएं.

इस दिन गाय की सेवा करें. गरीबों को खाना खिलाएं और दान- पुण्य करें.

गीता जयंती पर घर में पूजा आयोजित करें. योग साधना करें इससे आपका मन शांत और आत्मा उन्नत होगी.

इस दिन गीता के किसी एक अध्याय को अवश्य पढ़ें. भगवान श्री कृष्ण की पूजा करें. गीता के श्लोकों का उच्चारण भी करें.

इस दिन घर में सभी लोगों को गीता का पाठ अवश्य करना है. अगर मुमकिन हो तो किसी मंदिर में जाकर भी सुन सकते हैं.

इस दिन आप गीता के तमाम उपदेशों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प करें.

न करें ये काम

अगर आपके घर में श्रीमद्भगवद्गीता है, तो उसे कभी भी जमीन पर नहीं रखाना चाहिए. गीता को हमेशा चौकी या स्टैंड पर रखें.

श्रीमद्भगवद्गीता को हमेशा लाल और स्वच्छ कपड़े में लपेटकर ही रखना चाहिए.

बिना स्नान किए गंदे हाथों, या मासिक धर्म में श्रीमद्भगवद्गीता को न छूएं. ऐसा करने से आप पाप के भागी बनेंगे.

श्रीमद्भगवद्गीता को पढ़ने के बाद हमेशा बंद करके ही रखें.

दिन में कभी भी श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करें, लेकिन ध्यान रहे जो अध्याय पढ़ रहें है उसे बीच न छोड़ें. पूरा अध्याय पढ़ने के बाद ही उठें.

बिना भगवान गणेश और श्री कृष्ण को याद किए श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ शुरू न करें.

बिहार: ‘अविनाश की नेहा से शादी…’ 40 गाड़ियों में फर्जी बराती बनकर अफसरों की एंट्री, आयकर विभाग के छापे से हड़कंप

बिहार के रक्सौल जिले में आयकर विभाग की बरात पहुंची. 40 गाड़ियों में आयकर विभाग के अफसर और कर्मचारी बाराती बनकर पहुंचे. कार पर दूल्हा और दुल्हन ने नाम के पोस्टर चिपके हुए थे. लेकिन बरात का यह काफिला किसी मैरिज हॉल में नहीं बल्कि रक्सौल की बड़ी चावल कंपनी रिपुराज एग्रो प्राइवेट लिमिटेड पर पहुंची. यहां टीम ने छापामार कार्रवाई की. टीम ने 16 घंटों से ज्यादा तलाशी अभियान चलाया. इसमें आयकर अधिकारी और कर्मचारी, एसएसबी के जवान शामिल थे.

शुक्रवार को आयकर के पटना जांच निदेशालय ने रक्सौल, मोतिहारी, पटना और दिल्ली में इस समूह के 15 से अधिक परिसरों में तलाशी और छापेमारी अभियान चलाया. बिहार और झारखंड के 150 से अधिक आयकर अधिकारियों और 70 एसएसबी, केंद्रीय अर्धसैनिक बल के अधिकारियों ने दोपहर में उनके परिसरों पर छापा मारा. सूत्रों से पता चला है कि यह समूह काफी समय से उनके रडार पर था और आयकर विभाग ने उनकी हरकतों पर भी कड़ी नजर रखी थी. साथ ही नेपाल सीमा के जरिए उनके चावल के निर्यात पर भी विभाग की नजर बनी हुई थी.

मेल नहीं खा रहे दस्तावेज

शुरुआती जांच में पुष्टि हुई है कि आयकर विभाग ने पहले ही भूमि में उनके निवेश का विश्लेषण किया है और पाया है कि उनके आयकर रिटर्न उन निवेशों से मेल नहीं खा रहे हैं, जो करोड़ों में हैं. आयकर विभाग की टीमें अपनी साइबर फोरेंसिक टीम और मूल्यांकनकर्ताओं के साथ मिलकर निदेशकों और उनकी बिक्री टीम के अन्य कर्मचारियों के कंप्यूटर, मोबाइल और ईमेल की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि वहां भारी मात्रा में नकदी और कीमती सामान मिला है . 16 घंटों से छापेमारी जारी है.

रिपुराज ग्रुप का कैसे हुआ विस्तार?

रिपुराज ग्रुप का नेतृत्व रामेश्वर प्रसाद गुप्ता और उनके दो बेटे रिपु रमन और रिषु रमन करते हैं, जिन्होंने मेसर्स रिपुराज एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के नाम से बिहार के रक्सौल में गैर-बासमती चावल पर चावल मिलिंग उद्योग में खुद को प्रमुख उद्योगपति के रूप में स्थापित किया है. कंपनी को वित्तीय वर्ष 2010-11 में शुरू किया गया था. कम्पनी की पहली चावल मिल ने 12 जून 2012 को परिचालन शुरू किया था. 2018 में दूसरी मिल और 2023 में तीसरी मिल के साथ कारोबार का विस्तार हुआ.

थोड़े समय में, ‘रिपुराज’ चावल उद्योग में एक प्रतिष्ठित ब्रांड बन गया, जिसकी आपूर्ति बिहार के अलावा भारत के अन्य राज्यों और भारत के बाहर भी फैल गई. रामेश्वर गुप्ता परिवार ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में एक और प्रमुख कंपनी मेसर्स डिग्गा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड भी शुरू की. इन दो कंपनियों के अलावा, मेसर्स एम.आर. फूड्स, मेसर्स राधिका एंटरप्राइजेज और मेसर्स त्रिकाल ब्रदर्स गुप्ता परिवार के पारिवारिक सदस्यों के नाम पर उनके स्वामित्व वाली कंपनियां हैं. समूह का कुल कारोबार लगभग 1100 करोड़ रुपये है.

बांग्लादेश में रात के अंधेरे में हिंदू मंदिर में लगाई आग,लक्ष्मी-नारायण की मूर्ति जलकर नष्ट, बीजेपी सांसद ने की निंदा

बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ लगातार हिंसा देखने को मिल रही है. हर रोज अल्पसंख्यकों और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. एक बार फिर बांग्लादेश की राजधानी ढाका के नमहट्टा इलाके में स्थित इस्कॉन मंदिर पर हमले का मामला सामने आया है. यहां शक्रवार देर रात मंदिर में आग लगा दी गई. जिसके कारण लक्ष्मी-नारायण की मूर्ति और अन्य धार्मिक वस्त्र पूरी तरह जलकर खाक हो गए. इस पूरे मामले की बीजेपी सांसद सुकांत मजूमदार ने निंदा की है, उन्हाेंने कहा कि इस घटना को माफ नहीं किया जा सकता है.

बीजेपी सांसद सुकांत मजूमदार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि बांग्लादेश में नामहट्टा इलाके के इस्कॉन मंदिर पर की गई आगजनी मैं कड़ी निंदा करता हूं. इस आगजनी में श्री लक्ष्मी नारायण के विग्रह और मंदिर की वस्तुएं नष्ट हो गईं. उन्होंने कहा कि यह किसी पूजा स्थल के प्रति घृणा का कृत्य है. इस तरह की घटना को किसी भी कीमत पर माफ नहीं किया जा सकता है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके साथ ही अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.

अल्पसंख्यक समुदाय को बनाया जा रहा निशाना

शेख हसीना के सत्ता से जाने के बाद से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक मंदिरों और अल्पसंख्यक समुदाय को लगातार टारगेट किया जा रहा है. हालात ऐसे हो गए हैं कि उपद्रवी न केवल अल्पसंख्यक हिंदुओं के घरों में बल्कि प्रतिष्ठानों में भी आग लगा दे रहे हैं.

इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने घटना पर जताया दुख

इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, श्री लक्ष्मी-नारायण की मूर्ति और मंदिर की सभी वस्तुएं पूरी तरह जलकर नष्ट हो गईं. यह हमला बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति को दर्शाता है. उन्होंने भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें.

महाराष्ट्र : फडणवीस, शिंदे और पवार ने ली विधायक की शपथ, 9 दिसंबर को स्पीकर का चुनाव

महाराष्ट्र में नई विधानसभा का गठन हो गया है. नवगठित 288 सदस्यों वाली इस विधानसभा में तीन दिनों का विशेष सत्र 7 दिसंबर शनिवार को शुरू हो गया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा सत्र के पहले दिन सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने भी विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली.

दोपहर 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हो गई. इसके होने के तुरंत बाद विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर कालिदास कोलंबकर ने तीनों नेताओं को विधायक के रूप में शपथ दिलाई.नई सरकार में चुने गए प्रोटेम स्पीकर कालिदास कोलंबकर आज नवनिर्वाचित विधायकों को उनके पद की शपथ दिलाएंगे. प्रोटम स्पीकर बीजेपी के वरिष्ठ विधायक हैं. राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने उन्हें प्रोटेम स्पीकर यानी अस्थायी अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई.

हमारे विधायक शपथ नहीं लेंगे

शिवसेना UBT नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि आज हमने फैसला किया है कि हमारे जीते हुए विधायक शपथ नहीं लेंगे. अगर यह जनता का जनादेश होता तो लोग खुश होते और जश्न मनाते, लेकिन इस जीत का कहीं भी लोगों ने जश्न नहीं मनाया. हमें चुनाव में इस्तेमाल हुए ईवीएम पर संदेह है.

सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं प्रोटेम स्पीकर

कालिदास कोलंबकर महाराष्ट्र विधानसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य भी हैं. वो 9 बार विधायक भी रह चुके हैं. मुंबई की वडाला सीट कालिदास कोलंबकर विधायक हैं. ये सीट इनका ही गढ़ रही है. विधानसभा की कार्यवाही का संचालन भी प्रोटेम स्पीकर के द्वारा ही किया जा रहा है. महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव हुए थे. चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए थे. विधानसभा के स्थायी स्पीकर का चुनाव 9 दिसंबर को किया जाएगा. विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत 16 दिसंबर को शुरू होगी.

इसमें बीजेपी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के महायुति गठबंधन ने 288 में से 230 सीट पर शानदार जीत दर्ज की थी. महाराष्ट्र की गठित नई सरकार में देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के रूप में पांच दिसंबर को शपथ ली. महाराष्ट्र में गठित नई सरकार 15 वीं विधानसभा का हिस्सा है.