दिल्ली विधानसभा चुनाव: आम आदमी पार्टी का दावा, बीजेपी की जीत से बंद हो जाएंगी मुफ्त सुविधाएं

दिल्ली में विधानसभा चुनाव का दंगल शुरू हो चुका है. आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच जमकर वार-पलटवार जारी है. आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के तमाम नेता दिल्ली में लगातार कानून-व्यवस्था के मुद्दे उठा रहे हैं. इसी के साथ पार्टी ने दिल्ली की जनता के समक्ष ये भी दावा किया है कि अगर बीजेपी जीत जाती है तो दिल्ली वालों पर क्या-क्या असर पड़ेगा?

आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि अगर दिल्ली में बीजेपी आई तो राजधानी में अब तक मिल रही फ्री सुविधाएं बंद हो जाएंगीं. पार्टी नेताओं का कहना है विरोधी पार्टियां हमेशा अरविंद केजरीवाल की फ्री सुविधाओं के खिलाफ रही हैं. आप नेता का ये भी कहना है कि देश के किसी भी राज्य में दिल्ली और पंजाब जैसी फ्री सुविधाएं नहीं मिलतीं.

दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को खतरा

आम आदमी पार्टी ने प्रेस रिलीज जारी करके कहा है कि दिल्ली में बीजेपी के सत्ता में आने पर क्या-क्या असर पड़ेगा? आप का आरोप है कि दिल्ली सरकार की ओर से महिलाओं की सुरक्षा में तैनात 14,000 से अधिक बस मार्शलों को कैबिनेट के फैसले के बावजूद बहाल नहीं किया गया है. इसकी वजह से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में महिलाओं की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है.

कानून व्यवस्था से आम लोग परेशान

आप का ये भी कहना है कि दिल्ली में लगातार कानून व्यवस्था खराब होती जा रही है, पुलिस प्रशासन अपराध पर लगाम नहीं लगा पा रहा है. राजधानी में आम लोगों की सुरक्षा खतरे में है. आम जनों की सुरक्षा का मुद्दा उठाने वाला कोई नहीं होगा.

फ्री बिजली, फ्री शिक्षा का क्या होगा?

आप नेताओं का कहना है कि दिल्ली में फ्री बिजली मिलना तो दूर उल्टे बिल और बढ़ जाएंगे. यूपी, राजस्थान, गुजरात जैसे राज्यों में दिल्ली के मुकाबले बिजली बहुत महंगी है. दिल्ली में भी बिजली महंगी हो जाएगी.

इसके अलावा आप का ये भी कहना है कि दिल्ली में सरकारी फ्री शिक्षा का होगा निजीकरण हो जाएगा. बच्चों को अच्छी शिक्षा दूभर हो जाएगी. गरीब परिवारों के सामने नया संकट खड़ा हो जाएगा.

बिहार-झारखंड में नहीं बिकेगा बंगाल का आलू

ममता सरकार के तुगलकी फरमान के कारण बिहार और झारखंड के लोग अब खाने-पीने की चीजों की किल्लत का सामना कर रहे हैं. आलू और प्याज अब लोगों के थाली से गायब हो रहे हैं. पश्चिम बंगाल सीमा से सटे सीमांचल के किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया में आलू-प्याज के व्यापारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. झारखंड में आलू की आपूर्ति न होने के कारण आलू महंगे दामों पर बिक रहे हैं. इस बीच झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच आलू को लेकर अंतरराज्यीय व्यापार में विवाद की स्थिति बन गई है.

गौरतलब है कि बंगाल सरकार ने आलू और प्याज को बिहार ले जाने पर रोक लगा दी है. बिहार-बंगाल सीमा के रामपुर चेक पोस्ट पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि बंगाल से आलू बिहार न लाया जा सके. इस फैसले के बाद बॉर्डर इलाके में व्यापारियों के बीच हड़कंप मच गया है. आलू की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है.

बंगाल का आलू-प्याज केवल बंगाल में ही बिकेगा

बंगाल सरकार के आदेश पर आलू लदी गाड़ियों को बॉर्डर पार नहीं करने दिया जा रहा है. बंगाल पुलिस का साफ कहना है कि आलू और प्याज सिर्फ बंगाल में ही बिकेगा. इसे बाहर किसी अन्य राज्य में भेजा नहीं जाएगा. ममता सरकार ने राज्य में आलू और प्याज की किल्लत को देखते हुए यह कदम उठाया है. वहीं, बिहार-झारखंड के कई ऐसे इलाके हैं, जो बंगाल बॉर्डर के सीमावर्ती जिले हैं. यहां के लोग मुख्य रूप से बंगाल के बाजारों पर निर्भर रहते हैं. इस फैसले के कारण लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं.

कई इलाकों में कीमतों में उछाल

किशनगंज सीमा से सटे बंगाल के रामपुर में आलू-प्याज की मंडी है, जहां से किशनगंज जिले में आलू-प्याज की आपूर्ति होती है. 90 के दशक में आलू व्यापारियों ने बिहार-बंगाल सीमा पर दुकानें खोलकर कारोबार शुरू किया था, तब से यह व्यापार फल-फूल रहा था. रामपुर आलू मंडी से ही किशनगंज जिले के लगभग 20 लाख नागरिकों तक आलू-प्याज पहुंचता है, लेकिन ताजा आदेश के बाद व्यापारी परेशान हो गए हैं. आलू मंडी में प्याज और आलू से लदी दर्जनों छोटी और बड़ी गाड़ियां खड़ी हैं, जिन्हें जिले के विभिन्न हिस्सों में भेजा जाना था, लेकिन पुलिस ने इन गाड़ियों को बॉर्डर पार नहीं करने दिया.

व्यापारियों को होगा भारी नुकसान

आलू व्यापारियों ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने बुधवार सुबह से ही बेरिकेट्स लगाकर गाड़ियों को वापस भेजना शुरू कर दिया था. अगर यही स्थिति रही तो किशनगंज में आलू और प्याज की भारी किल्लत हो जाएगी. उन्होंने कहा कि आलू और प्याज जल्दी खराब होने वाली सामग्री हैं. यदि इन्हें सही समय पर नहीं बेचा गया तो व्यापारियों को भारी नुकसान होगा.

इसी बीच, दूर-दराज से आए खरीददार भी परेशान हैं. ग्राहकों ने बताया कि अगर आलू-प्याज को बॉर्डर पार नहीं करने दिया गया तो कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी होगी, जिसका खामियाजा जिले वासियों को उठाना पड़ेगा. स्थानीय वार्ड पार्षद प्रतिनिधि शफी अहमद ने कहा कि यह ममता सरकार का तुगलकी फरमान है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए आलू और प्याज की आपूर्ति पर लगी रोक को तुरंत हटवाना चाहिए.

अब हर मंगलवार को थानों में होगी जनसुनवाई’, MP के नए पुलिस मुखिया कैलाश मकवाना का आदेश

मध्य प्रदेश के नए पुलिस मुखिया कैलाश मकवाना एक्शन मोड में आ गए हैं और लोगों को सुविधा देने के उद्देश्य से बड़ा ऐलान किया है. कैलाश मकवाना ने कहा है कि अब लोगों को जनसुनवाई के लिए पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, बल्कि हर मंगलवार को पुलिस थाने में जनसुनवाई होगी.

इस मामले में डीजीपी ने प्रदेश के जमीनी अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर संवाद किया और कई दिशा-निर्देश दिए हैं. हर मंगलवार को होने वाली इस जनसुनवाई में आवेदकों की शिकायतों का फौरन निपटारा किया जाएगा, ताकि आम आदमी परेशान न हो.

थानों का होगा औचक निरीक्षण

डीजीपी ने अधिकारियों को थानों के औचक निरीक्षण के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अधिकारी खुद थानों में पहुंचे और बेहतर काम करने वाले पुलिसकर्मियों को रिवॉर्ड दें, जबकि जिन पुलिसकर्मियों के रिकॉर्ड खराब हों, उन्हें दंडित करें.

डीजीपी का निर्देश- सख्ती केवल बदमाशों से हो

डीजीपी ने कहा कि पुलिस स्टेशन पर सबसे ज्यादा आमजन पहुंचते हैं, इसलिए निचले स्टाफ को आमजन से अच्छा व्यवहार करने के लिए सम्मानित करें. सख्ती केवल बदमाशों से हो. पुलिस की ओर से आम लोगों को दी जा रही सभी तरह की सिटीजन सेंट्रिक सर्विसेज का रिव्यू करें और इनमें कौन सी और सेवाएं जोड़ी जा सकती हैं, ये तय किया जाए. पुलिस अधिकारियों द्वारा शिकायतों का निराकरण किया जाएगा. यदि पुलिस थानों पर शिकायत का निराकरण नहीं होता, तो पीड़ित आगे शिकायत कर सकता है.

नए आदेश से बदलाव आने की काफी संभावना

डीआईजी और आईजी स्तर के अधिकारियों की जनसुनवाई के अलावा पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई का सिलसिला चलाता था. नए आदेश के बाद अब पुलिस थानों पर अधिकारियों द्वारा शिकायतों का निराकरण करने की जिम्मेदारी रहेगी. इसके अलावा शिकायतकर्ता को न्याय मिलने में होने वाली देरी भी कम होगी. नए आदेश से बदलाव आने की संभावना है.

सिंहस्थ- 2028 की तैयारी पूरी तत्परता से करें

डीजीपी ने कहा कि सिंहस्थ-2028 एक मेगा इवेंट है, जिसकी तैयारी में और गतिशीलता लाने की जरूरत है. उज्जैन के आसपास के जिलों में भी पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करनी है. समय पर प्लान बनाकर शासन को भेजना है, ताकि सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो सकें. सिंहस्थ-2028 की तैयारियों पर भी जोर दिया जाए.

उत्तर प्रदेश के अमेठी में ट्रेन में सीट को लेकर हुई मारपीट, एक युवक की मौत, दो घायल

उत्तर प्रदेश के अमेठी में निहालगढ़ स्टेशन है. इस स्टेशन से होते हुए बेगमपूरा एक्सप्रेस ट्रेन जाती है. इसी ट्रेन में सीट पर बैठने को लेकर यात्रियों के साथ जमकर मारपीट हुई. मारपीट की घटना में तीन युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए. तीनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक की मौत हो गई. सूचना पर एसपी भी अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल जाना.

दरअसल, ये पूरा मामला जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र के निहालगढ़ रेलवे स्टेशन का है. यहां पर कुछ यात्रियों ने ट्रेन की सीट पर बैठने को लेकर मामूली विवाद में मारपीट की घटना को अंजाम दिया. इस दौरान तीन भाइयों पर चाकुओं से हमला किया गया. हमले में घायल एक भाई की मौत हो गई, जबकि दूसरे भाई का जगदीशपुर ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है. तीसरे भाई को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर किया गया है.

घायल ने बताई आपबीती

मृतक के परिजन ने जीआरपी को तहरीर दी है, जबकि मृतक के शव को सिविल पुलिस कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है. घायल युवक तौसीफ ने बताया कि हमारा भाई अम्बाला से घर आ रहा था. इस दौरान रास्ते में ट्रेन पर आधा दर्जन लोगों ने चाकुओं से हमला कर दिया. मेरे भाई घायल हो गए थे. मेरे पास फोन किया तो बताया कि ट्रेन में मेरा विवाद हो गया है. हम लोग निहालगढ़ स्टेशन पर पहुंचे तो ट्रेन पर सवार आधा दर्जन लोगों ने हम पर भी हमला कर दिया. इस दौरान हमें भी काफी चोटें आई हैं.

घायलों से मिले एसपी

अमेठी एसपी अनूप कुमार सिंह ने सूचना मिलते ही जगदीशपुर ट्रामा सेंटर पहुंचे, जहां पर घायलों का हाल जाना. साथ ही मौके का निरीक्षण भी किया. इस दौरान उसकी हालत गंभीर देखते हुए एक युवक को सुल्तानपुर और दूसरे को लखनऊ के लिए रेफर करवाया, फिरहाल अब माहौल शांत हयल

पैदा हुई चौथी बिटिया तो पिता ने किराएदार से किया बीवी का सौदा,रुला देगी ये कहानी

उत्तर प्रदेश के बरेली से एक रूह कपां देने वाली खबर आई है. बरेली में एक महिला पर ससुराल वालों ने कम दहेज लाने और बेटा पैदा न होने अत्याचार किया. हद तो तब हो गई, जब महिला की चौथी बेटी पैदा हुई तो पति उसे अस्पताल में छोड़कर ही चला गया. इलाज के दौरान बेटी की भी 6 घंटे बाद ही मौत हो गई. ऐसे में रोती बिलखती महिला जिला अस्पताल से अपने ससुराल पहुंची तो पति की एक और हैवानियत से सामना हुआ. पति ने अपनी उधारी चुकाने के लिए उसने महिला को किराएदार के हवाले कर दिया, जिसने उसके साथ दुष्कर्म किया.

पीड़िता न्याय के लिए एक महीने तक थाने में भटकती रही, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की. ऐसे में पीड़िता ने आईजी से पूरे मामले की शिकायत की तब थाने में प्राथमिकी पंजीकृत हो सकी. पुलिस पूरे मामले में जांच पड़ताल में जुड़ गई है.

बेटा पैदा करने का बनाने लगे दबाव

महिला का आरोप हैं कि नौ साल पहले बरेली के नवाबगंज के रहने वाले एक युवक से शादी हुई थी. शादी के कुछ दिन तक तो सब सही चला, लेकिन थोड़े दिन बाद ही उसके ससुराल वालों ने उसे कम दहेज लाने के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. ऐसे में शादी के एक साल बाद जब महिला के बेटी हुई तो पति और ससुराल वालों ने ताना देना शुरू कर दिया और कहने लगे कि बेटा चाहिए बेटी नहीं. वहीं महिला जब दूसरी बार गर्भवती हुई तो पति और ससुराल वालों ने उसका सही से इलाज नहीं करवाया और न ही ठीक से खानपान करवाया. साथ ही विरोध करने पर घर से निकाल दिया एक महीने भटकने के बाद जब घर में आई तो मृत बेटी पैदा हुई. इसके बाद ससुराल वाले दबाव बनाने लगे कि हर हाल में बेटा चाहिए.

पति ने शुरू कर दी मारपीट

महिला चार साल पहले जब तीसरी बार गर्भवती हुई तो भी उसके बेटी हुई. इससे बौखलाए पति ने मारपीट शुरू कर दी. इस बीच ससुराल वाले धमकाने लगे कि अगर बेटा नहीं हुआ तो रिश्ता तुड़वाकर बेटे की दूसरी लड़की से शादी करा देंगे. महिला को सात सितंबर को जब चौथी बार प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और इस बार भी महिला के बेटी हुई. बेटी होने की वजह से गुस्सा होकर पति और ससुराल वाले अस्पताल में छोड़कर भाग गए. महिला का आरोप है कि गर्भावस्था के दौरान प्रताड़ित किया गया इसलिए नवजात बेटी अस्वस्थ थी, जिस वजह से उसने छह घंटे बाद ही दम तोड़ दिया.

किराएदार से किया बीवी का सौदा

महिला ने बताया कि रोती बिलखती जब वो ससुराल पहुंची तो पहले तो उसे ताने दिए और बाद किराएदार की उधारी चुकाने के लिए किराएदार के हवाले कर दिया जिसने उसके साथ दुष्कर्म किया. ऐसे में महिला शिकायत लेकर थाने पहुंची, लेकिन उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी परेशान होकर महिला ने आईजी राकेश सिंह से पूरे मामले की शिकायत की. राकेश सिंह से शिकायत करने के बाद महिला के पति सास नंद , किराएदार समेत कई लोगों के खिलाफ महिला थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई हैं. हालांकि आरोपियों को पुलिस ने अभी भी गिरफ्तार नहीं किया है. पूरे मामले में महिला थाना प्रभारी सीमा सिंह का कहना है कि जांच पड़ताल की जा रही है.

दिल्ली के वसंत विहार में छात्र की संदिग्ध मौत पर मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने जांच के दिए आदेश , परिजनों से की मुलाकात

दिल्ली के वसंत विहार के चिन्मय स्कूल में मंगलवार (3 दिसंबर) को छठी क्लास के 12 वर्षीय एक छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. जिसके बाद आज मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं, गुरुवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री ने मृतक बच्चे के परिजनों से मुलाकात कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया. इसके साथ ही दो तरीकों की जांच का आदेश भी दिया है. बच्चे के पिता सागर ने आरोप लगाया कि पुलिस जिस हिसाब से जल्दबाजी कर रही है, उससे लगता है कि वे आरोपियों को बचा रहे हैं.

मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि 2 दिन पहले वसंत विहार के एक स्कूल में संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई है. ये एक संदिग्ध मामला है, ऐसा क्या हुआ जोकि बच्चे की मौत हुई. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं, अगर स्कूल की लापरवाही से मौत हुई, तो सख्त कार्रवाई होगी.

पूरे मामले की होगी दो तरीके से जांच

आतिशी ने कहा कि पूरे मामले की जांच होगी आखिर क्या हुआ था, CCTV मौजूद है, हमनें 2 तरह की जांच के आदेश दिए हैं. एक शिक्षा विभाग स्कूल की भूमिका पर जांच करेगा. दूसरी जांच SDM करेंगे कि अस्पताल ले जाने में तो देरी नहीं हुई. जो इस मामले में दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

मुख्यमंत्री ने बच्चे की मौत पर कहा कि ऐसा क्या हो रहा है कि छठवीं क्लास के बच्चे ऐसी हिंसल लड़ाई कर रहे हैं ? इसकी जांच करनी होगी, इसके लिए सभी दिल्ली वालों को एक साथ आना पड़ेगा. आज बच्चे हिंसा की खबरें रोज देख रहे हैं.पूरे समाज में क्राइम की खबरें हैं. इसका असर बच्चों पर हो रहा है.

पुलिस आरोपियों को बचा रही- बच्चे का पिता

बच्चे के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमें शक है पुलिस स्कूल को और 5 बच्चों को बचाना चाह रही है. वीडियो में दिख रहा है, बच्चे उसका गला दबा रहे हैं. 10-11 वीं का बच्चा आया था उसने गला दबाया. बच्चे के पिता ने कहा कि उस दिन भी पुलिस ने अंतिम संस्कार की जल्दबाजी की, कल सुबह सुबह जल्दबाजी में पुलिस ने जबरदस्ती और वहां लाठीचार्ज भी हुआ. एंबुलेंस में बच्चे को डाला और अंतिम संस्कार हुआ.

पिता सागर ने बताया कि मंगलवार को एनुअल फंक्शन के लिए 1000 रुपए लेकर गया था, सब ठीक था. बाद में मुझे फोन आया कि आपके बेटे को फोर्टिस अस्पताल ले गया, जहां मैंने उसे मृत पाया.

पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी AAP में शामिल, अरविंद केजरीवाल ने किया स्वागत

दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक के बाद एक नेता आम आदमी पार्टी का दामन थाम रहे हैं. आज पद्म श्री जितेन्द्र सिंह शंटी AAP में शामिल हुए. अरविंद केजरीवाल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. मैं तो राजनीति से बहुत दूर जा चुका था. वैसे तीन बार इलेक्टेड रहा लेकिन जब से सेवा में लगा और कोविड में परमात्मा ने मौका दिया. मान सम्मान मिला.

उन्होंने कहा कि लावारिस लाशों का दाह संस्कार करते हुए उस दिन जब केजरीवाल जी का फोन आया तो मैंने सोचने का वक्त लिया. मेरे कुछ लोगों ने कहा कि केजरीवाल जी और आपके कामों में समानता है. केजरीवाल जी लोगों के जीने का इंतजाम कर रहे हैं और हम लोगों के अंतिम घड़ी में जाने का इंतजाम करते हैं. दिल्ली में जब जीने से जाने तक इंतजाम हो जाए तो हमारा मिशन वैसे ही सफल हो जाएगा.

शंटी के शामिल होने पर केजरीवाल ने क्या कहा?

शंटी के पार्टी में शामिल होने पर केजरीवाल ने कहा कि उन्हें ‘एंबुलेंस मैन’ के नाम से जाना जाता है. खासकर जिस तरह से उन्होंने मृत लोगों का सम्मान दिया है, उनके बारे में कोई नहीं सोचता क्योंकि उनसे तो वोट तो नहीं मिलते हैं. अगर कोई आदमी मर जाए उनसे वोट थोड़े न मिलता है. जहां तक मुझे बताया गया है कि शंटी जी ने अब तक 70 हजार से ज्यादा डेड बॉडी का अंतिम संस्कार कराया है.

खासकर कोरोनाकाल में जब लोग अपने घर के लोगों की डेड बॉडी लेने में कतराते थे, उस वक्त शंटी जी ने मृत शरीर को स्वीकार करके अंतिम संस्कार किया. उस समय उनके पूरे परिवार को कोरोना हो गया था. अपने परिवार की चिंता किए बगैर उन्होंने अने मिशन को जारी रखा.

शाहदरा से विधायक रह चुके हैं शंटी

जितेंद्र सिंह शंटी पिछले करीब 26 सालों से शहीद भगत सिंह सेवा दल नामक संस्था चला रहे हैं. यह संस्था निश्शुल्क एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराती है. शंटी को केंद्र सरकार ने समाजेसवा के लिए पदमश्री सम्मानित किया है. शंटी खुद 102 बार रक्तदान का रिकार्ड कायम कर चुके हैं. झिलमिल वार्ड से दो बार पार्षद और शाहदरा से विधायक रह चुके हैं.

एकनाथ शिंदे का युग खत्म, कभी नहीं बन पाएंगे मुख्यमंत्री: संजय राउत

महाराष्ट्र में आज देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, वहीं एकनाथ शिंदे और अजित पवार डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे. इसके पहले शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने एकनाथ शिंदे पर हमला बोला है, राउत ने कहा कि शिंदे युग का अंत हो चुका है. उनकी जरूरत थी वो अब पूरी हो चुकी है. इसीलिए अब उन्हें फेंक दिया है. राउत ने कहा कि अब शिंदे जीवन में कभी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे.

संयज राउत ने कहा कि बीजेपी कभी भी शिंदे की पार्टी को तोड़ सकती है, क्योंकि राजनीति में बीजेपी हमेशा यही करती आई है. उनकी नीति ही यही रही है. जो उनके साथ काम करेगा वे उनको ही तोड़ने का काम करेंगे.

महायुति की गड़बड़ी जल्द आएगी सामने-राउत

संजय राउत ने कहा कि आज से राज्य के नए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस होगें. बीजेपी के पास बहुमत है, इसके बाद भी वे 15 दिनों तक सरकार नहीं बना पाए हैं. इसका मतलब साफ है कि महायुति में कुछ न कुछ गड़बड़ है. ये गड़बड़ सबको कल से दिखने भी लगेगी. ये लोग महाराष्ट्र या फिर देश के हित के लिए काम नहीं कर रहे हैं. ये सभी अपने स्वार्थ के लिए एकसाथ आए हैं.

राउत ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में जो भी नतीजे सामने आए हैं, उसके खिलाफ गांव-गांव की जनता सडक पर आई है. जनता को ये नतीजे मंजूर नहीं हैं. फिर भी मैं उनको बधाई देता हूं कि आने वाला समय आपको मिलेगा. आप महाराष्ट्र के हित में काम करें.

राजनीतिक लाभ के लिए हिंदू-मुसलमान- प्रियंका

असम सरकार ने होटल रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस की बिक्री पर बैन लगाया है, इस मामले पर शिव सेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह सरकार का निर्णय है. इसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं है. मुख्यमंत्री विपक्ष के खिलाफ लगाए गए कुछ आरोपों के आधार पर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश में हैं, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि झारखंड के प्रभारी के रूप में उन्हें किस तरह का हार का सामना करना पडा है. जहां इन्होंने हिंदू-मुसलमान ही किया है.

दिल्ली में लापता हुआ 8 साल का बच्चा 2 साल बाद मिला, बर्थडे पर परिवार से मिलकर खुशी में नहीं रुके आंसू

दिल्ली में एक परिवार की खुशी का तब ठिकाना नहीं रहा जब 2 साल पहले गायब हुआ उनका आठ साल का बेटा मिल गया. मानसिक रूप से अस्थिर आठ साल का बच्चा दो साल पहले लापता हो गया और अपने बर्थडे पर परिवार से मिला. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बच्चा 15 फरवरी 2023 की रात को अपने घर से लापता हो गया था. वहीं उसकी मां ने 17 फरवरी को एनआईए थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.

पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) निधिन वलसन ने कहा, “एनआईए पुलिस स्टेशन का पूरा स्टाफ अडिग दृढ़ संकल्प के साथ मामले को आगे बढ़ा रहा. डीसीपी ने कहा, “आस-पास के इलाकों, बस टर्मिनलों, रेलवे स्टेशनों, अस्पतालों और आश्रय गृहों में व्यापक तलाशी ली गई. हालांकि इन सभी प्रयासों के बावजूद, उस समय बच्चे के ठिकाने का कोई सुराग नहीं मिल सका.”

गाजियाबाद में मिला बच्चा

निधिन वलसन ने कहा कि पूरी टीम को सफलता 3 दिसंबर को मिली जब बच्चे को पड़ोसी गाजियाबाद के गोविंदपुरम स्थित घरोंदा स्पेशलाइज्ड अडॉप्शन एजेंसी में पाया गया. लड़के की पहचान उसके माता-पिता ने की तथा सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे उनके पास वापस भेज दिया गया. पुलिस ने बताया कि यह भावनात्मक क्षण 3 दिसंबर को बच्चे के जन्मदिन के अवसर पर आया, जिससे यह अवसर और भी खास हो गया.

परिवार से मिलेगा 24 साल पहले लापता हुआ बच्चा

गुजरात के अमरेली में भी ऐसा ही मामला सामने आया है. अमरेली में 24 साल पहले लापता हुआ बच्चा आखिरकार अपने परिवार को ढूंढ लिया है. परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक बच्चा जल्द ही अपने घर पहुंचने वाला है.पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जानकारी के मुताबिक साल 2000 में अमरेली के मणिनगर निवासी जितेंद्र अधिया का 4 वर्षीय बेटा अपने चाचा के पास ही जाने के लिए जिद करने लगा. उसकी जिद को देखते 10 मार्च 2000 को बच्चे की पिता ने उसे भेज दिया. आरोप है कि इस बच्चे को रास्ते में ही कहीं से अगवा कर लिया गया था.

एकनाथ शिंदे बनेंगे डिप्टी सीएम, PWD मंत्रालय भी मिला

एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री होंगे. साथ ही उन्हें PWD मंत्रालय भी मिला है. आजाद मैदान में आज (गुरुवार) होने वाले शपथग्रहण समारोह में शिंदे शपथ लेंगे. शिंदे के अलावा अजित पवार भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे से बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में शपथ को लेकर सवाल भी किया गया था. तब उन्होंने कहा था कि सब्र रखिए. सब मालूम पड़ जाएगा.

एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री हैं. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. राज्यपाल ने नई सरकार के गठन तक उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाया.

विधायकों ने की थी मांग

शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों ने बुधवार को पार्टी अध्यक्ष एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी और बीजेपी के नेता देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बनने वाली महाराष्ट्र की नई सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद ग्रहण करने का आग्रह किया था. पार्टी विधायकों ने कहा कि वे पिछले दो दिन से कार्यवाहक मुख्यमंत्री शिंदे से मुलाकात कर रहे हैं ताकि उन्हें नई सरकार का हिस्सा बनने के लिए मना सकें. दिनभर विधायक निवर्तमान मुख्यमंत्री से मिलने के लिए उनके आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ पहुंचते रहे.

पार्टी के विधायक भरत गोगावले ने कहा, ‘हमने उनसे नई सरकार का हिस्सा बनने का आग्रह किया है क्योंकि इससे पार्टी और सरकार दोनों को फायदा होगा. हमें उम्मीद है कि वह हमारे अनुरोध का सम्मान करेंगे. महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में शिवसेना के 57 सीट जीतने के बावजूद पार्टी प्रमुख शिंदे उपमुख्यमंत्री बनने के बहुत इच्छुक नहीं हैं. शिंदे करीब ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहे हैं.

फडणवीस भी चाहते थे शिंदे सरकार में रहें

बुधवार को फडणवीस को सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने के तुरंत बाद सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की थी. विधान भवन में आयोजित विधायक दल की बैठक में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक विजय रूपाणी ने घोषणा की कि फडणवीस (54) को सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया है.

बैठक में बीजेपी की केंद्रीय पर्यवेक्षक और केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि राज्य और केंद्र में डबल इंजन सरकार विकास को बढ़ावा देगी. फडणवीस ने उन पर भरोसा जताने के लिए बीजेपी विधायकों को धन्यवाद दिया और कहा कि 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की भारी जीत प्रधानमंत्री मोदी के एक हैं तो सेफ हैं मंत्र के कारण हुई.

फडणवीस ने राजभवन में पत्रकारों से कहा, मैंने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी और उन्हें बताया कि शिवसेना और महायुति दोनों की इच्छा है कि वह इस सरकार में हमारे साथ रहें.मुझे पूरा भरोसा है कि वह हमारे साथ रहेंगे.

शिंदे स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए ठाणे गए हुए थे, जिससे महायुति गठबंधन में आंतरिक कलह की अटकलें लगाई जा रही थीं. हालांकि, वह मंगलवार को मुंबई लौट आए.

शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे 42 हजार लोग

बीजेपी नेता प्रसाद लाड ने कहा कि शपथग्रहण समारोह में करीब 42,000 लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा,प्रधानमंत्री मोदी, नौ से दस केंद्रीय मंत्री और 19 मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री समारोह में शामिल होंगे.

उन्होंने कहा कि 40,000 बीजेपी समर्थकों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है तथा विभिन्न धर्मों के नेताओं समेत 2,000 अति विशिष्ट व्यक्तियों (वीवीआईपी) के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था की गई है. एक अधिकारी ने बताया कि शपथग्रहण समारोह के दौरान सुरक्षा के लिए 4,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए कम से कम 3,500 पुलिसकर्मियों और 520 अधिकारियों को तैनात किया गया है.