लैला-मजनू के पौधे से खत्म होगी खटास की जड़
सोनपुर मेले की कृषि प्रदर्शनी में ये पौधे पिछले 15 साल से लाए जा रहे हैं
लैला-मजनू के पौधे से खत्म होगी खटास की जड़
अगर पति- पत्नी अथवा प्रेमी युगल के बीच रिश्तों में किसी कारण खटास आ गई है तो फिकर करने की जरूरत नहीं है। वैसे लोग सोनपुर मेले की कृषि प्रदर्शनी में जाकर लैला-मजनू नामक पौधा खरीद कर ला सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये पौधे रिश्तों में किसी कारण आई खटास को दूर कर मिठास लाते हैं।
सोनपुर मेले की कृषि प्रदर्शनी में ये पौधे पिछले 15 साल से लाए जा रहे हैं। कृषि प्रदर्शनी में आने वाले लोग एक बार इस पौधे को जरूर देखने आ रहे हैं। हालांकि इस पौधे की बहुत ज्यादा बिक्री नहीं है फिर भी दो दर्जन से अधिक पौधे प्रतिदिन बिक जा रहे हैं।
कृषि विभाग की प्रदर्शनी में हाजीपुर के पौधा प्रवर्द्धन केन्द्र में मंगलवार को मेला घूमने आए कई मेलार्थी लैला- मजनू नामक पौधे को खरीदते देखे गए। जब उनसे इस विषय में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस पौधे के बारे में उनको जानकारी मिली तो इसे खरीदने आ गए।
वस्तुशात्र के अनुसार घर के बाहर दरवाजे के समीप इस पौधे को लगाने से पति- पत्नी के बीच मधुर संबंध बना रहता है। इस पौधे की खासियत यह है कि इसके पत्ते का उपरी हिस्सा हरा होता है जबकि नीचे का लाल।
कृषि प्रदर्शनी में कई अन्य प्रकार के पौधे की नर्सरी भी लगाई गई है। कई जड़ी बूटियों के पौधे भी लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। सोनपुर मेले के स्टॉल पर लैला मजनू के पौधे की खरीद करते लोग। हिन्दुस्तान पौधों के बारे में दी जा रही जानकारी प्रदर्शनी में यह भी जानकारी दी जा रही है कि किस जड़ी-बूटी से क्या लाभ है।
प्रदर्शनी में स्टीविया, अश्वगंधा, सर्पगंधा, सतावर, इंसुलिन, गर्म मसाला, लौंग- इलायची, सुपारी, गोलमिर्च, बैर थाइलैंड, तेजपता, दालचीनी, रुद्राक्ष, काजू, बालम खीरा, अमरूद, अंगूर, बेल कागजी, आंवला कलमी, बादाम, कपूर, सिन्दूर, नासपाती, हिंग, भाषतारा, आम, एलोवेरा, केला जी नाइन, बासमतीलैला के पौधे हैं।
स्टीविया चीनी से तीन सौ गुणा ज्यादा मीठा होने के बाद भी सुगर फ्री है।
Dec 05 2024, 13:42