प्रकाश सिंह बादल से वापस लिया गया 'फख्र-ए-कौम' सम्मान, सुखबीर को भी सजा, राम रहीम से जुड़ा है मामला

डेस्क: पंजाब की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। श्री अकाल तख्त साहिब में तन्खैइया घोषित हो चुके सुखबीर बादल और उनकी तत्कालीन कैबिनेट में रहे मंत्रियों को धार्मिक सजा सुनाते हुए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों ने बड़ा ऐलान किया है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और दिवंगत नेता प्रकाश सिंह बादल को दिया गया फख्र-ए-कौम सम्मान वापस लेने का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही सुखबीर बादल को भी धार्मिक सजा सुनाई गई है। दरअसल, ये मामला गुरमीत राम रहीम से जुड़ा हुआ है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में।

दरअसल, जिस वक्त पंजाब में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबियों के मामले हुए उस दौरान पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल थे। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- "सुखबीर सिंह बादल ने अपराध कबूल कर लिया है कि उन्होंने जत्थेदार साहिबों को अपने आवास पर बुलाया और गुरमीत राम रहीम को माफी के लिए उन पर दबाव डाला। इस काम में दिवंगत मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी शामिल थे। लिहाजा, प्रकाश सिंह बादल को दिया गया फख्र-ए-कौम वापिस लिया जाता है।"

श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों द्वारा सुखबीर बादल को तन्खैइया घोषित किए जाने के बाद धार्मिक सजा सुनाई गई। सुखबीर सिंह बादल सहित कोर कमेटी मेंबर और साल 2015 में कैबिनेट मेंबर रहे नेता 3 दिसंबर को 12 बजे से लेकर 1 बजे तक बाथरूम साफ करेंगे। इसके बाद वो नहाकर लंगर घर में सेवा करेंगे। बाद में श्री सुखमणि साहिब का पाठ करना होगा। सुखबीर सिंह बादल श्री दरबार साहिब के बाहर बरछा लेकर बैठेंगे। उन्हें गले में तन्खैइया घोषित किए जाने की तख्ती पहननी होगी।

श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा सुनाई गई सजा में कहा गया है कि सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफ़ा मंज़ूर किया जाए। इसके साथ ही डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफ़ी दिए जाने के बाद जो इश्तहार जारी किये गये, उन इश्तहारों के पैसे सुखबीर सिंह बादल, बलविंदर सिंह भून्दड , दलजीत सिंह चीमा, हीरा सिंह गाबाडिया ब्याज सहित देंगे।
प्रकाश सिंह बादल से वापस लिया गया 'फख्र-ए-कौम' सम्मान, सुखबीर को भी सजा, राम रहीम से जुड़ा है मामला

डेस्क: पंजाब की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। श्री अकाल तख्त साहिब में तन्खैइया घोषित हो चुके सुखबीर बादल और उनकी तत्कालीन कैबिनेट में रहे मंत्रियों को धार्मिक सजा सुनाते हुए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों ने बड़ा ऐलान किया है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और दिवंगत नेता प्रकाश सिंह बादल को दिया गया फख्र-ए-कौम सम्मान वापस लेने का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही सुखबीर बादल को भी धार्मिक सजा सुनाई गई है। दरअसल, ये मामला गुरमीत राम रहीम से जुड़ा हुआ है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में।

दरअसल, जिस वक्त पंजाब में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबियों के मामले हुए उस दौरान पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल थे। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- "सुखबीर सिंह बादल ने अपराध कबूल कर लिया है कि उन्होंने जत्थेदार साहिबों को अपने आवास पर बुलाया और गुरमीत राम रहीम को माफी के लिए उन पर दबाव डाला। इस काम में दिवंगत मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी शामिल थे। लिहाजा, प्रकाश सिंह बादल को दिया गया फख्र-ए-कौम वापिस लिया जाता है।"

श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों द्वारा सुखबीर बादल को तन्खैइया घोषित किए जाने के बाद धार्मिक सजा सुनाई गई। सुखबीर सिंह बादल सहित कोर कमेटी मेंबर और साल 2015 में कैबिनेट मेंबर रहे नेता 3 दिसंबर को 12 बजे से लेकर 1 बजे तक बाथरूम साफ करेंगे। इसके बाद वो नहाकर लंगर घर में सेवा करेंगे। बाद में श्री सुखमणि साहिब का पाठ करना होगा। सुखबीर सिंह बादल श्री दरबार साहिब के बाहर बरछा लेकर बैठेंगे। उन्हें गले में तन्खैइया घोषित किए जाने की तख्ती पहननी होगी।

श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा सुनाई गई सजा में कहा गया है कि सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफ़ा मंज़ूर किया जाए। इसके साथ ही डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफ़ी दिए जाने के बाद जो इश्तहार जारी किये गये, उन इश्तहारों के पैसे सुखबीर सिंह बादल, बलविंदर सिंह भून्दड , दलजीत सिंह चीमा, हीरा सिंह गाबाडिया ब्याज सहित देंगे।
कराची से लेकर लाहौर तक, पाकिस्तान में बेहद स्लो हुआ इंटरनेट, जानिए इसकी वजह



डेस्क: पाकिस्तान में इंटरनेट यूजर्स को विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफार्म का उपयोग करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट से इस बारे में जानकारी मिली है। व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म या तो निलंबित कर दिए गए हैं या धीमी गति से काम कर रहे हैं। यूजर्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तक सीमित पहुंच से बेहद निराश हैं। लगभग 52 प्रतिशत यूजर्स ने संदेश भेजने में हो रही परेशानियो के बारे में बताया है। ‘डॉन’ अखबार के अनुसार, कराची, लाहौर, इस्लामाबाद, पेशावर और देश के अन्य हिस्सों में भी इंटरनेट से जुड़ी परेशानियां देखने को मिल रही हैं।

पाकिस्तान में लोगों को इंटरनेट की स्लो स्पीड का सामना करना पड़ रहा है, ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार ने सोशल मीडिया ऐप पर राष्ट्र विरोधी सामग्री की निगरानी के लिए कथित तौर पर सुरक्षात्मक उपाय के तहत ‘फायरवॉल’ स्थापित किए हैं। सरकार ने लोगों की शिकायतों को तवज्जो नहीं दी। सरकार ने ‘फायरवॉल’ की स्थिति के बारे में चिंताओं को ‘‘बेहद बढ़ा-चढ़ाकर बताई गईं’’ कहकर खारिज कर दिया।

सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार राज्य मंत्री शाजा फातिमा ख्वाजा ने रविवार को ‘जियो न्यूज’ से कहा कि ‘फायरवॉल’ की स्थिति को ‘‘बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है और देश में 10 वर्षों से एक वेब प्रबंधन प्रणाली जारी है।’’

मंत्री ने कहा, ‘‘किसी देश के अपनी साइबर सुरक्षा पर काम करने में कोई विवाद नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया अलग-अलग साइबर सुरक्षा तंत्रों का इस्तेमाल करती है। फातिमा ने कहा कि चूंकि पाकिस्तान को हर दिन ‘‘लाखों साइबर हमलों’’ का सामना करना पड़ता है, इसलिए देश में आतंकवादी गतिविधियों का पता लगाना कठिन होता जा रहा है।
जिस लड़की से लव मैरिज की, उसे चापड़ से काट डाला, फिर शव के पास बैठ निहारते रहा उसका चेहरा


डेस्क: यूपी के कानपुर से दिल दहला देने वाली डबल मर्डर की घटना सामने आई है। जोसेफ पीटर नाम के शख्स ने पहले अपनी पत्नी की चापड़ से काट कर हत्या कर दी, फिर बेटी को बचाने आई सास को भी मार डाला। पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

पत्नी का किसी दूसरे पुरुष से अवैध संबंध होने के शक में एक पीटर ने रविवार की रात चकेरी स्थित अपने घर में पत्नी की चापड़ से गला रेतकर और सास की लोहे की छड़ से उसके सिर पर वार कर हत्या कर दी। इस घटना की सूचना मिलते ही चकेरी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और आरोपी जोसफ पीटर उर्फ बादल (41) को मौके से गिरफ्तार कर लिया। बुलंदशहर के रहने वाले पीटर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है और उसे सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।

मृतक की पहचान 39 वर्षीय कामिनी सिंह और उसकी मां पुष्पा (62) के रूप में हुई है। आरोपी पीटर जोसेफ ने 2017 में मृतका कामिनी से लव मैरिज की थी जिसके बाद से सास पुष्पा भी चकेरी में फ्रेंड्स कॉलोनी में उनके साथ ही रहती थीं। नगर के अपर पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) राजेश श्रीवास्तव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि एक निजी कैंटीन में काम करने वाले जोसफ पीटर को शक था कि दिल्ली के एक युवक से उसकी पत्नी का अवैध संबंध था।

उन्होंने बताया कि रविवार को अपनी पत्नी को बाहर घुमाने के लिए जोसफ ने एक ऑटो किराए पर मंगवाया था, लेकिन पत्नी ने जाने से इनकार कर दिया जिससे दोनों के बीच बहस हुई। गुस्से में पीटर ने चापड़ से कामिनी का गला रेत दिया जिससे मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई। उसने अपनी सास के सिर पर लोहे की छड़ से प्रहार कर उसे भी मार डाला।

पीटर ने सबसे पहली पत्नी की हत्या की और जब पुष्पा ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उसे भी मार डाला। उसके घर से चीख पुकार सुनने पर पड़ोसी संजीव गुप्ता ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने कामिनी और पुष्पा के खून से लथपथ शव पाये।  

पुलिस की माने तो आरोपी पीटर घटना के बाद मौके से भागा नहीं बल्कि घर का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया और करीब आधे घंटे तक लाश के पास बैठकर उन्हें देखता रहा। पड़ोसियों की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद दरवाजा खुलवाया।

एडीसीपी राजेश सिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपी पीटर ने बताया कि उसे अपनी पत्नी के किसी और से अवैध संबंध होने का शक था जिसके चलते उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने इन शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जोसफ और कामिनी के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
एयर इंडिया की पायलट सृष्टि की मौत का रहस्य! परिवार के आरोप से सनसनी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आई सामने

डेस्क: महिला पायलट सृष्टि तुली की मुंबई में संदिग्‍ध परिस्थितियों में हुई मौत की पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में सृष्टि की मौत गला कसने से बताई गई है। मृतका के परिजनों ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में उसके ब्‍वायफ्रेंड ने फ्लैट में चार्जिंग केबिल से बने फंदे में लटककर आत्‍महत्‍या करने की बात बताई हैं। परिजनों ने दावा किया है कि यह सुसाइड नहीं, बल्कि प्लानिंग के तहत हत्या है। क्योंकि उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था।

परिजनों ने दावा किया कि पैसे भी बैंक से ट्रांसफर कराए गए और ऐसा लग रहा है कि पैसे ना देने की वजह से उसकी हत्या की गई। इस साजिश में उसका ब्‍वायफ्रेंड और एक महिला पायलट भी शामिल है। पुलिस ने आत्‍महत्‍या के लिए उकसाने के आरोप में उसके ब्‍वायफ्रेंड के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार लिया।

सृष्टि तुली मूल रूप से यूपी के गोरखपुर जिले के आजाद चौक (शिवपुरी कालोनी) की रहने वाली थी। सृष्टि के बड़े पापा विवेक तुली ने बताया कि उनकी भतीजी सृष्टि मुंबई के अंधेरी में रहती थी। रविवार की रात दिल्‍ली से कॉल आया तो उसने बताया कि सृष्टि नहीं रही। लोग घबाराए तो पता चला कि सृष्टि के नंबर पर कॉल करने पर एक लड़की ने कॉल उठाई। वह लड़की भी पायलट है। विवेक तुली में बताया कि वहां जाने पर पता चला कि वह रविवार की रात ड्यूटी के बाद अपने फ्लैट पर पहुंची। इसके बाद उसने अपने दोस्‍त के साथ खाना भी खाया। इसके बाद गोरखपुर में अपने घर मां से बात की।

सृष्टि के बड़े पिता विवेक तुली ने बताया कि घर पर बात करने के अचानक बाद 15-20 मिनट में ऐसा क्या हो गया जो बच्ची घर पर हंसते हुए सबसे बात की और अचानक कैसे सुसाइड कर लिया। उसके दोस्त ने पुलिस को बताए बिना एक महिला पायलट को बुलाकर सोमवार सुबह 5 बजे दरवाजा खुलवाया। मृतक के बड़े पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब उसने सुसाइड करने की बात कही थी तो उसके दोस्त ने पुलिस को खबर क्‍यों नहीं दी। इसके बाद क्राइम सीन के साथ छेड़छाड़ भी की गई। चार्जिंग केबिल गैराज में मिला। सृष्टि के फ्लैट की तीन चाबी थी। दो चाबी उसके पास और एक चाबी उसकी रूममेट के पास थी। जो उस समय ड्यूटी पर थी। सृष्टि की दूसरी चाबी पुलिस को नहीं मिली है।

उन्‍होंने बताया कि डाटा केबिल से कोई कैसे पंखे से लटककर कैसे सुसाइड कर सकता है। घर में कोई भी चीज बिखरी हुई नहीं है। टेबल भी सही हाल में मिला है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों के बयान भी अलग-अलग हैं। इसके बाद उन्‍होंने भारतीय न्‍याय संहिता की धारा 108 के तहत केस दर्ज किया है। पोस्टमार्टम में हैंगिंग से डेथ की बात आई है लेकिन उन्‍हें बिसरा से सारी बात साफ हो जाएगी।

उन्‍होंने बताया कि उसके बैंक एकाउंट से पिछले एक माह के रिकार्ड को चेक करने पर पता चला है कि 65 हजार रुपए उसके दोस्त के खाते में भेजे गए हैं। पूरा साल भर का हमने स्टेटमेंट निकालने के लिए बैंक में कहा है। मुझे लगता है कि उसे ब्लैकमेल करके पैसा लिया जा रहा था। पैसे ना देने की वजह से उसकी हत्या हुई है। परिजनों के बताया कि सृष्टि का दोस्त फरीदाबाद का रहने वाला है।

बता दें कि सृष्टि ने जून 2023 में एयर इंडिया में शामिल हुई थी। उनके बाबा मेजर नरेन्‍द्र कुमार भारतीय सेना में थे। 1971 में हुए भारत-पाकिस्‍तान युद्ध में शहीद हो गए थे। वह दो बार सेवा मेडल से सम्‍मानित भी हुए थे। सृष्टि भी महिला पायलट बनने के बाद मुख्‍यमंत्री के हाथों सम्‍मानित हुई थी।
संभल हिंसा: 'मस्जिद के पास सामान लेकर आना', Explosive ऑडियो क्लिप ने उड़ाए होश, पुलिस ने 3 लोगों को पकड़ा


डेस्क: संभल के जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान जो हिंसा हुई उसके बारे में रोजाना नए नए खुलासे हो रहे हैं। दंगाइयों के खिलाफ पुलिस लगातार नए नए सबूत इक्ट्ठा कर रही है। पुलिस ने हिंसा के मामले में 3 लोगों को हिरासत में लिया है। आमिर पठान, मोहम्मद अली और फैजान अब्बासी नाम के 3 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है जिन्होंने अब तक 49 दंगाइयों के बारे में पुलिस को जानकारी दी है, उसी आधार पर पहचान की जा रही है। इन सभी ने आपस में बात करके भीड़ को मस्जिद के पास आने को कहा था। 

आरोपियों की दबिश में ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। कल जुमे की नमाज है ऐसे में एक बार फिर बड़ी संख्या में नमाजी जामा मस्जिद पहुंच सकते हैं। इसे देखते हुए जामा मस्जिद को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चप्पे-चप्पे पर CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं।

वहीं, आपको बता दें कि पकड़े गए इन तीन लोगों ने 49 ऐसे दंगाइयों की पिक्चर क्लीयर की है जो हिंसा में शामिल थे। अब इनकी पहचान की जा रही है। दंगाइयों ने हिंसा वाले दिन 40 राउंड से ज्यादा गोलियां बरसाई। 12 बोर तमंचे के 21 खोखे, 32 बोर तमंचे के 11 खोखे, 315 बोर तमंचे के 9 खोखे मिले हैं। तीन आरोपियों की निशानदेही पर ये तमंचे बरामद किए गए हैं। एक आरोपी का नाम याकूब है। पुलिस के मुताबिक ज्यादातर उपद्रवी 20 से 30 साल की उम्र के थे ऐसे में अब पुलिस इनका डाटा खंगाल रही है। एक एक आरोपी की तस्वीर की पहचान की जा रही है।

संभल हिंसा को लेकर पुलिस के हाथ कई अहम सबूत लगे हैं। इन सबूतों में वो ऑडियो क्लिप भी है जिसमें एक दंगाई लोगों को अपने साथ सामान लाने के लिए बोल रहा है। जिस दंगाई का ऑडियो पुलिस को मिला है उसमें वो लोगों को जामा मस्जिद के पास आने को बोल रहा है। ऑडियो में दंगाई समीर वारिस नाम के शख्स से बात करते हुए जामा मस्जिद के पास आने को बोल रहा है और अपने साथ सामान लाने को बोल रहा है। ऑडियो के आखिरी में दंगाई समीर फिर वारिस को बोलता है, सामान जरूर लेकर आना। ऑडियो में पीछे लोगो की भीड़ और शोर की आवाज सुनाई दे रही है।

पुलिस को ये ऑडियो गिरफ्तार आरोपी के फोन से मिला है। गिरफ्तार आरोपी समीर के फोन से ये ऑडियो बरामद हुआ है। समीर को पुलिस ने पत्थरबाजी करने के आरोपी में गिरफ्तार किया है। पश्चिम यूपी में समान लगा कर आने का मतलब देसी कट्टा साथ लाने को बोला जाता है।
इंस्टाग्राम रील के लिए ब्रा पहनकर नाच रहा था युवक... गुस्साए लोगों ने की जमकर कुटाई

डेस्क : पानीपत के इंसार बाजार में महिलाओं के कपड़े पहनकर अश्लील डांस कर रहे युवक की कुछ दुकानदारों ने पकड़कर जमकर धुनाई कर दी। युवक महिलाओं के कपड़े पहनकर बाजार में रील बना रहा था। उसका साथी वीडियो को शूट कर रहा था। युवक को देखकर बाजार में आ रही महिलाएं खुद को असहज महसूस कर रही थीं। दुकानदारों ने युवक को जमकर थप्पड़ जड़े। राहगीरों ने युवक की पिटाई की वीडियो भी बना ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी।

दुकानदारों ने युवक को चेतावनी देकर छोड़ दिया। मामला अभी तक पुलिस तक नहीं पहुंचा है। मिली जानकारी के अनुसार दुकानदारों ने युवक से पूछा कि वह ऐसा क्यों कर रहा है। युवक ने बताया कि कि वह सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर एक्टिव है। उसके लिए वह वीडियो शूट करता है। ब्लॉग बनाने से आय होती है। उसके फॉलोअर्स को इस तरह की वीडियो पसंद आती है। इसलिए वह ऐसी वीडियो बना रहा था। वह पहले भी वह इस तरह की वीडियो शूट कर चुका है।

सोशल मीडिया पर उसकी ऐसी वीडियो खूब वायरल होती है। इसलिए वह ऐसी वीडियो शूट करता है। युवक ने दुकानदारों ने हाथ जोड़कर माफी मांगी। उसने अपनी गलती मानते हुए भविष्य में ऐसा न करने का भरोसा भी दिया। इसके बाद दुकानदारों ने युवक को बैठाकर समझाया भी कि ऐसी वीडियो समाज में गलत संदेश जाता है। हमारी संस्कृति भी प्रभावित होती है। महिलाएं ऐसी वीडियो देखकर असहज होती है। हमें समाज में अच्छा संदेश देना चाहिए।
'24 दिसंबर तक जिंदा रह कर दिखा दे', सांसद पप्पू यादव को फिर मिली जान से मारने की धमकी

डेस्क : पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को एक बार फिर से जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी देने वाले ने पप्पू यादव को 24 दिसंबर तक जान से मार देने की चेतावनी दी है। सांसद को मिली धमकी का ऑडियो भी सामने आया है। जिसमें यह कहते सुना जा सकता है कि तुम (सांसद) कितना भी बुलेट प्रूफ गाड़ी ले लो लेकिन हम तुम्हें छोड़ने वाले नहीं हैं।

धमकी देने वाले ने पप्पू यादव से कहा कि जो तुमने बुलेट प्रूफ गाड़ी लिया है। उससे कुछ होने वाला नहीं है। धमकी देने वाले ने कहा कि हमने चंडीगढ़ में सिंगर बादशाह के क्लब के बाहर जो ब्लास्ट कराया है न ...उसको तो हम सिर्फ चुनौती दिया है.. तेरे साथ तो पूरा कांड करेंगे। तुझे 24 दिसंबर तक का समय दिया है। अगर माई का लाल है तो बच के दिखा।  तुम चाहे बुलेट प्रूफ टेस्ला ले लो हमसे बच नहीं सकते।

बता दें कि कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जान से मारने की धमकी मिलने के बाद पप्पू यादव ने अपनी निजी सुरक्षा बढ़ा दी है। सोमवार (25 नवंबर) को एक करीबी दोस्त ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर कार गिफ्ट की। पप्पू यादव 26 नवंबर से बुलेटप्रूफ लैंड क्रूजर से सफर कर रहे हैं।

मंगलवार को पप्पू यादन ने कहा कि सरकार को मेरी सुरक्षा की परवाह नहीं हो सकती है, लेकिन मेरे दोस्त और बिहार और भारत के लोग मेरे साथ खड़े हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि बख्तरबंद लैंड क्रूजर इतना सुरक्षित है कि रॉकेट लॉन्चर भी इसे नष्ट नहीं कर सकता।

जानकारी के अनसार, लैंड क्रूज़र सबसे सुरक्षित वाहनों में से एक है। इसमें सीसा और पॉलीकार्बोनेट के संयोजन से बना बैलिस्टिक ग्लास है, जो 500 राउंड गोलियों को झेलने में सक्षम है। इसे विस्फोटों को सहन करने के लिए डिज़ाइन की गई है। हाल ही में मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद से पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से धमकियां मिलनी शुरू हो गईं।
सोशल मीडिया-OTT पर अश्लील कंटेंट रोकने के लिए बनेगा कानून? लोकसभा में मंत्री ने दी बड़ी जानकारी


डेस्क: लोकसभा में हगामे के बीच बीजेपी सांसद अरुण गोविल ने प्रश्नकाल के दौरान सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट का मुद्दा उठाया। अरुण गोविल के सवाल का जवाब में देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों के लिए मौजूदा कानूनों को मजबूत करने की आवश्यकता है। हमारे देश की संस्कृति और उन देशों की संस्कृति के बीच बहुत अंतर है जहां पर ओटीटी पर अश्लील कंटेंट आते हैं।

अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैं चाहूंगा कि स्थायी समिति इस मुद्दे को उठाए। मौजूदा कानून को मजबूत करने की जरूरत है और मैं इस पर आम सहमति का अनुरोध करता हूं। मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री भी चलाई जाती है।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि पहले कोई चीज पब्लिश करने के लिए संपादकीय टीम होती थी। इसकी वजह से कोई अश्लील कंटेंट पब्लिश नहीं होता था। जो अब नहीं है। अश्विनी वैष्णव ने यह बयान उनके डिप्टी एल मुरुगन द्वारा यह पुष्टि किए जाने के एक महीने बाद आया है कि सरकार ओटीटी सामग्री को विनियमित करने के लिए एक नई नीति का मसौदा तैयार कर रही है।

बता दें कि पिछले साल अगस्त में सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट को यह भी बताया था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और बिचौलियों को नियंत्रित करने वाली उसकी नीति में आवश्यक नियम और विनियम शामिल होंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा और अपवित्रता से मुक्त हो।

अदालत ने कहा था कि सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर सामग्री को विनियमित करने के लिए उचित कानून, दिशानिर्देश और नियम बनाने के लिए कई अन्य देशों की तरह भारत के सामने आने वाली चुनौती पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।
"सरकार बृजभूषण को बचाने में जुटी है", 4 साल के लिए सस्पेंड होने पर भड़के बजरंग पूनिया, जानें क्या कहा

डेस्क: देश के स्टार पहलवान और राष्ट्रीय किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग पूनिया को नाडा (राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी) ने चार साल के लिए निलंबित कर दिया है। नाडा के मुताबिक, बजरंग पूनिया ने 10 मार्च को आयोजित ट्रायल में डोपिंग टेस्ट देने से इंकार कर दिया था। इससे पहले 23 मार्च को उन्हें निलंबित किया गया था और अब एडीडीपी ने एथलीट अनुच्छेद 10.3.1 का हवाला देते हुए उन्हें चार साल के लिए निलंबित कर दिया है। अपने निलंबन के बाद बजरंग पूनिया ने नाडा और सरकार पर तीखा हमला किया है।

बजरंग पूनिया ने आरोप लगाया कि उन्हें किसानों और महिला पहलवानों की आवाज उठाने के कारण साजिश के तहत निशाना बनाया जा रहा है। बजरंग ने कहा, "सरकार और नाडा कितने भी प्रतिबंध लगा लें, हम पहले भी नहीं झुके थे और अब भी नहीं झुकेंगे।" उन्होंने यह कहा कि बीजेपी में शामिल होने का दबाव भी बनाया गया था। अगर आज बीजेपी में शामिल हो जाएं, तो सभी प्रतिबंध वापस हो जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एक साल पहले नाडा के अधिकारी उनके पास एक एक्सपायर डेट वाली किट लेकर आए थे, जिसका उन्होंने विरोध किया था।

बजरंग ने पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए, जिनके खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं। बजरंग ने दावा किया कि बृजभूषण शरण ने महिला पहलवानों को डोपिंग में फंसाया और उनकी मदद के लिए डोप एजेंसियों का इस्तेमाल किया।

बजरंग ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह हमेशा किसानों, महिला पहलवानों और अन्य उत्पीड़ित वर्गों के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने बृजभूषण शरण को बचाने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया और कहा कि सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उन्हें बचाने में जुटी है। बता दें कि इस निलंबन के बाद बजरंग पूनिया आगामी चार साल तक किसी भी कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे और इन अत्याचारों का सामना करते रहेंगे।