महिला आयोग की सदस्या ने महिला जनसुनवाई में सुनी पीड़ित महिलाओं की समस्यायें
विश्वनाथ प्रताप सिंह
प्रयागराज। महिला आयोग की सदस्या श्रीमती गीता विश्वकर्मा द्वारा आज रविवार को सर्किट हाउस सभागार में महिला से संबंधित प्रकरण की जनसुनवाई की गयी ह्ण महिला जनसुनवाई में महिलाओं के उत्पीड़न से संबंधित कुल 7 प्रकरण आए , माननीय सदस्य ने संबंधित अधिकारियों को उक्त प्रकरणों को समय से निस्तारित कराये जाने के लिए कहा है और साथ ही साथ उन्होंने पुलिस अधिकारियों को महिलाओं से संबंधित मामलों में महिला पुलिसकर्मियों की अनिवार्य रूप से उपस्थिति सुनिश्चित कराए जाने के लिए कहा है ।
जनसुनवाई में घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, अवैध कब्जे से सम्बंधित शिकायतों सहित अन्य शिकायतें सुनवाई के लिए आयी। माननीय सदस्या ने कहा कि महिला आयोग का गठन पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ही हुआ है। यदि किसी महिला को न्याय मिलने में कोई परेशानी आ रही है तो वे अपनी समस्या को लेकर महिला जनसुनवाई में जरूर आये। जनसुनवाई में पीड़ित महिलाओं की पूरी सहायता की जायेगी।
जनसुनवाई के समय शिकायतकर्ता ज्योति श्रीवास्तव द्वारा शिकातय की गई कि हमारे पति हमको बच्चों को हमें नही दे रहे है तथा हमको छोड़ दिये है जिसपर माननीय सदस्य ने साउथ मलाका के इंस्पेक्टर से उक्त प्रकरण की जांच कर 3 दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा है । इसी प्रकार पूनम चौरसिया निवासी अतरसुइया द्वारा शिकायत की गई कि पारिवारिक बटवारे के लेकर मेरी भाभी और भाई मिलकर मुझे जान से मारना चाहते है,जिस पर माननीय सदस्या ने इंस्पेक्टर अतरसुइया को प्रकरण की जांच करके निस्तारण कराये जाने के लिए कहा है ।
इसी प्रकार सुस्मिता मौर्य और गीता शर्मा द्वारा सोराव के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा उन्हें प्रताड़ित किये जाने की शिकायत किये जाने पर माननीय सदस्या ने कड़ी नाराजगी ब्यक्त करते हुए सक्षम अधिकारी से मामले की जांच कराए जाने के निर्देश दिए है । इसी प्रकार से प्रभावती देवी फूलपुर द्वारा शिकायत की गई कि उनका मकान दंबगो द्वारा गिरा दिया गया है और उनके मकान पर कब्जा किया जा रहा है, जिस पर उन्होने उप जिलाधिकारी फूलपुर और इंस्पेक्टर फूलपुर को प्रकरण की जांच कर 3 दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा है ।
सदस्या के द्वारा जनसुनवाई के दौरान कहा कि महिलाओं का उत्पीड़न किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा । उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोई महिला अगर शिकायत लेकर थाने में जाती है, तो पूरी गम्भीरता/संवेदना के साथ महिलाओं की शिकायतों को सुनते हुए आवश्यक कार्यवाही करते हुए शिकायतकर्ता को संतुष्ट किया जाये। उन्होंने कहा कि इसमें किसी प्रकार की शिथिलता, लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि महिला जन सुनवाई में आने वाले शिकायती प्रकरणों के निस्तारण की मानिटरिंग सुनवाई के बाद नियमित रूप से आयोग के स्तर पर की जाती है इसलिए प्रकरणों को बेवजह लम्बित करने तथा पीड़ित महिलाओ को न्याय दिलाने में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये।
इस अवसर पर अपर नगर मजिस्ट्रेट -3 सुदामा वर्मा,जिला प्रोवेशन अधिकारी सर्बजीत सिंह सहित सभी संभंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे। तत्पश्चात सदस्या ने जिला कारागार नैनी में महिला बैरक, जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) में प्रसव वार्ड तथा महिला वार्ड एवं नारी निकेतन खुल्दाबाद का निरीक्षण कर महिलाओं से मुलाकात की एवं उनके उनसे बातचीत किया। उन्होंने वहां पर साफ सफाई एवं सुविधाओं के बारे में जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
Dec 01 2024, 19:28