सपनों को हकीकत में बदलने की बानगी है "बुरहानपुर का बनाना पावडर" यहां के केलों की मिठास अब सबकी जुबां पर

एक जिला-एक उत्पाद

मध्यप्रदेश का एक छोटा सा जिला बुरहानपुर बरसों से अपनी ऐतिहासिक धरोहरों और हरे-भरे खेतों के लिए प्रसिद्ध है। अब यह जिला "एक जिला-एक उत्पाद" पहल के तहत सफलता के नये आयाम गढ़ रहा है। केले की फसल, जो इस जिले की मूल पहचान है, अब न केवल किसानों की आय बढ़ा रही है, बल्कि एक नई उद्यम क्रांति का प्रतीक भी बन गई है।

इसी साल फरवरी में हुए "बनाना फेस्टिवल" में यहां के उद्यमियों और किसानों के बीच संवाद का परिणाम अब धरातल पर नजर आ रहा है। इसी प्रेरणा से बुरहानपुर के उद्यमी रितिश अग्रवाल ने "बनाना पाउडर" बनाने की यूनिट स्थापित की हैं। यह यूनिट जिला प्रशासन और उद्यानिकी विभाग के सहयोग से खकनार के धाबा गांव में संचालित की जा रही है।

"बनानीफाय" ब्रांड के नाम से तैयार किया जा रहा यह बनाना पाउडर शारीरिक पोषण से भरपूर है। यह बच्चों और बड़ों सभी के लिए ऊर्जा और सेहत का खजाना है। इस यूनिट में केले से तीन प्रकार का पाउडर तैयार किया जा रहा है। खाने योग्य पाउडर (केले के गूदे से), जो शुद्ध और बेहद उच्च गुणवत्ता वाला है। सादा पाउडर (केले के छिलके सहित), जो खाने योग्य है और फाइबर से भी भरपूर है। केले के छिलके से तैयार पाउडर को खाद (मैन्योर) के रूप में उपयोग किया जाएगा। इसके उपयोग से सभी प्रकार की फसलों की गुणवत्ता एवं उत्पादन मात्रा में भी सुधार होगा।

इस प्रोजेक्ट को "प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना" के तहत 10 लाख रुपये की सब्सिडी प्राप्त हुई। कुल 75 लाख रुपये पूंजी निवेश से बनी यह यूनिट एक मिसाल बन गई है। इसमें अहमदाबाद से लाई गई आधुनिक मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, जो उत्पादन प्रक्रिया को तेज और कुशल बनाती हैं।

"बनानीफाय" ब्रांड के उत्पादों को न केवल मध्यप्रदेश बल्कि महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, और दिल्ली जैसे राज्यों में भी भेजा जा रहा है। इसके 250 ग्राम और 500 ग्राम पैकेट क्रमशः 280 रुपये और 480 रुपये की कीमत पर उपलब्ध हैं।

यूनिट की खासियत यह है कि यहां केले के छिलके को भी व्यर्थ नहीं जाने दिया जाता। छिलकों से बना पाउडर नर्सरियों और उद्यानिकी फसलों में खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। यह पर्यावरणीय संरक्षण और कृषि उत्पादकता बढ़ाने का एक बेहतरीन उदाहरण है।

नेपानगर की विधायिका सुश्री मंजू दादू और कलेक्टर बुरहानपुर सुश्री भव्या मित्तल द्वारा शुभारंभ की गई यह यूनिट अब न केवल बुरहानपुर के किसानों और उद्यमियों के लिए प्रेरणा बन गई है। यह यूनिट "एक जिला-एक उत्पाद" योजना की वास्तविक सफलता का प्रतीक बन गई है।

"बनानीफाय" का बनाना पावडर न केवल आर्थिक समृद्धि ला रहा है, बल्कि यह एक उदाहरण है कि सही दिशा में किए गए प्रयास किस तरह से छोटे जिलों को भी अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिला सकते हैं। बुरहानपुर के मस्त केले अब सबकी जुबां पर मिठास घोल रहे हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों से चर्चा के तुरंत बाद एसीईडीएस को भोपाल में भूमि आवंटन पत्र जारी किया

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की जर्मनी यात्रा ने प्रदेश के औद्योगिक विकास को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। गुरूवार को डॉ. यादव ने निवेशकों से मिलने के बाद एसीईडीएस को भोपाल में भूमि आवंटित की। यह निर्णय मध्यप्रदेश को वैश्विक औद्योगिक मानचित्र पर एक नए केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।

भोपाल को मिलेगा वैश्विक औद्योगिक केंद्र का दर्जा

भोपाल के अचारपुरा में जर्मन कंपनी एसीईडीएस लिमिटेड को 27,200 वर्गमीटर (6.72 एकड़) जमीन आवंटित की गई है। इस समझौते के तहत कंपनी ने भोपाल में अपनी औद्योगिक इकाई स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रूपये से ज्यादा का प्रस्ताव दिया है। इस कम्पनी की स्थापना से सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। इस उद्योग की स्थापना से एक्स-रे मशीन निर्माण एवं अन्य उपकरण, सौर ऊर्जा पॉवर प्लांट सहित नैनो इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में कार्य किया जायेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की इस यात्रा ने प्रमाणित कर दिया है कि मध्यप्रदेश में निवेशकों के लिए अब ऐसा माहौल तैयार हो चुका है, जहां व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्हें हरसंभव सहयोग दिया जा रहा है। उनकी दूरदर्शी सोच और निवेशकों के प्रति सकारात्मक रवैया ने ही जर्मन कंपनी को प्रदेश में अपने विस्तार की प्रेरणा दी है।

भोपाल में जर्मन कंपनी एसीईडीएस को भूमि आवंटन मात्र एक शुरुआत है। यह साझेदारी न केवल औद्योगिक विकास की एक नई लहर लाएगी, बल्कि इसे प्रदेश के समग्र विकास के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की इस ऐतिहासिक यात्रा ने यह भी प्रमाणित कर दिया है कि मध्यप्रदेश न केवल भारत बल्कि वैश्विक निवेश का अगला प्रमुख केंद्र बनने की पूरी क्षमता रखता है।

सभी राजनीतिक दल विजयपुर एवं बुधनी विधानसभा क्षेत्र के लिये कर दें बीएलए की नियुक्ति : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सिंह


* *मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक* *फोटोयुक्त मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम-2025 के संबंध में दी जानकारी* मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह ने बुधवार को निर्वाचन सदन में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उन्हें फोटोयुक्त मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2025 के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन की जानकारी पेन ड्राइव में प्रदान की गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सिंह ने बताया कि उप निर्वाचन होने के कारण प्रदेश के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रं.- 02 विजयपुर एवं क्रं-156 बुधनी की मतदाता सूची के प्रारूप का प्रारंभिक प्रकाशन 27 नवम्बर को किया गया। इसी दिन से दोनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, वोटर आईडी कार्ड में संशोधन कराने और मृत मतदाताओं के नाम हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक प्रारूप पर दावे-आपत्तियां 12 दिसम्बर तक प्राप्त की जायेंगी। आगामी 30 नवम्बर एवं 8 दिसम्बर 2024 को दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कैम्प लगाकर नाम जुड़वाने, हटाने, संशोधन कराने के लिये विशेष अभियान चलाया जाएगा। दोनों विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों पर कार्यालयीन समय में बीएलओ उपस्थित रहेंगे। प्राप्त सभी दावे-आपत्तियों का 24 दिसम्बर तक निराकरण किया जाएगा। इसके उपरांत मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 6 जनवरी 2025 को किया जाएगा। बैठक में सीईओ सिंह ने सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे दोनों विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों के लिये अपने-अपने बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) की नियुक्ति अवश्य कर दें। यदि बीएलए नियुक्त हैं, तो उन्हें और अधिक सक्रिय होने के लिये निर्देशित करें। बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बसंत कुर्रे, विवेक श्रोतिय, भारतीय जनता पार्टी से एस.एस. उप्पल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से जे.पी. धनोपिया, आम आदमी पार्टी से सुमित सिंह चौहान एवं बहुजन समाज पार्टी से पूर्णेंद्र अहिरवार उपस्थित रहे। *एक जनवरी 2025 को 18 साल की आयु पूरी करने वाले मतदाता सूची में नाम जुड़वाने करें आवेदन* मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह ने बताया कि इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों के निवासी, जो युवा 1 जनवरी 2025 को 18 साल की आयु पूरी कर रहे हैं, वे मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए अग्रिम रूप से आवेदन कर सकते हैं। नये मतदाताओं का वोटर आईडी कार्ड स्पीड पोस्ट के जरिये आसानी से उनके घर तक पहुंच जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सिंह ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार की नि:शुल्क सुविधाएं प्रदान की गई हैं। ऑनलाइन आवेदन वोटर हेल्पलाइन एप और https://voters.eci.gov.in/ के माध्यम से किया जा सकता है। ऑफलाइन आवेदन के लिए बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) से संपर्क किया जा सकता है। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के संबंध में किसी भी प्रकार की शंका या जानकारी के लिये निर्वाचन हेल्पलाईन के टोल फ्री नं.-1950 में कार्यालयीन समय पर कॉल करके समाधान प्राप्त किया जा सकता है।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री चौहान से जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. शाह ने की सौजन्य भेंट

* जनजातीय कार्य, लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन तथा भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने बुधवार को नई दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान से सौजन्य भेंट की। मंत्री डॉ. शाह ने पीएम जन-मन योजना में मध्यप्रदेश के 21 जिलों में कमजोर एवं पिछड़े जनजातीय समूह (पीवीटीजी) परिवारों के लिये 33 हजार 138 अतिरिक्त पीएम आवास मंजूर करने के लिये केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि मंत्री चौहान का ह्रदय से आभार जताया। मंत्री डॉ. शाह ने केन्द्रीय मंत्री चौहान को पीएम जन-मन के तहत पीवीटीजी परिवारों के हित में किये जा रहे नवोन्मेषी प्रयासों की विस्तार से जानकारी हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों के साथ की वन-ऑन-वन मीटिंग्स प्रदेश के विकास के लिए रखी ठोस नींव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लंदन में निवेशकों और उद्योग जगत के अग्रणी लीडर्स के साथ वन-ऑन-वन मीटिंग्स कर प्रदेश में निवेश की व्यापक संभावनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवकरणीय ऊर्जा, कृषि व्यवसाय, अधोसंरचना, स्वास्थ्य सेवा और आईटी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी के अवसरों के संबंध में विस्तार से अवगत कराया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों को राज्य की व्यापार अनुकूल नीतियों और प्रोत्साहनों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग और नवाचार के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने राज्य की औद्योगिक क्षमता और इसके माध्यम से सतत विकास एवं नवाचार को बढ़ावा देने की अपनी दूरदर्शी सोच साझा की, जिसकी निवेशकों ने सराहना की।

मुख्यमंत्री. डॉ. यादव ने कहा “मध्यप्रदेश, निवेशकों के लिए न केवल अवसरों का केंद्र है, बल्कि एक ऐसा साझेदार है, जो उनके व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगा।” उन्होंने प्रदेश में उद्योगों को सुगमता से स्थापित करने और संचालन के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही अधोसंरचना, कुशल कार्यबल और अन्य संसाधनों पर विशेष जोर दिया।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने 26/11 के शहीदों को दी श्रद्धांजलि यूके के इंडिया हाउस में स्मृति समारोह में हुए शामिल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुंबई आतंकी हमले 26/11 की बरसी पर लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग द्वारा इंडिया हाउस में आयोजित स्मृति समारोह में देश के इतिहास की सबसे दुखद आतंकी घटना निरूपित किया। उन्होंने 26/11में शहीद हुए वीरों को याद कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने अपने मर्मस्पर्शी संबोधन में उस भयावह घटना की पीड़ा और स्मृतियों को बयाँ किया, जिसने न केवल प्रत्यक्ष पीड़ितों को बल्कि पूरे देश को अन्त:मन तक झकझोर दिया था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को भूलने के बजाय उनसे सबक लेना और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने का प्रयास करना हमारा कर्तव्य है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हमले में प्राणोत्सर्ग करने वालों शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं और एक शांतिपूर्ण भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने शहीदों की वीरता को सैल्यूट किया साथ ही उन जिंदगियों की दृढ़ता को भी सराहा जो इस त्रासदी से उबरकर आगे बढ़े।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंडिया हाउस में 26/11 दुर्घटना पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में हमले से संबंधित दुर्लभ फोटोग्राफ्स और अन्य जानकारी विजुअली प्रदर्शित की गई, जो उस दुखद घटना की स्याह सच्चाई को बयान कर रही थी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यूके के विदेश दौरे पर इंडिया हाउस का भ्रमण कर उसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को और करीब से जाना।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लंदन में भारतीय उच्चायुक्त एवं प्रवासी भारतीयों ने किया आत्मीय स्वागत


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का लंदन पहुंचने पर यूनाइटेड किंगडम में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के दोराईस्वामी और प्रवासी भारतीयों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव फरवरी में होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में विदेशी निवेशकों को मध्यप्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए आमंत्रित करने के लिए इंग्लैंड और जर्मनी प्रवास पर हैं। अपने 6 दिवसीय विदेशी प्रवास के दौरान वे उद्योगपतियों से मुलाकात कर उन्हें मध्यप्रदेश आने का न्यौता देंगे। मुख्यमंत्री के साथ अधिकारियों का उच्च स्तरीय दल भी विदेश प्रवास पर है।

वैश्विक निवेश को मिलेगा प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यात्रा का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश को औद्योगिक हब बनाने के साथ ही हर प्रकार के उद्योग को आमंत्रण के साथ मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाईयां देने और वैश्विक निवेश को आकर्षित करना है। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय निवेश के अवसरों को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने का अभूतपूर्व प्रयास है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आगामी फरवरी माह में भोपाल में आयोजित हो जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से 6 दिवसीय विदेश यात्रा पर लंदन और बर्मिंघम तथा जर्मनी के म्यूनिख और स्टटगार्ट का दौरा करेंगे। इस दौरान वे उद्योगपतियों और औद्योगिक संगठन के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार को वेस्टमिंस्टर स्थित ब्रिटिश संसद और किंग्स क्रॉस तथा पुनर्विकास स्थलों का भ्रमण भी करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव लंदन में 'फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश' प्रवासी भारतीयों द्वारा आयोजित रात्रि भोज कार्यक्रम में शामिल होंगे। लगभग 400 प्रवासी भारतीय इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

विश्व पटल पर होगा मध्यप्रदेश

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यह निवेश यात्रा राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने तथा विश्व पटल पर उद्योग के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाएगी। यह यात्रा निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखी जा रही है, जो प्रदेश में निवेशकों का विश्वास को मजबूती और औद्योगिक विकास को गति प्रदान करेगी। इससे प्रदेश में एक समृद्ध औद्योगिक वातावरण का निर्माण होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश के महानगरों से औद्योगिक निवेश को आमंत्रित करने के लिए उन्होंने कलकत्ता, बेंगलोर, मुम्बई और कोयम्बटूर में रोड शो आयोजित कर उद्योगपतियों से मुलाकात की थी। विदेश यात्रा का उद्देश्य भारतीय निवेशकों के साथ ही विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करना भी है।

हर युवा के लिए होगा रोजगार

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशा के अनुरूप प्रदेश के युवाओं को उनकी शिक्षा और काबिलियत के अनुसार काम देने के उद्देश्य से हर प्रकार के उद्योगों को स्थापित करना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव विदेश यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों यथा आई.टी, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक व्हीकल, एजुकेशन, रिन्युएबल एनर्जी और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर्स में निवेश पर चर्चा और उद्योगपतियों से वन-टू-वन मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को ब्रेक-फास्ट पर उद्योगपतियों एवं भारत के उच्चायुक्त विक्रम के दोरईस्वामी से संवाद करेंगे। इसके बाद "इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्यप्रदेश", "इंटरैक्टिव सेशन" में लगभग 120 प्रतिभागियों से चर्चा करेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय उच्चायोग के साथ निवेश और विकास के संकल्पों पर चर्चा की


मुख्यमंत्री का यूके दौरा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने यूके दौरे के पहले दिन भारतीय उच्चायोग, लंदन के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने औद्योगिक विकास, तकनीकी सहयोग और वैश्विक निवेश को लेकर प्रदेश की योजनाओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा ब्रिटेन से शुरू करने पर खुशी व्यक्त करते हुए भारतीय उच्चायोग के सहयोग की सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह मेरे लिए गौरव का क्षण है कि मैं अपनी इस महत्वपूर्ण यात्रा की शुरुआत यूके से कर रहा हूं। इस यात्रा की तैयारी में उच्चायोग टीम द्वारा प्रदान किए गए मार्गदर्शन और सहयोग के लिए मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।

औद्योगिक विकास को प्राथमिकता

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि औद्योगिक विकास प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने बताया कि उज्जैन, रीवा, ग्वालियर, जबलपुर और सागर जैसे शहरों में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से प्रदेश में निवेश को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम अब राष्ट्रीय स्तर से आगे बढ़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों को प्रदेश के विकास से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जिसकी शुरुआत लंदन से हो रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषि, ऑटोमोबाइल, ऑटो कंपोनेंट्स, फार्मास्यूटिकल्स और आईटी जैसे क्षेत्रों में मध्यप्रदेश की अपार संभावनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने विशेष रूप से ब्रिटेन के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, कौशल विकास और अनुसंधान के क्षेत्र में साझेदारी की बात कही।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने फरवरी 2025 में भोपाल में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए भारतीय उच्चायोग से विशेष सहयोग का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मेरा विशेष आग्रह है कि उच्चायोग की टीम मध्यप्रदेश को ब्रिटिश निवेशकों के लिए आदर्श स्थल के रूप में स्थापित करने में हमारा सहयोग करें।

बैठक में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम के दोराईस्वामी, उप उच्चायुक्त सुजीत घोष, मंत्री (आर्थिक) निधि मणि त्रिपाठी और प्रथम सचिव (व्यापार) जसप्रीत सिंह सुक्खीजा उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और भारतीय उच्चायोग, लंदन के बीच हुई यह चर्चा प्रदेश और यूके के बीच औद्योगिक और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने में एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखी जा रही है।

राज्यमंत्री गौर ने सुनी मन की बात


पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंखयक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर ने रविवार को गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के बूथ क्रमांक 159 और 160 के मतदाताओं, कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "मन की बात" कार्यक्रम में सहभागिता कर श्रवण किया।

देश के दुग्ध उत्पादन का 20 प्रतिशत मध्यप्रदेश से करने का लक्ष्य : मुख्यमंत्री डॉ. यादव


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 9 प्रतिशत उत्पादन मध्यप्रदेश में होता है। इसे 20 प्रतिशत तक ले जाने के लिए समन्वित प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में संगठित क्षेत्र में दुग्ध संकलन बढ़ाने और सहकारी दुग्ध संघ और महासंघ के सुदृढ़ीकरण के संबंध में उच्च स्तरीय बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। पशुपालन एवं डेयरी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल, विधायक हेमंत खंडेलवाल, मुख्य सचिव अनुराग जैन और नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एडीडीबी) के चेयरमेन डॉ. मीनेश शाह सहित विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सहकारी क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन के प्रयासों में वृद्धि की जाएगी। प्रदेश के जिन ग्रामों में सहकारी समितियां कार्य कर रही हैं, वहाँ दुग्ध उत्पादन बढ़ाने में अच्छी सफलता मिलेगी। साथ ही शेष ग्रामों के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। इस कार्ययोजना के क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। राजगढ़ जैसे जिलों में किसान उत्पादक संगठन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से उत्साहपूर्ण पहल कर चुके हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए सहकारिता से जुड़े नियमों और अधिनियमों में आवश्यकतानुसार संशोधन की कार्यवाही भी की जाएगी।

बैठक में जानकारी दी गई कि नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के साथ हुए अनुबंध के फलस्वरूप प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि के प्रयास बढ़ाए गए हैं। प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एनडीडीबी के चेयरमेन मीनेश शाह का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।