एक पात्रिय नाट्य प्रतियोगिता में कृष्ण कुमार अव्वल, कीर्ति, श्रेया को दूसरा व तीसरा स्थान


कुमारगंज अयोध्या।आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के सामुदायिक महाविद्यालय में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती के अवसर पर एक पात्रिय नाट्य प्रतियोगिता आयोजित की गई।

“राष्ट्रीय एकता” थीम पर यह प्रतियोगिता प्रदेश की कुलाधिपति व राज्यपाल अनंदीबेन पटेल के निर्देश व कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह के दिशा निर्देशन में आयोजित की गई। प्रतियोगिता का शुभारंभ वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. संजय पाठक, सामुदायिक महाविद्यालय की अधिष्ठाता डा. साधना सिंह व अन्य पांच विश्वविद्यालयों से पहुंचे शिक्षक अतिथियों ने जल भरो के साथ किया।

इस प्रतियोगिता में अलग-अलग जगहों से कुल छह विश्वविद्यालयों ने प्रतिभाग किया। “राष्ट्रीय एकता” थीम पर प्रतियोगी छात्र-छात्राओं ने नाट्य के जरिए देश को सुरक्षित रखने व एकता के भाव को सबके सामने प्रदर्शित किया। नाट्य प्रस्तुति के जरिए छात्रों ने बताया की किस प्रकार हमारा भारत देश “एक हैं तो सेफ हैं”। प्रतियोगिता में प्रत्येक छात्र को बोलने के लिए मात्र सात मिनट का समय दिया गया। प्रतियोगिता में आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय अयोध्या की ओर से श्रेया राय, डा. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या से संस्कृति मिश्रा, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु सिद्धर्थनगर से कीर्ति उपाध्याय, महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विवि गोरखपुर से रवि अग्रहरि, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय गोरखपुर से नितिन गुप्ता, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर की ओर से कृष्ण कुमार मिश्रा ने प्रतिभाग किया।

जिसमें दीनदयाल उपाध्याय विवि गोरखपुर के कृष्ण कुमार मिश्रा ने प्रथम, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कीर्ति उपाध्याय दूसरे व आचार्य नरेंद्र देव कृषि विवि की श्रेया राय ने तीसरा स्थान हासिल किया। यह प्रतियोगिता उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. संजय पाठक के संयोजन में आयोजित किया गया। मंच का संचालन सह प्राध्यापक डा. सुप्रिया ने किया। इस मौके पर सह छात्र कल्याण अधिष्ठाता डा. एस.पी. सिंह, डा. विभा यादव, डा. विभा परिहार, डा. देवनारायण पटेल, डा. अतुल यादव, डा. प्राची सहित अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

हिंदी हमारी मातृभाषा है हिंदी को पूर्ण आत्मसात करने की जरूरत - दीपक रघुवंशी

अयोध्या धाम । मातृ भाषा हिन्दी जागरूकता अभियान के तहत "हिन्दी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान"अयोध्या द्वारा प्रकाशित लोकप्रिय पत्रिका "साहित्य सम्राट" का नवीनतमअंक प्रभारी निरीक्षक दीपक रघुवंशी कोतवाली टांडा अम्बेडकर नगर, बार एसोसिएशन टांडा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सत्य प्रकाश मौर्य, सपा के युवा नेता मनजीत मौर्य,प्रबंधक वैभव मौर्य, समाजसेवी राजेंद्र मौर्य, टांडा डिग्री कॉलेज के संस्कृत विभाग के पूर्व विभाग अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र तिवारी,वरिष्ठ समाजसेवी टांडा के सरफराज अहमद,राष्ट्रीय गीतों के वरिष्ठ कलाकार मोहम्मद मुजाहिद अहमद व टीम के अन्य सदस्य, फाइन फिलिंग स्टेशन के स्वामी व अन्य साहित्य प्रेमियों को संस्थान द्वारा प्रकाशित लोकप्रिय पत्रिका "साहित्य सम्राट" को अवलोकनार्थ समर्पित करते हुए।

हिंदी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री/सम्पादक "साहित्य सम्राट"डॉङ्म सम्राट अशोक मौर्य, संस्थान के संरक्षक मंडल सदस्य/ जनहित सत्ता हिंदी दैनिक के व्यूरो प्रमुख रामकेर सिंह, वरिष्ठ पत्रकार आचार्य स्कंद दास मौर्य ह्ण उक्त अवसर पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली टांडा श्री रघुवंशी ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है हिंदी को पूर्ण आत्मसात करने पर ही भारत की गरिमा संपूर्ण विश्व में स्थापित होगी नवनिर्वाचित बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्य प्रकाश मौर्य कहा कि हिंदी का संपूर्ण विकास तभी होगा जब यह भारत की राष्ट्रभाषा घोषित हो जाएगी, इसके लिए विशेष रूप से भारत सरकार को इस उपयुक्त समय में हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करना चाहिए, टांडा डिग्री कॉलेज के श्री तिवारी जी ने कहा कि हिंदी में ही हमारी संस्कृति और सभ्यता का प्रसार प्रचार सन्निहित है इसलिए हिंदी को पूर्ण आत्मसात करना ही होगा,तभी देश का और समाज का विकास होगा, हिंदी हमारे देश की मातृभाषा है इसके उत्थान के लिए समस्त भारतीयों को प्राथमिक स्तर से प्रयास करना होगा ।

ग्रामीण क्षेत्र में मिले बच्चों को कंप्यूटर की अच्छी शिक्षा - श्याम नारायण तिवारी

दिलासीगंज अयोध्या l अयोध्या जनपद के ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित पाराशर विद्या मन्दिर इण्टर कालेज पौसरा अयोध्या के कैम्पस में संचालित कम्प्यूटर संस्थान पाराशर कालेज ऑफ मैनेजमेण्ट एण्ड टेक्नोलॉजी (PCMT) द्वारा आयोजित विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस (02 दिसम्बर) समारोह तिथि 02 दिसम्बर 2024, प्रातः 10.30 से आरम्भ होने के साथ ही समारोह को धूम धाम से मनाया जायेगा l जिसमें बच्चों द्वारा विविध कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी शामिल है। प्रबंधक श्री श्याम नारायण तिवारी ने बताया कि कंप्यूटर दिवस मनाने का एकमात्र लक्ष्य बच्चों को संस्थान के माध्यम से कंप्यूटर के सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराना ताकि आज के दौर में तकनीकी शिक्षा व कंप्यूटर शिक्षा अति आवश्यक है जिसको प्राप्त कर बच्चे आगे बढ़ सके l प्रबंधक श्री श्याम नारायण तिवारी नेअभिभावकों के साथ क्षेत्र के सम्मानित क्षेत्र वासियों का आवाहन किया है और अपील किया है कि आप सभी निश्चित समय पर उपस्थित होकर बच्चों को आशीर्वाद प्रदान करें। इस अवसर पर PCMT के डारेक्टर विमलेन्द्र कुमार मौर्य प्रधानाचार्य उदयभान तिवारी कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे हुए हैं l

साकेत महाविद्यालय में हुआ आयोजन

अयोध्या। साकेत महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय के संस्थापक अध्यक्ष प्रो (डॉ) मिर्जा शहाब शाह कोलकाता मे हुए चुनाव में इंडियन एकाउंटिंग एसोसिएशन के केंद्रीय क्षेत्र से कार्यकारी सदस्य निर्वाचित हुए हैं। यह चुनाव इंडियन एकाउंटिंग एसोसिएशन की कोलकाता शाखा द्वारा आयोजित 46वी आॅल इंडिया एकाउंटिंग कॉन्फ्रेंस एंड इंटरनेशनल सेमिनार में विगत 24 अक्टूबर को कोलकाता में संपन्न हुआ था।

उल्लेखनीय है कि प्रो शहाब इंडियन एकाउंटिंग एसोसिएशन के अवध चैप्टर के संस्थापक अध्यक्ष एवं वर्तमान समय में चैप्टर के चेयरमैन भी है। इसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयो एवं महाविद्यालयों के 147 वाणिज्य प्राध्यापक सदस्य हैं। डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय एव उससे संबद्ध समस्त महाविद्यालयों के वाणिज्य प्राध्यापकों में से प्रो शहाब ऐसे पहले प्राध्यापक है जो सर्वप्रथम इंडियन एकाउंटिंग एसोसिएशन के किसी पद पर चयनित हुए है।

प्रो (डा) शाह के निर्वाचित होने पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो (डॉ) दान पति तिवारी, मुख्य नियंता प्रो ए के मिश्र एवं प्रो बी के सिंह,वि वि शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर जन्मेजय तिवारी एव महामंत्री प्रोफेसरअमूल्य कुमार सिंह, प्रो अनुराग मिश्रा, छात्र कल्याण अधिकारी डॉ रवि कुमार चौरसिया एवं डॉ संतोष कुमार, प्रो अभिषेकदत्त त्रिपाठी,डा सदीप वर्मा, डा सूरज कुमार, प्रो आशुतोष त्रिपाठी, प्रो वंदना जायसवाल, डॉ पूनम जोशी,प्रो कविता सिंह, प्रो उपमा वर्मा, डॉ हरनाम सिंह लोधी, डॉ लवलेश मिश्रा, डॉ मुकेश पांडे, डॉ प्रभात श्रीवास्तव, डा रमेंद्र कुमार द्विवेदी, डॉ पीयूष कुमार, डॉ संदीप श्रीवास्तव एवं डॉ देवेंद्र श्रीवास्तव आदि प्राध्यापकों डा सद्दाम खान सहायक शोध अधिकारी अयोध्या शोध छात्र डा चाद बाबू ,डा नवीन कुमार, डा गगा प्रसाद मौर्य, डा शुभम सिह ,डा अकिता यादव, डा राम लखन सिंह ने हर्ष व्यक्त करते हुए प्रो शाह को बधाइयां दी है।

लखनऊ गोरखपुर हाइवे पर गोड़वा गांव में आयोजित हुआ भव्य आयोजन

गोड़वा अयोध्या । सीतापुर से पधारे महंत बजरंग दास भाजपा जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार पांडेय खुन्नू जिला पंचायत सदस्य चंद्रभान सिंह वरिष्ठ सपा नेता राघवेंद्र प्रताप सिंह अनूप अनिल दुबे देवेन्द्र तिवारी रविन्द्र दूबे सतीश दूबे सुशील दूबे लाला दादा समाजसेवी और वरिष्ठ ठेकेदार शिवदत्त तिवारी वरिष्ठ भाजपा नेता कप्तान तिवारी वरिष्ठ भाजपा नेता सत्य प्रकाश वर्मा पप्पू वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह प्रधान हरिश्चन्द्र वर्मा जमुना तिवारी नरेंद्र तिवारी ओमकार तिवारी छबिलाल पूर्व प्रधान राम चंद्र बृज किशोर अधिवक्ता गणेशश्वर प्रसाद चौहान कुशल चंद यादव डा के एम मिश्र सच्चिदानन्द तिवारी बंटी तिवारी पूर्व प्रधान आनंद तिवारी पूर्व प्रधान फूल चन्द तिवारी सुबाहु तिवारी वरिष्ठ पत्रकार संपादक अमित यादव धर्मपाल सिंह वरिष्ठ पत्रकार उदय नारायन तिवारी शिवम तिवारी सुरेश सिंह बाबा राम कल्प पांडेय सोहराब खान स्वामी सरन सोनी मनोज पांडे राजेश कुमार शनि दूबे हरीश दूबे राजेन्द्र तिवारी विवेक पांडेय आदि समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे ।

बिना रोक टोक चल रहा है हरे पेड़ों पर आरा,जानबूझकर वन विभाग बन जाता है अंजान

अमानीगंज अयोध्या। अयोध्या जनपद थाना कुमारगंज क्षेत्र के ग्राम तिन्दौली पूरे बीसा का पुरवा में वन विभाग से साठगांठ कर हरे पेड़ पर चला आरा वहीं, जिम्मेदार जानकर भी अनजान बने हुए हैं। सरकार पर्यावरण को लेकर जितना संजीदा है। उतना ही हरियाली को नष्ट करने पर आमादा हैं पेड़ के तस्कर थाना क्षेत्र में बगैर परमिट हरे भरे पेड़ों पर आरा चल रहा है वन विभाग पर्यावरण संतुलन के लिए पौध रोपण करा रहा है, जिस पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाया गया है। बावजूद इसके आम, महुआ, नीम, शीशम व सागौन जैसे पेड़ों को ठेकेदार काटकर उठा ले जाते हैं। वहीं, क्षेत्र में हो रही हरे वृक्षों की कटान के लिए वन विभाग को पुलिस जिम्मेदार ठहराती है।

वहीं, वन विभाग हमेशा स्टाफ व संसाधनों का रोना रोता है हरे पेड़ को काटकर बेचा जाता है,सच तो यह है कि वन विभाग की मिलीभगत के बिना हरियाली पर आरा नहीं चलता लेकिन जब जागरूक लोगों या मीडिया को जानकारी हो जाती है तो कटान करने वाले को बचाने के लिए वन विभाग जुमार्ने की रसीद थमा देता है और एक अपराधी साफ बच जाता है।जानकार सूत्रों की मानें तो हरे पेड़ का कटान बिना उद्यान विभाग की संस्तुति के नहीं हो सकता उद्यान विभाग जब तक रिपोर्ट न लगाए कि यह पेड़ जर्जर होने वाला है या हो चुका है अथवा किसी प्रकार के कीटाणुं इसे नष्ट कर रहे हैं तब तक उसका कटान संभव नहीं है, इससे तो यही प्रतीत होता है कि सबसे बड़ा भ्रष्टाचार वनविभाग में ही विद्यमान है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब पेड़ कट रहा था तभी फॉरेस्टर अम्बिका प्रसाद चौबे को दूरभाष के माध्यम से अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि मै अपने कर्मचारी को भेज चुका हूं समय लगभग सुबह 10 बजे कट रहा था हरा पेड़ । वही सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पेड़ काटने वाले पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है ,फिलहाल खबर लिखे जानें तक संबंधित विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई थी जबकि फॉरेस्ट ने कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया था । अब देखना यह है कि कार्यवाही कब होती है या फॉरेस्ट महोदय सब हजम कर जाते हैं।

पूर्वांचल विकास बोर्ड की अयोध्या में हुई बैठक

अयोध्या। प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए गठित पूर्वांचल विकास बोर्ड की बैठक आज उपाध्यक्ष पूर्वांचल विकास बोर्ड नरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में आयोजित की गयी। बैठक में मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने उपाध्यक्ष का बुके देकर स्वागत किया गया तथा  सदस्यों का स्वागत मण्डल के सभी जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों द्वारा बुके देकर स्वागत किया गया। बैठक की शुरूआत उपाध्यक्ष ने सभी सदस्यों व अधिकारियों के परिचय के साथ किया।

बैठक का संचालन करते हुये निदेशक क्षेत्रीय नियोजन प्रभाग/सचिवालय-पू0वि0बोर्ड वी0के0 अग्रवाल ने बोर्ड के गठन के मुख्य उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुये बताया कि पूर्वांचल के 8 मण्डलों एवं 28 जिलों के चौमुखी विकास के लिए बोर्ड का गठन किया गया है। तत्पश्चात बोर्ड के सदस्यों ने विकास को दृष्टिगत रखते हुये यथा-पर्यटन विकास, पशुपालन, शिक्षा, सड़क निर्माण, मत्स्य, आवास आवंटन, आपदा प्रबन्धन, नलकूप, कृषि, चिकित्सा, जल संरक्षण, महिला समूह आदि महत्वपूर्ण पहलुओं पर सुझाव उपाध्यक्ष एवं प्रशासन के समक्ष रखे गये। उपाध्यक्ष पूर्वांचल विकास बोर्ड नरेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या धाम का समग्र विकास किया जा रहा है इसके साथ साथ अयोध्या के ग्रामीणांचल का भी विकास किया जाना है।

इसके लिए बेहतर योजना बनाकर अयोध्या के ग्रामीण अंचलों का भी विकास किया जाय। उन्होंने बैठक के दौरान सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों को शासन स्तर पर प्रेषित करने के निर्देश दिये तथा मण्डल के जिन-जिन क्षेत्रों में समस्याओं के बारे में बताया गया उन पर जिला प्रशासन को प्राथमिकता पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने पूर्वांचल क्षेत्र के विकास के लिए अयोध्या गोंडा मार्ग को, गोंडा से बहराइच मार्ग को तथा सिद्धार्थनगर से बहराइच मार्ग को फोरलेन करने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उपाध्यक्ष ने अयोध्या की महत्वाकांक्षी योजना रिंग रोड का कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने तथा पूर्वांचल के सभी जिलों की सड़को के कार्य पर, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, पर्यटन, वन विभाग व छुट्टा जानवरो की समस्याओं का भी निस्तारण करने के निर्देश दिये गये।  

बैठक में मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने उपाध्यक्ष एवं सभी सदस्यों को अयोध्या मण्डल के सम्बंध में संक्षिप्त जानकारी देते हुये कहा कि अयोध्या नगरी को धार्मिक नगरी के रूप में विकसित करने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न परियोजनाएं संचालित है, जिनको निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बोर्ड के सदस्य जमीनी हकीकत जानकर अपने-अपने जिलों के विकास की रूपरेखा का प्रस्ताव बैठक में रखते हैं, बैठक के बाद प्रस्ताव को शासन को भेजा जाएगा, सदस्यों के सुझाव व रिकमेंडेशन के आधार पर शासन को प्रस्ताव सबमिट किया जाता है, बहुत सी योजनाएं शासन से स्वीकृत भी होती है, इन सभी मुद्दों पर चर्चा हुई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार की मंशा के अनुरूप विभागीय अधिकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगे तथा अयोध्या जनपद के साथ साथ इससे जुड़े आसपास के जनपदों में भी विकास के कार्य प्राथमिकता पर किये जा रहे है।

Ñ

बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त, मुख्य विकास अधिकारीगण, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उपनिदेशक अर्थ एवं संख्या अधिकारी, उपनिदेशक पर्यटन, उपनिदेशक मत्स्य, अपर निदेशक शिक्षा, अपर निदेशक स्वास्थ्य, उपनिदेशक पंचायत, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला सूचना अधिकारी सहित मण्डल व जनपद के सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

पूर्व एमएलसी डॉ हरिओम पाण्डेय व विद्द्यावती राजभर को साहित्य सम्राट पत्रिका आवलोकनार्थ किया समर्पित

अयोध्या lनिज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति कै मूल, बिन निज भाषा ज्ञान के मिटत न हिय कै सूल l हिंदी हमारी शान है, देश का अभिमान है, "ना करो हिंदी की चिंदी क्योंकि हिंदी तो है देश की बिंदी" l मातृ भाषा हिन्दी जागरूकता अभियान के तहत "हिन्दी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान"अयोध्या द्वारा प्रकाशित लोकप्रिय पत्रिका "साहित्य सम्राट" का नवीनतम अंक अम्बेडकर नगर सर्किट हाउस में लोकप्रिय एम0एल0सी0 डा0 हरिओम पांडेय व पूर्व महिला कल्याण आयोग सदस्य विद्द्यावती राजभर और अन्य राजनैतिक समाज सेवियों को आवलोकनार्थ समर्पित करते हुए हिंदी प्रचार प्रसार सेवा संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री/सम्पादक "साहित्य सम्राट"डॉo सम्राट अशोक मौर्य व संस्थान के संरक्षक मंडल सदस्य व ब्यूरो प्रभारी हिन्दी दैनिक जनहित सत्ता राम केर सिंह तथा वरिष्ठ पत्रकार आचार्य स्कंददास उपस्थित रहे l

राजधानी दिल्ली में करेंगे लगातार 264 घंटे तक अनवरत कपालभाति प्राणायाम की साधना

अयोध्या धाम । हनुमानगढ़ी के प्रमुख संत, श्री हनुमान जी के परम उपासक डा. महेश दास उर्फ स्वामी महेश योगी ने राजधानी दिल्ली में 11 दिवस तक अनवरत कपालभाति की साधना के संकल्प व्रत को पूर्ण करने हेतु 24 नवंबर प्रातः 7:00 बजे राजधानी में श्री हनुमान चालीसा का अनवरत 1111 पाठ करने का एक बृहद अनुष्ठान आरंभ किया जिसका समापन 26 नवंबर प्रातः 6:00 बजे लगभग 47 घंटे में 1111 हनुमान चालीसा का पाठ पूर्ण कर इस दिव्य अनुष्ठान की पूर्णाहुति किया। अयोध्या सिद्धपीठ श्री हनुमानगढ़ी में छ: माह से श्री हनुमान जी के सानिध्य में अष्टसिद्धि साधना व रुद्र राज योग की साधना कर रहे स्वामी महेश योगी जी सम्पूर्ण भारत वर्ष में श्री हनुमान भक्ति आन्दोलन संचालित कर सनातन धर्म के अभ्युदय तथा योगमय भारत बनाने जैसे अनेकों महनीय उद्देश्यों की प्राप्ति के लिय साधना रत हैं। जन जन में योग शक्ति की ऊर्जा पुंज को स्थपित करने हेतू स्वामी जी ने अनेकों अभियान चलाया तथा भारत के चारों दिशाओं में चार दिव्य योग धाम की स्थापना के लिए कार्य कर रहे हैं। अपनी कठोर दृढ़ साधना से महेश योगी ने पहले भी अनेकों आश्चर्य जनक विश्व कीर्तिमान बनाकर विश्व पटल पर भारत का गौरव बढ़ाया है।

जिसमें अनवरत 2 करोड़ 18 लाख 26800 कपालभाति करने का विश्व रिकॉर्ड, अनवरत 76 घंटे तक योग मैराथन करने का विश्व रिकॉर्ड, अनवरत 51 घंटे कपालभाति करने का विश्व रिकॉर्ड, 1 मिनट में 21 बार सूर्य नमस्कार करने का विश्व रिकॉर्ड, अयोध्या मां सरयू की गोद में लगातार 13100 बार डुबकियां लगाने का विश्व रिकॉर्ड, चित्रकला के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी व्यक्ति चित्र श्रृंखला बनाने तथा भारत ऋषि ज्ञान एनसाइक्लोपीडिया के लेखन कार्य जैसे अनेकों विशिष्ठ विश्व कीर्तिमान महेश योगी जी के नाम से दर्ज है l

सेकुलर शब्द धर्महीनता का घोतक-मनीष पांडेय

अयोध्या । हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने संविधान दिवस के अवसर पर कहा कि आज संविधान दिवस है, 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया, सवाल यह उठता है कि इस संविधान के लागू होने की तिथि के 71 वर्ष बीत जाने के बाद भी क्या संविधान अपने सिद्धांतों पर खरा उतरा? क्या वह भारत की आत्मा को आत्मसात कर पाया? और क्या कहीं ऐसा तो नहीं है कि संविधान दिवस एक षड्यंत्र कारी राजनैतिक इच्छाओं का शिकार हो गया।

कहीं ईंट कहीं का रोड़ा भानुमति ने कुनबा जोड़ा यह कहावत संविधान पर पूरी तरह से चरितार्थ होती है और इसी का फायदा उठाकर ना सिर्फ और राजनैतिक दलों ने बल्कि न्यायपालिका ने भी समय-समय पर इसे अपने अनुसार तोड़ मरोड़ कर भरपूर इस्तेमाल किया विशेषकर राजनीतिक दलों द्वारा चीन के दबाव में कहीं ना कहीं न्यायपालिका ने भी संविधान को ताक पर रखते हुए अपने निर्णय इस देश की जनता पर थोपे, यह कैसी विडंबना है यह कैसा संविधान है जो आज तक इस देश को मकड़जाल की तरह लपेट चुके भ्रष्टाचार जातिवाद भाषावाद प्रांतवाद, और सामाजिक विखंडिताओ को समाप्त नहीं कर पाया, अधिवक्ता मनीष पांडेय ने संविधान दिवस पर अपने विचार रखते हुए आगे कहा कि इतिहास गवाह रहा है कि ना जाने कितने सैकड़ों मौकों पर राजनीतिक दलों द्वारा इसी संविधान का सहारा लेकर उसे तोड़ मरोड़ कर अपने अनुसार अपनी व्याख्या के अनुसार निर्णय अपने पक्ष में किए गए हैं संविधान पर ही चर्चा चल पड़ी है तो ऐसे में हमें बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के संविधान को नहीं भूलना चाहिए।

जिसमें संस्कृत धर्म विज्ञान संकाय में पढ़ाने एवं कर्मकांड कराने हेतु किसी हिंदू को ही रखनी की संस्तुति की गई है पर दुर्भाग्य से अपनी स्वार्थ पर राजनीति एवं वोट बैंक के चलते पंडित महामना मदन मोहन मालवीय की आत्मा को घायल करते हुए उनके द्वारा प्रदत्त संविधान कि एक तरह से होली ही जला दी गई अगर अपनी राष्ट्रीय संविधान की बात की जाए तो उसका उपयोग भी राजनीतिक दलों ने समय-समय पर अपने अपने अनुसार किया है, इसका प्रयोग किस तरह हुआ इसे समझने की आवश्यकता है डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी ने संविधान का लेखक माना जाता है वास्तव में वे प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे राजनीतिक दलों ने डॉक्टर अंबेडकर की आड़ लेकर और दलित वोट बैंक को साधने की फिराक में उन्हें संविधान का रचयिता बना दिया, और संविधान की मूल लेखक प्रेम बिहारी नारायण रायजादा को नेपथ्य में ढकेल दिया गया आज संविधान दलित आरक्षण की तो बात करता है किंतु सवर्ण आरक्षण पर मौन था? मौन है और शायद इस देश के स्वार्थी राजनीतिज्ञों की चलती रही तो हमेशा मौन ही रहेगा, जिस संविधान ने 10 वर्ष के अंदर से आरक्षण को समाप्त करने की बात कही थी उसे हमारे स्वार्थी राजनेताओं ने हर 10 वर्ष बढ़ाकर उसे जैसे स्थाई कर दिया है, 2 वर्ष 11 महीना 18 दिन में बने संविधान में विदेशी आत्मा का प्रभाव तो पूरे संविधान में दिखलाई पड़ता है पर भारतीय आत्मा का दर्शन इसमें कहीं नहीं होता है स्पष्ट कहूं तो पूरे संविधान पर विदेशी प्रभाव ज्यादा दिखाई देता है जबकि भारतीय प्रभाव इसमें पूरी तरह से नगण्य है, संविधान अपने आप में पूर्ण नहीं था।

इसका सबसे अच्छा उदाहरण यही है कि संविधान में अब तक 103 संशोधन होने के बावजूद भी इसे पूरी तरह से शुद्ध नहीं किया जा सका है बल्कि अपने स्वार्थ की वजह से इसे निरंतर अशुद्ध किया जाता रहा 1976 मैं 42 वें संविधान संशोधन मैं इसमें समाजवाद पंथनिरपेक्ष और अखंडता शब्द को जोड़ा गया था जिसमें सेकुलर शब्द अर्थात पंथनिरपेक्षता को लेकर आज तक विवाद है और जिसका समाधान किए जाने की परम आवश्यकता है, श्री पांडेय ने यह भी कहा है कि पंथनिरपेक्षता का अर्थ होता है पंथ से निरपेक्ष अर्थात पंथ से विरक्त अगर इसे अंग्रेजी में कहें तो सेकुलर कहा जाता है अंग्रेजी डिक्शनरी आॅक्सफोर्ड के अनुसार सेकुलर शब्द का अर्थ धर्म हीनता है क्या संविधान के माध्यम से भारत को एक धर्म हीन राष्ट्र के रूप में प्रतिपादित करने का यह षड्यंत्र मात्र तो नहीं है सवाल यह है कि क्या हमें एक ऐसे संविधान की आवश्यकता है जो हमें धर्म से विहीन या पंथ से निरपेक्ष दिखलाता हो, अधिवक्ता मनीष पांडेय ने यह भी कहा है कि सवाल यह भी उठता है कि क्या हमें आज एक ऐसे वैदिक सनातनी संविधान की आवश्यकता है जो भारतीय आत्मा, भारतीय संस्कृति, और सभ्यता के अनुरूप हो जो अंग्रेजों द्वारा प्रदत संविधान ना हो बल्कि पूर्ण रूप से भारतीय आत्मा में रचा बसा एक ऐसे संविधान, जिस पर पूर्ण रूप से गर्व कहते हुए हम यह कह सकें कि हां यही है हमारा असली संविधान ।