डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का नेता प्रतिपक्ष पर तीखा प्रहार, कहा-गुंडा राज चलाना चाहते है तेजस्वी, संवैधानिक पद पर रहने के योग्य नहीं है
डेस्क : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन हंगामेदार रहा। विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरक्षण और जहरीली शराब से मौत के मुद्दे पर नीतीश सरकार और बीजेपी पर जमकर प्रहार किया। वहीं सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला।
डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह वही लोग हैं जो जंगल राज को गुंडा राज के रूप में तब्दील करने में लगा था। अपने परिवार की जमींदारी बढ़ाने के लिए लोगों को भ्रमित करता है। लोगों के बीच अराजकता पैदा करता है। जातीय उन्माद पैदा करते हैं सच को नहीं स्वीकार करता है। जो अपने दल के अंदर लोकतंत्र नहीं ला सका। अपने दल के अंदर आरक्षण का सम्मान नहीं कर सका।
सदन की कार्यवाही के दौरान आरक्षण के कोटे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बयान पर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि यह व्यक्ति आरक्षण विरोधी संविधान विरोधी है। तेजस्वी यादव जमींदारी को चलाना चाहते हैं। इनको ना आरक्षण से मतलब है और ना ही संविधान से मतलब है। यह जनता को भ्रमित कर अपनी जमींदारी चलाने में लगे हैं। संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति संवैधानिक संस्था पर सवाल उठाकर उसका अपमान करें। संविधान के तहत दिए गए फैसले पर उंगली उठाकर लोगों के बीच भ्रम पैदा करें। ऐसे लोग संवैधानिक पद पर रहने के योग्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि आरक्षण के कोटे को बढ़ाने की बात तो दूर जब बिहार में जातीय गणना हो रही थी उसे वक्त महागठबंधन की सरकार नहीं थी बल्कि एनडीए की सरकार थी और फैसला एनडीए की सरकार ने ही लिया था। विजय सिंह ने तेजस्वी यादव पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते उन्हें कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए था आखिर वह सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गए इस पर उन्हें जवाब देना चाहिए। विजय सिन्हा ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता एक पार्टी का नाम लेकर बार-बार लोगों को बीच भ्रम पैदा करते हैं कि इस पार्टी के आ जाने से संविधान खत्म हो जाएगा।
वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे बंधुआ मजदूर की तरह हाथ जोड़कर कांग्रेस के युवराज के सामने खड़ा रहते हैं। जो युवराज बोलते हैं उतना ही मल्लिकार्जुन खड़गे बोलते हैं। दुर्भाग्य है कि बाबा भीमराव अंबेडकर संविधान में इतनी ताकत दी है फिर भी कांग्रेस संविधान विरोधी मानसिकता की है। आरक्षण सिर्फ कांग्रेस गांधी परिवार नेहरू परिवार के लिए नहीं है बल्कि हर देशवासियों के लिए है।
Nov 26 2024, 20:02