वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेहमान साइबेरियन पक्षियों को दाना चुगाया
लखनऊ/वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पशु-पक्षी प्रेम जगजाहिर है। मुख्यमंत्री का यह रूप सोमवार को काशी में भी दिखा। एक दिवसीय दौरे में शहर में आए मुख्यमंत्री गंगा पार सतुआ बाबा आश्रम में आयोजित शिव महापुराण कथा में भाग लेने के लिए गंगा नदी के रास्ते क्रूज पर सवार होकर कथा स्थल पर जा रहे थे। क्रूज जैसे ही गंगा के मध्य धारा में पहुंची तो मेहमान साइबेरियन पक्षियों का कलरव देख मुख्यमंत्री अपने को रोक नहीं पाए और पक्षियों को दाना चुगाने लगे। यह देख बड़ी संख्या में पक्षी क्रूज पर मंडराने लगे। मुख्यमंत्री ने पूरे उत्साह के साथ उन्हें दाना खिलाया।
पानी के अंदर मिलने वाले जलीय पौधे इनका भोजन
मुख्यमंत्री के इस रूप की सोशल मीडिया में जमकर सराहना होती रही। हर साल साइबेरियन पक्षी सर्द मौसम में यहां गंगा नदी में अटखेलियां करने आते हैं जो पर्यटकों में आकर्षण का केंद्र होता है। ये साइबेरियन पक्षी दिन में दो बार ही भोजन करते हैं। सुबह का साढ़े आठ बजे तक व उसके बाद शाम पांच से छह बजे के बीच। जानकार बताते है कि गंगा के पानी के अंदर मिलने वाले जलीय पौधे इनका भोजन हैं। ये पक्षी शाकाहारी हैं। साइबेरिया में इन दिनों तापमान माइनस में है। ऐसे में इन पक्षियों के समक्ष भोजन का संकट हो जाता है।
वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज के स्थापना दिवस में शामिल हुए सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी कॉलेज शिक्षा जगत का सितारा है। कॉलेज ने एक सदी में शिक्षा और जीवन के सर्वांगीण विकास के क्षेत्र में जो कार्य किए, उसके प्रति केवल वाराणसी, पूर्वी यूपी व बिहार ही नहीं, बल्कि यूपी व देश विनम्र भाव से कृतज्ञता ज्ञापित करता है। राजर्षि उदय प्रताप सिंह जूदेव ने 1909 में बाबा विश्वनाथ की पावन स्थली पर जो नींव रखी थी, वह उनके विराट व्यक्तित्व को प्रदर्शित करता है। मुख्यमंत्री सोमवार को उदय प्रताप कालेज के 115वें संस्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
युवा शक्ति की भावना को कैद करके नहीं रख सकते
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि युवा शक्ति की उपेक्षा कर कोई देश कभी आगे नहीं बढ़ सकता। हमें उनकी भावनाओं को सम्मान और उचित अवसर देना होगा। जिस देश की युवाशक्ति कुंठित, अपराधबोध से ग्रसित और दिग्भ्रमित हो, वह देश कभी आगे नहीं बढ़ सकता। जब भी परिवर्तन हुआ या होगा, युवा शक्ति ही करेगी। युवा शक्ति को केंद्र बिंदु के रूप में रखकर संस्थानों को खुद को तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या के राजकुमार राम ने युवा अवस्था में संकल्प लिया, भगवान कृष्ण ने जब प्रण लिया था, वे युवा थे। भगवान बुद्ध ने युवा होकर प्रेरणा दी। आद्य शंकराचार्य ने चारों मठ स्थापित किए, धर्म का प्रचार किया।
काल का चक्र किसी का इंतजार नहीं करता
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में कार्य की सुगमता हो। उन्होंने आह्वान किया कि व्यवस्था ऑनलाइन व सरलीकरण होने चाहिए। किसी भी शिक्षण संस्थान को मान्यता के लिए मोटे पोथे की बजाय एक पेज का कागज भरकर एफिडेविट लगा देना चाहिए। उदय प्रताप कॉलेज के पास क्षमता है कि ऑटोनमस सेंटर-कैंपस बने। यह संस्था निजी विश्वविद्यालय के रूप में भी आवेदन करता है तो किसी भी शिक्षक की सेवा पर विपरीत असर नहीं पड़ेगा। नए पाठ्यक्रम के साथ खुद को जोड़कर कैंपस को बढ़ाने का अवसर प्राप्त होगा। आप सेंटर ऑफ एक्सीलेंस दे पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि काल का चक्र बड़ा विचित्र होता है, वह किसी का इंतजार नहीं करता। जो उस प्रवाह के साथ चल पड़ता है, वह आगे बढ़ता है और जो रूक जाता है, वह पिछड़ जाता है।
पहले आर्टिकल बनाने में लगते थे घंटों
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज टेक्नोलॉजी बहुत आगे बढ़ चुकी है। एक समय था, जब एक ऑर्टिकल बनाने में चार, छह, दस-20 घंटे लगते थे। आज चैट जीपीटी में जाकर तीन से चार मिनट में ढेर सारी सामग्री मिल जाएगी। यह ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का सॉफ्टवेयर है। अपनी रूचि के अनुसार शब्दों का स्वरूप देकर इसे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि एआई, रोबोटिक, ड्रोन टेक्नोलॉजी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एग्रीकल्चरल में जीन एडिटिंग तक पहुंच चुके हैं। भागिए मत, इससे समस्या का समाधान नहीं होने वाला है, बल्कि उसके अनुरूप तैयारी कीजिए। टेक्नोलॉजी, विज्ञान व नए ज्ञान से भागेंगे तो ठिकाना नहीं मिलेगा। उससे दस कदम आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
संस्था से निकला छात्र योग्य नागरिक बनकर दिलाएगा पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि विज्ञापन स्थायी रूप से पहचान नहीं बन सकते, बल्कि संस्था से निकला छात्र योग्य नागरिक बनकर पहचान दिलाएगा। उन्होंने कॉलेज प्रशासन से कहा कि लॉ के पांच वर्षीय कोर्स, शिक्षा संकाय में भी नए-नए सुधार कर आगे बढ़िए, रोबोटिक, ड्रोन टेक्नोलॉजी, एआई, चैट जीपीटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मेडिकल फील्ड में हो रहे नए कार्यों को लेकर कार्यक्रम बढ़ाइए। मुख्यमंत्री ने क्वालिटी पर जोर देते हुए कहा कि आज का समय उत्कृष्टता का है। हम दूसरों के पीछे न जाएं, बल्कि हमारे कार्यों से लोग हमें फॉलो करें। परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता।
कालभैरव व बाबा विश्वनाथ का आशीष लेने पहुंचे योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में जीत के बाद सोमवार को काशी के कोतवाल काल भैरव व बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंचे। दस दिन के भीतर मुख्यमंत्री योगी ने दूसरी बार बाबा के चरणों में श्रद्धा निवेदित की। मुख्यमंत्री इसके पहले 15 नवंबर को देव दीपावली पर वाराणसी आए थे। इस दौरान उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी उनके साथ मौजूद रहे।
आदित्यनाथ ने बाबा काल भैरव के दर्शन-पूजन कर आरती उतारी
मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने बाबा काल भैरव के दर्शन-पूजन कर आरती उतारी। उन्होंने यहां विधि विधान से पूजा की। इसके बाद उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। बाबा के गर्भगृह में जाकर षोडशोपचार पूजन कर उन्होंने लोक कल्य़ाण की कामना की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर श्रद्धालुओं ने 'हर-हर महादेव' के उद्घोष से उनका स्वागत किया तो मुख्यमंत्री ने भी हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकारा। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के उपरांत मुख्यमंत्री श्री काशी विश्वनाथ द्वार से जल मार्ग के जरिये डोमरी में चल रहे सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा में शामिल हुए।
Nov 26 2024, 09:57