सौतेली बेटी के आरोपों ने रूपाली गांगुली को किया कलंकित, वकील ने मानहानि का किया दावा

अभिनेत्री रूपाली गांगुली की वकील सना रईस खान ने साझा किया है कि उनकी सौतेली बेटी ईशा वर्मा ने अभी तक मानहानि नोटिस का जवाब नहीं दिया है, हालाँकि उन्होंने अपना इंस्टाग्राम पोस्ट हटा दिया है। न्यूज़18 से बात करते हुए, सना ने खुलासा किया कि यह अभिनेता ही थे जिन्होंने ईशा को मानहानि का नोटिस भेजने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि ईशा के “झूठे और दुर्भावनापूर्ण आरोपों” ने रूपाली को “बहुत भावनात्मक संकट और मानसिक पीड़ा” पहुँचाई है।

रूपाली ने ईशा को नोटिस भेजने का फैसला किया

सना ने कहा, “उसने (ईशा वर्मा) जवाब नहीं दिया है। हालाँकि, उसने हमारे नोटिस प्राप्त करने के बाद सभी मानहानि वाले पोस्ट हटा दिए हैं और एक अकाउंट हटा दिया है जो उसके गलत काम की स्वीकृति है। रूपाली ने यह कठोर कदम तब उठाया जब उसकी सौतेली बेटी ने दुर्भावनापूर्ण तरीके से उसके 11 वर्षीय बच्चे को नाजायज करार दिया और मामला लगातार अपमानजनक पोस्ट के साथ आगे बढ़ा, जिससे रूपाली का चरित्र हनन हुआ।"

रूपाली 'बहुत आहत' है

वकील ने यह भी कहा, "यह (नोटिस भेजना) ज़रूरी था, क्योंकि वह लगातार अपमानजनक और निराधार पोस्ट कर रही थी, जिससे रूपाली की प्रतिष्ठा और चरित्र पर हमला हो रहा था। उसने 11 वर्षीय बच्चे पर हमला करके और उसे नाजायज बताकर सारी हदें पार कर दीं। सौतेली बेटी द्वारा लगाए गए झूठे और दुर्भावनापूर्ण आरोपों ने मेरे मुवक्किल को बहुत ज़्यादा भावनात्मक और मानसिक पीड़ा पहुँचाई। इन दुर्भावनापूर्ण और निराधार आरोपों ने न केवल उसकी व्यक्तिगत ईमानदारी पर हमला किया, बल्कि उसकी प्रतिष्ठा को भी धूमिल किया। इस तरह के बेबुनियाद दावों ने उन्हें बहुत दुखी किया है।

अब तक क्या हुआ

यह सब इस महीने की शुरुआत में तब शुरू हुआ जब ईशा ने इंटरव्यू और अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के ज़रिए रूपाली की आलोचना की और उन पर कई आरोप लगाए। 10 नवंबर को ईशा ने इंस्टाग्राम पर एक लंबा वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने अपने सौतेले भाई रुद्रांश के बारे में भी बात की। इसके बाद रूपाली ने उन्हें 50 करोड़ रुपये का मानहानि का नोटिस भेजा। इसके बाद ईशा ने वीडियो डिलीट कर दिया और अपने इंस्टाग्राम अकाउंट को प्राइवेट कर दिया।

वर्मा परिवार के बारे में

ईशा के मुताबिक, उनकी मां सपना और अश्विन की शादी 1997 में हुई थी और 2008 में दोनों अलग हो गए। 26 वर्षीय ईशा अमेरिका के न्यू जर्सी में रहती हैं। अश्विन की पिछली शादियों से दो बेटियाँ हैं। उन्होंने 2013 में रूपाली से शादी की। उनका एक बेटा रुद्रांश है।

जो काम किया है जनता ने उस पर वोट दिया, मिलकर तय करेंगे सीएम” शिंदे के बयान के क्या हैं मायने?*

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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के रुझानों में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को बंपर बहुमत मिलता दिख रहा है। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनने की राह पर है और चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, पार्टी 131 सीटों पर आगे चल रही है। इससे साफ है कि महाराष्ट्र की जनता ने एक बार फिर भाजपा के नेतृत्व पर विश्वास किया है। महायुति गठबंधन के लिए जहां रुझान खुश करने वाले हैं, लेकिन साथ ही महायुति गठबंधन में सीएम पद को लेकर भी पेच फंसता दिख रहा है।

बीजेपी का टेंशन बढ़ाने वाला बयान

महाराष्ट्र में आ रहे चुनावी परिणामों के बीच एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया दी है। सीएम शिंदे ने कहा है कि महाराष्ट्र की जनता ने कामों पर मुहर लगा दी है। हमने ढ़ाई साल सिर्फ महाराष्ट्र की जनता के लिए काम किया है, जिसका नतीजा अब सामने आ गया है।

इसी के साथ मुख्यमंत्री शिंदे ने यह कहकर बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है कि ज्यादा सीट जीतने वाली पार्टी के पास ही मुख्यमंत्री का पद हो, यह जरूरी नहीं है। शिंदे ने कहा है कि हम मिलकर तय करेंगे। अभी कुछ भी फाइनल नहीं है।

साथ बैठकर सीएम पद को लेकर फैसला करेंगे-शिंदे

शिंदे ने आगे कहा कि पीएम मोदी हैं, जेपी नड्डा जी हैं, हम सभी साथ मिलकर फैसला करेंगे। एकनाथ शिंदे ने कहा कि जिस तरह से महायुति ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा है उसी तरह सभी एक साथ बैठकर सीएम पद को लेकर फैसला करेंगे।

क्या इस बार भी बीजेपी शिंदे को देगी सीएम की कुर्सी?

बता दें कि 2022 में जब एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत किया था, उस वक्त उनके पास सिर्फ 40 विधायक थे। बीजेपी के पास 105 विधायकों का समर्थन था, लेकिन मुख्यमंत्री की कु्र्सी पार्टी ने शिंदे को दे दी।

अभी जो चुनाव के नतीजे आ रहे हैं। उसमें बीजेपी 130 से ज्यादा सीटों पर बढ़त में है। शिंदे की पार्टी 50 के करीब सीटें जीतती नजर आ रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या 2022 की तरह ही बीजेपी इस बार शिंदे को सीएम की कुर्सी दे देगी?

दरअसल एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है। इससे साफ है कि सीएम पद को लेकर महायुति में खूब माथापच्ची होगी।

वायनाड से प्रचंड जीत की ओर प्रियंका गांधी, 3 लाख 57 हजार वोटों से आगे
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* प्रियंका का सियासत में डेब्यू सफल होने जा रहा है। केरल के वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अच्छी खासी लीड लेती दिख रही हैं। शुरुआती रुझानों में प्रियंका गांधी को बढ़त मिल गई है। बीजेपी पिछड़ गई है। वायनाड में प्रियंका गांधी प्रचंड जीत की ओर अग्रसर हो रही हैं। प्रियंका गांधी 3 लाख से ज्यादा वोटों से आगे चल रही है। अब तक कांग्रेस प्रत्याशी प्रियंका गांधी को 5 लाख 41 हजार 731 वोट मिले हैं, जबिक सीपीआई के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को 1 लाख 84 हजार 151 वोट मिले, जबकि बीजेपी तीसरे स्थान पर है। उसकी उम्मीदवार को नव्या हरिदास को 1लाख 210 वोट मिले हैं। प्रियंका गांधी 3 लाख 57 हजार 580 वोटों से आगे चल रही हैं। *क्या राहुल गांधी का रिकॉर्ड तोड़ेंगी प्रियंका?* इस बीच, एक बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या प्रियंका गांधी अपने भाई राहुल गांधी का 6 लाख से ज्यादा वोटों वाला रिकॉर्ड तोड़ पाएंगी? लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी ने वायनाड सीट पर रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल की थी। उन्होंने 6लाख 47 हजार 445 वोट हासिल किए थे। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी एनी राजा (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी) को 2 लाख 83 हजार 023 वोट मिले थे। राहुल गांधी ने अपने प्रतिद्वंद्वी को 3 लाख 64 हजार 422 मतों के अंतर से हराया था और 4 लाख 31 हजार 770 वोटों के रिकॉर्ड बहुमत से विजयी हुए थे। *जीततीं हैं तो गांधी परिवार की तीसरी शख्स* प्रियंका गांधी की वायनाड की यह सीट उनके भाई राहुल गांधी ने खाली की थी, क्योंकि इस साल की शुरुआत में हुए आम चुनावों में वह उत्तर प्रदेश के रायबरेली से लोकसभा के लिए चुने गए थे। अगर प्रियंका गांधी वायनाड से जीतती हैं, तो वह संसद में पहुँचती हैं, तो वाली गांधी परिवार की तीसरी शख्स होंगी, और वायनाड प्रियंका गांधी के लिए सियासत का लॉन्चिंग पैड साबित होगा।
हताश मां ने प्रेमी से शादी करने के लिए 5 साल की बच्ची का गला घोंट कर हत्या की

उत्तर-पश्चिम दिल्ली के अशोक विहार में एक महिला ने इंस्टाग्राम पर दोस्त बने एक व्यक्ति से शादी न कर पाने के कारण अपनी पांच साल की बेटी की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी, पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, दीप चंद बंधु अस्पताल ने शुक्रवार को पुलिस को बताया कि एक बच्ची को उनके अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया था। जब अधिकारियों ने शव के बारे में और पूछताछ की, तो उन्हें पता चला कि बच्ची के गले पर गला घोंटने के निशान थे।

दिल्ली पुलिस के बयान में कहा गया कि तुरंत मामला दर्ज किया गया और बच्ची की मां और अन्य रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। पूछताछ आगे बढ़ने पर मां टूट गई और उसने अपनी ही बेटी का गला घोंटने की बात कबूल कर ली। आगे की पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अपने पहले पति के चले जाने के बाद महिला की मुलाकात इंस्टाग्राम पर राहुल नाम के एक व्यक्ति से हुई थी। बाद में, उसने राहुल से शादी करने के लिए दिल्ली जाने का फैसला किया। हालांकि, उस व्यक्ति और उसके परिवार ने बच्ची को स्वीकार करने से इनकार कर दिया, इस तरह उसने उससे शादी करने से इनकार कर दिया।

पुलिस के बयान में कहा गया है कि इस अस्वीकृति से निराश होकर मां ने अपने बच्चे का गला घोंटकर हत्या कर दी। महिला ने यह भी खुलासा किया कि दिल्ली आने से पहले वह अपने बच्चे के साथ हिमाचल प्रदेश में एक रिश्तेदार के घर रह रही थी। उसने कहा कि वहां उसके रिश्तेदार ने उसके बच्चे का यौन उत्पीड़न किया। अधिकारियों ने कहा कि अशोक विहार पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103 (हत्या के लिए सजा), 65 (2) (कुछ मामलों में बलात्कार के लिए सजा) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम की धारा 6 (गंभीर यौन उत्पीड़न के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि मामले की आगे की जांच चल रही है।

पिछला मामला अगस्त के अंत में बिहार के मुजफ्फरपुर से भी ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया था। 26 वर्षीय महिला को अपने प्रेमी से शादी करने के लिए अपनी तीन साल की बेटी की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। महिला काजल अपने पति को छोड़कर अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी, लेकिन वह अपनी बेटी को एक बाधा के रूप में देखती थी। काजल और उनके पति मनोज कुमार वैवाहिक समस्याओं से जूझ रहे थे। कथित तौर पर वह एक क्राइम टीवी सीरियल से प्रेरित थी, उसने कथित तौर पर अपनी बेटी का गला काट दिया, उसके शव को एक ट्रॉली बैग में रखा और उसे अपने घर के पास एक खेत में छोड़ दिया। हालांकि पुलिस ने आरोपी को सीतामढ़ी जिले में उसके प्रेमी के घर से पकड़ा, लेकिन बाद में उससे पूछताछ की गई और हत्या में किसी भी तरह की संलिप्तता से उसे मुक्त कर दिया गया।

महायुति गठबंधन प्रचंड जीत की ओर, अमित शाह ने शिंदे-फडणवीस-अजित पवार से की बात, शानदार जीत की दी बधाई

#maharashtraassemblyelections2024result

महाराष्ट्र चुनाव परिणाम में अब तक जो रुझान सामने आए हैं, उनमें महायुति ने बहुमत हासिल कर लिया है। महाराष्ट्र में महायुति फिर से सत्ता में आ रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार और एकनाथ शिंदे से फोन पर बात की है। उन्होंने तीनों नेताओं की जीत की बधाई दी है।

एक है तो सेफ है-फडणवीस

महाराष्ट्र के चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने पर देवेंद्र फडणवीस ने एक्स पोस्ट की है। उन्होंने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा कि एक है तो सेफ है, मोदी है तो मुमकिन है।

एकनाथ शिंदे बोले- ये जीत ऐतिहासिक

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, आज मैं महाराष्ट्र के तमाम मतदाताओं को धन्यवाद करता हूं क्योंकि ये जीत ऐतिहासिक है मैंने कहा था कि महायुति को भारी बहुमत मिलेगा. मैं अपनी लाडली बहनों, किसानों और सभी वर्गों को मैं धन्यवाद करता हूं...महायुति ने जो काम किया है जनता ने उस पर वोट दिया है इसलिए महायुति को इतनी बड़ी जीत हासिल हुई है।

जनता ने उद्धव ठाकरे को 2019 के विश्वासघात का सबक सिखाया- किरीट सोमैया

भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा कि लोगों ने विकास और विश्वास के साथ भाजपा नीत महायुति को समर्थन दिया है। वहीं लव जिहाद, वोट जिहाद, लैंड जिहाद का समर्थन करने वाली कांग्रेस को ठुकरा दिया है। संजय राउत के नतीजों पर सवाल उठाने पर भाजपा नेता ने कहा कि साल 2019 में उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने भाजपा के साथ जो विश्वासघात किया, उसका जनता ने सबक उन्हें सिखा दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने आज शिवसेना उद्धव ठाकरे को विसर्जित कर दिया है, ऐसे में संजय राउत को दुख तो होगा ही।

महाराष्ट्र में कौन कितनी सीटों पर आगे

-बीजेपी- 126

-शिवसेना (शिंदे गुट)- 55

-एनसीपी( अजित गुट)- 39

-कांग्रेस- 21

-शिवसेना (यूबीटी) – 18

-एनसीपी (शरद गुट) -13

महाराष्ट्र में बीजेपी ने अकेले पार किया 100 का आंकड़ा, क्यों है दोस्त शिंदे और अजित के लिए टेंशन?

#shinde_ajit_pawar_must_be_tensed_due_to_the_grand_victory_of_bjp 

महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर सुबह 8 बजे से मतगणना जारी है। शुरुआती दो घंटों में महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच टक्कर दिखी, लेकिन ढाई घंटे बाद यानी सुबह 10.30 बजे के बाद भाजपा गठबंधन रुझानों में एक तरफा जीत की ओर आ गया। उसे 200 से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। उधर, कांग्रेस गठबंधन पिछड़ गया है। वह 54 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। 

इस चुनाव में भाजपा 149 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। इनमें 124 सीटों पर आगे है, यानी भाजपा 86% सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। ऐसे में अगर शुरुआती रुझान नतीजों में तब्दील हुए तो इसका सीधा असर एनडीए के घटक दलों यानी एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के एनसीपी पर पड़ेगा। सवाल है कि अगर रुझान नतीजों में बदले और एनडीए में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी तो ऐसे में एकनाथ शिंदे और अजित पवार की पार्टी पर इसका क्या असर पड़ेगा? 

दरअसल, महायुति में सीएम की कुर्सी के तीन दावेदार हैं। पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस बीजेपी की तरफ से सबसे मजबूत माने जा रहे हैं। वहीं, मौजूदा सीएम एकनाथ शिंदे की दावेदारी को भी दरकिनार नहीं किया जा सकता। इसके अलावा एनसीपी प्रमुख अजित पवार की महत्वकांक्षा सीएम बनने की रही है। उनके समर्थक सीएम के पद को लेकर दबाव बनाते रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा थी कि अजित पवार के हाथ में अगर सत्ता की चाबी गई तो फिर वो दबाव की राजनीति अपना सकते हैं। हालांकि, फिलहात को हालात वैसे बनते दिख नहीं रहे हैं।

महायुति में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल है। चुनाव में बीजेपी सबसे मजबूती स्थिति में आती दिख रही है। रूझानों में बीजेपी ने 124 सीटों पर बढ़क बना ली है। अब बहुमत का आंकड़ा छूने के लिए बीजेपी को बस 20 सीटों की जरूरत है। ऐसे में एकनाथ शिंदे हों या अजीत पवार डील की स्थिति बनती नहीं दिख रही है। 

दूसरी तरफ बीजेपी के नेताओं ने कहना भी शुरू कर दिया है कि वे सबसे बड़ी पार्टी बनके उभरे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री भी उनका ही होगा। बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर ने परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि फडणवीस ही महाराष्ट्र के अरगे मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि देवेन्द्र फडणवीस के द्वारा पुकारे गए धर्मयुद्ध के नारे “हम सब एक हैं” को जनता ने मंजूरी दी है।

‘कुछ तो गड़बड़ है...,महाराष्ट्र चुनाव रिजल्ट पर संजय राउत ने उठाए सवाल, बोले- लोग गद्दारों को कैसे जिता सकते हैं?

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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के शुरुआती रुझानों में भाजपा के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन को बंपर बहुमत मिला है। गठबंधन ने 200 सीटों के आंकड़े को पार कर लिया। वहीं महा विकास अघाड़ी 68 सीटों पर ही सिमट गया है।जिससे विपक्षी खेमे में बेचैनी बढ़ गई है। विपक्षी गुट से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने नतीजों पर सवाल उठाए हैं। शिवसेना यूटीबी नेता संजय राउत जनता के इस फैसले को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। संजय राउत ने नतीजों में गड़बड़ी की आशंका जताई है।

संजय राउत ने महाराष्ट्र की मांझी लाडकी बहीण योजना को काउंटर करते हुए कहा कि यहां लाड़ला भाई और लाड़ले दादाजी भी हैं। उनका कहना है कि महायुति का महाजीत की ओर बढ़ना यहां की जनता का फैसला नहीं है। यहां की जनता ये चाहती ही नहीं है। वह क्या चाहती है ये शिवसेना नेता अच्छी तरह से जानते हैं।

शुरुआती रुझानों के बाद शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने महायुति गठबंधन पर निशाना साधा। संजय राउत ने शिंदे गुट की शिवसेना की जीत पर सवाल खड़े किए। संजय राउत ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि शिंदे के सभी प्रत्याशी जीत रहे हैं। लोग गद्दारों को कैसे जिता सकते हैं? राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने पहले ही यह कह दिया था कि हमारा एक भी प्रत्याशी नहीं हारेगा, और रुझानों में भी ऐसा ही दिख रहा है। यह कैसे मुमकिन हो सकता है। संजय राउत ने कहा कि यह नतीजे न तो हमें मान्य है और न ही जनता को मान्य है।

बता दें कि शुरूआती रूझानों में महायुति ने 200 का आंकड़ा पार कर लिया है। चुनाव आयोग के कड़ों के मुताबित महाराष्ट्र में भाजपा 128, शिवसेना 52, एनसीपी 36, कांग्रेस 19, शिवसेना यूबीटी 21, एनसीपी(एसपी) 12

रुझानों में महायुति को बंपर बहुमत, 200 से ज्यादा सीटों पर बढ़त, संजय राउत ने रुझानों पर उठा दिया सवाल

#maharashtra_assembly_elections_2024_result 

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आज आ रहे हैं। वोटों की गिनती जारी है। शुरुआती रुझानों में महायुति गठबंधन महाविकास अघाड़ी गठबंधन से बड़ी लीड लेती दिख रही है। महाराष्ट्र में एनडीए का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। उसकी सीटें 215 हो गई हैं। वहीं, एमवीए 59 सीटों पर आगे है। अन्य 13 सीटों पर आगे हैं। उधर, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत ने कहा कि कुछ तो गड़बड़ है। ये जनता का फैसला नहीं है। जीत हार होती रहती है।

चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में भाजपा 124, शिवसेना 55, एनसीपी 35, कांग्रेस 21, शिवसेना यूबीटी 19, एनसीपी(एसपी) 13, और अन्य सीटों पर 18 आगे चल रहे हैं।  

पार्टी रूझान

बीजेपी 125

शिवसेना(शिंदे)  55

एनसीपी  35

एसएचएस(यूबीटी) 17

कांग्रेस   21

संजय राउत ने रुझानों पर उठाए सवाल

चुनाव परिणाम के शुरुआती रुझानों में महायुति की बढ़त पर शिवसेना(UBT) नेता संजय राउत ने कहा, 'यह महाराष्ट्र की जनता का फ़ैसला नहीं हो सकता। हम जानते हैं कि महाराष्ट्र की जनता क्या चाहती है।'

यूपी उपचुनावःभाजपा ने सात सीटों पर बनाई बढ़त, इन दो सीटों पर सपा आगे*
#up_by_election_results
उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे के लिए वोटों की गिनती जारी है। भारतीय जनता पार्टी सात सीटों पर आगे चल रही है और समाजवादी पार्टी 2 सीटों पर आगे चल रही है। करहल से सपा उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने लगातार बढ़त बना रखी है। कुंदरकी से भाजपा उम्मीदवार रामवीर सिंह ठाकुर ने भी बढ़त बना रखी है। सीसामऊ में लगातार बाजी पलट रही है। *जानें कौन कहां से चल रहा है आगे* कटेहरी से भारतीय जनता पार्टी आगे चल रही है। सीसामऊ में सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी 2300 वोटों से आगे। मझवां सीट से भाजपा प्रत्याशी 2300 वोटों से आगे। फूलपुर सीट से समाजवादी पार्टी आगे। गाजियाबाद से भाजपा उम्मीदवार संजीव शर्मा 3605 वोटों से आगे। खैर सीट से भाजपा के सुरेंद्र दिलेर 1705 वोटों से आगे। करहल से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव आगे। *भाजपा ने 8 सीटों पर लड़ा चुनाव* इस उपचुनाव में भाजपा ने 8 और उसकी सहयोगी रालोद एक सीट पर चुनाव लड़ा है। वहीं, सपा, कांग्रेस के समर्थन से सभी नौ सीटों पर मैदान में है। बसपा भी सभी नौ सीटों पर ताल ठोकी है। चुनाव आयोग के मुताबिक, मीरापुर में 57.1 प्रतिशत, कुंदरकी में 57.7 प्रतिशत, गाजियाबाद में 33.3 प्रतिशत, खैर में 46.3 प्रतिशत, करहल में 54.1 प्रतिशत, सीसामऊ में 49.1 प्रतिशत, फूलपुर में 43.4 प्रतिशत, कटेहरी में 56.9 प्रतिशत और मझवां में 50.4 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी।
महाराष्ट्र में महायुति की आंधी, बीजेपी ने अकेले लगाया “शतक”

#maharashtra_assembly_elections_2024_result 

महाराष्ट्र विधान सभा चुनावों के शुरूआती रुझानों में भाजपा नेतृत्व वाली महायुति की आंधी देखी जा रही है। महायुति गठबंधन ने बहुमत क आंकड़ा पार कर लिया है। वह 189 सीटों पर आगे चल रही है। 288 सीटों वाले महाराष्ट्र विधान सभा में बहुमत के लिए 145 सीटों की जरूरत है। उधर कांग्रेस नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी रुझानों में काफी पीछे चल रही है। 

चुनाव आयोग के आंकड़ों की तो इसके शुरूआती रुझानों में महायुति की भाजपा 109 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं उसका घटक दल शिवसेना शिंदे गुट 56 सीटों पर आगे चल रही है। अजित पवार की एनसीपी 34 सीटों पर आगे है। वहीं विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी की शरद पवार की एनसीपी 11 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस 17 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना भी 19 सीटों पर आगे है।

पार्टी रूझान

बीजेपी 109

शिवसेना(शिंदे)  56

एनसीपी  34

एसएचएस(यूबीटी) 19

कांग्रेस   19