अभाविप केंद्रीय कार्यसमिति बैठक हुई सम्पन्न, अधिवेशन को सकुशल सम्पन्न कराने पर की गई चर्चा
गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की एक-दिवसीय केंद्रीय कार्यसमिति बैठक गोरखपुर में सम्पन्न हुई। बैठक की शुरुआत राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजशरण शाही, राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल तथा राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संवाद भवन में माँ सरस्वती और स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया, तत्पश्चात केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों ने सामूहिक वंदे मातरम गायन किया।
अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक कल बृहस्पतिवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित की जाएगी। अभाविप द्वारा महेश्वर से पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होलकर के त्रिशताब्दी वर्ष पर निकाली गई मानवंदना यात्रा प्रयागराज, अयोध्या से होते हुए अधिवेशन स्थल पर पहुंचेगी। यात्रा के माध्यम से लोकमाता द्वारा भारतीय सांस्कृतिक विशिष्टता के पुनरुत्थान हेतु किए गए प्रयासों को जनसामान्य तक पहुंचाया जाएगा। कल राष्ट्रीय अधिवेशन के निमित्त प्रदर्शित किए जाने वाली प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया जाएगा।
इस एकदिवसीय केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक में शिक्षा, समाज से जुड़े विषयों पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। साथ ही अभाविप के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रस्तुत किए जाने वाले कुल पांच प्रस्तावों पर विमर्श हुआ। शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता व शुल्क वृद्धि, मिलावटी खाद्य पदार्थों की समस्या, अन्तरराष्ट्रीय मंच पर भारत का बढ़ता प्रभाव, मणिपुर हिंसा जैसे विषयों पर कुल पांच प्रस्तावों पर इस केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक में संवाद हुआ। ये पांच प्रस्ताव 22-24 नवंबर के मध्य राष्ट्रीय अधिवेशन में पारित किए जाएंगे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजशरण शाही ने कहा कि गोरखपुर शौर्य की भूमि है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गोरखपुर के शूरवीरों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। गोरखपुर का राजनैतिक, आध्यात्मिक व सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है। नाथ पंथ का देश में सामाजिक समरसता के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान है। भारतीय शिक्षा व्यवस्था को सस्ती व सुलभ बनाने के लिए प्रभावी प्रयास की आवश्यकता है। शिक्षा को सर्वसमावेशी व सुलभ होगी तो देश का सामान्य से सामान्य विद्यार्थी बेहतर कर सकेगा। अभाविप की यह केंद्रीय कार्यसमिति बैठक सकारात्मक बदलाव को दिशा दिखाने वाली है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता देश के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाने हेतु कार्य कर रहे हैं। देश की युवा शक्ति आशाओं से युक्त है, यह युवा शक्ति भारत में सकारात्मक बदलाव की वाहक बनेगी। मणिपुर राज्य में शांति व्यवस्था बहाल करने हेतु केंद्र एवं राज्य सरकार को संयुक्त रूप से शीघ्रता से प्रयास करने होंगे। गोरखपुर वैचारिक केन्द्र के रूप में अनेक अवसरों पर देश का मार्ग प्रशस्त करने वाला रहा है, विद्यार्थी परिषद का गोरखपुर राष्ट्रीय अधिवेशन देश के विद्यार्थियों के नेतृत्व में भारत केन्द्रित वैचारिकी द्वारा बदलाव का वाहक बनेगा।
Nov 21 2024, 18:34