महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: बीजेपी नेता राम कदम ने किया बड़ा दावा, 170 से ज्यादा सीटें जीतेंगे

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले बीजेपी नेता राम कदम ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि हम 170 से ज्यादा सीटें जीतेंगे. निर्दलीय और छोटी पार्टियों की हमें जरूरत नहीं पड़ेगी. मगर, हम सबको साथ लेकर चलेंगे. एग्जिट पोल में अनुमान लगाया जा रहा है. हम उससे बेहतर प्रदर्शन करेंगे.

राम कदम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी ने झूठ बोला था. इनके झूठ का गुब्बारा फूट गया है. लोग सच जान गए हैं. लोग लाडली बहन, लाडला भाई और लाडला किसान जैसी योजनाओं पर भरोसा कर रहे हैं. पूर्व में इनकी सरकार ने राज्य में विकास कार्य रोक दिए थे. हमारी सरकार ने राज्य का विकास किया है.

ये करप्शन और चोरी करने के लिए साथ आए थे

बीजेपी नेता राम कदम ने इंडिया गठबंधन पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में मचे घमासान से साफ दिखने लगा है कि ये पहले एक साथ थे, अब आम आदमी पार्टी एकतरफा अपने उम्मीदवार घोषित कर रही है. इनका गठबंधन नहीं है. ये करप्शन और चोरी करने के लिए साथ आए थे.

अच्छे काम के पक्ष में मतदान करते हैं लोग

राम कदम के साथ ही महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने भी बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता महायुति के साथ है. डबल इंजन सरकार लोगों की भावना है. मतदान प्रतिशत में इजाफा को हमारे पक्ष में है. जब कोई मतदाता उत्साह के साथ बाहर आता है तो वो सरकार और अच्छे काम के पक्ष में मतदान करता है.

चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया, बहनों ने खूब वोट किया है. किसानों ने भी जमकर मतदान किया है. जो लोग डबल इंजन की सरकार चाहते हैं, उन्होंने वोट दिया है. शहरी से लेकर ग्रामीण मतदाता हमारे पक्ष में हैं. कांग्रेस ने लोकसभा में झूठ बोलकर लोगों के वोट लिए थे. उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए. हमारी अच्छी जीत होगी. उम्मीद से भी बड़ी जीत होगी.

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की 9 दिवसीय पदयात्रा शुरू, जानें पूरा शेड्यूल और सुरक्षा व्यवस्था

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने आज यानि 21 नवंबर से अपनी 9 दिवसीय पदयात्रा शुरू कर दी है. यह पदयात्रा सुबह 8 बजे बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर (Bageshwar Dham Padyatra) के दर्शन एवं राष्ट्रध्वज व भगवां ध्वज फहराकर प्रारंभ हुई. हिन्दुओं के बीच मौजूद जाति भेदभाव, छुआछूत, अगड़े और पिछड़े का फर्क मिटाने के लिए यह पदयात्रा निकाली गई है. 9 दिन तक इस यात्रा में क्या-क्या होगा चलिए जानते हैं पूरा शेड्यूल…

बागेश्वर धाम से प्रारंभ होने वाली यह पदयात्रा पहले दिन ग्राम गढ़ा तिराहा से होते हुए लगभग 20 किमी दूर ग्राम कदारी तक पहुंचेगी. इस पदयात्रा को देश के अनेक जाने-माने संतों की उपस्थिति में प्रारंभ किया जाएगा. पदयात्रा के दौरान बुन्देली कलाकार, स्थानीय लोककलाओं का प्रदर्शन भी करेंगे.

क्या बोले बागेश्वर बाबा

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने मीडिया को दी जानकारी में बताया कि देश भर का हिन्दू जाग रहा है और समाज के भीतर मौजूद जाति भेदभाव को खत्म कर एकजुट होकर भारत के विकास के लिए आगे आ रहा है. इस पदयात्रा का उद्देश्य हिन्दुओं को जगाकर भारत को सामथ्र्यवान बनाना है. यही जागृत हिन्दू समाज हिन्दू राष्ट्र का निर्माण करेगा. उन्होंने कहा कि इस यात्रा में शामिल होने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी अनेक सनातनी लोग शामिल हो रहे हैं.

लगभग 20 हजार लोगों ने इस यात्रा में साथ चलने के लिए पूर्व से पंजीयन कराए हैं. जबकि, इससे कई गुना अधिक लोग बिना पंजीयन के ही यात्रा में सम्मिलित हो सकते हैं. उन्होंने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से इस यात्रा में शामिल होने और उत्साह के साथ यात्रा को सफल बनाने का आह्वान किया है.

इन संतों की रहेगी उपस्थिति

इस यात्रा को सफल बनाने के लिए देश के अनेक सनातनी संत बागेश्वर महाराज के संकल्प में साथ खड़े नजर आ रहे हैं. बागेश्वर धाम समिति की ओर से बताया कि 21 नवंबर को इस यात्रा के शुभारंभ अवसर पर जगतगुरू तुलसी पीठाधीश्वर श्रीराम भद्राचार्य जी के द्वारा भगवां ध्वज दिखाया जाना तय किया गया था. किन्तु आकस्मिक रूप से उनका स्वास्थ्य खराब हो जाने के कारण वो नहीं आ सके. किन्तु 21 को देश के जाने-माने संत गोपालमणि जी, कथाव्यास संजीवकृष्ण ठाकुर, इंद्रेश उपाध्याय, हनुमान गढ़ी अयोध्या के महंत राजू दास महाराज एवं सुदामा कुटी वृंदावन के महंत उपस्थित रहे.

इस यात्रा में मलूक पीठाधीश्वर राजेन्द्र दास, जगतगुरू राघवाचार्य, देश के जाने-माने कथाव्यास अनिरूद्धाचार्य, कृष्णचन्द्र ठाकुर, मृदुलकांत, मनोज मोहन, तुलसीवन से कौशिक जी महाराज, ऋषिकेश से चिदानंद मुनि जी, गोरेलाल कुंज से किशोरदास जी महाराज, भिण्ड से दंदरूआ सरकार, महाराष्ट्र से गोविंददेव गिरि, वृंदावन से पुण्डरीक गोस्वामी जी, तुलसी पीठाधीश्वर के उत्तराधिकारी रामचन्द्रदास, सतुआ बाबा प्रयागराज, दीनबंधु दास, बल्लभाचार्य जैसे शीर्ष कोटि के संत भी उपस्थित हैं.

महापुरूषों की झांकियां और बालाजी का रथ चलेगा

इस पदयात्रा में सभी हिन्दू समाजों को एकजुट करने के उद्देश्य से विभिन्न समाजों के महापुरूषों को झांकियों के रूप में सम्मिलित किया जा रहा है. यात्रा में ऐसे 15 रथ तैयार किए गए हैं जिनमें गौरथ, महापुरूषों के रथ, बागेश्वर बालाजी का रथ, बागेश्वर धाम का संकल्प रथ शामिल है. इसके अलावा अपने बालों से 160 किमी तक रथ को खींचने वाले बुन्देलखण्ड के खली बद्री विश्वकर्मा भी उपस्थित रहेंगे. पूरी पदयात्रा के दौरान वरिष्ठ नागरिक शंकर सोनी, सुरेश बाबू खरे, राकेश असाटी आदि राष्ट्रध्वज तिरंगा एवं भगवां ध्वज लेकर चलेंगे.

600 पुलिस जवान तैनात

इस पदयात्रा के दौरान बुन्देली कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे. पदयात्रा के दौरान कई डीजे वाहन, घोड़े, बग्घी आदि भी सम्मिलित होंगे. चप्पे-चप्पे पर पुलिस, चार स्तर का होगा सुरक्षा घेरा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर की लोकप्रियता भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के अनेक देशों तक पहुंच चुकी है. उनकी इस यात्रा में किसी प्रकार का विघ्र उत्पन्न न हो इसलिए मप्र सरकार और उप्र सरकार की ओर से सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं. चार दिनों तक यह यात्रा छतरपुर जिले में ही रहेगी. छतरपुर एसपी अगम जैन ने बताया कि यात्रा की सुरक्षा के लिए भोपाल पुलिस मुख्यालय एवं सागर पुलिस मुख्यालय से 600 पुलिस जवान भेजे गए हैं.

160 किमी की यात्रा

इसके अलावा जिले का पुलिस अमला भी व्यवस्था में तैनात है. बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर 160 किमी तक चलने वाली इस पदयात्रा में पैदल ही निकले हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा को लेकर भी चार स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है. मध्य में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर और कुछ संत भी हैं. इसके बाद उनकी वाई श्रेणी के सुरक्षाकर्मी, तीसरे घेरे में पुलिस की रस्सा पार्टी और चौथे घेरे में बागेश्वर धाम के सेवादारों की एक रस्सा पार्टी चल रही है.

जानी मानीं हस्तियां भी आएंगी

बागेश्वर धाम जनसेवा समिति की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 9 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में अब तक देश की कई जानी-मानी हस्तियों के आने की स्वीकृति मिल चुकी है. इनमें फिल्म स्टार संजय दत्त, पहलवान खली, गायक कीर्तिदान गढ़वी, कन्हैया मित्तल, कॉमेडियन श्याम रंगीला, अभिनेत्री अक्षरा सिंह, गायक शीतल पाण्डेय दिल्ली, बुन्देली गायिका कविता शर्मा, बुन्देली कलाकार हिमालय यादव, सोनू तिवारी, बिन्नू रानी, गायिका अंजलि द्विवेदी और जाने-माने कवि कुमार विश्वास के नाम शामिल हैं. ये लोग अलग-अलग तरीखों पर इस यात्रा में सम्मिलित होंगे.

बागेश्वर धाम से पेप्टेक टाउन तक

21 नवंबर को पदयात्रा बागेश्वर धाम से प्रारंभ हुई है. इसके बाद गढ़ा तिराहे, टुरया तिराहे, मड़तला, बसारी स्टेण्ड, डीपी पब्लिक स्कूल, हरिकृपा रेस्टोरेंट, महिन्द्रा एजेंसी पर पदयात्रियों को स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई है. पदयात्रा शाम होते-होते कदारी फार्मेसी कॉलेज पहुंचेगी जहां पदयात्रियों के भोजन एवं रात्रि विश्राम की व्यवस्था की गई है. यहां संध्याकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे जिसमें बुन्देली कलाकार हरिया भैया और सोनू तिवारी अपनी प्रस्तुति देंगे.

सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

22 नवंबर की सुबह यह पदयात्रा कदारी से प्रारंभ होकर गठेवरा पहुंचेगी जहां पदयात्रियों को दोपहर भोजन कराया जाएगा. तदोपरांत यह पदयात्रा आगे बढ़ती हुई रूद्राक्ष होटल से छतरपुर शहर में प्रवेश करेगी. यात्रा 22 को दिन भर छतरपुर शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरेगी, छत्रसाल चौराहे पर बागेश्वर महाराज के द्वारा एक सभा की जाएगी. इस सभा में हैदराबाद के हिन्दू नेता टी राजा भी शामिल होंगे. 22 नवंबर की शाम यह पदयात्रा बस स्टेण्ड होते हुए नौगांव रोड के पेप्टेक टाउन में पहुंचेगी जहां रात्रि भोजन के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम व बागेश्वर महाराज के प्रवचन होंगे. यहां दिल्ली के जाने-माने गायक शीतल पाण्डेय, बिन्नू रानी और हिमालय यादव भी अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे.

नौगांव में कुमार विश्वास, अक्षरा सिंह होंगे शामिल

हिन्दू एकता पदयात्रा 23 नवंबर को मऊसहानियां के महाराजा छत्रसाल शौर्यपीठ पर महाराजा छत्रसाल को प्रणाम करते हुए दोपहर भोजन के साथ आगे बढ़ती हुई नौगांव पहुंचेगी. नौगांव के शांति कॉलेज में यात्रियों का रात्रि विश्राम है और यहीं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया है जिसमें देश के अनेक राष्ट्रवादी कवियों के साथ-साथ कुमार विश्वास और भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह सम्मिलित होंगी.

24 नवंबर को देवरी रेस्टहाउस पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बुन्देली गायिका कविता शर्मा एवं जानी-मानी गायिका अंजली द्विवेदी प्रस्तुति देंगी. 25 नवंबर को मऊरानीपुर में संजय दत्त, पहलवान खली, कॉमेडियन श्याम रंगीला और वीआईपी अपनी प्रस्तुति देंगे. 26 को गुजरात के लोकगायक कीर्तिदान गढ़वी और 27 को कन्हैया मित्तल यात्रा में शामिल होंगे. इसके अलावा अनेक कलाकारों की स्वीकृति आना शेष है.

ओडिशा में निर्दलीय विधायक पर हमला, बदमाशों ने की मारपीट और लूटी सोने की चेन

ओडिशा में निर्दलीय विधायक हिमांशु शेखर साहू पर बदमाशों ने हमला कर दिया, निर्दलीय विधायक साहू ने आरोप लगाया है कि बुधवार शाम जाजपुर जिले में बदमाशों ने उन पर हमला किया. जाजपुर जिले के धर्मशाला से विधायक शेखर ने आरोप लगाया कि यह हमला बुद्ध नदी पुल के पास किया गया. जाजपुर जिले के धर्मशाला से विधायक शेखर ने आरोप लगाया कि यह हमला बुद्ध नदी पुल के पास किया गया. हमलावरों ने उनकी कार में भी तोड़फोड़ की और उनकी सोने की चेन लूट ली है, इस हमले के बाद जनप्रतनिधियों की सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. हालांकि इस मामले में अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.

विधायक के अनुसार, हमला उस समय हुआ जब वह जाजपुर टाउन में जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में एक जरूरी बैठक के लिए जा रहे थे. स्थानीय लोगों द्वारा हो रहे चक्काजाम में उनकी कार फंस गई. इसी दौरान कुछ अज्ञात हमलावरों ने कार पर हमला कर दिया.हमलावर अपने साथ हथियार भी लिए हुए थे. इस हमले में विधायक और उनके सुरक्षाकर्मी के साथ मारपीट की गई.

ओडिशा में क्राइम लगातार बढता जा रहा है. विधायक पर हुए हमले के संबंध में एसपी श्रीमाल ने जनता को आश्वासन दिया कि हमले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, हम जन प्रतिनिधियों के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे.

बीजद नेता ने की कार्रवाई की मांग

निर्दलीय विधायक हिमांशु शेखर साहू विधायक पर हुए हमले की जाजपुर विधायक और बीजद नेता प्रणब प्रकाश दास निंदा की है. इसके साथ ही अधिकारियों से जल्द से जल्द कठोर कार्रवाई करने की मांग की है.दास ने एक बयान में कहा बीजद हिंसा का समर्थन नहीं करता है. मैंने यह सुनिश्चित करने के लिए जाजपुर एसपी और डीएसपी से बात की है कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द की जाए. दास ने अपने भाई पर लग रहे आरोपो को लेकर कहा कि अगर मेरा भाई इस घटना में शामिल है तो वह पुलिस सटेशन जाकर जांच में पूरा सहयोग करेगा.

सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा का तारीखों किया गया ऐलान, जाने कब से शुरू

सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की तारीख का ऐलान कर दिया है. दोनों क्लास की परीक्षाएं 15 फरवरी से होंगी. 10वीं की परीक्षाएं 18 मार्च और 12वीं की परीक्षाएं 4 अप्रैल तक चलेंगी. सीबीएसई ने शेड्यूल जारी कर दिया है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कहा है कि डेट शीट तैयार करते समय छात्रों की सहूलियत का ध्यान रखा गया है. इसमें 12वीं के छात्रों के लिए प्रवेश परीक्षाओं के आयोजन की तारीख को भी ध्यान में रखा गया है. प्रवेश परीक्षाओं से काफी पहले परीक्षाओं को पूरा करने की कोशिश की गई है. इससे छात्रों को बोर्ड और प्रवेश परीक्षाओं दोनों के लिए टाइम मैनेजमेंट में मदद मिलेगी.

बोर्ड ने कहा कि डेट शीट जारी करते समय इस बात का भी ख्याल रखा गया है कि किसी छात्र की दो विषयों की परीक्षाएं एक ही तारीख पर न पड़ें. परीक्षाएं सुबह 10.30 बजे से शुरू होंगी. पहली बार परीक्षाएं शुरू होने के करीब 86 दिन पहले डेट शीट जारी की गई है. स्कूलों द्वारा समय पर एलओसी जमा करने की वजह से ये संभव हो सका है.

छात्रों को काफी फायदा होगा

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कहा कि इस बार जारी डेट शीट की वजह से छात्रों को काफी फायदा होगा. वो परीक्षा की तैयारी पहले से ही शुरू कर सकेंगे. इससे वो परीक्षा की चिंता से उबर सकेंगे. साथ ही परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे. इतना ही नहीं छात्रों के परिवार और टीचर गर्मियों की छुट्टियों के दौरान टूर भी प्लान कर सकेंगे.

75% अटेंडेंस अनिवार्य

सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए स्कूल में स्टूडेंट्स की 75 फीसदी अटेंडेंस अनिवार्य है. बोर्ड की ओर से पूर्व में कहा था कि केवल मेडिकल इमरजेंसी, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में भागीदारी और अन्य गंभीर कारणों जैसे मामलों में स्टूडेंट को अटेंडेंस में 25 प्रतिशत की छूट दी जाएगी. इसके लिए छात्र को जरूरी डाक्यूमेंट्स स्कूल में जमा करने होंगे.

दिल्ली विधानसभा चुनाव: AAP ने तेज की तैयारी, आज जारी कर सकती है पहली लिस्ट

आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है. आज AAP की PAC की मीटिंग है. इस मीटिंग में विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन होगा. इसके साथ ही उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी हो सकती है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए फिलहाल तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है लेकिन इससे पहले दिल्ली में नेताओं का दल बदलना शुरू हो चुका है.

हाल ही में आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और दिल्ली सरकार में परविहन मंत्री रहे कैलाश गहलोत ने बीजेपी का दामन थाम लिया तो वहीं बीजेपी के पूर्व नेता और दो बार के विधायक रहे अनित झा आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. इससे पहले बीजेपी के पूर्व विधायक ब्रह्म सिंह तंवर ने भी आप का दामन थाम लिया था. वो तीन बार विधायक और तीन बार काउंसलर भी रहे हैं.

फरवरी में हो सकते हैं विधानसभा चुनाव

दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर फरवरी में चुनाव हो सकते हैं. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को खत्म होगा. हालांकि, इससे पहले कभी भी चुनाव कराए जा सकते हैं. फिलहाल दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है.

हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे के बाद आतिशी दिल्ली की सीएम बनीं. वह दिल्ली की तीसरी महिला सीएम बनी हैं. इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित दिल्ली की सीएम थीं.

BJP भी चुनाव की तैयारियों में जुटीं

दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं. आखिरी हफ्ते से बीजेपी दिल्ली में प्रचार प्रसार के काम में तेजी लाएगी. इसके लिए बीजेपी ने खास प्लान तैयार किया है. बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में करीब 10 पार्षद और एल्डरमैन पार्षदों को चुनाव में उतारने की तैयारी में है. बीजेपी इस चुनाव में मजबूत पकड़ और अच्छी छवि वाले पार्षदों को चुनाव लड़ाएगी.

2020 में AAP ने दर्ज की प्रचंड जीत

दिल्ली में विधानसभा सीटों की संख्या 70 है. बहुमत का आंकड़ा 36 है. 2020 के विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी और पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी. वहीं, बीजेपी को आठ सीटों से ही संतोष करना पड़ा था. आम आदमी पार्टी को 53.57 फीसदी वोट हासिल हुए थे जबकि बीजेपी ने 38.51 फीसदी वोट हासिल की थी. कांग्रेस को 4.26 फीसदी वोट मिले थे.

अलीगढ़ में भीषण सड़क हादसा: बस-ट्रक टक्कर में 5 की मौत, 15 घायल.

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भीषण सड़क हादसा हुआ है. यमुना एक्सप्रेसवे पर बस ने एक ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी. इस हादसे में बस में सवार 5 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं 15 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची है. पुलिस ने घायलों को बस से निकालकर स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया है.

यह हादसा देर रात हुआ. दिल्ली से मऊ जा रही एक डबल डेकर प्राइवेट बस, जो अयोध्या के कृष्णा ट्रेवल्स की बताई जा रही है, अलीगढ़ के पास यमुना एक्सप्रेसवे 56 नंबर पर बीयर की बोतलों से भरे स्क्रैप ट्रक में पीछे से टकरा गई. हादसा इतना भीषण था कि बस के परखच्चे उड़ गए. इस हादसे में जिन पांच लोगों की मौत हुई है, उनमें एक पांच महीने का बच्चा, एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं. मृतकों में से तीन की पहचान हो चुकी है, जबकि दो की शिनाख्त अभी नहीं हो पाई है.

खिड़कियां तोड़कर यात्री बस से बाहर निकले

इस हादसे में 15 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 11 महीने की बच्ची, एक छोटी लड़की, पांच साल का बच्चा, तीन महिलाएं और नौ पुरुष शामिल हैं. हादसे के बाद बस में सवार लोग खिड़कियां तोड़कर बाहर निकले. हादसे के कारण कई शव बस के अंदर फंसे रह गए. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी घायलों को बस से बाहर निकाला.

पुलिस ने सभी घायलों को जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया है. मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसे का मुख्य कारण तेज गति और लापरवाही मानी जा रही है. यह डबल डेकर बस यात्रियों को लेकर दिल्ली से मऊ के लिए निकली थी. यात्रियों का कहना है कि बस का ड्राइवर बहुत तेज गाड़ी चला रहा था और सामने ट्रक को देखकर समय पर ब्रेक नहीं लगा पाया. एक अधिकारी ने कहा कि मृतकों के परिजन को सूचित किया जा रहा है.

अर्थी से अचानक उठ बैठी महिला, हाथ हिलाया और करने लगी बात, फिर परिवार में खुशी की लहर.

तमिलनाडु के त्रिची से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है. यहां एक घर में रहने वाली 65 साल की वृद्ध महिला की बीमारी से मौत हो गई थी. महिला की मौत के बाद जब बुधवार को उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट लेकर पहुंचे तो अचानक एक ‘चमत्कार’ हुआ. महिला के शव को इससे पहले कि चिता में रखते, उसके शरीर में हलचल होने लगी. यह देख सभी डर गए. वो अर्थी से कई फीट दूर हो गए. तभी महिला उठ खड़ी हुई. यह देख लोग हैरान रह गए. महिला को जिंदा देख उसके परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी.

मामला मनाप्पराई के मारुंगापुरी स्थित करुमलाई सुरंगमपट्टी गांव का है. यहां पम्पैयान (72) और उनकी पत्नी चिन्नाम्मल (65) रहते हैं. परिवार के बाकी सदस्य भी उनके घर के आस-पास ही रहते हैं. 16 नवंबर का दिन था. दोपहर का खाना खाते ही चिन्नामल की तबीयत अचानक से बिगड़ने लगी. यह देख पति पम्पैयान घबरा गए. उन्होंने परिवार के बाकी सदस्यों की मदद से चिन्नामल को अस्पताल पहुंचाया.

लेकिन रास्ते में ही महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसके शरीर में हलचल होना बंद हो गया. परिवार वाले यह देख घबरा गए. उन्होंने नब्ज चेक की. पाया कि नब्ज ने काम करना बंद कर दिया है. महिला सांस भी नहीं ले रही थी. परिजनों ने सोचा कि महिला की मौत हो गई है. इसलिए वो वापस महिला को घर ले आए. यहां महिला के अंतिम संस्कार की तैयारी की गई.

हिलने-डुलने लगा शव

घर के लोगों ने बाल मुंडवाए. पंडित को बुलाकर सारे रस्म क्रियाएं पूरी कीं. फिर अर्थी को सजाया गया. उसके बाद महिला का अंतिम संस्कार करने शव को एम मेट्टुपट्टी के श्मशान घाट पर ले गए. इस दौरान महिला के कई रिश्तेतार और गांव वाले भी मौजूद थे. चिता पर लकड़ियां रखी गईं. जैसे ही परिजन महिला के शव को चिता पर रखने के लिए उठाने लगे तो पाया कि डेड बॉडी तो हिल-डुल रही है. यह देख वहां मौजूद लोग घबरा गए.

‘मृत’ महिला उठ गई

फिर देखा कि अचानक से महिला उठ गई. पहले उसने हाथ-पांव हिलाए. अंगड़ाई ली फिर वो यहां वहां सभी को देखने लगी. महिला खुद भी हैरत में थी कि ये सब क्या हो रहा है. तब लोगों ने उसे पूरी बात बताई. अब यह मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.

बिटकॉइन घोटाले में ईडी ने रायपुर में गौरव मेहता के ठिकानों पर की छापेमारी

ईडी 2018-19 में हुए बिटकॉइन सकैम में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है. गौरव मेहता की एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता नाना पटोले के साथ बातचीत का ऑडियो और स्क्रीटशॉट वायरल हो गया है. बीजेपी ने ऑडियो और स्क्रीनशॉट जारी किए हैं. ईडी अमित भारद्वाज और उसके परिवार के खिलाफ इस साल आरोपपत्र दाखिल की है.

दरअसल इस सकैम का मास्टरमाइंड अमित भारद्वाज नाम का शख्स था, जिसने बिटकॉइन में इन्वेस्टमेंट के नाम पर स्कैम किया था, जिसमें सैकड़ों इन्वेस्टर के साथ धोखाधड़ी की गई. बिटकॉइन में इन्वेस्ट कर हर महीने 10 परसेंट रिटर्न्स का वादा किया गया था. इस तरह 2017 में 6600 करोड़ की कीमत के बिटकॉइन इकठ्ठा कर लिए गए.

अमित भारद्वाज इस स्कैम करने के बाद दुबई भाग गया था,लेकिन उसे वापस भारत डिपोर्ट कर दिया गया था. अमित भारद्वाज कि साल 2022 में हार्ट अटैक से मौत हो गयी थी.

शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा पर लगे हैं आरोप

इसी स्कैम में शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को यूक्रेन में बिटकॉइन माइनिंग फार्म खोलने के नाम पर 285 बिटकॉइन अमित भारद्वाज ने दिए थे. इन बिटकॉइन की कीमत उस वक्त करीब 150 करोड़ रुपये थी. इस मामले में करीब 40 एफआईआर महाराष्ट्र और पंजाब में दर्ज हुई थी.

इस मामले की जांच के लिए पूर्व आईपीएस और साइबर एक्सपर्ट रविन्द्र नाथ को भी जांच टीम में लिया गया था. आरोप है कि उस वक्त के पुणे पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता और एक आईपीएस भाग्य श्री ने बिटकॉइन के इन वॉलेट को हथिया लिया था. और बदले में वो बिटकॉइन वॉलेट रख दिये गए जिनमे पैसे नही थे.

रविंद्र नाथ गुप्ता ने गिरफ्तारी के बाद खोला था राज

इस स्कैम में रविंद्र नाथ को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. रविंद्रनाथ को जब जेल भेजा गया था तो उस समय गौरव मेहता ने इस मामले में गवाही दी थी. गौरव मेहता में इस मामले में महत्वपूर्ण किरदार हैं. रविन्द्र नाथ का दावा है कि उसे गौरव मेहता ने फोन पर बताया था कि आपको अमिताभ गुप्ता और भाग्यश्री ने फंसाया है.

आरोप लगा कि बिटकॉइन को जो असली वॉयलेट वो उनके पास है और उस पर एक लेयर है. नाना पटोले के साथ-साथ सुप्रिया सुले भी शामिल हैं. इस मामले में ED ने शिम्पी भारद्वाज, नितिन गौड़ और निखिल महाजन को गिरफ्तार किया था

शिंपी भारद्वाज अमित भारद्वाज के भाई अजय भारद्वाज की पत्नी है. इसके लिए सबूत के रूप में ऑडियो क्लिपिंग भेजे गए. इनका 2019 और 2024 में इस्तेमाल हुआ.।

हाथरस में बंदरों की मौत का मामला: एफसीआई गोदाम में 145 बंदरों की मौत, जांच के आदेश

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एफसीआई के एक गोदाम में गेहूं में मिलाया जाने वाला पदार्थ खाकर बड़ी संख्या में बंदरों की मौत हो गई. एफसीआई गोदाम के कर्मियों ने बिना प्रशासन को सूचित किए, इन बंदरों के शवों को गोदाम परिसर में ही गड्ढा खुदवाकर दफन करा दिया. इस घटना को लेकर कुछ हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता को जानकारी हुई तो उन्होंने एफसीआई गोदाम पर जाकर हंगामा किया और कार्रवाई की मांग की है.

वहीं इस मामले की जैसे ही प्रशासन को जानकारी मिली तो एडीएम सदर, एसडीएम सदर, सीओ सिटी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए. अधिकारियों ने जब गोदाम के कर्मचारियों से पूछताछ की गई. वहीं, एफसीआई के गोदाम में टेक्नीशियन के पद पर तैनात एक कर्मचारी ने 145 बंदरों की मौत की बात प्रशासनिक अधिकारियों के सामने कही है. और बिना प्रशासन को सूचित किए इन बंदरों को गोदाम परिसर में ही दफना दिया गया था. वहीं गोदाम के इंचार्ज ने कहा कि मृतक बंदरों की आत्मा की शांति के लिए शनिवार को वह अपनी ओर से परिसर में सुंदरकांड का पाठ कराएंगे.

मामले की जांच के आदेश

प्रशासनिक अधिकारी पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गए. अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है और यदि जरूरत होगी तो जहां बंदरों के शव को दफनाया गया है उस जगह की खुदाई भी कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हुई तो बंदरों का पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा. प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि कहीं न कहीं लापरवाही तो हुई है.

आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

इस मामले में हाथरस नगर पालिका परिषद की चेयरमैन के पति तथा पूर्व सांसद राजेश दिवाकर भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि मामले में लापरवाही तो हुई है जिसके संबंध में दोषी कर्मचारियों के खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा. उन्होंने यह भी बताया है कि नगर पालिका की ओर से शीघ्र बंदरों को पकड़ने की कार्रवाईकराईजाएगी.

दिल्ली में सोलर क्रांति: मुख्यमंत्री आतिशी ने शुरू किया सोलर पोर्टल, 2026 तक 25% बिजली सोलर से हासिल करने का लक्ष्य

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोलर पोर्टल शुरू करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने हमेशा क्लीन नॉन पोल्यूटिंग एनर्जी पर फोकस रखा है. सरकार की मंशा दिल्ली में प्रदूषण को कम करना और सोलर बिजली की खपत को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने 14 मार्च 2024 को अपनी सोलर पालिसी जारी की थी. दिल्ली सरकार 2026 तक खपत होने वाली कुल बिजली का 25% हिस्सा नॉन रिन्यूवल एनर्जी से हासिल कर लेना चाहती है. जिसमें 750 MW बिजली रूफ टॉप सोलर पैनल से आए.

सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पहले ही तय कर लिया था कि सरकारी इमारतों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाएगी, अब इसका काम तेज गति से चल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पोर्टल पर रूफ टॉप सोलर लगाने आने वाले वेंडर की डिटेल और रेट लिस्ट भी मौजूद है. यह पोर्टल सिंगल विंडो ऑफ इनफार्मेशन के लिए है. अगर आपके सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली आपकी खपत से ज्यादा है तो दिल्ली सरकार आपको 3 रुपये पर यूनिट बिजली के हिसाब से पैसे भी देगी.

रूफटॉप सोलर को बढ़ावा देने की कोशिश

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2027 तक दिल्ली में एक एनर्जी का एक बड़ा हिस्सा नॉन पोल्यूटिंग एनर्जी सिस्टम से पैदा करना है. 750 मेगावाट बिजली हम रूफटॉप सोलर से बना सकते हैं. रूफटॉप सोलर लोग अपने घरों पर लगा सकते हैं. इसकी काफी मांग थी. दिल्ली में रहने वाला कोई भी व्यक्ति अपने घरों पर सोलर पैनल लगा सकता है.

सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली सोलर पॉलिसी क्या है? इसे लगाया कैसे जा सकता है? इस सोलर पॉलिसी से क्या फायदा मिलेगा? इन सब सवालों का जवाब पोर्टल पर मिलेगा. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति रूफ टॉप सोलर पैनल लगाएगा नेट मीटरिंग के लिए भी एलिजिबल होंगे.

सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं काटने होंगे

उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के जरिए किसी भी सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. छत पर कितनी सोलर एनर्जी जनरेट हो सकती है और कितने वॉट के सोलर पैनल लगाए जा सकते हैं, वह जानकारी भी इसी सोलर पोर्टल के जरिए मिलेगी. इस पॉलिसी से सिर्फ आपका बिजली बिल का बिल जीरो नहीं होगा बल्कि आप इसके जरिए पैसे भी कमा सकते हैं. अगर लोग ज्यादा बिजली सोलर पैनल के जरिए बनाएंगे तो दिल्ली सरकार इंसेंटिव भी देगी.