छठ पूजा पर्व पर उगते हुए सूरज को अर्ध देकर पूजा करतीं महिलाएं
कमल त्रिवेदी
लखीमपुर खीरी । छठ पूजा 2024 का महापर्व अपने अंतिम दिन पर पहुंच ही गया । इस बीच मालपुर गांव के किनारे बने तालाब पर व्रतियों ने सूर्य भगवान को अर्घ दिया आज छठ पूजा का समापन उगते सूर्य को उषा अर्घ्य देने के साथ हुआ। चार दिन चलने वाली इस पूजा में भगवान सूर्य की विशेष उपासना होती है, और उषा अर्घ्य ही इस पूजा का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है।छठ पूजा में उषा अर्घ्य का विशेष महत्व होता है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रति अपना व्रत समाप्त करते हैं। यह पूजा समृद्धि, स्वास्थ्य और संतान सुख की प्राप्ति के लिए की जाती है।उषा अर्घ्य के बाद व्रति व्रत तोड़ते हैं, जो एक खास विधि से किया जाता है।
व्रत तोड़ने के लिए कच्चे दूध से बने शरबत का सेवन किया जाता है और इसके बाद छठ पूजा का प्रसाद खाकर व्रत पूरा किया जाता है। इस तरह से छठ पूजा का समापन होता है। छठ पूजा का यह पर्व श्रद्धा, आस्था और भक्तिपूर्वक सम्पन्न होता है, और इस दिन उषा अर्घ्य के साथ छठी मैया और सूर्य देव की कृपा से घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि का आगमन होता है। सुरक्षा की दृष्टिगत से चप्पे चप्पे पर भीरा पुलिस तैनात रही। इस दौरान मालपुर गांव निवासी उपेन्द्र सिंह, हरक सिंह, रामविलास सिंह, शिवशंकर सिंह,अभिमन्यु सिंह, राहुल सिंह, मनीष सिंह अंकुश सिंह, मानवेन्द्र सिंह, मुन्ना सिंह , अभय सिंह, अंशु सिंह, पंकज कश्यप आदि लोग मौजूद रहे।
Nov 18 2024, 19:51