जनपद में धान की फसल का उत्पादन जानने को लेकर डीएम ने कराई क्राप कटिंग

अमेठी। जिलाधिकारी निशा अनंत ने आज तहसील गौरीगंज अंतर्गत ग्राम गढ़ा माफी में जनपद में धान की फसल के उत्पादन व उत्पादकता जानने को लेकर क्रॉप कटिंग कराई। इस दौरान जिलाधिकारी ने राजस्व व कृषि विभाग की टीम के साथ किसान लीलावती, कौशिल्या, दुखीराम व देवकली के खेत पर पहुंचकर अपने सामने 43.03 स्क्वायर मीटर धान की फसल की क्राप कटिंग कराई तथा धान पिटवाकर उसका तौल भी कराया गया, जोकि क्रमश: 20.800 किग्रा, 21.890 किग्रा, 20.960 किग्रा तथा 21.600 किग्रा निकला।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत किसानों को क्षतिपूर्ति का भुगतान करने के लिए क्राप कटिंग आंकड़ों का अत्यधिक महत्व होता है। इस दौरान जिलाधिकारी ने किसान भाईयों से सीधा संवाद स्थापित किया और अपने नजदीक के क्रय केन्द्र पर धान बेचने हेतु किसानों से अपील भी की। उन्होने कहा कि सरकारी धान क्रय केन्द्र पर किसान भाई धान बेचे ताकि उन्हें उचित मूल्य मिल सके। जिलाधिकारी ने इस दौरान किसान भाईयों से पराली न जलाने की अपील करते हुए कहा कि वे अपने नजदीक के गौशाला पर पराली को ले जाएं और वहां से गोबर की खाद लाकर अपने खेतों में डाले ताकि उनके खेतों की उर्वरक क्षमता भी बढ़े ताकि अन्न उत्पादन में गुणात्मक सुधार हो सके। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी गौरीगंज दिग्विजय सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी गौरीगंज, सहायक सांख्यिकी अधिकारी भूलेख भूपेंद्र प्रताप सिंह, कृषि विभाग के अधिकारी सहित राजस्व विभाग की टीम व किसान भाई मौजूद रहे।

जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने पीएम श्री स्कूल रामगंज का किया आकस्मिक निरीक्षण

अमेठी। जिलाधिकारी निशा अनंत व पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने आज संयुक्त रूप से विकासखंड शाहगढ़ अंतर्गत पीएम श्री स्कूल रामगंज का आकस्मिक निरीक्षण किया एवं संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों से किताब पढ़वाया तथा बच्चों से शिक्षकों द्वारा पढ़ाये जाने की स्थिति की जानकारी ली।

बच्चों की उपस्थिति को भी देखा। आज 14 नवम्बर बाल दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने बच्चों को बधाई दी तथा उन्हें चाकलेट वितरित किया। इसके साथ ही उपस्थित शिक्षकों को बच्चों को कड़ी मेहनत से पढ़ना को कहा, तथा विद्यालय परिसर में पर्याप्त साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

प्रदेश सरकार के प्रोत्साहन से प्रदेश के निर्यात में हुई अभूतपूर्व वृद्धि

अमेठी। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र एवं तमिलनाडु के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी राज्य अर्थव्यवस्था है। अन्य विकसित प्रदेशों की भांति उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास में निर्यात का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश में निर्यात संवर्धन हेतु किये जा रहे निरन्तर प्रोत्साहनात्मक प्रयासों एवं निर्मित निर्यात सम्बन्धी संरचनात्मक वातावरण के फलस्वरूप उत्तर प्रदेश से होने वाले निर्यात में वर्ष 2017-18 की तुलना में लगभग 28 प्रतिशत की वृद्धि दर प्राप्त करते हुए वर्ष 2018-19 में रू0 1,14.057 करोड़ का निर्यात किया गया है जो इसी अवधि में राष्ट्रीय निर्यात वृद्धि दर की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक रहा है। देश से हो रहे निर्यात में प्रदेश की भागीदारी लगभग 5 प्रतिशत हो गयी है।

 वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रदेश के निर्यात में विगत वर्ष 2020-21 की तुलना में 30 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रदेश से रू0 174037 करोड़ मूल्य का निर्यात हुआ जो गत् वर्ष 2021-22 की तुलना में 16.5 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रदेश के निर्यात में गत की वर्ष तुलना में 10 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। प्रदेश से रेडीमेड गारमेंट्स, लेदर फुटवियर, गोल्ड ज्वेलरी, आयरन, स्टील उत्पाद, कारपेट, एल्युमीनियम उत्पाद, फिनिश्ड लेदर, हैण्डीक्राफ्ट खाद्यान्न वस्तुऐ आदि उत्पादों को मुख्य रूप से यूएसए, यूएई, वियतनाम, यूके, नेपाल, जर्मनी, चीन आदि देशों को अपने उत्पाद निर्यात किये जा रहे है।

निर्यात प्रोत्साहन ब्यूरो में निर्यातक इकाईयों का पंजीयन: निर्यात प्रोत्साहन ब्यूरो द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत प्रोत्साहन / सुविधा प्राप्त करने हेतु ब्यूरो में पंजीयन की व्यवस्था की गयी है तथा पंजीकरण की सम्पूर्ण प्रक्रिया वर्ष 2014-15 से आॅनलाइन की जा चुकी है। प्रदेश में अद्यतन 3157 निर्यातक इकाईयों द्वारा आॅनलाइन पंजीयन कराया गया है।

निर्यातकों को गोल्ड/सिल्वर कार्ड: प्रदेश के निर्यातकों को विभिन्न सरकारी विभागों में उनके कार्य में वरीयता / प्राथमिकता एवं यथोचित सम्मान तथा विभिन्न सरकारी कार्यालयों में बिना प्रवेश पत्र के प्रवेश की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से गोल्ड कार्ड एवं सिल्वर कार्ड जारी किये जाने की व्यवस्था है। इस योजना के अन्तर्गत एक वर्ष में रू0 50.00 लाख से अधिक टर्न ओवर करने वाली निर्यातक इकाईयों को गोल्ड कार्ड एवं रू0 20.00 लाख से अधिक टर्न ओवर करने वाली निर्यातक इकाईयों को सिल्वर कार्ड जारी किये जाने की व्यवस्था की गयी है। प्रदेश में अद्यतन 745 इकाईयों को गोल्ड कार्ड एवं 63 इकाईयों को सिल्वर कार्ड से सम्मानित किया गया।

योजनाओं का सरलीकरण एवं उपादान राशि में वृद्धि-प्रदेश सरकार द्वारा संचालित त्वरित निर्यात विकास प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत प्रदान जाने वाली सुविधाओं को समयानुकूल एवं

युक्तिसंगत बनाये जाने के प्रावधान के अनुपालन में संदर्भित योजना के दिनांक 13 मई, 2022 को जारी नवीनतम शासनादेश के माध्यम से उपयोजनाओं में संशोधन किया गया है।

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर निर्यातकों को विपणन विकास सहायता-इस योजनान्तर्गत प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र के निर्यातकों को विदेशी मेला/प्रदर्शनी में भाग लेने पर स्टाल चार्जेज पर रू0 02 लाख तथा हवाई यात्रा पर रू0 1.00 लाख की गयी है। प्रचार प्रसार, कैटेलाग, विज्ञापन, वेबसाइट इत्यादि को तैयार करने पर हुए व्यय पर अनुमन्य सहायता राशि 0.60 लाख से बढाकर रू0 0.75 लाख प्रति निर्यातक प्रति वर्ष की गयी। विदेशी क्रेताओं को नमूनों के प्रेषण में हुए व्यय पर अनुमन्य सहायता राशि में वृद्धि करते हुए रू० 0.50 लाख से अधिकतम रु० 1.00 लाख प्रति निर्यातक प्रति वर्ष की गयी। 

गुणवत्ता नियंत्रण योजनान्तर्गत आई०एस०ओ० एवं बी.आई.एस की विभिन्न श्रेणियों यथा-ऊनी उत्पादों के लिए वूलमार्क, स्वणार्भूषण के लिए हाल मार्क, फूड सेफ्टी के लिए एच.ए.सी. सी.पी. एवं विद्युत उपकरणों के लिए सी० मार्क आदि के प्रमाणीकरण हेतु किये गये व्यय पर अनुमन्य सहायता राशि रू0 0.75 लाख को बढ़ाकर रू. 2.00 लाख प्रति निर्यातक प्रति वर्ष की गयी। विदेशों में ट्रेड फेयर बायर सेलर मीट इत्यादि के आयोजन पर आयोजक संस्था को व्यय का 90 प्रतिशत अथवा रु० 0.75 लाख तक की सहायता उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है। देश में आयोजित किए जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के व्यापार मेलों हेतु आयोजक संस्था को कुल व्यय का 75 प्रतिशत अधिकतम रु० 0.50 लाख की धनराशि का प्रावधान किया गया है। वर्चुअल ट्रेड फेयर के आयोजन पर भी रु० 0.25 लाख तक की सहायता धनराशि का प्रावधान किया गया है।

प्रदेश सरकार द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर निर्यातको को विपणन विकास सहायता योजनार्न्तगत वर्ष 2018-19 से वर्ष 2023-24 तक धनराशि रू0 3112.29 लाख की सहायता देते हुए 3661 इकाईयों को लाभान्वित किया जा चुका है।

जली पराली ,खेत खाली,पर्यावरण प्रदूषित

अमेठी। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण बोर्ड की सख्ती अमेठी जिले मे नही दिख रही है। सुप्रीम कोर्ट के मना करने के बाद भी फसल अवशेष जलाने का सिलसिलेवार घटनाए घट रही है। ग्राम पंचायत डेढ पसार के गांव तुलापुर बिकास खण्ड अमेठी मे रविवार की शाम को सीवान मे अमेठी रजबाहा के पश्चिम दिशा मे फसल अवशेष किसान जला रहे। यह अच्छी बात नही है। प्रशासन अंकुश लगाए। कम्बाइन मशीन मालिक धान काट रहे है फसल के ठूठ खेतो मे खडे है। एसएमएस मशीन से भूसा नही बन रहा है। जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी उदासीन है। किसान के ऊपर कार्यवाही नही की जा रही है। दिन भर और रात भर कम्बाइन मशीन खेतो मे धान की कटाई मे चल रही है। दो हजार रुपए प्रति बीघा की दर से मनमानी से किराया वसूला जा रहा है।किसान सन्त प्रसाद तिवारी,राम कुबेर गुप्ता,शिव प्रसाद उपाध्याय, अशोक कुमार,रामराज,देवराज,जियालाल,फूलचन्द आदि बताते है कि फसल अवशेष ना जलाने की जानकारी नही है। फसल ना जलाते। लेखपाल,ग्राम पंचायत बिकास अधिकारी आदि ने कोई जानकारी नही दी।

अमेठी रजबाहा सूखा, खेतो के पलेवा नहीं

अमेठी।अमेठी रजबाहा सूखा पडा है। रवी की मुख्य फसल गेंहू की के लिए खेतो का पलेवा नही हो रहा है। नहर मे सिचाई के लिए पानी का आकाल सा है। किसान परेशान है। उत्तर प्रदेश मे भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। लेकिन नहरो मे सिचाई के लिए पानी का रोस्टर जारी नही है। नवम्बर माह चल रहा है। 13नवम्बर बीत गए। अभी तक नहर मे सिल्ट और झाडिया उगी है। अभी तक सफाई नहीं हुई।

सपा विधायक अमेठी महराजी देवी प्रजापति अब तक किसान की समस्याओ को लेकर अपना मुंह नही खोला है। और किसानो के हित की आवाज नही उठाई। भारतीय जनता पार्टी समर्थित जिला पंचायत सदस्य एव जिलाध्यक्ष राजेश कुमार अग्रहिर ने भी किसानो के खेतो के भराई के लिए पानी सप्लाई नही आयी। किसान का खेत सूखा पडा है। किसान की आवाज नही उठाई। सरकार के दावे बहुत किए। लेकिन किसान की खेती बारी के बारे मे कभी मंच कभी साझा नहीं किया।

जिले के भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश सरकार मंत्री सतीश शर्मा ने भी नहरो मे सिचाई के लिए पानी छोडने के फरमान नही जारी किए। जबकि किसान के लिए बडी बडी बात की जाती है। किसान की हित के लिए नहरो मे सिचाई का पानी की सप्लाई की बात कब करेगे।

कांग्रेस किसान मोर्चा अमेठी अध्यक्ष ओम प्रकाश दूबे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश और केंद्र मे है। लेकिन किसानो की समस्याओ पर कभी काम नही किया। जब आवश्यकता नहरो मे सिचाई के पानी की सप्लाई की है। तो सिल्ट की सफाई अभियान चलता है। रवी सीजन चल रहा है। अमेठी रजबाहा सूखा पडा है। नहर मे सिल्ट जमा है। झाडिया उगी है। नहर मे पानी सप्लाई का रोस्टर तक भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार ने जारी किए है। केन्द्र सरकार भी चुप है। किसानो की बिरोधी सरकार है।

भारतीय किसान यूनियन जिलाध्यक्ष चुन्नू सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार सूबे मे है। अधिकारी शिकायत पर अमल नही करते है। अब तो भाजपा के नेता भी किसान की बात नही करते है। नहर मे सिचाई के लिए पानी सप्लाई की बात अखबार की सूरखी से गायब है। अब तो बीडीसी और डीडीसी की बैठक मे चर्चा नही होती है। अमेठी रजबाहा सूखा पडा है। महामहिम राज्यपाल से मांग है कि अमेठी जिले के नहरो मे तत्काल पानी सप्लाई दी जाय। रोस्टर जारी किया जाय।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का हुआ आयोजन

अमेठी। शासन की मंशा के अनुरूप जिलाधिकारी निशा अनंत की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में माह के तृतीय बुधवार को किसान दिवस का आयोजन किया गया। किसान दिवस में किसानों की समस्याओं एवं सुझावों को सुना गया तथा मौके पर ही जिलाधिकारी द्वारा उनके निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

किसान दिवस के दौरान संबंधित अधिकारियों द्वारा किसानों से जुड़ी योजनाओं की जानकारी किसान बन्धुओं को उपलब्ध कराई गई तथा किसानों को जैविक व प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी गई। किसान दिवस में जनपद के प्रगतिशील किसानों ने भी अपने-अपने विचार साझा किए तथा बताया कि कैसे उन्होंने शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर खेती की और अच्छा मुनाफा कमाया। किसान दिवस में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए की किसानों से जुड़ी योजनाओं का लाभ पात्र किसानों को दिया जाए।

उन्होंने किसान भाइयों से अपील करते हुए कहा कि शासन द्वारा कृषि, मत्स्य, उद्यान, पशुपालन आदि विभागों में कई सारी जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित हैं जिनका लाभ आप लोग लेकर अपनी आय बढ़ा सकते हैं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अंशुमान सिंह, उप कृषि निदेशक सत्येंद्र कुमार तिवारी, अधिशासी अभियंता सिंचाई/नलकूप सहित अन्य संबंधित अधिकारी व किसान बंधु मौजूद रहे।

अमेठी की ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली: मंगौली एएनएम सेंटर की जर्जर स्थिति ने बढ़ाई महिलाओं की मुश्किलें

अमेठी।अमेठी के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत लगातार बदतर होती जा रही है। मंगौली ग्राम सभा स्थित एएनएम सेंटर, जो कभी महिलाओं के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का मुख्य केंद्र हुआ करता था, आज जर्जर अवस्था में पड़ा है। यह केंद्र डोमड़ीह, परवेजपुर और मंगौली की महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का स्रोत था, लेकिन आज इसकी खस्ता हालत के कारण यहाँ सुविधाएँ ठप पड़ी हैं परिणामस्वरूप, ग्रामीण महिलाओं को 4-5 किलोमीटर दूर जगदीशपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक जाना पड़ता है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं।

इस केंद्र की बिगड़ती स्थिति के कारण एएनएम स्टाफ भी यहाँ सेवाएँ देने से कतराने लगा है। टीकाकरण और प्रसव जैसी बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में ग्रामीण महिलाओं को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व प्रधान चंद गोपाल, स्थानीय पत्रकार गंगेश पाठक, और ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर कई बार प्रशासन से शिकायत की, परंतु आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

2014-15 में भी तत्कालीन अधीक्षक और अन्य अधिकारियों को इस सेंटर की स्थिति की जानकारी दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों द्वारा 2015 में इस सेंटर के मरम्मतीकरण हेतु पूर्व विधायक राधेश्याम धोबी को भी आवेदन दिया गया था, लेकिन तब से आज तक न कोई अधिकारी यहाँ निरीक्षण के लिए आया और न ही किसी मरम्मत कार्य को मंजूरी मिली।

ग्रामीणों का कहना है कि जिले की महिला जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस एएनएम सेंटर का निरीक्षण कर इसे पुनः संचालित करने के लिए कदम उठाना चाहिए। यह न केवल महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाएगा, बल्कि सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ भी उन तक पहुँच सकेगा।

ग्रामीणों की माँग है कि इस एएनएम सेंटर की तत्काल मरम्मत की जाए ताकि महिलाओं को अपने ही गाँव में बेहतर चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध हो सकें और उनकी जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

अमेठी में 31वीं बाबा भीष्म शाह राज्य स्तरीय डे-नाइट टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ

अमेठी, घोरहा स्टेडियम: 31वीं बाबा भीष्म शाह राज्य स्तरीय डे-नाइट टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन अमेठी के घोरहा स्टेडियम में धूमधाम से हुआ। इस प्रतियोगिता का उद्घाटन समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राम उदित यादव ने किया। उद्घाटन समारोह में उन्होंने खिलाड़ियों को प्रेरित किया और खेल को जीवन में अनुशासन और एकता का प्रतीक बताया।

मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता राकेश सिंह राजपूत उपस्थित रहे। उन्होंने खेल के महत्व पर जोर दिया और युवाओं को खेल के माध्यम से अपने कौशल को निखारने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि के तौर पर श्याम जी गुप्ता, एसपेंगन स्टील कंपनी के प्रतिनिधि, ने भी कार्यक्रम में भाग लिया और आयोजन की सराहना की।

इस मौके पर समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व भी मौजूद थे, जिनमें जितेन्द्र सिंह, दीपू तिवारी, रविंद्र सिंह, और अशोक सिंह हिटलर शामिल थे। सभी अतिथियों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

प्रतियोगिता में राज्यभर से कई टीमें हिस्सा ले रही हैं। टूर्नामेंट के विजेता को ट्रॉफी और नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। आयोजकों ने बताया कि यह प्रतियोगिता आगामी एक सप्ताह तक चलेगी और इसमें कई रोमांचक मुकाबले होंगे।

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेश मिश्रा ने इस आयोजन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ऐसे खेल आयोजनों से युवाओं में अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के द्वारा क्षेत्रीय खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज का तीन दिवसीय कैंप अमेठी में : प्रांजल तिवारी

अमेठी।18-से 20 नवम्बर तक अमेठी जिले मे संघ के बैनर तले तेज गेंदबाज़ो को पूर्व रणजी खिलाडी व पूर्व चेयरमैन सीनियर सैलक्शन कमेटी सीएयू उबैद कमाल तरासेंगे यह बाते संघ के सचिव राजेश तिवारी ने कही।

आगे उन्होंने कहा कि अमेठी के खिलाड़ियों और खेल को बढ़ावा देने के लिए बीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला के आशीर्वाद से हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे है,संघ के निदेशक प्रांजल तिवारी ने कहाँ कि अमेठी में हो रहे है पहली बार कैंप को मॉडल कैंप बनाने के लिए तैयारियां जोरो से की जा रही है,इस कैंप में संघ 30 बच्चो को चुनेंगी जिन्हे तीन दिन तक पूर्व खिलाड़ी उबैद कमाल तेज गेंदबाजी के गुर शिखाएंगे आगे की जानकारी में प्रांजल तिवारी ने कहा की।

यह कैंप ड्रीम चेसर्स क्रिकेट ग्राउंड गौरीगंज में सम्पन्न होगा,वहा लगने वाले प्रशिक्षण शिविर मे 14-16-19-23 आयु वर्ग व सीनियर वर्ग के तेज गेंदबाज भाग ले सकते है पत्रकारवार्ता में संघ के सचिव राजेश तिवारी के साथ संघ के उपाध्यक्ष गोविन्द मौर्या एवं मुकेश यादव मौजूद रहे उक्त जानकारी प्रांजल तिवारी ने प्रदान की।

पर्यावरण को लेकर मचा हाहाकार ,जली पराली

अमेठी। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण बोर्ड की सख्ती अमेठी जिले मे नही दिख रही है। सुप्रीम कोर्ट के मना करने के बाद भी फसल अवशेष जलाने का सिलसिलेवार घटनाए घट रही है। ग्राम पंचायत गंगौली,रामदैयपुर,

बिकास खण्ड अमेठी मे रविवार की शाम को सीवन मे नाले के पश्चिम दिशा मे ,आबादी के आसपास फसल अवशेष किसान जला रहे। यह अच्छी बात नही है। प्रशासन अंकुश लगाए। कम्बाइन मशीन मालिक धान काट रहे है फसल के ठूठ खेतो मे खडे है। एसएमएस मशीन से भूसा नही बन रहा है।

जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी उदासीन है। किसान के ऊपर कार्यवाही नही की जा रही है। दिन भर और रात भर कम्बाइन मशीन खेतो मे धान की कटाई मे चल रही है। दो हजार रुपए प्रति बीघा की दर से मनमानी से किराया वसूला जा रहा है। जिले के बिकास खण्ड भेटुआ की ग्राम पंचायत गुगवाछ,पिण्डोरिया मे पराली जलाने की घटनाए घट रही है। तो वही बिकास खण्ड संग्रामपुर की ग्राम पंचायत खरेथू मे पराली जलाने की घटनाए घटित हुई। पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान किसान नही दे रहे है। पराली जल रही है। अंकुश नही लग पा रहा है।