बलिया बीएसए मनीष कुमार सिंह ने की बड़ी कारवाई:नो वर्क नो पे के तहत' विद्यालयों के नियमित निरीक्षण के दौरान, अनुपस्थित सभी कार्मिकों को किया तलब
संजीव सिंह बलिया। बीएसए मनीष कुमार सिंह ने की बड़ी कारवाई विद्यालयों के नियमित निरीक्षण के दौरान, अनुपस्थित सभी कार्मिकों को किया तलब विभागीय कार्यक्रमों की प्रगति का अनुश्रवण एवं विद्यालयों के नियमित निरीक्षण के दौरान शिक्षा क्षेत्र बेलहरी का प्रावि पियरौटा पश्चिमी, दुबहड़ का प्रावि छाता नं. एक तथा बेरूआरबारी का प्रावि जानपुर स्कूल समय में बंद पाया गया है, जिनका विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अंकित है। बीएसए ने बताया कि विद्यालय का स्कूल समय में बंद पाया जाना, वहां पर कार्यरत प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र, अनुदेशक एवं समस्त कर्मचारियों की अनुशासनहीनता, उच्चाधिकारी के आदेशों/ निर्देशों की अवहलेना तथा सौपे गये कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही को प्रदर्शित करता है। सम्बंधित विद्यालयों में कार्यरत समस्त कार्मिकों का वेतन/मानदेय की कटौती 'नो वर्क नो पे' के आधार किया गया है। साथ ही सम्बन्धित कार्मिकों को अपने-अपने स्पष्टीकरण के साथ 18.11.2024 को अपरान्ह 03:00 बजे सुसंगत साक्ष्यों सहित अधोहस्ताक्षरी कार्यालय में सुनवाई हेतु उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया गया है।
मुंह में लौंग लेकर सोने से मिलते हैं क्या - क्या फायदे आइये देंखे खबर
संजीव सिंह बलिया।लौंग को भारतीय आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों में कई तरह से उपयोग किया जाता है। इसके अनेक औषधीय गुण होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। बहुत से लोग सोने से पहले मुंह में लौंग रखकर सोते हैं, जिसका फायदा सेहत पर भी पड़ता है। आइए जानें, मुंह में लौंग लेकर सोने से क्या फायदे हो सकते हैं।

1. दांतों के दर्द से राहत लौंग में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दांतों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। रात में सोते समय लौंग मुंह में रखने से दांतों में होने वाली संवेदनशीलता, मसूड़ों में सूजन, और दर्द में आराम मिल सकता है।

2. पाचन सुधारने में सहायक लौंग को पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इसमें मौजूद सक्रिय तत्व पाचन एंजाइम्स को बढ़ावा देते हैं, जिससे एसिडिटी, गैस, और अपच जैसी समस्याएं कम होती हैं। अगर आप सोते समय मुंह में लौंग रखते हैं तो सुबह पाचन तंत्र मजबूत रहता है।

3. सांसों की बदबू से राहत लौंग में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो मुंह की दुर्गंध को दूर करने में सहायक होते हैं। इसके एंटीबैक्टीरियल गुण मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं, जिससे सांसों की बदबू कम होती है और मुंह में ताजगी बनी रहती है।

4. इम्यून सिस्टम को बढ़ावा लौंग में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और आप बीमारियों से बचे रहते हैं। रात में सोने से पहले लौंग का सेवन करना फायदेमंद होता है।

5. तनाव और अनिद्रा में राहत लौंग का हल्का सुगंधित और शांतिदायक प्रभाव होता है, जो तनाव को कम करने में मदद करता है। इसे मुंह में रखने से धीरे-धीरे इसका स्वाद और सुगंध आपको शांत महसूस कराता है, जिससे नींद में सुधार होता है और अनिद्रा की समस्या में भी राहत मिलती है।

6. ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक लौंग में ग्लाइसेमिक नियंत्रण का गुण पाया जाता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। यह मधुमेह रोगियों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है, लेकिन इसे चिकित्सीय सलाह के बिना ज्यादा मात्रा में नहीं लेना चाहिए।

7. सर्दी-खांसी में राहत लौंग में गर्म गुण होते हैं जो सर्दी-खांसी में आराम देते हैं। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण गले की खराश, खांसी, और बंद नाक में राहत प्रदान कर सकते हैं। इसे मुंह में रखकर सोने से हल्की सर्दी-जुकाम में फायदा हो सकता है।

सावधानियाँ: अत्यधिक मात्रा: लौंग का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही उपयोग करें। चबाने से बचें: लौंग को सोते समय केवल मुंह में रखें, चबाएं नहीं, क्योंकि इससे लौंग का तेल ज्यादा मात्रा में निकल सकता है, जो नुकसान पहुंचा सकता है। मुंह में लौंग लेकर सोने के ये लाभ कई लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन अगर आपको किसी विशेष स्वास्थ्य समस्या है तो इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
बलिया प्रधानाध्यापक /ग्राम प्रधान/स्थानीय प्राधिकारी -निकाय के सदस्यों का ब्लाक स्तरीय संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला संम्पन्न
संजीव सिंह बलिया।प्रधानाध्यापक /ग्राम प्रधान/स्थानीय प्राधिकारी -निकाय के सदस्यों का ब्लाक स्तरीय संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला का शिक्षा क्षेत्र नगरा में आज दिनांक 12-11-2024 को प्रधानाध्यापक /ग्राम प्रधान/स्थानीय प्राधिकारी -निकाय के सदस्यों का ब्लाक स्तरीय संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन आमंत्रण मैरेज हाॅल निकट गोठाई चटटी नगरा पर आयोजित हुआ। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे शिवम पांडेय उप शिक्षा निदेशक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पकवाइनार बलिया ,तथा विशिष्ट अतिथि नगरा चेयरमैन प्रतिनिधि उमाशंकर राम व खंड विकास अधिकारी के प्रतिनिधि , खंड शिक्षा अधिकारी नगरा राम प्रताप सिंह ने मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि के हाथों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य- को खंड शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह ने विस्तृत चर्चा किये जिसमें डी○बी○टी○ के माध्यम से अभिभावकों के खाते में भेजे गये 1200 रुपये में यूनिफार्मं,स्वेटर ,जूता-मोजा ,स्कूल बैग व स्टेशनरी के बारे में जन समुदाय को जागरुक किये। निपुण लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु विद्यालयों में अब तक हुए प्रयास के बारे में चर्चा किया गया। आपरेशन कायाकल्प के अंतगर्त 19 पैरामीटर पर विद्यालयों को संतृप्त करने हेतु प्रधानों ,नगर पंचायत के सभासद गण/स्थानीय प्राधिकारी को प्रेरित कर बताया गया। अभिभावकों को एस○मी○सी○,आउट ऑफ स्कूल के बच्चों एवं बालिका शिक्षा आदि विषयों पर जागरुक कर प्रेरित करना बताया गया। प्राथमिक विद्यालय गोठाई के बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना , प्राथमिक विद्यालय छितूपाली की बच्चियों द्वारा निपुण पर  गीत के माथ्यम से प्रस्तुत किये। उच्च प्राथमिक विद्यालय इन्दासों के बच्चों द्वारा स्थानीय प्राधिकारी/ ग्राम प्रधानों के लिये उद्देश्यों को प्रस्तुत कर अतिथि का स्वागत गीत के द्वारा किया गया। उच्च प्राथमिक विद्यालय अनु○बस्ती खरुआवं के छात्र/छात्राओं द्वारा योगा प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया गया।प्राथमिक विद्यालय गोठवां के द्वारा शानदार मनमोहक स्कूल चलो नृत्य गीत प्रस्तुत किया गया। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय भीमपुरा की वार्ड्न पूनम कुमारी के विद्यालय की बच्चिया जूही, रिंकी रागिनी,दीक्षा,निशा द्वारा लोकनृत्य के बोल कैसे खेले सावन में कजरिया, घेरे सावन में बदरिया घेरे आई ननदी का बहुत शानदार नृत्य प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया।आपरेशन कायाकल्प पर चर्चा एआरपी दयाशंकर व विरेंद्र यादव ने किये,निपुण भारत मिशन के अन्तगर्त विद्यालयमें गुणवत्तापरक शिक्षा का विस्तृत चर्चा एआरपी अजीत यादव व पर्यावरणीद शैलेंद्र यादव ने विद्यालय प्रबंध समिति एवं आउट ऑफ बच्चों कें बारे में चर्चा किये। इस मौके पर प्राथमिक शिक्षक संघ के नेता राजीव नयन पांडेय ,राघवेंद्र प्रताप राही,ओमप्रकाश ,  डाक्टर बृजेश यादव,जयप्रकाश सिंह, अवधेश सिंह 'गुडडू',नारायण पांडेय,हेमंत यादव,विनोद भारती, मनोज कुमार सिंह, संजीव सिंह,जितेंद्र सिंह, दयाशंकर राम,  मजहर आलम अंसारी, जनार्दन तिवारी नगर पंचायत सभासदो में फातमा वार्ड नं 8, रीना पांडेय वार्ड नं 14, राजेश पाण्डेय सभासद वार्ड नं 5, राहुल राव सभासद वार्ड नं 1, कृष्ण कुमार कुशवाहा वार्ड नं 9,मुंशी यादव सभासद वार्ड नं 10, अमरेंद्र सोनी सभासद प्र. वार्ड नं 11, रियाजुद्दीन गुड्डू सभासद वार्ड नं 12,लाल बहादुर सिंह सभासद वार्ड नं 4, संतोष पाण्डेय सभासद वार्ड नं 14, पप्पू कुरैशी सभासद वार्ड नं 8 तथा प्रधान संजय यादव ,अवनीश सिंह मिट्ठू, सुनील चौहान आदि शामिल रहे।तथा अन्य शिक्षकों ने सहयोग करके संपन्न कराया। कार्यक्रम समन्वयक के रूप में ए आर पी अजीत कुमार यादव ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में रामप्रवेश वर्मा, अशोक कुमार शर्मा, बच्चा लाल, संजीव कुमार सिंह,बृजेश कुमार, सरोज, मनीष कुमार,सोनू सिंह,गरिमा सिंह,शिवानी सिंह,कृष्णा देवी आदि शिक्षकों के साथ विशेष सहयोग प्रदान किया।कृष्णा सिंह प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय खैरा निस्पी नगरा ने किया। अंत में आए हुए अतिथियों एवं बच्चों के लिए विशेष भोजन व्यवस्था किया गया था। कार्यक्रम में सहयोग व आए हुए अतिथि प्रधानाध्यापक ग्रामप्रधान/स्थानीय प्राधिकारी निकाय के सदस्यों व शिक्षक एवं बच्चों को गरिमापूर्ण उपस्थिति हेतु खंड शिक्षा अधिकारी रामप्रताप सिंह ने सभी का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया ।कार्यक्रम का संचालन रामकृष्ण मौर्य ने किया।
प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की बैठक सम्पन्न 18 दिसंबर को आयोजित सम्मेलन की सफलता के लिये बनायी गयी रणनीति
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन तहसील इकाई रसड़ा की आवश्यक बैठक स्थानीय नगर के मिशन रोड स्थित तहसील अध्यक्ष मतलूब अहमद के आवास पर जिलाध्यक्ष विजेंद्र सिंह व पूर्वांचल प्रभारी दिग्विजय सिंह के उपस्थित में संपन्न हुई. जिसमें रसड़ा में 18 दिसंबर को होने वाले जनपदीय सम्मेलन पर चर्चा की गयी तथा इसे सफल बनाये जाने की रणनीति तय की गयी. बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह ने कहा कि इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिये रसड़ा के सम्मानित साथी पूरे मनोयोग से जुट जाए. कहा कि जल्द ही कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विशेषता तिथि व अतिथियों को का चयन कर आमंत्रण पत्र भेज दिया जाएगा. पूर्वांचल प्रभारी दिग्विजय सिंह ने भरोसा दिलाया कि कार्यक्रम को भव्य व आकर्षक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी, जितना हो सकेगा जिले के सारे तहसील अध्यक्ष भी सम्मेलन को सफल बनाने में मदद करेंगे. बैठक में वरिष्ठ पत्रकार इस्तियाक अहमद, शिवानंद बागले, शकील अहमद अंसारी, सिकन्दरपुर तहसील अध्यक्ष अजय तिवारी, गोपाल जी गुप्ता, हरिंदर वर्मा, जफर अहमद, संजय शर्मा, श्यामकृष्ण गोयल, ओमप्रकाश वर्मा, शैलेन्द्र सिंह, संतोष सोनी, सीताराम शर्मा, कृष्णा शर्मा आदि उपस्थित रहे. अध्यक्षता तहसील अध्यक्ष मतलूब अहमद तथा संचालन शिवानन्द जायसवाल बागले ने किया.
युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज कराना घोर निंदनीय कृत्य है।* कान्हजी
संजीव सिंह बलिया। प्रयागराज में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों के न्यायोचित मांग को सुनने और उसका समाधान करने के बजाय छात्र छात्राओं पर लाठी चार्ज करना घोर निंदनीय कृत्य है जब परीक्षा व्यवस्था के खिलाफ छात्रों ने अपनी आवाज बुलंद की तो अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सरकारी अमला हिंसक हो उठा जिसकी जितनी निंदा की जाए कम हैं। प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज की घटना पर समाजवादी पार्टी बलिया के जिला प्रवक्ता एवं टाउन स्नातकोत्तर महा विद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी" ने उक्त प्रतिक्रिया व्यक्त किया हैं। प्रेस को निर्गत अपने बयान में कान्हजी ने कहा कि समाजवादी पार्टी तो शुरू से कह रही हैं कि युवाओं को नौकरी देना भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं। इनके एजेंडे में तो सिर्फ समाज में उन्माद फैलाना और सामाजिक समरसता को तार तार करना हैं भाईचारा को बिगड़ना हैं।रोजगार और शिक्षा व्यवस्था की बेहतरी इनके एजेंडे में नहीं हैं देश को निजीकरण के दिशा में तेज गति से ले जा रही बीजेपी सरकार नौकरी के अवसरों को कम कर रही हैं और जो कुछ नौकरी बची हैं उसे परीक्षा के गड़बड़झाला में उलझा रही हैं। कान्हजी ने कहा कि समाजवादी पार्टी युवाओं के साथ हैं प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज करने के बजाय सरकार को उनकी उचित मांग को मान लेना चाहिए।
*युवा विरोधी भाजपा का छात्राओं और छात्रों पर लाठीचार्ज कराना घोर निंदनीय कृत्य है।* कान्हजी

संजीव सिंह बलिया।प्रयागराज में UPPSC में धांधली को रोकने के लिए अभ्यर्थियों के न्यायोचित मांग को सुनने और उसका समाधान करने के बजाय छात्र छात्राओं पर लाठी चार्ज करना घोर निंदनीय कृत्य है जब परीक्षा व्यवस्था के खिलाफ छात्रों ने अपनी आवाज बुलंद की तो अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सरकारी अमला हिंसक हो उठा जिसकी जितनी निंदा की जाए कम हैं। प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज की घटना पर समाजवादी पार्टी बलिया के जिला प्रवक्ता एवं टाउन स्नातकोत्तर महा विद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी" ने उक्त प्रतिक्रिया व्यक्त किया हैं। प्रेस को निर्गत अपने बयान में कान्हजी ने कहा कि समाजवादी पार्टी तो शुरू से कह रही हैं कि युवाओं को नौकरी देना भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं। इनके एजेंडे में तो सिर्फ समाज में उन्माद फैलाना और सामाजिक समरसता को तार तार करना हैं भाईचारा को बिगड़ना हैं।रोजगार और शिक्षा व्यवस्था की बेहतरी इनके एजेंडे में नहीं हैं देश को निजीकरण के दिशा में तेज गति से ले जा रही बीजेपी सरकार नौकरी के अवसरों को कम कर रही हैं और जो कुछ नौकरी बची हैं उसे परीक्षा के गड़बड़झाला में उलझा रही हैं। कान्हजी ने कहा कि समाजवादी पार्टी युवाओं के साथ हैं प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज करने के बजाय सरकार को उनकी उचित मांग को मान लेना चाहिए।
बलिया आयुष्मान योजना के तहत 70+ वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गो को आयुष्मान कार्ड् का मिलेगा लाभ
संजीव सिंह बलिया । शासन की मंशा के अनुरूप ग्राम पंचायतों में अगले सप्ताह से 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य शुरू किया  जाएगा। जरूरत पड़ी तो इसके लिए कैंप का आयोजन भी किया जाएगा। इसके लिए आशा कार्यकर्ता के साथ-साथ सहायक ऑपरेटर की तैनाती को आवश्यक दिशा निर्देश के साथ गांव में करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
आशा कार्यकर्ती और सहायक ऑपरेटर गांव के पात्र लाभार्थी, जो 70 वर्ष या उससे अधिक के हो गए हैं, उन्हें तलाश कर उनका आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। ताकि अधिक से अधिक बुजुर्गों को इसका लाभ मिल सकें। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसके लिए आशा कार्यकर्ती व सहायक ऑपरेटर को जिम्मेदारी दी गई हैं, ताकि छुटे लाभार्थी को पहचान कर उनका आयुष्मान कार्ड बनवाया जा सकें।
राजकीय बीज केंद्र पर किसानों ने किया हंगामा बीज का वितरण नहीं होने से नाराज है किसान
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया) । स्थानीय नगर पंचायत स्थित राजकीय बीज केंद्र के बाहर किसानों ने गेहूँ के बीज को लेकर जमकर हंगामा किया. किसानों का आरोप है सुबह से केंद्र के बाहर खड़े हैं, बावजूद केंद्र का ताला तक नहीं खुला. मौके की नजाकत देख केंद्र प्रभारी वहां से खिसक गए. बाद में सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानो को समझा कर मामले को शांत कराया. बताया जाता है कि बुआई का सीजन होने के कारण किसान बीज को लेकर राजकीय बीच केंद्र पर पहुंचे. आरोप है कि वे कई दिनों से बीज केंद्र का चक्कर लगा रहे थे. केंद्र पर बीज न होने व आने पर वितरण की बात कह कर लौटा दिया जाता था. नरही गांव के किसान उमेश पांडे का आरोप था कि 2 दिन से केंद्र का पर बीज के लिए दौड़ रहे, लेकिन कुछ हासिल नहीं हो रहा है. किसान रामदर्शन का कहना था कि कुछ किसानों को ही बीच देकर गोदाम बंद कर दिया जा रहा है. राम जन्म ने बताया कि पिछले चार दिनों से गोदाम पर बीज के लिए दौड़ रहे हैं लेकिन बीज नहीं मिल रहा है. इनामीपुर के किसान राजीव सिंह, राम जी यादव व पांडेपुर के नित्यानंद पांडे ने बताया कि गुरुवार को छुट्टी के बावजूद कुछ लोगों को गेहूं का बीज गोदाम से वितरित किया गया. किसी प्रकार पुलिस के समझाने पर किसान शांत हुए और घर को लौटे. राजकीय बीज केंद्र के प्रभारी योगेंद्र चौहान ने बताया कि 600 बोरी गेहूं बीज है, किसानो की बढ़ती संख्या के चलते इसका वितरण नहीं हो पा रहा है. सोमवार को बीज का वितरण 985 रुपए की दर से किया जाएगा.
बलिया में छठ पूजा का समापन, महिलाओं ने सूर्यदेव को अर्घ्य देकर समृद्धि की कामना की , पारण कर तोड़ा व्रत*
संजीव सिंह बलिया। आज यानी 08 नवंबर को छठ पूजा का आखिरी दिन था । चौथा दिन यानी सप्तमी तिथि छठ महापर्व का अंतिम दिन होता है। इस दिन प्रातः काल उगते सूर्य को जल दिया जाता है। इसी के साथ छठ पर्व का समापन होता है। छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है। इसके बाद दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन संध्या अर्घ्य और चौथे दिन को ऊषा अर्घ्य के नाम से जाना जाता है। छठ का पर्व बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। छठ का व्रत संतान की लंबी उम्र और उनके खुशहाल जीवन के लिए रखा जाता है।इसके बाद ही 36 घंटे का व्रत समाप्त हो जाएगा। अर्घ्य देने के बाद व्रती प्रसाद का सेवन करके व्रत का पारण करती हैं।चार दिवसीय छठ पूजा का समापन उषा अर्घ्य होता है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ के व्रत का पारण किया जाता है। इस दिन व्रत रखने वाले लोग सूर्योदय से पहले नदी के घाट पर पहुंचकर उदित होते सूर्य को अर्घ्य देते हैं। इसके बाद सूर्य देव और छठ माता से संतान के सुखी जीवन और परिवार की सुख-शांति की कामना करते हैं।शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्‍य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ पूजा (डाला छठ) का समापन हुआ। भोर से ही व्रती महिलाएं परिवार के सदस्‍यों के साथ नदी घाटों पर पहुंचीं। नदी के जल में खड़े होकर उगते सूर्य को अर्घ्‍य दिया और विधिवत पूजन-अर्चन किया। इसी के साथ ही 36 घंटे के निर्जला व्रत का समापन हुआ। इस दौरान जनपद के विभिन्न गंगा घाटों व पवित्र जलाशयों के घाटों पर हजारों की संख्‍या में भीड़ जुटी। त्याग, विश्वास, सुख व समृद्धि के महापर्व डाला छठ पर नदियों के तट पर शुक्रवार की भोर में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्‍तमी तिथि पर गंगा-घाघरा व जलाशयों पर निर्जला व्रत रखने वाली हजारों महिलाएं परिवार के सदस्यों के साथ पहुंचीं। घाट पर स्वयं के चिह्नित स्थान पर गन्ने के मंडप बनाकर विधि-विधान से पूजन किया। सुहागिन महिलाओं ने एक-दूसरे को सौभाग्य के प्रतीक सिंदूर लगाया। व्रती महिलाओं ने पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य दिया और पुत्र, परिवार और कुल की कुशलता के लिए कामना की। छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार को संध्या अर्घ्य के साथ पूजा अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों व सरोवरों के किनारों पर पहुंचकर श्रद्धा के साथ भगवान सूर्य देव को अर्घ्य समर्पित किए और छठ मैया की विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। बच्चों में त्येाहार को लेकर उत्साह था। युवा और पुरुष भी त्योहार की खुशियों में सराबोर थे। रविवार को छठ पूर्व के तीसरे दिन श्रद्धालु़ और व्रती महिलाएं परिवार के साथ सूर्यास्त से पहले गंगा ,घाघरा व जलाशयों के तट पर पहुंचे। रास्ते में महिलाएं छठ मैया के गीत गाते हुए यमुना नदी पर पहुंची। व्रती महिलाओं ने सूर्य देव की ओर मुख करके डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर पांच बार परिक्रमा की छठ मइया के गीतों से गंगा व पवित्र सरोवरों तट गूंज उठे। हाथ में गन्ना और प्रसाद की थाली थी। जबकि पुरुष सिर पर बांस की टोकरी में सूप, फल, सब्जी व पूजन की अन्य सामग्री लेकर साथ चल रहे थे। घाट पहुंचने पर व्रती महिलाएं स्वयं की बनाई वेदी के पास बैठकर उसके चारों ओर गन्ने का मंडप तैयार किया। मंडप के अंदर बैठकर छठ मइया का विधिवत पूजन किया। घाट पर ढोल-नगाड़े की थाप पर युवाओं के साथ बुजुर्ग भी थिरके। बच्चों ने पटाखे जलाकर खुशी मनाई। शुक्रवार को नहाय-खाय से छठ पर्व का आरंभ हुआ था। खरना पर बुधवार को डाला छठ का 36 घंटे के निर्जला व्रत शुरू हुआ था। कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर शुक्रवार की सुबह डाला छठ व्रत का व्रती महिलाओं ने पारण ठेकुआ,खास्ता खाकर किया
उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ पर्व संपन्न*
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। लोक आस्था का महापर्व सूर्योपासना के डाला छठ पर मनोकामना लेकर व्रती आस्थावान श्रद्धालुओं द्वारा उदीयमान सूर्य को अर्ध्य के बाद सूर्योपासना का त्योहार सम्पन्न हुआ। बृहस्पतिवार से चले निर्जला त्योहार को सप्तमी के दिन प्रातः:काल उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देकर व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण किया। हिन्दू परम्परा में जीवनकाल से चली आ रही डाला छठ के तहत श्रद्धालु व्रती महिलाओं पुरुष द्वारा उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के बाद अपने व्रत को प्रसाद ग्रहण कर तोड़ने के पश्चात् डाला छठ का पर्व विधि विधान से सम्पन्न हुआ। तालाब, पोखरे के किनारे बने छठ घाट के वैदी पर एक दिन पूर्व सायंकाल पूजा अर्चन कर डुबते सूर्य को अर्ध्य देकर रात में घरों में पहुंचकर अपने तरीके से पूजन में भक्ति गीत के साथ कोसी भराई करके भोर में पुनः तालाब पोखरों पर बने अपने वेदी पर कलश स्थापित कर फल ईख वस्त्र आदि चढ़ावा के पश्चात पानी में खड़ी होकर महिलाएं भगवान सूर्य के उदय होने तक पूजा में लगे रकर उदयीमान सूर्य को दुध व जल से अर्घ्य देने के पश्चात छठ पर्व शुक्रवार को संपन्न हुआ। नगर पंचायत के तालाब पोखरों के जलाशयों के साथ ही क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भी छठ का पर्व धूमधाम से मनाया गया।