श्रीलंका की नौसेना ने तमिलनाडु के रामेश्वरम स्थित बंदरगाह से मछली पकड़ने निकले 23 भारतीय मछुआरों को पकड़ा
श्रीलंका की नौसेना ने तमिलनाडु के रामेश्वरम स्थित मछली पकड़ने के बंदरगाह से निकले 23 मछुआरों को कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा पार करने के कारण गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार, मछुआरों का दल शनिवार को रवाना हुआ था और नेदुनथीवु के पास मछली पकड़ रहे थे, तभी उन्हें श्रीलंकाई नौसेना की गश्ती नौका ने घेर लिया, जिसके कारण 23 मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया गया. तीन नौकाओं को भी जब्त किया गया है.
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार मछुआरों को कांगेसंथुराई नौसेना शिविर में ले जाया गया और उन्हें जाफना मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा.
इससे पहले श्रीलंका की नौसेना ने सितंबर महीने में भी 17 मछुआरों को पकड़ा था. जिसको लेकर राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा था. स्टालिन ने जयशंकर को पत्र लिखकर कहा था कि 28 सितंबर को रामेश्वरम मछली लैंडिंग सेंटर से मछली पकड़ने गए मछुआरों को रविवार को नेदुनथीवु के पास श्रीलंकाई अधिकारियों ने पकड़ लिया. मछुआरों को हिरासत में लिए जाने और उनकी नावों को जब्त किए जाने से तटीय समुदायों में गंभीर संकट और अनिश्चितता पैदा हो रही है.
पत्र में आगे कहा, 'मैंने बार-बार दोहराया है कि इस गंभीर मुद्दे को कूटनीतिक रूप से हल करने के लिए ठोस और सक्रिय कदम उठाए जाने चाहिए. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मैंने 27 सितंबर को प्रधानमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में इसे भी एक अनुरोध के रूप में प्रस्तुत किया है. स्टालिन ने केंद्र सरकार से भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी को रोकने के लिए मजबूत और प्रभावी कूटनीतिक उपाय शुरू करने का अनुरोध किया.
मछुआरों के मुद्दे पर स्टालिन ने पीएम मोदी को दिए अपने ज्ञापन में कहा कि 23 सितंबर तक 145 मछुआरे और 191 नावें श्रीलंका की हिरासत में थीं, जो पिछले सात वर्षों में सबसे अधिक है.
Nov 10 2024, 19:04