*घर में घुसकर गला दबाकर युवती की हत्या, जांच में जुटी पुलिस

औरंगाबाद: रफीगंज थाना क्षेत्र के मलुक बिगहा गांव में घर में घुसकर युवती की हत्या किए जाने का मामला शनिवार को प्रकाश में आया है। घटना की सूचना मिलते हैं प्रशिक्षु डीएसपी मनीषा बेबी , सर्किल इंस्पेक्टर मधु कुमारी, डि आई ओ टीम से राम इकबाल यादव , रफीगंज थाना अध्यक्ष गुफरान अली, एस आई वर्षा कुमारी, घटनास्थल पर दलबल के साथ पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया। ग्रामीणों के अनुसार युवती अपने घर में स्वर्गीय सुनील सिंह की 18 वर्षीय पुत्री अंकिता कुमारी रात्रि में अकेली थी जिसका फायदा उठाते हुए अज्ञात अपराधियों द्वारा हत्या कर दिया गया।

मृतिका के चाचा धंनजय सिंह ने बताया कि गुरुवार को मृतिका युवती अपनी मां संध्या कुवंर के साथ मदनपुर थाना क्षेत्र के बाहर गांव में रिश्तेदार के घर छठ पर्व में गई थी इसके बाद शुक्रवार को अपराह्न करीब तीन बजे के आसपास अपने चचेरे जीजा सत्येंद्र सिंह एवं चचेरी बहन चंचला देवी के साथ घर वापस आ गई। बहन एवं जीजा को भोजन काराकर शाम को शाम को विदाई किया। इसके बाद रात्रि लगभग 9:00 बजे तक चचेरी बहन एवं जीजा से फोन से बात की। चाचा धनंजय सिंह ने आगे बताते हुए बताया कि शनिवार की सुबह 7:00 बजे के आसपास दरवाजा खटखटाया तो काफी देर तक नहीं खुला तो दीवाल फान कर घर में घुसे तो देखा की एक कमरे में मृत पड़ी हुई थी। जिसकी सूचना ग्रामीणों एवं थाना को दिया।

ग्रामीणों का कहना है कि 12 वर्ष पूर्व मृतिका युवती अंकिता कुमारी के पिता सुनील सिंह की मौत हो गई। तब से मृतिका की मां संध्या कुंवर तीन बेटी एवं एक बेटा को लालन पालन किया। दो बेटियों की शादी भी संध्या कुवंर ने किया। यह (मृतिका ) सबसे छोटी पुत्री थी। इसका भाई गौरव कुमार बेंगलुरु में रहकर मजदूरी का कार्य करता है।

इस संबंध में शनिवार की अपराह्न करीब 4:00 बजे के आसपास थाना अध्यक्ष गुफरान अली ने बताया कि शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया कराई जा रही है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा हत्या कैसे हुई है। साक्ष्य के रूप में पुलिस वस्त्र एवं एक मोबाइल फोन साथ में ले गयी है। यह FSL के टीम के द्वारा साक्ष्य संकलन कर गहन जांच की जा रही है।

जमीन विवाद को लेकर मारपीट, तीन लोग घायल, एक रेफर

गोह (औरंगाबाद) : शनिवार को गोह थाना क्षेत्र के नगाईन गांव में जमीन विवाद को लेकर हुई मारपीट की घटना में तीन लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पर पहुंची 112 की पुलिस ने सभी घायलों को पीएचसी गोह में भर्ती कराया।

ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल प्रियंका कुमारी को बेहतर इलाज के लिए गया रेफर कर दिया है। घटना के बारे में बताया जाता है कि सिद्धनाथ पासवान अपने घर से नाली की पानी निकासी कर रहे थे।

इसी बीच ग्रामीण लालमोहन पासवान एवं अनुज पासवान ने नाली की पानी निकलने से रोक दिया। दोनों पक्षों में पानी निकासी को लेकर मारपीट हो गया। जिसमें सिद्धनाथ पासवान 45 वर्ष, रवि कुमार 22 वर्ष एवं प्रियंका कुमारी 15 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गए ।दो लोगों का इलाज पीएमसीएच में किया जा रहा है। जबकि प्रियंका कुमारी को रेफर कर दिया गया है।घटना की सूचना स्थानीय थाना को दी गई है। प्रभारी थाना अध्यक्ष ने बताया कि मामले में आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

गोह प्रखण्ड से श्रवण कुमार के रिपोर्ट

सूर्य उपासना के दौरान औरंगाबाद में बड़ा हादसा : सूर्य मंदिर घाट पर तालाब में डूबी 12 वर्षीय बच्ची, देव में कुआँ में गिरा टोटो 2 की मौत 4 घायल

औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद से इस वक्त की बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जहां छठ व्रत के दौरान दो बड़े हादसे में तीन की मौत हो गई। वहीं 4 गंभीर रुप से घायल है। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती कराया गया है।

पहली घटना में व्रतियों से भरा ऑटो कुआ मे गिर गया है। जिसमे दो की मौके पर मौत हो गई। वही 4 लोग बुरी तरह से घायल हो गए है ,सभी घायलों को ग्रामीणों द्वारा इलाज हेतु सदर हॉस्पिटल औरंगाबाद भेज दिया गया है। जहाँ डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद सभी की इस्थिति को गंभीर देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया है। घटना देव थाना क्षेत्र के चांदपुर गांव के पास की है।

मिली जानकारी के अनुसार हादसे के शिकार हुए सभी छठ व्रती थे जो भगवान भास्कर की नगरी देव में अपने बच्चे को मुडना करने के लिए भगवान भास्कर की नगरी देव आ रहे थे। इसी बीच चैनपुर गांव के पास ऑटो रिक्सा अनियंत्रित होकर कुए में चल गया। हालांकि घटना के उपरांत मौके पर उपस्थि लोगो के सोरगुल पर काफी संख्या में लोग दौड़ पड़े और कई लोगो को अपने कपड़े के द्वारा कुए से बाहर निकाला गया। घटना की खबर मिलते ही जिला प्रसासन अपने दाल बल के साथ मौके पर पहुंच कर कुए से ऑटो को निकाल लिया है। मौके पर पहुंचे एनडीआरएफ के टीम के द्वारा कुंए से एक शव को बाहर निकाला गया अभी कुछ और लोगो को कुए में फंसे होने की बात कही जा रही है। जिसको लेकर बचाव राहत की कार्य अभी भी चल रही है सभी लोगो की पहचान देव थाना क्षेत्र के बरहेता गाँव निवासी के रूप में किया गया है।

लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि जिस बची की मौत हो गई वह बच्ची भी जिंदा अवस्था मे बाहर निकली थी और उस समय मौके ओर एम्बुलेंस भी था लेकिन वह भाग गया और उसके साथ 112 कि पुलिस भी साथ मे थी। वह भी मौके से भाग गया जिसके कारण इस बच्ची की मौत हो गई। जिसकी पहचान बरहेता गांव निवासी के रूप में किया गया है , वही घायलो की पहचान आयुष कुमार उम्र 3 वर्ष पिता पप्पू चौधरी, ग्राम बरहेता, ज्योति कुमारी पिता विकास चौधरी ग्राम पर बरहेता, राजू कुमार 18 वर्ष पिता मुनी भुइँया ग्राम बरंडा, प्रिंस राज 13 वर्ष ग्राम बरहेता सभी देव थाना क्षेत्र के रहने वाले है।

वहीँ औरंगाबाद के एक परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है। छठ पर्व के दौरान स्नान करने सूर्य मंदिर के घाट पर गई एक 12 वर्षीय किशोरी की तालाब में डूबने से मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार, यह दुखद हादसा औरंगाबाद जिले के सूर्य मंदिर के तालाब में हुआ, जहां रामडीहा निवासी प्रदीप चौधरी अपनी पुत्री और पत्नी के साथ सूर्य उपासना के लिए पहुंचे थे। पूजा के पहले परंपरागत रूप से तालाब में स्नान के दौरान किशोरी का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में डूब गई। घाट पर मौजूद लोगों ने तुरंत उसे बचाने का प्रयास किया और गंभीर अवस्था में उसे तालाब से बाहर निकालकर सदर अस्पताल पहुंचाया। हालांकि अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दर्दनाक घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है, और इलाके में शोक का माहौल पसर गया है।

घटना के बाद स्थानीय लोग और प्रशासन भी शोकाकुल परिवार के साथ संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। छठ पूजा के मौके पर हुई इस दुखद घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर दिया है और एक बार फिर से तालाबों और नदी घाटों पर बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

अधिकारियों ने इस घटना के बाद अन्य श्रद्धालुओं से सावधानी बरतने की अपील की है ताकि आगे इस तरह की कोई अनहोनी ना हो।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

प्रेस क्लब औरंगाबाद के बैनर तले मीडियाकर्मियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों ने छठव्रतियों को बांटा प्रसाद

शहर के रमेश चौक पर गुरुवार के अपराह्न दो बजे से साढ़े चार बजे तक प्रेस क्लब औरंगाबाद के बैनर तले मीडियाकर्मियों ने सांध्यकालीन भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए घाट पर जा रहे छठव्रतियों को अर्घ्य समर्पित किए जाने वाले प्रसाद का थैला दिया।

इस दौरान सदर एसडीपीओ 1 संजय कुमार तिवारी, लोजपा के जिलाध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह के साथ साथ ड्यूटी में तैनात रहे अन्य पुलिसकर्मियों ने प्रेस क्लब के इस पहल की न सिर्फ सराहना की बल्कि फल के थैलों को व्रतियों को अर्घ्य के लिए दिया। एसडीपीओ ने कहा कि मीडियाकर्मी के इस पहल की जितनी प्रशंसा की जाए कम होगी।

क्योंकि आमतौर पर मीडिया खबरों को लेकर ज्यादा संवेदनशील दिखते हैं लेकिन औरंगाबाद प्रेस क्लब से जुड़े समस्त मीडियाकर्मी अपने समय को खबर के साथ साथ भगवान भास्कर एवं छठी मईया की सेवा में भी समर्पित किया। इसके लिए छठी मईया सबों पर अपना आशीर्वाद बनाए रखेंगी।

वही लोजपा के जिलाध्यक्ष ने कहा कि ऐसे तो राजनीति से जुड़े होने के कारण कई जगहों पर फल वितरण में शामिल हुआ लेकिन मीडियाकर्मियों के साथ व्रतियों के बीच अर्घ्य वाले फलों का वितरण कर काफी खुशी एवं प्रसन्नता हुई। इस मौके पर मुख्य संरक्षक सनोज पांडेय एवं जिलाध्यक्ष सुजीत कुमार सिंह मंत्री धीरेन्द्र पाण्डेय महासचिव दीनानाथ मौआर के संयुक्त नेतृत्व में प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने भी इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग दिया और व्रतियों को अर्घ्य सामग्री देकर आशीर्वाद की कामना की।

संयोजक और जिलाध्यक्ष ने बताया कि अर्घ्य सामग्रियों में सेव, केला, संतरा, पानीफल, कपूर एवं दियासलाई सहित अन्य सामग्रियों के पैकेट बनाए गए थे और उन्हें बरातियों के हाथों और दउरे में दिया गया। उन्होंने बताया कि प्रेस क्लब का उद्देश्य जन सेवा है और लगातार ऐसे जनसेवा के कार्य किए जाते रहेंगे।

महापर्व छठ: खरना के साथ ही 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू

* औरंगाबाद: लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा के तहत बुधवार को 36 घंटे तक रखा जाने वाला निर्जला व्रत शुरू हो गया। व्रतियों ने शाम को खरना कर व्रत शुरू किया। अब अगले 36 घंटे तक छठ व्रती बिना अन्न जल ग्रहण किए भगवान भास्कर की आराधना में लीन रहेंगे। कल गुरुवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को पहला तथा शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत संपन्न होगा। तीर्थनगरी ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों में चार दिवसीय छठ पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। छठ पर्व के दूसरे दिन बुधवार को छठ व्रतियों ने सुबह से व्रत रख शाम को मिट्टी के चूल्हे में आम की लकड़ी से गुड़ के साथ अरवा चावल मिलाकर खीर बनाई। खीर के साथ घी लगी रोटी और कटे हुए फलों का प्रसाद भगवान को चढ़ाया। दूध और गंगाजल से प्रसाद में अर्घ्य देने के बाद व्रतियों ने इसे ग्रहण किया। इस बीच घर की अन्य महिलाएं छठ गीत गाती रहीं। खरना के साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत भी शुरू हो गया,जो शुक्रवार सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद संपन्न होगा। खरना के बाद व्रतियों ने अपने परिवार के सदस्यों और आसपास के लोगों को प्रसाद वितरित किया। औरंगाबाद छठ व्रति मिन्नी कुमारी, पूजा , प्रभा ,न्यू एरिया निवासी पिंकी सिंह ,शकुंतला देवी ने बताया कि छठ चार दिन तक चलने वाला लोक महापर्व है। इसमें कार्तिक मास की षष्टी तिथि यानी छठ पर्व के तहत गुरुवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर (डूबते सूर्य) को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद सप्तमी यानी शुक्रवार को उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के बाद यह पर्व संपन्न होगा। औरंगाबाद से धीरेन्द्र
आज खरना पूजा के साथ होगी व्रतियों के 36 घंटे के निर्जला व्रत की शुरुआत

* औरंगाबाद : बिहार के रहने वाले लोगों के लिए आस्था के महापर्व छठ की कल नहाय-खाय के साथ शुरुआत हो चुकी है. आज खरना पूजा है. चार दिवसीय इस पर्व के दौरान छठी मैया और भगवान भास्कर की पूजा का विधान है. आज इस चार दिवसीय पूजा दूसरा दिन है. आज के दिन खरना पूजा होती है. खरना का अर्थ है शुद्धता. यह पूजा नहाए खाए के अगले दिन मनाया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन अंतरमन की स्वच्छता पर जोर दिया जाता है. खरना पूजा इस महापर्व के दौरान की जाने वाली अहम पूजा है. ऐसा कहा जाता है कि इसी दिन छठी मैया का आगमन होता है, जिसके बाद व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है. *चावल, गुड़ और दूध की खीर बनाने का विधान* आज खरना पूजा के दिन व्रती नहाने के बाद भगवान सूर्य की पूजा करती हैं. शाम के समय मिट्टी के चूल्हे पर साठी के चावल, गुड़ और दूध की खीर बनाई जाती है. जिसे भोग के रूप में सबसे पहले छठ माता को अर्पित किया जाता है. आज के दिन व्रती उपवास रख कर रात में खरना पूजा के बाद प्रसाद ग्रहण करती हैं. फिर घर के सदस्यों को प्रसाद दिया जाता है. इस पूजा के बाद से ही 36 घंटे के लिए निर्जला व्रत की शुरुआत हो जाती है, जिसका समापन छठ पूजा के चौथे दिन सुबह सूर्य देव को अर्घ्य देकर किया जाता है. *पारण के साथ पूरा होता है उपवास* 6 नवंबर को खरना पूजा के बाद षष्ठी तिथि यानी 7 नवंबर को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर की आराधना-पूजा कर अर्घ्य दिया जाएगा. फिर 8 नवंबर सप्तमी तिथि को पारण के दिन उदयगामी सूर्य की पूजा कर उन्हें दूध और गंगा जल का अर्घ्य दिया जाएगा. जिसके बाद इस चार दिवसीय महापर्व का समापन प्रसाद वितरण के साथ होगा. *छठ पूजा विधान* नहाय-खाय से शुरू होने वाले इस महापर्व का विधान चार दिनों तक चलता है. भगवान भास्कर की आराधना का लोकपर्व सूर्य षष्ठी (डाला छठ) कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि में मनाया जाता है. इस तिथि में व्रती महिलाएं शाम के समय नदी, तालाब-सरोवर या कृत्रिम रूप से बनाए गए जलाशय में खड़ी होकर अस्ताचलगामी भगवान सूर्य की आराधना करती हैं. उन्हें अर्घ्य दिया जाता है. दीप जलाकर रात्रि पर्यंत जागरण के साथ गीत एवं कथा के जरिए भगवान सूर्य की महिमा का बखान का श्रवण किया जाता है. इसके बाद सप्तमी की तिथि में प्रातः काल में उगते हुए सूर्य की पूजा कर अर्घ्य दिया जाता है. फिर प्रसाद ग्रहण करने के साथ इस महापर्व का समापन होता है. औरंगाबाद से धीरेन्द्र
छठ बाद काम पर लौटने वालों के लिए नहीं होगी परेशानी, रेलवे द्वारा एक और अतिरिक्त पटना-नई दिल्ली पूजा स्पेशल ट्रेन का किया जाएगा परिचालन*

हाजीपुर : त्योहारों के अवसर पर यात्रियों के सुविधाजनक आवागमन के लिए कई पूजा स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है । इसी कड़ी में छठ पर्व बाद नई दिल्ली जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए एक जोड़ी अतिरिक्त पूजा स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जाएगा । गाड़ी संख्या 03329 पटना-नई दिल्ली पूजा स्पेशल 09.11.2024 एवं 11.11.2024 को पटना से 14.05 बजे खुलकर दानापुर, आरा, बक्सर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते अगले दिन 08.00 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी । इसी तरह वापसी में गाड़ी संख्या 03330 नई दिल्ली-पटना पूजा स्पेशल 10.11.2024 एवं 12.11.2024 को नई दिल्ली से 09.30 बजे खुलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, बक्सर, आरा, दानापुर के रास्ते अगले दिन 02.20 बजे पटना पहुंचेगी । धीरेन्द्र पांडेय की रिपोर्ट
बीजेपी के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने बिहार की स्वर कोकिला डॉ. शारदा सिन्हा के निधन व्यक्त किया गहरा शोक*

औरंगाबाद : भाजपा के पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने लोक आस्था का महान पर्व छठ पूजा के गीत को अपनी आवाज से सजाने वाली हमारी संस्कृति की मर्मस्पर्शी गायिका स्वर कोकिला पद्म श्री एवं पद्म भूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। पूर्व सांसद ने नम आँखों से भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बिहार की मशहूर गायिका शारदा सिन्हा का निधन हम सभी लोगों के लिए बहुत दुःखद है। इस खबर ने शारदा सिन्हा के सभी शुभचिंतकों को झकझोर कर रख दिया है। शारदा सिन्हा के गाए छठ गीत बहुत ही सुन्दर है। शारदा सिन्हा पहली बार 1974 में पहली बार भोजपुरी गीत गाना शुरू किया और पहला छठ गीत उग हो सुरुज देव गाना 1978 में रिकॉर्ड किया गया। इन्होंने वॉलीवुड के साथ छठ,विवाह,मुंडन,विदाई और श्रद्धांजलि गीत गाए है।इनका निधन पूरे देश के साथ-साथ संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।आस्था के महापर्व छठ पूजा से जुड़े गीतों की गूंज सदैव बनी रहेगी। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसको के साथ है। वहीं शारदा सिन्हा के निधन पर भाजपा वरीय नेता सुनील सिंह,भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा,पूर्व जिलाध्यक्ष सह पूर्व मुखिया मनोज शर्मा,देव पूर्व उप प्रमुख मनीष पाठक,युवा भाजपा नेता प्रवीर सिंह,भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष शुभेंदु शेखर सिंह,लोकसभा संयोजक अनिल शर्मा,पूर्व सांसद प्रतिनिधि अश्विनी सिंह,जिला महामंत्री मुकेश सिंह,जिला परिषद सदस्य रामेश्वर बैठा,जिला कोषाध्यक्ष आलोक सिंह,धर्मेन्द्र शर्मा,जिला मीडिया प्रभारी मितेन्द्र सिंह,नलिनी रंजन,अमरीश सिंह,भाजपा नेता विनय शर्मा,रविन्द्र शर्मा,भाजपा नेता प्रवीण गुप्ता,सुरेन्द्र गुप्ता,भरत सिंह,विधानसभा प्रभारी उदय सिंह,किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष विनय सिंह,अनिता सिंह,जुलेखा खातून,सुबोध सिंह,एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया है। औरंगाबाद से धीरेन्द्र
मगध प्रमंडल के आयुक्त और आईजी ने देव सूर्य नगरी में लगनेवाले चार दिवसीय कार्तिक छठ मेले का किया निरीक्षण, मंदिर में किए पूजा-अर्चना*

औरंगाबाद : आज दिनांक-06 नवंबर 2024 को आयुक्त मगध प्रमंडल गया, प्रेम सिंह मीणा एवं आईजी मगध रेंज छत्रनील सिंह द्वारा देव सूर्य नगरी में लगनेवाले चार दिवसीय कार्तिक छठ मेले की तैयारी एवं विधि व्यवस्था को लेकर देव मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। आयुक्त एवं आईजी के द्वारा सूर्य मंदिर में पूजा-अर्चना किया गया। जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा अंग वस्त्र एवं देव सूर्य मंदिर का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। आयुक्त एवं आईजी द्वारा श्रद्धालुओं को विशेष व्यवस्था को लेकर मेले की तैयारी का जायजा लिया गया। इस दौरान उन्होंने देव मेला क्षेत्र, सूर्य कुंड तालाब व बाजार का जायजा लिया। इस दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा आयुक्त महोदय को जिला प्रशासन की तरफ से छठ मेला तैयारी से संबंधित बिजली पेयजल,साफ-सफाई, यातायात, छठ व्रतियों के ठहरने संबंधी आवासन अन्य बातों की जानकारी दिया गया। मगध प्रमंडल आयुक्त द्वारा श्रद्धालुओं को विशेष वव्यवस्था को लेकर अधिकारियों को बेहतर व्यवस्था कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस बार छठ मेले में व्रतियों व श्रद्धालुओं के लिये बेहतर व्यवस्था हो. इस दिशा में प्रशासन द्वारा विशेष पहल की गयी है, ताकि देश के कोने-कोने से आने वाले छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। आयुक्त ने कहा कि मेला क्षेत्र में छठ व्रतियों के ठहरने के साथ शुद्ध पेयजल, शौचालय के अलावे अन्य प्रकार की विशेष व्यवस्था जिला प्रशासन के द्वारा की गई है। छठ व्रतियों को सड़क जाम से जुझना न पड़े इसके लिए ट्रैफिक की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गयी है। उक्त अवसर पर जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री पुलिस अधीक्षक अम्बरीष राहुल, सदर एसडीओ संतन कुमार सिंह, दोनों एसडीपीओ एवं जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। औरंगाबाद से धीरेन्द्र
औरंगाबाद में मेडिकल कॉलेज खोले जाने को लेकर राजस्व मंत्री ने डीएम को प्रस्ताव भेजने का दिया निर्देश

औरंगाबाद : लोक आस्था, लोक उपासना का चार दिवसीय अनुष्ठान को लेकर भगवान भास्कर की नगरी देव में लगने वाले कार्तिक छठ मेला का मंगलवार को सूबे के राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। उदघाटन के बाद राजस्व मंत्री ने देव के विकास के साथ साथ जिले के विकास को लेकर भी कई चर्चाएं एवं घोषणाएं की। इन चर्चाओं में सबसे महत्वपूर्ण चर्चा देव में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज की रही। मेडिकल कॉलेज की चर्चा करते हुए राजस्व मंत्री ने कहा कि बिहार के प्रत्येक जिलों में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाना है। देव में भी मेडिकल कॉलेज खोले जाने को लेकर पातालगंगा में 30 से 35 एकड़ जमीन भी चिन्हित कर ली गई है। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जल्द ही इसका प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेजे ताकि वे इस संदर्भ में 13 नवंबर को बिहार के दरभंगा में राज्य के दूसरे एम्स के शिलान्यास समारोह में आ रहे प्रधानमंत्री से इसकी चर्चा कर मेडिकल कॉलेज के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर सकें।

अपने उद्बोधन के दौरान खुद को काफी सौभाग्यशाली बताया और कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि आज भगवान भास्कर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि छठ और देव के विकास के लिए जो राशि आ रही है उसके अलावी भी यदि राशि खर्च करने की जरूरत पड़े खर्च करें राजस्व विभाग खर्च किए राशि भेजेगी। इस दौरान मंत्री ने औरंगाबाद के जिलाधिकारी के कार्यों की भी सराहना की और कहा कि डीएम एक कुशल प्रशासक के साथ साथ अभियंत्रण क्षेत्र के वृहद जानकर भी हैं। सदर विधायक आनंद शंकर की मांग पर राजसी मंत्री ने कहा कि सरकार ने देव कंचनपुर रोड निर्माण को अपनी योजना में शामिल कर लिया है। शीघ्र ही उसके निर्माण की कारवाही प्रारंभ की जाएगी। 

राजस्व मंत्री ने छठ मेले में स्काउट गाइड एवं एनसीसी के बच्चों द्वारा की जा रही निस्वार्थ सेवा को देखते हुए उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए उनके खाते में एक एक हजार रुपए भेजने की घोषणा की ताकि वे उक्त राशि को अपनी पढ़ाई पर खर्च कर सके। इसके अलावे उन्होंने डीएम से यह भी कहा कि इन बच्चों के विद्यालय का नाम भी राजस्व विभाग को भेजे ताकि राजसी विभाग उन्हें भी प्रशस्ति पत्र दे सके।

मंत्री ने बिहार के विकास के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया और कहा पहले बिहार में पुल और सड़क के नाम पर कुछ ही पुल और सड़क थे मगर आज की स्थिति यह है कि बक्सर से लेकर भागलपुर एवं अन्य जिलों के गंगा नदी के साथ साथ अन्य नदियों पर पुल ही पुल है और सड़के चकाचक दिख रही है। कर एनएच का निर्माण कार्य चलब्रहा है। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि बिहार के विकास में ईर्ष्या, द्वेष और आलोचना की भावना से ऊपर उठकर सहयोग करें। सरकार के बेहतर कार्य की चर्चा करें और कमी पर आईना भी दिखाएं।

देव सूर्य मंदिर की महत्ता की चर्चा करते हुए डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि देव श्रद्धालुओं के लिए आस्था एवं विश्वास का केंद है और इसकी धार्मिक तथा पौराणिक महत्ता भी है। यहां बिहार के अलावे देश के कई राज्यों से भी श्रद्धालु आते हैं। यह मंदिर लगभग ढाई लाख वर्ष पुराना है और यहां का सूर्य कुंड भी काफी प्रसिद्ध है। डीएम ने कहा कि इस वर्ष छठ मेला में 10 से 12 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। ऐसे में बिहार सरकार से अच्छी राशि प्राप्त हुई है जिससे हर तरह के विकास कार्य यहां कराए गए हैं। श्रद्धालुओं के 10 हजारों वाहनों के लिए पार्किंग, महिला, पुरुष के लिए अलग–अलग शौचालय की व्यवस्था, सुरक्षा के लिए कुंड में एनडीआरफ की टीम, एनसीसी और स्काउट गाइड के बच्चे तैनात, पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। 

वहीं अर्घ्य देने के लिए दूध और घी की व्यवस्था, 100 जगहों पर सीसीटीवी और तीन ड्रोन कैमरा, कुंड के पास दस बेड के साथ एक अस्थायी अस्पताल, नौ जगहों पर आवासन स्थलों को बनाया गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन श्रद्धालुओं को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हमेशा तत्पर है। ऐसे में सभी लोग शांति व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र