ईश्वर के प्रति सच्ची श्रद्धा एवं विश्वास से ही मनोवांक्षित फल प्राप्त होता है: जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। ईश्वर के प्रति सच्ची श्रद्धा एवं विश्वास से ही मनोवांक्षित फल प्राप्त होता है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने अपने प्रियजनों से पतरकउ महादेवन राजा बाबा आश्रम विजयपुर गैपुरा मिर्जापुर के प्रांगण में बने अमृतकुण्ड पर कही।संज्ञानित कराते चले कि राजा बाबा आश्रम में स्थिति अमृतकुण्ड की महिमा अमित अपार है।इस कुण्ड में मिर्गी रोगी,सफेद दाग रोगी एवं लकवा ग्रसित रोगी ईश्वर पर सच्ची श्रद्धा एवं विश्वास रखकर उन्हें इस कुण्ड में स्नान कराया जाता है तो धीरे धीरे उनके ये रोग सदा के लिए समाप्त हो जाते हैं।

ऐसा यहाँ का महात्म बतलाया जाता है।इस स्थान के प्रमुख पुजारी राजकुमार बाबा एवं इस स्थान की सम्पूर्ण देखरेख की जिम्मेदारी कल्लू तिवारी महराज जी उठाते हैं।यह स्थान चहुं ओर से पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा हुआ बहुत ही रमणीक स्थल है और साथ में ही इस स्थल पर छोटा सा झरना है जिसमें से पूरे वर्ष भर निरन्तर स्वच्छ पीने योग्य जल प्रवाहित होता रहता है और साथ में ही आश्रम से उत्तर की दिशा में माँ भगवती विजयपुर देवी का मंदिर है और साथ में राजा विजयपुर का किला भी स्थित है।यह स्थान पर्यटक के लिहाज से भी बहुत ही मनोरम स्थल है।

जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि ईश्वर के प्रति सच्ची श्रद्धा एवं विश्वास से ही मनोवांक्षित फल प्राप्त है क्योंकि मारने वाला है भगवान एवं बचाने वाला है भगवान इसलिए मनुष्य को ईश्वर पर हमेशा सच्ची श्रद्धा एवं अटल विश्वास रखना चाहिए। जिला मंत्री ने आगे कहा कि इस कुण्ड महिमा अमित अपार है जो व्यक्ति ईश्वर पर सच्ची श्रद्धा एवं विश्वास रखकर इस कुण्ड में स्नान करेगा तो निःसंदेह उसके दुःख दूर हो जाएंगे।जिला मंत्री अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि सच्ची श्रद्धा एवं विश्वास से ही ईश्वर मिलते हैं,सत्य एवं न्याय के मार्ग से ही जीवन में अमृत कमल खिलते हैं।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान वरिष्ठ समाजसेवी पं० रामशिरोमणि तिवारी,वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद जोखू लाल पटेल,समाजसेवी हरिश्चन्द्र तिवारी एवं रवि कुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

चाचा भतीजे की मौत के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार से किया इनकार,दोनों शवो को घर पर रखकर मुआवजे की मांग पर अड़े

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। जिलाधिकारी प्रयागराज के द्वारा आश्वाशन पर एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा पुलिस उपायुक्त गंगानगर के समझाने बुझाने पर शव किया गया अंतिम संस्कार। जगतपुर। उतराव थाना क्षेत्र के आरा कला कजरीगढ गांव में दीपावली के दिन दीवार पर दिया जलाने को लेकर पड़ोसियों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। मारपीट में एक पक्ष से एक युवक की हालत गंभीर थी जहां रविवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई ।थी। वही इलाज के दौरान मृतक पवन के चाचा जितेंद्र की भी देर शाम मौत हो गई।

उतराव थाना क्षेत्र के आरा कला कजरीगढ़ गांव निवासी दिलीप कुमार दुबे व पड़ोस के राम अभिलाष यादव में दीपावली के दिन दीवार पर दिया रखने को लेकर विवाद हो गया था।मारपीट में पवन कुमार दुबे के सिर पर गंभीर चोट लगने से वह जमीन पर बेहोश होकर गिर पड़ा था। बीच बचाव करने परिजनों को भी मारपीट कर घायल कर दिया गया था। मारपीट में गंभीर रूप से घायल पवन कुमार उम्र 32 पुत्र राजेन्द्र प्रसाद का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा था। जहां रविवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वही मृतक पवन के चाचा जितेंद्र दुबे की भी रविवार की देर शाम मौत हो गई। पुलिस ने मृतक जितेंद्र दुबे का देर रात पोस्टमार्टम कराया। सुबह परिजनों द्वारा दोनों शवों को घर पर रखकर अंतिम संस्कार से इनकार करते हुए मुआवजे व अन्य पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के मांग पर अड़े रहे। परिजनों की मांग है कि मुआवजा के रूप में एक शस्त्र लाइसेंस एक नौकरी,सड़क निर्माण,घर ध्वस्तीकरण सहित अन्य मांग की।

फिलहाल पीड़ित परिवार के घर लोगों की भारी भीड़ जुटी रही। मृतक जितेंद्र दुबे चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। उनके दो बेटे हैं। पत्नी मनीषा देवी सहित घर के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। घटनास्थल पर डीसीपी गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत, एडीएम फाइनेंस विनय कुमार सिंह,एसीपी फूलपुर पंकज कुमार लवानिया,एसीपी हंडिया सुनील कुमार सिंहसमेत कई थाने की फोर्स व पीएससी बल मौजूद रही। फिलहाल डीएम प्रयागराज रविन्द्र कुमार मादड़ के आशाश्वाशन अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एन लोलांची एवं ऐप जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनय कुमार सिंह,पुलिस उपायुक्त गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत भी समझाने बुझाने एवं आश्वासन देते रहे। आश्वासन के बाद दोनों शवों को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।

, उतराव थाना क्षेत्र के आराकला गांव में चाचा भतीजे की मौत के बाद मौके पर जुटी ग्रामीणों की भीड़, मौके पर मौजूद पुलिस, परिजनों से बात करते डीसीपी गंगानगर, दोनों शवों के पास रोते बिलखते परिजन।

10 व कई अज्ञात के खिलाफ मारपीट व हत्या के प्रयास का पुलिस ने दर्ज किया था मुकदमा

जगतपुर। उतरांव थाना क्षेत्र के आराकला कजरीगढ़ गांव में हुई मारपीट में दस व कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट एवं हत्या के प्रयास का मुकदमा पुलिस ने दर्ज किया था।पीड़ित दिलीप कुमार दुबे की तहरीर पर पुलिस ने रवि शंकर यादव,ध्रुव शंकर,रतन सिंह,लव कुश,राम अभिलाष,धारा सिंह कुलदीप, विकास यादव,चिंतामणि,विपिन यादव व कई अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पांच लोगों को पुलिस भेज चुकी है जेल बाकी आरोपी पकड़ से बाहर

जगतपुर। उतरांव पुलिस ने मारपीट कर हत्या का प्रयास करने के आरोप में एक पक्ष के सुनील कुमार,ध्रुव शंकर,रवि शंकर पुत्रगण राम अभिलाष, एवं धारा सिंह व विकास यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बाकी आरोपी पुलिस के पकड़ से अभी भी बाहर है। मौके पर मौजूद लोगों ने उतराव पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसडीएम हंडिया के खिलाफ भी लोगों ने रोष जताया। पीड़ित परिवार के घर पहुंचे कई जनप्रतिनिधि।

जगतपुर। उतराव थाना क्षेत्र के आराकला कजरीगढ गांव में पीड़ित परिवार के घर भाजपा के जिलाध्यक्ष कविता पटेल, पूर्व मंत्री राकेश धर त्रिपाठी, विश्व हिंदू परिषद के पूर्व जिला अध्यक्ष सर्वेश पांडेय, भाजपा नेता मुकेश दुबे, बुलबुल त्रिपाठी आदि जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार से मिलकर उनको सांत्वना देते हुए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।

डीएम के न आने से मायूस हुए फरियादी,एसडीएम व एसीपी ने सुनी फरियाद

विश्वनाथ प्रताप सिंह

मेजा प्रयागराज।मेजा तहसील सभागार में आज सोमवार को तहसील दिवस में डीएम नहीं आ सके।जिससे फरियादी मायूस हुए हालांकि मौजूद अधिकारी उप जिलाधिकारी मेजा व सहायक पुलिस आयुक्त मेजा की संयुक्त अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन सम्पन्न हुआ।नवम्बर महीने में जिलाधिकारी प्रयागराज की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन निश्चित था।इसको लेकर तहसील प्रशासन द्वारा आज पूरी तैयारी की गई थी।

इस दिवस पर डीएम आएंगे ऐसी सूचना पर आम जनता के चेहरे पर काफी खुशी थी वे अपनी शिकायतों के निस्तारण के लिए तहसील दिवस पर पहुँचे थे, लेकिन अचानक कार्यक्रम में परिवर्तन के बाद शिकायतकर्ताओं में काफी मायूसी हो गये।जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के न आने पर तहसील दिवस का कार्यक्रम को उप जिलाधिकारी मेजा दशरथ कुमार व एसीपी मेजा रवि कुमार गुप्ता ने संभाला दोनों अधिकारीयो ने आये हुये फरियादीयो की बारी बारी से समस्याओं को सुना वही शिकायतो से जुड़े अधिकारीयो को शीघ्र निस्तारण किये जाने के कड़े निर्देश दिए।इस दिवस पर कुल 152 शिकायतें प्राप्त हुई।जिसमे मौके पर राजस्व के 08 शिकायतो का निस्तारण किया गया।शेष में जन सुनाई के लिए उपस्थित रहे।

अधिकारीयो ने विभागीय अधिकारियों को निस्तारण करने का फरमान सुनाए। प्राप्त शिकायतों में पुलिस के 33, राजस्व के 54, विकास 13 शिक्षा विभाग के04 व अन्य विभागों के 48 शिकायतें प्राप्त हुई। शिकायतो के निस्तारण में तहसीलदार मेजा आकांक्षा मिश्रा नायब मेजा अश्वनी कुमार तिवारी, नायब लालतारा राजेन्द्र सिंह नायब माण्डा अनुग्रह सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी व राजस्व अधिकारी उनके सहायक मौजूद रहे।

कोरांव व खीरी थाने की पुलिस एवं एसओजी यमुनानगर की संयुक्त पुलिस ने संयुक्त रूप से घेराबन्दी कर शातिर तीन चोरों को किया गिरफ्तार

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव/खीरी प्रयागराज। जनपद प्रयागराज यमुनानगर के अलग अलग थानों की पुलिस ने संयुक्त प्रयास करते हूए चोरी के दर्ज कुल आठ मुकदमे से जुड़े शातिर तीन चोरों को गिरफ्तार करने में सफल हुई।चोरी से जुड़े आरोपियो को पकड़ने में एसओजी यमुनानगर टीम का काफी सराहनीय सहयोग रहा है।उक्त गिरफ्तारी कार्यवाही-पुलिस आयुक्त प्रयागराज तरुण गाबा के निर्देश पर अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में डीसीपी यमुनानगर विवेक चन्द्र यादव व एसीपी मेजा रवि कुमार गुप्ता/एसीपी कौंधियारा के निर्देशन में थाना कोरांव प्रभारी नितेन्द्र कुमार शुक्ला की पुलिस टीम व थाना खीरी थानाध्यक्ष आशीष सिंह की पुलिस टीम तथा एसओजी यमुनानगर प्रभारी नवीन सिंह की टीम थाना क्षेत्र कोरांव में अपराधियो की तलाश हेतु मौजूद थी इसी बीच खास सूचना पर थाना खीरी में पंजीकृत मुकदमा 144/24 व129/24 व 172/24 वही थाना कोरांव में 212/24 व 258/24 व 275/24 तथा थाना कौंधियारा में दर्ज मुकदमा 149/24 से जुड़े अपराधियो को दिनाँक03/11/24 को बड़ोखरा से अरूवारी जाने वाली नहर पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार होने वाले शातिर चोर अल्तमस पुत्र साहिल आलम चंद्रभान सिंह का पूरा औद्योगिक क्षेत्र प्रयागराज व अविनाश कुमार पुत्र गजराज गाँव हथगन घुरपुर तथा आसिफ पुत्र साजिद अली चंद्रभान सिंह का पूरा घुरपुर का प्रयागराज के रहने वाले है।

पुलिस के मुताबिक उनके जब उन्हें पकड़ा गया तो उनके कब्जे से पीली धातु के एक लाकेट व चांदी के चार लाकेट नगद कुल दो लाख पांच सौ रुपये बरामद हुए।सघन पुछ तांछ में गिरफ्तार चोरों ने गुनाह को कबूल करते हूए दर्ज मुकदमे का खुलासा करते हूए कहा कहा चोरी किये और कैसे किया कितना चोरी किया आदि घटनाओं के बारे में पुलिस को बताया।गिरफ्तार पुलिस टीम ने सघन पूछताछ एवं अपराधी कुंडली खंगालने के बाद गिरफ्तार सभी चोरों को जिले पर ले गयी जहाँ डीसीपी यमुनानगर के समक्ष पेश कर आगे की विधीक कार्यवाही को पूरा किया।

बकाया वेतन ना मिलने से एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय की कर्मचारी व स्टॉप :शुरु किया था धरना प्रदर्शन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज : इलाहाबाद एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय के कर्मचारी व उन स्टाफ द्वारा कॉलेज के गेट पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है कर्मचारियों की मांग पिछले काफी दिनों से थी उनका पिछला बकाया वेतन नहीं मिल रहा है जिसको लेकर कई बार शिक्षक व कर्मचारियों ने धरना दिया सोमवार को सुबह से ही कर्मचारियों ने गेट पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दियाइलाहाबाद एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय के कर्मचारी व उन स्टाफ द्वारा कॉलेज के गेट पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है कर्मचारियों की मांग पिछले काफी दिनों से थी उनका पिछला बकाया वेतन नहीं मिल रहा है जिसको लेकर कई बार शिक्षक व कर्मचारियों ने धरना दिया सोमवार को सुबह से ही कर्मचारियों ने गेट पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया

महाकुम्भ : श्रद्धालुओं के लिए यादगार बनाने को तेजी से काम कर रही योगी सरकार, पूरी होगी श्रद्धालुओं की मुराद, इसी माह पूर्ण होगा मंदिरों का कायाक



प्रयागराज। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन महाकुम्भ में आस्था अपने चरम पर होगी। गंगा, यमुना और सरस्वती के मिलन वाले पावन स्थल संगम पर जहां लाखों-करोड़ाें लोग स्नान कर अपनी श्रद्धा प्रकट करेंगे,वहीं प्रयागराज के पौराणिक मंदिरों में शीश नवाकर अपनी यात्रा को सुखमय और सम्पूर्ण बनाएंगे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने महाकुम्भ की तैयारियों के साथ-साथ प्रयागराज के मंदिरों के कायाकल्प का भी बीड़ा उठाया है जो अब समापन के करीब पहुंच गया है।

पौराणिक महत्ता वाले प्रयागराज के तमाम मंदिरों के कॉरिडोर और जीर्णोद्धार का कार्य लगभग खत्म होने वाला है। ऐसी कुल 19 परियोजनाओं में से 17 परियोजनाएं 15 नवम्बर तक पूर्ण कर ली जाएंगी। जबकि 2 परियोजनाएं 30 नवम्बर तक पूर्ण हो जाएंगी।

-तेज गति से चल रहा काम

हाल ही में लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा महाकुम्भ की समीक्षा बैठक में इसको लेकर निर्देश दिए गए हैं। इसमें बताया गया कि मंदिरों के कॉरिडोर और जीर्णोद्धार से सम्बंधित परियोजनाओं में तीन प्रमुख विभाग कार्य कर रहे हैं। इसमें पर्यटन विभाग, स्मार्ट सिटी और प्रयागराज विकास प्राधिकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है। ये तीनों विभाग आपसी समन्वय से इन सभी परियोजनाओं को तेज गति से पूरा करने में जुट गए हैं।

-तत्परता से कार्य कर रहा पर्यटन विभाग

मंदिर कॉरिडोर और जीर्णोद्धार से सम्बंधित कुल 15 परियोजनाएं ऐसी हैं, जिस पर पर्यटन विभाग काम कर रहा है। पर्यटन विभाग के अनुसार, 15 में से 14 परियोजनाएं 15 नवम्बर तक पूर्ण कर ली जाएंगी, जबकि एक परियोजना 30 नवम्बर तक पूर्ण होगी। 15 नवम्बर तक पूर्ण होने वाली परियोजनाओं में भरद्वाज कॉरिडोर, मनकामनेश्वर मंदिर कॉरिडोर समेत द्वादश माधव मंदिर, पड़िला महादेव मंदिर, अलोपशंकरी मंदिर और 9 अन्य मंदिरों का जीर्णोद्धार शामिल है।

-स्मार्ट सिटी और पीडीए ने भी बढ़ाई रफ्तार

इसी तरह, स्मार्ट सिटी 3 प्रमुख परियोजनाओं पर काम कर रहा है और तीनों ही परियोजनाएं 15 नवम्बर पूर्ण हो जाएंगी। इसमें अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर और पातालपुरी कॉरिडोर जैसी प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं। वहीं, प्रयागराज विकास प्राधिकरण दो परियोजनाओं को मूर्त रूप दे रहा है। इसमें नागवासुकी मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य 30 नवम्बर तक पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित है तो वहीं हनुमान मंदिर कॉरिडोर का कार्य 10 दिसम्बर तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

अपर मेलाधिकारी, महाकुम्भ विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि महाकुम्भ की तैयारियां पूरी गति से आगे बढ़ रही हैं। मंदिरों के कॉरिडोर और जीर्णोद्धार का कार्य भी अंतिम चरण में चल रहा है। मेला प्रशासन ने महाकुम्भ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों की आस्था के साथ ही सुविधा पर विशेष ध्यान दिया है, ताकि उनकी यात्रा यादगार साबित हो।
पहली बार महाकुम्भ में गूगल नेवीगेशन का होगा इस्तेमाल



प्रयागराज। महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता को लेकर अब गूगल भी प्रभावित नजर आ रहा है। यही कारण है कि पहली बार अपनी पॉलिसी में बदलाव करते हुए गूगल ने नेवीगेशन के लिए किसी अस्थायी शहर (महाकुम्भ मेला क्षेत्र) को इंटीग्रेट करने का निर्णय लिया है। गूगल और महाकुम्भ मेला प्राधिकरण के बीच इसको लेकर बाकायदा एक एमओयू भी हुआ है।

इस एमओयू के प्राविधान के तहत गूगल महाकुम्भ के लिए स्पेशल नेवीगेशन तैयार करेगा, जिसकी मदद से श्रद्धालु यहां स्थित समस्त स्थलों, अखाड़ों और यहां तक कि साधु संतों की लोकेशन को ट्रैक कर सकेंगे। इस स्पेशल नेवीगेशन के नवम्बर अंत या दिसम्बर की शुरुआत में प्रारम्भ होने की सम्भावना है। उल्लेखनीय है कि, सनातन आस्था के सबसे बड़े आयोजन को लेकर भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में कौतूहल है। हर कोई इस महा समागम में शामिल होने को बेताब है।

पहली बार अस्थायी शहर को मिलेगी सुविधा

नेवीगेशन को सरल शब्दों में कहें तो किसी स्थान पर ले जाने वाले रास्ते की विस्तृत जानकारी को कम्प्यूटर या मोबाइल की भाषा में नेवीगेशन या मार्गदर्शन कहा जाता है। पुराने समय में लोग कागजी नक्शे या लोगों से पूछकर अपने गंतव्य की ओर जाते थे, लेकिन आधुनिक दौर में गूगल नेवीगेशन के माध्यम से यह काम अत्यंत आसान हो गया है। यह नेवीगेटर आपको न केवल स्थान का पूरा नक्शा दिखाते हैं, बल्कि कब कहां मुड़ना है, इसकी भी विस्तृत जानकारी देते हैं। गूगल सामान्य तौर पर पूरी दुनिया में बसे शहरों का नेवीगेशन देता है, लेकिन पहली बार उसने किसी अस्थायी शहर के लिए यह सुविधा प्रदान करने पर सहमति दी है। इसमें वह यहां की प्रमुख सड़कों, धार्मिक स्थलों, घाटों, अखाड़ों समेत प्रमुख संतों के स्थलों की जानकारी प्रदान करेगा।

करोड़ों श्रद्धालुओं को मिलेगी सुविधा

अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि पूरी दुनिया में बड़े पैमाने पर लोगों का समागम होता है, लेकिन गूगल ने आज तक किसी अस्थायी कार्यक्रम के लिए नेवीगेशन की अनुमति नहीं दी है। यह पहली बार है कि गूगल ने महाकुम्भ की भव्यता और यहां जुटने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए अपनी पॉलिसी बदलते हुए मेला क्षेत्र को अपने नेवीगेशन मैप में इंटीग्रेट किया है। गूगल और मेला प्राधिकरण के बीच हुए इस समझौते से यहां प्रयागराज में महाकुम्भ के दौरान आने वाले करीब 45 करोड़ से अधिक देशी-विदेशी श्रद्धालुओं को इस तकनीक का फायदा मिलेगा और वह आसानी से अपने गंतव्यों तक पहुंच सकेंगे।

डिजिटल कुम्भ की परिकल्पना होगी साकार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महाआयोजन में श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए डिजिटल टेक्नोलॉजी के उपयोग पर जोर दिया है। मेला प्राधिकरण की यह पहल उनकी मंशानुरूप है। इसके माध्यम से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को अपने गंतव्य तक पहुंचने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। अपने मोबाइल पर गूगल मैप के माध्यम से वो अपने गंतव्य का पूरा नेवीगेशन प्राप्त कर सकेंगे और उसके मार्गदर्शन में आसानी से लक्ष्य पर पहुंच पाएंगे। यदि किसी श्रद्धालु को संगम तट पर जाना है, किसी खास अखाड़े का पता लगाना है, किसी मंदिर में शीश नवाना है तो उसे किसी से पूछने की आवश्यकता नहीं होगी। अपने मोबाइल पर गूगल नेवीगेशन के जरिए वह आसानी से इसका पता लगा सकेंगे। इसके प्रयोग से किसी संत तक पहुंचना भी आसान हो जाएगा।
प्रयागराज में जंक्शन पर लावारिस पड़े आठ बैग में मिले 104 कछुए

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर लावारिस हालत में मिले आठ बैग से 104 कछुए बरामद किए गए हैं। तस्करों का पता नहीं चल सका है। पुलिस उनकी खोजबीन में जुटी है। आशंका जाहिर की जा रही है कि तस्कर बैंक को लेकर कोलकाता जाने की तैयारी में थे।

पुलिस की नजर पड़ने पर वह बैग छोड़कर भाग निकले। जीआरपी ने कछुओं को वन विभाग को सौंप दिया है।प्लेटफार्म नंबर पांच पर काफी देर से सात आठ बैग पड़े थे। यात्रियों की सूचना पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने बैग के बारे में पूछताछ शुरू की तो किसी ने कोई जवाब नहीं दिया।

पुलिस ने बैग को खोला तो उसमें बड़ी संख्या में कछुए पड़े मिले। गिनती की गई तो 104 कछुए पाए गए। पुलिस के अनुसार जादू-टोना से लेकर दवाएं बनाने सहित अन्य कार्यों के लिए कछुओं की तस्करी की जाती है। कोलकाता के रास्ते चीन, नेपाल में तस्करों के द्वारा आपूर्ति की जाती है।

भारतीय किसान कल्याण संघ राष्ट्रीय इकाई कार्य समिति कोर कमेटी की बैठक संपन्न

विश्वनाथ प्रताप सिंह

नैनी, प्रयागराज। भारतीय किसान कल्याण संघ राष्ट्रीय इकाई कार्य समिति कोर कमेटी की एक आवश्यक बैठक 3 नवंबर दिन रविवार को प्रयागराज नैनी के आनंद नगर स्थित पी एन पब्लिक स्कूल में संपन्न हुई जिसमें संगठन के प्रदेश व जिला इकाइयों के गठन एवं 23 दिसंबर को किसान दिवस पर वार्षिक सम्मेलन करने को लेकर चर्चा हुई। साथ ही देश में किसानों के उत्पीड़न व आगामी समय में किसानों की फसलों के सही रेट पर खरीद को लेकर विभिन्न मुद्दों में बातें हुई।

बैठक में मुख्य रूप से राष्ट्रीय संरक्षक कैप्टन डी.पी.एन. सिंह (पूर्व न्यायाधीश), राष्ट्रीय अध्यक्ष पं.पवनेश उपाध्याय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंजी. सुरेंद्र बहादुर सिंह , सौरभ चतुवेर्दी जिला अध्यक्ष प्रयागराज , विकास मिश्रा प्रदेश प्रभारी दिल्ली , सुधीर मिश्रा, प्रेम शंकर सिंह व अखिलेश मिश्रा सहित अन्य कई लोग उपस्थित रहे।साथ ही प्रेम शंकर सिंह को प्रदेश महासचिव उत्तर प्रदेश व अखिलेश मिश्रा को ब्लॉक प्रभारी चाका प्रयागराज मनोनीत किया गया।

महाकुम्भ में श्रद्धालुओं को अमृत कलश के दर्शन कराएगा इलाहाबाद संग्रहालय

प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस बार प्रदेश सरकार महाकुम्भ को पिछले सभी कुम्भ से ज्यादा विराट, भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रयागराज में चौबीस घंटे काम कर रही है। इसी क्रम में इलाहाबाद संग्रहालय प्रयागराज ने महाकुम्भ की भव्यता को नया रूप देने की योजना बनाई है। संग्रहालय ने महाकुम्भ के दौरान कलश से टपकती अमृत की बूंद के दृश्य को प्रतिकृति के रूप में प्रदर्शित करने का फैसला किया है। भारतीय कला व संस्कृति को प्रदर्शनी के द्वारा प्रदर्शित करने के लिए बाकायदा मेला प्रशासन से लगभग 12 हजार वर्ग फीट जमीन की डिमांड भी की गई है।

सेल्फी प्वाइंट के रूप में होगा विकसित

संग्रहालय के डिप्टी क्यूरेटर डॉ. राजेश मिश्रा के अनुसार महाकुम्भ के दौरान संग्रहालय की तरफ से स्थापित अमृत कलश देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। अमृत टपकता कुम्भ काे श्रद्धालुओं के लिए सेल्फी प्वाइंट के तौर पर विकसित किए जाने की योजना है। महाकुम्भ के पौराणिक महत्व को देखते हुए ही इस बार अमृत कलश की स्थापना का निर्णय लिया गया है।

क्रांतिकारियों की गाथा का प्रदर्शन

इसके साथ ही इलाहाबाद संग्रहालय प्रयागराज ने दुनिया की पहली ऐसी वीथिका का भी निर्माण किया है, जहां सन 1857 से लेकर आजादी मिलने तक सभी प्रमुख क्रांतिकारियों की गाथा का प्रदर्शन किया गया है, जिसमें देश की आजादी के लिए लड़ने वाले गर्म दल के लगभग सभी क्रांतिकारियों को प्रदर्शित किया गया है।

90 साल की क्रांति का सजीव चित्रण

इलाहाबाद संग्रहालय ने 90 साल की क्रांति को जीवंत रूप दिया है। यहां मंगल पांडे से लेकर चंद्रशेखर आजाद तक लगभग सभी बड़े आजादी के परवानों के बारे में लोगों को जानने को मिलेगा। डिजिटल और आलेखों से बनी यह दुनिया की पहली वीथिका है, जहां एक साथ इतने क्रांतिकारियों को नमन करने और उनकी खूबियां जानने का अवसर मिलेगा। 1857 से लेकर 1947 तक देश पर न्योछावर हाेने वाले एक-एक वीर का इतिहास जानकर लोग दंग रह जाएंगे।