बेगूसराय में समृद्धि का आधार बना दीपावली का त्योहार, NSS ने चलाया विशेष अभियान
14 वर्ष के वनवास और लंका विजय कर प्रभु श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाए जाने वाले दीपावली और लक्ष्मी-गणेश पूजन में गांव की समृद्धि को एक नया आधार दे दिया है। वैसे तो कोई भी पर्व-त्योहार गांव की समृद्धि का आधार बनता है।
इस साल की दीपावली में हुए धन की बरसात ने गांव को समृद्ध किया है। पहले के मुकाबले मिट्टी के दीप की ब्रिकी बढ़ी है। इसकी ब्रिकी के लिए एनएसएस विशेष कार्यक्रम चला रहा है।
दीपावली को लेकर बेगूसराय में जब दो सौ करोड़ से भी अधिक का कारोबार हुआ है, तो इसमें से करोड़ों रुपए गांव भी पहुंचे। गांव में बसे कुम्हार के बनाए गए मिट्टी के दीप और कलश की जहाज की जमकर बिक्री हुई। संठी उत्पादक किसानों को भी काफी फायदा हुआ है। एक अनुमान के मुताबिक बेगूसराय में 30 लाख अधिक के सिर्फ कलश, दीप, मूर्ति और संठी की बिक्री हुई हैं।
जिले के विभिन्न गांवों में बसे कुम्हार परिवारों के बनाए गए दीप, कलश और चौमुख और मंसूरचक की प्रसिद्ध मूर्ति की बिक्री ना केवल उनके घर और स्थानीय बाजार में हुई। बल्कि बेगूसराय में भी मुख्यालय में दूर-दूर से आए दो सौ से अधिक लोगों ने सड़क किनारे अस्थाई दुकान लगाया था। जहां कि दो दिनों से जमकर बिक्री हुई। धनतेरस के बाद आज छोटी दीपावली को भी सुबह से ही बाजार सज गया है।

मिट्टी के बने दीप, चौमुख और कलश पहले तो खूब दिखते थे। बीच के समय में इनकी बिक्री में कमी आई। लेकिन अब जब कोरोना ने लोगों को गांव की याद दिलाया व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्थानीय उत्पाद खरीदने की अपील किया तो बाजार में इसका जबरदस्त असर देखा गया। सभी लोगों ने कुछ ना कुछ मिट्टी के बने दीप जरूर खरीदे हैं। जिससे इसे बनाने वाले परिवारों में नई आशा का संचार हुआ है।
कचहरी रोड में लगे एक अस्थाई दुकान पर मिट्टी के दिए दीप और कलश खरीद रही ललिता देवी ने बताया कि हमारे पूर्वजों के समय से मिट्टी के बने दीए जलाने की परंपरा रही है। बीच के दौर में आधुनिकता की चकाचौंध से प्रभावित लोगों ने सिंथेटिक दीपों का उपयोग करना शुरू किया। लेकिन अब एक बार फिर लोग पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल स्थानीय स्तर पर बनाए गए मिट्टी के बर्तन की ओर आकर्षित हुए हैं।
मिट्टी के बने दीप और कलश ना केवल सस्ते और पर्यावरण अनुकूल होते हैं। बल्कि हमारी ओर से खर्च किया गया पैसा हमारे समाज में ही रह जाता है, समाज के लोगों को जब फायदा होता है तो वह किसी ना किसी रूप में आगे बढ़ते हैं। हम बाजार से चमक-धमक वाले दीप खरीदने हैं तो उसमें पैसे भी अधिक खर्च होते हैं। वह चला जाता है कॉर्पोरेट के हाथ या चीन जैसे देश में। अपने जान पहचान वाले, रिश्तेदारों और समाज के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया है। इधर, भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के जीडी कॉलेज राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के पूर्ववर्ती स्वयंसेवकों ने हर चौक-चौराहों पर अपने देश की सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक मिट्टी का दिया खरीदने और अपने घर को मिट्टी के दीया से ही सजाने की अपील की जा रही है।
एनएसएस के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी-सह-जीडी कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष अंजनी कुमार व एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी सहर अफरोज इसका नेतृत्व कर रहे हैं। दीपावली के दिन मिट्टी का दीया जलाना हमारी सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति को सहेजना चाहिए। मिट्टी का दीया खरीदने से उन सभी गरीब लोगों के घर में दीया जलेगा, जो दिन रात मेहनत करके इस मिट्टी के दीया को बनाते हैं। संकल्प लें अब हर दीपावली पर मिट्टी का दीया ही जलाएंगे।
मुंबई में रह रहे स्वयंसेवक अभिषेक झा बेगूसराय के सभी सोशल मीडिया ग्रुप के माध्यम से लोगों से मिट्टी का दीया खरीदने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनएसएस के माध्यम से हम समाज को गरीब के घर में दीया कैसे जले, इसके लिए लोगों को मिट्टी का दीया जलाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। गौरव, अर्जुन, राहुल, धीरज, नीरज, रजत, विवेक, विशाल, मोहित, प्रियांशु, राजकुमार और चुनचुन सहित सभी स्वयंसेवक भी लगातार अभियान चला रहे हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
*लूटपाट के विरोध पर युवक को मारी गोली, गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती*
बेगूसराय बेगूसराय : जिले में बेखौफ बदमाशों ने लूट का विरोध करने पर एक युवक को गोली मार दी। गोलीबारी में वो घायल हो गया। बेगूसराय के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। घटना चकिया थाना क्षेत्र के सिमरिया घाट की है। घायल युवक की पहचान दरभंगा जिला के मनिगाछी थाना क्षेत्र स्थित सकरी दहौड़ा गांव निवासी उत्तम दास के बेटे गंगा दास (26) के रूप में की गई है। गंगा दास अपने पत्नी, मां और दो बच्चों के साथ आज सिमरिया गंगा स्नान करने आया था। इसी दौरान करीब 3:30 बजे शौचालय जाने के दौरान बदमाशों ने लूटपाट करने की कोशिश की। लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने छाती में गोली मार दी। आईसीयू में इलाज चल रहा है। गंगा दास की मां गंडौरी देवी और पत्नी पार्वती देवी ने बताया कि हम लोग छठ व्रत करते हैं। दीपावली से पहले गणेश-लक्ष्मी पूजा और छठ के लिए गंगा स्नान करने सिमरिया आ रहे थे। आज सुबह करीब 3:00 बजे हम लोग धूरियान ट्रेन से राजेंद्र पुल स्टेशन पर उतरे। वहां से सिमरिया घाट जा रहे थे, इसी बीच टैक्स वसूली बैरियर के समीप स्थित हनुमान जी मंदिर के पास गंगा दास शौचालय करने गया। तभी बदमाशों ने छाती में गोली मार दी। पुलिस को सूचना दी गई। थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन चल रही है। एसपी मनीष ने बताया कि गोली लगने की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। घायल युवक को अस्पताल भेजा गया। सदर-टू डीएसपी भास्कर रंजन के नेतृत्व में मामले की छानबीन करते हुए पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया है। जिससे पूछताछ चल रही है। बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
*2032 तक 130 गीगावॉट क्षमता अर्जित करेगा NTPC*
बेगूसराय : NTPC को भारत के विकास को ऊर्जा प्रदान करते हुए विश्व की अग्रणी विद्युत कंपनी बनाना हमारी दृष्टि है। हमारा लक्ष्य है, नवप्रवर्तन और स्फूर्ति से संचालित रहते हुए किफायती दक्षतापूर्ण और पर्यावरण हितैषी तरीके से विश्वसनीय विद्युत ऊर्जा और सम्बद्ध सेवाएं प्रदान करना है। यह बातें NTPC बरौनी के परियोजना प्रमुख जयदीप घोष ने प्रेस मीट में कही है।

नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भवन में आयोजित प्रेस मीट में उन्होंने कहा है कि NTPC बरौनी अपने व्यवसायिक संचालन कार्यों के साथ-साथ अपने सामाजिक उत्तरदायित्व की नीतियों से विकास के प्रति गाथा पिरो रहा है। NTPC भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा समूह है, जो 1975 से ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के अलावा हाइड्रो, परमाणु और नवीनीकरण ऊर्जा का भी उपयोग कर रहा है। जिससे कार्बन उत्सर्जन कम हो रहा है।

एनटीपीसी की वर्तमान स्थापित क्षमता 76294 मेगावाट है। जिसमें 51 एनटीपीसी स्वामित्व वाले और 42 संयुक्त उद्यम शामिल हैं। एनटीपीसी का 2032 तक 130 गीगावॉट की स्थापित क्षमता अर्जित करने का लक्ष्य है। जिसका करीब 50 प्रतिशत हिस्सा नवीकरणीय स्रोतों सोलर, जल, वायु आदि से उत्पादित किया जाएगा।

एनटीपीसी में कंसल्टेंसी, पावर ट्रेडिंग, प्रशिक्षण, ग्रामीण विद्युतीकरण, राख का उपयोग और कोयला खनन के क्षेत्र में भी विविधीकरण किया है। वर्तमान में कंपनी के पास राष्ट्रीय क्षमता का 17 प्रतिशत हिस्सा है। यह भारत के कुल बिजली उत्पादन में 25 प्रतिशत का योगदान करती है।

बिहार के बेगूसराय जिले में पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित बरौनी थर्मल पावर स्टेशन 500 मेगावाट का कोयला आधारित बिजली स्टेशन है। बरौनी थर्मल पावर का हस्तांतरण 2018 में बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा एनटीपीसी को किया गया। यहां उत्पादित बिजली का शत-प्रतिशत हिस्सा बिहार को जाता है।

बिहार के बेगूसराय जिले में पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित बरौनी थर्मल पावर स्टेशन 500 मेगावाट का कोयला आधारित बिजली स्टेशन है। बरौनी थर्मल पावर का हस्तांतरण 2018 में बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा एनटीपीसी को किया गया। यहां उत्पादित बिजली का शत-प्रतिशत हिस्सा बिहार को जाता है।

हम निरंतर दक्ष विद्युत उत्पादन के लिए प्रयासरत है। इसी के फलस्वरूप एनटीपीसी बरौनी को भारत सरकार द्वारा जल संसाधन संरक्षण और प्रबंधन के लिए बड़े उद्योग अनुभाग में प्रथम स्थान, प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक पर्यावरण प्रबंधन पुरस्कार-2024 और PRCI उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।

सामुदायिक विकास संबंधी सुझाव के जबाब में उन्होंने कहा कि सामुदायिक विकास के लिये अग्रसर बिजली उत्पादन के साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा एवं सामुदायिक विकास के लिए एनटीपीसी बरौनी लगातार तत्पर है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति एनटीपीसी बरौनी के द्वारा कई कदम उठाये जा रहे है। जल जीवन हरियाली प्रोग्राम के तहत 75 हजार पौधारोपण किया गया है। मौके पर प्रचालन एवं अनुरक्षण महाप्रबंधक सुरजीत घोष, मानव संसाधन अपर महाप्रबंधक सरोज कुमार, मानव संसाधन उप महाप्रबंधक डी.एस. कुमार, ईईएमजी वरिष्ठ प्रबंधक सूर्य प्रकाश चौधरी, मानव संसाधन वरिष्ठ प्रबंधक केशरी नंदन मिश्र एवं गौरव चक्रवर्ती, निगम संचार उप प्रबंधक उमेश निगम तथा सीएसआर एग्जेक्युटिव ज्योतिषमिता देवा बोरा भी उपस्थित थे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
*बेगूसराय में आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने फूंका सीएम का पुतला*
बेगूसराय : MRJD कॉलेज में पिछले दिनों हुए विवाद का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज फिर SBSS कॉलेज में AISF और आइसा से जुड़े छात्र-छात्राओं द्वारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। इस दौरान जत्था कॉलेज कैंपस से नारेबाजी करते हुए मुख्य द्वार पर आकर सभा में तब्दील हो गया। जिसकी अध्यक्षता रणवीर कुमार ने किया।

मौके पर AISF के जिला उपाध्यक्ष बसंत कुमार ने कहा कि बिहार में सुशासन की सरकार है, फिर भी कॉलेज कैंपस में परीक्षा देने आए छात्र-छात्राओं को बेरहमी से पीटा जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शासन और प्रशासन बौना बना है। घटना के पांच दिन हो गए, लेकिन आरोपी अशोक कुमार सिंह और प्रिंसिपल अमित कुमार को पुलिस संरक्षण दे रही है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह हिंदू जगाने की बात तो करते हैं, लेकिन एक हिंदू छात्र और छात्राओं को जब पीटा जाता है तो छात्रों के समर्थन में एक पोस्ट भी नहीं करते हैं। सत्ता पक्ष के नेता और मंत्री छात्र-छात्राओं को जान से मारने की धमकी देने वाले अपराधी की गिरफ्तारी के बदले बचाने में लगे हुए हैं, जो हम सब बर्दाश्त नहीं करेंगे।

AISF के कॉलेज सचिव शिवानी कुमारी और आइसा के उपाध्यक्ष विशाल कुमार ने कहा कि जब तक प्रशासन MRJD कॉलेज के प्राचार्य और सहयोगियों को गिरफ्तार नहीं कर लेती है, हम लोग आंदोलनरत रहेंगे। आने वाले दिनों में बेगूसराय जिला की सड़कों को जाम करने और बंद का भी आवाह्न करेंगे। इस दौरान रविना, गौतम, सन्नी और दिव्यांशु सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
*बेगूसराय में दो मासूम बेटों का हत्यारा तीसरे बेटे के साथ फरार, तलाश मे जुटी पुलिस*
बेगूसराय : जिले के लाखो थाना क्षेत्र के अयोध्या बाड़ी के ‎वार्ड नंबर एक में 17 अक्टूबर को सिकंदर यादव ने पत्नी से विवाद के बाद अपने 2 मासूम ‎बेटों की हत्या कर दी थी। मृतकों में हिमांशु कुमार (6) और हर्ष कुमार (4) शामिल हैं। मृतक ‎की मां खुशबू देवी ने अपने पति ‎सिकंदर यादव और उसके परिजनों ‎पर दोनों बेटों की हत्या करने‎ का आरोप लगाया है। सिकंदर के पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।‎ घटना के 12 दिन बीत चुके हैं। खुशबू न ठीक से खा रही है और न ही लोगों से बात कर पा रही है। उसका मायके में इलाज चल रहा है। लोग आ रहे हैं, उसे सांत्वना दे रहे हैं। लेकिन, खुशबू की आंखों से आंसू नहीं थम रहे। वो कहती हैं 'दहेज उत्पीड़न का केस नहीं उठाने से पति नाराज थे। पति कहता था तुम्हें अपने दोनों बेटों पर गर्व है ना। पहले उन्हें मार दूंगा, फिर तुम्हें भी। पति मेरे मंझले और छोटे बेटे से नफरत करते थे। बड़े बेटे से तो मुझे मां नहीं, चाची कहवाते थे।' खुशबू ने बताया कि '2016 में हमारी शादी सिकंदर यादव के साथ हुई थी। ससुराल पहुंचते ही मायके वालों ने बाइक और पैसे की डिमांड करने लगे। ससुराल वाले अच्छी क्वालिटी के पलंग की भी डिमांड कर रहे थे। दहेज के लिए वे लोग प्रताड़ित लगने लगे थे। इससे परेशान होकर मेरे भाई ने अच्छी क्वालिटी का दीवान दिया। लेकिन उनका लोभ कम नहीं हुआ।' 2017 में मेरे बड़े बेटे अंशुमन का जन्म हुआ। वो जब 10 महीने का था तो उन्होंने मारपीट कर मुझे बेटे के साथ घर से भगा दिया। मैं बस से मायके आई। इस दौरान पति भी पहुंचे और मेरी गोद से बेटे को लेकर चले गए। मेरे बेटे को कभी वो लोग मेरे साथ नहीं रहने देते थे। खुशबू कहती है कि 'मैं जब भी ससुराल जाती तो कुछ दिन तो ठीक रहता था, लेकिन 10-15 दिन के बाद पति समेत पूरा ससुराल पक्ष मेरे साथ मारपीट करने लगता था। इसी दौरान मेरे दो और बेटे हुए। हिमांशु और हर्ष। लेकिन ससुराल वालों की दहेज की डिमांड कम नहीं हुई। पति तीन लाख रुपए की डिमांड की तो भाइयों को मेरी स्थिति नहीं देखी गई। उन्होंने किसी तरह से तीन लाख रुपए दे दिया।' खुशबू देवी ने बताया कि 'रुपए मिलने के बाद पति बाइक की मांग करने लगे। करीब डेढ़ साल पहले जब मैं काफी परेशान हो गई तो मेरे भाइयों ने ससुराल वालों के खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया। कोर्ट में बेटे हिमांशु ने कहा था कि मम्मी को पापा और दादा-दादी बहुत पीटते हैं। इससे सिकंदर बेटे पर आक्रोशित हो गया। इसके बाद कोर्ट ने पति को मुझे और बच्चों को सही तरीके से रखने पर ही बेल देने की बात कही।'
सिकंदर तैयार हो गया। मुझे दोनों बेटे हिमांशु और हर्ष के साथ 19 जुलाई को अयोध्या बाड़ी ले गया। वहां उसने पत्नी और बच्चों को एक महीने अपने साथ रखा। उसके बाद उसे कोर्ट से बेल मिला। यहां एक महीने बाद फिर से मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। मैं ससुराल में अपने दो बेटों के साथ रहती थी। बड़े बेटे अंशु को मेरे पास आने नहीं देते थे।' इधर, लाखो थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि 'खुशबू कुमारी के बयान पर पति सिकंदर यादव, ससुर शिवनंदन यादव, सास प्रमिला देवी, ननद मौसम कुमारी, रिंकू कुमारी, गोतनी प्रियंका देवी, जेठ जितेन्द्र यादव, गोतनी नीलू देवी और देवर सुलेन्द्र यादव पर एफआईआर दर्ज की गई है। खुशबू के ससुर शिवनंदन यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बाकी आरोपी घर छोड़कर फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है।'
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
मोहल्ले के युवकों से हुआ था विवाद, मोहर्रम में मद्रास से घर आया पीड़ित
बेगूसराय में अपराधियों ने गोली मारकर युवक को घायल कर दिया। घायल की पहचान बारो नया टोला निवासी मो. सहमत के पुत्र मो. शमी (26) के रूप में की गई है। बताया जा रहा कि रात में वो बाजार से वापस घर लौट रहा था।
इसी दौरान रास्ते में उसे अपराधियों ने घेर लिया और कंधे पर गोली दाग दी। घटना के संबंध में परिजनों का कहना है कि शमी मद्रास में रहकर कपड़ा सिलाई का काम करता था। मोहर्रम में वह घर आया, इसी दौरान मोहल्ले के ही कुछ युवकों से विवाद हो गया था। जिसमें उन लोगों ने देख लेने की धमकी दी थी। उन्हीं लोगों ने गोली मारी है। घटना फुलवरिया थाना क्षेत्र के बारो गांव की है। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े तो बदमाश फरार हो गए। लोगों ने मामले की सूचना परिजनों को दी। घायल को निजी निर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। फुलवरिया थानाध्यक्ष ने बताया कि युवक को गोली मारने की सूचना मिली है। सूचना मिलते ही हम लोग मामले की छानबीन कर रहे हैं। जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जाएगा। बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में प्रति घंटा 25 सेंटीमीटर बढ़ रहा गंगा का जलस्तर
बेगूसराय जिला के सात प्रखंडों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। दियारा में बसी गांव की सड़कों पर पानी आ जाने से अब धीरे-धीरे सड़क संपर्क भंग होने लगा है। जिले के बछवाड़ा, तेघड़ा, बरौनी, मटिहानी, शाम्हो, बलिया और साहेबपुर कमाल की आबादी प्रभावित होने लगी है। सबसे विकट स्थिति गंगा और किऊल नदी के बीच बसे शाम्हो प्रखंड की है। तीन पंचायत वाले शाम्हो प्रखंड की पूरी आबादी चारों ओर से पानी से घिर गई है।

वहीं, बछवाड़ा प्रखंड की चार पंचायत का सीधा सड़क संपर्क प्रखंड और जिला मुख्यालय से भंग हो गया है। हालांकि सड़कों पर अभी पानी कम है, लेकिन जिस रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा है, अगर वही रफ्तार रही तो दो से तीन दिन में आवागमन का एकमात्र साधन नाव ही बचेगा।

बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर प्रति घंटा 25 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है। गंगा खतरा के निशान 41.76 मीटर को पार कर 41.99 पर पहुंच चुकी है। गंगा के बढ़ते जलस्तर पर बाढ़ नियंत्रण विभाग, जल संसाधन विभाग व आपदा प्रबंधन विभाग सहित जिला प्रशासन की टीम नजर बनाए हुए है।

संभावित आपदा को देखते हुए तैयारी भी की गई है। गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण पानी एक ओर सड़कों पर आ गया है तो दूसरी ओर हजारों एकड़ निचली जमीन में लगी फसल प्रभावित हो गई है। गंगा नदी के दियारा इलाके में बसी चार लाख से अधिक की आबादी सुरक्षित स्थान की तलाश में जुट गई है।


इधर, सिमरिया में लगातार बढ़ रहे गंगा नदी के जलस्तर को लेकर गोताखोरों की टीम 24 घंटे एक्टिव मोड में रह रही है। यहां घाट निर्माण स्थल पर भी पानी आ गया है।


बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में सामूहिक प्रयास से ही नए समाज का होगा निर्माण
बेगूसराय जन सुराज जिला संवाद सारथी बेगूसराय की बैठक गुरुवार को शहर के हररख मोहल्ले मे हुई ।जिसकी अध्यक्षता जिला प्रभारी सुमित कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर जिले के सभी प्रखंड के संवाद सारथी उपस्थित हुए। बैठक मे जन सुराज विचार मंच के विचार धारा को आम जन तक पहुंचाने के लिए सांगठनिक ढांचा तैयार किया गया।बैठक को संबोधित करते हुए।जिला सं
वाद सारथी सुमित कुमार सिंह ने कहा सही लोग सही,सोच और सामूहिक प्रयास जन स्वराज का मुख्य उद्देश्य है । समाज मे अच्छे लोग मौन है। इस कारण विसंगतियां फैलने लगी है। सही लोग और सही सोच के लोगो को आगे आना होगा। सभी के प्रयास से नए सामाजिक संरचना तैयार की जाएगी। बैठक में उपस्थित प्रखंडों से आये लोगो ने भी जन सुराज की विचार को लोगो तक पहुचाने का निर्णय लिया। जिसमे पूरे जिले में प्रखंड स्तर पर 21 लोगो की टीम बनाने का निर्णय लिया गया।
इसके बाद एक विशाल सम्मेलन जिला मुख्यालय पर किया जायेगा। जिसमे जिले के सभी प्रखंड के समाज सेवी, बुद्धिजीवी, आदि भाग लेंगे। इस अवसर पर खोदावंदपुर प्रखंड से राजेश कुमार,अंकित कुमार, मंसूरचक से पंकज कुमार झा, बेगूसराय से रंजन कुमार, ताजा टीवी से प्रशांत कुमार, अधिवक्ता गोपाल कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता रमन कुमार,मटिहानी से रिमझिम कुमारी, स्वयंसेवी संस्था से कंचन कुमारी, साहेबपुरकमाल से नोमानुल हक एवं साहेबपुरकमाल सामाजिक कार्यकर्ता पिंकू, वीरपुर से संतोष चौरसिया, छौडाही से आकाश कुमार सहित अनेक लोग मौजूद थे।




बेगूसराय  से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय जिला में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान शुरू
सभी लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिलाने के लिए आज से 31 जुलाई तक के लिए विशेष अभियान शुरू हो गया है। इस विशेष अभियान के तहत अधिक से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद कुमार सिंह ने अधिकारियों की उपस्थिति में सदर अस्पताल में इसका शुभारंभ किया।

बेगूसराय के सिविल सर्जन ने बताया कि लक्ष्य है कि पॉकेट से एक पैसा खर्च किए बगैर मुफ्त में सभी का इलाज हो। बेगूसराय में करीब 26 लाख लक्षित लाभार्थी हैं। जिसमें करीब नौ लाख का कार्ड बन गया है, 17 लाख का बनाना है। 18 से 31 जुलाई तक के विशेष अभियान में साढ़े चार लाख लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाना है।



जिले भर में 750 जन वितरण प्रणाली विक्रेता के कार्ड बनाया जाएगा। करीब 26 हजार कार्ड प्रत्येक दिन बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। यह पूरा हो जाएगा तो शेष लाभार्थियों के लिए भी अलग से अभियान चलाया जाएगा।


स्वास्थ्य विभाग द्वारा रोज कार्ड बनाया जा रहा है, लेकिन यह विशेष ड्राइव चलाया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक लोगों को लाभ दिला सकें। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए आशा, जीविका दीदी, आंगनबाड़ी सेविका, डीलर, आवास सहायक और विकास मित्र लोगों को जागरूक करेंगे। सभी राशन कार्डधारी, राशन कार्ड और आधार कार्ड लेकर अपने नजदीकी जन वितरण प्रणाली दुकान या अस्पताल में कार्ड बनवा सकते हैं।



किस प्रखंड में कितने लोगों का नहीं बना आयुष्मान कार्ड

बछवाड़ा प्रखंड में 125913, बखरी में 104899, बलिया में 115375, बरौनी में 156321, बेगूसराय सदर में 260738, भगवानपुर में 102940, वीरपुर में 65643, चेरिया बरियारपुर में 95366, छौड़ाही में 82312, डंडारी में 52336, गढ़पुरा में 89232, खोदाबंदपुर में 58430, मंसूरचक में 47596, मटिहानी में 92653, नावकोठी में 72416, साहेबपुर कमाल में 128051, शाम्हो में 21809 और तेघरा में 140328 लोगों का अभी आयुष्मान कार्ड नहीं बना है।


विशेष अभियान में प्रखंड का लक्ष्य
बछवाड़ा प्रखंड में 31478, बखरी 26225, बलिया में 28844, बरौनी में 39080, बेगूसराय सदर में 65185, भगवानपुर में 25735, वीरपुर में 16411, चेरिया बरियारपुर में 23842, छौड़ाही में 20578, डंडारी में 13084, गढ़पुरा में 22308, खोदाबंदपुर में 14608, मंसूरचक में 11899, मटिहानी में 23163, नावकोठी में 18104, साहेबपुर कमाल में 32013, शाम्हो में 5452 और तेघरा में 35082 आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य इस विशेष अभियान के तहत तय किया गया है। सभी प्रखंड के लिए प्रत्येक दिन का अलग-अलग टारगेट भी दिया गया है।


बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
मसूरचक में एक विवाहित महिला की दहेज प्रताड़ना को लेकर की गई हत्या
बेगूसराय में दहेज के लिए विवाहिता की हत्यापरिजनों का आरोप- ससुराल वालों ने पीट-पीटकर मार डाला, शादी के बाद से ही प्रताड़ित कर रहे थे बेगूसराय में विवाहिता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है। मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाया है। घटना बलिया थाना क्षेत्र के मसूरचक की है। मृतका की पहचान गोरख उर्फ गोरेलाल यादव की पत्नी रूबी देवी (22) के तौर पर हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतका का भाई खगड़िया जिला के मथार दियारा निवासी अजीत कुमार ने बताया कि 15 जुलाई 2021 को बहन की शादी हुई थी। अपनी क्षमता के अनुसार पांच लाख कैश, जेवर और सारा सामान दिया था। शादी के कुछ दिन तक सब कुछ ठीक रहा। बाद में बहन को प्रताड़ित करने लगे। सोमवार को जानकारी मिली कि कमरे में बंद करके बहन को पीटा जा रहा है। हमलोगों ने ससुराल वालों से कहा भी था कि कल आएंगे, जो कहिएगा उसे पूरा कर देंगे। लेकिन उससे पहले ही पीट-पीटकर मार डाला। शव को ठिकाने लगाने कि कोशिश कर रहे थे, उससे पहले हमलोग मौके पर पहुंच गए। अजीत ने आगे कहा कि छह महीने पहले भी दो भैंस दिया था। फिर भी उनलोगों का डिमांड कम नहीं हो रहा था। सास, ससुर, पति, भैंसुर, ननद और गोतनी ने ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला। इस संबंध में एसपी मनीष ने बताया कि आज सुबह 11 बजे के मामले की सूचना बलिया थाने को मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। मायके वालों का आरोप है कि दहेज के लिए हत्या हुई है। शव का पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बलिया डीएसपी नेहा कुमारी के नेतृत्व में मामले की जांच की जा रही है।


बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट