इजरायली हमले में याह्या सिनवार की मौत के बाद हमास ने अपना नया नेता चुन लिया

डेस्क:–इजरायली हमले में याह्या सिनवार की मौत के बाद हमास ने अपना नया नेता चुन लिया है। खलील अल-हैय्या को हमास का चीफ बनाया गया है, जो अभी तक हमास का डिप्टी लीडर था। शुक्रवार को हमास की ओर से बयान जारी करते हुए सिनवार की मौत की पुष्टि की गई और अपने नए नेता के तौर पर खलील के नाम का ऐलान किया गया। नेता चुने जाने के बाद अपने पहले भाषण में खलील ने लड़ाई जारी रखने की बात कही है और इजरायली बंधकों को भी अपनी शर्तों पर ही छोड़ने का ऐलान किया है।

हमास ने अपने टॉप नेता याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि इससे 'हम और मजबूत होंगे। हमास नए चीफ खलील अल-हय्या ने अपने ग्रुप के नेता याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि की।

अल-हय्या ने बयान देते हुए दोहराया कि वे 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले में पकड़े गए इजरायली बंधकों को तब तक रिहा नहीं करेंगे, जब तक कि घेरे हुए फिलिस्तीनी एन्क्लेव पर आक्रमण बंद नहीं हो जाता और इजरायली सेना वापस नहीं आ जाती। उन्होंने कहा, गाजा पर आक्रमण खत्म होने और गाजा से वापसी होने से पहले वे कैदी आपके पास वापस नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि मौत "कब्जा करने वालों के लिए अभिशाप" बन जाएगी।

खलील ने इजरायल के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का एलान किया है। साथ ही इजरायली बंधकों की रिहाई पर कहा कि इसके लिए गाजा पर आक्रमण बंद करना होगा। हय्या ने कहा, 'इजरायली बंधक तब तक वापस नहीं लौटेंगे जब तक कि गाजा पर हमले बंद नहीं होते और इजरायली सैनिकों की गाजा से पूरी तरह वापसी नहीं हो जाती। साथ ही फिलिस्तीनी कैदियों की इजरायली जेलों से रिहाई भी हमारी शर्त का हिस्सा है। इजरायली बंधकों को हमारी इन शर्तों के पूरा होने पर ही छोड़ा जाएगा।
ईरान ने पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और सुरक्षा चिंताओं के कारण अगली सूचना तक सभी उड़ानें रद्द

डेस्क:– ईरान के नागरिक उड्डयन संगठन के प्रवक्ता जाफर याजरलू ने आज कहा कि अगली सूचना तक सभी मार्गों पर उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।उनकी यह टिप्पणी इजरायली शासन द्वारा ईरान के तीन प्रांतों में कई ठिकानों पर हमला करने के कुछ घंटों बाद आई है। ईरान के वायु रक्षा बल ने कहा कि कब्जे वाले शासन ने तेहरान, खुज़ेस्तान और इलम प्रांतों में ठिकानों पर हमला किया, और कहा कि आक्रमण को सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया, जैसा कि इरना के अनुसार है। ईरानी सरकारी मीडिया ने ईरान के वायु रक्षा बल का हवाला देते हुए कहा कि हमलों से कुछ स्थानों पर सीमित क्षति हुई है और घटना के आयामों की जांच की जा रही है।

तस्नीम समाचार आउटलेट ने सूचित स्रोतों का हवाला देते हुए बताया कि ईरान इजरायली आक्रमण का जवाब देने के लिए तैयार है, जैसा कि पहले कहा गया था। उन्होंने कहा कि ईरान किसी भी तरह की आक्रामकता का जवाब देने का अधिकार रखता है, और इसमें कोई संदेह नहीं है कि इजरायल को किसी भी कार्रवाई का आनुपातिक जवाब मिलेगा। इससे पहले, इजरायल रक्षा बल के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने इजरायली हमले के कुछ घंटों बाद एक वीडियो जारी किया और पुष्टि की कि इजरायल ने अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर लिया है, उन्होंने कहा कि जो लोग इजरायल को धमकी देते हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इसके अलावा, हैगरी ने चेतावनी दी कि यदि ईरान ने एक और दौर की शुरुआत की, तो इजरायल उसी के अनुसार जवाब देगा।

यदि ईरान में शासन ने एक नए दौर की शुरुआत करने की गलती की, तो हम जवाब देने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने कहा, हमारा संदेश स्पष्ट है: जो लोग इजरायल राज्य को धमकी देते हैं और क्षेत्र को व्यापक रूप से उग्र बनाने की कोशिश करते हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। हैगरी ने इजरायल की सैन्य क्षमताओं और दृढ़ संकल्प की पुष्टि की। आज, हमने दिखाया कि हमारे पास निर्णायक रूप से कार्य करने की क्षमता और संकल्प दोनों हैं, और हम इजरायल राज्य और इजरायल के लोगों की रक्षा के लिए आक्रमण और रक्षा दोनों के लिए तैयार हैं। इसके बाद, इजरायल के विदेश मंत्रालय ने भी एक्स पर एक बयान जारी किया, जिसमें हमलों की पुष्टि की गई और लिखा गया, हमारे विमान सुरक्षित रूप से घर लौट आए हैं। यह हमला ईरानी शासन द्वारा हाल के महीनों में इजरायल राज्य और उसके नागरिकों के खिलाफ किए गए हमलों के जवाब में किया गया था।

जवाबी हमला पूरा हो गया है और मिशन पूरा हो गया है। लक्ष्यों में पिछले साल इजरायल पर दागी गई मिसाइलों का उत्पादन करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मिसाइल निर्माण सुविधाएं शामिल थीं, जो इजरायली नागरिकों के लिए एक सीधा और तत्काल खतरा पैदा करती हैं। उल्लेखनीय है कि ईरान पर यह इजरायली हमला 7 अक्टूबर से ईरान और उसके सहयोगियों द्वारा किए जा रहे लगातार हमलों के जवाब में है।
मिट्टी के दीयों की खूबसूरती बढ़ाकर चार-चांद लगा देंगे पिस्ते के छिलके

डेस्क:–दिवाली पर लोगों की ख्वाहिश सबसे बेहतर सजावट करने की होती है। धनतेरस से पहले ही लोग कैंडल, लाइट्स के अलावा मिट्टी के दीये से अपने घरों को सजाते हैं। ऐसे में अगर आप मिट्टी के दीयों को खूबसूरत बनाना चाहती हैं, तो पिस्ता के छिलकों का इस्तेमाल कर सकती हैं। वैसे को पिस्ते के छिलकों को लोग बेकार समझकर फेंक देते हैं। मगर, इनका सही तरीके से यूज कर आपको शानदार डिजाइन मिल सकती है।

हालांकि कुछ फेंकने वाली चीजों से भी बहुत अच्छा डेकोरशन कर सकते हैं, बस आपको सही तरीके पता होना चाहिए। ऐसे में हम आपको पिस्ते के छिलके की मदद से दीया डेकोरेट करने की टिप्स दे रहे हैं। पिस्ते के छिलकों को अलग-अलग कलर में रंग कर आप सुंदर दीया बना सकते हैं।

डेकोरेशन के लिए सामग्री
मिट्टी का दीया
पिस्ता के छिलके
गोंद या फेविकोल
पेंट और ब्रश
स्पार्कल

*पिस्ता के छिलकों का इस्तेमाल*

मिट्टी के दीपक को सजाने के लिए सबसे पहले पिस्ता के छिलके को अच्छी तरह धोकर सुखा लीजिए। इसके अलावा दीये को धोकर भी रख दें। अब आपको एक कार्टन लेकर उसे गोल काट लेना है साइज उतना ही बड़ा रखें जितना बड़ा आप दीया बनाना चाहते हैं। अब बॉर्डर पर पिस्ता के छिलके फेविफोल की मदद से लगा दिए। इससे आपकी एक आउटलाइन बन जाएगी। आपको इसके अंदर की लेयर पर ही पिस्ता लगाकर सजाना है। इस तरह आप 4-5 लेयर बनाकर बीच में दिया रखने की जगह छोड़ दें।

जब कार्टन पर लगा पिस्ता सूख जाए तो अपनी मन पसंद स्पार्कल कलर से उसे रंग दीजिए। इन्हें और भी ज्यादा सुंदर दिखाने के लिए आप ऊपरी हिस्सों पर गोल्डन कलर करके टीजिंग फेक्टर एड कर सकते हैं। इसके अलावा आप दिये पर भी कलर कर लें। और फिर मिट्टी के दीये को पिस्ता के बीच में फिट कर दें। आप चाहें तो लाइट वाला दिया या कैंडल भी रख सकते हैं। इस तरह से आपका खूबसूरत दिया तैयार हो जाएगा।
लखनऊ: पुलिस हिरासत में युवक की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
लखनऊ। चिनहट थाना क्षेत्र में एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। शनिवार की शाम को परिजनों यह आरोप लगाते हुए सड़क जामकर हंगामा किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिवार को शांत कराते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

चाचा रामदेश पाण्डेय का आरोप है कि मारपीट के मामले में शुक्रवार को चिनहट थाना पुलिस मोहित पाण्डेय (32) और उसके भाई शोभाराम को हिरासत में लिया था। रात भर पुलिस हवालत में रखा। शनिवार की सुबह उसकी तबीयत बिगड़ी और पुलिस कर्मियों ने लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

घटना के बाद परिजन आक्रोशित हो गये और सड़क पर उतर आए। जाम लगाने का प्रयास किया। इस बीच सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। पुलिस ने परिवार को समझा—बुझाकर अस्पताल के अंदर कराया। इस दौरान पुलिस से परिजनों की धक्कामुक्की भी हुई।चाचा ने आरोप लगाया कि पुलिस मारपीट के मामले में दोनों भाईयों को हिरासत में थाने लायी थी। इसके बाद मोहित को बेरहमी से पीटाई की है, जिससे उसकी मौत हो गई है।

भाई ने बताया कि उसके भाई को बहुत टार्चर किया गया है। रात में उसकी पिटाई की गई है। किन पुलिस कर्मियों ने मारा है उनकी शकल देखकर पहचान कर सकते हैं। रात में ही भाई ने कहा कि उसकी तबीयत खराब हैं, लेकिन पुलिस वालों ने उसे गालियां दी। आरोप है कि पुलिस लॉकअप में भाई की मौत हुई हैं। पुलिस कर्मियों ने परिवार से बात भी नहीं कराने दी। पुलिस कर्मियों की पिटाई से युवक की मौत को लेकर अभी तक किसी भी अधिकारी का कोई बयान नहीं आया है।
हिन्दू समाज के खिलाफ सक्रिय तत्वों से रहना होगा सतर्कः दत्तात्रेय होसबाले
लखनऊ/मथुरा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शनिवार को कहा कि हिन्दू समाज के खिलाफ सक्रिय तत्वों से हमें सावधान रहना होगा। उन्होंने एक गीत का उल्लेख करते हुए कहा कि हिन्दू समाज जब-जब हिन्दू भाव को भूला तो समाज पर बड़ी विपदा आई। हम जाति, भाषा, प्रांत, अगड़ा-पिछड़ा के नाम पर बटेंगे तो हम कटेंगे। इसलिए किसी भी राष्ट्र के नाते एकता आवश्यक है। हिन्दू समाज को संगठित होना आवश्यक है। आज बहुत सारे लोग इसे अनुभव से समझ रहे हैं। हिन्दू समाज का संगठन सुख देने वाला है। इससे अपनी तो रक्षा होगी ही, दुनिया के लिए भी यह मंगल होगा।

सरकार्यवाह होसबाले मथुरा जिले के परखम में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संघ में हर स्तर के कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण वर्ग पद्धति और परम्परा है। शाखा में आने वाले सामान्य विद्यार्थी से लेकर जिला, प्रांत एवं गृहस्थ कार्यकर्ता, प्रचारक, ऐसे सब प्रकार के कार्यकर्ताओं के लिए भिन्न-भिन्न अंतराल पर हम प्रशिक्षण वर्ग करते हैं। संघ की पद्धति है व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण। संघ कार्यकर्ता निर्माण की प्रक्रिया निरंतर जारी रखता है। उन्होंने बताया कि संघ के विभिन्न आयामों से समाज के विभिन्न आयु वर्ग के लोग जुड़ते हैं, उनके साथ संघ के विचार को कैसे सम्प्रेषित करना चाहिए, इस बैठक में इस पर चर्चा हुई है।

सरकार्यवाह ने कहा कि इस वर्ष संघ ने विजयादशमी पर शताब्दी वर्ष में प्रवेश किया है। आगामी विजयादशमी के बाद शताब्दी वर्ष पर जो भी कार्यक्रम मनाना है उस पर सोच रहे हैं। अभी कार्य विस्तार व कार्य की गुणवत्ता बढ़ाने पर आग्रह था। प्रत्येक स्वयंसेवक पंच परिवर्तन के विषयों को अपनी शाखा, घर, परिवार और मुहल्लों में समाज परिवर्तन के लिए अपने जीवन व्यवहार में लाएं।मतांतरण व लव जिहाद के बारे में होसबाले ने कहा कि किशोरियों को बचाना हमारा काम है। हमारी युवतियां जानी ही नहीं चाहिए। परिवार में घर में अच्छा संस्कार मिलना चाहिए। केरल में लगभग 200 युवतियों को बचाने का काम हुआ। जो चली गयी थीं वह वापस आयीं। वापस आने के बाद उन युवतियों ने इसके बारे में जागरुकता के लिए काम किया।

सेवा बस्तियों में सेवा कार्य जरूरी

सरकार्यवाह ने कहा कि धर्म जागरण समन्वय के माध्यम से घर वापसी का काम हो रहा है। संघ के स्वयंसेवक मतांतरण न हो और जो चले गये हैं उनकी वापसी के लिए काम कर रहे हैं। मतांतरण से राष्ट्रांतरण होता है। इन विषयों को समाज के सामने लाना चाहिए। समाज का आचरण भी ठीक होना चाहिए। समाज में गरीबी व अस्पृश्यता है। इसलिए सेवा बस्तियों में सेवा कार्य होना चाहिए।

हर आयाम में दिखना चाहिए स्व का भाव

संघ का कार्य ही स्व के जागरण के लिए शुरू हुआ। भारत का स्व यानी यहां की मिट्टी की सुगंध। स्वतंत्रता आंदोलन का स्व राष्ट्रीय स्वत्व है। स्व को हम अपने ग्राम स्वराज में, शिक्षा में, व्यापार में, युद्ध में, स्वास्थ्य में लाएं। हमारी भाषा, संस्कृति, जीवनशैली हमारी सभ्यता के अनुरूप हो। भारत की ज्ञान परम्परा के बारे में आज तमाम पुस्तकें आ चुकी हैं। हमारे हर आयाम में स्व दिखना चाहिए।

देश की भावना के अनुरूप हो वक्फ बोर्ड में संशोधन

वक्फ बोर्ड के बारे में सरकार्यवाह ने कहा कि 2013 तक यह समस्या नहीं थी। वक्फ को पूरा अधिकार दे दिया। जिलाधिकारी भी कुछ नहीं कर सकता। भारत के अंदर एक स्वतंत्र इकाई हो गयी। लक्षित हिंसा विधेयक भी लाया गया था। यह हिन्दू मुस्लिम का विषय नहीं है। मुस्लिम भी वक्फ के शोषण से त्रस्त हैं। किसी पार्टी या समुदाय का प्रश्न नहीं हैं। देश की भावना के अनुरूप इसमें आवश्यक संशोधन करना है।

कांग्रेस व वामपंथियों के लिए भी कुटुंब प्रबोधन चाहिए

होसबाले ने कहा कि हम सिर्फ भाजपा के लिए नहीं बल्कि सबको संदेश देते हैं। कुटुम्ब प्रबोधन कांग्रेस और वामपंथियों के लिए भी होना चाहिए। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आये थे। वह अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ बैठे थे। मुख्यमंत्री ने कुम्भ के आयोजन के संबंध में चर्चा की है। उन्होंने पूरे देश के सभी सम्प्रदायों एवं सभी वर्ग आने चाहिए, इसके लिए संघ से सहयोग करने को कहा है। इस मुद्दे पर भी इस बैठक में चर्चा हुई।

संघ का व्यक्तिगत कोई स्वार्थ नहीं

सरकार्यवाह होसबाले ने कहा कि संघ सार्वजनिक संगठन है। हमारा किसी के साथ, कांग्रेस के साथ भी हमारी कोई खींचातानी नहीं है। हमारे पदाधिकारी सभी से मिलते हैं। हम लोग भी सबसे मिलते हैं। पत्रकार, राजनीतिक पार्टी के नेताओं, जनजाति समाज व उद्योगपतियों से मिलते हैं। हम सबसे मिलना चाहते हैं। संघ का व्यक्तिगत कोई स्वार्थ नहीं है। हमें राष्ट्र का कल्याण व उसकी सुख शांति चाहिए। जैसे सामाजिक अस्पृश्यता गलत है उसी तरह राजनीतिक अस्पृश्यता भी गलत है। संघ की मिट्टी अलग है।
यूपी में विकास कार्य ठप, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर : अखिलेश यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टीके राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार की नकारात्मक कार्य प्रणाली से उत्तर प्रदेश की छवि खराब हो रही है। प्रदेश में विकास कार्य ठप है, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार, अपराध चरम पर है। किसान, नौजवान, व्यापारी, कर्मचारी सभी परेशान है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। गरीबों और कमजोर लोगों के साथ अन्याय, अत्याचार हो रहा है। किसी को न्याय नहीं मिल रहा है।

अखिलेश ने कहा कि युवा नौकरी, रोजगार के लिए भटक रहा है। बजट की लूट चल रही है। भाजपा सरकार ने पूरे कार्यकाल में पीडीए समाज के साथ भेदभाव किया है। अब पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) भाजपा के खिलाफ एकजुट हो गया है तो भाजपाई घबराई हुई है। भाजपा की केन्द्र और राज्य सरकार ने पीडीए समाज के साथ पीडीए अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ भी हर स्तर पर भेदभाव कर रही है। इस सरकार में जितना अन्याय हुआ उतना कभी नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में झूठ और लूट के अलावा कुछ नहीं है। किसानों नौजवानों की समस्याओं का इस सरकार के पास कोई हल नहीं है। भाजपा सरकार ने द्वेष भावना के चलते समाजवादी सरकार में हुए विकास कार्यों को बर्बाद कर दिया। समाजवादी सरकार के समय उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश के रूप में जाना जाता था। सड़कें, पुल, स्टेडियम, पार्क अस्पताल मेडिकल कॉलेज बन रहे थे, लेकिन आज भाजपा की द्वेश की राजनीति के चलते उत्तर प्रदेश में दंगे, बवाल हो रहे हैं। अन्याय, अत्याचार की पराकाष्ठा है।

भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश की पुलिस को भी बर्बाद कर दिया है। पुलिस का राजनीतिकरण कर दिया गया है। पुलिस- प्रशासन भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने लगा है। कानून व्यवस्था और विकास को छोड़कर पुलिस प्रशासन भाजपा सरकार के इशारे पर विपक्ष के खिलाफ साजिश और षड्यंत्र में जुटा रहता है। देश में सबसे ज्यादा पुलिस कस्टोडियल डेथ उत्तर प्रदेश में हो रही है। सबसे ज्यादा फर्जी एनकाउंटर उत्तर प्रदेश में हो रहा है। किसानों, नौजवानों का शोषण हो रहा है। यह सरकार किसानों को खाद भी नहीं उपलब्ध करा पा रही, भाजपा कार्यकर्ता और नेताओं ने सहकारी समितियों पर कब्जा कर लिया है। अब खाद, बीज में किसानों से दलाली करके लूट कर रहे है। भाजपा सरकार में किसान बेबस है।

भाजपा सरकार ने जनता को बड़े-बड़े झूठे सपने दिखाए थे। निवेश के नाम पर दिखावा किया लेकिन आज तक कहीं भी किसी भी क्षेत्र में निवेश नहीं आ रहा है। उत्तर प्रदेश में किसी की जान और कारोबार व्यापार सुरक्षित नहीं है तो निवेश कैसे आएगा। आज प्रदेश का हर वर्ग भाजपा की षड्यंत्रकारी नीतियों से त्रस्त है। आने वाले समय में प्रदेश की जनता भाजपा को सत्ता से हटाकर उत्तर प्रदेश में उसकी विद्वेषपरक नकारात्मक राजनीति का अंत कर देगी।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने 46 प्रांतों के 393 पदाधिकारियों के साथ किया मंथन

डेस्क :–फरह कस्बा के परखम में आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक हुई. बैठक में 46 प्रांतों के 393 पदाधिकारियों के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंथन किया. साथ ही कई मुद्दों पर चर्चा की. इस दौरान मोहन भागवत ने सामाजिक समरसता सर्वोपरि है का संदेश दिया. सामाजिक समरसता पर ही फोकस करने की बात कही है. आने वाले दशहरे तक इसी एजेंडे पर काम करने कहा गया है.

बता दें कि आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ के एजेंडे को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने की बात कहा गया है. इस दौरान सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भी कई अहम मुद्दों पर रोशनी डाली. बैठक में सामाजिक समरसता के साथ ही अन्य मुद्दों पर बात हुई. जैसे शताब्दी वर्ष में हर गांव, हर घर में स्वयंसेवक हों.

बैठक में पंच परिवर्तनों पर खास तौर पर जोर दिया गया. जिसमें पर्यावरण, सोशल मीडिया के दुष्परिणाम से युवाओं को रोकना, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुद्दा, ज्ञानवापी एवं हिंदुत्व एकजुटता पर बात हुई. साथ ही राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की मदद से मुस्लिम समाज को जोड़ना, राष्ट्र सेविका समिति की मदद से महिलाओं को आगे लाने और समाज को जातियों में बांटने से रोकना जैसे मुद्दों पर मंथन किया गया.
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए एक युवक मंदिर के मुख्य गेट के अंदर बने टावर पर चढ़ा


डेस्क :– गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए एक युवक मंदिर के मुख्य गेट के अंदर बने टावर पर चढ़ गया. पुलिस ने जैसे शख्स को उपर चढ़े हुए देखा तो वे सभी हड़बड़ा गए. हालांकि बाद में उसे मोबाइल टावर से उतार लिया गया. जिसे पुलिस अभिरक्षा में भेज दिया गया है और उससे पूछताछ चल रही है. खास बात ये है कि जिस समय से घटना हुई इस समय सीएम योगी अंदर मौजूद थे और वे जनदर्शन में लोगों की समस्या सुन रहे थे.

जानकारी के मुताबिक सीएम सुबह जनता दरबार में लोगों की फरियादें सुन रहे थे. इस दौरान मठ के बाहर गेट के पास लगे मोबाइल टावर पर अचानक एक युवक चढ़ गया. बाद में सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह उसे नीचे उतारा गया. थाना अध्यक्ष गोरखनाथ से लेकर सीओ और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी युवक से पूछताछ कर रहे हैं. पता लगाया जा रहा है कि आखिर वह कैसे भीतर घुसा और किस वजह से मोबाइल टावर पर चढ़ा.

बता दें कि 2022 में एक बार हमला हो चुका है. मंदिर परिसर के गेट नंबर एक पर हमलावर ने दो सिपाहियों पर हमला कर दिया था. जिसके बाद वह गोरखनाथ मंदिर के भीतर जाने ही वाला था कि पुलिस वालों ने उसे दबोच लिया था. मामले में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए 2023 में उसे फांसी की सजा सुनाई थी. इस घटना के बाद ही गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा को काफी चाक-चौबंद कर दिया था.
फिलीपींस में तूफान 'ट्रामी’ ने ढाया कहर, 46 की मौत, 20 लापता
डेस्क :–फिलीपींस(Philippines) में इस हफ्ते आए उष्णकटिबंधीय तूफान 'ट्रामी' से मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को जानकारी दी कि कम से कम 20 लोग अभी भी लापता हैं।सिविल डिफेंस एडमिनिस्ट्रेटर एरियल नेपोमुसेनो के कार्यालय ने एक रिपोर्ट में कहा कि देश भर के नौ क्षेत्रों में 'ट्रामी' से संबंधित मौतों की सूचना मिली है।मनीला के दक्षिण-पूर्व में स्थित बिकोल क्षेत्र, (जो तूफान का सबसे अधिक प्रकोप झेल रहा है), में सबसे अधिक 28 मौतें हुई हैं। कैलाबारजोन क्षेत्र में 15 मौतें हुई हैं।

सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि फिलीपींस के अन्य क्षेत्रों में भी 'ट्रामी' से संबंधित मौतों की सूचना मिली है।इस वर्ष फिलीपींस में आने वाला 11वां तूफान 'ट्रामी' मुख्य लूजोन द्वीप से होकर गुजरा, जो बिकोल और कैलाबारजोन क्षेत्रों में विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन का कारण बना।मृतकों के आंकड़े बढ़ सकते हैं, क्योंकि पुलिस और अन्य एजेंसियां ट्रामी के प्रभाव का आकलन करना जारी रखे हुए हैं। वहीं एजेंसी ने कहा कि शुक्रवार तक देश भर में 293 सड़कें और 67 पुल अभी चलने लायक नहीं हैं। कुछ क्षेत्रों में बिजली अभी भी बहाल नहीं हुई है।

राज्य मौसम ब्यूरो ने कहा कि शुक्रवार सुबह उत्तरी फिलीपींस(Philippines) में इलोकोस सुर प्रांत से 255 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में ट्रामी को देखा गया। यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा था, जिसमें 95 किलोमीटर प्रति घंटे की हवाएं और 151 किलोमीटर प्रति घंटे की हवाएं चल रही थीं।राज्य मौसम ब्यूरो ने शुक्रवार दोपहर या शाम को ट्रामी के फिलीपींस से बाहर निकलने का अनुमान लगाया है।फिलीपींस में हर साल औसतन 20 तूफान आते हैं।
पर्यटकों पर हमले की साजिश के संदेह में गिरफ्तार 3 लोगों की हिरासत बढ़ी
डेस्क :–श्रीलंका में पूर्वी तट पर इजराइली पर्यटकों पर हमले की कथित साजिश रचने के आरोप में पकड़े गए तीन संदिग्धों की हिरासत अवधि शुक्रवार को आतंकवाद निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत बढ़ा दी गयी। पुलिस ने यह जानकारी दी।तीनों को भारतीय खुफिया एजेंसियों से मिली सूचना के आधार पर पूर्वी तट के पर्यटन केंद्र ‘अरुगम बे’ में इजराइली पर्यटकों पर हमले की साजिश रचने के संदेह में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया था।पुलिस ने बताया कि अब खतरा कम हो गया है। उसने कहा कि लेकिन पर्यटक क्षेत्रों में की गयी विशेष सुरक्षा व्यवस्था जारी रहेगी।

उपमहानिरीक्षक निहाल थलदुवा ने कहा कि बुधवार को गिरफ्तारियां होने से पहले ही यहां अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को चेतावनी दे दी थी कि वे उस क्षेत्र में जाने से बचें जहां सुरक्षा व्यवस्था की गयी हैं।थलदुवा ने कहा कि पश्चिम एशिया में जारी तनाव के कारण इजराइली पर्यटकों पर हमले की आशंका हो सकती है।थलदुवा ने कहा, ‘‘गिरफ्तार किए गए तीनों लोग श्रीलंकाई हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है।’’उन्होंने कहा कि अभी तक आतंकवादी हमले की प्रकृति की पुष्टि नहीं हुई है।

पुलिस ने कहा कि भारतीय खुफिया सूचना में पहले ही 19 से 23 अक्टूबर के बीच योजनाबद्ध हमले की चेतावनी दी गई थी।इस बीच, स्थानीय मीडिया ने जन सुरक्षा मंत्री विजिता हेराथ के हवाले से कहा कि हमलों की चेतावनी के बाद श्रीलंका यात्रा संबंधी परामर्श हटाने तथा द्वीप पर आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विदेशी दूतावासों के साथ बातचीत कर रहा है।श्रीलंका के मुस्लिम अल्पसंख्यक संगठनों ने लगातार इजरायल विरोधी प्रदर्शन करके गाजा और लेबनान में युद्ध की निंदा की है।