सदस्यता अभियान को लेकर BJP की वर्चुअल बैठक: सीएम साय और प्रदेश अध्यक्ष सिंहदेव समेत संगठन के तमाम बड़े चेहरे हुए शामिल

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में सदस्यता अभियान को लेकर एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव समेत सत्ता और संगठन के तमाम बड़े चेहरे शामिल हुए। सदस्यता अभियान को लेकर विधायकों और सांसदों को दिए गए टारगेट कितने पूरे हुए, इसकी समीक्षा की गई। साथ ही सक्रिय सदस्यता अभियान में विधायकों और सांसदों को जिम्मेदारी सौंपने को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। बीजेपी प्रदेश में सक्रिय सदस्यता अभियान शुरू कर चुकी है, जिसमें मंत्री, विधायक समेत सैकड़ों लोगों को पार्टी की सक्रिय सदस्यता दी जा चुकी है।

भाजपा मनाएगी संगठन पर्व:

भारतीय जनता पार्टी आगामी 26, 27 और 28 अक्टूबर को सर्वश्रेष्ठ सर्वाधिक सदस्यता अभियान (संगठन पर्व) मनाने वाली है। इस अभियान में पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता और पदाधिकारी तीन दिनों तक महिलाओं, पुजारियों, थर्ड जेंडर समेत अन्य कई क्षेत्रों के लोगों तक पहुँचकर भाजपा की सदस्यता दिलाएगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने आज जानकारी देते हुए कहा, “ये दिवाली सदस्यता वाली, दिल से जुड़े, दल से जुड़े कमल से” का नारा दिया। किरण सिंहदेव ने बताया कि भाजपा ने केवल 46 दिनों में 50 लाख से ज्यादा सदस्य बनाकर प्रदेश में इतिहास रचा है।

सुदूर अंचलों तक जुड़े हजारों सदस्य:

भाजपा सदस्यता अभियान के संयोजक अनुराग सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश के कोने-कोने से बीजेपी के सदस्य बनाए जा रहे हैं। सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा तक ऑनलाइन एवं ऑफलाइन सदस्य बनाए जा रहे हैं। हमारे कार्यकर्ता सुकमा में अब तक 11 हजार से अधिक ऑनलाइन सदस्य बना चुके हैं। इसी तरह दंतेवाड़ा में 10 हजार से अधिक सदस्यों को जोड़ा जा चुका है। हम एक-एक गाँव तक पहुँचकर जहाँ नेटवर्क नहीं पहुँचता है, वहाँ के ग्रामीणों को एकत्रित कर नेटवर्क वाले स्थान में पहुँचाकर सदस्य बना रहे हैं।

राजभवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, पुष्पगुच्छ देकर किया स्वागत
रायपुर-  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दो दिनों के छत्तीसगढ़ दौरे पर रायपुर पहुंची। इस दौरान रायपुर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में राष्ट्रपति मुर्मू बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई। इस बीच छत्तीसगसढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने आज राजभवन में राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की, जिसकी तस्वीर उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर साझा की है।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने आज राजभवन में राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की तस्वीर अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर साझा करते हुए लिखा- ”आज राजभवन में माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका छत्तीसगढ़ की पुण्य धरती पर स्वागत किया।

अब जबकि जल्द ही हमारा छत्तीसगढ़ अपने 25 वर्ष पूरे करने जा रहा है तब इस आत्मीय मुलाकात के दौरान आदरणीय द्रौपदी मुर्मु जी को हमारे प्रदेश के विधानसभा प्रांगण और आदिवासी संस्कृति से रचे-बसे बस्तर में माता दंतेश्वरी के दर्शन के लिए आमंत्रित भी किया।”

मुख्यमंत्री ने श्री गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती पर उन्हें किया नमन
रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने निर्भीक पत्रकार,प्रबुद्ध लेखक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री गणेश शंकर विद्यार्थी की 26 अक्टूबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। राष्ट्र के लिए उनके अतुलनीय योगदान को याद करते हुए श्री साय ने कहा कि भारत के स्वाधीनता संग्राम में विद्यार्थी जी का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से लोगों में राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने का प्रयास किया। उन्होंने कई पत्रिकाओं में लेखन,संपादन करने के साथ स्वयं का हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र प्रताप भी शुरू किया। उन्होंने अपनी कलम की ताकत से अंग्रेज़ी शासन की नींव हिला दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विद्यार्थी जी को उनकी देशभक्ति और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राजभवन में मुख्यमंत्री साय समेत BJP नेताओं से की मुलाकात
रायपुर-       राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय प्रवास पर आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंची। प्रवास के पहले दिन राष्ट्रपति मुर्मू रायपुर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुई। इस बीच राष्ट्रपति मुर्मू ने राजभवन में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव समेत छत्तीसगढ़ बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों से भी मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के दौरान सभी नेताओं ने राष्ट्रपति मुर्मू के साथ ग्रुप फोटो भी ली।

बता दें कि छत्तीगसढ़ प्रवास के पहले दिन राष्ट्रपति रायपुर एम्स और एनआईटी रायपुर के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई और छात्रों को डिग्री और मेडल का वितरण किया। इसके बाद उन्होंने नवा रायपुर स्थित पुरखौती मुक्तांगन परिसर में सरगुजा प्रखण्ड का लोकार्पण किया और साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को 9वीं किस्त की राशि भी जारी की। वहीं कार्यक्रम के दौरान उन्होंने आदिवासी समुदाय के लोगों से भी चर्चा। राष्ट्रपति मुर्मू राजभवन में रात्रि भोज और फिर विश्राम करेंगी।

भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB की बड़ी कार्रवाई, फाइल आगे बढ़ाने के लिए रिश्वत लेते RTE प्रभारी गिरफ्तार

सारंगढ़-बिलाईगढ़-   भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार एसीबी की कार्रवाई जारी है. सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में एसीबी की टीम ने शुक्रवार को फिर बड़ी कार्रवाई की. RTE प्रभारी अरुण दुबे ने निजी स्कूलों से काम करवाने के बदले पैसे मांगे थे. एसीबी की टीम ने प्लान बनाकर अरुण दुबे को 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

दरअसल RTE प्रभारी अरुण दुबे ने निजी स्कूल संचालकों से RTE की फाइल को आगे बढ़ाने के लिए मोटी रकम की मांग की थी. एक लाख से नीचे की फाइल पर 3 हजार और एक लाख से उपर की फाइल पर 5 हजार कुल 44 फाइल की 2 लाख 16 हजार रुपए की मांग स्कूल संचालकों से की जा रही थी.

निजी स्कूल संघ ने मामले की शिकायत एसीबी की टीम से की थी. शिकायत के बाद टीम ने प्लान बनाकर कार्यवाही की और RTE प्रभारी अरुण दुबे को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पुरखौती मुक्तांगन में सरगुजा प्रखंड का किया लोकार्पण

रायपुर-   राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज नवा रायपुर स्थित पुरखौती मुक्तांगन में सरगुजा प्रखंड का लोकार्पण किया। लगभग 5 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित सरगुजा प्रखंड में छत्तीसगढ़ राज्य के विशेष रूप से सरगुजा अंचल के आदिवासी समुदाय की जीवनशैली और उनकी सांस्कृतिक व पुरातात्विक धरोहरों को प्रदर्शित किया गया है।

इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक खुशवंत साहेब एवं श्री रोहित साहू उपस्थित थे।

सरगुजा प्रखंड में सरगुजा अंचल के जनजातियों की अनुठी संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत और पुरावैभव को प्रदर्शित किया गया है। सरगुजा अंचल के विभिन्न जनजातियों के निवास स्थल व उनकी जीवनशैली को सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जिससे हम एक ही स्थल में विभिन्न आदिवासी समुदायों के रहन-सहन, संस्कृति से बेहतर तरीके से रूबरू हो सकते हैं।

सरगुजा प्रखंड में पण्डो जनजाति के पारंपरिक जीवन शैली को दर्शाते बांस और छिंद के पत्तों से बने घर को प्रदर्शित किया गया है। इन घरों में देवताओं के पूजा का विशेष स्थान होता है। इसी तरह पहाड़ी कोरवा जनजाति का आवास लकड़ी से बना होता है, जिसमें देवी-देवताओं की आकृतियां नक्काशी की जाती है। यह उनकी धार्मिक आस्था का प्रतीक है। प्रखंड में निर्मित सामत सरना शिव मंदिर डीपाडीह में प्राचीन मंदिरों के भग्नावेश की प्रतिकृति हैं, जो 7वीं-13वीं शताब्दी के हैं। यह स्थल पुरातात्विक और धार्मिक महत्व रखता है। इसी तरह कोरिया का बैकुण्ठपुर महल भारतीय वास्तुकला का उदाहरण है। यह महल 1946 में पूर्ण हुआ है, इसकी अपनी ऐतिहासिक महत्ता है, जिसको पुरखौती मुक्तांगन के सरगुजा प्रखंड में प्रतिकृति के रूप में निर्मित किया गया है।

इसी प्रखंड में प्रदर्शित मड़िया खंबा आदिवासियों के सामुदायिक समारोह में उपयोग होता है। यह मड़िया जनजाति की पहचान का प्रतीक है, इसे पूजा स्थल के रूप में उपयोग किया जाता है। इसी तरह रामगढ़ की पहाड़ी पर सीताबेंगरा गुफा के प्राचीन नाट्यशाला के अवशेष को प्रदर्शित किया गया है। यह भरत मुनि का नाट्यशाला माना जाता है। रामगढ़ की पहाड़ी में महाकवि कालीदास ने मेघदूतम् की रचना की है।

कार्यक्रम में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।

NHM कर्मचारी संघ ने की दोषियों पर कार्रवाई की मांग
बलरामपुर-  गुरुवार को छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित पुलिस थाने में हिरासत में युवक की मौत के बाद भीड़ ने थाने पर हमला कर दिया था। जमकर पथराव व थाने में तोड़फोड़ किया। पुलिस ने आंसू गैस छोड़ भीड़ को बलपूर्वक खदेड़ा था। घटना के दूसरे दिन बलरामपुर के लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इस बीच छत्तीसगढ़ प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के नाम चार सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है और दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने बात कही है। संघ ने यह चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो संघ न्याय पाने के लिए सड़क की लड़ाई लड़ने पर विवश हो जाएगा।

छत्तीसगढ़ प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के नाम लिखे ज्ञापन में कहा कि, ”बलरामपुर जिला मुख्यालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यालय अंतर्गत कार्यरत गुरुचंद मंडल की पुलिस हिरासत में मृत्यु का प्रकरण सामने आया है। अवगत होना चाहेंगे कि पुलिस हिरासत में मौत का यह प्रकरण अत्यंत गंभीर है और संबंधित पुलिस कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर शक पैदा करता है। यह ज्ञात हुआ है कि मृतक कर्मचारी की पत्नी गुमशुदा थी, जिसकी तलाश करने के स्थान पर पुलिस मृतक पर ही संदेह कर उसे और उसके परिजन को बार-बार थाने बुलाती रही और दबाव बनाती रही। यह भी बताया गया है कि उनके साथ अत्यधिक मारपीट भी की गई। इस प्रकार की मृत्यु मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है जिसके लिए दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।

छत्तीसगढ़ प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से इस मामले के संबंध में चार सूत्रीय मांग भी रखी है। संघ का कहना है कि मांगों पर कार्रवाई न करने पर समस्त कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त रहेगा, जिसके लिए संघ न्याय पाने हेतु सड़क की लड़ाई लड़ने पर विवश हो जाएगा।

छत्तीसगढ़ प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संघ की चार सूत्रीय मांग

1- मामले की सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा जांच करवाई जाए।
2- पीड़ित परिवार को एक करोड़ की राशि मुआवजे के रूप में दी जाए।
3- परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।
4- बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था सरकार द्वारा की जाए।

नशे के ‘सौदागरों’ के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई: नशीले इंजेक्शन और टेबलेट के साथ 2 सप्लॉयरों को किया गिरफ्तार, 31 लाख की खेप जब्त

बिलासपुर-       न्यायधानी में नशे के खिलाफ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। गुरुवार को ए.सी.सी.यू. और सिविल लाईन पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए इन्जेक्शन और टेबलेट के 2 सप्लॉयर को गिरफ्तार किया है। इन सप्लॉयरों के कब्जे से पुलिस ने करीब 31 लाख रूपये की कीमत के नशीले इंजेक्शन और टेबलेट ज़ब्त किया है।

बता दें कि थाना सिविल लाइन और ए.सी.सी.यू. (सायबर सेल) टीम ने बीते 26 सितंबर को कल्पना कुर्रे नामक एक युवती और एक नाबालिग को अवैध रूप से नशे की सामग्री बेचते हुए पकड़ा गया था, तलाशी के दौरान इनके कब्जे से पुलिस ने करीब 896 नग Nitrazepam Tablets IP Nitrosun (नशीली गोली) बरामद किया था। इसी तरह बीते 22 अक्टूबर को सृष्टि कुर्रे नामक युवती को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जिसके कब्जे से कुल 150 नग BUPRENORPHINE इंजेक्शन और REXOGESIC Ampoules ज़ब्त किया था। दोनों प्रकरणों के आरोपियों से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने रायपुर के रहने वाले विक्रांत सरकार और रविशंकर मरकाम से पार्सल के माध्यम से Ampoules और Tablets मंगाने की बात बताई।

पुलिस ने नशे के सौदागरों को इस तरह दबोचा

विक्रांत सरकार और रविशंकर मरकाम द्वारा नशीली टेबलेट की सप्लाई करने की सूचना के बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ सिविल लाइन थाना में धारा 21, 22 नारकोटिक्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया और उनकी पतासाजी में जुट गई, इस बीच पुलिस को जानकारी मिली की दोनों नशीली सामग्री की सप्लाई करने इलेक्ट्रिक कार से बिलासपुर आ रहे है। इसके बाद जैसे ही दोंनो बिलसपुर पहुंचे पुलिस ने उन्हें धर दबोचा और थाने ले आई।

पुलिस ने विक्रांत सरकार और रविशंकर मरकाम के कब्जे से 11 लाख रूपये की 2150 नग नशीली Tablets और 20 लाख रुपये की 23648 नग Ampoules बरामद किया है। इसके अलावा नशीली टेबलेट की सप्लाई में प्रयुक्त टाटा पंच इलेक्ट्रिक कार और दो मोबाइल फोन जब्त किया गया है, जिसकी कीमत करीब 10 लाख रुपये आंकी गई है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों से इन्वेस्टीगेशन कर नशे के कारोबार से अवैध रूप से अर्जित संपत्ति की जानकारी इकट्ठी की जा रही है, जिसपर विधि अनुसार कार्यवाही की जा रही है। नशे के कारोबार में संलिप्त अन्य लोगो की जानकारी भी एकत्र कर उनके विरूद्ध भी एण्ड-टु-एण्ड कार्यवाही की जाएगी।

मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने उच्च न्यायालय के वाहन चालक को उत्कृष्ट सेवा के लिए किया सम्मानित
रायपुर-    छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा आज उच्च न्यायालय के कर्मचारी लक्ष्मण सिन्हा, वाहन चालक को उनकी कर्तव्यनिष्ठा, समर्पण व उत्कृष्ट सेवा के लिए स्मृति चिन्ह, शॉल व श्रीफल प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया तथा उनके भावी स्वस्थ्य जीवन के लिए शुभकामनाएं दी।

उल्लेखनीय है कि लक्ष्मण सिन्हा इसी माह 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने वर्ष 1998 में राज्य प्रशासनिक अधिकरण से अपनी सेवा प्रांरभ की थी तथा उसके भंग होने के पश्चात् वर्ष 2005 से इस उच्च न्यायालय में अपनी सेवायें प्रदान कर रहे थे। इस अवसर पर संयुक्त रजिस्ट्रार कम पीपीएस एम.वी.एल.एन सुब्रहमन्यम, डिप्टी रजिस्ट्रार (प्रोटोकॉल) हिमांशु कुमार विश्वास व प्रोटोकॉल अधिकारी आर.एस. नेगी उपस्थित रहे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ की जनजातीय संस्कृति और सशक्तिकरण पर केंद्रित पुस्तकों का किया विमोचन

रायपुर-     राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज नवा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शासन आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा प्रकाशित तीन पुस्तकों क्रमशः ‘आदि नारी: आदिवासी महिलाओं की अस्मिता और गौरव गाथा, वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम के क्रियान्वयन हेतु मार्गदर्शिका’ एवं पोदड़गुमा पेन करसाड का विमोचन किया। इस मौके पर राज्यपाल रमेन डेका ने राष्ट्रपति को उक्त तीनों पुस्तकों की प्रथम प्रतियां ससम्मान भेंट की। यह तीनों पुस्तकें छत्तीसगढ़ राज्य की जनजातीय संस्कृति, महिला सशक्तिकरण और वन अधिकारों की सुरक्षा पर केंद्रित हैं।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक खुशवंत साहेब एवं रोहित साहू उपस्थित थे।

आदि नारी: आदिवासी महिलाओं की अस्मिता और गौरव गाथा पर आधारित पुस्तक में छत्तीसगढ़ की जनजातीय महिलाओं के दशकीय सामाजिक और आर्थिक विकास की यात्रा का उल्लेख किया गया है। इसमें उनकी शैक्षणिक प्रगति, आर्थिक आत्मनिर्भरता, सामाजिक-सांस्कृतिक योगदान, और लिंगानुपात जैसे मानव विकास सूचकांक के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।

इसी तरह वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम के क्रियान्वयन हेतु मार्गदर्शिका’ में वन अधिकार अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए व्यापक रूप-रेखा के संबंध में विस्तार से बताया गया है, ताकि राज्य में अनुसूचित जनजाति के लोगों को वन अधिकार अधिनियम का लाभ सुगमता से प्राप्त हो सकें। इस मार्गदर्शिका में वन अधिकारों के क्रियान्वयन के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान के उपाय भी शामिल किए गए हैं।

‘पोदड़गुमा पेन करसाड़’ पुस्तक में गोंड जनजाति की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं पर आधारित है। इसमें ग्राम टेमरूपानी में हर 7 वर्ष में आयोजित होने वाले 75 दिवसीय धार्मिक आयोजन ‘पोदड़गुमा पेन करसाड़‘ के विधि-विधान, नृत्य, संगीत, और वाद्ययंत्रों का विस्तृत वर्णन किया गया है। यह आयोजन गोंड समुदाय की पेन पूजा परंपरा और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संवर्धित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

कार्यक्रम में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।