थूक कर रोटी बना रहा था युवक, वायरल हो रहा वीडियो
लखनऊ । यूपी के बाराबंकी जिले के रामनगर कोतवाली क्षेत्र के सुढ़ियामऊ में कस्बे में एक होटल पर थूक कर रोटी बनाने का मामला सामने आया है।इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक तंदूर पर रोटी बना रहा है और रोटी को थपथपाने के बाद उस पर थूकने के बाद तंदूर के अंदर लगाता है।स्ट्रीट बज्ज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। कुछ लोगों ने इसे लेकर आक्रोश जताया है। पुलिस अभी मामला संज्ञान में नहीं होने की बात कह रही है।
ভারতের ‘শেষ সতী’ রূপ কানোয়ার ৩৭ বছর পরও বিচার পেলেন না

*বিবিসি*


*ডেস্ক:* ৩৭ বছর আগে স্বামীর চিতায় পুড়িয়ে মারা হয় এক কিশোরীকে।নাম ছিল রূপ কানোয়ার। রাজস্থানের রূপের ‘সতী’ হওয়ার ঘটনা সে সময় বিশ্বজুড়ে খবরের শিরোনাম হয়েছিল, উঠেছিল নিন্দার ঝড়। এত বছর পর আবার দেশের খবরের শিরোনাম হয়েছেন রূপ।সম্প্রতি রূপ কানোয়ার হত্যার ঘটনাকে গৌরবান্বিত করার অভিযোগ ওঠা ৮ ব্যক্তিকে খালাস দিয়েছে আদালত।

ব্রিটিশ শাসকেরা প্রথম ১৮২৯ সালে সতীদাহ প্রথা নিষিদ্ধ করেন। ওই সময়ে ভারতবর্ষ ব্রিটিশ শাসনের অধীনে ছিল। আইন করে সতীদাহ প্রথা নিষিদ্ধ করা হলেও তা পুরোপুরি বন্ধ করা যায়নি। এমনকি ১৯৪৭ সালে ভারত স্বাধীন হওয়ার পরও সতীদাহ প্রথা দেখা গেছে। রূপকে ভারতের সর্বশেষ ‘সতী’ বলা হয়।

রূপের মৃত্যুর পর বিক্ষোভ শুরু হলে ভারত সরকার এই প্রথার বিরুদ্ধে আরও কঠোর একটি আইন প্রণয়নে বাধ্য হয়। ‘কমিশন অব সতী (প্রতিরোধ) অ্যাক্ট, ১৯৮৭’ আইনে সতীদাহ প্রথা নিষিদ্ধ করার পাশাপাশি প্রথমবার এই প্রথাকে গৌরবান্বিত করাও নিষিদ্ধ হয়। আইনে সতীদাহর পক্ষে প্ররোচনাকারীদের জন্য মৃত্যুদণ্ড ও যাবজ্জীবন কারাদণ্ডের সাজার কথাও বলা আছে।

কিন্তু এত বছর পর, রূপের মৃত্যু এবং সতীদাহ প্রথাকে গৌরবান্বিত করার অভিযোগে অভিযুক্ত সবাইকে আদালত ‘প্রমাণের অভাবে’ খালাস বলে ঘোষণা করেছে। গত সপ্তাহে আদালত এই নির্দেশ দেয়। তবে এ রায়ে নিয়ে উদ্বেগ প্রকাশ করেছে দেশের নারী অধিকার নিয়ে কাজ করা বিভিন্ন সংগঠন ও সমাজকর্মীরা।

উদ্বেগ প্রকাশ করা সংগঠনগুলোর একটি রাজস্থানের ফোরটিন উইম্যান্স গ্রুপ। তারা মুখ্যমন্ত্রী ভজন লালের কাছে একটি চিঠি লিখে রায় চ্যালেঞ্জ করার আহ্বান জানিয়েছে। চিঠিতে সতীদাহ প্রথাকে গৌরবান্বিত করা রোধে সব ধরনের ব্যবস্থা গ্রহণের কথাও বলা হয়। চিঠিতে লেখা হয়েছে, এত বছর পেরিয়ে যাওয়ার পর আসামিদের এভাবে খালাস পাওয়া ‘সতীদাহ প্রথাকে গৌরবান্বিত করার সংস্কৃতি উসকে’ দিতে পারে।

এদিকে ৮  অভিযুক্তদের হয়ে আইনি লড়াই করা একজন আইনজীবী বিবিসিকে বলেছেন, ‘তাঁদের বিরুদ্ধে কোনো প্রমাণ পাওয়া যায়নি। তাই খালাস দেওয়া হয়েছে।’

বিবিসির গীতা পান্ডে রাজস্থানের বিচারমন্ত্রী যোগরাম প্যাটেলের কাছে রায়ের বিরুদ্ধে সরকার আপিল করবে কি না, জানতে চেয়েছিলেন। বিচারমন্ত্রী তাঁকে বলেছেন, ‘আমরা এখনো রায়ের অনুলিপি হাতে পাইনি। আমরা আগে এটি খতিয়ে দেখব। এরপর আপিল করা বা না করা নিয়ে সিদ্ধান্ত হবে।’

উল্লেখ্য,১৯৮৭ সালের ৪ সেপ্টেম্বর প্রচুর সাধারণ মানুষের উপস্থিতিতে রাজস্থানের দেওরালা গ্রামে ১৮ বছর বয়সী রূপকে মেরে ফেলা হয়। শয়ে শয়ে গ্রামবাসীর দেখা এ ঘটনাকে ভারত ও রাজস্থানের জন্য কলঙ্ক বলা হয়।

রূপ যখন চিতায় ওঠার জন্য আসছিলেন, তখন তাঁকে বেশ অস্থিরভাবে হেঁটে আসতে দেখা গিয়েছিল। একদল রাজপুত তরুণ তাঁকে ঘিরে ধরে হাঁটছিলেন। তাঁকে সে সময় বেশ অস্থির মনে হচ্ছিল।

রূপের স্বামীর পরিবার ও উঁচু জাতের রাজপুত সম্প্রদায়ের অন্যরা বলেছিলেন, রূপ নিজে ‘সতী’ হওয়ার সিদ্ধান্ত নিয়েছিলেন এবং তা স্বেচ্ছায়। তাঁরা আরও বলেছিলেন, রূপ তাঁর বিয়ের পোশাক পরে গ্রামের রাস্তায় একটি মিছিল নিয়ে শ্মশানে আসেন। এরপর স্বামী মাল সিংহর চিতায় ওঠেন। এর মাত্র ৭ মাস আগে রূপ ও মাল সিংহর বিয়ে হয়েছিল।

রূপ চিতায় উঠে নিজের কোলে মৃত স্বামীর মাথা রাখেন এবং মন্ত্রজপ করতে থাকেন। ধীরে ধীরে আগুনে পুড়ে তাঁর মৃত্যু হয় বলে দাবি করেন ওই ব্যক্তিরা।

কিন্তু সে সময় সাংবাদিক, আইনজীবী, নাগরিক সমাজ ও নারী অধিকারকর্মীরা ভিন্ন দাবি করেছিলেন। প্রাথমিকভাবে রূপের পরিবারের দাবিও ভিন্ন ছিল।

রূপের পরিবার জয়পুরে বসবাস করত। সেখান থেকে রূপের স্বামীর গ্রামের দূরত্ব ছিল মাত্র দুই ঘণ্টার। অথচ তারা তাদের জামাতার মৃত্যু ও মেয়ের ‘সতী’ হওয়ার খবর পায় পরদিন সংবাদপত্রে। কিন্তু পরে তারাও বলেছিল, তাদের বিশ্বাস, তাদের মেয়ে স্বেচ্ছায় এ কাজ করেছেন। সমালোচকেরা বলেন, রূপের পরিবার প্রভাবশালী রাজনীতিবিদদের চাপে পড়ে এ কথা বলেছেন।


ছবি সৌজন্যে: বিয়ের দিন তোলা ছবিতে রূপ কানোয়ার ও তাঁর স্বামী
ছবি: এক্স থেকে নেওয়া
कार की टक्कर से बाइक सवार पति की मौत, पत्नी गम्भीर
मीरजापुर/लखनऊ । चुनार थाना क्षेत्र के पिरल्लीपुर गांव के पास हाईवे पर मंगलवार की रात एक कार ने बाइक सवार दंपति को कुचल दिया। घटनास्थल पर ही पति की मौत हो गई और पत्नी गम्भीर रूप से घायल है।चुनार थाना क्षेत्र के सुकुलपुरा गांव निवासी बालकरन (50) अपनी पत्नी गीता देवी (45) के साथ बाइक पर सवार होकर अपने गांव जा रहा था। पिरल्लीपुर स्थित हाइवे पर पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार ने बाइक में टक्कर मार दी।

घायल युवक वाराणसी रेफर

हादसे में बालकरन की घटनास्थल पर ही मौत और उसकी पत्नी गम्भीर रूप से घायल हो गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला को उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सालय भेजा, जहां से उसे वाराणसी रेफर कर दिया गया। शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई में जुट गई है। वहीं महिला की मौत की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया है।

लखनऊ में अलग-अलग सड़क हादसों में तीन की गई जान

लखनऊ के विभिन्न थानाक्षेत्रों में हुए सड़क हादसों में छात्र समेत तीन की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हाे गए।बीबीडी के जगपाल खेड़ा निवासी योगेंद्र आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उनका बड़ा बेटा ईशान (18) प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। मंगलवार सुबह ईशान छोटे भाई अहान को बाइक से एमिटी स्कूल छोड़कर लौटा था। वह घर के बाहर सड़क पर खड़ा था। इस दौरान बेकाबू डंपर ईशान को कुचलते हुए निकल गया। परिवार में मां प्रियंका हैं।

सड़क पर गिरकर नाजिया की मौत

गोमतीनगर विस्तार के खरगापुर निवासी हाशिम के अनुसार, बेटा शाहबुद्दीन पत्नी नाजिया (28) के साथ दुबग्गा चौराहे के पास रहकर प्राइवेट गाड़ी चला रहा था। सोमवार रात बेटा बाइक लेकर बहू के साथ देवा शरीफ जा रहा था। मटियारी चौराहे के पास बाइक सवार सामने आ गया। उसे बचाने में शहाबुद्दीन ने ब्रेक लगा दी। बाइक बेकाबू हो गई और सड़क पर गिरकर नाजिया की मौत हो गई।इटौंजा में मंगलवार को कार ने ई-रिक्शे में टक्कर मारी दी। हादसे में ई रिक्शा चालक विश्रामपुर के गुड्डू (35) की मौत हो गई, जबकि सवारी परसधर, सौरभ डे और गोपाल जख्मी हो गए।
शत्रु संपत्तियों पर चारा उत्पादन और पशु संरक्षण केंद्र खोले जाएंगे, योगी सरकार का बड़ा फैसला
लखनऊ । यूपी में शत्रु संपत्तियों पर चारा उत्पादन और पशु संरक्षण केंद्र खोले जाएंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इन संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है। इस योजना में जमीन केंद्र सरकार मुहैया कराएगी, जबकि उन पर जरूरी सुविधाएं विकसित करने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार उठाएगी।

उत्तर प्रदेश में 7624 गोआश्रय स्थलों में 12 लाख से ज्यादा गोवंश हैं। पशुओं की संख्या को देखते हुए प्रदेश में हरे चारे की कमी है। इसके लिए नए-नए स्थान तलाश करने की योजना है, ताकि वहां हरे चारे के उत्पादन के साथ ही कृत्रिम गर्भाधान व शोध केंद्र भी स्थापित हो सकें।इसी योजना के तहत शासन ने केंद्र सरकार से शत्रु संपत्ति हासिल करने के लिए संपर्क किया है। चिह्नित शत्रु संपत्तियों पर अतिक्रमण होने पर उसे खाली कराया जाएगा। यहां खोले जाने वाले केंद्र आधुनिकतम तकनीक पर आधारित होंगे। इनकी मदद से देसी गायों के संरक्षण और संवर्धन पर जोर दिया जाएगा।


क्या है शत्रु संपत्ति, यहां स्थापित किये जाएंगे पशु संरक्षण केंद्र

भारत-पाकिस्तान बंटवारे और दोनों देशों के बीच हुए युद्ध के बाद तमाम लोग भारत से पलायन करके पाकिस्तान चले गए। वे अपनी संपत्ति यहां छोड़ गए। सरकार ने ऐसी संपत्तियों को अपने कब्जे में लिया और इन्हें शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया। इसी तरह से 1962 के युद्ध के बाद चीन में बसने वाले भारतीयों की संपत्ति को भी शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया गया था। वर्ष 2017 में शत्रु संपत्ति अधिनियम के प्रावधानों में संशोधन के बाद ऐसी सभी संपत्तियां केंद्र के अधीन आ गई हैं।देश में सबसे ज्यादा शत्रु संपत्तियां यूपी में हैं। इनकी संख्या करीब 6017 है।शत्रु संपत्तियों पर चारा उत्पादन एवं पशु संरक्षण केंद्र स्थापित किए जाएंगे, ताकि चारे की पर्याप्त आपूर्ति हो सके। पशुओं से संबंधित शोध केंद्र भी विकसित होंगे।*
कान्हा की नगरी पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, 133 करोड़ की परियोजनाओं को दी स्वीकृति,डॉ मोहनराव भागवत से मिले
लखनऊ /मथुरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को मथुरा के परखम स्थित गौशाला पहुंचकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन राव भागवत समेत संघ के वरिष्ठ अधिकारियों से भेंट की। परखम में संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल की बैठक में हिस्सा लेने सरसंघचालक मथुरा आये हैं। सरसंघचालक से भेंट करने के पूर्व मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण जन्मभूमि स्थल पहुंचकर दर्शन पूजन किया।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार दोपहर बाद श्रीकृष्ण की नगरी पहुंचे यहां उन्होंने ब्रजतीर्थ विकास परिषद के सभागार में उप्र ब्रजतीर्थ विकास परिषद की सप्तम बोर्ड बैठक, जनपद के विकास कार्यों तथा कानून व्यवस्था की बैठक ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बैठक में 133 करोड की 08 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की। बैठक के बाद सीएम ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में ठाकुर जी आरती व पूजा अर्चना की। इसके उपरांत फरह परखम ग्राम पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत से औपचारिक भेंट कर गहन चर्चा की। उसके बाद मुख्यमंत्री आगरा रवाना हो गए।

मथुरा पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ को बैठक में उत्तर प्रदेश ब्रजतीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकान्त मिश्र ने परिषद के दिनांक 24-06-2023 को संपन्न छठवीं बैठक में लिये गए निर्णयों की पुष्टि की।
उप्र ब्रजतीर्थ विकास परिषद की सातवीं बोर्ड बैठक में 133 करोड की 08 परियोजनाओं को मुख्यमंत्री ने स्वीकृति प्रदान की। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने जनपद में डीएपी, यूरिया, एनपीके तथा एमओपी के डिमाण्ड के संबंध में जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिये कि सिल्ट सफाई का कार्य ससमय पूर्ण करें तथा 15 नवम्बर तक नहरों में पानी चला दिया जाये। जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि आपदा एवं अन्य कारणों से क्षतिग्रस्त मकान एवं फसलों के नुकसान का भुगतान ससमय किया जाये। बैठक में मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था की समीक्षा की। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने आगामी त्यौहारों पर सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में अवगत कराया।

मुख्यमंत्री ने पर्वों को सकुशल संपन्न कराने हेतु सभी व्यवस्थायें सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक के पश्चात् श्रीकृष्ण जन्मभूमि मन्दिर पहुंचकर केशव देव, योगमाया, गर्भगृह तथा भागवत भवन आदि के दर्शन किये। उन्होंने वहां पर विधिवत पूजा अर्चना की तथा उसके बाद सीधे परखम के लिए रवाना हो गए।

हैलीपेड पर मंत्री, विधायकों अन्य जनप्रनिधियों ने किया सीएम का स्वागत

मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर वेटरनेरी यूनिवर्सिटी के हेलीपैड पर उतरा। यहां पार्टी के नेता, मंत्री विधायक और सांसद सहित पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने मथुरा आगमन पर स्वागत किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण सिंह, सासंद तेजवीर सिंह, विधायक राजेश चौधरी, मेघ श्याम सिंह, योगेश नौहवार, पूर्व मंत्री रविकांत गर्ग सहित उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, कमिश्नर ऋतु माहेश्वरी, डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह, एसएसपी शैलेश पांडेय ने पुष्प भेंट करते हुए मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।

देश, शहर और गाँव को जलाने में जुटी है भाजपा : संजय सिंह
लखनऊ। बहराइच हिंसा में नया मोड़ आने के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हो चुका है। आम आदमी पार्टी सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने योगी सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा है।

सांसद संजय सिंह ने एक्स पर ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा आपके बच्चों के हाथों में रोज़गार नही सिर्फ़ बम और बर्बादी दे सकती है। वायरल वीडियो से पता चलता है कि कैसे सुनियोजित साज़िश के तहत भाजपा ने बहराइच दंगा कराया। जिन पुलिस वालों ने दंगा रोकने की कोशिश की उनको सस्पेंड कर दिया गया, उनको ग़द्दार कहा जा रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि बहराइच के भाजपा विधायक ही कह रहे हैं कि “भाजपाई ही दंगाई हैं” अपने ही गाँव शहर और देश को जलाने में जुटी है भाजपा। इनसे सावधान हो जाइए। ये आपके बच्चों को शिक्षा नहीं दे सकते। फ़्री बिजली पानी इलाज नहीं दे सकते। बीजेपी ने 52 साल तक तिरंगा नही फहराया। ये तिरंगा नहीं सिर्फ़ दंगा दे सकते हैं।

उल्लखेनीय है कि बहराइच के महाराजगंज हिंसा मामले में हर रोज नई-नई परतें खुल रही हैं। मंगलवार को महसी क्षेत्र के विधायक सुरेश्वर सिंह ने इसे पूर्व नियोजित की संज्ञा दे दी। वहीं दूसरी तरफ एक मीडिया संस्थान के स्टिंग में दो युवा दंगे में 2 घंटे की छूट की बात करके इस मामले को और तूल दे दिया है।
सीएम योगी ने एसजीपीजीआई के एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर समेत 1,147 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में 1,147 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर, सलोनी हार्ट सेंटर व रैन बसेरा का शिलान्यास किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने एडवांस डायबिटीज सेंटर, टेली आईसीयू, सलोनी हार्ट सेंटर (प्रथम चरण), कॉलेज आफ मेडिकल टेक्नोलॉजी के छात्रावास का उदघाटन किया।

सलोनी हार्ट सेंटर में मिलेगी 200 बेड की विश्व स्तरीय सुविधाएं

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि एसजीपीजीआई देश और प्रदेश का सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान है। ऐसे में, प्रदेश के पूर्वी, पश्चिमी, मध्य, बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति की प्राथमिकता हाेती है कि उसे यहां बेड प्राप्त हो जाए, लेकिन इसे लेकर काफी समस्या अक्सर सामने आती है। इस समस्या को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार लगातार काम कर रही है।

इसी के तहत एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर में 575 बेड्स के निर्माण की कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है। यहां 22 विभागों की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसमें हार्मोंस, डायबिटीज, पीडियाट्रिक आईसीयू, इमरजेंसी पीडियाट्रिक जेनेटिक, पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी समेत अन्य बीमारियों का इलाज एक छत के नीचे होगा। सीएम योगी ने कहा कि सलोनी हार्ट सेंटर के पहले चरण की शुरुआत हो गयी है। वहीं, सेंटर के दूसरे चरण का एमओयू साइन हो गया है।

इसके जरिये सलोनी हार्ट सेंटर 200 बेड की विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ हर साल 5 हजार बच्चों की हार्ट से जुड़ी हुई गंभीर सर्जरी कर उन्हें सुखमय जीवन देगा। साथ ही, हर साल दस हजार बच्चों को सेकेंड ओपिनियन आदि उपलब्ध कराएगा। इसके लिए, सलोनी हार्ट फाउंडेशन के प्रयासों के हम सभी आभारी हैं।

रैन बसेरे में तीमारदारों को 20 रुपये में मिलेगा भरपेट भोजन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ओएनजीसी के 51 करोड़ के सीएसआर फंड से एक हजार बेड के रैन बसेरा के निर्माण की कार्रवाई शुरू हो गयी है। इससे यहां आने वाले तीमारदारों को बड़ी राहत मिलेगी। यहां पार्किंग और कैंटीन की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी जहां तीमारदारों को 15 से 20 रुपये में भरपेट भोजन मिलेगा। वहीं, 200 छात्रों के लिए कॉलेज आफ मेडिकल टेक्नोलॉजी छात्रावास का निर्माण पूरा हो चुका है।

सीएम योगी ने दीपावली से पहले एसजीपीजीआई को इन योजनाओं के लिए बधाई दी। संस्थान समयबद्ध तरीके से आगे चले इसके लिए प्रदेश सरकार के स्तर पर हर संभव मदद की जाएगी। इसके लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, एसजीपीजीआई प्रो. राधा कृष्ण धीमन, सलोनी हार्ट फाउंडेशन की अध्यक्ष मृणालिनी (मिली) सेठ, हिमांशु सेठ, यूएस के डॉ. वी मोहन रेड्डी आदि मौजूद थे।
पुलिस आवास निगम ने प्रदान किया 21 लाख 99 हजार का चेक


लखनऊ । डीजीपी प्रशांत कुमार को मंगलवार उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम के पुलिस महानिदेशक व अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक पीसी मीना द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसब्लिटी के अंतर्गत पुलिस मॉडर्न स्कूल के लिए सचिव पुलिस शिक्षा समिति के पक्ष में 21,99,000/-(इक्ककीस लाख निन्यानवे हजार) रुपए का चेक प्रदान किया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस आवास निगम द्वारा निगमीय सामाजिक दायित्व के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष अर्जित किये गये लाभ से यूपी पुलिस शिक्षा कोष को नियमित रूप से धनराशि प्रदान की जाती है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के पुलिस विभाग के सभी प्रकार के भवनों के निर्माण कार्यों के सम्पादन के लिए पुलिस विभाग की निर्माण एजेन्सी के रूप में यूपी पुलिस आवास निगम लिमिटेड की स्थापना कम्पनी अधिनियम 1956 के अन्तर्गत 27 मार्च, 1987 को की गयी थी। निगम अपनी स्थापना के बाद से पुलिस विभाग के सभी भवनों के निर्माण एवं मरम्मत सम्बन्धी कार्यों को उच्च गुणवत्ता एवं स्वीकृत लागत में समय से पूर्ण कराता आ रहा है। निगम कार्मिकों द्वारा विगत तीन वर्षों में किये गये कठिन परिश्रम के फलस्वरूप निगम ने प्रशंसनीय लाभ अर्जित किया है। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिदेशक के जीएसओ, यूपी पुलिस आवास निगम के महाप्रबन्धक (परियोजना प्रबन्ध) सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
यूपी की प्रगति पहले की तुलना में संतोषजनक: योगी
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक नारा हमेशा प्रचलित रहा है, रोटी कपड़ा और मकान। कपड़ा जीवन की आवश्यकता है और किसान की आमदनी बढ़ाने के साथ रोजगार का सशक्त माध्यम है। यूपी की प्रगति पहले की तुलना में संतोषजनक हो सकती है लेकिन यूपी की संभावनाओं को देखते हुए अपर्याप्त है। सिल्क एक्सपो भी इसका माध्यम बने इसलिए आह्वान करूंगा। मुख्यमंत्री योगी मंगलवार को लखनऊ के इंदिरानगर में सिल्क एक्सपो के उद्घाटन समारोह में कही।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर वाराणसी और भदोही के आसपास आजमगढ़ से मुबारकपुर तक के कई जिलों में सिल्क क्लस्टर डेवलप करने के लिए केंद्र ने कदम बढ़ाए हैं। काशीधाम बनने के बाद बनारसी साड़ियों की मांग में बहुत वृद्धि हुई है। पीएम मित्र पार्क टेक्सटाइल पार्क एक हजार एकड़ में विकसित होने जा रहा है लेकिन कच्चा माल हमें ही तैयार करना होगा। किसान के लिए असीम संभावनाएं हैं। बस्ती, गोरखपुर और देवीपाटन सही कई मंडलों में रेशम उत्पादन बढ़ेगा। यूपी का क्लाइमेट जोन अलग अलग है। ऐसे में यहां हर तरह के रेशम उत्पादन की अच्छी संभावनाएं हैं। अगर बनारसी साड़ी सहित अन्य रेशम उत्पाद को प्रदेश में सस्ता कच्चा माल मिलेगा तो बहुत विकास होगा। मार्केटिंग से लेकर डिजाइनिंग तक के लिए सरकार आपके साथ है।

उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने अपने परंपरागत उत्पाद के लिए नई पॉलिसी बनाई, जिसे एक जिला एक उत्पाद का नाम दिया। सरकार ने इसे उत्पादन, पैकेजिंग, मार्केटिंग और डिजाइनिंग से जोड़ा है। यूपी में 75 से ज्यादा उत्पादों को जीआई टैग मिला है। पिछली सरकारों की उपेक्षा का दंश यूपी के पारंपरिक उत्पादों को झेलना पड़ा। आज अलग जिलों के अलग उत्पाद ग्लोबल प्लेटफार्म में यूपी की पहचान मजबूत कर रहे हैं। सिल्क क्लस्टर यूपी में बनाना होगा। किसानों को रेशम मित्र के रूप में पहचान दिलाएंगे। सरकार हर संभव सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि पीएम मित्र पार्क इन संभावनाओं को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। रेशम पारंपरिक तकनीक पर है लेकिन तकनीक के साथ खुद को बदलना पड़ेगा। चरखा अब बिजली का आ गया है। रेशम के उत्पादों को जब प्रोसेसिंग से जोड़ रहे हैं तो आधुनिक तकनीक की मदद लेनी पड़ेगी।
जातीय भावना से ग्रसित एचएसओ इकौना राजाकुमार सरोज को निलंबित किया जाय : सूरज प्रसाद चौबे

लखनऊ । सवर्ण आर्मी उत्तर प्रदेश की बैठक प्रदेश महासचिव सूरज प्रसाद चौबे ने की सवर्ण आर्मी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 12 अक्टूबर को समय तीन बजे राममूर्ति विसर्जन हेतु सीता द्वार विसर्जन स्थल पर सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पाण्डेय गए थे,जहा पर पूर्व से एस एच ओ राजकुमार सरोज थाना इकौना जिला श्रावस्ती हम रही के साथ कुछ संभ्रांत लोगों के साथ मौजूद थे।शरद विश्वकर्मा पत्रकार हिंदी के गाड़ी की पार्क को ले कर कुछ कहा सुनी हो गई।

शरद विश्वकर्मा सवर्ण आर्मी प्रमुख के साथ ही थे तो सवर्ण आर्मी प्रमुख भी वहां पहुंचे गए,सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पाण्डेय को देखते हो एस एच ओ राजकुमार सरोज भड़क गए तेज आवाज में सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पाण्डेय को अपमानित करने के लिए तेज आवाज में कहा कि तुम्हारे जैसा पांडेय बहुत देखे है ,सब नेता गिरी अभी भुला दुगा,पता नहीं लगेगा एस सी एस टी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जिंदगी खराब कर दुगा जेल भेज दुगा,सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पाण्डेय ने पुलिस अधीक्षक से मिल कर बात की पत्र भी दिया पर कोई कारवाही एस एच ओ राजकुमार सरोज पर नहीं की गई।

सर्वेश पांडेय सिर्फ सवर्ण आर्मी प्रमुख ही नहीं है इस देश के सम्मानित नागरिक भी है । उत्तर प्रदेश भारत देश ही नहीं विदेश में भी सवर्ण समाज में एक अलग पहचान बनाई है यह उनका अपमान नहीं है बल्कि कारणों सवर्ण का अपमान है सरकार ने वर्दी नागरिक की सुरक्षा के लिए दी गई है न कि किसी को अपमानित करने के लिए एस एच ओ राजकुमार सरोज जातीय भावना से ग्रसित हो कर यह कृत किया है जिसकी कटु निन्दा की जाती है ।

सवर्ण आर्मी एस एच ओ राजकुमार सरोज को निलंबित करने की मांग करती है आदि समय रहते निलंबित नहीं किया गया तो सवर्ण आर्मी बहुत बड़ा आंदोलन  करेंगे,वर्दी के आड़ में जाती भावना रखने वाले एस एच ओ राजकुमार सरोज इसके पूर्व जिला गोंडा में तैनात थे जहां पर दो पक्षों में समझौता कराने पैसे के लेन देन में निलंबित भी हो चुके है सवर्ण समाज के उपस्थित सभी लोग ने एक ही बात कही कि एस एच ओ राजकुमार सरोज को निलंबित किया जाए नहीं तो सवर्ण आर्मी बहुत बड़ा आंदोलन करेगी।