पूर्णिया के मधुबनी थाना क्षेत्र के बड़ी मस्जिद इलाके में दो पक्षों में जमकर हुई पत्थरबाजी


पूर्णिया के मधुबनी थाना क्षेत्र के बड़ी मस्जिद इलाके में दो पक्षों में जमकर पत्थरबाजी हुई है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर खूब ईंट पत्थर बरसाए। इसके बाद इलाके में करीब घंटे भर तक तनाव की स्थिति बनी रही। पत्थरबाजी में दोनों पक्षों को मिलाकर 10 लोग घायल हो गए। साथ ही एक कार, दो बाइक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं। खिड़की के सीसे भी फूटे हैं। पत्थरबाजी का कारण 8 कट्ठा जमीन का विवाद है। पत्थरबाजी की सूचना मिलते ही मधुबनी थाने के पुलिस मौके पर पहुंची, इसके बाद किसी तरह मामला शांत हुआ। वहीं समूचे घटनाक्रम से जुड़ा दोनों पक्षों की ओर से हुई पत्थरबाजी का लाइव वीडियो भी सामने आया है। जिसमें दोनों पक्षों से पत्थरबाजी होती हुई दिखाई दे रही है। एक पक्ष से घायलों में सायरा खातून और साजदा खातून समेत दो अन्य शामिल हैं। जबकि दूसरे पक्ष से घायलों में मो इंसार आलम, मो सरफराज आलम, मो तौसीफ, मो अजहरुद्दीन, मो सद्दाम आलम, मो मजरूद्दीन, मो तबरेज आलम, सगीर अहमद शामिल हैं। मामले की जानकारी देते हुए दोनों पक्षों ने बताया कि मधुबनी बड़ी मस्जिद के समीप की 8 कट्ठा जमीन को लेकर पिछले 7 सालों में दो पक्षों में विवाद चल रहा है।

    इसमें 6 कट्ठा जमीन निजी जबकि दो कट्ठा जमीन कथित तौर पर इमामबाड़ा की है। इस जमीन को लेकर पहले भी दोनों पक्षों में हल्की नोंकझोंक हुई है। मंगलवार को एक पक्ष विवाद जमीन पर घेरी गई बाउंड्री पर लगे दरवाजे का लॉक तोड़ने पहुंचे थे। इसी को लेकर विवाद इस कदर बढ़ा कि देखते ही देखते कुछ ही देर में दोनों पक्षों से ईंट पत्थर चलने लगे। करीब घंटे भर तक पत्थरबाजी चली। इसमें दोनों पक्षों को मिलाकर 10 लोग घायल हो गए। घटना की सूचना पर स्थानीय मधुबनी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची जिसके बाद मामला शांत हुआ और फिर घायलों को इलाज के लिए GMCH पूर्णिया में एडमिट कराया गया। जहां सभी का इलाज जारी है।
शिक्षा के बिना जीवन अधूरा, मानव और पशु के बीच यही है अंतर - संतोष कुशवाहा


शिक्षा के बिना मानव जीवन अधूरा है। शिक्षा ही मानव और पशु के बीच की विभाजक रेखा है।दो रोटी कम खाइए लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाइये। बच्चे जब पढ़ेंगे तो वे अपने अधिकार और कर्तव्य को समझेंगे।डॉ आंबेडकर ने कहा था ,शिक्षा शेरनी का वह दूध है जो पिएगा वह दहाड़ेगा।उक्त बातें पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने सोमवार को धमदाहा प्रखण्ड के नासी टोला, दमैली में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वाधान में संचालित निःशुल्क कोचिंग संस्थान में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही।उन्होंने इस संस्थान के संचालक अभिषेक कुमार सहनी और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि आप सब असली समाज सेवा कर रहे हैं।सुदूर ग्रामीण इलाके में निःशुल्क शिक्षा-दान की जितनी तारीफ की जाय, कम होगी।कहा कि आप सब निष्ठापूर्वक काम कीजिये, इस कार्य मे मुझसे जो भी बन पड़ेगा, मदद के लिए तैयार हूं। पूर्व सांसद श्री कुशवाहा ने कहा कि माननीय नीतीश कुमार के कार्यकाल में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय बदलाव आया है।साइकल योजना, छात्रवृति योजना, पोशाक योजना शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति का साधन बना है।

   कहा कि बदलाव का आलम यह है कि पुलिस जैसी नौकरियों में महिलाएं अपनी 35 फीसदी उपस्थिति दर्ज करा रही है।उन्होंने कहा कि इस संस्थान में भी लड़कियों की संख्या लड़को से अधिक है जो सुखद संदेश है।संचालक अभिषेक ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि हमने इस संस्थान की शुरुआत इसलिए किया ताकि अर्थ के अभाव में हमारे जैसे लोगों को जो परेशानी हुई वह और किसी को नही हो।उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बेटियों के हाथ मे कलम दीजिए ,मोबाइल नही।इस मौके पर प्रोफेसर जितेंद्र कुमार, संस्थान के केंद्राध्यक्ष अखिलेश सहनी,शिवानी सोरेन,अभिषेक कुमार,नीतीश कुमार,राकेश कुमार,रोहित कुमार,नीलू सिंह पटेल,राजेश गोस्वामी,कैलाश महतो,भगवान कुमार महतो,मनीष कुमार प्रदेश कार्य समिति सदस्य विद्यार्थी परिषद,अनिल कुमार महतो,पिंकी देवी, खुशबू कुमारी,शिवाली,चंदन पटेल, महेश्वरी मेहता,प्रदीप मेहता,ब्रजेश कुमार,राजेश कुमार, शिक्षण संस्थान के छात्र,छात्राओं सहित अनेक गण्यमान व्यक्ति उपस्थित थे।
पूर्णिया पुलिस ने बड़ी करवाई करते हुए 6894 लीटर विदेशी शराब सहित दो तस्कर गिरफ्तार

शराब माफिया के विरुद्ध पूर्णिया पुलिस ने आज बड़ी कार्रवाई की है । बिहार मधनिषेध विभाग पटना द्वारा मिली गुप्त सूचना के आधार पर करवाई करते हुए जीरो माइल के एक यूपी नंबर ट्रक के कंटेनर से 6894 लीटर विदेशी शराब के साथ दो शराब तस्कर को गिरफ्तार किया । पूर्णिया पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि ये शराब गुहाटी से मुजफ्फरपुर जा रहा था । जिसकी कीमत लगभग 80 लाख रुपया है । उन्होंने बताया कि इसके नेटवर्क को खंगाला जा रहा है और जल्द ही कई और लोग इसके गिरफ्त में होंगे ।
हिंदू स्वाभिमान यात्रा लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पूर्णिया पहुंचे । कहां राजद और कांग्रेस देश में गृह युद्ध करवाना चाहती है ।

हिंदू स्वाभिमान यात्रा के तीसरे दिन रविवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पूर्णिया पहुंचे । जहां हिंदू संगठनों के लोग उनका भव्य स्वागत किया । मौके पर गिरिराज सिंह ने कहा कि राजद और कांग्रेस बिहार सहित पूरे देश में गृह युद्ध करवाना चाह रही है । केंद्रीय मंत्री हिंदू स्वाभिमान पर पूर्णिया में आयोजित विभिन्न कार्यक्रम में सम्मलित हुए ।

    केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पूर्णिया के पॉलिटेक्निक स्थित भगवान भोले के मंदिर में आज रुद्राभिषेक किया और हवन भी किया । इसके बाद हिंदू स्वाभिमान यात्रा के साथ पूरे शहर का भ्रमण किया गया । जो जिला स्कूल में सभा में तब्दील हो गई । इस मौके पर गिरिराज सिंह ने कहा कि सीमांचल में हिंदुओं की संख्या घट रही है । यहां लव जिहाद चल रहा है । बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान के द्वारा सीमांचल में लैंड जिहाद छेड़ा गया है । हिंदू भाइयों को जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है । हिंदू बहू बेटियों को सिंदूर लगाने पर रोका जा रहा है । इसी उद्देश्य से हिंदुओं में जागरण पैदा करने के लिए यह यात्रा निकाली गई है । बाईट -- गिरिराज सिंह,केंद्रीय मंत्री,भारत सरकार Vo2 -- उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस पूरे बिहार में गृह युद्ध करवाना चाह रही हैं । बेगूसराय और भागलपुर में हिंदू मंदिर की मूर्तियों को तोड़ी गई है और तोड़ने वाले किसी खास समुदाय के हैं ।

     हिंदू स्वाभिमान यात्रा जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के द्वारा आयोजित की गई है । लिहाजा जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की सचिव ममता सहगल ने बताया कि पूरे देश में एक वर्ग के पास दो बच्चे हैं वहीं दूसरे के पास 8 - 8 बच्चे हैं और वही सबसे ज्यादा सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहा है । इसके लिए कानून बनना चाहिए ।

      केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सीमांचल के डेमोग्राफी में हो रहे बदलाव का मुद्दा वर्षों से उठते रहे हैं । लेकिन इस बार हिंदुओं को जगाने के लिए उन्होंने यात्रा निकाली है और हर जगह हिंदुओं को यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि सीमांचल के इलाके में किस तरह से हिंदुओं की जनसंख्या घट रही है और बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमान लगातार इस इलाके पर अपना कब्जा जमा रहे हैं । आने वाला वक्त बताएगा की गिरिराज सिंह के इस यात्रा का सीमांचल पर कितना असर होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जीविका दीदी पूर्णिया में हो गई ठगी की शिकार


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जीविका दीदी पूर्णिया में हो गई ठगी की शिकार । ताजा मामला पूर्णिया जिले के वैसा प्रखंड का है जहां सैकडों की संख्या में जीविका दीदी हाथों में तख्ती लेकर जिला प्रशासन और जीविका के डीपीएम के खिलाफ नारेबाजी कर रही है । जीविका दीदियों का आरोप है कि उनके साथ न सिर्फ आर्थिक शोषण किया जा रहा है बल्कि मानसिक प्रताड़ना भी दी जा रही है और यह काम सुनियोजित तरीके से जीविका के डीपीएम अजीत कुमार ठाकुर कर रहे हैं । इनका कहना है कि प्रखंड क्षेत्र के जीविका दीदियों के खाते में 4800 रुपया आया था जिसे डीपीएम अजित कुमार ठाकुर और सामुदायिक समन्वयक गौरव कुमार ने जबरन डरा कर सभी के खाते से रुपया का निकासी करवा कर ले लिया । साथ ही अन्य आरोप लगाते हुए कहा कि  राशि निकासी के नाम पर 10000 रुपए की उगाही की जाती है । जीवीका बनाने के नाम पर बड़ी मोटी रकम भी ली जाती है । यह  एक प्रखंड का मामला है । जीवीका दीदियों का आरोप है कि प्रतिवर्ष 3 करोड़ की उगाही सिर्फ वैसा प्रखंड से की जाती है ।
जबकि पूरे राज्य में इस तरह का मामला है इस बाबत जिला अधिकारी पूर्णिया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जीविका के वरीय अधिकारियों को पत्र के माध्यम से जानकारी पूर्व में दी जा चुकी है । लेकिन कार्रवाई के नाम पर अब तक कुछ नहीं हुआ ऐसे में मजबूरन जीवीका दीदी अब सड़क पर नजर आ रही है और इस व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन कर रही हैं  ।

प्रतिबंधित सिंगल यूज पॉलीथिन को लेकर नगर परिषद क्षेत्र के दुकानों में छापेमारी

पुर्णिया जिले के कसबा नगर परिषद में नगर परिषद आयुक्त रोहित कदम के नेतृत्व में प्रतिबंधित सिंगल यूज पॉलीथिन को लेकर नगर परिषद क्षेत्र के दुकानों में छापेमारी की गई जिसमें कई दुकानो में पॉलीथिन पाया गया इस बाबत नगर परिषद आयुक्त ने बताया कि प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर क्षेत्र के दुकानों में छापेमारी की गई है जिस दुकान में काम मात्रा में प्लास्टिक पाया गया उसे हिदायत दे कर छोड़ा गया है मगर जिस दुकान में ज्यादा मात्रा में पॉलीथिन पाया गया उसपर जुर्माना लगाया गया है उन्होंने कहा कि यहाँ किसी भी दुकानदार के पास ट्रेड लाइसेंस नहीं है सभी लोगों हिदायत देते हुए निर्देश भी दिया गया है कि पंद्रह दिन के अंदर अपना लाइसेंस बनवा ले ।
दो डिसमिल जमीन को लेकर दो सगे भाईयों की बेरहमी से हत्या


पूर्णिया के सरसी थाना के कचहरी बलवा में महज दो डिसमिल जमीन को लेकर दो सगे भाईयों की बेरहमी से हत्या कर दी गई । जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल है । घटना के पीछे पड़ोसी से विवाद बताया जा रहा है। घायल सुमन देवी ने बताया कि महज दो डिसमिल जमीन को लेकर पड़ोसी मुसहरु राम से काफी पुराना विवाद था । कल पड़ोसी मुसहरु राम 15-20 लोगों के साथ आया और उनके भाई राजेंद्र राम को जबरन पकड़कर अपने घर ले गया । जब तलवार कुल्हाड़ी से इसे काटने लगा तो उसको बचाने के लिए उसका भाई उपेंद्र राम गया । उनको भी शराब पिलाकर और आंख में मिर्च का गुंडी डालकर धारदार हथियार के काटकर हत्या कर दिया। इस दौरान बचाने गए बहन सुमन देवी उसका पति सिंटू राम और विशाखा देवी को भी धारदार हथियार से घायल कर दिया। तीनों को गंभीर हालत में जीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।

        परिजनों ने सभी हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है । वहीं घटना की सूचना मिलते ही सरसी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जीएमसीएच लाया । सरसी थाना प्रभारी मनीष चंद्र यादव ने कहा कि 2 डिसमिल जमीन को लेकर पड़ोसी से विवाद हुआ है। जिसमें दो लोगों की हत्या की गई है और तीन लोग घायल है । इस मामले में परिजनों के बयान पर 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। फिलहाल चार लोगों को हिरासत में लिया गया है । जल्द ही अन्य सभी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
डीलर द्वारा लाभुकों को सड़ा हुआ चावल वितरण करने पर ग्रामीणों ने सड़ा हुआ चावल लेने से किया इनकार

पुर्णिया जिले के अमौर प्रखंड में डीलर द्वारा लाभुकों को सड़ा हुआ चावल वितरण करने पर ग्रामीणों ने सड़ा हुआ चावल लेने से इनकार किया। मामला हरिपुर पंचायत के जन वितरण प्रणाली विक्रेता लालकिला जिविका का है। लाभुक का कहना है कि डीलर द्वारा लाभुकों को सड़ा हुआ चावल दिया जा रहा है ।जिसमें पड़ा हुआ ,मकई, गिट्टी आदि पड़ा हुआ है जो खाने योग्य नहीं है। डीलर समसुन निशां द्वारा लाभुकों को जो चावल दिया जा रहा है। वह सड़ा हुआ है।

       लाभुकों ने सड़ा हुआ चावल लेने से इनकार करते हुए कहा कि सरकार अगर सड़ा हुआ चावल देती है तो हम लोगों को देना बंद कर दे। जब सड़ा हुआ चावल खाया ही नहीं जाएगा तो देने से क्या फायदा। लाभार्थी ने सरकार से अच्छा चावल देने की मांग की।जन वितरण प्रणाली विक्रेता समसुन निशा ने बताया कि एफसीआई गोदाम से मुझे जो चावल प्राप्त हुआ है। ज्यादातर बोड़ा में सड़ा हुआ चावल ही है। जिससे लाभुक लेने से इनकार कर रहे हैं।जिसकी सूचना में वरीय पदाधिकारी को दे दिए है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सीमांचल में नफरत पैदा करने आ रहे हैं -अख्तरुल इमान

एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के सीमांचल में हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर तंज करते हुए पूर्णिया में कहा कि आप लोग गिरिराज सिंह के आने पर कितने बेचैन हैं । टेक्सटाइल नीति भागलपुर में खत्म हो गई ग्रामीण विकास मंत्रालय में क्या-क्या कार्य हुए । इस विषय पर भी पूछना चाहिए । उन्होंने कहा कि मीडिया को इंतजार है कि गिरिराज सिंह के शब्दों में शोला होगा । नफरत का बाजार गर्म होगा । उनके आने के बाद यही खबर आप लोग को चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे सीमांचल के लोग हिंदू और मुस्लिम मोहब्बत में विश्वास करते हैं । टोपी और टीका ने मुल्क को आजाद कराया। इन दोनों की मोहब्बत हुई तो अंग्रेज भागे ।
       टीका और टोपी के सौहार्द को कभी बिगड़ने नहीं देंगे। गिरिराज सिंह एक बार क्या सौ बार आ जाए कोई फर्क नहीं पड़ने वाला । उन्होंने कहा कि सीमांचल के लोग गरीब फटेहाल हो सकते हैं लेकिन सीमंचल की मोहब्बत को खराब नही होने देंगे ।
अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्ष आमने सामने, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सूझबूझ से किया काम


पूर्णिया में पत्नी से आपसी कहासुनी के बाद एक युवक ने फंदे से झूलकर खुदकुशी कर ली। लड़का हिंदू समुदाय से था, जबकि घर वालों के खिलाफ जाकर 16 साल पहले लड़के ने मुस्लिम लड़की से शादी की थी। शव के पोस्टमार्टम के बाद उसके अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए और फिर खूब हंगामा हुआ। मामला हाथ से निकलते देख मौके पर सदर एसडीपीओ पहुंच चुके हैं। दोनों को समझाने कि कोशिशें जारी हैं। मृतक की पहचान के.हाट थाना क्षेत्र के हाउसिंग कॉलोनी निवासी दिलीप कुमार झा के बेटे आजाद कुमार झा 35 के रूप में हुई है। हालांकि साल 2008 में हाउसिंग कॉलोनी ने ही रहने वाली मुस्लिम लड़की रानी परवीन 32 से शादी के बाद आजाद झा ने धर्म परिवर्तन कर अपना नाम मो आजाद आलम कर लिया। जिससे उसके तीन बच्चे भी हैं। मामले की जानकारी देते हुए मृतक की पत्नी रानी परवीन ने बताया कि दोनों एक ही मुहल्ले में रहते थे।

       16 साल पहले साल 2008 में दोनों की मुहल्ले में ही पहली मुलाकात हुई। बाद में ये प्यार में बदल गया और फिर दोनों ने कोर्ट से शादी कर ली। लड़का शादी के बाद मुझे अपने घर ले गया, मगर उनके घर वालों ने ये रिश्ता कबूल करने से इनकार कर दिया। आजाद ने बाद में अपना धर्म परिवर्तन करा लिया। और वो अपने घर के बजाए ससुराल में ही रह रहा था। दोनों के तीन बच्चे भी हुए। कुछ सालों तब सबकुछ ठीक रहा, इसके बाद उसे शराब की बुरी लत लग गई। वो अपने घर वालों से मदद चाहता था। मगर वे इसे लेकर तैयार नहीं थे। वो मां से जब भी बात करता था, परेशान हो जाता था।

      कुछ साल पहले उसने मां से बातचीत के ठीक बाद ही जहर खा लिया था। जिसे उस समय किसी तरह बचा लिया गया था। कल फिर वो शराब पीकर घर लौटा, इस पर पैसे को लेकर उससे हल्की कहासुनी हुई थी। जब वे देर शाम गए कमरे में पहुंची, तो आजाद को फंदे से झूलता पाया। इतने में ही उनके चीखने की आवाज सुनकर बच्चे पहुंचे। किसी तरह आजाद को नीचे उतारा गया और फंदा खोला गया। मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। आजाद ने अपने बेटे मो आफताब 11 से बातों ही बातों में इच्छा जताई थी कि मुस्लिम रीति रिवाज से ही उसका अंतिम संस्कार किया जाए। इसी को लेकर वे शव का मुस्लिम रीति रिवाज से दाह संस्कार करते हुए जनाजा सजाकर कब्रगाह ले जाने लगे। मगर इतने में ही पुलिस पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए ले आई। वहीं मामले की जानकारी देते हुए मृतक की मां अनीता देवी ने बताया कि कल देर दोपहर ही उससे बात हुई थी। वो काफी परेशान लग रहा था। घर आना चाहता था और उसने मिलने की इच्छा जताई थी। वो बेटे का इंतेजार ही कर रही थी। कि देर शाम घर वालों को बेटे के सुसाइड करने की बात मालूम चली। मगर न तो लड़की ने और न ही उसके घरवालों ने उन्हें इस बात की भनक तक लगने दी। उन्हें मालूम हुआ कि शव का मुस्लिम रीति रिवाज से दाह संस्कार किया जा रहा था। जिसके बाद उन्होंने के. हाट थाना की पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद पुलिस शव को लेकर पोस्टमार्टम कराने पहुंची। पोस्टमार्टम के बाद वे बेटे के शव को अपने साथ ले जाना चाहते थे। इसी को लेकर लड़की और उसके साथ आए लोगों ने उन्हें ऐसा करने से रोका। लड़का जन्म से हिंदू है। इस नाते उनके बेटे का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से होना चाहिए। जबकि लड़की और उसके घर वालों का कहना है कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया था और उसकी अंतिम इच्छा थी कि मुस्लिम रीति रिवाज से उसका दाह संस्कार हो। इसलिए वे अपने साथ शव ले जाना चाहते थे।

     इसी के बाद दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। तनातनी का माहौल बनता देख पहले फणीश्वरनाथ रेणु टीओपी की पुलिस और फिर सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार और के.हाट थानाध्यक्ष पोस्टमार्टम हाउस पहुंच चुके हैं। मामले की जानकारी देते हुए सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने कहा कि दोनों को समझाने की कोशिशें जारी है।