योगी सरकार की अगुवाई में हो रहा किशोरों के स्वास्थ्य और विकास की मध्यावधि प्रगति पर मंथन


लखनऊ। किशोरों की शिक्षा, शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक विकास किसी भी देश और समाज के भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की इस मुहिम को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी गंभीरता से लिया है और इस दिशा में कदम बढ़ाया है। योगी सरकार द्वारा भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा परियोजना (एनपीईपी) के अंतर्गत नई दिल्ली स्थित एनसीईआरटी की देखरेख में एक मंथन आयोजित कर रही है। जिसमें उत्तर प्रदेश समेत 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ 5 क्षेत्रीय शिक्षा संस्थानों से लगभग 70 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।

यह मंथन किशोरों के समग्र विकास के लिए नीतियों का निर्माण करने और उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने का एक प्रयास है। इस कार्यक्रम में सामाजिक विज्ञान शिक्षा विभाग, एनसीईआरटी नई दिल्ली और उत्तर प्रदेश एससीईआरटी की सहभागिता से किशोरों को स्वस्थ जीवनशैली, मानसिक स्वास्थ्य और समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करने के प्रयासों की चर्चा हो रही है और आगे की योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।

किशोरों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान

इस मंथन में किशोरों के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक और सामाजिक कल्याण जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गैर-संक्रामक रोगों (एनसीडी) जैसे हृदय रोग, कैंसर और श्वास संबंधी बीमारियों के बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के किशोरों में भी स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाने के प्रयास करने के उपाय खोजे जा रहे हैं।

एनसीईआरटी के निदेशक बोले

एनसीईआरटी ने कहा कि प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी ने बताया कि एनसीईआरटी के तत्वावधान में 19 से 21 अक्टूबर तक आयोजित राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा परियोजना (एनपीईपी) की मध्यावधि समीक्षा चल रही है। इसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 की प्रथम छमाही अवधि के दौरान देश के सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों, एससीईआरटी और क्षेत्रीय शिक्षा संस्थानों द्वारा जनसंख्या शिक्षा से संबंधित कार्यों की समीक्षा की जा रही है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों के अलोक में हो रहा प्रयास

एनसीईआरटी की प्रो. गौरी श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और एनसीएफ 2023 के दिशा-निर्देशों के अनुरूप, यह मंथन किशोरों की शिक्षा और समग्र विकास पर केंद्रित है। इसमें यह सुनिश्चित करने के प्रयास हो रहे हैं कि विभिन्न राज्यों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर किशोरों के विकास के लिए बनाई जाने वाली नीतियों का सटीक और प्रभावी निर्माण किया जा सके।

भारतीय ज्ञान परंपरा पर दिया जा रहा जोर

एससीईआरटी लखनऊ के निदेशक गणेश कुमार के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) के अंतर्गत टीम वर्क, मूल्य संवर्धन और भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़े महत्व को भी रेखांकित किया जा रहा है। यह एक तरह से योजना के मध्यावधि प्रगति की समीक्षा है।

किशोरों के भविष्य पर गंभीर चर्चा

एससीईआरटी, उत्तर प्रदेश के संयुक्त निदेशक डॉ पवन सचान कहते हैं कि इस तीन दिवसीय मंथन कार्यक्रम में 21 अक्टूबर तक विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों द्वारा किशोरों के भविष्य से जुड़े प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श व मध्यावधि समीक्षा हो रही है। इसका उद्देश्य देश की युवा पीढ़ी को सशक्त और जागरूक बनाने के लिए भविष्य की ठोस नीतियों का निर्माण करना है। डॉ सचान ने बताया कि किशोरावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखने पर जोर, शारीरिक व्यायाम और प्ले ग्राउंड की आवश्यकता पर विशेष बल देने का साथ ही ड्रग्स और इंटरनेट की लत के खतरों पर भी विचार-विमर्श हो रहा है।

कहती है आईसीएमआर की रिपोर्ट

आईसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार, 1990 से 2016 के बीच भारत में गैर-संक्रामक रोगों से होने वाली मौतों में भारी वृद्धि हुई है। इसे ध्यान में रखते हुए अब योगी सरकार ने भी यूपी के किशोरों में स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और नशे से दूर रहने के लिए विशेष अभियान शुरू कर दिये हैं। हालांकि अभी इसे और पुष्ट करने की कोशिशें जारी हैं।

समाज में जिम्मेदार नागरिक के रूप में किशोरों को तैयार करना है उद्देश्य: संदीप सिंह

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप की मानें तो इस मंथन का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य किशोरों को समाज में एक सक्रिय और जिम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार करना है। इस मंथन में कम उम्र में विवाह, मादक द्रव्यों का सेवन और सामाजिक हिंसा जैसे मुद्दों पर गंभीर चर्चा की जा रही है, ताकि किशोरों को इन चुनौतियों से निपटने के लिए उचित मार्गदर्शन किया जा सके।
बहराइच हिंसा के आरोपियों के अवैध निर्माण को ढहाने की कार्रवाई फिलहाल रुकी, हाईकोर्ट ने दी राहत

लखनऊ /बहराइच। बहराइच हिंसा के आरोपियों के अवैध निर्माण को ढहाने की कार्रवाई फिलहाल रुक गई है। हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में मामला पहुंचने पर कोर्ट ने राज्य सरकार से 23 अक्तूबर को जानकारी पेश करने का आदेश दिया है। साथ ही जिन कथित अवैध निर्माणकर्ताओं को नोटिसें जारी की गई हैं, उन्हें भी इनका जवाब दाखिल करने के लिए 15 दिन का समय देकर अफसरों को इनका निस्तारण करने का आदेश दिया है।


न्यायमूर्ति एआर मसूदी और न्यायमूर्ति सुभाष विद्यार्थी की खंडपीठ ने यह आदेश एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स संस्था के पूर्वी उप्र के उपाध्यक्ष के जरिए दाखिल जनहित याचिका पर दिया। याचिका में बहराइच के कथित अवैध निर्माणकर्ताओं को 17 अक्तूबर को जारी ध्वस्तीकरण की नोटिसों को चुनौती देकर इन्हें रद्द करने का आग्रह किया गया है। याचिका में कहा गया कि सरकारी अमला समुदाय विशेष के लोगों के निर्माणों को अवैध बताकर ढहाने की कर्रवाई कर रहा है, जबकि वहां पर सड़कों आदि पर कोई अतिक्रमण नहीं किया गया है।

उधर, राज्य सरकार की ओर से मुख्य स्थायी अधिवक्ता ने याचिका का विरोध कर आपत्ति उठाई कि अतिक्रमण कर बने निर्माणों को लेकर नोटिसें जारी की गई हैं। नोटिसों को जनहित याचिका के माध्यम से चुनौती नहीं दी जा सकती। कोर्ट ने सरकारी वकील को यह आपत्तियां लिखित रूप में दाखिल करने के लिए तीन दिन का समय दिया।कोर्ट ने कहा कि निर्माणों के ध्वस्तीकरण मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही बीते 17 सितंबर को संज्ञान लेकर आदेश दिया है। ऐसे में हम यह विश्वास करने का कोई कारण नहीं पाते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरी तत्परता से पालन नहीं करेगी। कोर्ट ने कहा इस मामले में जिनको नोटिसें जारी हुई हैं, उन्हें जवाब दाखिल करने के लिए महज तीन दिन का वक्त दिया गया है। कोर्ट ने कहा कि तीन दिन का समय काफी कम है। नोटिसों में जगह का ब्योरा भी स्पष्ट नहीं है। कोर्ट ने इनकों जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया।
सौभाग्य है कि नए भारत के नेतृत्वकर्ता नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की काशी से करते हैं देश का प्रतिनिधित्व: योगी

लखनऊ/वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक ओर जहां इंफ्रास्ट्रक्चर में रोजगार के नए-नए माध्यम सृजित हुए हैं, वहीं दूसरी ओर देश के अंदर आम नागरिक के जीवन से जुड़ी स्वास्थ्य, शिक्षा व अन्य योजनाएं भी नए रूप में देखने को मिली हैं। सौभाग्य है कि नए भारत के नेतृत्वकर्ता के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के काशी से देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। अपनी आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए नए काया और कलेवर के रूप में 10 वर्ष में बदलती काशी को पूरा देश-दुनिया देख रही है।

मुख्यमंत्री रविवार को सिगरा खेल स्टेडियम में आयोजित 6,611.18 करोड़ की कुल 23 परियोजनाओं के लोकार्पण शिलान्यास कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम में स्वागत कर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में केवल काशी में ही 44 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं। 34 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 10 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं निमार्णाधीन हैं। दीपावली के ठीक पहले आज काशीवासियों को 3200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उपहार प्राप्त हो रहा है।

10 वर्ष में हमने एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार होते देखा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 10 वर्ष में हमने बदलते हुए नए भारत को देखा है। एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार होते और मूर्त रूप लेते देखा है। भारत ने प्रत्येक क्षेत्र में विकास के नित नए प्रतिमान स्थापित किए हैं। रोड, एयर कनेक्टिविटी, वाटरवे या रेलवे-पब्लिक ट्रांसपोर्ट, नगरीय क्षेत्रों की मेट्रो व रैपिड रेल की सुविधा हो, प्रत्येक क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर का आज आधुनिक मॉडल देखने को मिला है। दीपावली के ठीक पहले पीएम के करकमलों से काशीवासियों, प्रदेशवासियों और देशवासियों को 6700 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उपहार प्राप्त हो रहा है।

हरियाणा की जीत पर बधाई दी तो लोकार्पण-शिलान्यास पर जताया आभार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा में हरियाणा की ऐतिहासिक विजय पर प्रदेशवासियों व काशीवासियों की तरफ से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत-अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि काशी में बाबतपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन के शिलान्यास, आगरा में नए एयरपोर्ट के शिलान्यास व सहारनपुर के सरसावा एयरपोर्ट के लोकार्पण हो रहा है। इसके लिए सहारनपुर व आगरा के नागरिकों की तरफ से आभार प्रकट करता हूं।

समारोह में इनकी रही मौजूदगी

समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना, अनिल राजभ?, रवींद्र जायसवाल, गिरीश चंद्र यादव, दयाशंकर मिश्र 'दयालु', महापौर अशोक तिवारी, विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, टी. राम, डॉ. अवधेश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा आदि मौजूद रहे।
दिल्ली में धमाके के बाद यूपी  में भी हाई अलर्ट, प्रदेश से जुड़ी सीमाओं पर चौकसी, सभी जिलों में जांच

लखनऊ । दिल्ली के रोहिणी में प्रशांत विहार इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के पास कार में हुए धमाके के बाद यूपी में भी हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। दिल्ली के सीमावर्ती जिलों में संदिग्धों को दबोचने के लिए चौकसी बढ़ा दी गई है तो यूपी एटीएस भी इस घटना के पीछे शामिल संगठनों के बारे में सुराग जुटा रही है।

एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने बताया कि दिल्ली की घटना के बाद सभी जिलों को अतिरिक्त सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि त्योहारों के दृष्टिगत पूरे प्रदेश में पहले ही अलर्ट जारी किया जा चुका था, हालांकि दिल्ली की घटना ने संवेदनशीलता बढ़ा दी है। इसके दृष्टिगत सभी जिलों को खास सतर्कता बरतने और संदिग्धों पर नजर रखने को कहा गया है। बता दें कि दिल्ली की घटना की अभी किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन यह आशंका जताई जा रही है कि इसे अंजाम देने वाले यूपी में पनाह लेने की कोशिश कर सकते हैं। साथ ही, यूपी में भी इस तरह की घटना को अंजाम देने की साजिश रची जा सकती है।

लिहाजा पुलिस समेत सभी सुरक्षा बलों के प्रतिष्ठानों, भीड़भाड़ वाले बाजारों, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे आदि की सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। वहीं एटीएस की टीमें सहारनपुर,अलीगढ़, मेरठ समेत संवेदनशील जिलों में आतंकी संगठनों के स्लीपिंग माड्यूल्स की टोह लेने में जुटी हैं। प्रशांत विहार इलाके में रविवार सुबह सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए धमाके के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। सुबह में हुए धमाके के बाद ही आसपास के कई लोगों की नींद खुली।

स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले तो उन्हें सिलिंडर विस्फोट या फिर मकान गिरने का अंदेशा हुआ। लेकिन घटनास्थल के पास पहुंचने पर अहसास हुआ कि यहां पर विस्फोट किया गया है। लोगों ने बताया कि गनीमत है कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। अगर धमाका सोमवार को होता तो हताहतों की संख्या का अंदाजा लगाना मुश्किल होता।
सपा-कांग्रेस पर जमकर बरसे पीएम, बोले- देश के विकास में बाधक हैं ये पार्टियां
लखनऊ /वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को हरिहरपुर स्थित आरजे शंकर नेत्र अस्पताल को आमजन के लिए लोकार्पित किया। इसके बाद मोदी ने वाराणसी स्पोर्ट्स स्टेडियम का उद्घाटन करने के बाद सपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। कहा कि इन लोगों ने देश के विकास को आगे ही नहीं बढ़ने दिया। आज भी विकास कार्यों में रोढ़ा डालने का काम कर रहे हैं। खिलाड़ियों को सम्मान देने का काम भाजपा ने ही किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भविष्य में एक लाख युवाओं को राजनीति का हिस्सा बनाया जाएगा। युवाओं से आह्वान किया कि इसके लिए वे आगे आएं और देश की तरक्की का हिस्सा बनें।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस, सपा समेत तमाम विपक्षी पार्टियां देश के विकास में भी परिवारवाद कर रही थीं। भाजपा जो कहती है वह डंके के चोट पर करती है। अयोध्या में राम मंदिर का सपना भाजपा ने ही पूरा किया। महिलाओं को विधान और लोकसभा में आरक्षण की बात कही गई थी, जिसे हमने ही पूरा किया। कहा कि भाजपा सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को सम्मान दिलाया। तीन तलाक के नाम पर वे न जानें कितने वर्षों से प्रताड़ित थीं। अंधकारमय जिंदगी जी रही थीं। भाजपा सरकार ने महिलाओं को सिर ऊंचा कर चलने की हिम्मत दी है।पीएम मोदी ने अपने संबोधित के दौरान कहा कि देश में भाषाओं का भी विकास किया जा रहा है।

पाली भाषा का विकास किया जा रहा है। मैं विकास की इन सभी योजनाओं के लिए देश के सभी नागरिकों के साथ काशीवासियों को धन्यवाद देता हूं।पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल देश के एक दर्जन एयरपोर्ट के सुधार भी किए जा रहे हैं। अयोध्या में एक भव्य इंटरनेशल एयरपोर्ट राम भक्तों का स्वागत कर रहा है। एक समय था यूपी की सड़कें खस्ताहाली के लिए जानी जाती थी। 2014 के बाद यूपी की सड़कें बन रही हैं। सड़कें चमचमा रही हैं। काशी नगरी के विकास और विरासत को लेकर काम किया जा रहा है। यहां गलियों से लेकर सुंदर घाट लोगों का मन मोह रहे हैं।आज देश में विकास कार्यों की बहार आ गई है। देश के युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं। बाबतपुर एयरपोर्ट पर आधुनिक सुविधा बढ़ते ही यहां के लोगों को रोजगार मिलने लगे।

आज बनारस आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। यहां पर्यटकों और व्यापारियों के आने की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। वाराणसी पहुंचने पर सबसे पहले मोदी आरजे शंकर नेत्र अस्पताल को आमजन के लिए लोकार्पित किया। इस अस्पताल की स्थापना शंकरा आई हॉस्पिटल, प्रमुख निवेशक राकेश झुनझुनवाला परिवार और शंकरा आई फाउंडेशन,दक्षिण भारत (तमिलनाडु) के कांची कामकोटि मेडिकल ट्रस्ट के सहयोग से की गई है। 90 करोड़ की लागत से निर्मित नेत्र अस्पताल का लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने खास प्रदर्शनी का अवलोकन किया।  प्रधानमंत्री ने कहा कि अस्पताल वाराणसी और इस क्षेत्र के आने वाले लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा, उन्हें प्रकाश की ओर ले जाएगा। यह अस्पताल एक प्रकार से आध्यात्मिकता व आधुनिकता का संगम है। यह अस्पताल बुजुर्गों की भी सेवा करेगा और बच्चों को भी रोशनी देगा।

यहां बहुत बड़ी संख्या में गरीबों को मुफ्त इलाज मिलने वाला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी की पहचान अनंतकाल से धर्म और संस्कृति की राजधानी के रूप में रही थी, अब काशी यूपी के पूर्वांचल के बड़े आरोग्य केंद्र, हेल्थकेयर हब के रूप में भी विख्यात हो रही है। काशी की पहचान स्वास्थ्य सेवाओं की वजह से भी होती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पावन महीने (दिव्य कार्तिक माह) में काशी आना एक पुण्य अनुभूति का अवसर होता है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में काशी में विकास का नया रूप देखने को मिल रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में नित नए प्रतिमान बन रहे हैं। विकास और सेवा के क्षेत्र में नए-नए प्रकल्प यहां काशी में जुड़ रहे हैं।  उन्होंने कहा कि लगभग ढाई हजार करोड़ रुपये की लागत से केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में यहां पर कार्य संपन्न हुआ है।

बीएचयू में 430 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल,ईएसआईसी हॉस्पिटल में 150 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण कर उत्तर प्रदेश, बिहार और आसपास के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की कार्रवाई यहां पर आगे बढ़ी है। वाराणसी में अस्पताल खोलने के लिए मुख्यमंत्री ने आरजे शंकर नेत्र अस्पताल प्रबंधन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पूरी दुनिया में विकास का नया मॉडल है। कार्यक्रम में कांची कामकोटि पीठम के शंकराचार्य जगदगुरू शंकर विजयेन्द्र सरस्वती ने भी आर्शीवचन दिया। अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर सीएम योगी ,राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ,प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, एस वी बालासुब्रमण्यम (चेयरमैन, एसईएफआई ), पद्मश्री डॉ आर.वी. रमणी ( संस्थापक और मैनेजिंग ट्रस्टी, शंकरा आई फाउन्डेशन इंडिया), मुरली कृष्णामूर्ति ( एक्जीक्यूटिव चेयरमैन शंकरा आई फाउन्डेशन) आदि भी मौजूद रहे।

पीएम से मिलने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने रोका

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से रविवार को मिलने जा रहे कांग्रेस के नेताओं को पुलिस ने मैदागिन स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर ही रोक लिया। इससे नाराज कांग्रेस के नेताओं ने मैदागिन चौराहे पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एसीपी कोतवाली को चार सूत्रीय मांगपत्र सौंपा। इस दौरान जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल और महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार हम लोग वाराणसी दौरे पर आए स्थानीय सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सिगरा खेल स्टेडियम में मिलने जा रहे थे। पार्टी के मैदागिन स्थित कार्यालय के समीप ही पुलिस अफसरों ने हमें फोर्स के साथ रोक लिया। प्रशासन ने सरकार के इशारे पर बलपूर्वक अनैतिक रूप से यह कार्य किया है। हम लोग प्रधानमंत्री को काशी की मूलभूत मुद्दों को बताना चाह रहे थे। इसके पहले ही प्रशासन ने कांग्रेस कार्यालय को छावनी बना दिया। नेताओं ने कहा कि अपने सांसद से न मिलने देना अमानवीय कृत्य है । लोकतंत्र में पक्ष-विपक्ष के सहयोग की जरूरत होती है,परंतु यह तानाशाह सरकार तो विपक्ष से घबराती है। पर हम अपनी मांग और मुद्दों पर जनता के लिए खड़े रहेंगे।

काशी पूर्वांचल के बड़े आरोग्य केंद्र व हेल्थकेयर हब के रूप में विख्यात हो रही: पीएम मोदी
लखनऊ/वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को हरिहरपुर स्थित आरजे शंकर नेत्र अस्पताल को आमजन के लिए लोकार्पित किया। इस अस्पताल की स्थापना शंकरा आई हॉस्पिटल, प्रमुख निवेशक राकेश झुनझुनवाला परिवार और शंकरा आई फाउंडेशन,दक्षिण भारत (तमिलनाडु) के कांची कामकोटि मेडिकल ट्रस्ट के सहयोग से की गई है। 90 करोड़ की लागत से निर्मित नेत्र अस्पताल का लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने खास प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे परमपूज्य शंकराचार्य के दर्शन का, उनसे प्रसाद और आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है। शंकराचार्य के आशीर्वाद से ही काशी से पूर्वांचल को एक और आधुनिक अस्पताल मिल गया। भगवान शंकर की नगरी में शंकरा आई हॉस्पिटल आज से जन-जन के लिए समर्पित है। मैं वाराणसी समेत पूर्वांचल के सभी परिवारजनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। शास्त्रों में भी कहा गया है कि तमसो मा ज्योतिर्गमय... यानी अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो। प्रधानमंत्री ने कहा कि अस्पताल वाराणसी और इस क्षेत्र के आने वाले लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा, उन्हें प्रकाश की ओर ले जाएगा। यह अस्पताल एक प्रकार से आध्यात्मिकता व आधुनिकता का संगम है। यह अस्पताल बुजुर्गों की भी सेवा करेगा और बच्चों को भी रोशनी देगा। यहां बहुत बड़ी संख्या में गरीबों को मुफ्त इलाज मिलने वाला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी की पहचान अनंतकाल से धर्म और संस्कृति की राजधानी के रूप में रही थी, अब काशी यूपी के पूर्वांचल के बड़े आरोग्य केंद्र, हेल्थकेयर हब के रूप में भी विख्यात हो रही है। काशी की पहचान स्वास्थ्य सेवाओं की वजह से भी होती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पावन महीने (दिव्य कार्तिक माह) में काशी आना एक पुण्य अनुभूति का अवसर होता है। यहां काशीवासियों के साथ ही संत जनों और परोपकारी लोग भी हैं। इससे सुखद सहयोग भला क्या हो सकता है। कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 10 वर्ष में काशी में विकास का नया रूप देखने को मिल रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में नित नए प्रतिमान बन रहे हैं। विकास और सेवा के क्षेत्र में नए-नए प्रकल्प यहां काशी में जुड़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि लगभग ढाई हजार करोड़ रुपये की लागत से केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में यहां पर कार्य संपन्न हुआ है। बीएचयू में 430 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल,ईएसआईसी हॉस्पिटल में 150 बेड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण कर उत्तर प्रदेश, बिहार और आसपास के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की कार्रवाई यहां पर आगे बढ़ी है। वाराणसी में अस्पताल खोलने के लिए मुख्यमंत्री ने आरजे शंकर नेत्र अस्पताल प्रबंधन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पूरी दुनिया में विकास का नया मॉडल है। आने वाले दिनों में गरीबों और आम जनता के लाभ के लिए कई योजनाएं चलाई जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी की सेवा और विकास के अभियान में एक नई कड़ी जुड़ गई है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिनंदन है। जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज की प्रेरणा से 1977 से शुरू हुआ अभियान देश के विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के जीवन में नई रोशनी लाने का काम कर रहा है।

कार्यक्रम में कांची कामकोटि पीठम के शंकराचार्य जगदगुरू शंकर विजयेन्द्र सरस्वती ने भी आर्शीवचन दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि देश में जो विकास हो रहा है इसका मुख्य कारण है कि हमको अच्छे नेता मिले हैं। ईश्वर की कृपा की वजह से ही नरेंद्र दामोदरदास मोदी मिले हैं। विश्व में बहुत बड़ा प्रजातंत्र है। अच्छे नेता भी ईश्वर कृपा से मिलते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में व्यक्ति भी मुख्य है और व्यक्तित्व भी मुख्य है। सबको जोड़ने वाला नेता भी चाहिए। भारत की विशेषता के लिए धर्म और संस्कृति का विकास होना बहुत जरूरी है। प्रदेश के उज्जवल भविष्य के लिए यह सब जरूरी है। इसके लिए उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शांति के लिए अच्छा काम कर रहे हैं।

इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कांची कामकोटि पीठम के शंकराचार्य जगदगुरू शंकर विजयेन्द्र सरस्वती से आर्शिवाद लिया और उनका कुशलक्षेम पूछा। अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ,प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, एस वी बालासुब्रमण्यम ( चेयरमैन, एसईएफआई ), पद्मश्री डॉ आर.वी. रमणी ( संस्थापक और मैनेजिंग ट्रस्टी, शंकरा आई फाउन्डेशन इंडिया), मुरली कृष्णामूर्ति ( एक्जीक्यूटिव चेयरमैन शंकरा आई फाउन्डेशन) आदि भी मौजूद रहे।
सीएम योगी ने की सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा,अगले साल बाढ़ सुरक्षा के लिए दिए  दिशा निर्देश


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एक बैठक के दौरान सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा की और संतोष व्यक्त करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने विभाग को कार्यों की समयबद्धता, गुणवत्ता और कर्मचारियों की ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान देने को कहा। साथ ही, उन्होंने अगले वर्ष बाढ़ से बचाव की कार्य योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए।

कार्य की समयबद्धता और गुणवत्ता पर जोर

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी परियोजनाओं की समय पर पूर्णता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि देरी से न केवल लागत बढ़ती है बल्कि जनता को भी लाभ मिलने में देर होती है। इसलिए कार्यों की समयबद्धता प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कार्यों की गुणवत्ता पर भी जोर देते हुए कहा कि विकास कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

कर्मचारियों की ट्रेनिंग अनिवार्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिंचाई विभाग के कर्मचारियों की क्षमता बढ़ाने के लिए उन्हें उचित प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि नई तकनीकों का उपयोग कर कार्यों की गुणवत्ता और दक्षता में सुधार किया जा सकता है। ट्रेनिंग के माध्यम से कर्मचारियों को आधुनिक तकनीकों से अवगत कराया जाना चाहिए, ताकि बाढ़ नियंत्रण और जल प्रबंधन के कार्य प्रभावी ढंग से किए जा सकें।

बाढ़ सुरक्षा के लिए कार्य योजना तैयार करने का निर्देश

मुख्यमंत्री ने आने वाले वर्ष में संभावित बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए पहले से तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए अगले वर्ष की कार्य योजना जन प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन के साथ मिलकर तैयार की जाए। योजना के तहत बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान कर, वहां तटबंधों की मरम्मत, जल निकासी व्यवस्था और अन्य आवश्यक तैयारियां समय रहते पूरी की जानी चाहिए। बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया और मुख्यमंत्री को विभाग के चल रहे कार्यों की प्रगति से अवगत कराया।
वाराणसी में आरजे शंकरा अस्पताल का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन

लखनऊ /वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री विशेष विमान एयर इंडिया वन से जैसे ही विमानतल पर उतरे वहां पहले से मौजूद प्रदेश की राज्यपाल आंनदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्मजोशी से पुष्पगुच्छ देकर अगवानी की। इसके बाद कांशी पहुंचने पर पीएम का शंख ध्वनि व ढोल नगाड़ों से भव्य स्वागत किया गया।

उत्तर प्रदेश पूरी दुनिया में विकास का नया मॉडल : मोदी

एयरपोर्ट के विमानतल पर ही कतारबद्ध केन्द्रीय मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,ब्रजेश पाठक,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, महापौर अशोक तिवारी,विधायक डॉ अवधेश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य सहित भाजपा नेताओं ने भी प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। एयरपोर्ट पर कुछ देर मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी कड़ी सुरक्षा के बीच सड़क मार्ग से वाहनों के काफिले में हरिहरपुर के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री मोदी हरिहरपुर में 90 करोड़ की लागत से निर्मित आधुनिक आरजे शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पूरी दुनिया में विकास का नया मॉडल है। आने वाले दिनों में गरीबों और आम जनता के लाभ के लिए ऐसी कई योजनाएं चलाई जाएंगी।

23 परियोजनाओं का लोकार्पण कर पूरे देश को दीपावली की सौगात देंगे

इसके बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से ही सिगरा स्थित स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स पहुंचेंगे। यहां खेल स्टेडियम से ही 6,611.18 करोड़ की कुल 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास कर पूरे देश को दीपावली की सौगात देंगे।इस दौरान प्रधानमंत्री स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, धर्म, पर्यटन से रोजगार, आवास और विमानन जैसी कई सुविधाओं का लोकार्पण करेंगे। वह वाराणसी एयरपोर्ट के विस्तारीकरण और नए टर्मिनल भवन की नींव भी रखेंगे।यहीं,श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से 16 संस्कृत विद्यालयों के छात्रों को और तीन अस्पतालों में तीमारदारों को भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री इसकी भी घोषणा करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहुंचे वाराणसी, सीएम योगी ने बाबतपुर एयरपोर्ट पर की अगवानी,शहर में जगह—जगह पुष्पवर्षा,शंखध्वनि और ढोल-नगाड़ों की थाप प
लखनऊ /वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री विशेष विमान एयर इंडिया वन से जैसे ही विमानतल पर उतरे वहां पहले से मौजूद प्रदेश की राज्यपाल आंनदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्मजोशी से पुष्पगुच्छ देकर अगवानी की।

एयरपोर्ट के विमानतल पर ही कतारबद्ध केन्द्रीय मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,ब्रजेश पाठक,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, महापौर अशोक तिवारी,विधायक डॉ अवधेश सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य सहित भाजपा नेताओं ने भी प्रधानमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। एयरपोर्ट पर कुछ देर मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी कड़ी सुरक्षा के बीच सड़क मार्ग से वाहनों के काफिले में हरिहरपुर के लिए रवाना हो गए।प्रधानमंत्री मोदी हरिहरपुर में 90 करोड़ की लागत से निर्मित आधुनिक आरजे शंकरा आई हॉस्पिटल का उद्घाटन कर इसे आमजन को समर्पित करेंगे। यहां मौजूद लोगों को सम्बोधित करने के बाद सड़क मार्ग से ही सिगरा स्थित स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स पहुंचेंगे। यहां खेल स्टेडियम से ही 6,611.18 करोड़ की कुल 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास कर पूरे देश को दीपावली की सौगात देंगे।

इस दौरान प्रधानमंत्री स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, धर्म, पर्यटन से रोजगार, आवास और विमानन जैसी कई सुविधाओं का लोकार्पण करेंगे। वह वाराणसी एयरपोर्ट के विस्तारीकरण और नए टर्मिनल भवन की नींव भी रखेंगे।
यहीं,श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से 16 संस्कृत विद्यालयों के छात्रों को और तीन अस्पतालों में तीमारदारों को भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री इसकी भी घोषणा करेंगे। इसके अलावा 380.13 करोड़ से तैयार सिगरा स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स, सारनाथ में प्रो पुअर योजना, सीपेट परिसर करसड़ा में निर्मित छात्रावास, लालपुर स्पोर्ट्स स्टेडियम में 100 बेड क्षमता के छात्रावास व पवेलियन समेत काशीवासियों को कुल 14 परियोजनाएं सौपेंगे।

प्रधानमंत्री 2870 करोड़ रुपये की लागत से बाबतपुर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण और नए टर्मिनल भवन सहित 2874 करोड़ की दो परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी से ही छह अन्य जिलों को भी एयरपोर्ट की सौगात देंगे। इसमें बागडोगरा, दरभंगा, आगरा एयरपोर्ट में नए सिविल एन्क्लेव का निर्माण का शिलान्यास करेंगे। रीवा हवाई अड्डे, मां महामाया हवाई अड्डे, अंबिकापुर और सरसावा हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवनों का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के बाद वे सड़क मार्ग से बाबतपुर एयरपोर्ट रवाना होंगे। यहां से करीब 6.30 बजे दिल्ली लौट जाएंगे।
यूपी में बंद कराएंगे शराब : मंत्री ओम प्रकाश राजभर
लखनऊ/जालौन। उत्तर प्रदेश के पंचायती राज और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर शनिवार काे जालौन पहुंचे। जालौन में वह एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए यहां आए थे। वहीं, उन्होंने पिछली सरकारों पर हमलवार होते हुए कहा कि सपा सरकार में 815 दंगे हुए, 13 साै लोग मारे गए और संपत्ति की भारी क्षति हुई है। वहीं, उन्होंने बिहार में शराब से हुई मौतों को लेकर बयान देते हुए कहा कि इसमें सिर्फ़ गरीब लोग ही मरते हैं। उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की सरकार बनती है तो पूरे प्रदेश में शराबबंदी लागू की जाएगी।

मंंत्री ने अधिकारियों से विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की

इसके बाद उन्होंने विभाग के संबंधित अधिकारियों से विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक की और ग्रामीण इलाकों में सरकारी योजनाओं को जनजन तक पहुंचाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने पार्टी की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि यूपी में पिछले साढ़े 7 साल की सरकार में पहली बार हुआ कोई है कि कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ है। प्रदेश में कानून का राज न होता तो इतनी बड़ी घटना को पुलिस नहीं रोक पाती।सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री ने काफी आक्रामक होते हुए विपक्षियों पर जमकर बरसें।

अनुप्रिया पटेल को नेता बनाने में बीजेपी पार्टी का सहयोग

उन्होंने कहा कि बीजेपी पार्टी ने सपा-बसपा सभी पार्टियों की सरकार बनाई है। वहीं, संजय निषाद से लेकर अनुप्रिया पटेल को नेता बनाने में बीजेपी पार्टी का सहयोग है। उन्होंने कहा है बीजेपी पार्टी सबको नेता बनाना जानती है और सपा-बसपा में अगर कोई नेता बनने की बात करता है तो उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। उन्होंने यूपी में कानून व्यवस्था की तारीफ करने के साथ-साथ यहां पर शराब बंदी को लेकर भी बयान दे डाला। उन्होंने कहा है कि बिहार में जो शराबबंदी से मौत हुई है उसमें सिर्फ गरीब ही मरता है, इसलिए अगर यहां पर सुहेलदेव पार्टी की सरकार बनती है तो यूपी में पूरी तरह से शराब बंदी को लागू कर दिया जाएगा।