प्रतिबंधित सिंगल यूज पॉलीथिन को लेकर नगर परिषद क्षेत्र के दुकानों में छापेमारी

पुर्णिया जिले के कसबा नगर परिषद में नगर परिषद आयुक्त रोहित कदम के नेतृत्व में प्रतिबंधित सिंगल यूज पॉलीथिन को लेकर नगर परिषद क्षेत्र के दुकानों में छापेमारी की गई जिसमें कई दुकानो में पॉलीथिन पाया गया इस बाबत नगर परिषद आयुक्त ने बताया कि प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर क्षेत्र के दुकानों में छापेमारी की गई है जिस दुकान में काम मात्रा में प्लास्टिक पाया गया उसे हिदायत दे कर छोड़ा गया है मगर जिस दुकान में ज्यादा मात्रा में पॉलीथिन पाया गया उसपर जुर्माना लगाया गया है उन्होंने कहा कि यहाँ किसी भी दुकानदार के पास ट्रेड लाइसेंस नहीं है सभी लोगों हिदायत देते हुए निर्देश भी दिया गया है कि पंद्रह दिन के अंदर अपना लाइसेंस बनवा ले ।
दो डिसमिल जमीन को लेकर दो सगे भाईयों की बेरहमी से हत्या


पूर्णिया के सरसी थाना के कचहरी बलवा में महज दो डिसमिल जमीन को लेकर दो सगे भाईयों की बेरहमी से हत्या कर दी गई । जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल है । घटना के पीछे पड़ोसी से विवाद बताया जा रहा है। घायल सुमन देवी ने बताया कि महज दो डिसमिल जमीन को लेकर पड़ोसी मुसहरु राम से काफी पुराना विवाद था । कल पड़ोसी मुसहरु राम 15-20 लोगों के साथ आया और उनके भाई राजेंद्र राम को जबरन पकड़कर अपने घर ले गया । जब तलवार कुल्हाड़ी से इसे काटने लगा तो उसको बचाने के लिए उसका भाई उपेंद्र राम गया । उनको भी शराब पिलाकर और आंख में मिर्च का गुंडी डालकर धारदार हथियार के काटकर हत्या कर दिया। इस दौरान बचाने गए बहन सुमन देवी उसका पति सिंटू राम और विशाखा देवी को भी धारदार हथियार से घायल कर दिया। तीनों को गंभीर हालत में जीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।

        परिजनों ने सभी हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है । वहीं घटना की सूचना मिलते ही सरसी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जीएमसीएच लाया । सरसी थाना प्रभारी मनीष चंद्र यादव ने कहा कि 2 डिसमिल जमीन को लेकर पड़ोसी से विवाद हुआ है। जिसमें दो लोगों की हत्या की गई है और तीन लोग घायल है । इस मामले में परिजनों के बयान पर 14 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। फिलहाल चार लोगों को हिरासत में लिया गया है । जल्द ही अन्य सभी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
डीलर द्वारा लाभुकों को सड़ा हुआ चावल वितरण करने पर ग्रामीणों ने सड़ा हुआ चावल लेने से किया इनकार

पुर्णिया जिले के अमौर प्रखंड में डीलर द्वारा लाभुकों को सड़ा हुआ चावल वितरण करने पर ग्रामीणों ने सड़ा हुआ चावल लेने से इनकार किया। मामला हरिपुर पंचायत के जन वितरण प्रणाली विक्रेता लालकिला जिविका का है। लाभुक का कहना है कि डीलर द्वारा लाभुकों को सड़ा हुआ चावल दिया जा रहा है ।जिसमें पड़ा हुआ ,मकई, गिट्टी आदि पड़ा हुआ है जो खाने योग्य नहीं है। डीलर समसुन निशां द्वारा लाभुकों को जो चावल दिया जा रहा है। वह सड़ा हुआ है।

       लाभुकों ने सड़ा हुआ चावल लेने से इनकार करते हुए कहा कि सरकार अगर सड़ा हुआ चावल देती है तो हम लोगों को देना बंद कर दे। जब सड़ा हुआ चावल खाया ही नहीं जाएगा तो देने से क्या फायदा। लाभार्थी ने सरकार से अच्छा चावल देने की मांग की।जन वितरण प्रणाली विक्रेता समसुन निशा ने बताया कि एफसीआई गोदाम से मुझे जो चावल प्राप्त हुआ है। ज्यादातर बोड़ा में सड़ा हुआ चावल ही है। जिससे लाभुक लेने से इनकार कर रहे हैं।जिसकी सूचना में वरीय पदाधिकारी को दे दिए है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सीमांचल में नफरत पैदा करने आ रहे हैं -अख्तरुल इमान

एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के सीमांचल में हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर तंज करते हुए पूर्णिया में कहा कि आप लोग गिरिराज सिंह के आने पर कितने बेचैन हैं । टेक्सटाइल नीति भागलपुर में खत्म हो गई ग्रामीण विकास मंत्रालय में क्या-क्या कार्य हुए । इस विषय पर भी पूछना चाहिए । उन्होंने कहा कि मीडिया को इंतजार है कि गिरिराज सिंह के शब्दों में शोला होगा । नफरत का बाजार गर्म होगा । उनके आने के बाद यही खबर आप लोग को चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे सीमांचल के लोग हिंदू और मुस्लिम मोहब्बत में विश्वास करते हैं । टोपी और टीका ने मुल्क को आजाद कराया। इन दोनों की मोहब्बत हुई तो अंग्रेज भागे ।
       टीका और टोपी के सौहार्द को कभी बिगड़ने नहीं देंगे। गिरिराज सिंह एक बार क्या सौ बार आ जाए कोई फर्क नहीं पड़ने वाला । उन्होंने कहा कि सीमांचल के लोग गरीब फटेहाल हो सकते हैं लेकिन सीमंचल की मोहब्बत को खराब नही होने देंगे ।
अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्ष आमने सामने, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सूझबूझ से किया काम


पूर्णिया में पत्नी से आपसी कहासुनी के बाद एक युवक ने फंदे से झूलकर खुदकुशी कर ली। लड़का हिंदू समुदाय से था, जबकि घर वालों के खिलाफ जाकर 16 साल पहले लड़के ने मुस्लिम लड़की से शादी की थी। शव के पोस्टमार्टम के बाद उसके अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए और फिर खूब हंगामा हुआ। मामला हाथ से निकलते देख मौके पर सदर एसडीपीओ पहुंच चुके हैं। दोनों को समझाने कि कोशिशें जारी हैं। मृतक की पहचान के.हाट थाना क्षेत्र के हाउसिंग कॉलोनी निवासी दिलीप कुमार झा के बेटे आजाद कुमार झा 35 के रूप में हुई है। हालांकि साल 2008 में हाउसिंग कॉलोनी ने ही रहने वाली मुस्लिम लड़की रानी परवीन 32 से शादी के बाद आजाद झा ने धर्म परिवर्तन कर अपना नाम मो आजाद आलम कर लिया। जिससे उसके तीन बच्चे भी हैं। मामले की जानकारी देते हुए मृतक की पत्नी रानी परवीन ने बताया कि दोनों एक ही मुहल्ले में रहते थे।

       16 साल पहले साल 2008 में दोनों की मुहल्ले में ही पहली मुलाकात हुई। बाद में ये प्यार में बदल गया और फिर दोनों ने कोर्ट से शादी कर ली। लड़का शादी के बाद मुझे अपने घर ले गया, मगर उनके घर वालों ने ये रिश्ता कबूल करने से इनकार कर दिया। आजाद ने बाद में अपना धर्म परिवर्तन करा लिया। और वो अपने घर के बजाए ससुराल में ही रह रहा था। दोनों के तीन बच्चे भी हुए। कुछ सालों तब सबकुछ ठीक रहा, इसके बाद उसे शराब की बुरी लत लग गई। वो अपने घर वालों से मदद चाहता था। मगर वे इसे लेकर तैयार नहीं थे। वो मां से जब भी बात करता था, परेशान हो जाता था।

      कुछ साल पहले उसने मां से बातचीत के ठीक बाद ही जहर खा लिया था। जिसे उस समय किसी तरह बचा लिया गया था। कल फिर वो शराब पीकर घर लौटा, इस पर पैसे को लेकर उससे हल्की कहासुनी हुई थी। जब वे देर शाम गए कमरे में पहुंची, तो आजाद को फंदे से झूलता पाया। इतने में ही उनके चीखने की आवाज सुनकर बच्चे पहुंचे। किसी तरह आजाद को नीचे उतारा गया और फंदा खोला गया। मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। आजाद ने अपने बेटे मो आफताब 11 से बातों ही बातों में इच्छा जताई थी कि मुस्लिम रीति रिवाज से ही उसका अंतिम संस्कार किया जाए। इसी को लेकर वे शव का मुस्लिम रीति रिवाज से दाह संस्कार करते हुए जनाजा सजाकर कब्रगाह ले जाने लगे। मगर इतने में ही पुलिस पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए ले आई। वहीं मामले की जानकारी देते हुए मृतक की मां अनीता देवी ने बताया कि कल देर दोपहर ही उससे बात हुई थी। वो काफी परेशान लग रहा था। घर आना चाहता था और उसने मिलने की इच्छा जताई थी। वो बेटे का इंतेजार ही कर रही थी। कि देर शाम घर वालों को बेटे के सुसाइड करने की बात मालूम चली। मगर न तो लड़की ने और न ही उसके घरवालों ने उन्हें इस बात की भनक तक लगने दी। उन्हें मालूम हुआ कि शव का मुस्लिम रीति रिवाज से दाह संस्कार किया जा रहा था। जिसके बाद उन्होंने के. हाट थाना की पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद पुलिस शव को लेकर पोस्टमार्टम कराने पहुंची। पोस्टमार्टम के बाद वे बेटे के शव को अपने साथ ले जाना चाहते थे। इसी को लेकर लड़की और उसके साथ आए लोगों ने उन्हें ऐसा करने से रोका। लड़का जन्म से हिंदू है। इस नाते उनके बेटे का अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से होना चाहिए। जबकि लड़की और उसके घर वालों का कहना है कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया था और उसकी अंतिम इच्छा थी कि मुस्लिम रीति रिवाज से उसका दाह संस्कार हो। इसलिए वे अपने साथ शव ले जाना चाहते थे।

     इसी के बाद दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। तनातनी का माहौल बनता देख पहले फणीश्वरनाथ रेणु टीओपी की पुलिस और फिर सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार और के.हाट थानाध्यक्ष पोस्टमार्टम हाउस पहुंच चुके हैं। मामले की जानकारी देते हुए सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने कहा कि दोनों को समझाने की कोशिशें जारी है।
पैसे की मांग पूरी नहीं होने पर गला दबाकर विवाहिता की हत्या, पति गिरफ्तार

पूर्णिया में गला दबाकर एक विवाहिता की हत्या कर दी गई। मृतका के परिजन ने पैसे की मांग को लेकर ससुराल वालों पर गला दबाकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। घटना के बाद परिजनों में मातम पसरा हुआ है। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया और लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुट गई हैं। घटना गुरुवार देर शाम मरंगा थाना क्षेत्र के मरंगा वार्ड नंबर 08 की है। मृतक महिला की पहचान मरंगा निवासी सोनू यादव की पत्नी नीलम देवी के रूप की गई हैं। घटना के संबंध में मृतिका के भाई राज कुमार ने बताया कि नीलम की शादी 2018 में मरंगा वार्ड नंबर 8 निवासी देवानंद यादव के पुत्र सोनू यादव से हुई थी। दहेज के एवज में छह लाख नकद सहित एक बुलेट दिया था। शादी के कुछ दिन बाद तक सब कुछ ठीक ठाक रहा, उसके बाद लगातार पैसे की डिमांड करने लगे।दो महीने पहले तीन लाख रुपये दिए गए थे, लेकिन फिर भी प्रताड़ना जारी रही। गुरुवार सुबह विदाई को लेकर फोन किए, लेकिन विदाई देने से मना करने लगा। दोपहर में चार बजे करीब जब फिर से विदाई को लेकर कॉल किया तो नीलम का मोबाइल ऑफ था।

   परिजनों ने कहा मृतिका के सास, ननद और पति मिलकर गला दबाकर हत्या की है। घटना की सूचना पर मरंगा थाना पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुट गई हैं।मामले को लेकर मरंगा थानाध्यक्ष रूपक रंजन ने बताया कि महिला के लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जा रही है। परिजनों के आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी पति को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है।
विद्या विहार आवासीय विद्यालय एवं विद्या विहार कैरियर प्लस के बच्चों ने गणित की दुनिया *(IOQM)* में लहरा दिया अपना परचम

विद्या विहार आवासीय विद्यालय एवं विद्या विहार कैरियर प्लस के बच्चों ने गणित की दुनिया *(IOQM)* में लहरा दिया अपना परचम हमें यह घोषणा करते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि 16 छात्रों ने रीजनल मैथमैटिकल ओलंपियाड (RMO) 2024/25 के लिए सफलतापूर्वक योग्यता प्राप्त की है: राघव मिश्रा ,भास्कर आर्य,उपासना पांडेय , अपर्णा सिंह , अर्णव आयुष, रोहन राज , सानू कुमार ,आयुष कुमार गुप्ता, शिवंकर कुमार ,अनुराग शंकर ,हर्षित मिश्रा , सुरभि कुमारी ,आयुष राज ,अभिनव वैभव ,करन कुमार,हिमांशु कुमार  इन छात्रों ने इंडियन ओलंपियाड क्वालिफायर इन मैथमेटिक्स (IOQM) परीक्षा के माध्यम से अपनी असाधारण प्रतिभा और समर्पण का प्रदर्शन किया है। विद्या विहार आवासीय विद्यालय के सचिव श्री राजेश मिश्रा, प्राचार्य श्री निखिल रंजन, विद्या विहार कैरियर प्लस के निदेशक श्री प्रशांत शंकर, विद्या विहार आवासीय विद्यालय के निदेशक श्री रंजीत कुमार पॉल,पीआरओ राहुल शांडिल्य,VVCP के कोऑर्डिनेटर श्री आशीष झा,गणित शिक्षक श्री राजन रंजन तथा श्री शंकर दयाल,सुपर 30 से आए भौतिकी शिक्षक श्री प्रवीण कुमार एवं श्री अमित कुमार ने इस उपलब्धि की भूरि-भूरि प्रशंसा की है। यह उपलब्धि विद्या विहार करियर प्लस और विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह एक उल्लेखनीय यात्रा रही है, जिसका मधुर परिणाम हमारी शैक्षिक उत्कृष्टता और प्रतिभा को पोषित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जब नदी में डूबने लगे लोग और मच गया कोहराम


पूर्णिया के अमौर में एक भयानक हादसा होने से बच गया ।घटना उस वक्त हुई जब जनाजे में शामिल लोग थर्माकोल की नाव बनाकर नदी पार करने लगे। क्षमता से अधिक लोग सवार होने के कारण अचानक नाव डगमगाने लगी और पलट गई । लेकिन लोगों ने जैसे-तैसे तैरकर और एक-दूसरे के सहारे किनारे आकर अपनी जान बचाई। दरअसल एक व्यक्ति की मौत हो गई थी लेकिन पास के कब्रिस्तान में बाढ़ का पानी भड़ा हुआ था लिहाजा नदी के उस पार शव ले जाया गया जहाँ के कब्रिस्तान सूखा था ।


उसी जनाजे में मिट्टी देने बड़ी संख्या में लोग थर्मोकोल की नाव पर पार कर रहे है कि अचानक नाव डूबने लगी और सभी लोग पानी मे गिर गए । सभी ने तैर कर किसी तरह अपनी जान बचाई । पूरी तस्वीर किसी ने कैद कर लिया । आप भी देख सकते है कि किस तरह लोग पानी में अपनी जिंदगी बचाने के लिए तैर रहे है ।
एचआईवी एड्स नियंत्रण को स्वास्थ्य विभाग ने पीयर एजुकेटर किशोर-किशोरियों के लिए किया एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

एचआईवी एड्स नियंत्रण को स्वास्थ्य विभाग ने पीयर एजुकेटर किशोर-किशोरियों के लिए किया एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन -सभी प्रखंड के सामुदायिक उत्प्रेरक और एचआईवी काउंसेलर को भी समुदाय में एचआईवी जागरूकता अभियान चलाने की दी गई जानकारी -हर साल जागरूकता से एचआईवी संक्रमण में आई 44 प्रतिशत की कमी -सभी प्रखंड में समुदाय स्तर पर 10 से 19 वर्ष के बच्चों को बनाया गया है पीयर एजुकेटर -संक्रमित ड्रग द्वारा बिहार में 2.86 प्रतिशत लोग हो रहे एचआईवी संक्रमित पूर्णिया, 16 अक्टूबर जिले में संचालित राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं आयुष्मान भारत के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं आरोग्य कार्यक्रम को सुदृढ़ करने हेतु जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से जिला स्तर पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन होटल सेंटर प्वाइंट, पूर्णिया में किया गया। कार्यशाला में सभी प्रखंड के प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, पीयर एजुकेटर के किशोर-किशोरियों और एचआईवी काउंसेलर को जिला स्वास्थ्य अधिकारी और यूनिसेफ नई दिल्ली एवं बिहार के विशेषज्ञ अधिकारियों द्वारा एचआईवी नियंत्रण के लिए लोगों को जागरूक करने और संक्रमित व्यक्ति को बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक जानकारी दी गई। सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया के साथ साथ संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मोहन दास, एआरटी सेंटर पूर्णिया के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सौरभ कुमार और यूनिसेफ नई दिल्ली से विशेषज्ञ डॉ शेख मोहम्मद सलीम और डॉ अमन चुग, यूनिसेफ बिहार के प्रोग्राम मैनेजर शिवेंद्र पंड्या, स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ सिद्धार्थ रेड्डी और डॉ प्रेरणा कॉल द्वारा प्रखंड अधिकारियों और पीयर एजुकेटर को समुदाय के लोगों को एचआईवी एड्स से सुरक्षा के लिए ध्यान रखने एवं संक्रमित लोगों के लिए जिला स्वास्थ्य समिति में उपलब्ध सुविधाओं के लाभ उठाने के लिए जागरूक करने की जानकारी दी गई। इस दौरान एसीएमओ डॉ आर पी मंडल, आरपीएम कैशर इकबाल, डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, डीएमई अधिकारी आलोक कुमार, डीआईओ डॉ विनय मोहन और सभी प्रखंड के बीसीएम, एचआईवी काउंसेलर और सभी प्रखंड से 02 पीयर एजुकेटर उपस्थित रहे। हर साल जागरूकता से एचआईवी संक्रमण में आई 44 प्रतिशत की कमी : कार्यशाला को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने कहा कि एचआईवी एड्स एक संक्रामक बीमारी है। एक बार ग्रसित हो जाने के बाद संक्रमित व्यक्ति द्वारा नियमित रूप से आवश्यक इलाज नहीं करवाने से संबंधित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। इससे सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक करने हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक कार्यक्रम का संचालन किया जाता है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग एचआइवी संक्रमण से सुरक्षित रह सकें। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में जांच एवं उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। समय से एचआईवी संक्रमण की पहचान करते हुए आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उठाने से लोग एचआइवी संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं। सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया कि एचआईवी एड्स रिपोर्ट 2023 के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को एचआईवी संक्रमण के प्रति जागरूकता अभियान चलाने से देश में वर्ष 2010 से वर्ष 2023 तक हर साल 44 प्रतिशत की कमी आई है। जागरूकता अभियान चलाने के लोगों द्वारा एचआईवी से सुरक्षा के लिए उपलब्ध सुविधाओं का ज्यादा लाभ उठाया जा रहा है जिससे देश में एचआईवी संक्रमण से होने वाले मृत्यु में 79 प्रतिशत की कमी पाई गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा समुदाय स्तर पर लोगों को एचआइवी एड्स के प्रति जागरूक किया जाता है जिससे कि लोग संबंधित बीमारी से सुरक्षित और स्वस्थ्य रह सकें। सभी प्रखंडों में समुदाय स्तर पर 10 से 19 वर्ष के बच्चों को बनाया गया है पीयर एजुकेटर : डीसीएम संजय कुमार दिनकर ने बताया कि एचआईवी संक्रमण से सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक करना आवश्यक है जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) चलाया जाता है। इसके तहत सभी प्रखंडों में कार्यरत आशा कर्मियों द्वारा अपने क्षेत्र के 10 से 19 वर्ष के किशोर-किशोरियों को पीयर एजुकेटर बनाते हुए उनके द्वारा स्थानीय लोगों को एचआईवी एड्स के प्रति जागरूक किया जाता है। इसके लिए सभी पीयर एजुकेटर को स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाता है। पीयर एजुकेटर द्वारा जागरूकता अभियान चलाने से समुदाय के लोग एचआईवी संक्रमण के प्रति जागरूक होते हुए संक्रमण से सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध सुविधाओं का आवश्यक लाभ उठा सकते हैं। कार्यशाला में स्वास्थ्य एवं यूनिसेफ अधिकारियों द्वारा सभी प्रखंड के पीयर एजुकेटर से क्षेत्र में एचआईवी संक्रमण के लिए लोगों को जागरूक करने और संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने पर उनके लिए जिला अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के प्रति जागरूक करने की जानकारी ली गई जिसमें संक्रमित व्यक्ति को विभिन्न चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने और विभिन्न विकल्पों के माध्यम से लोगों को एचआइवी संक्रमण से सुरक्षा के लिए जागरूक करने हेतु प्रदर्शन करने के लिए 03 पीयर एजुकेटर में शामिल बनमनखी प्रखंड के ब्यूटी कुमारी और अंशु राज तथा के.नगर प्रखंड के रिया कुमारी को स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। संक्रमित ड्रग द्वारा बिहार में 2.86 प्रतिशत लोग हो रहे एचआईवी संक्रमित : यूनिसेफ बिहार के प्रोग्राम मैनेजर शिवेंद्र पंड्या ने बताया कि असुरक्षित यौन संबंध के साथ साथ संक्रमित ड्रग्स के उपयोग करने और एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिलाओं से जन्म लेने वाले बच्चे एचआईवी संक्रमण से ग्रसित हो सकते हैं। नेशनल एड्स कंट्रोल संगठन (नाको) के वर्ष 2023 के रिपोर्ट के अनुसार भारत में 09.03 प्रतिशत लोग जबकि बिहार में 02.86 प्रतिशत लोग संक्रमित ड्रग्स के उपयोग करने से एचआईवी संक्रमण से ग्रसित पाए जा रहे हैं। नाको के रिपोर्ट के अनुसार महिला सेक्स वर्कर से असुरक्षित यौन संबंध के कारण भारत में 01.85 प्रतिशत लोग जबकि बिहार में 0.62 प्रतिशत लोग, पुरूष सेक्स वर्कर से असुरक्षित यौन संबंध के कारण भारत में 03.26 प्रतिशत लोग जबकि बिहार में 0.41 प्रतिशत लोग और संक्रमित गर्भवती महिलाओं से जन्म लेने वाले बच्चे में भारत में 0.22 प्रतिशत बच्चे जबकि बिहार में 0.24 प्रतिशत बच्चे एचआईवी संक्रमित पाए जा रहे हैं। नाको रिपोर्ट 2023 के अनुसार बिहार में 15 से 24 आयुवर्ग के 02.61 प्रतिशत बच्चे एचआईवी से ग्रसित पाए जा रहे हैं। इससे सुरक्षा के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने के आवश्यकता है। इससे लोग असुरक्षित यौन संबंध को नियंत्रित करने के साथ साथ संक्रमित होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठाते हुए अपना जीवन सुरक्षित रख सकते हैं।
स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्रा मेमोरियल स्कूल स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट 2024 का भव्य उद्घाटन

रमेश-विजय लक्ष्मी मेमोरियल स्टेडियम, विद्या विहार आवासीय विद्यालय, परोरा, पूर्णिया विद्या विहार आवासीय विद्यालय ने आज बड़े उत्साह और गौरव के साथ स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्रा मेमोरियल स्कूल स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट 2024 का भव्य उद्घाटन किया। यह टूर्नामेंट स्वर्गीय श्री रमेश चंद्र मिश्रा की स्मृति को समर्पित है, जिनकी शिक्षा और खेलों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने इस आयोजन की प्रेरणा दी है। यह टूर्नामेंट युवाओं में खेल भावना, अनुशासन और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। उद्घाटन समारोह की मुख्य बातें इस महत्वपूर्ण अवसर की अध्यक्षता श्री रत्नेश्वर मिश्रा जी, अध्यक्ष, विद्या विहार आवासीय विद्यालय ने की। पूर्णिया जिला एथलेटिक्स संघ के सचिव मोहम्मद हिफ्जुर रहमान ने सम्मानित अतिथि के रूप में शिरकत की, और एसबीपी विद्या विहार के प्रिंसिपल श्री दीपक झा ने भी मुख्य अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इस अवसर पर विद्या विहार के निदेशक, संयुक्त निदेशक, प्रशासक, प्राचार्य ,उप-प्राचार्य, पीआरओ, संकाय सदस्य, कर्मचारी और छात्रों ने भाग लिया और भव्य उद्घाटन तथा उद्घाटन मैच का आनंद लिया। समारोह की शुरुआत कार्यक्रम एंकर द्वारा स्वर्गीय श्री रमेश चंद्र मिश्रा के जीवन और उनकी प्रेरणादायक विरासत पर प्रकाश डालते हुए की गई। इसके बाद गुलदस्ते भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया गया। पुष्पांजलि अर्पित कर मिश्रा जी को सम्मानित किया गया, जिसके बाद उनकी स्मृति में 2 मिनट का मौन रखा गया। टूर्नामेंट की ट्रॉफी का अनावरण और क्रिकेट मैदान पर रिबन-काटने की रस्म के साथ इस आयोजन का आधिकारिक उद्घाटन किया गया। अतिथियों ने मैदान पर खिलाड़ियों से मुलाकात की और उनका उत्साहवर्धन किया। मैच शुरू होने से पहले सभी उपस्थित लोगों ने राष्ट्रगान में भाग लिया, जिससे कार्यक्रम में देशभक्ति का रंग भर गया। उद्घाटन मैच का सारांश पहले मैच में एस.आर. डीएवी पब्लिक स्कूल और एसबीपी विद्या विहार के बीच प्रतिस्पर्धा हुई। एस.आर. डीएवी पब्लिक स्कूल ने 137/7 का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। जीत ने 19 गेंदों पर 41 रन बनाए, और अयंक ठाकुर ने 12 गेंदों पर 28 रन का महत्वपूर्ण योगदान दिया। गेंदबाजी में भी अयंक ठाकुर ने 2 ओवर में 13 रन देकर 3 विकेट झटके। एसबीपी विद्या विहार लक्ष्य का पीछा करने में असफल रहा और 54/7 रन ही बना सका। सौरभ यादव और अयंक ठाकुर ने 3-3 विकेट लेकर मैच का रुख एसआर डीएवी के पक्ष में मोड़ दिया। इस शानदार प्रदर्शन के लिए अयंक ठाकुर को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। प्रशंसा के शब्द कार्यक्रम में बोलते हुए, श्री रत्नेश्वर मिश्रा जी ने आयोजन की सफलता में योगदान देने वाले सभी प्रतिभागियों, गणमान्य व्यक्तियों और आयोजकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने छात्रों में टीम वर्क, अनुशासन और नेतृत्व कौशल विकसित करने में खेलों के महत्व पर जोर दिया। मोहम्मद हिफ्जुर रहमान और श्री दीपक झा ने इस पहल की सराहना की और छात्रों को अपने शैक्षणिक विकास के साथ खेलों में भी सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। आगामी मैचों की रूपरेखा टूर्नामेंट के अगले दौर के कई मुकाबले 17 अक्टूबर से शुरू होंगे, जिसमें क्षेत्र के 44 स्कूलों की टीमें भाग लेंगी। फाइनल मैच 23 नवंबर 2024 को स्टेडियम के उद्घाटन समारोह के साथ आयोजित किया जाएगा। निष्कर्ष स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्रा मेमोरियल स्कूल स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट 2024 का उद्घाटन समारोह एक स्मरणीय अवसर रहा, जिसने आने वाले दिनों के रोमांचक मुकाबलों के लिए मंच तैयार किया। विद्या विहार आवासीय विद्यालय इस प्रकार की पहल के माध्यम से खेल भावना को प्रोत्साहित करने और युवा प्रतिभाओं का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है।