रांची, हटिया, समेत 5 सीटों पर भाजपा का फंसा पेंच, प्रत्याशियों की सूची में हो रही देरी


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर18 अक्टूबर को NDA गठबंधन में सीटो का बंटवारा तो हो गया। लेकिन उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं हुई है। सूत्रों की माने तो भाजपा में रांची, हटिया, कांके, बाघमारा और जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों के नामो में पेंच फंसता दिख रहा है। इसलिए सूची जारी करने में भी देरी हो रही है। 

केंद्रीय नेतृत्व इन सीटों पर पार्टी के सीनियर नेताओं से लगातार मंथन कर रही है। ऐसे में तय समय पर नाम घोषित नहीं होने पर उम्मीदवारों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। सीट शेयरिंग को लेकर भी भाजपा, आजसू, मैं थोड़ा खटपट हुआ। कुछ विधानसभा के कार्यकर्ता भी विरोध करते दिखे। आखिरकार मामला सुलझा और सीट शेयरिंग कंपलीट हुई। 

सूची जारी होते ही पार्टी नेताओं को आशंका है कि टिकट की आस में बैठे उम्मीदवार विपक्षी खेमे में जा सकते हैं। इसे रोकने के लिए पार्टी तैयारी भी कर रही है। पार्टी पहले सिटिंग विधायकों को टिकट देने के पक्ष में थी, लेकिन बदलती परिस्थिति में कुछ के टिकट कट सकते हैं। इस मामले को पहले ही भागते हुए जमुआ विधायक केदार हाजरा झामुमो में चले गए। खबर यह भी आ रही है कि भाजपा पूर्व केंद्रीय मंत्रि या परिवार के सदस्य और बड़े नेताओं को भी चुनावी मैदान में उतार सकती है।

झारखंड में पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर को है। शुक्रवार 18 अक्टूबर से नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो चुका है, लेकिन प्रत्याशियों के नाम पर टकटकी लगी हुई है। वैसे, एनडीए इस मामले में इंडिया गठबंधन से आगे है कि उसने सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय कर लिया है। संभवतः यह आप लगाई जा रही है कि इंडिया गठबंधन का भी आज या कल सीट शेयरिंग का फार्मूला तय हो जाएगा। क्योंकि इनके शीर्ष नेताओं की बैठक आज रांची में होना है।

राजद नेता तेजस्वी यादव पहुंचे रांची, सत्ता दल का आज महत्वपूर्ण बैठक, राजद ने किया 22 सीटों पर दावा


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई तेज आज सीएम आवास में घटक दलों की महत्वपूर्ण बैठक देर शाम को होने वाली है। इस बैठक में शामिल होने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव रांची पहुंचे।

तेजस्वी यादव का रांची में राजद कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। जहां आज बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव दो दिन के दौरे पर राजधानी पहुंच पहुंचे तो वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी 19 अक्टूबर को रांची में होंगे।

 राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ मीटिंग भी होनी है जिसमें गठबंधन के घटक दलों में सीट शेयरिंग फॉर्मूले को अंतिम रूप दिया जा सकता है। तेजस्वी यादव के रांची आगमन के बाद कार्यकर्ताओं में काफी जोश देखा गया और उनसे पूछने पर बताया कि झारखंड विधानसभा के लिए 22 सीटों पर देवदारी पेश करेंगे।

आज मुख्यमंत्री आवास में होने वाले बैठक के बाद ही इंडिया ब्लॉक की पार्टियों में सीट शेयरिंग को लेकर संभावित फॉर्मूला सामने आएगा। इस बैठक में मुख्य रूप से राजद के तेजस्वी यादव और भाकपा (माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य हिस्सा लेंगे। सूत्रों की माने तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के हिस्से में सबसे अधिक 43 सीटें आएगी, जबकि कांग्रेस को 29, राष्ट्रीय जनता दल को पांच और भाकपा (माले) को चार सीटें मिलने का अनुमान है।

देश के संविधान एवं संस्कृति की रक्षा हेतु रांची में 19-20 अक्टूबर को हिंदुराष्ट्र अधिवेशन


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : देश में 'एक देश एक कानून' का विरोध जनप्रतिनिधि करते हैं। ‘सेक्युलरवाद’ के नाम पर आधुनिकतावादियों द्वारा ‘हिन्दू राष्ट्र’का विरोध किया जा रहा है । आश्चर्य की बात है कि यही आधुनिकतावादी ‘गजवा-ए-हिन्द’ के विषय में एक शब्द नहीं बोलते। फलस्वरूप हिजबुला आतंकी संगठन के चीफ नसरूला ईरान में मारे जाने पर भारत में इजरायल के विरोध में रैलियां निकाली जाती हैं। एक तरफ मदरसों को सरकारी अनुदान दिया जाता है, वहीं दूसरी तरफ मंदिरों का सरकारीकरण किया जाता है। इसका दुष्परिणाम, तिरुपति देवस्थान के प्रसाद में पशु चर्बी का तेल मिलाकर हिंदुओ का धर्मभ्रष्ट करने का षड़यंत्र है। 

झारखंड में स्थानीय धर्माधों के साथ-साथ कट्टर बांगलादेशी एवं रोहिंग्या मुसलमान हिन्दू युवतियों को ‘लव जिहाद’ के जाल में खींच रहे हैं । बंगाल में बांग्लादेशी मुसलमान घुसपैठियों को सभी सुखसुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा रांची में आयोजित ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के माध्यम से पूर्व एवं पूर्वोत्तर भारत के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन 19 और 20 अक्टूबर को, संगठित होकर हिन्दुओं में बृहद स्तर पर जागृति लाने का कार्य करनेवाले हैं । 

अधिवेशन के इन दो दिनों की अवधि में हिन्दुओं की रक्षा के उपाय, हिन्दू राष्ट्र हेतु संवैधानिक प्रयास, मंदिर संस्कृति की रक्षा के उपाय, विश्व के स्तर पर हिन्दुत्व की रक्षा, देश की अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती बनी हलाल अर्थव्यवस्था पर उपाय आदि विषयों पर विचारमंथन कर सर्वसम्मति से कार्यान्वयन की दिशा सुनिश्चित की जाएगी। अधिवेशन में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता और ज्ञानव्यापी, मथुरा, मुक्त कराने की सफल कानूनी लड़ाई दे रहे। विश्व हिन्दू परिषद के झारखंड प्रांत अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत, झारखंड - बिहार माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष राजकुमार मारू के साथ कई हिंदुत्वनिष्ठ, हिंदू संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधि, अधिवक्ता, उद्योगपति और कार्यकर्ता बड़ी संख्या के उपस्थित होने वाले हैं ।

NDA के दो बड़े नेता JMM में शामिल, JMM ने कहा बीजेपी की सरकार का नजरिया झारखंड के प्रति सही नहीं है

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : आज NDA गठबंधन को लगा बड़ा झटका, दो बड़े नेता हुए जन्म में शामिल। इसे लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रिया भट्टाचार्य ने बीजेपी पर कटास करते हुए कहा अभी तो शुरुआत हुई है अभी और लोग झारखंड मुक्ति मोर्चा में होंगे शामिल।

झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा झारखंड की अस्मिता की लड़ाई है। झारखंड में बीजेपी बांटना चाहती है धर्म जाती के आधार पर भोले भाले सीधे साढ़े लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है। NDA गठबंधन का मंसूबा और केंद्र में बैठी बीजेपी की सरकार का नजरिया झारखंड के प्रति सही नहीं है।

 झारखंड की अस्मिता के सवाल पर हमेशा हमलोग साथ रहे है। यहां की आदिवासी, महिला, दलित, ओबीसी सभी मिलकर रहना चाहते है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आजआज NDA के केदार हाजरा, उमाकांत रजक हमारे साथ आए। उनको NDA में घुटन महसूस हो रही थी बोलने की आजाद नहीं थी कभी किसी भी तरह का छूट नहीं था। 

झारखंड की जनता का आदिवासी मूलवासी की सोच हमेशा झारखंड की अस्मिता को लेकर लड़ाई लड़ी है। झारखंड को लूटने और बर्बाद करने की छूट यहां की जनता नहीं देगी। जनता जवाब देगी 23 नवम्बर को।

सुप्रियो ने एनडीए में हुए भाजपा आजसू और जदयू के गठबंधन पर कहां की एक नया गठजोड़ देखने को मिला है केंद्र में मंत्री है बिहार से है वह झारखंड में सीट मांग रहे है। गांव की सरकार बनाने को लेकर दो चार सीट मांग रहे है। यह नापाक गठजोड़ जो हुआ है लूटने के लिए हुआ है। अभी तो शुरुआत है आपस में ये सब लड़ जायेंगे। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि बीजेपी के संकड़ों नेता JMM के संपर्क में है हमलोग बैरियर लगा दिया है इधर आने से पहले पश्चाताप करो तब संघर्ष करो।

एनटीपीसी ने प्रतिष्ठित एसएचआरएम एचआर एक्सीलेंस अवार्ड्स 2024 में जीते 4 पुरस्कार


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची डेस्क : सोसाइटी फॉर ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (SHRM) इंडिया ने 17 अक्टूबर को नई दिल्ली में एसएचआरएम एचआर एक्सीलेंस अवार्ड्स समारोह का आयोजन किया, जिसमें उन संगठनों को मान्यता दी गई जो लोगों को प्राथमिकता देते हैं, भविष्य-केंद्रित उत्कृष्टता प्रदान करते हैं और मानव पूंजी के व्यवसाय परिणामों में महत्वपूर्ण योगदान को समझते हैं। 

एनटीपीसी को इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों में "पीएसई श्रेणी" में 4 पुरस्कार प्राप्त हुए। एनटीपीसी के निदेशक (एचआर) अनिल कुमार जदली और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने एनटीपीसी की ओर से पुरस्कार प्राप्त किए।

एनटीपीसी ने पीएसई श्रेणी में जीते गए4 पुरस्कार इस प्रकार है :-

1 "विजेता" - उभरते नेताओं के विकास में उत्कृष्टता

2 "विजेता" - लाभ और कल्याण में उत्कृष्टता

3 "प्रथम उपविजेता" - सीखने और विकास में उत्कृष्टता

4 "प्रथम उपविजेता" - सामुदायिक प्रभाव में उत्कृष्टता

एसएचआरएम एचआर एक्सीलेंस अवार्ड्स अग्रणी पहलों को सम्मानित करते हैं और इन्हें एक प्रतिष्ठित जूरी द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। ये पुरस्कार एनटीपीसी के "पीपल बिफोर पीएलएफ" दृष्टिकोण का परिणाम हैं, जो एनटीपीसी की संपूर्ण एचआर नीतियों के पीछे की मार्गदर्शक विचारधारा है।

NDA गठबंधन को लगा झटका, भाजपा और आजसू के विधायक और पूर्व विधायक ने थामा झामुमो का दामन

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : चुनाव आते ही विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर राजनीतिक दलों के नेताओं का घर बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में जमुआ से वर्तमान भाजपा विधायक केदार हाजरा और चंदनकियारी से आजसू के पूर्व विधायक उमाकांत रजक ने झामुमो का दामन थामा है।

 झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। दोनों सीनियर नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी से इस्तीफा दे दिया और JMM में शामिल हो गये। केदार हाजरा भाजपा की जमुआ सीट से तीन बार के विधायक हैं। साल 2019 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस की मंजू कुमारी को 18 हजार से अधिक वोटों से हराया था। लेकिन मंजू कुमारी ने हाल ही में अपने पिता के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया। जिसके बाद से ही ये चर्चा तेज हो गयी थी कि वर्तमान सीटिंग विधायक का टिकट बीजेपी काट सकती है।

ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही उमाकांत रजक ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी। जिसके बाद से ही ये कयास लगाये जा रहे थे कि वो जल्द ही झामुमो का दामन थाम सकते है। और झामुमो के हो गए। बता दे साल 2009 में वे चंदनकियारी से चुनाव लड़े थे. उस वक्त उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अमर बाउरी को हराया था।

रांची के कांके स्थित सीएम आवास में सीएम हेमंत सोरेन ने दोनों नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलायी। दोनों नेताओं के साथ उनके सैकड़ों समर्थक भी JMM में शामिल हो गये। मिली जानकारी के अनुसार झामुमो केदार हाजरा को जमुआ से अपना उम्मीदवार बनायेगी और उमाकांत रजक को चंदनकियारी सीट से चुनाव लड़ने का मौका देगी।

झारखंड में आज जारी हो सकते हैं भाजपा प्रत्याशियों की सूची,जारी करने से पहले करना पड़ रहा मंथन, विरोध की संभावना

* झारखंड डेस्क रांची : झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की सूची का इंतजार गुरुवार को देर रात होता रहा, लेकिन यह जारी नहीं हो पायी. अब उम्मीद की जा रही है कि आज शुक्रवार को इसकी सूची जारी कर दी जाये. बताया जाता है कि इस बार जो सूची जारी की जायेगी, उन्हीं सीटों की घोषणा की जायेगी, जहां पर कोई विवाद नहीं है. बताया जाता है कि जमशेदपुर पूर्वी, बहरागोड़़ा , ईचागढ़,पोटका और घाटशिला विधानसभा सीट की घोषणा बाद में की जायेगी. पहले तो सीटों के बंटवारे की घोषणा होगी, जिसके बाद प्रत्याशियों की घोषणा की जायेगी. बताया जाता है कि प्रत्याशियों की घोषणा के पहले ही सोशल मीडिया में इसकी सूची लीक हो जाने के बाद पार्टी बैकफुट पर आ गयी है और फिर से विचार करने को मजबूर हो गयी है. इसको लेकर भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा ही विरोध किया जा रहा है. खास तौर पर वैसी सीट, जहां भाजपा जीतती आयी है और वहां बाहर से नेताओं को बुलाकर टिकट दिया जा रहा है,इसको लेकर विरोध की स्थिति है. इसको देखते हुए पा्टी पुनर्विचार के मोड में है. रांची सीट और हटिया सीट को लेकर भी काफी उधेड़बुन चल रहा है. हटिया सीट से कांग्रेस के अजय शाहदेव को लाया जा रहा था, लेकिन इसका विरोध शुरू हो गया है.इसी तरह रांची से प्रत्याशी के तौर पर सीपी सिंह को बदला जा रहा था, जिसका विरोध हो रहा है.नवीन जायसवाल को लेकर सर्वे रिपोर्ट बेहतर नहीं है, जिस कारण भी पार्टी विचार करने के मूड में है. इसके अलावा जमशेदपुर पूर्वी में भी रघुवरदास या उनके परिवार को टिकट देने के बजाय कोई स्वतंत्र नेता को टिकट देने का दबाव आ गया है. पोटका से मीरा मुंडा को टिकट देने का भी विरोध हुआ है. चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को घाटशिला से टिकट देने का विरोध भाजपा के नेता ही कर रहे है. इस कारण इस पर विचार चल रहा है. बहरागोड़ा से कई और प्रत्याशियों पर विचार चल रहा है. आभा महतो के अलावा दिनेशानंद गोस्वामी के साथ कुणाल षाडंगी और दिनेश षाडंगी पर भी पार्टी विचार कर रही है. इस कारण अभी घोषणा को रोका गया है.लेकिन यह तय माना जा रहा है कि शुक्रवार को प्रथम सूची जारी कर दी जायेगी.
आप अगर किसी व्हाट्सअप ग्रुप में एडमिन हैं तो इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो पड़ सकते हैं कानूनी पचरे में

* रांची। क्‍या आप व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्य हैं। अगर हां तो यह सूचना आपके लिए है। इसका पालन जरूर करें। चुनाव की घोषणा के साथ ही 15 अक्टूबर से 23 नवंबर, 2024 तक झारखंड में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। अब चुनाव को लेकर कई तरह की खबरें सोशल मीडिया पर प्रचारित और प्रसारित की जाएगी। इसे लेकर सभी व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्यों से प्रशासन ने अनुरोध किया है कि वे जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभाएं। इसके नाते किसी भी प्रकार की असत्य, भ्रामक या उकसाने वाली सूचना सोशल मीडिया पर साझा नहीं करें। इन बातों का ध्यान रखें सत्यापित सूचना ही साझा करें : किसी भी समाचार या जानकारी को फैलाने से पहले उसकी प्रामाणिकता जांच लें। धार्मिक और राजनैतिक संतुलन बनाए रखें : किसी भी प्रकार की धार्मिक या राजनैतिक विवादों को जन्म देने वाले संदेशों से दूर रहें। कानूनी परिणामों का ध्यान रखें : गैर-जिम्मेदाराना पोस्ट के कारण आपको कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। विवादित या भड़काऊ टिप्पणियों से बचें : ऐसी किसी भी पोस्ट पर विवादित या भड़काऊ प्रतिक्रिया देने से बचें।
सांसद चन्द्र प्रकाश चौधरी ने मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर दुमका रेंज के डीआईजी को चुनाव के दौरान पद मुक्त रखने की मांग की

* रांची: विधानसभा चुनाव के साथ हीं पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर आरोप और अधिकारियों के निष्पक्षता पर सवाल उठाने लगे हैं. इसी कड़ी में गिरिडीह सांसद चन्द्र प्रकाश चौधरी ने झारखंड के मुख्य चुनाव अधिकारी के रवि कुमार को पत्र लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में दुमका रेंज के डीआईजी संजीव कुमार को विधानसभा चुनाव के दौरान पद मुक्त रखने की मांग की है। विदित हो इन पर भाजपा के लोग आरोप लगाते रहे हैं. अब देखना है कि चुनाव आयोग का इस मामले में क्या जबाब आता है
ईचागढ़ विधानसभा सीट से भाजपा को टिकट देने की मांग पर कार्यकर्ताओं ने BJP प्रदेश कार्यालय रांची में की नारेबाजी, देखिए

* रिपोर्टर जयंत कुमार रांची : झारखंड के ईचागढ़ विधानसभा सीट से भाजपा को टिकट देने की मांग को लेकर रांची प्रदेश कार्यालय में विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की। हर हाल मे ईचागढ़ सीट से भाजपा को ही टिकट देने की मांग पर लोग अड़े रहे। भाजपा म नेता व ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के भतीजे अंकुर सिंह ने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा भाजपा की पारंपारिक सीट है। भाजपा यहां से अपना परचम लहराती आई है। ऐसे में इस सीट पर भाजपा को ही टिकट मिलनी चाहिए। ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र की जनता ने भी लोकसभा चुनाव में भाजपा को ही सबसे ज्यादा वोट दिया था। जनता भी भाजपा को ही चाहती है। इस बार विधानसभा चुनाव झामुमो, बीजेपी, कांग्रेस, आजसू और जदयू के लिए बेहद खास है। बात अगर झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 की करें तो ईचागढ़ क्षेत्र से झामुमो की उम्मीदवार सविता महतो ने अपने निकटतम कैंडिडेट आजसू पार्टी के हरेलाल महतो को 18,710 मतों से हराकर क्षेत्र की पहली महिला विधायक बनने का गौरव प्राप्त किया था। पिछली बार ईचागढ़ में झामुमो, भाजपा और आजसू पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था। वही इस बार गठबंधन में यह सीट आजसू के खाते में चली गई है। ऐसे में भाजपा की ओर से दावेदारी करने वाले अरविंद कुमार सिंह के समर्थक नारेबाजी करते दिख रहे हैं। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इस पर हम लोग मिलकर विचार करेंगे और जब गठबंधन में चुनाव लड़ा जाता है तो किसी न किसी को त्याग देना पड़ता है।