जिलाधिकारी ने की जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक
जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल के द्वारा अपने कार्यालय कक्ष में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि कृषि इनपुट में प्राप्त आवेदन को जल्द से जल्द सत्यापन सुनिश्चित किया जाय। साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत ई-केवाईसी के लंबित किसानों को जल्द से जल्द से पूर्ण करना सुनिश्चित किया जाय। डीएम ने कहा कि उर्वरक प्रतिष्ठानों पर औचक निरीक्षण किया जाय ताकि किसानों को सुगमतापूर्वक उर्वरक प्राप्त हो सके। अनुमंडल कार्यालय परिसर में सयुंक्त कृषि भवन के निर्माण के संबंध में पृच्छा करने पर जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अरेराज एवं रक्सौल को छोड़कर तीन अनुमंडल यथा चकिया, सिकरहना एवं पकड़ीदयाल का प्रतिवेदन विभाग को भेजा गया है। जिलाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी से समन्वयक स्थापित करते हुए उक्त कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाय। बैठक में उपस्थित सहायक निदेशक पौधा संरक्षण, पूर्वी चंपारण मोतिहारी के द्वारा बताया गया कि प्रत्येक प्रखंड के तीन पंचायत में रवी मौसम में समेकित कीट प्रबंधन आधारित पौधा संरक्षण पाठशाला का आयोजन कराया जाएगा। इस प्रकार जिले में कुछ 81 आयोजन होंगे। इसका प्रारंभ 15 नवंबर से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रकाश में आकर्षित होने वाले कीड़े को ट्रैप करने के लिए लाइट ट्रैप (सोलर बैटरी युक्त)के क्रय पर वास्तविक मूल्य का 75% अधिकतम 864 प्रति यूनिट की दर से अनुदान सरकार के द्वारा किसानों दिया जाएगा। किसानों के उद्यानिक फसलों(आम,लीची,अमरूद) के वृक्षों पर कीट व्याधि के प्रबंधन के लिए सुरक्षित एवं स समय कीटनाशी छिड़काव की सुविधा दी जा रही है। इस पर निर्धारित छिड़काव शुल्क का 25% राशि कृषकों द्वारा वहन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना अंतर्गत आम के 25 हजार पेड़ लीची के 25 हजार तथा अमरूद के 17 सौ पेड़ को आच्छादित किया जाएगा। यह कार्यक्रम 15 जनवरी से प्रारंभ होगा और मंजर आने के पहले तथा मंजर आने के बाद छिड़काव किया जाएगा। सहायक निदेशक ने बताया कि मानव रहित हवाई वाहन ड्रोन द्वारा फसलों पर कीटनाशी या तरल उर्वरक छिड़काव की योजना अंतर्गत जिला में कुल 27 सौ एकड़ का भौतिक लक्ष्य रखा गया है। इस योजना अंतर्गत छिड़काव लागत₹480 प्रति एकड़ का 50% राशि छिड़काव के उपरांत कृषकों को अनुदान के रूप में आंतरित कर दी जाएगी। इसके लिए कृषकों से आवेदन लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक ढाई हजार के आसपास आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। सहायक निदेशक उद्यान,पूर्वी चंपारण मोतिहारी के द्वारा बताया गया कि खुले में फूल की खेती के लिए जिला को 120 एकड़ का लक्ष्य प्राप्त है जिसके लिए आवेदन लिया जा रहा है। अभी तक 190 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसके अंतर्गत 133 एकड़ का रकबा सन्निहित है। उन्होंने बताया कि केला की बागवानी के लिए दो सौ हेक्टेयर का लक्ष्य प्राप्त है जिसके लिए 252 आवेदन कार्यालय को प्राप्त है जिससे 165 हैकटेयर की उपलब्धि प्राप्त है। सहायक निदेशक उद्यान ने बताया कि आम की बागवानी, पपीता की खेती, नारियल विकास योजना, ड्रैगन फ्रूट की खेती, स्ट्रॉबेरी की खेती,अंजीर की खेती और लेमनग्रास की खेती के लिए किसानों को लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि पशुपालन निदेशालय बिहार पटना से प्राप्त पत्र के आलोक में पशुपालन कार्यों में लगे पशुपालकों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड ऋण का लाभ प्रदान करने हेतु केसीसी अभियान पुनः प्रारंभ की गई है। इसके अंतर्गत प्रखंड स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय पशु चिकित्सालयों में कुल 204 आवेदन फार्म जमा किया गया है। विभागीय कार्य की उपलब्धि बताते हुए जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि माह सितंबर में 22348 पशुओं की चिकित्सा की गई है और इस वित्तीय वर्ष में 1.20 लाख पशुओं की चिकित्सा की गई है। सितंबर माह में 8 चलंत पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन कर 2829 पशुओं की चिकित्सा करते हुए निशुल्क दवा वितरण एवं परामर्श दिया गया है। इसमें 573 पशुपालकों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने बताया कि लंपी स्किन रोग की रोकथाम के लिए 2024-25 अंतर्गत 361265 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। ब्रुसेलोसिस रोग से बचाव के लिए 31538 पशुओं को टीका लगाया गया है। जिला पशुपालन पदाधिकारी के द्वारा समेकित बकरी एवं भेड़ विकास योजना की जानकारी उपलब्ध कराई गई। उन्होंने बताया कि इस योजना अंतर्गत सामान्य कोटि के लाभ को लागत राशि का 50% एवं अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति कोटि के लाभुकों को लागत राशि का 60% तक अनुदान सरकार के द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों को जिलाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कृषि एवं कृषि सम्बद्ध योजनाओं की जानकारी आम लोगों को देते हुए योजनाओं के लक्ष्य की प्राप्ति हर हाल में सुनिश्चित कराई जाय। बैठक में जिलाधिकारी के साथ जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, डीपीएम जीविका,सहायक निदेशक उद्यान,सहायक निदेशक बागवानी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
Oct 18 2024, 17:42