सरायकेला :महर्षि वाल्मीकि जयंती आज. जाने महर्षि वाल्मीकि जयंती एक हिंदू धार्मिक त्योहार है जो वाल्मीकि की जयंती के रूप में मनाया जाता है ।...
महर्षि वाल्मीकि जयंती एक हिंदू धार्मिक त्योहार है जो वाल्मीकि की जयंती के रूप में मनाया जाता है - एक प्रसिद्ध हिंदू कवि जो हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण महाकाव्यों में से एक, रामायण के लेखक के रूप में जाने जाते हैं। इस दिन को वाल्मीकि धार्मिक समुदाय द्वारा परगट दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।वाल्मीकि जयंती, या परगट दिवस, 17 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह तिथि हर साल बदलती रहती है क्योंकि यह भारतीय चंद्र कैलेंडर द्वारा निर्धारित की जाती है, जो अश्विन के महीने में और पूर्णिमा पर पड़ती है। माना जाता है कि ऋषि वाल्मीकि एक राजमार्ग डाकू थे। उनका पुराना नाम रत्नाकर था। वे अपने शुरुआती जीवन में लोगों को लूटते थे। जब उनकी मुलाक़ात नारद मुनि से हुई, जो एक हिंदू दूत थे, तो उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव आया। उन्होंने भगवान राम का अनुसरण करना शुरू कर दिया और कई सालों तक ध्यान किया। एक दिन एक दिव्य वाणी ने उनके प्रायश्चित को सफल घोषित कर दिया। उनका नाम बदलकर वाल्मीकि रख दिया गया। हिंदू धर्म में, इस संस्कृत कवि का आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है।

वाल्मीकि जयंती का उत्सव ।कभी-कभी महर्षि वाल्मीकि के जन्म दिवस को प्रगट दिवस के रूप में भी जाना जाता है। हिंदू भक्त इस दिन को उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन को सभाओं और शोभा यात्राओं के साथ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए भक्त मुफ्त भोजन परोसते हैं। साथ ही प्रार्थनाएँ भी की जाती हैं। महर्षि वाल्मीकि के मंदिरों को विभिन्न रंगों के फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया जाता है।

पूरा माहौल देखने लायक होता है। वाल्मीकि जयंती क्यों मनाई जाती है?

ऋषि वाल्मीकि, जिन्हें पौराणिक भारतीय महाकाव्य रामायण लिखने का श्रेय दिया जाता है, का जन्मदिन वाल्मीकि जयंती के रूप में मनाया जाता है। हिंदू परंपरा में, वाल्मीकि को सबसे महान कवियों और ऋषियों में से एक माना जाता है। उनकी रचनाओं में से एक रामायण, भगवान राम, उनकी पत्नी सीता और उनके साथी हनुमान की कहानी बताती है। श्रद्धा के साथ, भक्त वाल्मीकि जयंती मनाते हैं, यह प्रार्थना करने, रामायण की कविताओं का पाठ करने और महाकाव्य द्वारा सिखाए गए पाठों और आदर्शों पर विचार करने का दिन है। यह ज्ञान, नैतिकता और रामायण द्वारा सिखाए गए शाश्वत पाठों का उत्सव है। हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार, वाल्मीकि जयंती आमतौर पर आश्विन महीने की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इस उत्सव में सत्संग (आध्यात्मिक चर्चा), रामायण पढ़ना या सुनना और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होते हैं जो साहित्य और आध्यात्मिकता में वाल्मीकि के योगदान के महत्व पर जोर देते हैं।

वाल्मीकि का जन्म या मृत्यु कब हुई?  ऋषि वाल्मीकि के जन्म और मृत्यु की सही तिथियाँ अज्ञात हैं, और वे विभिन्न स्रोतों के अनुसार अलग-अलग हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं में, त्रेता युग चार अवधियों में से एक है, और ऐसा माना जाता है कि वाल्मीकि इसी समय रहते थे। चार युगों के चक्र में दूसरा युग, त्रेता युग, अस्तित्व में है। ऐतिहासिक और पौराणिक परंपराओं के अनुसार, वाल्मीकि के कई हज़ार साल पहले रहने का दावा किया जाता है। उनकी साहित्यिक उपलब्धियाँ, विशेष रूप से रामायण की रचना, अभी भी हिंदू संस्कृति में अत्यधिक सम्मानित हैं, भले ही सटीक तिथियाँ अज्ञात हों। हिंदू कैलेंडर के अश्विन महीने में पूर्णिमा के दिन, वाल्मीकि जयंती मनाई जाती है, जो उनकी जयंती के उपलक्ष्य में मनाई जाती है।

महर्षि वाल्मीकि मंदिर के बारे में तथ्य,  महर्षि वाल्मीकि का सबसे बड़ा मेला चेन्नई के थिरुवनमियुर में स्थित है। यह 1,300 साल पुराना मंदिर है। रामायण की रचना करने के बाद ऋषि वाल्मीकि ने यहीं विश्राम किया था। बाद में उनके नाम पर मंदिर का निर्माण किया गया। ब्रह्मोत्सव हर साल मार्च में मनाया जाता है। हर महीने पूर्णिमा पर विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाता है। मारुंडीश्वर मंदिर महर्षि वाल्मीकि मंदिर की देखरेख करता है। चोल साम्राज्य के दौरान, मारुंडीश्वर मंदिर का निर्माण किया गया था।
सरायकेला : समाहरणालय सभगार मे सरायकेला : झारखण्ड विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के परिपे्क्ष्य में जिले में तैयारियां शुरू कर दी गई है।..
सरायकेला : झारखण्ड विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के परिपे्क्ष्य में जिले में तैयारियां शुरू कर दी गई है। इसके तहत विभिन्न कार्यों के संपादन के लिए एक ओर जहां विभिन्न कोषांग का गठन किया गया है, वहीं दूसरी ओर निर्वाचन संबंधी सभी कार्यों के संपादन के लिए प्रतिदिन उन टीमों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज समाहरणालय सरायकेला सभगार मे जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला तथा पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश लूणायत की उपस्थिति में एफएसटी, एसएसटी टीम में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शी निर्देशों एवं मंशा के अनुरूप सभी टीमें विधानसभा आम निर्वाचन 2024 के संपादन में कार्य करेंगी। बैठक के दौरान उपायुक्त ने SST-FST की टीम को आदर्श आचार संहिता के प्रभावी नियंत्रण को लेकर उनके दायित्वों के संबंध में जानकारी साझा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में सबसे जरूरी है कि अपनी ड्यूटी भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुरूप करें। अपनी ड्यूटी में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें और आदर्श चुनाव आचार संहिता (एमसीसी) के पालन के लिए अपने इलाकों में कड़ी निगरानी करें। उपायुक्त ने कहा कि दल में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी विधानसभा आम चुनाव की चुनावी प्रक्रिया के दौरान पुलिस विभाग के दलों के साथ बेहतर तालमेल करें। अपने क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखें ताकि कोई भी व्यक्ति एमसीसी का उल्लंघन न कर सके। यदि कहीं पर एमसीसी के उल्लंघन की सूचना मिलती है तो उस पर तुरंत नियमानुसार कार्रवाई करें। प्रशिक्षण के दौरान सी-विजिल इनवेस्टिगेटर ऐप (सीविजिल) और इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम एप (ईएसएमएस) की कार्यप्रणाली भी जान लें। उन्होंने कहा कि ऐप और कंट्रोल रूम के माध्यम से मिली सूचना और शिकायत पर एफएसटी त्वरित कार्रवाई करे। वहीं, एसएसटी निर्धारित नाकों पर वाहनों की जांच करें ताकि मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए अवैध धन और शराब आदि एक स्थान से दूसरे स्थान तक न पहुंचाई जा सके। किसी भी प्रकार संदिग्ध बरामदगी होने पर तुरंत उच्चाधिकारियों को सूचित करें। मौके पर उपस्थित पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश लूणायत ने कहा कि बेहतर समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम करें, उन्होंने कहा कि अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी तत्परता एवं गंभीरता से करें। उन्होंने कहा कि निगरानी दल बड़ी छोटी सभी प्रकार के वाहनों का नियमित जांच करे साथ ही जांच किए जा रहे हैं सभी वाहनों के नाम एवं रजिस्ट्रेशन नंबर डायरी में मेंटेन करें। उन्होंने कहा कि अपने कार्य दायित्व के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या समाधान पर स्थानीय थाना प्रभारी या जिला स्तरीय पदाधिकारी को इसकी सूचना दें ताकि आवश्यकता अनुसार यथाशीघ्र सहायता प्रदान की जा सके। श्री लूणायत ने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी आपसी तालमेल स्थापित कर निर्वाचन के दायित्वो का निर्वाहन करें ताकि विधानसभा आम निर्वाचन 2024 मे किसी भी प्रकार की व्यधान उतपन्न ना हो। मुख्य प्रशिक्षणकर्ता के रूप में अपर उपायुक्त श्री जैवर्धन कुमार तथा प्रशिक्षण कोषांग के अन्य सदस्य के द्वारा ppt के माध्यम से बिंदुवार प्रशिक्षण दिया गया। मौके पर अपर उपायुक्त श्री जयवर्धन कुमार, प्रशिक्षण कोषांग के वरीय पदाधिकारी श्री रविंद्र गागराई, अनुमंडल पदाधिकारी सरायकेला एवं अन्य सदस्य उपस्थित है।
सरायकेला : जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त की अध्यक्षता में सभी आरओ और एईआरओ के साथ बैठक सम्पन्न।

सरायकेला :  विधानसभा आम निर्वाचन-2024 की तैयारी के निमित्त जिला निर्वाचन पदाधिकारी -सह- उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला की अध्यक्षता में सभी विधानसभा क्षेत्र के आरओ एवं एआरओ के साथ बैठक सम्पन्न हुई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त श्री प्रभात कुमार बरदीयार, परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री आशीष अग्रवाल एवं अन्य उपस्थित रहें। बैठक के दौरान सर्वप्रथम उपायुक्त ने सरायकेला-खरसावां जिले में लागू आदर्श आचार संहिता के संदर्भ में जानकारी दी, तथा इसके प्रभावी नियंत्रण को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के लागु होने के उपरांत अगले 24 घंटे, 48 घंटे तथा 72 घंटे में की जाने वाली कार्यों को निश्चित समयावधी में पूर्ण कराए। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन तथा प्रतिनियुक्त पदाधिकारी / कर्मियों को शौपी गई जिम्मेदारियां के निर्वहन में लापरवाही बर्दास्त नही की जायेगी। अतः अपने जिम्मेदारियों का निर्वाहन पूरी तत्परता एवं गंभीरता से करें। बैठक के दौरान उपायुक्त ने विधानसभावार मतदान केंद्र पर उपलब्ध न्यूनतम सुविधाओं की समीक्षा कर सभी मतदान केन्द्रो पर न्यूनतम सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस क्रम में उपायुक्त ने कहा कि मतदाता जागरूकता उद्देश्य से स्वीप कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन हेतु जिला स्तर से कैलेंडर निर्धारित किया गया है । सभी संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए गांव एवं पंचायत स्तर पर निर्धारित कैलेंडर के अनुरूप विभिन्न गतिविधियों का आयोजन सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय भाषा में पंचायत स्तर पर लोगों की मतदान की प्रक्रिया, मतदान की तिथि, बूथ संख्या के जाँच तथा मतदान की महत्वता समेत विभिन्न बिन्दुओ के सम्बन्ध में जागरूक करना सुनिश्चित करेंगे। उपायुक्त ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ ही नियमानुसार एफएसटी-एसएसटी की टीम को एक्टिव करें, जिला स्तर से टीम पर निगरानी रख आवश्यकतानुसार सहयोग प्रदान करें। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि सभी निर्वाचित निबंधन पदाधिकारी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के एआरओ के साथ समय समय पर बैठक कर तैयारीयों की नियमित समीक्षा करें ताकि सभी तैयारियां ससमय पूर्ण कर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी मतदान केन्द्रो पर बेहतर सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए निर्वाचन प्रक्रिया को पूर्ण किया जा सके।
सरायकेला : पैर से आटा गूँथते विडिओ वायरल होने पर स्थानीय लोग उग्र हो गये,गोलगप्पे में स्वाद बढ़ाने के लिए हार्पिक एवं यूरिया खाद का भी इस्तेमाल .
सरायकेला : झारखंड राज्य के गढ़वा जिले मे गोलगप्पे खाने वालो के लिए बुरी खबर है दरसल जिले के माझीयाओ बाजार में गोलगप्पे बनाने को लेकर देखा गया पैर से आटा गूँथते विडिओ वायरल होने पर स्थानीय लोग उग्र हो गये। और गोलगप्पे बनाने वाले दो दुकानदारों को घेर लिया ,तथा गोलगप्पे का पानी बनाने की विधि के बारे में पूछा। इसके बाद जो सच्चाई सामने आई वह काफी चौकाने वाली है। दोनों ने बताया कि वे गोलगप्पे में स्वाद बढ़ाने के लिए हार्पिक एवं यूरिया खाद का भी इस्तेमाल करते हैं। यह सुनते ही लोग और उग्र हो गए। इसी बीच सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस पहुंची और दोनों को बचा लिया ।दोनो को हिरासत में लेकर थाना ले कर थाना पहुंचे । गुपचुप बनाने वाले अरबिन्द यादव ने बताया कि कुछ दिन पूर्व उसके मौसेरे भाई अंशु एवं राघवेन्द्र से झगड़ा हुआ था। इसके बाद उन लोगो ने पैर से मैदा गूँथते हुए विडिओ बना लिया और वायरल कर दिया। इस संबंध में थाना प्रभारी आकाश कुमार ने बताया कि हिरासत में लिये गये दोनों उत्तर प्रदेश के हैं। इनमें एक झांसी जिला स्थित पूंछ थाना के सेसा गांव निवासी पिता हर प्रसाद यादव का पुत्र अरबिन्द यादव एवं जालौन जिला के चुरकी थाना क्षेत्र के नूरपुर गांव निवासी मंगल लाल का पुत्र सतीश कुमार श्रीवास्तव है। थाना प्रभारी ने कहा कि इनके पास से एक सफेद रंग का फिटकिरी जैसा ठोस पदार्थ केमिकल मिला है। जिसे थोड़ा सा लगभग आधा चम्मच पूरे बाल्टी में डालने पर पूरा पानी खट्टा हो जाता है। इसे मेडिकल लैब में भेजा जायेगा। वर्तमान में इनके गार्जियन को बुलाकर बॉन्ड लिखवाया जायेगा, अगर सफेद पदार्थ हानिकारक निकला तो दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जायेगा।उन्होंने बताया कि वे लोग गढ़वा के किराना दुकान से सफेद केमिकल खरीदते हैं इसकी भी जांच कराई जायेगी।
सरायकेला : मैइया योजना के तहत 1000 से 2500 की बढ़ोतरी से झरखण्ड मुक्ति मोर्चा की महिलाओं ने अपनी खुसी का इजहार किया इस दौरान लड्डू वितरण किया
सरायकेला : झामुमो महिला मोर्चा के द्वारा 18 वर्ष से 50 वर्ष की महिलाओं को सम्मान राशि 1000 से बढ़ाकर 2500 रुपए करने की खुशी में झरखण्ड मुक्ति मोर्चा की महिलाओं ने अपनी खुसी का इजहार किया इस दौरान लड्डू वितरण किया ।मोर्चा की जिलाध्यक्ष अनिता कराई ने मौके पर कहा कि झारखंड बनने के बाद पहली बार किसी सरकार ने महिलाओं को इतना बड़ा तोहफा दिया है। जमशेदपुर पश्चिम के लोकप्रिय विधायक श्री बन्ना गुप्ता जी के गठबंधन जोड़ी ने कमाल कर दिया, मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना की सम्मान राशि को 1000 से बढ़ाकर 2500 रुपये करने के फैसले को कैबिनेट में पास कराकर महिलाये को जो सम्मान दिलाये है, आज इसी ऐतीहासिक खुशी के उपलक्ष में सोनारी राम मंदिर चौक में सोनारी कांग्रेस थाना अध्यक्ष श्री बंटी शर्मा जी के नेतृत्व में सैकड़ो जनता के बीच लडू वितरण का कार्यक्रम किया गया, महिलाये बहुत ही खुशी-खुशी हेमंत सोरेन जी और बन्ना गुप्ता जी को आशिर्वाद देते हुए कह रही थी आज तक किसी भी सरकार ने महिलाओं को ऐसा सम्मान नहीं दिया इस लडू वितरण कार्यक्रम को सफल बनाने में कांग्रेस विधायक प्रतिनिधि संतोष सिंह जी, पूर्व महिला अध्यक्ष अन्य लोग उपस्थित थे ।
सरायकेला : सभी पूर्णिमा में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व आश्विन महीने की इस पूर्णिमा को 'शरद पूनम' या 'रास पूर्णिमा' भी कहते हैं,...

हर साल अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा मनाई जाती है। सभी पूर्णिमा में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। आश्विन महीने की इस पूर्णिमा को 'शरद पूनम' या 'रास पूर्णिमा' भी कहते हैं, जो कि शरद ऋतु के आने का संकेत है। इसके कोजागर के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शरद पूर्णिमा के दिन भगवान कृष्ण ने गोपियों के संग रास रचाया था इसलिए इसे रास पूर्णिमा कहते हैं। वहीं दूसरी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी भूमिलोक पर भ्रमण करने के लिए आती हैं, इसलिए इसे कोजागर पूर्णिमा कहते हैं। शरद पूर्णिमा के दिन रात पर खुले आसमान के नीचे चांद की रौशनी में खीर रखने का विधान है।

शरद पूर्णिमा की तिथि और चंद्रोदय का समय : इस साल शरद पूर्णिमा 16 अक्टूबर को है। हिंदू पंचांग के अनुसार, अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 16 अक्तूबर को रात 8 बजकर 40 मिनट पर होगा। पूर्णिमा तिथि का समापन शाम 4 बजकर 55 मिनट पर होगा। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय का समय शाम 5 बजकर 7 मिनट का रहेगा।

शरद पूर्णिमा को खीर क्यों रखी जाती है?  शरद पूर्णिमा की रात को चांद की रोशनी बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन चंद्रमा सोलह कलाओं के साथ चमकता है। इसके अलावा कहते हैं कि शरद पूर्णिमा की रात को चांद की रोशनी में कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर और मन को शुद्ध करके एक पॉजिटिव ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसके साथ ही यह भी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के चन्द्रमा की किरणें अमृतमयी होती हैं। इसलिए शरद पूर्णिमा की रात को दूध, चावल की खीर बनाकर चांद की रोशनी में रखने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि चंद्रमा की किरणों से इस मिठाई में अमृत जैसे औषधीय गुण आ जाते हैं। इस दिन दूध, चावल की खीर बनाकर, एक बर्तन में रखकर उसे जालीदार कपड़े से ढक्कर चांद की रोशनी में रखा जाता है। इसके बाद अगली सुबह ब्रह्म मुहूर्त में श्री विष्णु को उस खीर का भोग लगा कर सेवन किया जाता है और परिवारजनों में बांटा जाता है।

शरद पूर्णिमा के दिन क्या करें? चंद्रमा को जल चढ़ाएं और मंत्रों का जाप करें। देवी लक्ष्मी की पूजा करें और धन के लिए प्रार्थना करें। घर में दीपक जलाएं, इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आएगी। देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें। धार्मिक ग्रंथ पढ़ें। जरूरतमंदों को दान करें।

शरद पूर्णिमा के दिन न करें ये काम : नकारात्मक विचारों को अपने मन में न आने दें। किसी से विवाद न करें। क्रोध न करें। आपको झूठ नहीं बोलना चाहिए।

इन बातों पर विशेष ध्यान दें ।
शरद पूर्णिमा के दिन भूलकर भी तामसिक भोजन न करें। साथ ही इस दिन लहसुन और प्याज का सेवन भी वर्जित है। इस दिन काले रंग का प्रयोग न करें और काले कपड़े ना पहने। चमकीले सफेद कपड़े पहनें तो बेहतर रहेगा।
सरायकेला : चांडिल 15 करोड़ कि लागत से कटिया से खुंचिडीह के बीच स्वर्णरेखा नदी पर पुल निर्माण कार्य का विधायक सविता महतो ने किया शीलान्यास...
*विधायक योजना से सात विकास कार्यों का किया गया शीलान्यास : मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना अंतर्गत स्वीकृत*

सरायकेला : चांडिल प्रखंड क्षेत्र के कटिया से खुंचिडीह के बीच स्वर्णरेखा नदी पर पुल निर्माण कार्य का शीलान्यास मंगलवार दोपहर 12 बजे के करीब विधायक सविता महतो ने विधिवत शीलापट्ट अनावरण कर किया। इस दौरान विधायक सविता महतो ने कहा कि स्वर्णरेखा नदी पर कटिया से खुंचिडीह के बीच लगभग 15 करोड़ रुपये कि लागत से पुल का निर्माण होगा। लोगों के बरसों पुराना मांग को पूरा किया गया। इस क्रम में विधायक ने नीमडीह प्रखंड के मुरु में जिपा मांझी के घर से बेड़ा जाने वाले रास्ते तक 5 सौ फिट पीसीसी, पाड़कीडीह में शहीद सीधुकान्हू के मूर्ति का स्थापना एवं सुंदरीकरण, सिंदूरपुर में सिद्धक मोमिन के तलाव पर स्नान घाट निर्माण व कपाली डेमडूबी कब्रिस्तान में 160 मीटर पेवर ब्लॉक पथ, बारुणा टोला माखन महतो के घर से मोचीराम महतो के घर तक 5 सौ फिट पीसीसी,जिलिंग आदर के दिघी बांध में आरसीसी पुलिया, हुमिद साई मंदिर के समीप डीप बोरिंग
सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास
सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास, अमृत स्टेशन के रूप में किया जाएगा विस्तार महाराष्ट्र के किसानों को प्याज, अंगूर और अन्य कृषि उत्पादों को दूसरे राज्यों के बाजारों में पहुंचाना हुआ आसान महाराष्ट्र के रेलवे विकास बजट में 13 गुना वृद्धि,पिछले दस सालों में राज्य का आवंटन, 1,171 करोड़ से बढ़ाकर 15,940 करोड़ हुआ Posted On: 15 OCT 2024 1:35PM by PIB Delhi केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर तक 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र के देवलाली रेलवे स्टेशन पर आयोजित किया गया तथा केंद्रीय रेल मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेल भवन से जुड़े थे। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेलगाड़ी का शुभारंभ करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य महाराष्ट्र के किसानों की उपज को तेजी से देश के अन्य राज्यों तक पहुंचाना है। यह ट्रेन नासिक, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, इटारसी, जबलपुर, सतना, और दीनदयाल उपाध्याय सहित कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे किसानों को अपनी उपज को सही समय पर और सही दाम पर बेचने का अवसर मिलेगा। किसान मात्र ₹4 प्रति किलो की दर से अपनी उपज को देवलाली और नासिक जैसे इलाकों से बिहार तक भेज सकेंगे। इस ट्रेन में छोटे और बड़े किसानों के लिए पार्सल वैन के साथ-साथ साधारण श्रेणी के कोच भी लगाए गए हैं, जिससे किसान और श्रमिक दोनों को सफर की सुविधा मिलेगी। देवलाली से दानापुर तक की 1,515 किमी लंबी दूरी पर भाड़ा प्रति किलोमीटर, प्रति किलोग्राम मात्र 28 पैसे से भी कम होगा, जिससे जल्दी खराब होने वाले उत्पादों का कम लागत पर परिवहन संभव होगा। यह गाड़ी न केवल किसानों को नए बाजार उपलब्ध कराएगी बल्कि श्रमिकों को भी सस्ती और सुविधाजनक यात्रा का साधन प्रदान करेगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। श्री वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि महाराष्ट्र के किसानों के लिए यह एक नई पहल है, जो उन्हें उनकी फसलों के लिए बाजार में सही कीमत प्राप्त करने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन किसानों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई है, जिसके सफल होने पर आगे भी ऐसे और किसान हितैषी रेलगाड़ियों की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया गया है। 2014 से पहले, महाराष्ट्र को प्रतिवर्ष रेलवे विकास के लिए मात्र 1,171 करोड़ रुपये का आवंटन मिलता था, जबकि इस वर्ष यह बजट बढ़ाकर 15,940 करोड़ रुपये कर दिया गया है। वर्तमान में राज्य में 5,870 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाने के 41 प्रोजेक्ट्स स्वीकृत हैं, जिन पर कुल 81,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इसके अलावा, महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का विकास अमृत स्टेशन के रूप में किया जा रहा है, और 318 फ्लाईओवर तथा रोड अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा, श्री वैष्णव ने महाराष्ट्र में रेलवे परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मुंबई से विभिन्न स्टेशनों के लिए 11 वंदे भारत एक्सप्रेस स्वीकृत हैं, जिनमें से 6 ट्रेनें वर्तमान में चल रही हैं। उन्होंने बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी जानकारी दी, जिसके अंतर्गत महाराष्ट्र, गुजरात, और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली से गुजरने वाली इस परियोजना के लिए अब तक 350 किलोमीटर पियर फाउंडेशन, 316 किलोमीटर पियर निर्माण, और 221 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग का कार्य पूरा हो चुका है। बुलेट ट्रेन परियोजना में समुद्र के नीचे 7 किलोमीटर की सुरंग भी शामिल है, जो भारतीय रेल के आधुनिक और प्रगतिशील दृष्टिकोण को दर्शाता है। श्री वैष्णव ने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई उपनगरीय नेटवर्क में कई परियोजनाएं तेजी से पूरी हो रही हैं, जिनसे मुंबई की कनेक्टिविटी में सुधार आएगा। साथ ही, विरार से दहानू रोड के बीच रेल लाइन का चौहरीकरण भी किया जा रहा है। मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के उपनगरीय क्षेत्र में नई लोकल सेवाओं के विस्तार से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, और रोजगार के नए अवसर भी निर्मित हो रहे हैं। अंत में, रेल मंत्री ने इस अवसर पर महाराष्ट्र के किसानों और जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन महाराष्ट्र के किसानों की पुरानी मांग को पूरा करती है और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी। यह विशेष किसान रेलगाड़ी न केवल किसानों के उत्पादों को समय पर बाजार में पहुंचाने में सहायक होगी बल्कि श्रमिकों और आम लोगों के लिए भी एक नया यात्रा विकल्प प्रदान करेगी। भारतीय रेल निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है और आने वाले समय में भी महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में रेलवे की आधारभूत संरचना और सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए कार्य करती रहेगी। इस कार्यक्रम में मुंबई से सेंट्रल रेलवे के रेल महाप्रबंधक श्री धर्मवीर मीणा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
सायरकेला :विधानसभा आम निर्वाचन -2024 के निमित्त गठित स्वीप कोषांग अंतर्गत की जा रही कार्यों का जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त नें किया ...
सरायकेला :  जिला निर्वाचन पदाधिकारी -सह- उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला की अध्यक्षता में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत स्वीप कोषांग अंतर्गत संचालित विभिन्न गतिविधियों का बिंदुवार समीक्षा किया गया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित समीक्षा बैठक के क्रम में उपायुक्त के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस, श्रम अधीक्षक, समाज कल्याण, समाजिक सुरक्षा समेत विभिन्न विभागीय पदाधिकारी तथा सभी महिला पर्यवेक्षक को आपसी तालमेल स्थापित कर आमजनों को लोकतंत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु जागरूक करने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि विभिन्न माध्यम से वोटर रजिस्ट्रेशन, वोटर हेल्पलाइन लाइन, सी-विजिल, सक्षम एम, आदर्श आचार संहिता के क्रम बरते जाने वाली सावधानियां समेत विभिन्न आवश्यक जानकारिया साझा कर लोगो को मतदान प्रक्रिया के प्रति जागरूक करें। समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने कहा कि आवश्यकतानुसार स्थानीय भाषा में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते हुए आमजनों को मताधिकार के महत्व को बताएं। साथ हीं मतदान केन्द्रो पर दी जाने वाली सुविधाओं, आदर्श आचार संहिता के उपरांत मतदान की तिथि, मतदान क्षेत्र के बारे में जानकारी दे, इसके अतिरिक्त दिव्यांग, वृद्धिजन तथा निर्वाचन कार्य में लगे पदाधिकारी/कर्मी के लिए पोस्टल बैलेट के माध्यम से चुनाव के प्रवधान के बारे में जानकारी साझा कर लोगो को जागरूक करें। इस क्रम में वोटर अवैयरनेस फोरम (VAF) के तहत विभिन्न औधोगिक संस्थानों में विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर अपने-अपने अधीनस्थ पदाधिकारी कर्मी तथा उनके परिवार के सदस्यों को मतदाता सूची में नाम जोड़ने तथा मतदान के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त श्री प्रभात कुमार बरदीयार, प्रशिक्षु आईएएस श्री कुमार रजत, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी स्वीप कोषांग, श्री अविनाश कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती सत्या ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक समेत विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित रहें।
सरायकेला :आगामी विधानसभा निर्वाचन 2024 के निमित्त आदर्श आचार संहिता लागू होने के पश्चात 24 घंटे, 48 घंटे तथा 72 घंटे के संदर्भ में की जाने वाली
सरायकेला : जिला निर्वाचन पदाधिकारी -सह- उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला की अध्यक्षता में विभिन्न कोषांग के वरीय एवं नोडल पदाधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न हुई। समाहरणालय सभागार में आयोजित बैठक में उपायुक्त ने  आगामी विधानसभा आम चुनाव को लेकर गठित विभिन्न कोषांग के वरीय पदाधिकारियों से कार्य प्रगति की समीक्षा की तथा बेहतर समन्वय स्थापित कर निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न कराने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने मतदान केंद्रों में एएमएफ सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि निर्धारित स्वीप कैलेंडर के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर अधिक से अधिक लोगो को लोकतंत्र में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि मतदाता जागरूकता उद्देश्य से आवश्यकतानुसार स्थानीय भाषा में जागरूकता कार्यक्रम, साइनेज बोर्ड/ बैनर-पोस्टर का उपयोग करें। बैठक के दौरान उपायुक्त ने आगामी विधानसभा निर्वाचन 2024 के निमित्त आदर्श आचार संहिता लागू होने के पश्चात 24 घंटे, 48 घंटे तथा 72 घंटे के संदर्भ में की जाने वाली कार्रवाई के संबंध में जानकारी दी तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अक्षांश अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी कोषांग के वरीय पदाधिकारी को अपने अधीनस्थ पदाधिकारी/कर्मियों के साथ बैठक कर उनके दायित्व से अवगत कराते हुए सभी तैयारियां ससमय पूर्ण कराने तथा आदर्श आचार संहिता के उपरांत बरतें जाने वाली सावधानियों से अवगत कराने के निर्देश दिए। बैठक में उपायुक्त के साथ मुख्य रुप से उप विकास आयुक्त श्री प्रभात कुमार बरदीयार, परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री आशीष अग्रवाल (भा.प्र.से.) , प्रशिक्षु आईएएस श्री कुमार रजत (भा.प्र.से.), निदेशक डीआरडीए श्री अजय तिर्की समेत विभिन्न कोषांग के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी उपस्थित रहें।