सेविका सहायिकाओं को नाराज करना हेमंत सरकार को पड़ेगा भारी : संजय पासवान

हड़ताल के दसवें दिन आक्रोशित सेविका सहायिकाओं ने समाहरणालय पर जमकर की नारेबाजी
झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 8 सूत्री मांगों को लेकर 5 अक्टूबर से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के 10 वें दिन आक्रोशित सेविका सहायिकाओं ने जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर हेमंत सरकार होश में आओ, हमारी मांगें पूरी करो, दुबारा सत्ता में आना है तो मांगें पूरी करनी होगी. जमकर नारेबाजी की और हेमंत सोरेन सरकार को चेतावनी दी कि चुनाव के बेला में उनकी मांगों को अगर अनदेखी की गई तो, रघुवर सरकार जैसा हाल होगा और सत्ता से हांथ धोना होगा. मालूम हो कि 26 हजार वेतन के साथ आंगनबाड़ी सेवाशर्त नियमावली में संशोधन, हर साल मानदेय बढ़ाने की प्रक्रिया सरल करने, पारा शिक्षकों की तरह वेतनमान व अन्य सुविधाएं, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी देने, रिटायर्मेंट के बाद सेविका को 10 लाख एवं सहायिका को 5 लाख एकमुश्त राशि देने, वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन देने और मार्केट रेट पर पोषाहार राशि देने आदि मांगों को लेकर राज्यभर में 38 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में 5 अक्टूबर से ताला लटका हुआ है. लाखों बच्चे की पढ़ाई और पोषाहार बंद है. टीकाकरण व बीएलओ का काम भी प्रभावित हो रहा है. 8 अक्टूबर को कैबिनेट की बैठक में नियमावली में आंशिक संशोधन किया गया, जिससे सेविका सहायिका नाराज हैं और हड़ताल को जारी रखे हुए दशहरे की छुट्टी के बाद एक बार से फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है. सोमवार को झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका यूनियन (सीटू) के बैनर तले समाहरणालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष शोभा प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि सेविका सहायिकाओं की मांगों को नजरअंदाज करना हेमंत सरकार को भारी पड़ेगा. सेविका सहायिका से जितना काम लिया जाता है, उन्हें प्रतिदिन हजार रुपये के हिसाब से कम से कम 30 हजार रुपये मानदेय मिलना चाहिए. केन्द्र व राज्य सरकार की सारी योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम यही लोग करते हैं. जनता के बीच रोज इनका सीधा संवाद होता है. किसी को भी सत्ता पर बैठाने या उन्हें उतारने की क्षमता रखती हैं. 2019 के चुनाव में यह साबित हुआ है. इसलिए झारखण्ड की हेमंत सरकार के पास इनकी मांगें स्वीकार करने के सिवाय कोई रास्ता नहीं है. आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने कहा कि अगर सेविका सहायिका की मांगों पर विचार नहीं हुआ और सेविका सहायिका खाली हांथ लौटी तो यह सरकार दुबारा नहीं लौटेगी. धरना में जिलाध्यक्ष शोभा प्रसाद, सचिव वर्षा रानी, उर्मिला देवी, बेबी कुमारी, कविता यादव, मंजू मेहता, कुमारी अनामिका, चिंतामणी देवी, हीना, लीला, शकुन्तला मेहता, सरिता रानी, अनीता देवी, ममता सिहं, सहायिका कविता देवी, सुमैया जमीर, सरस्वती देवी, संध्या वर्णवाल, कांति, विमला, दीपा, रेखा, रीता, उमा मोदी, रानी, मीना, सरवरी खातुन, उषा, कांति, पिंकी, पुनम, रामदुलारी, मुशरत, उषा, संगीता, तर्रनुम, संध्या, संजू, निकहत, यासमीन, नुसरत बानो, देवंती, मीना एक्का सहित सैकड़ों सेविका सहायिका मौजूद थी.


 
						












 कोडरमा जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव दिनेश सिंह को जेएससीए ने बीसीसीआई द्वारा आयोजित कर्नल सी के नायडू ट्रॉफी में भाग लेने वाली झारखंड अंडर 23 क्रिकेट टीम का मैनेजर नियुक्त किया है। ज्ञात हो कि झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन ने इसके पूर्व भी कई महत्वपूर्ण जिम्मेवारियां श्री सिंह को दी थी, जिसका इन्होंने सफलतापूर्वक निर्वहन किया। दिनेश सिंह इसके पूर्व झारखंड अंडर 23 क्रिकेट टीम ,झारखंड अंडर-19 क्रिकेट टीम के मैनेजर सहित झारखंड और केरल के बीच हुए रणजी मैच में ए सी एल ओ के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका सफलता पूर्वक निभा चुके हैं। श्री सिंह जल्द ही टीम के साथ जुड़ेंगे। झारखंड टीम अपने मैच खेलने हरियाणा , हैदराबाद सहित अन्य राज्यों का दौरा करेगी। श्री सिंह को झारखंड टीम का मैनेजर बनाए जाने पर केडीसीए के संरक्षक अनुदीप सिंह (एसपी कोडरमा) ,अमरजीत सिंह छाबड़ा, विवेकानंद चौधरी, अनिल सिंह, मनोज सहाय पिंकू, डॉक्टर उपेंद्र भदानी ,कृष्णा बरहपुरिया, विनोद विश्वकर्मा, पंकज सिंह, आलोक पांडे, उमेश सिंह ,सुमन कुमार, सोनू खान, धर्मेंद्र कौशिक, सुरेंद्र प्रसाद, ओमप्रकाश, तहसीन हुसैन ,कुंदन राणा, धीरज पांडे, राकेश पांडे ,विशाल कुमार, बसंत सिंह, जय पांडे, मुकेश प्रभाकर, महेश भारती, पंकज सिंह, जयश्री द्विवेदी सहित जिले के सभी खेल एसोसिएशन के पदाधिकारीगण, खेल प्रेमी व सामाजिक संगठन के पदाधिकारीगणों ने हर्ष व्यक्त किया है।
कोडरमा जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव दिनेश सिंह को जेएससीए ने बीसीसीआई द्वारा आयोजित कर्नल सी के नायडू ट्रॉफी में भाग लेने वाली झारखंड अंडर 23 क्रिकेट टीम का मैनेजर नियुक्त किया है। ज्ञात हो कि झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन ने इसके पूर्व भी कई महत्वपूर्ण जिम्मेवारियां श्री सिंह को दी थी, जिसका इन्होंने सफलतापूर्वक निर्वहन किया। दिनेश सिंह इसके पूर्व झारखंड अंडर 23 क्रिकेट टीम ,झारखंड अंडर-19 क्रिकेट टीम के मैनेजर सहित झारखंड और केरल के बीच हुए रणजी मैच में ए सी एल ओ के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका सफलता पूर्वक निभा चुके हैं। श्री सिंह जल्द ही टीम के साथ जुड़ेंगे। झारखंड टीम अपने मैच खेलने हरियाणा , हैदराबाद सहित अन्य राज्यों का दौरा करेगी। श्री सिंह को झारखंड टीम का मैनेजर बनाए जाने पर केडीसीए के संरक्षक अनुदीप सिंह (एसपी कोडरमा) ,अमरजीत सिंह छाबड़ा, विवेकानंद चौधरी, अनिल सिंह, मनोज सहाय पिंकू, डॉक्टर उपेंद्र भदानी ,कृष्णा बरहपुरिया, विनोद विश्वकर्मा, पंकज सिंह, आलोक पांडे, उमेश सिंह ,सुमन कुमार, सोनू खान, धर्मेंद्र कौशिक, सुरेंद्र प्रसाद, ओमप्रकाश, तहसीन हुसैन ,कुंदन राणा, धीरज पांडे, राकेश पांडे ,विशाल कुमार, बसंत सिंह, जय पांडे, मुकेश प्रभाकर, महेश भारती, पंकज सिंह, जयश्री द्विवेदी सहित जिले के सभी खेल एसोसिएशन के पदाधिकारीगण, खेल प्रेमी व सामाजिक संगठन के पदाधिकारीगणों ने हर्ष व्यक्त किया है।
 
 गया से खुलकर कोडरमा के रास्ते मुंबई जाने वाली गया लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस का रविवार से शुभारंभ हो गया है। कोडरमा स्टेशन पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक डॉ. नीरा यादव व विधायक अमित यादव ने उक्त ट्रेंन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बताते चलें कि यह ट्रेन 36 घंटे में गया से मुंबई तक का सफर तय करेगी। उत्तरी छोटानागपुर के लोगों को खास तौर पर इस ट्रेन की सौगात मिली है, जहां के बड़ी संख्या में लोग मुंबई में रहते है। इस ट्रेन में स्लीपर कोच के जगह 14 जनरल बोगी है, जबकि एसी 3 और एसी 2 कोच भी इस ट्रेन में लगाए गए हैं। उद्घाटन परिचालन के मौके पर कोडरमा स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री अन्नपूर्णा देवी के अलावे विधायक और धनबाद रेल मंडल के डीआरएम समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। यह ट्रेन हर रविवार को गया से खुलेगी जो कोडरमा होते हुए हजारीबाग टाउन, बरकाकाना, रांची, राउरकेला होते हुए मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस तक जाएगी। कई राज्यों से होकर गुजरने वाली इस ट्रेन के परिचालन शुरू होने से कोडरमा समेत आसपास के लोग उत्साहित है। पहले दिन सफर करने वाले रेल यात्रियों को केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने गुलाब फूल देकर उनका स्वागत किया। इस ट्रेन की शुरुआत होने से पहले कोडरमा से होकर मुंबई तक जाने के लिए महज दो ट्रेनों का परिचालन किया जाता था, जिसमें लंबी वेटिंग लिस्ट होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। कोडरमा समेत आसपास के हजारों लोग मुंबई में रोजगार की तलाश में जाते हैं और त्योहार को के सीजन में मुंबई जाने वाली ट्रेनों में उम्मीद से ज्यादा भीड़ होती है। ऐसे में लोगों का ध्यान रखते हुए त्योहारी सीजन में इस ट्रेन की शुरुआत की गई है। इस मौके पर मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि इस त्योहारी सीजन में रेल मंत्रालय ने यहाँ के लोगों को इस ट्रेन के रूप में खास सौगात दी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान हमेशा लोग मुंबई के लिए ट्रेन डिमांड करते थे। वहीं लोगों ने भी इस ट्रेन को कोडरमा समेत आसपास के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण लाइफ लाइन बताया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष अनूप जोशी, भाजपा नेता रमेश सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
गया से खुलकर कोडरमा के रास्ते मुंबई जाने वाली गया लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस का रविवार से शुभारंभ हो गया है। कोडरमा स्टेशन पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, विधायक डॉ. नीरा यादव व विधायक अमित यादव ने उक्त ट्रेंन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बताते चलें कि यह ट्रेन 36 घंटे में गया से मुंबई तक का सफर तय करेगी। उत्तरी छोटानागपुर के लोगों को खास तौर पर इस ट्रेन की सौगात मिली है, जहां के बड़ी संख्या में लोग मुंबई में रहते है। इस ट्रेन में स्लीपर कोच के जगह 14 जनरल बोगी है, जबकि एसी 3 और एसी 2 कोच भी इस ट्रेन में लगाए गए हैं। उद्घाटन परिचालन के मौके पर कोडरमा स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री अन्नपूर्णा देवी के अलावे विधायक और धनबाद रेल मंडल के डीआरएम समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। यह ट्रेन हर रविवार को गया से खुलेगी जो कोडरमा होते हुए हजारीबाग टाउन, बरकाकाना, रांची, राउरकेला होते हुए मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस तक जाएगी। कई राज्यों से होकर गुजरने वाली इस ट्रेन के परिचालन शुरू होने से कोडरमा समेत आसपास के लोग उत्साहित है। पहले दिन सफर करने वाले रेल यात्रियों को केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने गुलाब फूल देकर उनका स्वागत किया। इस ट्रेन की शुरुआत होने से पहले कोडरमा से होकर मुंबई तक जाने के लिए महज दो ट्रेनों का परिचालन किया जाता था, जिसमें लंबी वेटिंग लिस्ट होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। कोडरमा समेत आसपास के हजारों लोग मुंबई में रोजगार की तलाश में जाते हैं और त्योहार को के सीजन में मुंबई जाने वाली ट्रेनों में उम्मीद से ज्यादा भीड़ होती है। ऐसे में लोगों का ध्यान रखते हुए त्योहारी सीजन में इस ट्रेन की शुरुआत की गई है। इस मौके पर मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि इस त्योहारी सीजन में रेल मंत्रालय ने यहाँ के लोगों को इस ट्रेन के रूप में खास सौगात दी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान हमेशा लोग मुंबई के लिए ट्रेन डिमांड करते थे। वहीं लोगों ने भी इस ट्रेन को कोडरमा समेत आसपास के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण लाइफ लाइन बताया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष अनूप जोशी, भाजपा नेता रमेश सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
 
 असनाबाद स्थित निर्माणाधीन माँ वैष्णों देवी मंदिर में शारदीय नवरात्र के महानवमी पर भंडारे का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में साकार टीएमटी के निदेशक उदय सोनी मुख्य रूप से उपस्थित थे।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शहर में माँ वैष्णों देवी मंदिर का निर्माण होना एक बहुत बड़ी पहल है।उन्होंने मंदिर कमेटी को इस निर्माण में यथा संभव मदद करने की बात कही।वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समिति के अध्यक्ष पंकज सिंह ने उनका आभार व्यक्त करते हुए बुके और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।वही नवरात्र के दौरान ध्वजाधारी धाम के महंत श्री श्री 1008 सुखदेव जी महाराज,डर. बिरेंद्र कुमार,मोनू सिंह एवं अन्य सदस्य गण ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।कार्यजर्म का संचालन समिति के विजय वर्णवाल ने किया।मौके पर समिति के रोहित शर्मा, नवीन सिन्हा,शिव कुमार यादव,सिद्धि प्रसाद,टिंकु वर्मा,कुलदीप यादव, बिजय पंडित,संजय साव,दिलीप दांगी,संजय सिन्हा,रंजित सिन्हा,रौनक सिंह,अजित कुमार गुप्ता,राहुल सिंह,पृथ्वी सिंह,रौनक सिन्हा,अरविंद,वर्णवाल,शुभम राज, सोभित कुमार,प्रमानंद मुन्ना,राणा प्रताप सिंह,संजय शर्मा,अरविंद विश्वकर्मा,महेश यादव,जितेंद्र साव,प्रिंस कुमार,यश कुमार,नितिन कुमार पंडित,विशाल सिंह यादव,प्रीत कुमार,राजा कुमार,वीर कुमार आदि उपस्थित थे।
असनाबाद स्थित निर्माणाधीन माँ वैष्णों देवी मंदिर में शारदीय नवरात्र के महानवमी पर भंडारे का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में साकार टीएमटी के निदेशक उदय सोनी मुख्य रूप से उपस्थित थे।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शहर में माँ वैष्णों देवी मंदिर का निर्माण होना एक बहुत बड़ी पहल है।उन्होंने मंदिर कमेटी को इस निर्माण में यथा संभव मदद करने की बात कही।वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समिति के अध्यक्ष पंकज सिंह ने उनका आभार व्यक्त करते हुए बुके और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।वही नवरात्र के दौरान ध्वजाधारी धाम के महंत श्री श्री 1008 सुखदेव जी महाराज,डर. बिरेंद्र कुमार,मोनू सिंह एवं अन्य सदस्य गण ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।कार्यजर्म का संचालन समिति के विजय वर्णवाल ने किया।मौके पर समिति के रोहित शर्मा, नवीन सिन्हा,शिव कुमार यादव,सिद्धि प्रसाद,टिंकु वर्मा,कुलदीप यादव, बिजय पंडित,संजय साव,दिलीप दांगी,संजय सिन्हा,रंजित सिन्हा,रौनक सिंह,अजित कुमार गुप्ता,राहुल सिंह,पृथ्वी सिंह,रौनक सिन्हा,अरविंद,वर्णवाल,शुभम राज, सोभित कुमार,प्रमानंद मुन्ना,राणा प्रताप सिंह,संजय शर्मा,अरविंद विश्वकर्मा,महेश यादव,जितेंद्र साव,प्रिंस कुमार,यश कुमार,नितिन कुमार पंडित,विशाल सिंह यादव,प्रीत कुमार,राजा कुमार,वीर कुमार आदि उपस्थित थे।
 
 नवरात्र के दौरान देशभर में आकर्षक पूजा पंडाल का निर्माण कर माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है. इस दौरान अलग-अलग क्षेत्र में कई प्रकार की प्रथा और मान्यताएं भी सामने आती हैं. जिनका लोग पूरे निष्ठा के साथ निर्वहन करते हैं. कोडरमा में करीब 400 वर्ष पुराने दुर्गा पूजा के आयोजन में आज भी राजा के जमाने की प्रथा का निर्वहन करने खास कर गाँव की विवाहित बेटियां सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर अपने गाँव लौटती हैं. यहां मुंडन कराना अनिवार्य, मुंडन से पहले दी जाती है बकरे की बाली झुमरी तिलैया के गुमो में आयोजित दुर्गा पूजा का इतिहास 400 वर्षों से भी अधिक पुराना है. राजा परिवार के द्वारा शुरू की गई इस पूजा को उनके कई पीढ़ियों ने निभाया था. इसके बाद जब देश से जमींदारी प्रथा समाप्त होने लगी तब राजा परिवार ने पूजा की जिम्मेदारी गुमो के सतघरवा परिवार को सौंप दिया और राज पाट छोड़कर अन्यत्र चले गए. जिसके बाद आज भी परंपरा का निर्वहन करते हुए पूरे श्रद्धा भाव से पूजा का आयोजन किया जा रहा है. कलश स्थापना से नवमी तक पूरे नौ दिनों तक यहां बलि देने की भी प्रथा है. नवमी के दिन गाँव के अलावे मन्नत पूरा होने पर दूर दराज से भी लोग यहां बकरे की बलि देने पहुंचते हैं. नवमी को यहां करीब 1200 बकरे की बलि दी गई. जबकि पूरे नवरात्र के दौरान करीब 2200 बकरे की बलि दी गई. सैकड़ो किलोमीटर का सफर तय कर बच्चे के मुंडन के लिए गांव लौटी बेटियां मंदिर के पुरोहित दशरथ पांडेय ने बताया कि यहां गुमानी देवता निवास करते हैं. जिनके द्वारा पूरे गाँव की रक्षा की जाती है. बिहार के नवादा से गाँव पहुंची अर्पिता कुमारी ने बताया कि गाँव के जो बेटे होते हैं उनके संतान का मुंडन होना तो यहां आवश्यक है ही लेकिन गाँव की बेटियां जो विवाह के बाद दूसरे राज्य या दूसरे शहर में बस जाती है उन्हें भी अपने संतान का मुंडन कराने वापस यहां लौटना पड़ता है. सौरव पांडेय ने बताया कि यहां मुंडन कराने से बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य, उत्तम भविष्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यहां मुंडन से पहले सभी को बकरे की बलि देना भी अनिवार्य है. वहीं पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से लक्ष्मी कुमारी भी अपने बच्चे का मुंडन कराने गाँव लौटी थी. इसके अलावे गाँव की दर्जनों बेटियां अपने बच्चे का मुंडन कराने देश के अलग-अलग शहरों से गाँव पहुंची थी.
 नवरात्र के दौरान देशभर में आकर्षक पूजा पंडाल का निर्माण कर माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जाती है. इस दौरान अलग-अलग क्षेत्र में कई प्रकार की प्रथा और मान्यताएं भी सामने आती हैं. जिनका लोग पूरे निष्ठा के साथ निर्वहन करते हैं. कोडरमा में करीब 400 वर्ष पुराने दुर्गा पूजा के आयोजन में आज भी राजा के जमाने की प्रथा का निर्वहन करने खास कर गाँव की विवाहित बेटियां सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर अपने गाँव लौटती हैं. यहां मुंडन कराना अनिवार्य, मुंडन से पहले दी जाती है बकरे की बाली झुमरी तिलैया के गुमो में आयोजित दुर्गा पूजा का इतिहास 400 वर्षों से भी अधिक पुराना है. राजा परिवार के द्वारा शुरू की गई इस पूजा को उनके कई पीढ़ियों ने निभाया था. इसके बाद जब देश से जमींदारी प्रथा समाप्त होने लगी तब राजा परिवार ने पूजा की जिम्मेदारी गुमो के सतघरवा परिवार को सौंप दिया और राज पाट छोड़कर अन्यत्र चले गए. जिसके बाद आज भी परंपरा का निर्वहन करते हुए पूरे श्रद्धा भाव से पूजा का आयोजन किया जा रहा है. कलश स्थापना से नवमी तक पूरे नौ दिनों तक यहां बलि देने की भी प्रथा है. नवमी के दिन गाँव के अलावे मन्नत पूरा होने पर दूर दराज से भी लोग यहां बकरे की बलि देने पहुंचते हैं. नवमी को यहां करीब 1200 बकरे की बलि दी गई. जबकि पूरे नवरात्र के दौरान करीब 2200 बकरे की बलि दी गई. सैकड़ो किलोमीटर का सफर तय कर बच्चे के मुंडन के लिए गांव लौटी बेटियां मंदिर के पुरोहित दशरथ पांडेय ने बताया कि यहां गुमानी देवता निवास करते हैं. जिनके द्वारा पूरे गाँव की रक्षा की जाती है. बिहार के नवादा से गाँव पहुंची अर्पिता कुमारी ने बताया कि गाँव के जो बेटे होते हैं उनके संतान का मुंडन होना तो यहां आवश्यक है ही लेकिन गाँव की बेटियां जो विवाह के बाद दूसरे राज्य या दूसरे शहर में बस जाती है उन्हें भी अपने संतान का मुंडन कराने वापस यहां लौटना पड़ता है. सौरव पांडेय ने बताया कि यहां मुंडन कराने से बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य, उत्तम भविष्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यहां मुंडन से पहले सभी को बकरे की बलि देना भी अनिवार्य है. वहीं पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से लक्ष्मी कुमारी भी अपने बच्चे का मुंडन कराने गाँव लौटी थी. इसके अलावे गाँव की दर्जनों बेटियां अपने बच्चे का मुंडन कराने देश के अलग-अलग शहरों से गाँव पहुंची थी.
 
 
   दशहरा पूजा उत्सव के शुभ अवसर पर अखिल भारतवर्शीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा कोडरमा जिला उपाध्यक्ष राहुल कुमार वर्मा के द्वारा नवमी को नो कन्यापूजन के अवसर पर समाज के राज्य महासचिव दीपक कुमार नवीन, जिला अध्यक्ष प्रवीण रवानी,जिला महासचिव अभिषेक चंद्रवंशी, जिला उपाध्यक्ष महेश भारती एवं विकास कुमार के साथ झुमरी तिलैया में राहुल वर्मा के आवास पर प्रसाद ग्रहण करने के दौरान मौके पर समाज के सामाजिक दायित्व का निर्वाहन करने के साथ राजनीतिक समझ को विल्डप करने हेतु विचार विमर्श करने के साथ नवंबर में जरासंध जयंती समारोह आयोजित करने हेतु जिला कमिटी की विस्तारित बैठक पूजा के बाद करने का निर्णय लिया गया।
 दशहरा पूजा उत्सव के शुभ अवसर पर अखिल भारतवर्शीय चंद्रवंशी क्षत्रिय महासभा कोडरमा जिला उपाध्यक्ष राहुल कुमार वर्मा के द्वारा नवमी को नो कन्यापूजन के अवसर पर समाज के राज्य महासचिव दीपक कुमार नवीन, जिला अध्यक्ष प्रवीण रवानी,जिला महासचिव अभिषेक चंद्रवंशी, जिला उपाध्यक्ष महेश भारती एवं विकास कुमार के साथ झुमरी तिलैया में राहुल वर्मा के आवास पर प्रसाद ग्रहण करने के दौरान मौके पर समाज के सामाजिक दायित्व का निर्वाहन करने के साथ राजनीतिक समझ को विल्डप करने हेतु विचार विमर्श करने के साथ नवंबर में जरासंध जयंती समारोह आयोजित करने हेतु जिला कमिटी की विस्तारित बैठक पूजा के बाद करने का निर्णय लिया गया।
 
 झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देश के आलोक मे जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा, रोटरी क्लब ऑफ कोडरमा, हेन्ड इन हेन्ड इंडिया, इनरव्हील क्लब ऑफ कोडरमा, चिल्ड्रेन ऑफ इंडिया फाउंडेशन, लायंस क्लब कोडरमा, के संयुक्त तत्वावधान में आज गुरूवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर हॉली फैमिली स्थित जीवोदया संस्थान में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोडरमा के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार बाल कृष्ण तिवारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक राेिगयो के साथ सहानुभूति पूर्वक व्यवहार करना चाहिए ताकि वे भी अपने आप को आम लोगो की तरह सरल व सहज समझ सके । उन्होने कहा कि मानसिक रोगियों को दवा से ज्यादा प्यार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मानसिक रोगियों सहित समाज के किसी भी पीड़ित व्यक्ति को मदद करने के प्रति जिला विधिक सेवा प्राधिकार कृत संकल्पित है। कोई भी व्यक्ति पैसे या साधन के अभाव में न्याय से वंचित नहीं रह सकता। कोडरमा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अमित कुमार वैश्य ने कहा कि मानसिक दिव्यांगों को समाज की मुख्य धारा शामिल करने का प्रयास हम सबों को करनी चाहिए। यही आज के दिवस की प्रासंगिकता होगी। इसमे जिला विधिक सेवा प्राधिकार की भूमिका सराहनीय है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार कोडरमा के सचिव गौतम कुमार ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि मानसिक रोगियो के कारणो पर मंथन करने की जरूरत है उन्होने मोबाइल और टी0वी से दूर रहने की लोगो से अपील की। अपने संबोधन मे न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी ज्योत्सना पाण्डेय ने कहा कि मानसिक रोगियो की सेवा कर जीवोदया ने समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है जिससे हमे प्रेरणा लेने की जरूरत है।लायंस क्लब कोडरमा के रिजन चेयर पर्सन सुचित कुमार अम्बष्ट ने कहा कि इस प्रकार का आयोजन मानसिक दिव्यांगो के मानसिक विकास के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा। चिल्ड्रेन ऑफ इंडिया फांउडेशन की प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर तबस्सुम परवीन व बाल मंच की अध्यक्ष मुस्कान कुमारी ने संयुक्त रूप से शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि हमें एक दिन नहीं, बल्कि हमेशा जीवोदया आकर मानसिक रोगियों से प्रेम बांॅटने की जरूरत है। इससे इन्हें ज्यादा खुशी मिलती है। हैड इन हैड इंडिया के रूपेश कुमार ने इस आयोजन के लिए प्राधिकार की भूरि भूरि प्रश्ंासा की। हॉली फैमिली नर्सिग स्कुल की उप प्राचार्य सिस्टर सलोमी ने जीवोदया के बारे मे विस्तृत चर्चा करते हुए जीवोदया को सहयोग करने के लिए सभी संस्थाओं एवं प्राधिकार की भूरि-भूरि प्रशंसा की वही जीवोदया की सिस्टर रोनीटा ने सभी अतिथियो का घन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम के पूर्व हॉली फैमिली नर्सिग स्कुल की छात्राओ द्वारा स्वागत गान तथा जीवोदया के मानसिक दिव्यांगों की ओर से सभी अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम का संचालन न्यायालयकर्मी रणजीत कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी नमीता मिंज लॉयंस क्लब के सुजीत कुमार अम्बष्ठा, गजेन्द्र राम, के के मजुमदार, सिस्टर सलोमी, सिस्टर फिलबी, सिस्टर लीला जोश, सिस्टर जेसी अबराहम, सिस्टर रंजना, सिस्टर विमला, सिस्टर लुटस मेरी, सिस्टर माला, चिल्ड्रेन ऑफ इडिया फाउन्डेशन के दीनबंधु,, हेन्ड इन हेन्ड इंडिया के नीतीश पाण्डेय,एल0ए0डी0सी0एस के अधिवक्ता नवल किशोर, किरण कुमारी, राजेन्द्र मंडल, अरूण कुमार ओझा, न्यायालयकर्मी अर्जुन कुमार, हरमेन्द्र प्रताप, पी0एल0भी0 पाण्डेय शेखर प्रसाद,, रविन्द्र कुमार सहित सैकडो गणमान्य लोग मौजूद थे।
 झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देश के आलोक मे जिला विधिक सेवा प्राधिकार, कोडरमा, रोटरी क्लब ऑफ कोडरमा, हेन्ड इन हेन्ड इंडिया, इनरव्हील क्लब ऑफ कोडरमा, चिल्ड्रेन ऑफ इंडिया फाउंडेशन, लायंस क्लब कोडरमा, के संयुक्त तत्वावधान में आज गुरूवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर हॉली फैमिली स्थित जीवोदया संस्थान में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोडरमा के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार बाल कृष्ण तिवारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक राेिगयो के साथ सहानुभूति पूर्वक व्यवहार करना चाहिए ताकि वे भी अपने आप को आम लोगो की तरह सरल व सहज समझ सके । उन्होने कहा कि मानसिक रोगियों को दवा से ज्यादा प्यार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मानसिक रोगियों सहित समाज के किसी भी पीड़ित व्यक्ति को मदद करने के प्रति जिला विधिक सेवा प्राधिकार कृत संकल्पित है। कोई भी व्यक्ति पैसे या साधन के अभाव में न्याय से वंचित नहीं रह सकता। कोडरमा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अमित कुमार वैश्य ने कहा कि मानसिक दिव्यांगों को समाज की मुख्य धारा शामिल करने का प्रयास हम सबों को करनी चाहिए। यही आज के दिवस की प्रासंगिकता होगी। इसमे जिला विधिक सेवा प्राधिकार की भूमिका सराहनीय है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार कोडरमा के सचिव गौतम कुमार ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि मानसिक रोगियो के कारणो पर मंथन करने की जरूरत है उन्होने मोबाइल और टी0वी से दूर रहने की लोगो से अपील की। अपने संबोधन मे न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी ज्योत्सना पाण्डेय ने कहा कि मानसिक रोगियो की सेवा कर जीवोदया ने समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है जिससे हमे प्रेरणा लेने की जरूरत है।लायंस क्लब कोडरमा के रिजन चेयर पर्सन सुचित कुमार अम्बष्ट ने कहा कि इस प्रकार का आयोजन मानसिक दिव्यांगो के मानसिक विकास के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा। चिल्ड्रेन ऑफ इंडिया फांउडेशन की प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर तबस्सुम परवीन व बाल मंच की अध्यक्ष मुस्कान कुमारी ने संयुक्त रूप से शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि हमें एक दिन नहीं, बल्कि हमेशा जीवोदया आकर मानसिक रोगियों से प्रेम बांॅटने की जरूरत है। इससे इन्हें ज्यादा खुशी मिलती है। हैड इन हैड इंडिया के रूपेश कुमार ने इस आयोजन के लिए प्राधिकार की भूरि भूरि प्रश्ंासा की। हॉली फैमिली नर्सिग स्कुल की उप प्राचार्य सिस्टर सलोमी ने जीवोदया के बारे मे विस्तृत चर्चा करते हुए जीवोदया को सहयोग करने के लिए सभी संस्थाओं एवं प्राधिकार की भूरि-भूरि प्रशंसा की वही जीवोदया की सिस्टर रोनीटा ने सभी अतिथियो का घन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम के पूर्व हॉली फैमिली नर्सिग स्कुल की छात्राओ द्वारा स्वागत गान तथा जीवोदया के मानसिक दिव्यांगों की ओर से सभी अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम का संचालन न्यायालयकर्मी रणजीत कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी नमीता मिंज लॉयंस क्लब के सुजीत कुमार अम्बष्ठा, गजेन्द्र राम, के के मजुमदार, सिस्टर सलोमी, सिस्टर फिलबी, सिस्टर लीला जोश, सिस्टर जेसी अबराहम, सिस्टर रंजना, सिस्टर विमला, सिस्टर लुटस मेरी, सिस्टर माला, चिल्ड्रेन ऑफ इडिया फाउन्डेशन के दीनबंधु,, हेन्ड इन हेन्ड इंडिया के नीतीश पाण्डेय,एल0ए0डी0सी0एस के अधिवक्ता नवल किशोर, किरण कुमारी, राजेन्द्र मंडल, अरूण कुमार ओझा, न्यायालयकर्मी अर्जुन कुमार, हरमेन्द्र प्रताप, पी0एल0भी0 पाण्डेय शेखर प्रसाद,, रविन्द्र कुमार सहित सैकडो गणमान्य लोग मौजूद थे। 
   
  
Oct 14 2024, 16:01
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