नम आंखों से मां आदि शक्ति को भक्तों ने दी विदाई, विसर्जन में उमड़ा जन सैलाब,

विसर्जन यात्रा में, महिलाओ ने दी की रही भागीदारी 


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : विजयादशमी के बाद आज रविवार को भक्तों ने नम आंखों के साथ मां आदि शक्ति को विदा किया। शारदीय नवरात्र के नौ दिनों के अनुष्ठान के बाद रविवार को जब माता के विदाई की बेला आई, तो मां से दूर होने का गम कमोबेश हर भक्तों के अश्रुपूरित आंखेंं स्पष्ट बता रही थी। 

आज रविवार को लोगों ने विभिन्न पूजा पंडालों में स्थापित मां दुर्गा एवं अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा का दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना करते हुए मां का अंतिम विदाई दिया। साथ ही यह कामना की कि अगले वर्ष मां फिर सुख समृद्धि के साथ हमारे घर पधारे। आज की शाम कई जगहों पर दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। वही रांची के चंद्रशेखर आजाद दुर्गा पूजा समिति के द्वारा पांच घोड़ा से बने रथ और डोली में मां की विदाई की गई तो साथ में हटिया स्थित मां क्लब दुर्गा पूजा समिति की ओर से मां के विसर्जन यात्रा में महिलाओं का विशेष सहभागिता देखा गया। 

मां दुर्गे को सिंदूर लगाने के साथ ही अगले वर्ष फिर से आने का वादा लिया। गाजे-बाजे के साथ निकली शोभा यात्रा के बाद मां को विदाई दी गई।

लोग भक्तिगीतों की धुन पर झुमते दिखे। विसर्जन के मौके पर प्रतिमा को अंतिम दर्शन करने के लिए होड़ सी मची रही। लाल चुनरी ओढ़े बड़ी संख्या में लोग नाचते गाते दिखे। विदाई के दौरान माता से सुख-समृद्धि और निरोग रहने की कामना कर रही थी।

मां दुर्गा पूजा की अनोखी परंपरा, शक्ति की भक्ति में जवान करते हैं शस्त्रों की पूजा


मां को फायरिंग कर दी जाती है सलामी, जाने क्या है इसका महत्व

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची,, शारदीय नवरात्र में 9 दिन 9 अलग अलग देवियों की पूजा की जाती है। आज नवमी है इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। वैसे तो पूरा देश मां दुर्गा की भक्ति में लीन रहता है। लेकिन रांची के जैप-1 में माता दुर्गा की पूजा की अनोखी परंपरा वर्षों से चली आ रही है।

 यहां मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित नहीं की जाती, बल्कि कलश में ही उनके नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान, सुरक्षा बलों की ओर से मां को बंदूक से सलामी दी जाती है। इस मौके पर जैप वन के कमांडेंट राकेश रंजन ने बताया कि नौ कन्याओं के पूजन के बाद मां को सलामी दी जाती है तत्पश्चात बली की परंपरा है।

रांची के डोरंडा स्थित जैप 1 परिसर में शक्ति की भक्ति के साथ शस्त्र पूजा की जाती है। जैप के जवान संदीप लिंब ने बताया कि 1880 से आरम्भ हुई यह परंपरा आज भी इस रीति रिवाज से गोरखा के जवान मां की आराधना करते चले आ रहे। यहां नेपाली परंपरा के मुताबिक, मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित नहीं की जाती, नौ दिन नौ रूपों की पूजा कर वहीं नवमी के मौके पर हथियारों की पूजा भी की जाती है ताकि हथियार कभी भी मौके पर धोखा न दे। इस दौरान, सुरक्षा बलों की ओर से मां को बंदूक से सलामी दी जाती है।

 रांची में गोरखा जवानों की दुर्गा पूजा अपने आप में बेहद खास होती है। बता दे कि यहां नवरात्रि की पूजा 1880 में तत्कालीन गोरखा ब्रिगेड के द्वारा शुरू की गई। 1911 में बिहार के अस्तित्व में आने पर यह बिहार मिलिट्री पुलिस (बीएमपी) कहलाने लगा। झारखंड राज्य की स्थापना के बाद बीएमपी का नाम बदलकर झारखंड आ‌र्म्ड फोर्स हो गया। 

इसके बाद भी शक्ति पूजा का क्रम वही रीति रिवाज के साथ आज भी जारी है। हथियारों के पूजा के पीछे इनका मानना है कि दुश्मनों से मुकाबले के समय उनके हथियार धोखा ना दे और सटीक चले, इसलिए वे मां दुर्गा के सामने हर नवमी को अपने अपने हथियारों की पूजा बड़े ही श्रद्धा भाव से करते हैं।

मां दुर्गा पूजा की अनोखी परंपरा, शक्ति की भक्ति में जवान करते हैं शस्त्रों की पूजा


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रिपोर्टर जयंत कुमार

रांची,, शारदीय नवरात्र में 9 दिन 9 अलग अलग देवियों की पूजा की जाती है। आज नवमी है इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। वैसे तो पूरा देश मां दुर्गा की भक्ति में लीन रहता है। लेकिन रांची के जैप-1 में माता दुर्गा की पूजा की अनोखी परंपरा वर्षों से चली आ रही है।

 यहां मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित नहीं की जाती, बल्कि कलश में ही उनके नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान, सुरक्षा बलों की ओर से मां को बंदूक से सलामी दी जाती है। इस मौके पर जैप वन के कमांडेंट राकेश रंजन ने बताया कि नौ कन्याओं के पूजन के बाद मां को सलामी दी जाती है तत्पश्चात बली की परंपरा है।

रांची के डोरंडा स्थित जैप 1 परिसर में शक्ति की भक्ति के साथ शस्त्र पूजा की जाती है। जैप के जवान संदीप लिंब ने बताया कि 1880 से आरम्भ हुई यह परंपरा आज भी इस रीति रिवाज से गोरखा के जवान मां की आराधना करते चले आ रहे। यहां नेपाली परंपरा के मुताबिक, मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित नहीं की जाती, नौ दिन नौ रूपों की पूजा कर वहीं नवमी के मौके पर हथियारों की पूजा भी की जाती है ताकि हथियार कभी भी मौके पर धोखा न दे। इस दौरान, सुरक्षा बलों की ओर से मां को बंदूक से सलामी दी जाती है।

 रांची में गोरखा जवानों की दुर्गा पूजा अपने आप में बेहद खास होती है। बता दे कि यहां नवरात्रि की पूजा 1880 में तत्कालीन गोरखा ब्रिगेड के द्वारा शुरू की गई। 1911 में बिहार के अस्तित्व में आने पर यह बिहार मिलिट्री पुलिस (बीएमपी) कहलाने लगा। झारखंड राज्य की स्थापना के बाद बीएमपी का नाम बदलकर झारखंड आ‌र्म्ड फोर्स हो गया। 

इसके बाद भी शक्ति पूजा का क्रम वही रीति रिवाज के साथ आज भी जारी है। हथियारों के पूजा के पीछे इनका मानना है कि दुश्मनों से मुकाबले के समय उनके हथियार धोखा ना दे और सटीक चले, इसलिए वे मां दुर्गा के सामने हर नवमी को अपने अपने हथियारों की पूजा बड़े ही श्रद्धा भाव से करते हैं।

झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड मे 109 करोड़ की फर्जी निकासी के गड़बड़ी का मामला सामने आया, अफसरो से हुई पूछताछ


रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के खाते से 109 करोड रुपए झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के फर्जी अकाउंट में हस्तांतरित होने का मामला सामने आ रहा है। धुर्वा पुलिस अफसर ऊर्जा निगम मुख्यालय पहुंच आरोपी बिजली अफसरों से प्रारंभिक पूछताछ की।

निगम प्रबंधन के शिकायत के बाद धुर्वा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी। इसके बाद पुलिस एक्शन में आयी और अपनी जांच शुरू कर दी है। उत्पादन निगम व ऊर्जा विकास निगम को मिला कर कुल 109 करोड़ रुपए की गड़बड़ी हुई है।प्रारंभिक जांच में उत्पादन निगम के तीन पदाधिकारी की भूमिका संदिग्ध पायी गयी है।

सूत्रों से मिले जानकारी के अनुसार सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की हिनू स्थित शाखा में संचालित झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड के खाते से फर्जीवाड़ा के जरिये 40 करोड़ 50 लाख 500 रुपये निकाल लिये गये हैं। यह रकम फिक्स डिपॉजिट में निवेश के लिए उसी बैंक की शाखा को ट्रांसफर की गयी थी। इस लेकर उत्पादन निगम के महाप्रबंधक अमर नायक ने धुर्वा थाना में एक शिकायत दर्ज करायी है।
रांची के इस पंडाल की चर्चा बिहार में भी, लालटेन में विराजी मां दुर्गा, राजनीतिक रंग के साथ लालू यादव परिवार संघ कल्पना सोरेन की लगी मूर्ति
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : शारदीय नवरात्र में हर तरफ  दुर्गा पूजा की धूम है। राजधानी रांची में अलग-अलग थीम पर बनाये गये पूजा पंडाल लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। राजधानी रांची में सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र पुराने विधानसभा के पास बने आयोध्या के राम मंदिर के तर्ज पर बना पंडाल है। लेकिन इसके अलावा भी एक और पूजा पंडाल है, जो झारखंड के साथ-साथ बिहार में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। राजनीतिक रंग में बना यह पंडाल तीन महिला के शक्ति रूप को दर्शाया गया है।

नामकुम रेलवे स्टेशन पर स्थित है, जिसे नवयुवक संघ जय माता दी क्लब द्वारा बनाया गया, इस पूजा पंडाल की खासयित यह है कि मां दुर्गा की प्रतिमा के समकक्ष राजद नेता लालू प्रसाद यादव के परिवार सहित, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी विधायक कल्पना सोरेन, पहलवान विनेश फोगाट की प्रतिमा लगाई गई है।

वृंदावन गुफा का प्रारूप बनाया गया है गुफा के अंदर मां दुर्गा लालटेन में विराजमान है। एक बेहद ही अनोखे और आकर्षक थीम पर बने इस पूजा पंडाल में, राजद नेता लालू प्रसाद यादव , उनके बेटे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम रहे तेजस्वी यादव को नौकरी और नियुक्ति पत्र बांटते हुए भी एक प्रतिमा लगाई गई है , इसके साथ ही लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को भी शक्ति स्वरूप देवी के रूप में दिखाया गया है जिन्होंने अपने पिता की जान बचाने के लिए उन्हे किडनी दान किया।

वही इन सभी प्रतिमाओं में एक प्रतिमा काफी चर्चा में है वह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन की। इन्हें भी मईया सम्मान योजना देते हुए दर्शाया गया है। बता दे कि जिस प्रकार कल्पना सोरेन ने नारी शक्ति को प्रदर्शित करते हुए पति हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद घर के साथ-साथ खुद को जिस प्रकार राजनीतिक रूप से स्थापित किया।
पार्टी और संगठन को मजबूत कर, पक्षियों पार्टियों को भी जवाब दिया।

बता दे कि इस पूजा पंडाल के निर्माण कोई चंदा से नहीं बल्कि इस पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद सिंह के द्वारा स्वयं से खर्च कर पूजा और पंडाल के निर्माण का कार्य करते है। किसी भी प्रकार का कोई चंदा या आर्थिक सहयोग नहीं लिया जाता है। हालांकि पूजा पंडाल के अंदर एक दान पेटी रखी गई है जो लोग स्वेच्छा से दान करते हैं उस पैसे का सदुपयोग किसी गरीब बेटी की शादी मे आर्थिक रूप से सहयोग करने में किया जाता है।

पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद सिंह के मुताबिक, पूजा पंडाल में महिलाओं की प्रतिमा लगाकर यह संदेश देने की कोशिश की गई कि लोग अपने-अपने घरों में महिलाओं को देवी रूप में पूजें। जय माता दी दुर्गा पूजा समिति पिछले पांच वर्षों से लगातार दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाती आ रही है।
पतरातु के पीवीयूएनएल टाउनशिप में नवरात्रि के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित, पुरुलिया का छऊ नृत्य बना आकर्षण का केंद्र

रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची डेस्क : पतरातू स्थित पीवीयूएनएल टाउनशिप में नवरात्रि के शुभ अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें टाउनशिप के मैदान में भव्य दुर्गा पंडाल की स्थापना की गई। कार्यक्रम की शुरुआत सीईओ आर.के. सिंह ने जनसमूह को संबोधित किया और सभी को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। इस आयोजन में जीएम, एचओडी और स्वर्णरेखा महिला समिति के सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे। नवरात्र में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोगों के साथ सृजन विद्यालय के छात्रों और बच्चों ने शानदार नृत्य और गायन प्रस्तुत किए गए। इसके अलावा धुनचा नृत्य ने भी सभी का मन मोह लिया।

इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की विशेष प्रस्तुति पुरुलिया, पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध छऊ नृत्य की रही, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और पूरे कार्यक्रम का शोस्टॉपर बन गया।
नवरात्र के अष्टमी और नवमी को पूजा पंडाल घूमने जा रहे हैं तो जान ले मौसम का हाल, 12 अक्टूबर से होगा मौसम साफ

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : देश के पश्चिमी हिस्से से आनेवाली सूखी हवा और दक्षिणी हिस्से से आने वाली नमी के मिलने की वजह से झारखंड के कई हिस्सों में मंगलवार दोपहर बाद से ही मौसम का मिजाज बदल गया।

 नवरात्र के बीच लगातार दूसरे दिन भी बुधवार को राजधानी रांची समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक 10 और 11 अक्टूबर को भी रांची समेत आसपास के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि 12 अक्टूबर यानी की दसवीं से मौसम होगा साफ।

वहीं अगर नवमी और दसवीं की बात करें तो आज सुबह से ही बादल छाए रहेंगे और दोपहर बाद बारिश होने की संभावना है। कल बुधवार को भी 2 घंटे तक विभिन्न हिस्सों में जोरदार बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 48 मिमी बारिश अड़की में दर्ज की गई है। जबकि रांची के शहरी क्षेत्र में 30 मिमी बारिश हुई है। वही 11 अक्तूबर को भी राजधानी समेत आसपास के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि, यह बहुत तेज नहीं होगी।

मंगलवार से ही लगातार दोपहर बाद हो रही बारिश की वजह से दुर्गापूजा पंडाल देखने और मेला घूमने निकले लोगों को काफी परेशानी हुई। राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में झमाझम बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में जलजमाव भी हो गया। मौसम विभाग के अनुसार 15 अक्टूबर से मानसून की विदाई हो सकती है।

बारिश से लोगों को राहत मिलेगी या मौसम भक्ति के रंग में भंग डालेगा, जाने झारखंड में आज कहां बज्रपात और बारिश होगी


रिपोर्टर जयंत कुमार 

झारखंड में इस बार मानसून मेहरबान रहा लेकिन दुर्गा पूजा के पंचमी से मौसम में बदलाव के साथ बरसात ने थोड़ी खलल डाल दी है। एक तरफ दुर्गा पूजा पंडाल सजधज कर तैयार हो गए हैं। वहीं, मंगलवार को झारखंड के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बदल गया है। संताल परगना के साथ राजधानी और आसपास के कुछ जिलों में भी बारिश हुई है। पिछले 24 घंटे में राजधानी रांची में भी 35 मिमी के आसपास बारिश हुई।

मौसम विभाग के अनुसार आज भी बारिश का अनुमान जताया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने पूर्वानुमान में बुधवार को भी राजधानी सहित राज्य के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। गिरिडीह, देवघर, जामताड़ा, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, रामगढ़ और रांची में कुछ स्थानों पर गर्जन और बारिश हो सकती है। 

रांची मौसम केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि साउथ वेस्ट से जो हवा आ रही है, उसमें नमी है. वहीं नॉर्थ से आ रही हवा ड्राई है. ऐसे में मॉइश्चर और ड्राई हवा के मिलने की वजह से बारिश की स्थिति आज भी देखने को मिलेगी।

वहीं, बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर अच्छी बारिश के रूप में देखने को मिल सकता है। आज भी दुर्गा पूजा मेला घूमने के दौरान बारिश खलल डाल सकती है। शाम में बारिश की अच्छी खासी संभावना है। इसलिए इस समय बाहर भी हैं तो कोई सुरक्षित स्थान में शरण लें भूलकर भी पेड़ के नीचे या खुले में न रहें बल्कि, पक्के मकान में शरण लें।

बाइट,, अभिषेक आनंद वैज्ञानिक मौसम विभाग

पूर्व मंत्री सरयू राय ने बन्ना गुप्ता के लगाए आरोपों का किया खंडन


कहा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने झारखंड के पूरी सरकार को बीमार बना दिया है

सरयू राय जमशेदपुर पश्चिम क्षेत्र से लड़ सकते हैं चुनाव

रिपोर्टर जयंत कुमार 

विधायक सरयू राय और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के बीच खटपट की खबरे हमेशा सुर्खियों में रही है। कल बन्ना गुप्ता, अपने ऊपर हुए एक यौन शोषण मामले में एफआईआर का जिक्र करते हुए तीन लोगो को इसका दोषी बता रहे थे। जिसे लेकर आज सरयू राय ने खंडन किया। 

सरयू राय ने बन्ना गुप्ता के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा 23 अप्रैल 2023 में महिला के साथ अश्लील वार्ता वाले वीडियो का जिक्र किया, तो वही इस बार के एफआईआर पर कहा कि इसका कोई फलाफल नहीं निकलेगा और मामला ठंढे बस्ते में चला जाएगा। चुकी 2023 में महिला के साथ आई अश्लील वीडियो की जांच अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। उन्होंने पुलिस की करवाई पर भी सवाल खड़ा किया।

इस दौरान उन्होंने एक बात और कहीं की वह जमशेदपुर पश्चिम क्षेत्र से भी चुनाव लड़ सकते हैं। इसके लिए सरयू राय में एनडीए गठबंधन के निर्णय के ऊपर छोड़ दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर एनडीए गठबंधन जमशेदपुर पश्चिम क्षेत्र का टिकट देती है तो मैं बन्ना गुप्ता के खिलाफ वहां से चुनाव लड़ूंगा।

रांची रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा पंडाल में कोयंबटूर के आदियोगी शिव का 50 फिट ऊंचा मूर्ति विराजमान


पंडाल में माता रानी योग की मुद्रा में विराजमान, कोयंबटूर की तरह छह मिनट का लेजर शो आकर्षण का केंद्र, 

पंडाल की दोनों ओर दीवारों पर शिवलिंग, नंदी, डमरू और सांप की कलाकृति

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : राजधानी रांची में दुर्गा पूजा को लेकर एक से बढ़कर एक पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। कहा जाता है कि कोलकाता के बाद राजधानी रांची में सबसे अच्छा पंडाल बनाया जाता है। इसी क्रम में आज आप को रांची रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति की ओर से बनाए गए केदारनाथ मंदिर और उज्जैन के महाकाल का दर्शन करा रहे है। इस पूजा पंडाल में 50 फीट ऊंची कोयंबटूर के आदियोगी शिव की मूर्ति बनाई गई है। जो भक्तों में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

 पंडाल की दोनों ओर दीवारों पर शिवलिंग, नंदी, डमरू और सांप की कलाकृति भक्तों को आकर्षित कर रही है।

पंडाल का रंग पुराने पत्थर की रंग के जैसा है जो देखने से लग रहा है कि पूरा पंडाल इन्हीं पत्थरों से बना हुआ है।समिति के अध्यक्ष मुनचुन राय ने सोमवार को बताया कि पंडाल निर्माण में 40 लाख रुपये खर्च किये गए हैं और मूर्ति में दो लाख रुपये। 

इस पंडाल की एक खास बात और भी है कि यहां कोयंबटूर की तरह भगवान शंकर के ऊपर बनाए गए लेजर शो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। लेजर शो के बाद भक्ति पंडाल के अंदर प्रवेश करेंगे तो यहां माता रानी योग की मुद्रा में विराजमान दिखेंगी। मां के 10 हाथों में से दो हाथ योग की विभिन्न मुद्राओं को करते हुए दिखाई देगा। मां अन्य आठ हाथों में विभिन्न अस्त्र-शस्त्र लिये हुए है। मां के आसन के नीचे सिंह महिषासुर से लड़ते हुए नजर आयेगा। मां की प्रतिमा की ऊंचाई 12 फीट है।