बलिया स्थित शाम्भवी पीठ शंकरपुर सरोवर पर सात दिवसीय श्री राम कथा के तीसरे दिन बधईयां बाजे अंगना में : शांतनु महाराज के द्वारा सम्पन्न
संजीव सिंह बलिया। बलिया के नगरा ब्लॉक  में स्थित शांभवी पीठ शंकरपुर सरोवर पर शांभवी ट्रस्ट द्वारा 5 अकटूबर से 11 अक्टूबर तक सात दिवसीय श्री राम कथा (अमृत वर्षा ) का आयोजन शाम्भवी ट्रस्ट शकरपुर पर किया  जा रहा है। तीसरे दिन दिन यजमान बेल्थरारोड  पूर्व  विधायकभाजपा  धनंजय  कन्नौजिया ,विद्यासागर उपाध्याय, भाजपा नेता पूर्व प्रमुख अच्छेलाल यादव रहे।श्री राम कथा शाम 6 बजे से शुरुआत होकर रात्रि 10 बजे तक चला। कथा वाचक विश्व विख्यात आचार्य शांतनु जी महाराज ने राम कथा की शुरूआत   बधईयां बाजे अंगना में बधईयां बाजे अंगना में से शुरुआत की कथा सुनने के लिए  बहुत  दूर  दराज से लोगों का काफी भीड़ जुट रही है ।शाम्भवी पीठ के पीठाधीश्वर एवं काली सेना के संस्थापक आनंद जी महाराज ने बताया कि प्रत्येक दिन शाम को भंडारे का आयोजन किया गया है। श्रद्धालु जन श्री राम कथा श्रवण पान के साथ भंडारे में प्रसाद ग्रहण करेंगे। श्री महाराज ने लोगों से श्री राम कथा श्रवण पान कर जीवन को सफल बनाने की अपील किया गया।इस  कार्यक्रम के मौके पर आशीष  तिवारी, गुडडू मिश्र, विनोद तिवारी,रितेश  तिवारी,एनडी देहाती,गोविंद तिवारी,आशु तिवारी,अजीत यादव, रामेश्वर तिवारी व शांभवी गुरुकुलम  से युवराज पांडेय, प्रियांशु पांडेय,अंकित मिश्रा,प्रशांत पांडेय, सत्यम पांडेय, शिवांग उपाध्याय, अंकुश पांडेय, कृष्णा पांडेय, सन्नी पांडेय आदि लोग रहे।
बलिया। नगरा में चल रही रामलीला मे 7 तारिख को राम प्रसंग- यज्ञ का मंचन में शिव धनुष टूटते ही जय श्रीराम के जयकारे से गूंज उठा पंडाल
संजीव सिंह बलिया। नगर पंचायत नगरा में चल रही रामलीला मे  आज दिनांक 7अक्टूबर को राम प्रसंग- यज्ञ का मंचन में शिव धनुष टूटते ही जय श्रीराम के जयकारे से गूंज उठा पंडाल देख भाव-विभोर हुए लोग सार्वजनिक रामलीला समिति के तत्वाधान में जनता इंटर कॉलेज के प्रांगण नगरा में चल रही ऐतिहासिक रामलीला के चौथे दिन भारतीय सांस्कृत राम कृष्ण लीला राम प्रसंग- धनुष का मंचन का संस्थान वृंदावन से आए कलाकारों का बहुत ही सहज ढंग से मंचन कर दर्शको का मन मोह लिया। कलाकारो द्वारा मंचित श्रीरामलीला मंचन में सर्वप्रथम सीता स्वयंवर का मंचन किया गया। स्वयंवर में अनेक राजा आए। धनुष को तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन शिव धनुष कोई नहीं हिला सका। गुरु विश्वामित्र के कहने पर भगवान राम धनुष तोड़ देते हैं धनुष टूटते ही पुरा पांडाल जय श्री राम के उद्घोष से गूंज उठा। इस दौरान भगवान राम द्वारा शिव धनुष तोड़ते ही पूरा पंडाल हर-हर महादेव और जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। सुनकर दर्शक झूमने पर मजबूर हो गए। पूरा पांडाल आंनद के सागर में गोता लगाने लगे। राम लीला का शुभारम्भ प्रधान चंदन कुमार कोठिया व विवेक सिंह 'छोटे' मुकेश सिंह ने भगवान की झांकी की आरती पूजन कर किया। राम लीला में  पूर्व प्रमुख निर्भय प्रकाश,रामलीला समिति के संयोजक हरेराम गुप्ता,अध्यक्ष-राजेश गुप्ता, जयप्रकाश जायसवाल, डा शशि प्रकाश कुशवाहा, रामायण ठाकुर, सुनील गुप्ता, राम प्रसाद गुप्ता,अनिल, डॉक्टर संजय सिंह, गिरीश शाह,बबलू कसेरा, राजू चौहान, रियांशू जायसवाल, राहुल ठाकुर 'विक्की', अमन कुमार आदि की भुमिका सराहनीय रही।
प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान मे रामलीला मंचन के पंचम दिवस पर आरती के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे रामदरस क्रांतिरहे
प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान मे रामलीला मंचन के पंचम दिवस पर आरती के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे रामदरस क्रांतिरहे
प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान मे रामलीला मंचन के पंचम दिवस पर आरती के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे रामदरस क्रांतिरहे
प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान मे रामलीला मंचन के पंचम दिवस पर आरती के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे रामदरस क्रांतिरहे
प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान मे रामलीला मंचन के पंचम दिवस पर आरती के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे रामदरस क्रांतिरहे
प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान मे रामलीला मंचन के पंचम दिवस पर आरती के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे रामदरस क्रांतिरहे
प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान मे रामलीला मंचन के पंचम दिवस पर आरती के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे रामदरस क्रांतिरहे
प्राचीन दुर्गा मंदिर रामलीला समिति के तत्वाधान मे रामलीला मंचन के पंचम दिवस पर आरती के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे रामदरस क्रांतिरहे
अक्टूबर माह का यह दूसरा सप्ताह समाजवादी विचारधारा से जुड़े लोग और सपा के लिए अति महत्वपूर्ण
संजीव सिंह बलिया। अक्टूबर माह का यह दूसरा सप्ताह समाजवादी विचारधारा से जुड़े लोग और समाजवादी पार्टी के लिए अति महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इस सप्ताह क्रमशः दिनांक 9 अक्टूबर 2024को मान्यवर कांशीराम जी की पुण्यतिथि हैं तो 10 अक्टूबर 2024 को समाजवादी पार्टी के संस्थापक धरती पुत्र स्व.मुलायम सिंह यादव जी की पूण्यतिथि एवं 11 अक्टूबर को लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती तथा 12 अक्टूबर 2024 को डाक्टर राम मनोहर लोहिया जी की पुण्य तिथि हैं।इन सभी महा पुरुषो की पुण्यतिथि और जयंती निश्चित तिथियों पर धूमधाम से मनाने हेतु पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा भी निर्देश आया हुआ हैं उसी क्रम में समाजवादी पार्टी बलिया के तत्वाधान में पार्टी के जिला कार्यालय पर क्रमशः 9,10,11, और 12 अक्टूबर 2024 को संगोष्ठी आदि का आयोजन हैं।समाजवादी पार्टी बलिया के उपाध्यक्ष/प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय"कान्हजी" ने सोमवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर जनपद के सांसद, पूर्व सांसद,विधायक,पूर्व विधायक,जिलापंचायत के पूर्व वर्तमान अध्यक्ष,सदस्य, वर्तमान पूर्व प्रमुख, नगर पालिका परिषद , नगर पंचायत के सभी पूर्व वर्तमान अध्यक्ष,सभासद,सभी वर्तमान पूर्व पदाधिकारी एवं वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित रहेगें।
नगर पंचायत नगरा में आज वार्ड न.7 व 13 मे इंटरलॉकिंग रोड ,सी सी रोड ,नाली का शिलान्यास नगर पंचायत के अध्यक्ष प्रतिनिधि ने किये सम्पन्न
संजीव सिंह बलिया। नगरा नगर पंचायत  में पंचायत  की वार्डो  के विकास  का कार्य  किया जा रहा है उसी क्रम में आज दिनांक 6-10-2024 को नगर पंचायत नगरा में आज वार्ड न.7 व 13 मे इंटरलॉकिंग रोड ,सी सी रोड ,नाली का शिलान्यास नगर पंचायत के सम्मानित अध्यक्ष प्रतिनिधि उमाशंकर राम ,व  सभासद वार्ड नं 13 संजय बहादुर सिंह ,सभासद वार्ड 7  अंकिता सिंह द्वारा किया गया ।इस शिलान्यास कार्यक्रम में गरिमामय  उपस्थित जिनकी भूमिका रही है।तेज बहादुर सिंह, आलोक सिंह, रामायण यादव,  संतोष सिंह,उमेश यादव,लालू प्रजापति , छटटू यादव, वीरेंद्र प्रजापति ,अर्जुन प्रजापति ,रितेश चौरसिया,राजू खान,गुड्डू अंसारी,मनोज कुमार, छेदी ।सहित अन्य दर्जनों सम्मानित लोगों की उपस्थित  रहे।
बलिया के शिक्षक की याचिका पर हाईकोर्ट ने दिया बड़ा फैसला , जानिए क्या
संजीव सिंह बलिया ।बलिया के शिक्षक साथियों के लिए ख़ुशी की बात है कि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ गड़वार के संयोजक  कुलभूषण व 157 अन्य प्रभारी प्रधानाध्यापकों की रिट ए नंबर 12862 ऑफ 2024 बनाम यूपी राज्य और 3 अन्य पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने प्रभारी प्रधानाध्यापक पद पर कार्य कर रहे सहायक अध्यापकों को प्रधानाध्यापक के समान वेतन देने का आदेश दिया है। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता सिमांत सिंह तथा प्रतिवादी के अधिवक्ता सी.एस.सी. अर्चना सिंह ने अपना पक्ष रखा। बता दें कि कुलभूषण तिवारी गड़वार ब्लाक में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष है।  और उनकी टीम के अथक प्रयास से हाईकोर्ट में लंबित याचिका के सुनवाई के क्रम में यह निर्देश दिया गया है कि ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी जांच करें कि संबंधित याचिकर्ता इंचार्ज प्रधान अध्यापक के पद पर कार्य कर रहे हैं या नहीं। यदि वह कार्य कर रहे हैं तो इंचार्ज बनने की तिथि से अब तक का एरियर तथा प्रधानाध्यापक का वेतन अनुमन्य करें। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता सीमांत सिंह तथा सी.एस.सी. अर्चना सिंह जी थी,साथ ही ये आदेश प्रकाश पाड़िया द्वारा दिया गया ।इस आदेश  को लेकर  बलिया के प्रभारी प्रधानाध्यापको  ने हर्ष  ब्यक्त  किये  जिसमे अजीत सिंह, नीरज उपाध्याय, राधेश्याम पांडेय, अंकुर दुबे अश्विन पांडेय, कृष्णानंद, शशिभान सिंह,नवनीत, पुनीत सिंह  शिक्षकों ने किया।
वृंदावन से आए कलाकारों ने पृथ्वी पुकार व श्रीराम जन्म लीला का मंचन कर उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया
संजीव सिंह बलिया।नगरा नगर पंचायत में नगरा सार्वजनीक रामलीला समिति के तत्वाधान में जनता इंटर कॉलेज के प्रांगण में आयोजित ऐतिहासिक रामलीला के तीसरे दिन 5 तारिख- *नगरा रामलीला प्रसंग- पृथ्वी पुकार रामजन्म*का किया गया  मंचन भारतीय सांस्कृत राम कृष्ण लीला संस्थान वृंदावन से आए कलाकारो ने पृथ्वी पुकार व श्रीराम जन्म लीला का मंचन कर उपस्थित दर्शको का मन मोह लिया। राम जन्म होते ही पूरा पांडाल जय श्री राम के उद्घोष से गूंज उठा। कलाकारो द्वारा मंचित लीला के अनुसार रावण के अत्याचारों से पीडि़त पृथ्वी जब गो रूप धारण कर देवताओं की शरण में पहुंचती है तो उसकी पीड़ा सुनकर देवतागण व्यथित हो जाते हैं। इसके बाद सारे देवता एकत्रित होकर धरती को लेकर भगवान विष्णु के पास जाते है। देवता कहते हैं कि रावण का अत्याचार इतना बढ़ गया है कि चारों ओर त्राहि-त्राहि मची है। भगवान विष्णु उन्हें आश्वासन देते है कि रावण का अत्याचार खत्म करने के लिए वे स्वयं मानव रूप में धरती पर जन्म लेंगे। इसके बाद कोई संतान न होने से दुखित राजा दशरथ संतान प्राप्ति के लिए गुरु वशिष्ठ से सलाह मांगते है। गुरु वशिष्ठ दशरथ को श्रृंगी ऋषि के पास भेजते हैं। श्रृंगी ऋषि राजा दशरथ को पुत्रेष्टि यज्ञ कराने के लिए कहते है। दशरथ जी ऋषि की बात मानकर यज्ञ करते है, और यज्ञ में अग्निदेव प्रकट होते हैं यथा राजा को हवि देते हुए कहते है कि यह तीनों रानियों को खिला देना। आपको पुत्र प्राप्ति होगी। इसके बाद माता कौशल्या के कोख से बाल्य रूप में भगवान राम का जन्म होता है साथ ही माता कैकई के भरत एवं माता सुमित्रा के लक्ष्मण और शत्रुघ्न का जन्म होता है। जैसे ही राजा दशरथ को एक साथ चार पुत्रों के जन्म की सुचना मिलती है, वे प्रसन्न होकर हीरे जवाहरात आदि लुटाते है। रामजन्म होते ही पुरा पांडाल जय श्री राम के उद्घोष से गूंज उठा। सखियां सोहर गाती है, जिससे दर्शक झूमने पर मजबूर हो गए। लीला का शुभारम्भ पूर्व प्रधान मनोज कुमार पांडेय ने भगवान की झांकी की आरती पुजन कर किया। पूर्व प्रमुख निर्भय प्रकाश, राजेश गुप्ता, डा शशि प्रकाश कुशवाहा, रामायण ठाकुर, सुनील गुप्ता, राम प्रसाद गुप्ता,अनिल, बबलू कसेरा, राजू चौहान, रियांशू जायसवाल, राहुल ठाकुर, अमन कुमार आदि की भुमिका सराहनीय रही।