रुझानों में पलटी बाजी, हरियाणा में बड़ा उलटफेर, बीजेपी ने बनाई बढ़त, कांग्रेस पीछे

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हरियाणा में वोटों की गिनती की जा रही है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के रुझान आने शुरू हो गए हैं। हालांकि आगे-पीछे होने का सिलसिला जारी। शुरूआती रूझानों में कांग्रेस बहुमत की सरकार बनाती दिख रही थी। हालांकि कुछ ही मिनटों बाजी पलटती दिख रही है।

हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने वापसी कर ली है। बीजेपी 45 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि कांग्रेस 38 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि अन्य 5 सीटों पर आगे चल रहा है।

वोटों की गिनती शुरू होने के बाद पहली बार बीजेपी ने रुझानों में बढ़त बना ली है।चुनाव आयोग के डेटा के अनुसार बीजेपी अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी कांग्रेस से आगे चल रही है।

हरियाणा में लौट रही कांग्रेस सरकार! अब बढ़ेगा सिरदर्द, कौन बनेगा सीएम- हुड्डा, सैलजा या सुरजेवाला

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हरियाणा में लोगों ने हाथ का साथ दिया है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों की तस्वीर अब धीरे-धीरे साफ होती हुई दिख रही है। शुरुआती रुझानों से ही कांग्रेस पार्टी ने बढ़त बना रखी है। हरियाणा में शुरुआती रुझानों में कांग्रेस की आंधी दिखाई दे रही है। रूझानों की मानें तो कांग्रेस की प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बन रही है। कांग्रेस 10 साल के बाद हरियाणा में वापसी कर रही है। ये कांग्रेस खेमे में बहुत बड़ी जश्न की बात है, हालांकि इसके साथ भी बड़ा सिरदर्द शुरू होने वाला है। सिरदर्द होगा सीएम के सवाल पर। जी हां, सवाल है कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री कौन होगा?

हरियामा में सीएम के कई दावेदार हैं, जो पार्टी आलाकमान की सिरदर्दी बड़ा सकते हैं। इस पद के दोनों प्रमुख दावेदारों भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा ने सोमवार को स्पष्ट किया कि अंतिम फैसला आलाकमान को करना है। हुड्डा और सैलजा ने यह भी कहा कि कांग्रेस आलाकमान का फैसला उन्हें मंजूर होगा।

ये हैं प्रमुख दावेदार

भूपेंद्र सिंह हुड्डा: हरियाणा में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री की रेस में कई नेताओं का नाम चल रहा है। सबसे पहला नाम है भूपेंद्र सिंह हुड्डा का है, जो 10 साल तक हरियाणा के दो बार मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में भी पार्टी के लिए जमकर प्रचार किया था। इस दौरान 10 में से पांच सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी।

कुमारी सैलजा: दूसरा नाम इस लिस्ट में कुमारी सैलजा का है, जो एक दलित चेहरा हैं। वह वर्तमान में सिरसा लोकसभा सीट से सांसद हैं और उनका नाम भी सीएम की रेस में शामिल है। उनकी गांधी परिवार से नजदीकी भी जगजाहिर है। वह हरियाणा की प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।

रणदीप सिंह सुरेजवाला: चौथा नाम रणदीप सिंह सुरजेवाला का है। राज्यसभा सांसद और महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला का भी नाम सीएम पद की रेस में शामिल है। इसके अलावा हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भान के नाम की भी अटकलें लगाई जा रही हैं। बताया जा रहा है कि अगर पार्टी किसी दलित चेहरे के नाम पर आगे बढ़ती है, तो वह भी इस रेस में शामिल हो सकते हैं। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर शनिवार (5 अक्टूबर) को मतदान हुआ था, जबकि नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।

हरियाणा में वोटों की गिनती शुरू, शुरुआती रुझान में कांग्रेस की धमाकेदार एंट्री

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हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है। हरियाणा के सभी 22 जिलों की 90 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज हो रहा है। 1031 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद है, जिसपर फैसला आज हो जाएगा। रुझानों में भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर चल रही है। 5 अक्टूबर को वोटिंग खत्म होने के बाद सामने आए एग्जिट पोल के सर्वे में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत के साथ सरकार मिलने का अनुमान जताया गया है। शुरुआती रुझानों में भाजपा ने नौ सीटों पर बढ़त बना रखी है। कांग्रेस पांच पर आगे चल रही है।

हम तीसरी बार सरकार बनाएंगे- सीएम नायब सिंह सैनी

हरियाणा के सीएम और लाडवा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार नायब सिंह सैनी ने कहा, “आज मतगणना का दिन है और मुझे पूरा विश्वास है कि पिछले दस वर्षों में बीजेपी सरकार द्वारा किए गए कार्यों के परिणामस्वरूप हम तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाएंगे। हमारी सरकार हरियाणा के लोगों की सेवा करती रहेगी। कांग्रेस सत्ता के लिए काम करती है, बीजेपी सेवा के लिए काम करती है।

हुड्डा परिवार जीत पर बांटेगा लड्डू और जलेबी, दिया बड़ा ऑर्डर

हरियाणा चुनाव के रिजल्ट को लेकर कांग्रेस उत्साहित नजर आ रही है। उसने इसके लिए खास तैयारी की है। हुड्डा परिवार ने लड्डुओं के साथ ही जलेबी का भी ऑर्डर दिया। गोहाना के प्रसिद्ध मातूराम हलवाई जलेबी का ऑर्डर दिया गया। जीत की तरफ बढ़ने पर लड्डू के साथ रोहतक और दिल्ली में गोहाना के मातूराम हलवाई की प्रसिद्ध जलेबी बंटेगी। रिजल्ट आने के बाद एक डिब्बा जलेबी हुड्डा परिवार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को भी भेजेगा।

जम्मू-कश्मीर में वोटो की गिनती जारी, रुझानों में भाजपा और कांग्रेस-एनसी में कांटे की टक्कर

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जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। केंद्र शासित प्रदेश में 10 साल बाद चुनाव हुए हैं।साल 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव है।

सुबह 8 बजते ही वोटों की गिनती शुरू हो गई और शुरुआती रुझान आने लगे। अभी कांग्रेस-एनसी गठबंधन और भाजपा में कड़ा मुकाबला दिख रहा है।

अभी तक जम्मू-कश्मीर में 40 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं। कांग्रेस-एनसी गठबंधन जहां 18 तो भाजपा 15 सीटों पर आगे है। अन्य 5 सीटों पर लीड कर रहा है। वहीं, महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी का भी खाता खुल गया है। रुझानों में पीडीपी दो सीटों पर लीड कर रही है।

रुझान में हरियाणा में कांग्रेस को बहुमत, मुरझाया “कमल”

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हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। शुरुआती रुझानों में हरियाणा में कांग्रेस ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। रूझानों के अनुसार, शुरुआती रुझानों में हरियाणा में कांग्रेस को बहुमत मिल गया है। कांग्रेस 49 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं भाजपा ने 21 और अन्य 9 सीटों पर आगे चल रही हैं।

रणदीप सुरजेवाला के घर कैथल में कार्यकर्ता जोश में। स्क्रीन पर रिजल्ट देख रहे हैं और तालियां बजा कर जश्न मना रहे हैं। कैथल विधानसभा सीट से रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला आगे चल रहे हैं। वहीं कुरुक्षेत्र की तीन सीटों पर कांग्रेस आगे चल रही है।

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नततीजों पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “हमें पूरा भरोसा है कि आज पूरे दिन हमें लड्डू और जलेबी खाने को मिलेगी, हम प्रधानमंत्री मोदी को भी जलेबी भेजने वाले हैं। हमें पूरा भरोसा है कि हम जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं।”

कौन-कहां से आगे

• अंबाला कैंट से बीजेपी उम्मीदवार अनिल विज पिछड़ गए हैं.

• ऐलानाबाद से अजय चौटाला आगे चल रहे हैं.

• आदमपुर सीट भव्य विश्नोई आगे हैं.

• फरीदा बाद से लखन सिंगला आगे

• अटेली से बीजेपी की आरती सिंह आगे

• भूपेंद्र सिंह हुड्डा आगे चल रहे हैं.

• कुरुक्षेत्र की तीन सीट से कांग्रेस आगे

• सीएम नायब सैनी लाडवा से पीछे हो गए है.

• हिसार से निर्दलीय प्रत्याशी सावित्री जिंदल आगे चल रही हैं.

• उचाना से दुष्यंत चौटाला पीछे चल रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर में रुझानों में कांग्रेस-एनसी की सरकार, बीजेपी को झटका

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जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों का दिन है। जम्मू-कश्मीर में किसकी सरकार बन रही है, इसकी तस्वीर दिखने लगी है। जम्मू-कश्मीर के अब तक के रुझानों में कांग्रेस-एनसी गठबंधन को बहुमत मिल गया है।

जम्मू कश्मीर में सुबह 9 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस गठबंधन बहुमत की तरफ बढ़ रहा है। कांग्रेस गठबंधन 43 सीटों पर आगे चल रहा है। वहीं भाजपा 29 सीटों पर आगे है। पीडीपी को पांच सीटों पर बढ़त मिली हुई है और अन्य 12 सीटों पर आगे हैं।

बता दें कि एग्जिट पोल ने हंग असेंबली का संकेत दिया था। रुझान भी कुछ उसी तरह का संकेत दे रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि जम्मू-कश्मीर में मामला फंसता है या नहीं।

भारत की स्टार जिमनास्ट दीपा कर्माकर ने किया संन्यास का ऐलान*

भारत की स्टार जिमनास्ट दीपा कर्माकर ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी। दीपा कर्माकर इसी साल एशियन चैंपियनशिप में जीतने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट बनी थीं। बता दें, रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाली दीपा ने 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में जिमनास्टिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वह कॉमनवेल्थ गेम्स में ऐसा करने वाली पहली भारतीय भी बनी थीं। दीपा कर्माकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए संन्यास का ऐलान किया। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, ‘बहुत सोचने के बाद, मैंने ये फैसला ले लिया है, कि मैं जिम्नास्टिक से रिटायर हो रही हूं. ये निर्णय मेरे लिए आसान नहीं था, लेकिन यही सही वक्त है. जिमनास्टिक्स मेरी जिंदगी का एक बहुत बड़ा हिस्सा है, और मैं हर पल के लिए आभारी हूं। दीपा कर्माकर ने आगे लिखा, ‘मुझे वो पांच साल की दीपा याद आती है, जिसको बोला था कि उसके फ्लैट फीट की वजह से वो कभी जिमनास्ट नहीं बन सकती। आज, मुझे अपनी उपलब्धियों को देख कर बहुत गर्व होता है। भारत का विश्व मंच पर प्रतिनिधित्व करना और पदक जीतना, और सबसे खास, रियो ओलंपिक में प्रोडुनोवा वॉल्ट प्रदर्शन करना, मेरे करियर का सबसे यादगार पल रहा है। आज मुझे दीपा को देखकर बहुत खुशी होती है क्योंकि उसने सपने देखने की हिम्मत रखी मेरी आखिरी जीत एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप ताशकंद, एक टर्निंग पॉइंट था, क्योंकि तब तक मुझे लगा कि मैं अपनी बॉडी को और पुश कर सकती हूं, लेकिन कभी-कभी हमारी बॉडी हमें बताती है कि अब आराम का समय आ गया है, लेकिन दिल अभी भी नहीं मानता. मैं भले ही रिटायर हो रही हूं, लेकिन जिम्नास्टिक से मेरा कनेक्शन कभी नहीं टूटेगा। मैं चाहती हूं कि इस खेल को कुछ वापसी दे सकून-शायद मेंटर, कोच, मेरे जैसे और बाकी लड़कियों को सपोर्ट करके।’ त्रिपुरा की दीपा कर्माकर भारत की टॉप जिम्नास्ट में से एक हैं। ओलंपिक के साथ-साथ उन्होंने कई और बड़े इवेंट में देश का नाम रोशन किया। साल 2018 में उन्होंने तुर्की के मर्सिन में एफआईजी आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक्स वर्ल्ड चैलेंज कप की वाल्ट कॉम्पटिशन में देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था। ऐसा करने वाली वह भारत की पहली जिम्नास्ट बनीं थीं। उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में भी कुल 2 मेडल जीते। बता दें, फरवरी 2023 में दीपा करमाकर डोप टेस्ट में फेल हुई थी। इस कारण उन पर बैन लगाया गया था। उन पर बैन 10 जुलाई 2023 तक जारी रहा था।
कांग्रेस ने अल्पसंख्यक मंत्रालय को मुस्लिम मामलों के मंत्रालय में बदला', रिजिजू का कांग्रेस पर बड़ा हमला*

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है। रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को 'मुस्लिम मामलों के मंत्रालय' में बदल दिया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता नेता राहुल गांधी अब झूठा प्रचार कर रहे हैं कि भारत में अल्पसंख्यक असुरक्षित हैं। रिजिजू ने कहा कि मुसलमानों को कांग्रेस का वोट बैंक नहीं बनना चाहिए, क्योंकि इससे केवल देश ही नहीं, बल्कि समुदाय को भी नुकसान पहुंच रहा है। रिजिजू ने कहा, मैं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का प्रभार संभालते हुए कुछ बातें साफ करना चाहता हूं। कांग्रेस के शासन के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को 'मुस्लिम मामलों के मंत्रालय' में बदल दिया गया था। हम इस धारणा को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी सरकार देश के सभी अल्पसंख्यकों के लिए समान रूप से काम कर रही है और देश हित के लिए प्रतिबद्ध है। *मंत्रालय ने केवल मुसलमानों पर फोकस किया-रिजिजू* केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासन में मंत्रालय ने केवल मुसलमानों पर फोकस किया, क्योंकि उन्हें वोट बैंक के रूप में देखा जाता था। रिजिजू ने आगे कहा, नरेंद्र मोदी सरकार की योजनाएं मुसलमानों को उसी तरह लाभ पहुंचा रही हैं, जैसे अन्य समुदायों को। तो फिर मुसलमानों को कांग्रेस के लिए वोट बैंक क्यों बने रहना चाहिए? यह न केवल देश के लिए नुकसानदेह है, बल्कि मुसलमानों के लिए भी। जब वे किसी एक राजनीतिक पार्टी और उसके सहयोगियों के वोट बैंक बन जाते हैं, तो इससे उन्हें अधिक नुकसान होता है। *राहुल गांधी गलत धारणा फैला रहे-रिजियू* रिजिजू ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार सभी छह अल्पसंख्यक समुदायों के साथ काम करेगी और इसको लेकर लोगों को जागरूक करेगी कि राहुल गांधी और उनके सहयोगी यह गलत धारणा फैला रहे हैं कि अल्पसंख्यक भारत में सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी विदेश में देश की छवि खराब करते हैं और भारत विरोधी ताकतों के साथ करते हैं। रिजिजू ने कहा, देखिए किस तरह की राजनीतिक खेली जा रही है? क्या आपने कभी सुना है कि कोई नेता विदेश जाकर देश की छवि खराब करता है? लोग उन्हें दस साल से नकार रहे हैं और अब वे विदेश जाकर देश को बुरा-भला कह रहे हैं।
कांग्रेस ने अल्पसंख्यक मंत्रालय को मुस्लिम मामलों के मंत्रालय में बदला', रिजिजू का कांग्रेस पर बड़ा हमला*

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है। रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को 'मुस्लिम मामलों के मंत्रालय' में बदल दिया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता नेता राहुल गांधी अब झूठा प्रचार कर रहे हैं कि भारत में अल्पसंख्यक असुरक्षित हैं। रिजिजू ने कहा कि मुसलमानों को कांग्रेस का वोट बैंक नहीं बनना चाहिए, क्योंकि इससे केवल देश ही नहीं, बल्कि समुदाय को भी नुकसान पहुंच रहा है। रिजिजू ने कहा, मैं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का प्रभार संभालते हुए कुछ बातें साफ करना चाहता हूं। कांग्रेस के शासन के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को 'मुस्लिम मामलों के मंत्रालय' में बदल दिया गया था। हम इस धारणा को बदलने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी सरकार देश के सभी अल्पसंख्यकों के लिए समान रूप से काम कर रही है और देश हित के लिए प्रतिबद्ध है। *मंत्रालय ने केवल मुसलमानों पर फोकस किया-रिजिजू* केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासन में मंत्रालय ने केवल मुसलमानों पर फोकस किया, क्योंकि उन्हें वोट बैंक के रूप में देखा जाता था। रिजिजू ने आगे कहा, नरेंद्र मोदी सरकार की योजनाएं मुसलमानों को उसी तरह लाभ पहुंचा रही हैं, जैसे अन्य समुदायों को। तो फिर मुसलमानों को कांग्रेस के लिए वोट बैंक क्यों बने रहना चाहिए? यह न केवल देश के लिए नुकसानदेह है, बल्कि मुसलमानों के लिए भी। जब वे किसी एक राजनीतिक पार्टी और उसके सहयोगियों के वोट बैंक बन जाते हैं, तो इससे उन्हें अधिक नुकसान होता है। *राहुल गांधी गलत धारणा फैला रहे-रिजियू* रिजिजू ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार सभी छह अल्पसंख्यक समुदायों के साथ काम करेगी और इसको लेकर लोगों को जागरूक करेगी कि राहुल गांधी और उनके सहयोगी यह गलत धारणा फैला रहे हैं कि अल्पसंख्यक भारत में सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी विदेश में देश की छवि खराब करते हैं और भारत विरोधी ताकतों के साथ करते हैं। रिजिजू ने कहा, देखिए किस तरह की राजनीतिक खेली जा रही है? क्या आपने कभी सुना है कि कोई नेता विदेश जाकर देश की छवि खराब करता है? लोग उन्हें दस साल से नकार रहे हैं और अब वे विदेश जाकर देश को बुरा-भला कह रहे हैं।
संजय रॉय ही है ट्रेनी डॉक्टर का बलात्कारी और हत्यारा..', कोलकाता-कांड में CBI ने दाखिल की चार्जशीट

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट के अनुसार, मुख्य आरोपी संजय रॉय ने पीड़ित डॉक्टर के साथ बलात्कार किया और फिर उसकी हत्या कर दी। सोमवार को अधिकारियों ने जानकारी दी कि सीबीआई ने कोलकाता की विशेष अदालत में यह आरोप पत्र दाखिल किया, जिसमें बताया गया कि रॉय ने 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में इस घटना को अंजाम दिया था। चार्जशीट में यह उल्लेख नहीं किया गया है कि सामूहिक बलात्कार हुआ था, जिससे संकेत मिलता है कि यह अपराध संजय रॉय ने अकेले ही किया था। अधिकारियों के मुताबिक, डॉक्टर रात में खाना खाने के बाद सेमिनार हॉल में आराम करने गई थीं, तभी रॉय ने यह घिनौना काम किया। सीबीआई ने इस मामले में लगभग 200 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, हालांकि अभी भी यह जांच की जा रही है कि क्या इस अपराध में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं। 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर अस्पताल में मृत पाई गई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि उसके साथ दुष्कर्म और बर्बरता हुई थी। इस घटना के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके बाद कोलकाता हाई कोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा। इस बीच, इस घटना के विरोध में और मृत डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए कनिष्ठ डॉक्टरों का आमरण अनशन सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। हालांकि, राज्य सरकार की तरफ से उनकी मांगों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। छह कनिष्ठ डॉक्टर शनिवार से अनशन कर रहे हैं, और बाद में एक और डॉक्टर भी उनके साथ जुड़ गए। 'ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स इन वेस्ट बंगाल' के छह सदस्य भी कनिष्ठ डॉक्टरों के साथ एकजुटता जताने के लिए इस अनशन में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं। एक कनिष्ठ डॉक्टर अनिकेत महतो ने कहा कि हमारा आमरण अनशन जारी है। राज्य सरकार से हमें कोई संदेश नहीं मिला है। हम अपनी सभी मांगें पूरी होने तक यह अनशन जारी रखेंगे। कोई भी बाहरी दबाव हमें अपनी मृत बहन के लिए न्याय मांगने की हमारी राह से नहीं हटा सकता... अभी नहीं तो कभी नहीं।