सरायकेला : जेएसएससी द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा पिछले आठ सालों से विवादित कारणों से रद्द होता आया है।मांग को लेकर झारखंड के छात्र निरंतर आंदोलन
सरायकेला : जेएसएससी द्वारा आयोजित सीजीएल परीक्षा पिछले आठ सालों से विवादित कारणों से रद्द होता आया है। यह परीक्षा 21-22 सितंबर 2024 को 639900 अभ्यर्थियों के लिए 823 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित किया गया, जिसमें 72 क्वेश्चन को रिपीट किया गया तथा परीक्षा से पूर्व ही क्वेश्चन पेपर लीक किया गया। जबकि पूर्व में 08/10/2017 को हुए हो भाषा का परीक्षा रिपीटेशन के कारण जेएसएससी द्वारा वह परीक्षा रद्द किया गया था। तत्काल में विवादित जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर झारखंड के छात्र निरंतर आंदोलनरत है। लगातार त्रिदिवसीय आंदोलन में पहला दिन राज्य भर में मसाल जुलूस, दूसरा दिन 5 लाख से ज्यादा ट्वीट-री-ट्वीट करके #cancel_jssc_cgl हैशटैग को दिन भर नंबर वन पर ट्रेंड में रखा गया और आज आंदोलन का तीसरा दिन (सोमवार) उपायुक्त के माध्यम से सरकार को ज्ञापन देना था।
लेकिन छात्रों के आर्थिक तंगी को देखते हुए जिला न जाकर  चांडिल अनुमंडल / ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के छात्र और अभिभावक चांडिल अनुमंडल प्रांगण में एक दिवसीय शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन एवं अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से सरकार को ज्ञापन दिया गया।
इस कार्यक्रम में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के केंद्रीय सचिव गोपेश महतो, केंद्रीय संगठन महासचिव फूलचांद महतो, युवामोर्चा केंद्रीय मंत्री आकाश गुलियर, युवा मोर्चा केंद्रीय प्रवक्ता संखुआर आदित्य, सीजीएल के छात्र जयप्रकाश महतो, बीरबल गोप, अश्विनी महतो, प्रियरंजन दस आदि के अलावे जेएलकेएम के सैकड़ों सदस्यों ने भाग लिया।
सरायकेला : ललिता पंचमी का त्यौहार देवी ललिता को समर्पित है।...
ललिता पंचमी आज  ललिता पंचमी का त्यौहार देवी ललिता को समर्पित है और पारंपरिक हिंदू कैलेंडर के अनुसार आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि (5वें दिन) को मनाया जाता है। हिंदू इस दिन अपने देवी के सम्मान में उपवास रखते हैं और इस अनुष्ठान को 'उपांग ललिता व्रत' के नाम से जाना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी ललिता सबसे महत्वपूर्ण 10 महाविद्याओं में से एक हैं। उन्हें 'षोडशी' और 'त्रिपुरा सुंदरी' के नाम से भी जाना जाता है।

ललिता पंचमी की तिथि व समय  07 अक्टूबर, सुबह 9:48 बजे से 08 अक्टूबर, सुबह 11:18 बजे तक देवी ललिता को देवी दुर्गा या शक्ति का अवतार भी माना जाता है।


इसलिए ललिता पंचमी नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव के दौरान मनाई जाती है , जो पांचवें दिन होती है। यह एक व्यापक मान्यता है कि देवी की पूजा करने और ललिता पंचमी पर व्रत रखने से सुख, ज्ञान और धन की प्राप्ति होती है। गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों में ललिता पंचमी का पालन बहुत लोकप्रिय है। इन राज्यों में, देवी ललिता की पूजा देवी चंडी की तरह ही 'ललिता सहस्रनाम', 'ललितोपाख्यान' और 'ललितात्रिशती' जैसे पूजा अनुष्ठानों के साथ की जाती है। इसलिए ललिता पंचमी का त्यौहार पूरे देश में उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है। ललिता पंचमी के दौरान अनुष्ठान


ललिता पंचमी पर उपवास एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है और इसे 'ललिता पंचमी व्रत' के रूप में जाना जाता है। इस पवित्र व्रत को करने से भक्तों को अपार शक्ति और सामर्थ्य की प्राप्ति होती है। इस दिन देवी के सम्मान में विशेष अनुष्ठान और पूजा की जाती है। कुछ स्थानों पर सामूहिक पूजा होती है जिसमें सभी महिलाएं एक साथ प्रार्थना करती हैं। ललिता पंचमी पर देवी ललिता के साथ-साथ हिंदू भक्त भगवान शिव और स्कंदमाता की भी पूजा करते हैं। ललिता पंचमी के दिन देवी ललिता के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखी जा सकती है। वे दूर-दूर से इस दिन विशेष रूप से आयोजित पूजा अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए आते हैं। कुछ क्षेत्रों में, इस दिन भव्य मेलों का भी आयोजन किया जाता है जो बहुत उत्साह और उमंग प्रदान करते हैं। इस दिन देवी ललिता को समर्पित वैदिक मंत्रों का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन की सभी समस्याएं, चाहे व्यक्तिगत हो या व्यावसायिक, तुरंत हल हो जाती हैं। ललिता पंचमी पर महत्वपूर्ण समय सूर्योदय 07 अक्टूबर, 6:24 पूर्वाह्न सूर्यास्त 07 अक्टूबर, शाम 6:04 बजे पंचमी तिथि का समय 07 अक्टूबर, 09:48 पूर्वाह्न

- 08 अक्टूबर, 11:18 पूर्वाह्न ललिता पंचमी का महत्व .

ललिता पंचमी का धार्मिक महत्व विभिन्न हिंदू धर्मग्रंथों जैसे 'कालिका पुराण' में पढ़ा जा सकता है। हिंदू संस्कृति में देवी ललिता की पूजा को बहुत महत्वपूर्ण और विशेष माना जाता है। किंवदंतियों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि इस शुभ दिन पर देवी ललिता 'भंडा' को हराने के लिए प्रकट हुई थीं, जो कामदेव की राख से बना एक राक्षस था। इसलिए ललिता पंचमी को देवी ललिता के प्रकट होने या 'जयंती' के रूप में मनाया जाता है। देवी ललिता देवी दुर्गा का अवतार हैं और 'पंच महाभूतों' (पृथ्वी, वायु, अग्नि, जल और अंतरिक्ष के रूप में दर्शाए गए पांच तत्वों) से जुड़ी हैं। भारत के दक्षिणी क्षेत्र में देवी ललिता को देवी चंडी का ही एक रूप माना जाता है। ललिता पंचमी के दिन भक्त पूरे मन से देवी की पूजा करते हैं और उनके सम्मान में कठोर व्रत रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन देवी के दर्शन मात्र से जीवन में आने वाले कष्टों और परेशानियों से मुक्ति मिलती है। पूजा से प्रसन्न होकर देवी अपने भक्तों को संतोष और खुशी का आशीर्वाद देती हैं।

ललिता माता का मंत्र।

*ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौ: ॐ ह्रीं श्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं सकल ह्रीं सौ: ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं नमः*। पंचमी के दिन इस ध्यान मंत्र से मां को लाल रंग के पुष्प, लाल वस्त्र आदि भेंट कर इस मंत्र का अधिकाधिक जाप करने से जीवन की आर्थिक समस्याएं दूर होकर धन की प्राप्ति के सुगम मार्ग मिलता है।


ललिता पंचमी की विधि  ललिता पंचमी के शुभ दिन, भक्त श्रद्धापूर्वक देवी ललिता त्रिपुरा सुंदरी की पूजा करते हैं। पूजा विधि इस प्रकार है:


पूजा की तैयारी: ललिता पंचमी के एक दिन पहले, पूजा की तैयारी कर लेनी चाहिए। इसमें पूजा स्थल की साफ-सफाई करना, स्नानादि करके स्वयं को शुद्ध करना और पूजा सामग्री जुटा लेना शामिल है। पूजा सामग्री: देवी ललिता त्रिपुरा सुंदरी की मूर्ति या तस्वीर चौकी या आसन गंगाजल दीपक और तेल अगरबत्ती या धूप रोली, मौली और कलावा सिंदूर सफेद वस्त्र पुष्प (गुलाब, कमल, जवाहर फूल आदि) फल (शामिल करें – आम, केला, सेब) मिठाई (पंचामृत या उनका पसंदीदा भोग) पान के पत्ते सुपारी ।

ललिता पंचमी की पूजा विधि:


सूर्योदय से पहले उठें और स्नान कर के स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और चौकी या आसन बिछाएं। देवी ललिता त्रिपुरा सुंदरी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। दीपक जलाएं और अगरबत्ती या धूप जलाएं। देवी ललिता को जल अर्पित करें और उन्हें स्नान कराएं। रोली, मौली और कलावा चढ़ाएं। सिंदूर का अर्पण करें। सफेद वस्त्र अर्पित करें। पुष्प, फल और मिठाई का भोग लगाएं। पान के पत्ते और सुपारी अर्पित करें। ललिता सहस्रनाम का पाठ करें या “ॐ श्री ललितायै नमः” मंत्र का जप करें। आरती करें और देवी ललिता का ध्यान करें। प्रार्थना करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। पूजा के बाद प्रसाद का वितरण करें।


ललिता पंचमी के उपाय ।

ललिता पंचमी के दिन कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं, जिनसे देवी ललिता की कृपा प्राप्त करने में सहायता मिलती है। ये उपाय इस प्रकार है।

लाल वस्त्र धारण करें ।

लाल रंग को देवी ललिता का प्रिय रंग माना जाता है। इसलिए, इस दिन लाल वस्त्र धारण करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।


कन्या पूजन ।

कुछ स्थानों में ललिता पंचमी के दिन कन्या पूजन करने की परंपरा है। इसमें नौ कन्याओं को भोजन कराया जाता है और उन्हें उपहार दिया जाता है।

श्री यंत्र की स्थापना और पूजा ।

श्री यंत्र को देवी ललिता का निवास स्थान माना जाता है। इस दिन श्री यंत्र की स्थापना करके उसकी विधिवत पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है।
ललिता चालीसा का पाठ ।

ललिता चालीसा का नियमित पाठ करने से देवी ललिता की कृपा प्राप्त होती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।


ललिता पंचमी की कथा ।

पुराणों के अनुसार जब माता सती अपने पिता दक्ष द्वारा अपमान किए जाने पर यज्ञ अग्नि में अपने प्राण त्‍याग देती हैं तब भगवान शिव उनके शरीर को उठाए घूमने लगते हैं, ऐसे में पूरी धरती पर हाहाकार मच जाता है। जब विष्‍णु भगवान अपने सुदर्शन चक्र से माता सती की देह को विभाजित करते हैं, तब भगवान शंकर को हृदय में धारण करने पर इन्हें ललिता के नाम से पुकारा जाने लगा।

सरायकेला : ईचागढ़ थाना क्षेत्र में बालू के अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ अभियान चलाया.
सरायकेला जिला खनन विभाग ने पांच अक्टूबर की देर रात ईचागढ़ थाना क्षेत्र में बालू के अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ अभियान चलाया. औचक छापामारी अभियान में ईचागढ़ थाना की पुलिस भी शामिल थी. खनन विभाग की टीम ने ईचागढ़ थाना की पुलिस के साथ मिलकर सोड़ो, जारगोडीह, वीरडीह आदि स्थानों पर जांच की. इस दौरान स्टॉक लाइसेंस वालों के स्टॉक स्थल के सामने भी जांच की गई

अभियान में टीम को किसी प्रकार की सफलता नहीं मिली. खनन विभाग की टीम ने बताया कि अभियान के दौरान ईचागढ़ थाना क्षेत्र में कहीं भी बालू लदा हाइवा और ट्रैक्टर नहीं मिला. रात में देर तक अभियान चलाने के बाद टीम लौट गई. इस दौरान टीम को सरायकेला क्षेत्र में बालू के अवैध परिवहन के खिलाफ सफलता मिली. खनन विभाग को अवैध रूप से बालू ले जाते ट्रैक्टर मिला है. सरायकेला-खरसावां जिला खनन विभाग एक सप्ताह का विशेष अभियान शुरू किया है. इस दौरान जिला क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों में दिन-रात छापामारी अभियान चलाया जा रहा है

सरायकेला : जिला के नीमडीह मे 2 करोड़ 65 लाख कि लागत से बनने वाले सड़क का विधायक ने किया शीलान्यास ।...
सरायकेला : जिला के नीमडीह मे 2 करोड़ 65 लाख कि लागत से बनने वाले सड़क का विधायक ने किया शीलान्यास मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत स्वीकृत नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के हुंडरु पाथरडीह पीडब्लूडी पथ से चिंगरा तक निर्माण होने वाले 3.20 किमी सड़क का शीलान्यास रविवार को विधायक सविता महतो ने विधिवत शीलापट्ट अनावरण कर किया। शीलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए विधायक सविता महतो ने कहा कि हुंडरु पाथरडीह पीडब्लूडी पथ से चिंगरा तक निर्माण होने वाले 3.20 किमी सड़क का निर्माण 265.253 लाख रुपये कि लागत से किया जाएगा। उन्होंने कहा सड़क का निर्माण होने से ग्रामीणों को यातायात में सुविधा होगी। विधायक ने सड़क निर्माण करने वाले संवेदक को सड़क का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण व ससमय करने का निर्देश दिया। शीलान्यास मे झामुमो केंद्रीय सदस्य काबलु महतो, प्रखंड अध्यक्ष हरिदास महतो, विश्वनाथ गोप, हरेकृष्ण सिंग सरदार, हरिपोदो महतो, टिंकू महतो, यदुपति महतो समेत काफी संख्या मे ग्रामीण महिला पुरुष व झामुमो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सरायकेला : चांडिल के धातकीडीह में एचएलएम ट्रॉफी सीजन - 3 का हुआ भव्य आगाज।फुटबॉल मैच का शुभारंभ एचएलएम ट्रॉफी के समापन समारोह में सुदेश महतो।...
रायकेला :चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के धातकीडीह में रविवार को विशाल फुटबॉल प्रतियोगिता एच एल एम ट्रॉफी सीजन - 3 का आगाज हुआ। आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव एवं जन सेवा ही लक्ष्य के संस्थापक हरेलाल महतो के जन्मदिन के अवसर पर यह भव्य आयोजन किया जाता है। रविवार को आजसू नेता हरेलाल महतो ने धातकीडीह फुटबॉल मैदान में अपने समर्थकों व कार्यकर्ताओं के साथ केक काटकर अपना जन्मदिन मनाया। इसके बाद दो दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। पद्मश्री एवं द्रोणाचार्य से सम्मानित नेशनल आर्चरी कोच पूर्णिमा महतो, पद्मश्री छूटनी महतो व पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने संयुक्त रूप से फुटबॉल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। अतिथियों ने फुटबॉल को किक मारकर तथा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस अवसर पर नेशनल आर्चरी कोच पूर्णिमा महतो ने कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्रों में इस तरह का भव्य आयोजन कम ही देखने को मिलता है, एचएलएम ट्रॉफी जैसे खेल आयोजन से क्षेत्र के युवा एवं खिलाड़ी प्रोत्साहित होंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह का आयोजन सराहनीय एवं साहसिक प्रयास है। मौके पर पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने हरेलाल महतो को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि ईचागढ़ विधानसभा एक सुदूरवर्ती इलाकों का समूह है। यहां ऐसे भव्य खेल का आयोजन होना अपने आप मे बड़ी बात है। ऐसे प्रतियोगिता से न केवल स्थानीय खिलाड़ियों को मंच प्राप्त होता है, बल्कि उन्हें अनुभव प्राप्त करने का बेहतर अवसर प्राप्त होता है। रामचंद्र सहिस ने ईचागढ़ वासियों से अपील करते हुए कहा कि ईचागढ़ की जनता अपने बेटे हरेलाल महतो के हाथों को मजबूत बनाने का काम करें, आपका बेटा आपकी सेवा में सदैव समर्पित है। एडीबी ग्रुप ने फाइनल में बनाई जगह प्रथम दिन आठ टीम के बीच महामुकाबला हुआ, जिसमें पहला मैच एडीबी ग्रुप बनाम लाल सागर स्माइल क्लब हुआ। प्रथम दिन सभी टीमों को पछाड़कर एडीबी ग्रुप ने फाइनल मैच के लिए स्थान प्राप्त कर लिया है। एचएलएम ट्रॉफी फुटबॉल मैच देखने को सुबह से ही दर्शकों व खेल प्रेमियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। फुटबॉल मैच संपन्न होने के बाद शाम को रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन हुआ। प्रसिद्ध स्थानीय गायक कुंदन कुमार गोप की टीम द्वारा मानभूम गीत तथा नृत्य की प्रस्तुति दी गई। गायक कुंदन कुमार गोप व गायिका कनिका कर्मकार तथा मानभूम कलाकार शैलेंद्र व रितु मेहता की जोड़ी ने दर्शकों का मन मोह लिया। वहीं, कुंदन कुमार के गीतों पर युवाओं ने खूब मनोरंजन किया। दो दिवसीय एच एल एम ट्रॉफी में कुल 16 टीम भाग लेंगे। 6 अक्टूबर को 8 टीमों के बीच मुकाबला हुआ और 7 अक्टूबर को शेष 8 टीम का मैच होगा। विजेता टीम को जन सेवा ही लक्ष्य की ओर से दो लाख ( 200000), उपविजेता को डेढ़ लाख (1,50, 000) की राशि से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा तृतीय एवं चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाले टीम को एक - एक लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। वहीं, बेस्ट खिलाड़ी तथा बेस्ट गोलकीपर को साइकिल दी जाएगी। ईचागढ़ विधानसभा को पांचवा एम्बुलेंस आजसू केंद्रीय महासचिव एवं जन सेवा ही लक्ष्य के संस्थापक हरेलाल महतो ने अपने जन्मदिन के अवसर पर ईचागढ़ विधानसभा के जनता के लिए पांचवा एम्बुलेंस प्रदान किया। उन्होंने बताया कि चांडिल प्रखंड के क्षेत्रफल काफी बड़ा है, इसलिए एक एम्बुलेंस से परेशानी हो रही थी। सोमवार को मुख्य अतिथि सुदेश कुमार महतो के हाथों से नया एम्बुलेंस जनता को समर्पित किया जाएगा। यह एम्बुलेंस विशेष रूप से चांडिल बाजार के लोगों की सेवा में उपलब्ध रहेगा। सोमवार को एच एल एम ट्रॉफी का समापन समारोह होगा। समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो शामिल होंगे। इसके अलावा विशिष्ट तथा विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में रक्षा राज्यमंत्री एवं रांची सांसद संजय सेठ, गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस, गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो आदि शामिल होंगे। इन्हीं अतिथियों द्वारा प्रतियोगिता के विजेता व उपविजेता टीम को सम्मानित किया जाएगा। समापन समारोह के अवसर पर फुटबॉल मैदान पर ही रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है। ब्रम्हानंद हृदयालय ब्लड बैंक, तमोलिया के सौजन्य से स्वेच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया है। रक्तदाताओं को जन सेवा ही लक्ष्य की ओर से सम्मानित किया जाएगा। आज की मुख्य उपस्थिति : जेएफसी प्रबंधक मुकुंद विनायक चौधरी, महंत विद्यानंद सरस्वती, महंत मेघानंद सरस्वती, आजसू जिलाध्यक्ष सचिन महतो, सत्यनारायण महतो, अमला मुर्मू, प्रखंड अध्यक्ष दुर्योधन गोप, दिगंबर सिंह, अरुण महतो, गोपेश महतो, प्रबोध उरांव, बासुदेव प्रमाणिक, मनोरंजन ठाकुर, माधव सिंह मुंडा, प्रदीप गिरी, मुखिया सुबोधनी माहली, ज्योतिलाल माहली, रीना महतो, रेणुका पुराण, सुलोचना प्रमाणिक, गुरुचरण महतो, दिनेश सिंह, बिजय मोदक, पीयूष दत्ता, सौभिक हालदार समेत सैकड़ों अतिथि मौजूद थे।
सरायकेला : मातकमडीह पंचायत के दर्जनों गांव में  सुखराम हेम्ब्रम ने  चलाया जनसंपर्क अभियान, ग्रामीणों का मिला समर्थक । ईचागढ़ में होगा बदलाव।...
रायकेला :चांडिल अनुमंडल अंतर्गत  स्वच्छ चांडिल स्वस्थ चांडिल के संस्थापक सुखराम हेम्ब्रम द्वारा मातकमडीह पंचायत के दर्जनों सुदूरवर्ती गांव रेयारदा बारसिड़ा ,लापाईबेड़ा, गुटिउली ,ढेबरागोड़ा, कादलाकोचा, धबातंबा ,चुटियाखाल , केन्दुआटांड़ नूतनडीह  आदि गांव में श्री हेंब्रम ने हजारों समर्थकों के साथ जनसंपर्क अभियान चलाया।

वही सुखराम हेम्ब्रम द्वारा गांव- गांव में चलाए जा जनसंपर्क अभियान के तहत प्रतिदिन हजारों लोग जुड़ रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा  कि इस बार ईचागढ़  विधानसभा चुनाव में बाहरियों नेता से मुक्ति करने का संकल्प लिया। जनसंपर्क अभियान के दौरान सुखराम हेम्ब्रम ने लोगों की जनसमस्याओं को सुना ओर हर संभव समाधान करने का आश्वासन दिया। वहीं जनसंपर्क के दौरान स्थानीय लोगों सुखराम हेम्ब्रम को जानकारी दिया की देश की आज़ादी के साथ झारखंड राज्य अलग हुए 40 वर्षों हो गया परंतु  मातकमडीह पंचायत का हर एक गांव में समस्याओ का अंबार पड़ा है। घोर नक्सल प्रभावित होने के कारण इस पंचायत के विभिन्न गांव केंद्र और राज्य सरकार की योजना नही पहुंचाया गया। जिसके कारण आज भी ग्रामीण कच्चे मिट्टी सड़क में आवाजाही करते हे।

आज तक राज्य अलग होने के बाद भी गांव में  बिजली, स्वास्थ केंद्र , पकी सड़क , शुद्ध पेयजल की घोर संकट बताया जा रहा  है। ग्रामीण आज भी झरनों की पानी पीने को मजबूर हैं। श्री हेंब्रम ने आश्वासन दिया  जल्द ही समस्या का समाधान होगा। उन्होने कहा की आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर लोगों से विचार-विमर्श किया गया जिसमें अपार जनसमर्थन मिल रहा हे । इस मौके पर मातकमडीह पंचायत मुखिया सुखलाल मुर्मू, डोमन बास्के ग्राम प्रधान गोंदराम सिंह मुंडा,सागु मुंडा, जगदीश मुंडा, भद्रु गोप,गुरुवा सिंह सरदार, लाल मोहन गोराई लालसिंह मुंडा, बुद्धेश्वर टुडू, राजाराम हेम्ब्रम, महेश्वर माडी॔,प्रकाश माडी॔,हाड़ीराम सोरेन, मोहम्मद मुर्तजा, महेंद्र माडी॔,भास्कर टुडू आदि एवं सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।
सरायकेला : शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन रविवार को आदि शक्ति देवी दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कुष्मांडा की पूजा-अर्चना की गई।पूजन के लिए कलश यात्रा
सरायकेला : शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन रविवार को आदि शक्ति देवी दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कुष्मांडा की पूजा-अर्चना की गई. सार्वजनिक श्रीश्री नवदुर्गा पूजा समिति चौका की ओर से आयोजित दुर्गोत्सव में रविवार को माता के दर्शन-पूजन के लिए बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे. माता के चौथे स्वरूप की पूजा-अर्चना करने वालों में महिलाओं की संख्या अधिक थी. यहां सुबह सबसे पहले माता के पूजन के लिए कलश यात्रा निकाली गई. कलश स्थापना के बाद नवदुर्गा मंदिर में देवी का पूजन प्रारंभ हुआ. इसके साथ ही मंदिर में चंडीपाठ भी किया गया. पूजा-अर्चना और आरती के बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. इसके साथ ही नवरात्रि का व्रत रखने वाले श्रद्धालु अपने घरों में माता का कलश स्थापित कर सुबह-शाम मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. माता के जयकारें से गूंजा वातावरण चौका मोड़ स्थित नवदुर्गा मंदिर में मां कुष्मांडा के दर्शन-पूजन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. यहां दूर-दराज से श्रद्धालु माता की दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं. मंदिर में गूंजते मां दुर्गा के भजनों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया है. इसके साथ ही चौका में चल रहे रामकथा सुनने के लिए भी दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. भक्तिमय वातावरण में रामकथा सुनकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो रहे हैं. इस वर्ष रामकथा सुनाने के लिए सोनाहातु, रांची के पंडित शक्तिपद चटर्जी और अवकनाश चटर्जी चौका पहुंचे हैं. रामकथा के बाद मंदिर में संध्या आरती की जा रही है. संध्या आरती के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर माता की आरती कर रहे हैं. सोमवार को यहां देवी दुर्गा के पांचवें स्वरूप मां स्कंधमाता की पूजा की जाएगी. इसके पूर्व कलश यात्रा निकाली जाएगी ।
सरायकेला : स्वच्छता पखवाड़ा के हठ आज आद्रा मंडल द्वारा कई महत्वपूर्ण ट्रेनों में स्वच्छता जांच एवं सफाई अभियान बोकारो, बर्नपुर समेत विभिन्न...
सरायकेला : आद्रा मंडल में  01 अक्टूबर से 15 अक्टूबर 2024 तक आयोजित स्वच्छता पखवाड़ा के हठ आज आद्रा मंडल स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए कल शुरू हुआ " स्वच्छ ट्रेन" अभियान रविवार  को भी जारी रहा। इस अभियान के अंतर्गत यात्रियों के सफर को और भी स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अभियान के तहत, कई महत्वपूर्ण ट्रेनों में स्वच्छता जांच एवं सफाई अभियान बोकारो, बर्नपुर समेत विभिन्न स्टेशनो पर चलाए गया। इन प्रमुख ट्रेनों में, 13352 अल्लापूजा-धनबाद एक्सप्रेस, 06064 क्वेम्बटूर-धनबाद एक्सप्रेस, 12801 पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, 12365 जनशताब्दी एक्सप्रेस, 18183 टाटा-बक्सर एक्सप्रेस आदि शामिल है। इस दौरान ट्रेनो की स्टेशन पर पहुंचने पर गहन साफ-सफाई की गई तथा इसका विशेष ध्यान रखा गया कि यात्रियों को गंदगी से मुक्त स्वच्छ वातावरण मिले और उन्हें स्वच्छ यात्रा का अनुभव हो सके। इसके अतिरिक्त इस दौरान मंडल के विभिन्न स्टेशनो, कार्यालयों, रेलवे ट्रेक, हेल्थ इकाइयों एवं आवासीय परिसरो में भी स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और यात्रा के दौरान कूड़ा-कचरा न फैलाने के प्रति सतर्क करना है। रेल प्रशासन यात्रियों से अपील करता है कि वे भी इस अभियान का हिस्सा बनें और यात्रा के दौरान स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें ताकि सभी को एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण में यात्रा का अनुभव मिल सके।
सरायकेला : अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस सप्ताह के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का किया गया आयोजन ।...
सरायकेला :अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस सप्ताह के अवसर पर राज्य महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के निर्देशा अनुसार एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमति सत्या ठाकूर सरायकेला कें मार्गदर्शन में सखी स्टाॅप सेन्टर के कर्मियों द्वारा कस्तुरबा आवासीय विघालय आदित्यपूर *में शिक्षा, पोषण कानूनी अधिकार चिकित्सा देखभाल महिलाओं कें प्रति हिंसा एंवम बाल बिवाह* विषयों पर आवासित छात्रओं को जागरूक किया गया। एवं छात्राओं के बीच *बेटी बचाओं एवं बेटी पढ़ाओं* से संम्बधीत क्वीज एवं निबंध प्रतियोगिता लेखन का आयोजन किया गया, साथ ही कार्यक्रम के समापन उपरान्त पौधा रोपन कार्यक्रम का अयोजन करते हुए छात्राओं क बीच पर्यावरण के महत्व पर प्रकाश डाला गया उक्त कार्यक्रम में शिक्षिकाए एवं स्कूल के छात्राऐं उपस्थीत रहें।
सरायकेला:लोको निरीक्षकों ने कहा कि कवच जैसी टेक्नोलॉजी से पायलटों को मिलेगी मदद, बढ़ेगा विश्वास: प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव।...
रायकेला : केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नासिक दौरे के दौरान मुख्य लोको निरीक्षकों से सुरक्षित रेल परिचालन, टेक्नोलॉजी के अपग्रेडेशन, लोको पायलटों के विश्राम, नियमित प्रशिक्षण जैसे मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की और लोको निरीक्षकों से महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त किये। नासिक स्थित भारतीय रेलवे विद्युत इंजीनियरिंग संस्थान (आईआरईईएन) में प्रशिक्षण ले रहे चीफ लोको इंस्पेक्टर्स के साथ रेल मंत्री ने भारतीय रेलवे पर लोकोमोटिव संचालन के आधुनिकीकरण और सुरक्षा उपायों को बढ़ाने से संबंधित विभिन्न प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।

रेल मंत्री वैष्णव ने सामान्य रूप से अपने प्रशिक्षण अनुभवों और विशेष रूप से 'कवच' के उपयोग के बारे में सीएलआई से बातचीत की। सीएलआई ने इस बारे में अपनी अंतर्दृष्टि साझा की कि कैसे कवच प्रणाली गति बनाए रखने और ट्रेन संचालन के दौरान सुरक्षा और समय की पाबंदी दोनों में सुधार करने में उनका आत्मविश्वास बढ़ाती है।

चर्चाओं में आधुनिक ब्रेकिंग सिस्टम, लोकोमोटिव में नई तकनीक और प्रभावी चालक दल प्रबंधन प्रथाओं पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। भोपाल डिवीजन के सीएलआई एस के राठी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि 'जैसे इंटरलॉकिंग स्टेशन मास्टर के लिए, पीएससी स्लीपर ट्रैक ट्रैकमैन की मदद करता है, वैसे ही कवच तकनीक लोको पायलटों को सुरक्षित ट्रेन संचालन में मदद करती है।" इसी क्रम में, एक सीएलआई ने कहा कि कवच तकनीक न केवल सुरक्षित ट्रेन संचालन की ओर ले जाती है, बल्कि उन्हें और उनके परिवार को तनाव मुक्त भी रखती है। कवच एसपीएडी (सिग्नल पासिंग एट डेंजर) घटनाओं को रोकने में मदद करता है और लेवल क्रॉसिंग गेट्स पर सुरक्षा सुनिश्चित करता है, ऐसा एक अनुभव सीएलआई ने बताया।

रेल मंत्री ने चालक दल के लिए काम करने की स्थिति में सुधार करने के लिए रेलवे के प्रयासों की सराहना की, जिसमें 100% वातानुकूलित रनिंग रूम और रनिंग स्टाफ के लिए बेहतर सुविधाएँ शामिल हैं। उन्होंने ड्यूटी रोस्टर को विभाजित करके ड्यूटी के घंटों को कम करने और लोको कैब को एयर कंडीशनिंग, शौचालय और एर्गोनोमिक सीटों से लैस करके उनकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए चल रहे प्रयासों की भी सराहना की।

रेल मंत्री ने सीएलआई से आग्रह किया कि वे शुरू की जा रही आधुनिक प्रौद्योगिकियों का पूरा लाभ उठाएं तथा भारतीय रेलवे के उच्च मानकों को बनाए रखने में निरंतर सीखने, समर्पण और प्रतिबद्धता के महत्व पर बल दिया।