नवादा :- गांजा के साथ एक गिरफ्तार, एक फरार
नवादा जिले के रुपौ पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर रुपौ बाजार के दो दुकानों में छापामारी कर अवैध रूप से बेचे जा रहे गांजा बरामद किया है। इस क्रम में एक तस्कर को गिरफ्तार किया जबकि दूसरा फरार होने में सफल रहा। इस बावत थाने में प्राथमिकी दर्ज कर फरार की गिरफ्तारी के लिए छापामारी आरंभ की गयी है। थानाध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि रुपौ बाजार में दो तस्करों द्वारा गांजा की बिक्री किये जाने की गुप्त सूचना मिली। सूचना के आलोक में की गयी त्वरित कार्रवाई में रुपौ गांव के मदन सिंह को एक किलो 270 ग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार कर लिया जबकि रामपुकार तिवारी पुलिस को देख गांजा छोड़ फरार हो गया। तिवारी द्वारा छोड़े गए कुल गांजा का वजन 850 ग्राम है। तिवारी की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है। गांजे को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। गिरफ्तार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- पुलिस की अनदेखी के कारण दलित महिला पर लगातार हो रहा अत्याचार, दुबारा मारपीट में जख्मी महिला को बिम्स किया गया रेफर
नवादा :- पुलिस की अनदेखी के कारण दलित महिला पर लगातार हो रहा अत्याचार, दुबारा मारपीट में जख्मी महिला को बिम्स किया गया रेफर जहां लाभ न मिले वहां पुलिस का पैर भी नहीं पड़ता, चाहे मामला कितना ही गंभीर क्यों न हो।
हाल यही रहा तो पुलिस से लोगों का भरोसा तो टूटेगा ही अपराध व अपराधियों का बोलबाला होगा। ताज़ा मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के लौंद पंचायत हेमजा देवपाल गांव का है।

दलित बंगाली चौधरी कि पत्नी मंजू देवी के साथ गांव के ही आरोपी यादवों ने मारपीट व गाली- गलौज किया था। थाने में आवेदन दे मामले की जांच व कार्रवाई की मांग की थी। चुंकि पुलिस को कुछ देने में असमर्थ थी, इसलिए पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। जाहिर है जब पुलिस की ओर से किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई तो आरोपी का मनोबल बढ़ा। केश दर्ज होने की जानकारी मिलने के बाद पुनः शनिवार कि सुबह करीब आठ बजे दर्जनों कि संख्या में लाठी डंडा से लैस होकर घर पर हमला कर दिया। खाना बनाने के लिए चूल्हा पर बैठी अकेली महिला मंजू देवी को पीट पीट कर अधमरा कर दिया।

बीच बचाव में आये दस वर्षीय पुत्र की भी बेरहमी पूर्वक पिटाई कर दिया। मंजू देवी को सदर अस्पताल में ऊपचार के बाद चिकित्सक ने पावापुरी रेफर कर दिया जहां. स्थिति चिंता जनक बनी हुई है। सिरदला पुलिस के द्वारा केश दर्ज करने के बाद घटना स्थल पर पहुंचकर आरोपी को फटकर लगाते हुए कानूनी कार्यवाई होती तो आरोपी पक्ष दुबारा इस तरह दलित महिला पर अत्याचार नहीं करता। पुलिस कार्रवाई के बजाय अब मौत का इंतजार कर रही है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट!
नवादा:प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित दस गिरफ्तार,प्रसूति की मौत के बाद हुई बड़ी कार्रवाई मृतका के परिजनों ने शव के साथ प्रजातंत्र चौक किया जाम
नवादा जिले के पकरीबरावां प्रखंड मुख्यालय बाजार बाजार स्थित पटना क्लीनिक में बुधवार को थाना क्षेत्र के एरुरी गांव के मनीष कुमार मांझी की पत्नी शोभा देवी की मौत मामले में कार्रवाई की गई है।
नर्सिंग होम से पुलिस ने कई कागजात जब्त किया है। इस मामले में पुलिस ने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कौआकोल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. पंकज कुमार, आदित्य रंजन, हिसुआ की श्वेता कुमारी, बाजितपुर के शशिकांत उर्फ सन्नी कुमार, एम्बुलेंस के ड्राइवर गौतम को गिरफ्तार किया गया है। दूसरी ओर, चौकीदार के बयान पर दर्ज प्राथमिकी के आधार पर क्लीनिक में तोड़फोड़ करने एवं हल्ला हंगामा करने के आरोप में एरुरी के उपेन्द्र मांझी, मुफ्फसिल थाना के सिंघौल के छोटू मांझी एवं कादिरगंज थाना के ओहारी के नागा मांझी, इन्द्र मांझी, राजेन्द्र मांझी को गिरफ्तार किया है। एक पक्ष से मृतका के भाई नागा मांझी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। दूसरे पक्ष से चौकीदार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। सभी लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया । पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। कार्रवाई से अवैध रूप से संचालित होने वाले नर्सिंग होम में हड़कंप मच गया है। मेडिकल ऑफिसर की टीम ने की मामले की जांच। दरअसल, पकरीबरावां प्रखण्ड के एरुरी गांव के मनीष कुमार मांझी की पत्नी शोभा देवी की ऑपरेशन के बाद हुई मौत मामले के बाद पदाधिकारियों ने नर्सिंग होम की जांच की। सूचना मिलते ही एसडीओ अखिलेश कुमार, एसडीपीओ महेश चौधरी, सीओ राजेश कुमार एवं थानाध्यक्ष ने नर्सिंग होम पहुंचकर घटना की जानकारी ली। इसके बाद मेडिकल ऑफिसर ने मामले की जांच की। टीम में शामिल डॉ. एसकेपी चक्रवर्ती अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल नवादा के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ.अजय कुमार एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रामकुमार ने संयुक्त रूप से मामले की जांच की। जांच के दौरान बात सामने आई कि पटना क्लीनिक में फर्जी चिकित्सक के द्वारा ऑपरेशन आदि किया जाता था। नर्सिंग होम के संचालक बहला- फुसलाकर नर्सिंग होम ले जाते थे। नर्सिंग होम के संचालक मो. जसीम आलम, सुरेंद्र कुमार यादव सहित अन्य पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस बीच नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है। नर्सिंग होम से जांच टीम को किसी भी प्रकार का वैध कागजात नहीं मिला है। पकरीबरावां के निजी अस्पताल में महिला व उसके नवजात शिशु की मौत से आक्रोशित परिजनों ने सुबह शहर के प्रजातंत्र चौक को जाम कर दिया। परिजनों ने मृतका का शव सड़क के बीचो बीच रखकर आवागमन को बाधित कर दिया। परिजन मृतका व उसके शिशु की मौत के मामले में कार्रवाई व मुआवजे की मांग कर रहे थे। इस दौरान प्रजातंत्र चौक के चारों ओर वाहनों का आवागमन ठप हो गया और काफी दूर तक पूरे शहर में जाम लग गया। नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने वहां पहुंच कर परिजनों को शांत कराने की कोशिश की। थानाध्यक्ष ने परिजनों को उचित कार्रवाई व मुआवजे का भरोसा दिलाया। इसके बाद थानाध्यक्ष के द्वारा तत्काल वाहन की व्यवस्था कर शव सदर अस्पताल लाया गया। गिरफ्तार लोगों का नाम और पता 01. उपेंद्र मांझी- पिता रामबली मांझी, ग्राम एरुरी 2. नागा मांझी- पिता बुशिनेश मांझी ग्राम ओहारी थाना कादिरगंज 3. राहेद्र मांझी- पिता कृष्णा मांझी ग्राम खरी थाना कादिरगंज 4. लाल मांझी- पिता लखन मांझी ग्राम खरी थाना कादिरगंज 5. छोटू मांझी- पिता झूलन मांझी ग्राम सिंघाल थाना मुफस्सिल 6. शशिकांत कुमार उर्फ सनी पिता टमाटर राम ग्राम बाजितपुर थाना कौआकोल 7. आदित्य कुमार- पिता स्व. अनिल सिंह ग्राम राजेंद्र नगर नवादा 8. गौतम कुमार- पिता श्रीसिंह ग्राम मेघीपुर थाना पकरीबारावां 9. डॉ पंकज कुमार- पिता स्व अवधेश कुमार ग्राम पटना बहादुरपुर 10. श्वेता कुमारी’ पति मनोज कुमार,सा–नाला पर हिसुआ, थाना– हिसुआ।

नवादा से राकेश कुमार चन्दन की रिपोर्ट !
नवादा :- ग्राम सभा के नाम पर की जा रही धोखाधड़ी -बंद कमरे में मुखिया व पंसचिव ने ग्राम सभा की की खानापूर्ति
नवादा जिले में आमसभा व‌ ग्राम सभा के नाम पर मुखिया व पंसचिव द्वारा जमकर धोखाधड़ी की जा रही है।
आश्चर्य यह कि प्रमाण के साथ उपलब्ध साक्ष्य की जांच के बजाय संबंधित पदाधिकारी द्वारा उल्टे शिकायतकर्ता से नियमावली की प्रति मांग भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।

ऐसा हम नहीं ग्राम सभा का वायरल वीडियो कह रहा है। मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड क्षेत्र के नजरडीह पंचायत का है। राज्य सरकार ने 02 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती के दिन पूरे राज्य के पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन कर पिछले वर्ष किये गये कार्यों व खर्च की गयी राशि का विवरण के साथ नयी योजनाओं का चयन करने का आदेश निर्गत किया था।

इसके लिए प्रत्येक पंचायतों में पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गयी थी। नजरडीह पंचायत मुखिया रजक व पंसचिव रवि कुमार द्वारा एक कमरे में कुछ लोगों की मौजूदगी जिसमें महिलाओं की उपस्थिति शून्य रही ग्राम सभा का आयोजन कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। ऐसे में पंचायत राज का उद्देश्य विफल रहा। ऐसा हम नहीं उपलब्ध साक्ष्य कह रहा है।

बता दें मुखिया 81 लाख रुपए का गवनारोपी है। मुखिया के विरुद्ध गवन से संबंधित प्राथमिकी कादिरगंज में दर्ज है। वैसे इसकी शिकायत आयुक्त से साक्ष्य के साथ की गयी है जिसमें बीडीओ समेत मुखिया व पंसचिव के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गयी है।अब गेंद आयुक्त के पाले में है जिसका इंतजार हर किसी को है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- पुलिसिंग सिस्टम पर फिर उठा सवाल, नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत मामले पर लीपापोती का हो रहा प्रयास, पूर्व और वर्तमान एसपी
नवादा जिले के पकरीबरावां बाजार में संचालित निजी नर्सिंग होम पटना क्लीनिक में 2 अक्टूबर की शाम महादलित समाज से आने वाली प्रसव पीड़िता और उसके नवजात की मौत के बाद पुलिसिया कार्रवाई शक के घेरे में है।
पुलिसिंग सिस्टम पर सवाल खड़ा होना शुरू हो गया है..., क्या मामले की लीपापोती का प्रयास तो है? ऐसे में अम्बरीष की तरह धीमान की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाना शुरू हो गया है। घटना के बाद जो दो अलग-अलग प्राथमिकी सामने आया है उससे तो ऐसा ही लग रहा है। पीड़ित परिवार के साथ किस प्रकार की नाइंसाफी होती दिख रही है यह जानने से पहले घटना को समझना आवश्यक है..., पकरीबरावां में संचालित निजी नर्सिंग होम "पटना क्लीनिक" में बुधवार को प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई।

मृतका 26 वर्षीया शोभा देवी पकरीबरावां थाना क्षेत्र के एरुरी गांव मनीष कुमार मांझी की पत्नी थी। घटना के बाद भड़के लोगों ने उक्त क्लीनिक में तोड़फोड़ किया था। प्रसव पीड़िता को बुधवार को करीब 11 बजे परिजन लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां पहुंचे थे। वहां से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। बाद में दलालों ने पटना क्लीनिक पहुंचा दिया था जहां कथित झोला छाप चिकित्सक के ऑपरेशन से जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी।

जिसके बाद अस्पताल में तोड़फोड़ किया गया था।सदर एसडीओ- पकरीबरांवा डीएसपी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे। घटना की दो प्राथमिकी पकरीबरावां थाना में दर्ज की गई है। एक है कांड सं. 445/24 और दूसरा कांड संख्या 447/24 । दोनों एफआईआर भारतीय न्याय संहिता और इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट की विभिन्न धाराओं में दर्ज हुआ है। दिलचस्प यह कि दोनों एफआईआर में सूचक पीड़ित पक्ष नहीं है।

मृतक के परिवार और क्लीनिक संचालक को कांड का सूचक नहीं बनाया गया। पहली प्राथमिकी 445/24 सीएचसी पकरीबरावां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राम कुमार के आवेदन पर दर्ज की गई है जिसमें मुख्य आरोपित आशा कार्यकर्ता पुष्पा रानी, जसीम आलम, डॉ. संतोष कुमार और एम्बुलेंस चालक अभय कुमार को नामजद किया गया है।

इसके अलावा अभियुक्तों के कॉलम में नर्सिंग होम के संचालक, पटना क्लीनिक में कार्यरत आशा, नर्स, डॉक्टर, कंपाउंडर, पारस अल्ट्रा साउंड के संचालक व डॉक्टर, पटना नर्सिंग होम में संचालित दवा विक्रेता, नर्सिंग होम के सभी कंपाउंडर शामिल हैं। अभियुक्तों के कॉलम में कुल 10 क्रमांक भरे गए हैं। जिसमें एक अज्ञात और नामजद सिर्फ 3 हैं शेष 6...! दूसरी प्राथमिकी चौकीदार भोली पासवान की बयान पर 447/24 दर्ज हुआ है। यह जच्चा-बच्चा की मौत के बाद क्लीनिक में तोड़फोड़ से जुड़ा है।

इसमें 5 नामजद और 20-30 अज्ञात को आरोपित किया गया है। एफआइआर में कहां है झोल... 1.पहला तो ये कि मृतका के पति या परिवार के किसी सदस्य के फर्द बयान पर एफआइआर दर्ज क्यों नहीं हुआ? जबकि एफआईआर के वक्त पति पुलिस के साथ था। पति का फर्दबायन लेकर एफआईआर क्यों नहीं लिया गया। 2-प्रभारी चिकित्सक डॉ. राम कुमार के लिखित प्रतिवेदन पर एफआइआर हुआ।

9 बजे की घटना का एफआइआर उसी रात 12.15 बजे दर्ज हुआ। क्या 3 घंटे में ही नवादा से टीम पकरीबरावां पहुंच गई और जांच रिपोर्ट भी सौंप दी और फिर सीएचसी प्रभारी ने थाने को शिकायत भी दे दी। यह संभव है क्या? 3.चौकीदार के बयान पर क्लीनिक में तोड़फोड़ की प्राथमिकी रात को 12.50 बजे दर्ज की गई। एफआइआर में इसका जिक्र है कि थाने को सूचना 12.50 बजे मिली। लेकिन, चौकीदार का बयान कहता है कि 9.10 बजे उसने थानाध्यक्ष को सूचना दी और वे घटनास्थल पर पहुंच भी गए।

विलंब से सूचना और थानाध्यक्ष का पहले घटनास्थल पर पहुंचना दोनों संभव नहीं हो सकता है। 4-एफआइआर के अनुसार पटना क्लीनिक में हुई घटना की सूचना थाने को सबसे पहले चौकीदार से ही मिली तो एफआइआर का नंबर और थाने में सनहा इंट्री प्रभारी चिकित्सक के एफआइआर के बाद में क्यों दिखाई गई और एफआइआर भी बाद में क्यों दर्ज किया गया।

5- प्रभारी चिकित्सक पकरीबरावां के एफआइआर में कहीं भी डॉ. संतोष कुमार की चर्चा तक नहीं है, फिर अभियुक्तों के कॉलम में उनका नाम 4 थे नंबर पर कैसे अंकित हो गया। 6- एफआइआर में इस बात की चर्चा है कि पीड़ित परिवार के साथ सुरेंद्र कुमार यादव, जसीम आलम और क्लीनिक के अन्य स्टॉफ ने मारपीट किया। एफआइआर में जसीम का नाम अभियुक्तों के कॉलम में 6 वें नंबर पर अंकित है, लेकिन सुरेंद्र यादव का नाम कहीं नहीं है।

ऐसा क्यों। 7.- प्रभारी चिकित्सक के प्रतिवेदन में आशा और एम्बुलेंस चालक पर किसी प्रकार का आरोप नहीं है। सिर्फ यही कहा गया है कि आशा की सूचना पर एंबुलेस चालक ने एरुरी गांव से सीएचसी लाया। लेकिन एफआइआर में आशा कार्यकर्ता पुष्पा रानी पहले नंबर और एंबुलेंस चालक अभय कुमार सबसे अंतिम यानि 10वें नंबर पर अभियुक्तों के कॉलम में शामिल किए गए हैं। 8- एफआईआर 3 अक्टूबर की रात 0.15 बजे दर्ज की गई है, लेकिन 4 अक्तूबर की शाम यानी 42 घंटे बाद तक एससीआरबी पर अपलोड क्यों नहीं हुआ? 9.- एफआईआर संख्या 445 और 447 के बीच कांड 446 क्या है।

एसपी- डीएसपी 2 एफआईआर की बात ही कह रहे जो नवादा पुलिस के x पोस्ट पर दर्ज है । 10- मृतक जच्चा- बच्चा अनुसूचित जाति के हैं, एफआईआर में एससी- एसटी एक्ट की धाराओं का उपयोग क्यों नहीं हुआ। 11- प्रभारी चिकित्सक के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में डॉ. रामकुमार का वर्तमान और स्थाई एड्रेस एक क्यों है।

दोनों एफआइआर के अनुसंधानकर्ता खुद थानाध्यक्ष अजय कुमार बने हैं। घटनास्थल पर पहुंचने वाले वे पहले अफसर थे। जाहिए सी बात है कि पूरा घटनाक्रम को उनसे ज्यादा जानने वाला दूसरा कोई पुलिस अफसर नहीं हाेगा। कांड के अनुसंधान का जिम्मा भी उन्हें लेना ही चाहिए था। लेकिन, सवाल उठ रहा है कि एफआइआर में इतना झोल कैसे रहा। मानवीय भूल है, या जानबूझकर किया गया।

किसी को बचाने, फंसाने या फिर कुछ और सोच तो नहीं रही। वैसे इनकी फितरत से हर जिलावासी वाकिफ हैं, ज्यादा कहने-लिखने की जरूरत नहीं है। एसडीपीओ का जवाब गोलमोल, एसपी तक पहुंची बात, एफआइआर में झोल के सवाल पर जब एसडीपीओ पकरीबरावां महेश चौधरी से बात की गई तो उनका जवाब गोलमोल रहा। उनसे संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर बात एसपी अभिनव धीमान तक पहुंचा दी गई है। अब उनके स्तर से इस मामले में क्या कुछ होता है जिला वासियों को इंतजार है । उक्त मामले में पुलिस ने एक डॉक्टर पंकज कुमार सहित दोनों पक्षों के करीब 10-11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजी है। डॉक्टर पंकज कौआकोल पीएचसी के प्रभारी बताए जाते हैं। सबसे दिलचस्प यह कि महिला की मौत के मामले में गिरफ्तार कोई भी व्यक्ति कांड के नामजद आरोपित नहीं है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- राज्य सूचना आयुक्त को अयोग्य घोषित करने को ले उच्च न्यायालय में याचिका दायर, मामला कौआकोल प्रखंड नियोजन इकाई द्वारा फर्जी प्रमाणपत्र का
नवादा :- राज्य सूचना आयुक्त को अयोग्य घोषित करने को ले उच्च न्यायालय में याचिका दायर, मामला कौआकोल प्रखंड नियोजन इकाई द्वारा फर्जी प्रमाणपत्र पर बहाल किये गये शिक्षक का है राज्य सूचना आयुक्त द्वारा गलत आदेश पारित करने का मामला पटना उच्च न्यायालय पहुंच गया है।
जिले के बहुचर्चित आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर आयुक्त को अयोग्य घोषित करने की गुहार लगायी है। गेंद उच्च न्यायालय के पाले में है। ऐसा हुआ तो आरटीआई को राज्य में काफी मजबूती मिलेगी जिसका लाभ आम जनमानस को मिलेगा।

मामला जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई से जुड़ा है। नियोजन इकाई द्वारा फर्जी प्रमाणपत्र पत्र पर उज्जवल कुमार आजाद नामक शिक्षक की नियुक्ति से संबंधित फोल्डर की मांग आरटीआई कार्यकर्ता प्रणव कुमार चर्चिल ने की थी। आधा अधुरा कागजात उपलब्ध कराये जाने पर राज्य सूचना आयुक्त के पास सुनवाई के लिए मामला उठाया था। उक्त मामले में आयुक्त ने गलत आदेश पारित किया था।

उक्त आदेश को चुनौती देते हुए आयुक्त को अयोग्य घोषित करने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर किया गया है। बता दें उक्त मामले में डीईओ के आदेश पर प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई ने नियुक्ति को रद्द तो कर दिया है लेकिन उक्त मामले में भी काफी झोल है जिसका लाभ आरोपी को मिलने की संभावना है। याचिका दायर होने से अब आरोपी को बच पाना मुश्किल होगा जिसके निर्णय आने का इंतजार है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- आहर में डूबने से युवक की मौत , परिवार में मचा कोहराम
नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड नेमदारगंज थाना क्षेत्र के बरेव देवी स्थान के पास आहर में डूबने से युवक की मौत हो गई । मृतक की पहचान बिलटा महतो के पुत्र 24 वर्षीय संदीप कुमार उर्फ गोरे के रूप में की गई है।
मृतक शौच करने के लिए आहर के समीप गया था। बताया जाता है कि युवक आरती कुमारी को बता कर निकला था कि वह शौच करने आहर की ओर जा रहा है। काफी देर तक वह घर नहीं लौटा, जिसके बाद परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की। इस बीच ग्रामीण बच्चों ने बताया कि एक युवक आहर में डूब रहा था। तब स्थानीय गोताखोरों की मदद से युवक को बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया।

जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। मृतक ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण किया करता था। उसकी मौत के बाद परिजनों के समक्ष परवरिश की चिंता सामने आ गई है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पूर्व विधायक अनिल सिंह ने घटना पर दुख जताया है।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
24 वर्षों से वैष्णो पद्धति से होते आ रहे दुर्गा पूजा में इस बार केदारनाथ मंदिर में दिखेंगी विरनामा की मां दुर्गा , बंगाल के कारीगर, 6 लाख का आएग
विगत 24 वर्षों से वैष्णव पद्धति से माँ दुर्गा की पूजा की जा रही है। वर्ष 2000 में सबसे पहली बार माता की प्रतिमा स्थापित की गयी थी। तब से लेकर आज तक हर वार नए निखार के साथ पूजा जारी है।
दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद उर्फ टुना महतो ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है। इस बार माता का पंडाल उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर के स्वरूप में बनाया जाएगा । 6 लाख रुपये का खर्च का बजट रखा गया है । अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद उर्फ टुना महतो ने बताया कि इस बार बड़े बजट के तहत 6 लाख रुपए खर्च आएगा जिसमें मूर्ति पर 50 हजार ,पंडाल पर 3.5 लाख, लाइटिंग पर 1 लाख , प्रसाद एवं अन्य खर्च 1 लाख का लक्ष्य रखा गया है।

माता कि स्थाई प्रतिमा होगी जबकि विशेष साज सजावट पर जोड दिया गया है ।मूर्ति के साथ पंडाल का निर्माण पश्चिम बंगाल के कारीगर कर रहे हैं। पूजन के लिए आचार्य प्रवीण चन्द्र पाण्डेय विरनामा के होंगे। वैष्णवी पद्धति से पूजा होगी। पूजन के दौरान सुरक्षा के लिए भोलेंटीयर तैनात रहेगा साथ ही साथ काशीचक थाना पुलिस भी रहेगा। मेले में सक्रिय युवाओं की टोली निरंतर निगरानी में लगे रहेंगे। दशमी को महाप्रसाद के साथ भंडारे का आयोजन किया जाएगा।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
नवादा :- सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अवश्य उठायें-डीपीआरओ,जिला पदाधिकारी, नवादा श्री आशुतोष कुमार वर्मा के निदेश पर
नवादा :- सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अवश्य उठायें-डीपीआरओ,जिला पदाधिकारी, नवादा श्री आशुतोष कुमार वर्मा के निदेश के आलोक में नारदीगंज प्रखंड के कहुआरा पंचायत में वरीय उपसमाहर्त्ता-सह-जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी,
नवादा श्री अमरनाथ कुमार की अध्यक्षता में विशेष ग्राम सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी द्वारा कार्यक्रम के आरंभ के पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया। उन्होंने ग्रामवासियों को संबोधित कर कहा कि जिस तरह से महात्मा गांधी ने गांव के विकास के लिए सपना देखा था, आज उनके सपने को पूरा करने के लिए योजनाओं के माध्यम से गांव-गांव तक विकास किया जा रहा है जो आज पंचायती राज व्यवस्था के तहत विकास की रूपरेखा दिखाई दे रही है,आने वाले दिनों में यह और भी सशक्त एवं मजबूत बनेगा। जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी द्वारा वृद्धजनों को सॉल देकर सम्मानित किया गया।साथ ही उनके द्वारा उपस्थित ग्रामवासियों एवं पदाधिकारियों को स्वच्छता शपथ,नशामुक्ति हेतु शपथ,फीट इंडिया शपथ,एवं वरिष्ठ नागरिकों द्वारा साझा किए गए विचारों को आत्मसात करने आदि की शपथ दिलवाई गयी। इसके अतिरिक्त एक पेड़ माँ के नाम लगाने हेत प्रेरित किया गया एवं वृक्षारोपण भी किया गया तथा कई योजनाओं के बारे में जानकारी दी गयी और स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबन्धी अफवाहों से बचने को कहा गया एवं इसे अपनाने हेतु प्रेरित किया गया। उक्त कार्यक्रम में अंचल अधिकारी नारदीगंज , कार्यपालक सहायक समाजिक सुरक्षा ,आवास सहायक आदि के साथ वृद्धजनों एवं अन्य ग्रामवासी उपस्थित थे ।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
*निवेदन* सभी नवादा जिला वासियों से निवेदन है कि दशहरा मेला के दौरान अपने-अपने बच्चों और वृद्धजनों के पॉकेट में अपना पूरा पता एवं फोन नम्बर
*निवेदन* सभी नवादा जिला वासियों से निवेदन है कि दशहरा मेला के दौरान अपने-अपने बच्चों और वृद्धजनों के पॉकेट में अपना पूरा पता एवं फोन नम्बर लिखकर डाल दें।
ताकि यदि कोई बच्चा/वृद्धजन रास्ता भटक/भूल जाते हैं तो जिला प्रशासन उनके पते और फोन नम्बर के माध्यम से उनके परिवारजनों से मिलाने का प्रयास कर सके।-जिला पदाधिकारी,नवादा।