कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने की ले प्रतिज्ञा: सरदार पतविंदर सिंह

विश्वनाथ प्रताप सिंह

नैनी प्रयागराज /नैनी के विभिन्न मोहल्ले में कन्या पाव पूजन जागरूकता कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र,क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने कन्या भ्रूण हत्या से देश में बिगड़ते संतुलन से चिंतित होकर नवरात्र उत्सव पर गांव,शहर सहित दूरदराज इलाकों में अपने सहयोगियों के साथ पहुंचकर विभिन्न धार्मिक,सामाजिक रीति-रिवाजों से समाज में कन्या भ्रूण हत्या न करने की अपील करते कई दिनों से अपनी दिनचर्या बनाए हुए हैं।

भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि नारी सम्मान और नारी सुरक्षा हम सब की प्राथमिकता है बहन-बेटियां शिक्षा और युद्ध कौशल प्राप्त कर बहादुर बने स्लिम बनने की अपेक्षा सबल बनना होगा । माता दलजीत कौर ने कहा कि नवरात्र में कन्या भोज के बगैर अनुष्ठान पूरा नहीं होता सतमी से लेकर नवमी तक उन घरों में महिलाएं दस्तक देने लगती हैं जहां कन्या होती हैं तीन दिन कन्या इतनी व्यस्त होती हैं कि भोजन खिलाने के लिए उनके पीछे पीछे लोग दौड़ते रहते हैं।

कन्याएं दो परिवारों को यशस्वी बना सकती हैं आत्मा कल्याण की दृष्टि मे तो कन्या देवी साक्षात मूर्ति है उसके नाम के साथ देवी शब्द को जोड़ा भी जाता है कन्या ही देश का भविष्य है यह संस्कारवान और सद्गुणों से नए युग का अभ्युदय होगा नैनी के मोहल्ले में जागरूकता कार्यक्रम में सरदार पतविंदर सिंह,दलजीत कौर, ऋषिकेश प्रजापति,हरमनजी सिंह,अमीत,आदि स्वयंसेवक रहे।

तय समयसीमा के भीतर पूरी कर ली जाएं महाकुंभ की तैयारियां: सीएम योगी
विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुंभ-2025 की तैयारियां युद्ध स्तर पर आगे बढ़ रही हैं। 5600 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट से प्रयागराज को भव्य और सुंदर बनाया जा रहा है। कुंभ-19 में पूरी दुनिया प्रयागराज की ओर आकर्षित हुई थी। इस दौरान करीब 25 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया था। वे सभी इतने बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन में सहभागी बने थे।

वहीं लगभग 100 देशों के राजनयिक भी कुंभ-19 के भागीदार बने थे। इन लोगों ने भारत के आध्यात्मिक और समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं का अवलोकन भी किया था। इसी क्रम में दिव्य, भव्य और नव्य महाकुंभ-2025 के लिए विभिन्न विभागों द्वारा युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज में कहीं। उन्होंने महाकुंभ-2025 की तैयारियों का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से संवाद किया। सीएम ने बताया कि अधिकारियों को तय समय सीमा में तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।

श्रद्धालुओं को नहीं चलना पड़ेगा पैदल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार के साथ केंद्र सरकार के विभाग भी आपसी समन्वय से अपने-अपने कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब महाकुंभ का आयोजन होता है तो उस समय संगम में जल का स्तर 8 से 10 हजार क्यूसेक वाटर होता है। वहीं वर्तमान में सवा दो लाख से 2.5 लाख क्यूसेक वाटर के बीच जलस्तर है। इसे रिसेट होने में 10-12 दिन लग सकते हैं, लेकिन इससे महाकुंभ-25 की तैयारियों में कोई बाधा नहीं आएगी। सीएम योगी ने बताया कि अधिकारियों को तय समय सीमा में सभी निर्माण कार्य पूरे करने के निर्देश दिये गए हैं। सीएम योगी ने कहा कि इस बार महाकुंभ का दायरा पिछले महाकुंभ की तुलना में दो गुने से अधिक क्षेत्रफल में फैला रहेगा। हमारा प्रयास रहेगा कि पीक डे यानी मुख्य पर्व, जो 13 जनवरी से 26 फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेंगे।

पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा, शिवरात्रि को छोड़कर शेष अन्य दिनों में किसी भी श्रद्धालुओं को एक किलोमीटर से अधिक पैदल न चलना पड़े। इसके लिए परिवहन निगम की सात हजार से अधिक बसों का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा इलेक्ट्रिक बसों की भी व्यवस्था की जाएगी। महाकुंभ-2025 के दौरान प्रयागराज की अलग छटा देखने को मिलेगी। सुरक्षा के भी खास इंतजाम किये जा रहे हैं। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा। हम जीरो प्लास्टिक के लक्ष्य को लेकर भी चल रहे हैं। इसके अलावा संगम के सभी ड्रेनेज और सीवर को टेप किया जा चुका है। इन्हें डायवर्ट कर बायोडिग्रेडेशन के माध्यम से शुद्धिकरण करके ही डिस्चार्ज किया जाएगा। सीएम ने कहा कि कुंभ-19 की सफलता में मीडिया की अहम भूमिका थी। इस बार भी उनके सकारात्मक योगदान से महाकुंभ-2025 वैश्विक पटल पर अपनी छाप छोड़ेगा।

साधु संत होते हैं महाकुंभ के मुख्य आयोजक, शासन-प्रशासन तो नैतिक व्यवस्था से जुड़ता है

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ-2025 को लोगो जारी किया गया है, जिसमें आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का समावेश है। उन्होंने कहा कि उनकी साधु-संतों के साथ बैठक हुई। सभी ने बहुत ही सकारात्मक भाव के साथ महाकुंभ के साथ जुड़ने की बात कही है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के मुख्य आयोजक साधु संत ही होते हैं, शासन-प्रशासन नैतिक व्यवस्था के साथ जुड़े होते हैं। ऐसे में वह इससे जुड़कर इसको भव्य और दिव्य बनाएंगे। बैठक में 13 अखाड़ों के आचार्य, तीर्थ पुरोहित  आदि मौजूद रहे।
प्रयागराज में सनातन भावनाओं का सम्मान, महाकुंभ में नहीं होगी मांस-मदिरा की बिक्री: सीएम योगी


विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।  महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज की शास्त्रीय सीमा में मांस-मदिरा की बिक्री नहीं होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज में सभी 13 अखाड़ों, खाक-चौक परंपरा, दण्डीबाड़ा परंपरा और आचार्यबाड़ा परंपरा के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों की उपस्थिति में यह घोषणा की।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन सनातन धर्म के ध्वजवाहक अखाड़ों और विभिन्न संत परंपराओं के निर्देशन में उनके ही द्वारा किया जाता है। राज्य सरकार, इसमें सहयोगी है और दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुगण अतिथि हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में पूरी दुनिया करेगी सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार करेगी। सनातन परंपरा के सम्मान के लिए सरकार समर्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साधु-संतों, संन्यासियों, वैरागियों सहित समस्त सनातन समाज की भावनाओं का सम्मान रखते हुए प्रयागराज की शास्त्रीय सीमा में मांस-मदिरा का क्रय-विक्रय प्रतिबंधित किया जाना आवश्यक है।

रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ मेला क्षेत्र में संत समाज के साथ संवाद कर रहे थे। इस बैठक में सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि तथा खाक-चौक परंपरा, दण्डीबाड़ा परंपरा और आचार्यबाड़ा परंपरा के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पावन त्रिवेणी संगम में स्नान की अभिलाषा लिए महाकुंभ आने वाले हर संत और श्रद्धालु को अविरल-निर्मल गंगा-यमुना के दर्शन होंगे। पवित्र नदियों की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए सरकार के स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन साधु-संत समाज का सहयोग भी अपेक्षित है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महाकुंभ के दौरान ब्रह्मलीन होने वाले साधु-संतों की समाधि के लिए प्रयागराज में शीघ्र ही भूमि आरक्षित कर दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संतों के मार्गदर्शन में ही सनातन समाज का उत्कर्ष संभव है। महाकुंभ 2025, कुंभ 2019 से भी अधिक भव्य हो, इसके लिए सभी को योगदान करना होगा। संतों की कृपा और प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में आज अयोध्या, वाराणसी और ब्रजधाम के नए स्वरूप का दर्शन पूरी दुनिया कर रही है। विशेष अवसर पर ब्रह्मलीन नरेंद्र गिरी जी महराज की स्मृति को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लेटे हुए हनुमान जी मंदिर के पास कॉरीडोर का निर्माण भी हो रहा है। उन्होंने सभी संतों से स्वच्छ महाकुंभ के अभियान से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि स्वच्छता के संकल्प के लिये यह सभी के लिए उचित होगा कि प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न किया जाए।

संत समाज की ओर से गो-हत्या पर प्रतिबंध की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गोहत्या अपराध है। गोहत्या के विरुद्ध उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है। इसके साथ ही, राज्य सरकार 07 हजार से अधिक गोवंश आश्रय स्थल का संचालन कर रही है, जहां 14 लाख से अधिक गोवंश संरक्षित है। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सामान्य लोगों को भी गोसेवा से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि गोवंश संरक्षण के इस सेवाकार्य को आगे बढ़ाने में संत समाज का सहयोग अपेक्षित है। यह सर्वथा उचित होगा कि सभी आश्रमों में गोवंश संरक्षण स्थल का विकास हो। हर आश्रम में गोसेवा हो।

महाकुंभ में सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी संतों-संन्यासियों, आचार्यों से अनुरोध किया कि अपने आश्रम में तब तक किसी को प्रवास की अनुमति न दें जब तक कि उनका विधिवत सत्यापन न कर लिया जाए।

इससे पहले वैदिक मंत्रोच्चार और सनातन धर्म की जयघोष के बीच मुख्यमंत्री ने एक-एक सभी पूज्य साधु-संतों, आचार्यों को अंगवस्त्र पहना कर अभिनंदन किया। संतगणों के समक्ष महाकुंभ 2025 के प्रबन्धन एवं व्यवस्थाओं के संबंध में एक लघु फिल्म का प्रस्तुतीकरण भी किया गया।

संगम तट पर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित अखाड़ों एवं साधु-संतों के साथ संवाद के इस कार्यक्रम में सभी 13 अखाड़ों और विभिन्न संत परंपराओं के साधु-संतों, आचार्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सनातन धर्मध्वज के रक्षक हैं, जिनके नेतृत्व में आज सनातन समाज गौरवान्वित हो रहा है। संतों ने कहा कि योगी जी पहले मुख्यमंत्री हैं, जो महाकुंभ के विषय में साधु-संतों, आचार्यों से इस तरह से सीधे संवाद कर रहे हैं और उनकी समस्याओं/सुझाओं को सुनकर लिपिबद्ध कर रहे हैं। साधु-संतों, आचार्यों के लिए यह अवसर अतुलनीय है। संत गणों ने महाकुंभ-2025 की तैयारियों पर संतुष्टि जताई।

साथ ही कहा कि मेला क्षेत्र में चल रही तैयारियों को देखकर यह साफ हो जाता है कि महाकुंभ-2025 प्रयागराज में पूर्व में आयोजित हुए सभी अर्धकुंभ/महाकुंभ से भव्य एवं दिव्य होगा। अखाड़ों और विभिन्न संत परंपराओं के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में मुख्यमंत्री योगी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया में तनाव व्याप्त है। एक देश, दूसरे देश के साथ युद्ध को आतुर हैं। मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में आयोजित होने वाला महाकुंभ-2025 पूरे विश्व को शांति का संदेश देने वाला होगा। पूरा संत समाज इसमें अपना योगदान करने को आतुर है। अखाड़ों के प्रतिनिधियों ने संत समाज की सुरक्षा के अच्छे प्रबंध की भी अपेक्षा जताई।

पत्रकार का हो रहा है उत्पीड़न, धन उगाही करने में मशगूल सम्भ्रांत लोगों का करना नहीं जानते सम्मान :धीरेंद्र शुक्ला

विश्वनाथ प्रताप सिंह

उ.प्र.के प्रयागराज में योगी सरकार ने कमिश्नरेट प्रणाली लागू करके लोगों को न्याय दिलाने का एक अनूठा प्रयास किया है लेकिन वह बिल्कुल विफल हो गया है। क्योंकि स्थानीय स्तर पर पुलिस केवल धन उगाही करने में व्यस्त है।जो अधिवक्ता शासकीय वकील वनाया जाता है, वकील ही हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट जज बनता लेकिन आज उस अधिवक्ता की पुलिस निरंकुश होकर उत्पीड़न कर रही है।

शान्ति भंग में चालान कर रही है। इतना ही नहीं जिस पत्रकार से अधिकारी, नेता,प्रेस कांफ्रेंस के जरिए हाई लाईट होना चाहते हैं।उसी पत्रकार को थाने का एक अदना सिपाही जेल भेजने के फिराक में उसके विपक्षियों से एप्लिकेशन दिलवा कर दर्जनों मुकदमा दर्ज कराता क्योंकि एफआईआर दर्ज उसी को करना है।

दिलचस्प बात यह है कि जहां थाना का पुलिस जमीन के मामले में विना राजस्व विभाग के जाता नहीं है वहीं मोटी रकम मिल जाने के बाद राजस्व विभाग की जरूरत नहीं समझते है। खतौनी,अंश खुद निर्धारण कर एस डी एम, तहसीलदार बन जाते।

इतना ही स्थानीय थाना स्तर पर नियुक्त नागरिक आरक्षी,उप निरीक्षक जानते हैं कि मैं नियम कानून को ताक में रखकर कार्य कर रहा हूं लेकिन मोटी रकम के आगे सब भूल जाते हैं। जबकि गलत तरीके से कमाने वाले अधिकारी, कर्मचारियों की औलाद, परिवार सुखी नहीं रह सकता। और इनकी संतान या तो पागल होती है या नालायक या दुर्घटना में मौत हो जाती है। क्योंकि दूसरे को सता कर पैसा लेते हैं।

इस समय उ.प्र.में भाजपा सरकार की बदनामी केवल ब्याप्त भ्रष्टाचार के कारण हो रहा है।कौन विरोध करें। पत्रकार, वकील विरोध करेगा तो उसे विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा।

आईए इन भ्रष्टाचारियों का डटकर विरोध करें।

धैर्य धारण करें,सत्य परेशान होता है लेकिन पराजित नहीं।

बिजली बिल की वसूली के नाम पर सक्रिय हो गए दलाल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव, प्रयागराज।जहां एक तरफ बिजली का बिल चरम पर होने के कारण किसानों मजदूरों की कमर को तोड़ दिया है वही दूसरी ओर ट्रासंफार्मर जलने पर स्थायी लाइन मैन व सक्रिय दलालों ने जनता से जले हुए ट्रांसफार्मर बदलने के नाम पर दशो हजार जनता को लाइन न जलाऐ देने का धौश दे कर जबरन दो दो सौ पैसा वसूल रहे हैं।

यह मामला ग्राम सभा चपरो बनियान के पूरा थाना खिरी तहसील कोरांव का है जो जांच का विषय बनता है कि जो जनता से पैसा वसूला गया तो क्या वह बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी या फिर क्षेत्र में सक्रिय दलाल लिए हैं अगर जांच कर पैसा वसूलने वालो के उपर कडी कार्रवाई नहीं होती तो आन्दोलन के लिए विवश होना पड़ेगा जबकि कि उक्त ट्रांसफार्मर बदले के लिए प्रयागराज के लोक प्रिय सांसद उज्वल रमण सिंह ने जेइ लालतारा व एक्सियन विद्यूत मेजा रोड से फोन पर जले हुए ट्रांसफार्मर बदले की बात की थी ।

मुख्यमंत्री योगी ने महाकुम्भ के प्रतीक चिह्न का  किया अनावरण, फिर संगमनगरी में की पूजा-अर्चना


प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को महाकुम्भ-2025 की तैयारियों का जायजा लेने प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने परेड मैदान में साधु-संतों के साथ बैठक के दौरान महाकुम्भ के प्रतीक चिह्न (लोगो) का अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने वेबसाइट और ऐप भी लॉन्च किए।

करीब एक घंटे तक उन्होंने विभिन्न कार्यों का जायजा लिया

मुख्यमंत्री योगी ने मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, मंत्री राकेश सचान और मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नन्दी के साथ स्पेशल बोट से संगम का निरीक्षण किया। करीब एक घंटे तक उन्होंने विभिन्न कार्यों का जायजा लिया और घाटों की स्थिति देखी, साथ ही कुम्भ को लेकर चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया।

श्री बड़े हनुमानजी के दरबार में दर्शन पूजन किया

संगमनगरी में महाकुम्भ की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री ने सर्वप्रथम मां गंगा की विधिवत पूजा-अर्चना की। इसके बाद श्री बड़े हनुमानजी के दरबार में दर्शन पूजन किया। मंदिर पहुंचने पर महंत बलवीर गिरि ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हनुमानजी की पूजा-अर्चना की और आरती उतारी। तत्पश्चात् मुख्यमंत्री योगी वीआईपी घाट से स्पेशल बोट द्वारा संगम निरीक्षण के लिए निकल गए।

सीएम योगी ने प्रमुख साधु-संतों का स्वागत अभिनंदन किया

मंगलाचरण और स्वस्तिवाचन के साथ परेड मैदान में मुख्यमंत्री के साथ साधु-संतों की महाकुम्भ मेले की तैयारी को लेकर बैठक शुरू हो गई। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और महामंत्री समेत अन्य पदाधिकारियों और प्रमुख साधु-संतों का स्वागत अभिनंदन किया गया। महाकुम्भ की तैयारी के लिए 13 अखाड़े के साथ दंडीवाड़ा, आचार्य वाड़ा, प्रयागवाल सभा तीर्थ पुरोहितों के अलावा बैरागी, संन्यासी, वैष्णव संतों के प्रमुख पीठाधीश्वर मुख्यमंत्री की बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं। इनके अलावा खास चौक के भी संत अपने पूरे जमात के साथ पहुंचे हैं। अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री मुलाकात भी करेंगे।

शंकरगढ़ पुलिस ने 17 भारी वाहनों का काटा चालान

कृष्ण राज सिंह

शंकरगढ़, प्रयागराज।शंकरगढ़ पुलिस ने 17 भारी वाहनों का काटा चालान। वाहन चालकों में मचा हड़कंप। आज शाम को थाना प्रभारी शंकरगढ़ ने चलाया भारी चेकिंग अभियान। यातायात नियमों का पालन कराने के लिए लगातार वाहनों को रोककर नियमों को बताते हुए किया जागरूक।

सज धज के साथ निकली राम बारात

कृष्ण राज सिंह

प्रयागराज । हाथी राम पजावा की राम बारात सजधज के साथ, निकली इसमें दर्जनों डीजे रोड लाइन और झांकियां थी, सभी झांकियां अपने प्रदर्शनों से भक्तजनों को आकर्षित कर रही थी सीता का स्वयंवर की झांकियां लोगों ने विशेष पसंद किया हनुमान जी गदा लेकर लेकर आगे आगे चल रहे थे, भक्ति गीत राम जी ना चले हनुमान के बिना पर सभी मगन थे काली जी लोगों को आकर्षित कर रही थी ढोल ताशा पार्टी नगाड़ा और डमरू वादकअपने हुनर को प्रदर्शित कर रहे थे राम और सीता जी की सवारी भक्त जनों के बीच पहुंचते ही लोग हाथ जोड़कर नमन कर रहे थे जय सियाराम का जयकारे लगा रहे थे।

राम बारात में मोहन जी टंडन गोपाल दास पंडित दिगंबर नाथ त्रिपाठी गौरी शंकर वर्मा भरत कनौजिया सुशांत, केसरवानी डाबर भाई मुसाब खान शगुन साहिल अरोरा, आदि हजारों राम भक्त शामिल हुए

कोतवाली पुलिस शाम से ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगी हुई थी और सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद थी मोहम्मद आमिर पुलिस के रूप में देखे गए शगुन।

माँ आदिशक्ति जगत जननी जगदम्बा के कृपा से ही तिहुँलोक चौदह भुवन का संचालन हो रहा है: जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

मेजा,प्रयागराज।माँ आदिशक्ति जगत जननी जगदम्बा के कृपा से ही तिहुँलोक चौदह भुवन का संचालन हो रहा है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने माँ आदिशक्ति बाराही माता के पुजारी सुनील पण्डा से माँ बाराही आदिशक्ति के मूल प्रांगण में दर्शनोंपरान्त बैठकर दिघिया मेजा प्रयागराज में कही। संज्ञानित कराते चले कि जिला मंत्री माँ भगवती आदिशक्ति के अनन्य भक्तों में से एक हैं एवं जिला मंत्री द्वारा मां भगवती आदिशक्ति की स्तुति उन्नीस सौ इक्यानवे से अबतक लगातार जारी है।

जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि मां आदिशक्ति जगत जननी जगदम्बा के कृपा से ही तिहुँलोक चौदह भुवन का संचालन हो रहा है।जिला मंत्री ने कहा कि मां आदिशक्ति बाराही की महिमा अनन्त एवं अपरम्पार है।जिला मंत्री ने बताया कि वे एकबार मां आदिशक्ति दुर्गा का दर्शन हेतु अपने एक करीबी साथी के साथ साइकिल से चुनार मिर्जापुर जा रहे थे और दिघिया में मां बाराही के दर्शन के बाद बहुत जोरों से बारिश होना शुरु हो गयी और आगे बढ़ पाना सम्भव न था।जिला मंत्री ने मां आदिशक्ति बाराही की स्तुति की और सकुशल मां दुर्गा धाम चुनार पहुँचाने के लिए आराधना की।फिर मां का अद्भुत चमत्कार हुआ और जिला मंत्री सड़क पर जिधर चलते उनके दायरे में बारिश न होती और अगल बगल बारिश होती रहती।यह शिलशिला पूरा मिर्जापुर तक चलता रहा फिर जिला मंत्री उस रात मिर्जापुर में ही रुक गए और अगले दिन चुनार पहुँचकर मां आदिशक्ति दुर्गा के दर्शन किए।

जिला मंत्री ने आगे कहा कि इस संसार में एक मां ही तो है जो स्वयं में कष्ट सहकर पुत्रों एवं पुत्रियों को खुशियाँ प्रदान करती है।माँ की ममता का कोई मोल इस संसार में नही है।माँ ही किसी व्यक्ति के जीवन में प्रथम गुरु के रुप में भी होती है क्योंकि सर्वप्रथम किसी व्यक्ति को अन्धेरे से प्रकाश की ओर मां ही लाती है और आगे मां आदिशक्ति के लिए यह भी कहा कि माँ जगत जननी आदिशक्ति जगदम्बा की महिमा अपरम्पार है,थल जल एवं नभ में माँ आदिशक्ति की कृपा से ही खुशियों का अम्बार है।इस अवसर पर उपस्थित पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री ने माँ आदिशक्ति जगत जननी एवं जन्म देने वाली दोनों ही माताओं का वर्णन बहुत ही सरलतम एवं उच्च श्रेणी के भाव में प्रस्तुत किया है।वास्तव में यह समूचा संसार ही मां भगवती आदिशक्ति के कृपा से ही चल रहा है।इस मार्मिक साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान आचार्य प्रकाशानन्द महराज,शिक्षाविद राम प्रसाद पटेल एवं रवि कुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य करेंगे प्रतियोगिता का शुभारंभ

प्रयागराज। विद्या भारती पूर्वी उप्र की ओर से 35वॉ क्षेत्रीय खेलकूद समारोह सिविल लाइन स्थित ज्वाला देवी इण्टर कॉलेज में रविवार छह अक्टूबर से शुरू होकर 10 अक्टूबर तक आयोजित किया गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य करेंगे।यह जानकारी अध्यक्ष विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं यूपी बोर्ड के पूर्व सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने आज ज्वाला देवी इण्टर कॉलेज में पत्रकारों को दी।

विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि विद्या भारती अखिल भारती शिक्षण संस्थान सम्पूर्ण देश में शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से समाजपोषित विश्व का सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक संगठन है जिसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं का सर्वागीण विकास करना है। इसके साथ-साथ शारीरिक शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है जिसके लिए विद्यालय से लेकर जिला, सम्भाग, प्रांत, क्षेत्र व राष्ट्रीय स्तर तक कार्यक्रम किये जाते हैं।इसमें लगभग 550 खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे।

उन्होंने बताया कि 2006 से एसजीएफआई द्वारा आयोजित स्कूल नेशनल में विद्या भारती के खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। 2019-20 में विद्या भारती के खिलाड़ियों ने अभी तक का श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 80 स्वर्ण, 86 रजत व 201 कांस्य कुल 367 पदक प्राप्त कर एसजीएफआई की पदक तालिका में छठवां स्थान प्राप्त किया। विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि कार्य की दृष्टि से विद्या भारती ने पूरे देश को 11 क्षेत्रों में रचना की है जिसमें से पूर्वी उप्र एक क्षेत्र है जिसके अंतर्गत उप्र के 49 शासकीय जिले आते हैं। विद्या भारती पूर्वी उप्र द्वारा आयोजित एथलेटिक्स खेल विधा का 35वां क्षेत्रीय खेलकूद समारोह होगा।

क्षेत्रीय खेल प्रमुख जगदीश सिंह ने बताया कि 6 अक्टूबर को अपराह्न 3 बजे सिविल लाइन स्थित हनुमान मंदिर से ज्योति यात्रा निकलेगी। 7 अक्टूबर की सायं 3 बजे मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में कार्यक्रम का उद्घाटन होगा जिसमें मुख्य अतिथि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कार्यक्रम के अध्यक्ष उप्र के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चन्द्र यादव, फूलपुर सांसद प्रवीण पटेल व विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचन्द्र उपस्थित रहेंगे। 8 अक्टूबर को सायं 7 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा जिसमें मुख्य अतिथि शहर उत्तरी के विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, अध्यक्ष उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष प्रो कीर्ति पाण्डेय व विशिष्ट अतिथि पूर्व मेयर अभिलाषा गुप्ता है। समापन समारोह के मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति शेखर यादव, कार्यक्रम अध्यक्ष जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ वी.के सिंह तथा विशिष्ट अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज भानु भास्कर एवं महापौर गणेश केसरवानी रहेंगे।

इस क्षेत्रीय खेलकूद प्रतियोगिता में हेमचंद, डॉ राम मनोहर, डॉ दिब्यकान्त शुक्ल, जगदीश सिंह, शेषधर द्विवेदी, चिन्तामणि सिंह, शरद गुप्त एवं डॉ हरेश प्रताप सहित अन्य लोग उपस्थित रहेंगे। प्रेसवार्ता के दौरान प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह, मनोज गुप्ता, सरोज दूबे सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।